दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गुरुवार की शाम ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। इसी मसले पर वरिष्ठ पत्रकार राजीव सचान ने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर एक यूजर के विचार पर अपनी राय व्यक्त की।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गुरुवार की शाम ईडी ने गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने आबकारी नीति मामले में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया लेकिन अभी भी उन्होंने दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा नहीं दिया है।
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि सीएम केजरीवाल इस्तीफा नहीं देंगे। वो दिल्ली के सीएम थे, हैं और रहेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल एक व्यक्ति नहीं विचार हैं। पीएम नरेंद्र मोदी अगर किसी से डरते हैं तो वो अरविंद केजरीवाल ही हैं।
इसी मसले पर वरिष्ठ पत्रकार राजीव सचान ने सोशल मीडिया हैंडल 'एक्स' पर एक यूजर के विचार पर अपनी राय व्यक्त की। एक यूजर ने लिखा कि उन्होंने सोचा नहीं था कि एक दिन करप्शन के मामले में ही दिल्ली के सीएम अरेस्ट होंगे।
इस पोस्ट को रिपोस्ट करते हुए राजीव सचान से लिखा, 'केजरीवाल का समर्थन कर पछताने और फिर खुद को ठगा महसूस करने वालों की संख्या लाखों में है। इन सबको सच में लगा था कि केजरीवाल वाकई नई तरह की राजनीति करने आए हैं, लेकिन उन्होंने तो बाबा भारती और डाकू खड़ग सिंह वाली कहानी दोहरा दी। इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन के बहाने देश की जनता की आंखों में जैसी धूल झोंकी गई, उसकी मिसाल मिलना मुश्किल तो नहीं, लेकिन किसी को भान नहीं था कि केजरीवाल ऐसे रंग बदलेंगे।'
केजरीवाल का समर्थन कर पछताने और फिर खुद को ठगा महसूस करने वालों की संख्या लाखों में है। इन सबको सच में लगा था कि केजरीवाल वाकई नई तरह की राजनीति करने आए हैं, लेकिन उन्होंने तो बाबा भारती और डाकू खड़ग सिंह वाली कहानी दोहरा दी! इंडिया अगेंस्ट करप्शन आंदोलन के बहाने देश की जनता की… https://t.co/4ZBHFj2vgh
— Rajeev Sachan (@RajeevKSachan) March 22, 2024
इसमें विमान यात्रियों के अलावा स्थानीय लोग भी शामिल है। अभी भी घटनास्थल पर मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है और करीब 10 मजदूर मलबा हटाने के कार्य में लगे हैं।
अहमदाबाद विमान हादसे के बारे में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने कहा , पिछले दो दिन बहुत मुश्किल भरे रहे हैं। अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास हुई दुर्घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है।
इस बीच वरिष्ठ पत्रकार ऋचा अनिरुद्ध ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट की और उड्डयन मंत्री से तीखा सवाल पूछा। उन्होंने लिखा, कृपया देश को बताएं कि ऐसा कैसे होने दिया गया। एक-एक नाम बताएं कि इसके लिए कौन जिम्मेदार था। किसकी लापरवाही थी और किसके भ्रष्टाचार के कारण ऐसा हुआ और रील्स बनाने के बजाय इस्तीफा दें।
आपको बता दें, हादसे मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 274 हो गई है। इसमें विमान यात्रियों के अलावा स्थानीय लोग भी शामिल है। अभी भी घटनास्थल पर मलबा हटाने का काम तेजी से चल रहा है और करीब 10 मजदूर मलबा हटाने के कार्य में लगे हैं।
1. Pls tell the country how it was allowed to happen. Tell every name who was responsible for this. Whose carelessness..Whose corruption caused this to happen??!!!
— richa anirudh (@richaanirudh) June 14, 2025
2. Resign instead of making Reels! @RamMNK @MoCA_GoI https://t.co/DKnN97utU3
ऐसे पायलट पर उंगली उठाना बहुत आसान है जो अपनी रक्षा के लिए जीवित नहीं है। इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि विमान को बचाने के लिए उसके पास 30 सेकंड से भी कम समय था।
अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान क्रैश में 60 साल के पायलट कैप्टन सुमित सभरवाल की भी जान चली गई। कप्तान सुमीत सभरवाल के पास 8,200 घंटे और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर के पास 1,100 घंटे का उड़ान अनुभव था। इतने अनुभवी पायलटों द्वारा मेडे कॉल (MAYDAY) जारी करने के बावजूद विमान को बचाने में असफलता को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने कहा कि मृत पायलट पर उंगली उठाना बेहद शर्मनाक है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ऐसे पायलट पर उंगली उठाना बहुत आसान है जो अपनी रक्षा के लिए जीवित नहीं है। इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि विमान को बचाने के लिए उसके पास 30 सेकंड से भी कम समय था।
कुछ टीवी चैनलों ने जिस तत्परता से यह किया है, वह शर्मनाक और दुखद है। ये असल जिंदगी है, टिक टॉक नहीं है। आपको बता दें, बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में GE GEnx इंजन उपयोग होते हैं, जिन्हें विश्वसनीय माना जाता है। तमाम रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि इन इंजनों का एक साथ फेल होना 10 लाख में 1 बार की घटना है।
So easy to point fingers at a pilot who is not alive to defend himself. No matter that he had under 30 seconds to save the plane. Alacrity with which some TV channels have done this is shameful & sad - lapping up a a man’s performative theatre. This is real life, not Tik Tok
— barkha dutt (@BDUTT) June 14, 2025
आमिर ने बताया कि पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड ने उनकी फिल्म दंगल से भारत का राष्ट्रीय ध्वज और भारत का राष्ट्रगान हटाने को कहा था। फिर क्या हुआ ये आमिर खान ने डिटेल में बताया।
देश के चर्चित और लोकप्रिय टीवी शो 'आप की अदालत' में आज बॉलीवुड स्टार आमिर खान , रजत शर्मा के मेहमान होंगे। 'आप की अदालत' में रजत शर्मा ने आमिर खान से कई तीखे सवाल किए। रजत शर्मा ने पूछा कि पहलगाम में इतना बड़ा हमला हुआ लेकिन आप कुछ नहीं बोले?
क्या आमिर खान को देश से प्यार नहीं? क्या आमिर खान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर खामोश रहे? इन सभी सवालों का उन्होंने बेबाक जवाब दिया। आमिर खान के साथ 'आप की अदालत' के नए एपिसोड का प्रसारण आज रात 10 बजे इंडिया टीवी पर होगा। आमिर खान ने एक और बड़ा खुलासा किया।
आमिर ने बताया कि पाकिस्तान के सेंसर बोर्ड ने उनकी फिल्म दंगल से भारत का राष्ट्रीय ध्वज और भारत का राष्ट्रगान हटाने को कहा था। फिर क्या हुआ ये आमिर खान ने डिटेल में बताया। पूरा किस्सा आप आज रात 10 बजे आप की अदालत के नए एपिसोड में सुन सकेंगे।
क्या आमिर खान ‘पहलगाम’ पर कुछ नहीं बोले ?
— Rajat Sharma (@RajatSharmaLive) June 14, 2025
क्या आमिर खान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर खामोश रहे?
क्या आमिर खान को देश से प्यार नहीं?
पहली बार ऐसे हर सवाल पर आमिर खान के बेबाक जवाब.#AapKiAdalat आज रात 10 बजे India TV पर#AamirKhan @indiatvnews @IndiaTVHindi @AKPPL_Officials pic.twitter.com/zHMUdRUKGy
ईरान ने दावा किया है कि मिसाइल इजराइली रक्षा मंत्रालय पर भी गिरी। हालांकि अभी तक इजराइल ने इसकी पुष्टि नहीं की है। इजराइली पीएम को सुरक्षित ठिकाने पर शिफ्ट कर दिया गया है।
ईरान द्वारा इजराइल पर किये गए हमले के बाद मध्य पूर्व में तनाव का माहौल है। यमन और लेबनान में इस हमले का जश्न मनाया गया। लोगों ने इस हमले को वर्ल्ड कप के फाइनल की तरह मनाया। इस मसले पर वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने लिखा, ईरान का इजराइल पर हमला और गाजा में मनाया गया जश्न, यह बताता है कि कुछ लोग बर्बादी का जश्न मना रहे हैं। जब इजरायल फिर से जवाबी कार्रवाई करेगा, तब वही लोग 'मासूमों पर हमला' की रट लगाएंगे। भारत में भी कुछ ने 'अल्लाहु अकबर' के नारे लगाते हुए अपने दर्द का दिखावा किया। पर क्या ये लोग सोचते हैं कि यह जश्न उनका भविष्य बचा पाएगा?
कल जो जिहादी हंस रहे थे, आज उनके लिए रोने का दिन है। सच यह है कि बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी? आगे क्या होगा, इसका वक्त बताएगा। आपको बता दें, ईरान ने दावा किया है कि मिसाइल इजराइली रक्षा मंत्रालय पर भी गिरी। हालांकि अभी तक इजराइल ने इसकी पुष्टि नहीं की है। इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को सुरक्षित ठिकाने पर शिफ्ट कर दिया गया है।
ईरान का इजराइल पर हमला और गाजा में मनाया गया जश्न, यह बताता है कि कुछ लोग बर्बादी का जश्न मना रहे हैं। जब इजरायल फिर से जवाबी कार्रवाई करेगा, तब वही लोग "मासूमों पर हमला" की रट लगाएंगे। भारत में भी कुछ ने "अल्लाहु अकबर" के नारे लगाते हुए अपने दर्द का दिखावा किया। पर क्या ये लोग…
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) June 14, 2025
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इजराइली सेना ने तेहरान के आसपास कम से कम 6 सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। इन 6 में से 4 जगहों पर परमाणु ठिकाने भी मौजूद हैं।
इजराइल ने ईरान पर हमला कर दिया है। इजराइली रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि उनके फाइटर जेट्स ने दुश्मन देश पर शुक्रवार सुबह हमला किया है। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि आखिर डोनाल्ड ट्रम्प के खोखले दावों से हमें क्या मिला?
उन्होंने लिखा, डोनाल्ड ट्रम्प यह दावा करके सत्ता में आए थे कि वह पहले दिन से दुनिया को और अधिक 'शांतिपूर्ण' स्थान बनाएंगे। हमें क्या मिला है? रूसी और यूक्रेनियन एक दूसरे पर और भी अधिक क्रूरता से बमबारी कर रहे हैं। इज़राइल गाजा पर बमबारी कर रहा है और अब ईरान, भारत और पाकिस्तान युद्ध में हैं। चीन अभी भी ताइवान पर नजर रख रहा है।
कहानी का सार यह है कि उन राजनीतिक ताकतवरों से सावधान रहें जिनके लिए ऊंची आवाज में बयानबाजी करना आसान है लेकिन जिनसे वास्तव में कोई नहीं डरता। सच्ची ताकत अक्सर शांत आंतरिक साहस में निहित होती है, खोखले दिखावे में नहीं। आपको बता दें, न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, इजराइली सेना ने तेहरान के आसपास कम से कम 6 सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। इन 6 में से 4 जगहों पर परमाणु ठिकाने भी मौजूद हैं।
Morning musing: Donald Trump came to power claiming that he would make the world a more ‘peaceful’ place from day 1. What have we got? Russians and Ukrainians bombing each other even more ferociously , Israel bombing Gaza and now Iran, India and Pakistan at war, China still…
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) June 13, 2025
अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, खान को पिछले साल अमेरिका-कनाडा बॉर्डर के पास से गिरफ्तार किया गया था और उसे इस हफ्ते न्यूयॉर्क लाया गया।
पाकिस्तान के एक नागरिक को ब्रुकलिन के यहूदी सेंटर पर गोलाबारी की साजिश रचने के आरोप में कनाडा से अमेरिका डिपोर्ट किया गया है। मोहम्मद शाहजेब खान नाम के इस पाकिस्तानी की प्लानिंग 7 और 11 अक्टूबर को हमास स्टाइल में हमला करने की थी। इसके साथ ही वह कनाडा में शरणार्थी का दर्जा भी चाहता था।
इस मामले पर वरिष्ठ रक्षा पत्रकार गौरव सावंत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा, वर्तमान में पाकिस्तान राज्य प्रायोजित कट्टरपंथी इस्लामी आतंक एक वैश्विक चुनौती है। पाकिस्तान के शाहजेब खान को हाल ही में एफबीआई को सौंप दिया गया है। न्यूयॉर्क में यहूदियों को मारने की साजिश रचने के आरोप में कनाडा से प्रत्यर्पित किया गया। ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के एबटाबाद में पाक मिलिट्री अकादमी के पास रह रहा था। यह एक लंबी सूची है।
आपको बता दें,अमेरिका के जस्टिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, खान को पिछले साल अमेरिका-कनाडा बॉर्डर के पास से गिरफ्तार किया गया था और उसे इस हफ्ते न्यूयॉर्क लाया गया। खान ने यहूदी सेंटर पर AR-स्टाइल राइफल और चाकुओं से हमला करने की प्लानिंग की थी।
Pakistan State Sponsored Radical Islamist Terror is a Global Challenge.
— GAURAV C SAWANT (@gauravcsawant) June 12, 2025
SHAHZEB KHAN of PAKISTAN has just been handed over to @FBI extradited from Canada for plotting to kill Jews in New York.
* Osama Bin Laden was living in Abbotabad, Pakistan near Pak Military Academy
Long list https://t.co/va4fiRpHR0 pic.twitter.com/Mfhu1I03v2
11 साल बाद भी ब्रांड मोदी उस तरह वोटरों की थकान या ऊब का शिकार नहीं हो सका, जैसे सियासी शख्सियते अक्सर हो जाती है। विपक्ष के लिए पीएम मोदी को समझना नामुमकिन हैं।
देश के प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को 11 साल पूरे हो गए हैं। बीजेपी के लिए ये एक बड़ी उपलब्धि है। वरिष्ठ पत्रकार समीर चौगांवकर ने भी अपने विचार एक्स पर साझा किये। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा, पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में 11 साल पूरे कर लिए है। मोदी ने अपने पहले कार्यकाल (2014-2019) में पूर्व सरकार के खोदे गए गड्डों को भरा।
दूसरे कार्यकाल (2019-2024) में नए भारत की नींव रखी और अब तीसरे कार्यकाल (2024-2029) में विकसित भारत और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। 11 साल में मोदी सरकार 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाल चुकी है। मोदी ने कहा था, गरीबों का कल्याण, राष्ट्र का कल्याण है।
गरीबों को सरकार ने साधन, संसाधन और सम्मान दिया है। गरीब लोगों को गरीबी से मुक्ति दिलाना मोदी सरकार के लक्ष्यों में से एक प्रमुख लक्ष्य है। 11 साल बाद भी ब्रांड मोदी उस तरह वोटरों की थकान या ऊब का शिकार नहीं हो सका, जैसे सियासी शख्सियते अक्सर हो जाती है।
मोदी उस दुनिया से बिल्कुल नहीं आते है, जहां राजनैतिक ब्रांड नाशवान होते हैं और नई पीढियों तथा नए विचारों के आगे ढह जाते है। मोदी की देश के मतदाताओं पर मनोवैज्ञानिक पकड़ लाजवाब है। राष्ट्रीय मंच पर दशक भर से ज़्यादा लंबा डग भरने के बाद भी वे विराट व्यक्तित्व की तरह कदम बढ़ा रहे है।
बतौर प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी किसी एक खांचे में फिट नहीं हो पाते हैं और लगातार 11 वे साल पद पर होने के बावजूद वे विपक्ष के लिए एक किस्म की पहेली बने हुए हैं। विपक्ष के लिए मोदी को समझना 'मुमकिन ही नहीं,नामुमकिन है' इसलिए लोग कहते है 'मोदी है तो मुमकिन है।'
मोदी ने प्रधानमंत्री के रूप में 11 साल पूरे कर लिए है। मोदी ने अपने पहले कार्यकाल (2014-2019) में पूर्व सरकार के खोदे गए गड्डों को भरा।दूसरे कार्यकाल (2019-2024)में नए भारत की नींव रखी और अब तीसरे कार्यकाल (2024-2029) में विकसित भारत और दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था…
— sameer chougaonkar (@semeerc) June 12, 2025
झारखंड, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के 7 जिलों से होकर गुजरने वाली इस परियोजना से भारतीय रेलवे के नेटवर्क में 318 किलोमीटर और जुड़ जाएंगे। CO2 उत्सर्जन कम होगा।
केंद्र सरकार ने झारखंड, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के करीब 1408 गांवों को बेहतर कनेक्टिविटी से जोड़ने के लिए दो रेल लाइनों के दोहरीकरण को मंजूरी दी है। इनमें पहली रेललाइन करीब 133 किमी लंबी है जबकि दूसरी करीब 185 किमी लंबी होगी। इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने सरकार के इस कदम की सराहना की है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट कर लिखा, भारत का बुनियादी ढांचा विश्व के किसी देश के मुकाबले खड़ा हो रहा है। इसी कड़ी में कैबिनेट ने दो मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं को स्वीकृति दी है। सही मायने में विकसित भारत के लिए मजबूती से आगे बढ़ने के लिए यह निर्णय लिए जा रहे हैं।
झारखंड, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के 7 जिलों से होकर गुजरने वाली इस परियोजना से भारतीय रेलवे के नेटवर्क में 318 किलोमीटर और जुड़ जाएंगे। CO2 उत्सर्जन कम होगा। कुछ 6,405 करोड़ रुपये इस पर खर्च होंगे। यह खर्च सही मायने में बढ़िया निवेश है।
आपको बता दें, सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि इन दोनों प्रोजेक्टों में झारंखड, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के सात जिले शामिल होंगे। साथ ही इसका लाभ इन सातों जिलों के 1408 गांवों की 28.19 लाख आबादी को मिलेगा।
भारत का बुनियादी ढांचा विश्व के किसी देश के मुकाबले खड़ा हो रहा है। इसी कड़ी में कैबिनेट ने दो मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं को स्वीकृति दी है। सही मायने में विकसित भारत के लिए मजबूती से आगे बढ़ने के लिए यह निर्णय लिए जा रहे हैं। झारखंड, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के 7 जिलों से होकर…
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी ??Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) June 11, 2025
भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कदम उठाते हुए 7 मई को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए थे।
अमेरिकी सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) के कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला ने पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ शानदार साझेदार बताया है। जनरल कुरिल्ला ने अमेरिका से भारत और पाकिस्तान, दोनों के साथ रणनीतिक संबंध बनाए रखने की वकालत की।
इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार राहुल शिवशंकर का कहना है कि भारत को अब अमेरिकी समर्थन के लिए लालायित नहीं होना चाहिए। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट कर लिखा, केवल कायर सेना ही अपनी लड़ाई को आउटसोर्स करती है। अमेरिका को पाक की आवश्यकता क्यों है, इस अमेरिकी शीर्ष जनरल की यह स्वीकारोक्ति कितनी शर्मनाक है।
पूरी ईमानदारी से कहें तो शीर्ष अमेरिकी जनरल की इस टिप्पणी के बाद भारत को अमेरिकी समर्थन के लिए लालायित नहीं होना चाहिए। आपको बता दें, भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कदम उठाते हुए 7 मई को पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों के ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए थे।
ये सैन्य कार्रवाई 10 मई को उस वक्त रुकी जब पाकिस्तान की अपील पर दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच समझौता हुआ।
Only a coward army outsources its battles.
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) June 11, 2025
WHAT A SHAMEFUL ADMISSION BY THIS U.S TOP GENERAL ON WHY U.S NEEDS PAK.
IN ALL HONESTY AFTER THIS REMARK BY TOP U.S GENERAL INDIA SHOULDN'T HANKER FOR U.S SUPPORT. pic.twitter.com/AeEVF1fygE
अगर सरकार इस प्रस्ताव को लागू कर देती है तो एसी निर्माता कंपनियों को ही अपने उत्पादों में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर बदलाव के जरिए इस रेंज तक सीमित रखने के लिए कहा जा सकता है।
बिजली बचत के लिए देश में अब आगे बिकने वाले एयर कंडीशनर (एसी) में तापमान की सीमाएं तय की जा सकती हैं। ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि भारत में सभी तरह के एसी में न्यूनतम तापमान को 20 डिग्री सेल्सियस तक सीमित किया जा सकता है। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट अपनी राय दी।
उन्होंने एक्स पर लिखा, आप यह जान कर हैरान होंगे कि भारत में अब एसी की सबसे अधिक मांग कहां है? महानगरों और बड़े शहरों के बजाए अब छोटे शहरों, क़स्बों और यहाँ तक कि गाँवों में भी एसी की मांग बढ़ रही है। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती का लक्षण तो है लेकिन बदलते मौसम, बढ़ते तापमान, बदलती आदतें और बिजली आपूर्ति में सुधार को भी बताता है।
ऐसे में एसी का न्यूनतम तापमान 20 डिग्री करना बिजली की बचत बढ़ाएगा। आपको बता दें, अगर सरकार इस प्रस्ताव को लागू कर देती है तो एसी निर्माता कंपनियों को ही अपने उत्पादों में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर बदलाव के जरिए इस रेंज तक सीमित रखने के लिए कहा जा सकता है।
आप यह जान कर हैरान होंगे कि भारत में अब एसी की सबसे अधिक मांग कहां है? महानगरों और बड़े शहरों के बजाए अब छोटे शहरों, क़स्बों और यहाँ तक कि गाँवों में भी एसी की मांग बढ़ रही है। यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती का लक्षण तो है लेकिन बदलते मौसम, बढ़ते तापमान, बदलती आदतें और बिजली…
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) June 12, 2025