वरिष्ठ पत्रकार और ‘आजतक’ के ऊर्जावान एंकर रोहित सरदाना नहीं रहे। शुक्रवार की दोपहर हार्ट अटैक के चलते उनका निधन हो गया।
वरिष्ठ पत्रकार और ‘आजतक’ के ऊर्जावान एंकर रोहित सरदाना नहीं रहे। शुक्रवार की दोपहर हार्ट अटैक के चलते उनका निधन हो गया। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटियां हैं। रोहित सरदाना के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित तमाम बड़ी राजनीतिक हस्तियों ने शोक जताते हुए अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
राष्ट्रपति की ओर से ट्वीट किया गया कि लोकप्रिय न्यूज एंकर तथा वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। उनका असामयिक निधन पत्रकारिता जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है। श्री सरदाना के परिवारजनों व प्रशंसकों को मेरी शोक संवेदनाएं।
लोकप्रिय न्यूज़ ऐंकर तथा वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। उनका असामयिक निधन पत्रकारिता जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है। श्री सरदाना के परिवारजनों व प्रशंसकों को मेरी शोक संवेदनाएं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 30, 2021
रोहित सरदाना के निधन पर शोक जताते हुए पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ’रोहित सरदाना बेहद जल्दी हमें छोड़कर चले गए। भारत की प्रगति के लिए ऊर्जा से भरपूर थे और भावुक थे, रोहित को कई लोगों द्वारा याद किया जाएगा। रोहित के निधन ने मीडिया जगत में एक बहुत बड़ा शून्य छोड़ दिया है। उनके परिजनों, दोस्तों और चाहने वालों को सांत्वना, ऊं शांति’।
Rohit Sardana left us too soon. Full of energy, passionate about India’s progress and a kind hearted soul, Rohit will be missed by many people. His untimely demise has left a huge void in the media world. Condolences to his family, friends and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 30, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर रोहित सरदाना के निधन पर दुख व्यक्त किया। अमित शाह ने लिखा, ‘रोहित सरदाना के निधन से दुख पहुंचा है। उनके निधन से देश ने शानदार और निष्पक्ष पत्रकार को खो दिया है। भगवान उनके परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दे।
Pained to learn about Shri Rohit Sardana ji’s untimely demise. In him, the nation has lost a brave journalist who always stood up for unbiased and fair reporting. May God give his family the strength to bear this tragic loss. My deepest condolences to his family and followers.
— Amit Shah (@AmitShah) April 30, 2021
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘वरिष्ठ पत्रकार रोहित सरदाना जी का निधन अत्यंत दुःखद है. वह जनपक्षीय पत्रकारिता के अप्रतिम हस्ताक्षर थे। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को शान्ति व शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
वरिष्ठ पत्रकार श्री रोहित सरदाना जी का निधन अत्यंत दुःखद है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) April 30, 2021
वह जनपक्षीय पत्रकारिता के अप्रतिम हस्ताक्षर थे।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि वह दिवंगत आत्मा को शान्ति व शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लिखा, वरिष्ठ टीवी पत्रकार रोहित सरदाना जी के निधन की दुखद ख़बर स्तब्ध कर देने वाली है। ईश्वर उनकी आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और परिवार को ये दुख सहने का साहस दें।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार रोहित सरदाना जी के निधन की दुखद ख़बर स्तब्ध कर देने वाली है। ईश्वर उनकी आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और परिवार को ये दुख सहने का साहस दें।
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 30, 2021
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश ने भी ट्वीट कर लिखा, आजतक के वरिष्ठ एंकर और देश के जाने माने टीवी पत्रकार श्री रोहित सरदाना जी का कोरोना संक्रमित होने के बाद आकस्मिक निधन, अत्यंत दुःखद। दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को दुःख सहने की शक्ति दे भगवान। शत-शत नमन एवं भावांजलि!
आज तक के वरिष्ठ एंकर और देश के जाने माने टीवी पत्रकार श्री रोहित सरदाना जी का कोरोना संक्रमित होने के बाद आकस्मिक निधन, अत्यंत दुःखद।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 30, 2021
दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को दुःख सहने की शक्ति दे भगवान।
शत-शत नमन एवं भावांजलि! pic.twitter.com/ojXtb4Nzc0
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा, हिंदी मीडिया जगत में बहुत कम समय में अपनी बड़ी पहचान स्थापित करने वाले पत्रकार, रोहित सरदाना के निधन के समाचार से मैं स्तब्ध हूं। वे बेहद प्रतिभाशाली और प्रभावी पत्रकार थे। उनके निधन से मीडिया जगत को बहुत बड़ी क्षति पहुँची है।उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ। ॐ शान्ति!
हिंदी मीडिया जगत में बहुत कम समय में अपनी बड़ी पहचान स्थापित करने वाले पत्रकार, रोहित सरदाना के निधन के समाचार से मैं स्तब्ध हूँ। वे बेहद प्रतिभाशाली और प्रभावी पत्रकार थे। उनके निधन से मीडिया जगत को बहुत बड़ी क्षति पहुँची है।उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ। ॐ शान्ति!
हिंदी मीडिया जगत में बहुत कम समय में अपनी बड़ी पहचान स्थापित करने वाले पत्रकार, रोहित सरदाना के निधन के समाचार से मैं स्तब्ध हूँ।
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) April 30, 2021
वे बेहद प्रतिभाशाली और प्रभावी पत्रकार थे। उनके निधन से मीडिया जगत को बहुत बड़ी क्षति पहुँची है।उनके परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ। ॐ शान्ति!
हरियाणा के सीएम मनोहर खटटर ने लिखा, हरियाणा के कुरुक्षेत्र में जन्मे और मीडिया के राष्ट्रीय-फलक पर अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले रोहित सरदाना, असमय हमें छोड़ कर चले गए हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले साथी कितने विषम और चुनौतीपूर्ण माहौल में काम कर रहे हैं, ये आज चिंता करने का विषय है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में जन्मे और मीडिया के राष्ट्रीय-फलक पर अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले रोहित सरदाना, असमय हमें छोड़ कर चले गए हैं।
— Manohar Lal (@mlkhattar) April 30, 2021
पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले साथी कितने विषम और चुनौतीपूर्ण माहौल में काम कर रहे हैं, ये आज चिंता करने का विषय है।। pic.twitter.com/YU8WyGyoFI
सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी ट्वीट करते हुए रोहित के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने लिखा, जुझारू और प्रतिभाशाली पत्रकार रोहित सरदाना का असमय निधन सम्पूर्ण पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों एवं प्रशंसकों के साथ हैं। ॐ शांति
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।जुझारू और प्रतिभाशाली पत्रकार रोहित सरदाना का असमय निधन सम्पूर्ण पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है।
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) April 30, 2021
मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों एवं प्रशंसकों के साथ हैं।
ॐ शांति?
सोशल मीडिया ट्रोल ने उन्हें टैग करते हुए ट्वीट किया और लिखा, आपने जो कवच टेक्नोलॉजी पर सवाल किया था उसको एडिट करके ‘कवच’ शब्द क्यों हटाया?
ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस हादसे में अब तक 250 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं, जबकि 900 से अधिक लोग घायल हैं। इस हादसे के बाद वरिष्ठ पत्रकार रुबिका लियाकत ने एक ट्वीट किया था जिसे बाद में उन्होंने एडिट किया और 'कवच' शब्द हटा दिया।
उनके इस ट्वीट पर एक सोशल मीडिया ट्रोल ने उन्हें टैग करते हुए ट्वीट किया और लिखा, आपने जो कवच टेक्नोलॉजी पर सवाल किया था उसको एडिट करके ‘कवच’ शब्द क्यों हटाया? इतनी डरी-डरी पत्रकारिता क्यों रुबिका जी? कवच किसने भेदा यह सवाल सबको करना चाहिए, क्योंकि 250 लोग आज हमारे बीच नहीं रहे।
इस ट्वीट के बाद रुबिका लियाकत ने उसे करारा जवाब दिया और लिखा, क्योंकि मुझे आपकी तरह एजेंडा चलाने की बीमारी नहीं… कवच उस रूट पर है ही नहीं तो क्यों झूठ फैलाना? लाशों के ऊपर मंडराते गिद्ध और आपमें ज्यादा फर्क नहीं।
दरअसल वरिष्ठ पत्रकार रुबिका लियाकत ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, ये इस सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा है। तस्वीरें लाखों सवाल पूछ रही हैं। टेक्नोलॉजी कैसे फेल हो गई? 288 लोगों की मौत, 900 से ज्यादा घायल, 3 ट्रेनें एक ही हादसे का शिकार हो जाएं ये कैसे संभव है? इस घड़ी में मरने वालों के परिवार के साथ पूरा देश है।
उन्होंने पहले इस ट्वीट 'कवच तकनीक' का जिक्र किया था लेकिन बाद में उन्होंने उसे दुरुस्त किया। वरिष्ठ पत्रकार रुबिका लियाकत के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
क्योंकि मुझे आपकी तरह एजेंडा चलाने की बीमारी नहीं…
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) June 3, 2023
कवच उस रूट पर है ही नहीं तो क्यों झूठ फैलाना?
लाशों के ऊपर मंडराते गिद्ध और आपने ज़्यादा फ़र्क़ नहीं https://t.co/AmXBwPsHnw
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यौन शोषण का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने गृह मंत्री अमित शाह से प्रदर्शन के 140 दिन के बाद मुलाकात की है!
एक महीने के ज्यादा वक्त से प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने अब कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई के लिए देश के गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया गया है कि प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने शुक्रवार को गृहमंत्री अमित शाह से रात 11 बजे मुलाकात की।
यौन शोषण का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने गृह मंत्री अमित शाह से प्रदर्शन के 140 दिन के बाद मुलाकात की है। इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने ट्वीट कर बड़ा सवाल पूछा है।
उन्होंने लिखा, सरकार की ओर से पहलवानों के साथ की मुलाकात के बारे में नहीं बताया जा रहा है, लेकिन पहलवान इस मुलाकात के बारे में कुछ बता क्यों नहीं बता रहे हैं? जबकि, देश को इस संवेदनशील मुद्दे पर सच जानने की प्रतीक्षा है।
अपने एक और ट्वीट में उन्होंने लिखा, पहलवानों और अमित शाह के बीच हुई मुलाकात का विवरण ठीक से अभी पता नहीं चल पा रहा है, लेकिन एक गिरोह अभी से बेचैन हो गया है कि अगर पहलवानों और सरकार के बीच कोई सहमति हो गई, तो हम आधी रात वाला लाइव कहां से करेंगे। आज सुबह से गिरोह बेचैन है। हमें तो यही है कि, न्याय हो, सच सामने आए।
वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
पहलवानों और, अमित शाह के बीच हुई मुलाकात का विवरण ठीक से अभी पता नहीं चल पा रहा है, लेकिन एक गिरोह अभी से बेचैन हो गया है कि, अगर पहलवानों और, सरकार के बीच कोई सहमति हो गई तो हम आधी रात वाला लाइव कहाँ से करेंगे। आज सुबह से गिरोह बेचैन है। हमें तो यही है कि, न्याय हो, सच सामने आए
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी ??Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) June 4, 2023
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भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में बन रहा यह पुल खगड़िया और भागलपुर जिलों को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है।
बिहार के भागलपुर में सुलतानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर बन रहा निर्माणाधीन फोरलेन पुल एक बार फिर गिर गया है। वहीं पुल पर ड्यूटी कर रहे दो गार्ड भी हादसे के बाद से लापता हैं। SDRF की टीम इनकी तलाश कर रही है।
बता दें कि भागलपुर जिले के सुल्तानगंज में बन रहा यह पुल खगड़िया और भागलपुर जिलों को जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। इस पुरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार राजीव सचान ने ट्वीट कर अपना रोष प्रकट किया है।
उन्होंने लिखा, कोई निर्माणाधीन पुल दो-दो बार ढह जाए तो इसका सीधा मतलब है कि सुशासन बाबू की सरकार कुशासन का पर्याय बन गई है। नीतीश ने बिहार को वहीं ले जाकर खड़ा कर दिया है, जहां वह लालू के जमाने में था।
आपको बता दें कि रविवार की शाम करीब 6 बजे अचानक पुल गिर गया। जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त काम बंद हो चुका था।
इस वजह से पुल पर कोई मजदूर नहीं था। इस पुल का शिलान्यास सीएम नीतीश कुमार ने 2014 में किया था। जबकि पुल का निर्माण 2015 से शुरू हुआ।
वरिष्ठ पत्रकार राजीव सचान के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
कोई निर्माणाधीन पुल दो -दो बार ढह जाए तो इसका सीधा मतलब है कि सुशासन बाबू की सरकार कुशासन का पर्याय बन गई है. नीतीश ने बिहार को वहीं ले जाकर खड़ा कर दिया है, जहां वह लालू के ज़माने में था.#Bihar #NitishKumar https://t.co/maSpCGYGrZ
— Rajeev Sachan (@RajeevKSachan) June 4, 2023
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केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बीच असहमति की बात का वीडियो वायरल हो रहा है।
ओडिशा के बालासोर में हुए भयावह रेल हादसे के बाद विपक्ष केंद्र पर लगातार हमलावर है। जहां पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मौत के आंकड़ों पर सवाल उठाए हैं, तो वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी रेल हादसे को लेकर सरकार को निशाने पर लिया है।
दरअसल मरने वालों की संख्या को लेकर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की बीच असहमति की बात का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें लोग बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के इस रवैये की आलोचना कर रहे हैं।
इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार अमिश देवगन ने ट्वीट कर बड़ी बात कही है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, बालासोर में हुए रेल हादसे के बाद दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों की कार्यशैली देखिए। उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक सियासत करने के बजाए राहत कार्य और पीड़ितों की मदद के लिए निर्देश दे रहे थे। जबकि एक दूसरे राज्य की सीएम सिर्फ सियासत में मशगूल थीं जबकि ट्रेन से लाशें निकाली जा रही थीं। लोग अपनों का हाल-चाल जानने के लिए परेशान थे।
आपको बता दें कि भारतीय रेलवे के अनुसार, ओडिशा ट्रेन त्रासदी में मरने वालों की संख्या 288 है, जबकि 803 लोग घायल हैं और इनमें 56 गंभीर रूप से घायल हुए हैं। वरिष्ठ पत्रकार अमिश देवगन के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
बालासोर में हुए रेल हादसे के बाद दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों की कार्यशैली देखिए। उड़ीसा के सीएम नवीन पटनायक सियासत करने के बजाए राहत कार्य और पीड़ितों की मदद के लिए निर्देश दे रहे थे। जबकि एक दूसरे राज्य की सीएम सिर्फ़ सियासत में मशगूल थीं जबकि ट्रेन से लाशें निकाली जा रही थीं।…
— Amish Devgan (@AMISHDEVGAN) June 4, 2023
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1983 की चैंपियन टीम ने कहा कि पहलवानों ने देश का मान बढ़ाया है। वह जल्दबाजी में कोई फैसला न लें।
बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक के नेतृत्व में भारत के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह का विरोध कर रहे हैं। बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं और पहलवान उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
इस बीच भारत के पदकवीरों को 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम इंडिया के खिलाड़ियों का समर्थन मिला है। इनमें कपिल देव, सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर और मदनलाल समेत कई दिग्गज क्रिकेटर्स शामिल हैं। 1983 की चैंपियन टीम ने कहा कि पहलवानों ने देश का मान बढ़ाया है, वह जल्दबाजी में कोई फैसला न लें। उम्मीद है कि पहलवानों की मांग सुनी जाएगी।
इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार सुकेश रंजन ने ट्वीट कर बड़ी बात कही है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, 1983 वर्ल्डकप जीतने वाली टीम पहलवानों के समर्थन में आ गई है। उन्होंने कहा है कि पहलवानों के साथ हुआ बर्ताव परेशान करने वाला है। पूर्व क्रिकेटर्स ने अपील की है कि वो अपना मेडल गंगा में न बहायें। 1983 वाले आ गये, 2011 वाले कहां हैं?
आपको बता दें कि 30 मई को पहलवान हरिद्वार पहुंचे थे और ओलंपिक समेत कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जीते पदकों को गंगा में बहाने का फैसला लिया था। वरिष्ठ पत्रकार सुकेश रंजन के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
1983 world cup जीतने वाली टीम पहलवानों के समर्थन में आ गई है। उन्होंने कहा है कि पहलवानों के साथ हुआ बर्ताव परेशान करने वाला है। पूर्व क्रिकेटर्स ने अपील की है कि वो अपना मेडल गंगा में न बहायें। 1983 वाले आ गये.... 2011 वाले कहां हैं???
— Sukesh Ranjan (@RanjanSukesh) June 2, 2023
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इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के साथ कांग्रेस के गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा, मुस्लिम लीग पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष पार्टी है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। दौरे के बीच राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग पर एक बयान दिया है, जिस पर बवाल मच गया है। राहुल गांधी ने इंडियन मुस्लिम लीग पार्टी को 'पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष' कहकर नया मुद्दा खड़ा कर दिया है।
केरल में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (IUML) के साथ कांग्रेस के गठबंधन के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा, मुस्लिम लीग पूरी तरह से धर्मनिरपेक्ष पार्टी है, मुस्लिम लीग के बारे में कुछ भी गैर-धर्मनिरपेक्ष नहीं है। राहुल गांधी के इस बयान के बाद वरिष्ठ पत्रकार शिवकांत ने ट्वीट कर अपनी राय व्यक्त की है।
उन्होंने लिखा, राहुल गांधी ने वह कर दिखाया जो महात्मा गांधी नहीं कर पाए। मुस्लिम लीग को भी सेक्युलर बना दिया। भारत को जोड़ दिया और कद जिन्ना साहब से भी ऊंचा हो गया। पहले अवतार लिया होता तो बेहतर होता? देर आयद दुरुस्त आयद। सांप्रदायिक तो केवल भाजपा और संघ हैं। उन्हें निकाल पाकिस्तान में विलय करे।
आपको बता दे कि 'ऑल इंडिया मुस्लिम लीग' की स्थापना 30 दिसंबर, 1906 को हुई थी। तब अविभाजित भारत के कई मुस्लिम नेता ढाका में इकट्ठे हुए और कांग्रेस से अलग मुस्लिमों के लिए 'ऑल इंडिया मुस्लिम लीग' बनाने का फैसला किया।
वरिष्ठ पत्रकार शिवकांत के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
राहुल गाँधी ने वह कर दिखाया जो महात्मा गाँधी नहीं कर पाए! मुस्लिम लीग को भी सेक्युलर बना दिया! भारत को जोड़ दिया! क़द जिन्ना साहब से भी ऊँचा हो गया! पहले अवतार लिया होता तो बेहतर होता? देर आयद दुरुस्त आयद! सांप्रदायिक तो केवल भाजपा और संघ हैं! उन्हें निकाल पाकिस्तान में विलय करे! https://t.co/OkwQIbdiBg
— Shiv Kant (@shivkant) June 2, 2023
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गृह ज्योति योजना के तहत प्रत्येक घर को 200 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी।
वर्तमान समय में देश मुफ्त की राजनीति से गुजर रहा है। जहां निगाह घुमाए वहीं फ्री की राजनीति चरम पर नजर आ रही है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी से शुरू हुआ ये चलन अब कांग्रेस पार्टी की ढाल बन गया लगता है।
आज कर्नाटक में सिद्धारमैया मंत्रिमंडल ने पांच गारंटी को लागू करने का फैसला किया है। गृह ज्योति योजना के तहत प्रत्येक घर को 200 यूनिट मुफ्त बिजली मिलेगी।
प्रत्येक परिवार की महिला मुखिया को दो हजार रुपए की मासिक सहायता, गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के हर सदस्य को प्रत्येक महीने 10 किलो मुफ्त चावल, सार्वजनिक बसों में महिलाओं को मुफ्त यात्रा की सुविधा शक्ति योजना और 18 से 25 साल की उम्र वाले प्रत्येक स्नातक बेरोजगार को हर महीने तीन हजार रुपए देने का वादा किया गया है।
इस मसले पर वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने ट्वीट कर बड़ी बात कही है। उन्होंने लिखा, 2024 में जो जितने अधिक लोकलुभावन वादे करेगा, उसका पलड़ा उतना ही भारी रहेगा। अगला लोकसभा चुनाव लोगों को छप्पर फाड मालामाल कर देगा। अगले दस महीने, हर कोने से एक ही आवाज आएगी- मुफ्त, मुफ्त, मुफ्त।
आपको बता दें कि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने हाल ही में 100 यूनिट बिजली मुफ्त देने की घोषणा की है। वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
2024 में जो जितने अधिक लोकलुभावन वादे करेगा, उसका पलड़ा उतना ही भारी रहेगा। अगला लोक सभा चुनाव लोगों को छप्पर फाड मालामाल कर देगा। अगले दस महीने, हर कोने से एक ही आवाज आएगी- मुफ्त, मुफ्त, मुफ्त।
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) June 2, 2023
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10 वर्षों की छोटी सी अवधि में, भारत ने मैक्रो और मार्केट आउटलुक के लिए महत्वपूर्ण सकारात्मक परिणामों के साथ विश्व व्यवस्था में स्थान हासिल किया है।
मॉर्गन स्टैनली रिसर्च ने एक रिपोर्ट में कहा है कि 10 साल की छोटी सी अवधि में भारत ने दुनिया में अपनी स्थिति मजबूत की है। इस दौरान वृहद व बाजार परिदृश्य के लिए महत्वपूर्ण सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, 'यह भारत 2013 की तुलना में अलग है। 10 वर्षों की छोटी सी अवधि में, भारत ने मैक्रो और मार्केट आउटलुक के लिए महत्वपूर्ण सकारात्मक परिणामों के साथ विश्व व्यवस्था में स्थान हासिल किया है। इस रिपोर्ट पर वरिष्ठ पत्रकार और एंकर भूपेंद्र चौबे ने ट्वीट कर बड़ी बात कही है।
उन्होंने लिखा, जब भी कोई विदेशी क्रेडिट एजेंसी हमारे बारे में कुछ अच्छा कहती है तो क्या हम खुशी से झूमना बंद नहीं कर सकते? क्योंकि कल फिर जब कोई एजेंसी कुछ नकारात्मक कहेगी, तो हम फिर इस बात पर लौट आएंगे कि दुनिया हमारे खिलाफ कैसे साजिश कर रही है। सबसे अच्छी बात यह है कि तथ्यों को बोलने दें। भारत में निचले हिस्से तक वास्तविक विकास देखा गया है। कोई एजेंसी कुछ कहे या न कहे, वह उस मूल तथ्य को नहीं बदल सकती। मैंने यह पहले भी कहा है। नए भारत को पुराने विश्व अर्थव्यवस्था पर नजर रखने वालों से सत्यापन की आवश्यकता नहीं है। इसका सत्यापन उन लोगों से होता है जो वास्तविक लाभार्थी हैं।
आपको बता दें कि मॉर्गन स्टेनली ने 18 मई को कहा था कि भारत चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 6.2 प्रतिशत की दर से वृद्धि करने के लिए तैयार है। वरिष्ठ पत्रकार और एंकर भूपेंद्र चौबे के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
Can we not stop jumping with joy whenever a foreign credit agency says something nice about us ? Coz tomorrow again when some agency will say something negative, it will be back to how the world is conspiring against us. Best thing to do is to let facts speak. There is genuine…
— bhupendra chaubey (@bhupendrachaube) June 1, 2023
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बृजभूषण ने कहा,आरोप लगाए जाने के बाद से मैं पूछ रहा हूं कि ये सब कहां और कब हुआ? मुझ पर आरोप लगे 4 महीने हो चुके हैं।
बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने पहलवानों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बृजभूषण ने एक बार फिर कहा कि मेरे खिलाफ एक भी आरोप साबित हुआ, तो मैं फांसी पर चढ़ने को तैयार हूं।
बृजभूषण ने कहा,आरोप लगाए जाने के बाद से मैं पूछ रहा हूं कि ये सब कहां और कब हुआ? मुझ पर आरोप लगे 4 महीने हो चुके हैं और मैं अपने बयान पर आज भी कायम हूं।
उनके इस बयान के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन ने ट्वीट कर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, पहलवानों और बृजभूषण के मामले सबसे खराब बात होगी कि, मामला अंत तक न पहुंचे। आवश्यक है कि, इस मामले का पूरा सच सामने आए और, दोषी को सजा मिले। अपना-अपना सच तो दोनों पक्ष पूरी शक्ति से बता ही रहे हैं। साथ ही खेल संघों की मूलभूत गड़बड़ दूर करने पर भी कुछ हो। वरना, एक और बनकर रह जाएगा।
आपको बता दें कि पहलवानों के गंगा में मेडल बहाने को उन्होंने इमोशनल ड्रामा बताया। बृजभूषण ने कहा, गंगा में मेडल बहाने से कुछ हासिल नहीं होगा।
वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
पहलवानों और बृजभूषण के मामले सबसे खराब बात होगी कि, मामला अंत तक न पहुँचे। आवश्यक है कि, इस मामले का पूरा सच सामने आए और, दोषी को सजा मिले। अपना-अपना सच तो दोनों पक्ष पूरी शक्ति से बता ही रहे हैं। साथ ही खेल संघों की मूलभूत गड़बड़ दूर करने पर भी कुछ हो। वरना, एक और बनकर रह जाएगा
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी ??Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) May 31, 2023
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भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने सरकार को पांच दिन का अल्टीमेटम दिया है।
हरिद्वार में गंगा में मेडल विसर्जन करने पहुंचे पहलवानों को भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत और खाप चौधरियों ने रोक लिया और उनसे पांच दिन का समय मांगा है।
टिकैत ने रेसलर्स से कहा कि अगर उन्हें मेडल नहीं रखने हैं तो वह उन्हें गंगा में प्रवाहित करने की जगह सीधे राष्ट्रपति को सौंप दें और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने सरकार को पांच दिन का अल्टीमेटम दिया है।
इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार विनोद अग्निहोत्री ने ट्वीट कर बड़ी बात कही है। उन्होंने लिखा, संतोष है खेल पुत्रियों ने अपने अंतरराष्ट्रीय विजेता पदक गंगा में विसर्जित करने का फैसला किसान नेता खाप चौधरी नरेश टिकैत के आग्रह पर टाल दिया है। सरकार के पास पांच दिन हैं। सरकार इनकी कानून सम्मत मांगों का संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे। ये सरकार की साख बेटियों के सम्मान का सवाल है।
आपको बता दें कि टिकैत ने ऐलान किया है कि एक जून को मुजफ्फरनगर के सोरम गांव में ऐतिहासिक चौपाल पर पंचायत होगी, जिसमें हरियाणा, राजस्थान, पंजाब और यूपी के खाप चौधरी हिस्सा लेंगे। इसमें चर्चा की जाएगी कि बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी के लिए सरकार पर पांच दिनों में कैसे दवाब बनाया जाए।
वरिष्ठ पत्रकार विनोद अग्निहोत्री के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
संतोष है खेल पुत्रियों ने अपने अंतर्राष्ट्रीय विजेता पदक गंगा में विसर्जित करने का फ़ैसला किसान नेता खाप चौधरी नरेश टिकैत के आग्रह पर टाल दिया है।सरकार के पास पाँच दिन हैं वो इनकी क़ानून सम्मत माँगों का संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करे।ये सरकार की साख बेटियों के सम्मान का सवाल है ।
— विनोद अग्निहोत्री Vinod Agnihotri (@VinodAgnihotri7) May 31, 2023
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