Waves का उद्घाटन गोवा में आयोजित 55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू की उपस्थिति में किया।
डिजिटल स्ट्रीमिंग सेक्टर में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए पब्लिक ब्रॉडकास्टर प्रसार भारती ने हाल ही में अपना नया ओवर-द-टॉप (OTT) स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म, वेव्स लॉन्च किया है। इसे देश भर के दर्शकों की एक बड़ी रेंज को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है।
इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार अदिति त्यागी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर लिखा, केवल परिवर्तन ही स्थायी है। बदलते समय के साथ तालमेल बिठाते हुए, यह देखकर खुशी होती है कि हमारा प्रसार भारती ओटीटी प्लेटफॉर्म 'WAVES' लेकर आया है। आइए आशा करें कि 'मेक इन इंडिया' उत्पाद इस क्षेत्र में वैश्विक लीडर्स के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा होगा। जय हिन्द।
आपको बता दें, Waves का उद्घाटन गोवा में आयोजित 55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू की उपस्थिति में किया। इस ऐप में भारतीय संस्कृति को अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत करने वाली कहानियां शामिल हैं।
यह 12+ भाषाओं (हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, मराठी, कन्नड़, मलयालम, तेलुगु, तमिल, गुजराती, पंजाबी, असमिया) में उपलब्ध है। यह 10+ शैलियों (Genres) में इन्फोटेनमेंट कंटेंट प्रदान करता है। ओटीटी प्लेटफॉर्म का टारगेट एक वन-स्टॉप कॉम्प्रेहेंसिव एंटरटेनमेंट सॉल्यूशन के तौर पर स्थापित होना है। जो 65 से ज्यादा लाइव चैनल, फिल्में, इंटरैक्टिव गेम्स, लाइव इवेंट के साथ-साथ ऑनलाइन शॉपिंग ऑफर करेगा।
Change is the only constant. Keeping pace with the changing times, it is heartwarming to see that our Prasar Bharti has come up with the OTT platform #WAVES. Let’s hope that ‘Make In India’ product stands shoulder to shoulder with the global leaders in the domain. Jai Hind
— aditi tyagi (@aditi_tyagi) December 1, 2024
कांग्रेस के नेता बचाव में उतर आए हैं। सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गांधी के बयान को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है। उनके बयान को समग्रता से देखना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी के नए मुख्यालय इंदिरा भवन का उद्घाटन कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने किया। इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि यदि आप यह समझ रहे हैं कि हम भाजपा और आरएसएस जैसे राजनीतिक संगठनों से लड़ रहे हैं तो यह गलत है।
हम इंडियन स्टेट से भी लड़ रहे हैं। राहुल गांधी अपने इस बयान को लेकर अब आलोचना का शिकार भी हो रहे हैं। एक टीवी डिबेट में वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने उनके इस बयान को अनुचित बताया है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, राहुल गांधी को जरा सी भी शर्म है तो उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए, उनका बयान लोकतंत्र, संविधान और देश विरोधी है।
आपको बता दें, भाजपा की ओर से राहुल गांधी से माफी की मांग की जा रही है तो वहीं कांग्रेस के नेता बचाव में उतर आए हैं। सचिन पायलट ने कहा कि राहुल गांधी के बयान को गलत ढंग से पेश किया जा रहा है। उनके बयान को समग्रता से देखना चाहिए।
#SawalPublicKa: 'राहुल गांधी को जरा सी भी शर्म है तो उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए, उनका बयान लोकतंत्र, संविधान और देश विरोधी है'-वरिष्ठ पत्रकार @MediaHarshVT @navikakumar के साथ देखिए, 'सवाल पब्लिक का' #Delhi #Congress #RahulGandhi #BJP #RSS #PMModi https://t.co/TgWqH24SJv
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी ??Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) January 15, 2025
दिल्ली की इस हकीकत पर सब पर्दा डालते हैं। सांसद राहुल गांधी ने कम से कम ये सच्चाई तो देश सामने रखी। चुनाव में जीत-हार, गणित और जाति के आधार पर रेवड़ियों से बँधा होता है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी लगातार केजरीवाल और आम आदमी पार्टी पर हमलावर हैं। उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक वीडियो शेयर करते हुए दिल्ली की गंदगी दिखाई है। उन्होंने कैप्शन में लिखा, ये है केजरीवाल जी की चमकती दिल्ली, पेरिस वाली दिल्ली।
उनके इस वीडियो पर वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार ने भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, दिल्ली की इस हकीकत पर सब पर्दा डालते हैं। सांसद राहुल गांधी ने कम से कम ये सच्चाई तो देश सामने रखी।
चुनाव में जीत-हार, गणित और जाति के आधार पर रेवड़ियों से बँधा होता है। लेकिन दिल्ली का ये हाल, दिल्ली की बदहाली का ये, जीता-जागता सच हैं। आम आदमी पार्टी में दम है तो इस सच को 12 साल पहले शीला दीक्षित की सरकार पर मढ़ कर,अपना बेड़ा पार करा ले?
आपको बता दें, आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए कहा कि आज राहुल गांधी जी दिल्ली आए। उन्होंने मुझे बहुत गालियां दीं। मैं उनके बयानों पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। उनकी लड़ाई कांग्रेस बचाने की है, लेकिन मेरी लड़ाई देश को बचाने की है।
दिल्ली कि इस हकीकत पर सब पर्दा डालते हैं। @RahulGandhi ने कम से कम ये सच्चाई तो देश सामने रखी।
— Ajay Kumar (@AjayKumarJourno) January 15, 2025
चुनाव में जीत-हार, गणित और जाति के आधार पर रेवड़ियों से बँधा होता है। लेकिन दिल्ली का ये हाल, दिल्ली कि बदहाली का ये, जीता-जागता सच हैं।
है दम, @AamAadmiParty तो इस सच को 12 साल पहले… https://t.co/4SLEsGDNvG
विज्ञापन क्षेत्र की स्व-नियामक संस्था विज्ञापन मानक परिषद (ASCI) ने 'लिंक्डइन' (LinkedIn) इन्फ्लुएंसर्स को एक सख्त सलाह जारी की है
विज्ञापन क्षेत्र की स्व-नियामक संस्था विज्ञापन मानक परिषद (ASCI) ने 'लिंक्डइन' (LinkedIn) इन्फ्लुएंसर्स को एक सख्त सलाह जारी की है, जिसमें कहा गया है कि वे ब्रैंड या विज्ञापनदाताओं के साथ अपने "भौतिक संबंधों" (Material Connections) का खुलासा करें। ASCI ने चेतावनी दी है कि यदि इसका पालन नहीं किया गया तो उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019 और केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण (CCPA) दिशानिर्देशों के तहत कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
ASCI की महासचिव और सीईओ मनीषा कपूर ने पारदर्शिता की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "भौतिक संबंधों का खुलासा करना ASCI कोड और CCPA दिशानिर्देशों द्वारा अनिवार्य है। ऐसा न करने से दर्शकों का भरोसा टूट सकता है और नियामक कार्रवाई हो सकती है।" यह बयान ASCI की नवीनतम मीडिया विज्ञप्ति में दिया गया है।
LinkedIn पर इन्फ्लुएंसर्स को खुद करनी होगी पारदर्शिता सुनिश्चित
अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के विपरीत, LinkedIn पर इन-बिल्ट डिस्क्लोजर टूल्स उपलब्ध नहीं हैं। इस कारण इन्फ्लुएंसर्स को अपने पोस्ट्स में "Ad" या "Partnership" जैसे स्पष्ट शब्दों का उपयोग कर मैन्युअली यह जानकारी देनी होगी कि वे किसी ब्रांड के साथ साझेदारी कर रहे हैं।
ASCI ने यह एडवाइजरी हाल ही में सामने आई शिकायतों में बढ़ोतरी के बाद जारी की है। पिछले सप्ताह में ही 60 मामले दर्ज किए गए, जिनमें ब्रांड साझेदारी का खुलासा नहीं किया गया था। इनमें से 56 मामलों की समीक्षा चल रही है।
इन्फ्लुएंसर्स के लिए ASCI की गाइडलाइन्स का महत्व
ASCI ने LinkedIn इन्फ्लुएंसर्स के लिए निम्नलिखित मुख्य दिशानिर्देश जारी किए हैं:
इस एडवाइजरी का उद्देश्य उन पेशेवरों पर लगाम लगाना है जो बिना उचित खुलासे के उत्पादों या सेवाओं का समर्थन करते हैं, जिससे दर्शकों को यह विश्वास हो सकता है कि ये समर्थन निष्पक्ष हैं।
पालन न करने पर हो सकती है कार्रवाई
CCPA दिशानिर्देश स्पष्ट रूप से कहते हैं कि भौतिक संबंधों का खुलासा न करना उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन है। ऐसा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें नियामक चेतावनी से लेकर कानूनी परिणाम तक शामिल हो सकते हैं। ASCI ने यह भी स्पष्ट किया है कि बार-बार ऐसा करने वालों को नियामक निकायों के पास रिपोर्ट किया जाएगा।
LinkedIn इन्फ्लुएंसर्स अपने-अपने क्षेत्रों में एक विशिष्ट स्थान रखते हैं और उन्हें जिम्मेदार डिजिटल मार्केटिंग प्रथाओं के पालन में नेतृत्व करना चाहिए। ASCI की इस एडवाइजरी में कहा गया है, "ये प्रोफेशनल विश्वसनीय विचारशील नेता माने जाते हैं, और यह उनके लिए जरूरी है कि वे पारदर्शी डिस्क्लोजर्स के जरिए उस विश्वास को बनाए रखें।"
मोदी जो कह रहे हैं वो प्रभावित इसलिए करता है क्योंकि उस में कुछ बनावटी नहीं लगता, और अपने लिए उपयोगी इसलिए महसूस होता है क्योंकि मोदी की उपलब्धियाँ उसका प्रमाण हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ज़ेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ अपने पहले पॉडकास्ट में कई मुद्दों पर खुलकर बात की। सोशल मीडिया पर उनका यह पॉडकास्ट चर्चा का विषय बना हुआ है। इस बीच पत्रकार और एंकर गौरव शर्मा ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने एक्स पर लिखा, पीएम मोदी का पॉडकास्ट पूरा सुना और समय निकाल कर आप भी सुनिए। देश समाज या अपने लिए भी कुछ अच्छा और बड़ा करना चाहते हैं तो इसमें आपको बहुत सारे मंत्र और टिप्स मिलेंगे। मोदी जो कह रहे हैं वो प्रभावित इसलिए करता है क्योंकि उस में कुछ बनावटी नहीं लगता, और अपने लिए उपयोगी इसलिए महसूस होता है क्योंकि मोदी की उपलब्धियाँ उसका प्रमाण हैं।
आपको बता दें, पीएम मोदी ने कहा कि तीसरे टर्म में मेरी सोच बदल गई है। मेरा मनोबल ऊंचा है। मैं विकसित भारत के लिए 2047 तक सभी समस्याओं का समाधान चाहता हूं। सरकारी योजनाओं की 100% डिलीवरी होनी चाहिए। यही वास्तविक सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता है। इसके पीछे प्रेरक शक्ति है - AI- 'एस्पिरेशनल इंडिया'।
पीएम मोदी का पॉडकास्ट पूरा सुना और समय निकाल कर आप भी सुनिए। देश समाज या अपने लिए भी कुछ अच्छा और बड़ा करना चाहते हैं तो इसमें आपको बहुत सारे मंत्र और टिप्स मिलेंगे। मोदी जो कह रहे हैं वो प्रभावित इसलिए करता है क्योंकि उस में कुछ बनावटी नहीं लगता, और अपने लिए उपयोगी इसलिए महसूस…
— Saurav Sharmma (@journosaurav) January 12, 2025
बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जिन्होंने किसी कालखंड में किसी दबाव में आकर उनके पूर्वजों ने उपासना विधि के रूप में इस्लाम स्वीकार किया था, लेकिन वे भारत की परंपरा पर गौरव की अनुभूति करते हैं।
प्रयागराज की पावन धरती पर पौष पूर्णिमा यानी 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत हो रही है। इस बीच आजतक ने प्रयागराज महाकुंभ में 'धर्मसंसद' का आयोजन किया। इस मंच पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज में सबका स्वागत है लेकिन कुत्सित मानसिकता है तो यहां मत आइये।
सीएम योगी ने प्रयागराज महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री को लेकर आजतक के कार्यक्रम 'धर्मसंसद' में पूछे गए सवाल पर कहा, जो अपने को भारतीय मानता है। भारतीय सनातन परंपरा पर श्रद्धा का भाव रखता है। बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जिन्होंने किसी कालखंड में किसी दबाव में आकर उनके पूर्वजों ने उपासना विधि के रूप में इस्लाम स्वीकार किया था, लेकिन वे भारत की परंपरा पर आज भी गौरव की अनुभूति करते हैं।
अपने गौत्र को भारत के ऋषियों के नाम से जोड़कर देखते हैं। पर्व और त्योहारों में उनकी भागेदारी उसी रूप में होती है। वो लोग अगर परंपरागत रूप से संगम में स्नान करने के लिए आते हैं तो कोई बुराई नहीं है।
सीएम योगी ने आगे कहा, महाकुंभ में कोई भी आ सकता है। महाकुंभ ऐसी जगह है, जहां जाति-पंथ की दीवारें समाप्त हो जाती हैं। जहां किसी प्रकार के भेदभाव के लिए कोई स्थान नहीं होता है।
महाकुंभ संस्कृति और सनातन परंपराओं की अनमोल झलक है। 2025 का प्रयागराज महाकुंभ कई मायनों में खास है। इसकी भव्यता कई रिकॉर्ड तोड़ने वाली है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और पीएम मोदी को प्रयागराज कुंभ मेले में आने का निमंत्रण दिया है। महाकुंभ में इस साल 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने भी इस आयोजन को अपने आप में भव्य आयोजन बताया है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट कर लिखा, महाकुंभ संस्कृति और सनातन परंपराओं की अनमोल झलक है। 2025 का प्रयागराज महाकुंभ कई मायनों में खास है। इसकी भव्यता कई रिकॉर्ड तोड़ने वाली है।
इस बार महाकुंभ में जहां करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लगभग 3,00,000 से 4,00,000 इंटरनेशनल टूरिस्ट्स कुंभ मेले में आ सकते हैं। इस महापर्व में दुनिया की कुल आबादी के 5% के बराबर लोग एक ही शहर में इकट्ठा हो रहे हैं।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या पाकिस्तान की कुल जनसंख्या का दोगुनी होगी, जबकि रूस की आबादी की तीन गुना आदमी प्रयागराज पहुंच रहा है। कुंभ में आईपीएल से भी 10 गुना ज्यादा कमाई हो रही है। एक देश की सुरक्षा जितनी व्यवस्था एक शहर में देखने को मिलेगी। सनातनी श्रद्धा का महाकुंभ अपने आप में गजब का भव्य आयोजन है।
आपको बता दें, इससे पहले सीएम योगी ने 30 दिसंबर 2024 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय प्रमुख जेपी नड्डा, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिलकर प्रयागराज कुंभ मेले में आने का निमंत्रण दिया था।
महाकुंभ संस्कृति और सनातन परंपराओं की अनमोल झलक है. 2025 का प्रयागराज महाकुंभ कई मायनों में खास है. इसकी भव्यता कई रिकॉर्ड तोड़ने वाली है. इस बार महाकुंभ में जहां करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लगभग 3,00,000 से 4,00,000 इंटरनेशनल…
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) January 10, 2025
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर यह गठबंधन केवल संसद चुनावों तक सीमित था, तो इसे भंग कर देना चाहिए।
दिल्ली विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच चल रही तकरार पर टिप्पणी करते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर यह गठबंधन केवल संसद चुनावों तक सीमित था, तो इसे भंग कर देना चाहिए। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार राजीव सचान ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय दी है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर लिखा कि इस गठबंधन का कोई आधार नहीं है। उन्होंने एक्स पर लिखा, कांग्रेस के जितने सहयोगी दल हैं, वे उसकी ही राजनीतिक जमीन पर कब्जा कर उभरे हैं। उनकी मजबूती कांग्रेस की कमजोरी पर निर्भर है और कांग्रेस की भलाई इसमें है कि वह सहयोगी दलों के वोट बैंक पर कब्जा करे।
इंडिया ब्लॉक उन दलों का जमावड़ा है, जिनमें केर-बेर का संग है। आपको बता दें, जम्मू-कश्मीर के सीएम ने कहा, शायद दिल्ली के चुनाव जब समाप्त हो जाएं तो इंडिया गठबंधन के सभी दलों को बुलाया जाए और उस पर स्पष्टता हो। विपक्षी दलों में एकजुटता की कमी साफ तौर पर दिखाई दे रही है।
कांग्रेस के जितने सहयोगी दल हैं, वे उसकी ही राजनीतिक जमीन पर कब्जा कर उभरे हैं। उनकी मजबूती कांग्रेस की कमजोरी पर निर्भर है और कांग्रेस की भलाई इसमें है कि वह सहयोगी दलों के वोट बैंक पर कब्जा करे। I.N.D.I.A उन दलों का जमावड़ा है, जिनमें केर-बेर का संग है।
— Rajeev Sachan (@RajeevKSachan) January 9, 2025
मैं सभी संतो से प्रार्थन करूंगा कि वह जब जाएं तो अपने साथ यहां से किसी और को भी लेते जाए। यहां ऐसे लोग हैं, जिन्हें जो काम करना है, वह नहीं कर पा रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने महाकुंभ को लेकर एक बयान दिया जो चर्चा का विषय बन गया। अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा दरारवादी पार्टी है। यह हृदयहीन पार्टी है। मैं सभी संतो से प्रार्थन करूंगा कि वह जब जाएं तो अपने साथ यहां से किसी और को भी लेते जाए।
यहां ऐसे लोग हैं, जिन्हें जो काम करना है, वह नहीं कर पा रहे हैं। उनके इस बयान पर वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार ने भी अपनी राय व्यक्त की और कहा कि महाकुंभ को लेकर इस प्रकार की बयानबाजी ठीक नहीं है। उन्होंने एक्स पर लिखा, महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश में हो रहा है।
यह उस प्रदेश का भाग्य है कि सारे पूजनीय साधु-संत -ऋषि -मुनि -विद्वतजन, विश्व क़ लोग आ रहे हैं। सपा को इसमें जगह-जगह बैनर लोगों के स्वागत में लगाना चाहिए था शिविर लगाने चाहिए थे। उसकी जगह जिस तरह के बयान दे रहे हैं वो दुर्भाग्यपूर्ण है।
आपको बता दें, 13 जनवरी यानी पौष पूर्णिमा से महाकुंभ की शुरुआत होगी। यह पहला शाही स्नान होगा। महाकुंभ मेला प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से प्रारंभ होगा और 26 फरवरी 2025 तक लगेगा। महाकुंभ मेले की अवधि 44 दिनों की है। महाशिवरात्रि के दिन आखिरी शाही स्नान होगा।
महाकुंभ का आयोजन उत्तर प्रदेश में हो रहा है। यह उस प्रदेश का भाग्य है कि सारे पूजनीय साधु-संत -ऋषि -मुनि -विद्वतजन, विश्व क़ लोग आ रहे हैं। सपा को इसमें जगह-जगह बैनर लोगों के स्वागत में लगाना चाहिए था शिविर लगाने चाहिए थे। उसकी जगह जिस तरह के बयान दे रहे हैं वो दुर्भाग्यपूर्ण… https://t.co/kPv2bWdXm9
— Awadhesh Kumar (@Awadheshkum) January 9, 2025
आप ने जब सभी नेताओं को चोर-बेईमान बताकर सत्ता पाई तो फिर आपने कौन-सी राजा हरिश्चंद्र वाली मिसाल गढ़ दी? नेताओं को लेकर आम आदमी की राय स्थापित हो चुकी है।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने बहुत से ऐसे वादे किए थे जो तीसरे कार्यकाल में भी पूरे नहीं हो सके पर इसके बावजूद दिल्ली में सबसे बड़ा मुद्दा आलीशान सीएम आवास बना है जिसे बीजेपी ने शीशमहल का नाम दिया है। दिल्ली चुनावों में यह बड़ा मुद्दा बन गया है। ऐसे में वरिष्ठ पत्रकार राणा यशवंत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट की और आम आदमी पार्टी और उसके मुखिया अरविंद केजरीवाल को लेकर कुछ बड़े सवाल उठाये।
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, ईमानदार राजनीति और साधारण राजनीतिक जीवन का हो-हल्ला करके आप आए और अब समझा रहे हैं कि उनका देखो, इनका देखो। आपको अपने जीने का स्वतंत्र अधिकार मिला तो आपने गांधी, शास्त्री का जीवन जिया क्या? उन कालीन,पर्दे, बेसिन, बेड और वैभव का सुख, भोग की दमित इच्छा का विस्फोट नहीं तो क्या है?
आप ने जब सभी नेताओं को चोर-बेईमान और लुटेरा बताकर सत्ता पाई तो फिर आपने कौन-सी राजा हरिश्चंद्र वाली मिसाल गढ़ दी? नेताओं को लेकर आम आदमी की राय स्थापित हो चुकी है। आप के आने से लगा था कि अब नई राजनीति होगी। जब आप भी उसी कीचड़ में खड़े हो तो किस नैतिकता से अच्छे-बुरे का सर्टिफिकेट देते हैं?
दिल्ली के गली मोहल्लों में सड़क-नाली की जो हालत है, उसका ज़िम्मा आपका नहीं तो किसका है? क्या आपने बार बार नहीं कहा था कि 2025 तक यमुना साफ़ हो जाएगी? और यह भी कि नहीं हुई तो मुझे वोट नहीं देना? फिर वोट माँगना ही अनैतिक नहीं है?
अब्राहम लिंकन ने कहा था ,यदि आप किसी व्यक्ति के चरित्र का परीक्षण करना चाहते हैं, तो उसे शक्ति दीजिए, सोचिएगा। चुनाव लड़ना हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार है, आप का भी। जीत-हार जनता तय करती है करेगी। लेकिन विकल्प की राजनीति, ईमानदार और जन-कल्याणकारी राजनीति की शेखी मत बघारिए।
बाबा भारती को दुख इस बात का नहीं था कि डाकू खड्ग सिंह घोड़ा लेकर भाग गया, बल्कि सदमा इस बात का लगा कि भिखारी के भेस में मदद के बहाने धोखा दिया। लोग जरूरतमंदों पर भरोसा नहीं करेंगे।
भोजपुरी में एक शब्द है गलथेथरई. अरविंद केजरीवाल और उनकी टीम वही कर रही है.
— Rana Yashwant (@RanaYashwant1) January 9, 2025
1- ईमानदार राजनीति और साधारण राजनीतिक जीवन का हो-हल्ला करके आप आए और अब समझा रहे हैं कि उनका देखो, इनका देखो!!
2- आपको अपने जीने का स्वतंत्र अधिकार मिला तो आपने गांधी, शास्त्री का जीवन जिया क्या?
3- उन…
केवल इंडिया गठबंधन की अगुवाई का मुद्दा ही नहीं है बल्कि यह भी संदेश है कि जहां बीजेपी से सीधी टक्कर में कांग्रेस कमजोर है वहां उसे क्षेत्रीय पार्टियों के लिए जगह छोड़नी होगी।
दिल्ली चुनाव को लेकर INDIA ब्लॉक में फूट पड़ जाने से नये समीकरण उभरने लगे है। अरविंद केजरीवाल को अखिलेश यादव और ममता बनर्जी का सपोर्ट मिल जाने के बाद दिल्ली चुनाव में अब कांग्रेस अलग थलग दिखाई दे रही हैं। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की और कहा कि कुछ पार्टियां कांग्रेस को संदेश देने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने एक्स पर लिखा, ऐसा नहीं है कि दिल्ली में समाजवादी पार्टी, टीएमसी और शिवसेना यूबीटी का समर्थन मिलने से आम आदमी पार्टी को चुनावी तौर पर बहुत बड़ा फायदा मिलेगा। इन तीनों ही पार्टियों का दिल्ली में कोई बड़ा जनाधार नहीं है। लेकिन ये तीनों पार्टियां दरअसल कांग्रेस को संदेश देना चाह रही हैं। केवल इंडिया गठबंधन की अगुवाई का मुद्दा ही नहीं है बल्कि यह भी संदेश है कि जहां बीजेपी से सीधी टक्कर में कांग्रेस कमजोर है वहां उसे क्षेत्रीय पार्टियों के लिए जगह छोड़नी होगी।
आपको बता दें, दिल्ली विधानसभा चुनावों का ऐलान हो चुका है और विभिन्न सियासी दलों ने अपनी-अपनी रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है। सूबे में कुल 70 विधानसभा सीटें हैं जिनके लिए 05 फरवरी 2025 को मतदान होना है। सभी 70 सीटों के लिए वोटों की गिनती 08 फरवरी 2025 को की जाएगी।
ऐसा नहीं है कि दिल्ली में समाजवादी पार्टी, टीएमसी और शिवसेना यूबीटी का समर्थन मिलने से आम आदमी पार्टी को चुनावी तौर पर बहुत बड़ा फायदा मिलेगा। इन तीनों ही पार्टियों का दिल्ली में कोई बड़ा जनाधार नहीं है। लेकिन ये तीनों पार्टियां दरअसल कांग्रेस को संदेश देना चाह रही हैं। केवल…
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) January 9, 2025