दिल्ली में फरवरी 2020 में हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। इसी की जांच कर रही दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने फेसबुक इंडिया को समन जारी किया है
दिल्ली में फरवरी 2020 में हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। इसी की जांच कर रही दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने फेसबुक इंडिया को समन जारी किया है और दो नवंबर को अपने एक वरिष्ठ प्रतिनिधि को उसके समक्ष पेश होने को कहा है। शांति एवं सदभाव समिति के अध्यक्ष राघव चड्ढा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
बयान में कहा गया है कि चूंकि फेसबुक के दिल्ली में लाखों यूजर्स हैं, इसलिए उसे उच्चतम न्यायालय के आठ जुलाई 2021 के अनुसार समन जारी किया गया है। न्यायालय ने कहा था कि समिति के पास सदस्यों और गैर-सदस्यों को अपने सामने पेश होने का निर्देश देने की शक्ति है।
बयान में कहा गया है कि समिति असामंजस्य पैदा करने और शांति को प्रभावित कर सकने वाले ‘झूठे तथा दुर्भावनापूर्ण संदेशों के प्रसार को रोकने में सोशल मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका’ पर चर्चा करना चाहती है।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 23 से 26 फरवरी 2020 के बीच नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई झड़पों में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे।
समिति, इस हिंसा की जांच कर रही है, ताकि हालात को शांत करने और धार्मिक समुदायों, भाषाई समुदायों या सामाजिक समूहों के बीच सद्भाव बहाल करने के लिए उपयुक्त उपायों की सिफारिश की जा सके।
इस मामले में समिति ने अध्यक्ष राघव चड्ढा के माध्यम से पहले सात अत्यंत महत्वपूर्ण गवाहों से पूछताछ की है, जिनमें पत्रकारों, पूर्व नौकरशाहों और सहित कई व्यक्तियों को सुना गया है। इनमें प्रख्यात पत्रकार और लेखक परंजॉय गुहा ठाकुरता, डिजिटल अधिकार कार्यकर्ता निखिल पाहवा, वरिष्ठ पत्रकार अवेश तिवारी, प्रख्यात स्वतंत्र और खोजी पत्रकार कुणाल पुरोहित, न्यूजक्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ, ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक प्रतीक सिन्हा और फेसबुक इंक के पूर्व कर्मचारी मार्क एस लक्की शामिल हैं। यह लोग समिति के समक्ष उपस्थित हुए और बहुमूल्य साक्ष्य एवं सुझाव प्रस्तुत किये।
समिति ने मीडिया को कार्यवाही में भाग लेने के लिए आमंत्रित करने और कार्यवाही का सीधा प्रसारण करने का निर्णय लिया है। पूरी कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।दरअसल, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे कुछ राज्यों ने पुरानी पेंशन योजना को लागू कर दिया है और बाकी राज्य इसके लिए योजना बना रहे हैं।
पुरानी पेंशन योजना को लेकर देश में एक बार नई बहस छिड़ गई है। दरअसल, हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने भी कुछ कांग्रेस शासित राज्यों द्वारा पुरानी पेंशन योजना को लागू करने पर चेतावनी दी थी। अपनी ताजा रिपोर्ट में भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि वर्तमान के खर्चों को भविष्य के लिए स्थगित करके राज्य आने वाले वर्षों में अनफंडेड पेंशन देनदारियों का जोखिम उठा रहे हैं।
दरअसल, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड जैसे कुछ राज्यों ने पुरानी पेंशन योजना को लागू कर दिया है और बाकी राज्य इसके लिए योजना बना रहे हैं। इसी मुद्दे पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि मनमोहन सिंह एक महान अर्थशास्त्री हैं और उन्होंने 2006 में कहा था कि पुरानी पेंशन योजना भारत को पिछड़ा बना देगी, क्योंकि इस योजना का दृष्टिकोण अदूरदर्शी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे WhatsApp पर एक मैसेज मिला, जिसमें केंद्र सरकार के एक अधिकारी ने कहा कि अगर पुरानी पेंशन योजना (OPS) लागू होती है तो देश 2030 तक दिवालिया हो जाएगा। उनके इस बयान पर वरिष्ठ पत्रकार और टीवी 9 उत्तरप्रदेश/ उत्तराखंड के सलाहकार संपादक अमिताभ अग्निहोत्री ने ट्वीट कर चुटकी ली है।
उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा, ' हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कल कहा कि WhatsApp पर एक अधिकारी का मैसेज आया जिसमें बताया गया कि अगर पुरानी पेंशन योजना को लागू किया तो 2030 तक देश दिवालिया हो जाएगा ! क्या सच में हमारा देश इतना कमजोर है?
वरिष्ठ पत्रकार अमिताभ अग्निहोत्री के द्वारा किए गए ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कल कहा कि Whatsapp पर एक अधिकारी का मैसेज आया जिसमें बताया गया कि अगर #OPS लागू किया तो 2030 तक देश दिवालिया हो जाएगा---- क्या सच में हमारा देश इतना कमजोर है ???
— Amitabh Agnihotri (@Aamitabh2) February 3, 2023
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यह फिल्म सोशल-कॉमेडी है। इस फिल्म में अभिषेक बच्चन, निम्रत कौर और यामी गौतम जैसे बाॅलीवुड सितारे प्रमुख भूमिका में हैं।
हिंदी सिनेमा के नामी कलाकार अभिषेक बच्चन की ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई फिल्म 'दसवीं' को दर्शकों ने काफी पसंद किया है।
इस फिल्म ने फिल्मफेयर ओटीटी अवॉर्ड्स में भी अपनी धूम मचाई है। आपको बता दें कि, दसवीं को बेस्ट फिल्म अवॉर्ड से नवाजा गया है जबकि इस फिल्म के लिए अभिषेक बच्चन को बेस्ट एक्टर चुना गया है।
यह फिल्म सोशल-कॉमेडी है। इस फिल्म में अभिषेक बच्चन, निम्रत कौर और यामी गौतम जैसे बाॅलीवुड सितारे प्रमुख भूमिका में हैं। यह फिल्म तुषार जलोटा द्वारा निर्देशित की गयी है।
कवि और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास ने स्क्रिप्ट और डाॅयलाग लिखे, वहीं फिल्म का निर्माण मैडॉक फिल्म्स के दिनेश विजान के लेजेल और शोभना यादव की बेक माई केक फिल्म्स के सहयोग से हुआ है।
इस फिल्म को मिली इस कामयाबी पर अब वरिष्ठ पत्रकार 'शोभना यादव' ने ट्वीट कर अपनी भावनाओं को व्यक्त किया है।
उन्होंने लिखा, 'मेरी फ़िल्म को आप सभी का बहुत प्यार मिला और इस सफ़र को पहचान फ़िल्मफ़ेयर के इस अवार्ड ने दी। बहुत बहुत शुक्रिया। शोभना यादव के इस ट्वीट पर मीडिया जगत के कई बड़े पत्रकारों ने भी उन्हें बधाई दी है।
शोभना यादव के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
मेरी फ़िल्म #Dasvi को आप सभी का बहुत प्यार मिला और इस सफ़र को पहचान फ़िल्मफ़ेयर के इस अवार्ड ने दी .. बहुत बहुत शुक्रिया @filmfare pic.twitter.com/ReU1zsfL5F
— Shobhna Yadav (@ShobhnaYadava) February 2, 2023
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 2 लाख करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज आम बजट पेश कर दिया है। सरकार ने नई कर व्यवस्था में छूट का दायरा बढ़ा दिया है और अब ₹7 लाख तक की सालाना कमाई पर कोई टैक्स नहीं देना होगा। इसके अलावा उन्होंने अपने भाषण में बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में 10वें स्थान से पांचवें स्थान पर पहुंची है और अंत्योदय योजना के तहत गरीबों के लिए मुफ्त खाद्यान्न की आपूर्ति को एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 2 लाख करोड़ रुपये केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन पर ध्यान देते हुए कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये किया जाएगा।
निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि 2014 से बने मौजूदा 157 मेडिकल कॉलेजों के साथ कोलोकेशन में 157 नए नर्सिंग कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। निर्मला सीतारमण ने कहा कि पूंजी निवेश परिव्यय 33% बढ़ाकर 10 लाख करोड़ रुपये किया जा रहा है, जो कि सकल घरेलू उत्पाद का 3.3% होगा। सरकार के इस बजट पर डिजिटल न्यूज़ पोर्टल 'न्यूज़ नशा' की फाउंडर और वरिष्ठ पत्रकार 'विनीता यादव' की भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
उन्होंने ट्विटर पर ट्वीट कर अपनी राय दी है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, आज का बजट सबसे मुश्किल राह है क्योंकि ख़राब रास्ते पर गाड़ी चलती नहीं है। कभी टायर फटता है तो कभी इंजन बिगाड़ता है। निर्मला जी की गाड़ी शुरू से ऐसी सड़क पर चल रही है! काश वो पहले सड़क ठीक करतीं तो गाड़ी भी चल जाती।
वरिष्ठ पत्रकार 'विनीता यादव' के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
आज का बजट सबसे मुश्किल राह है क्योंकि ख़राब रास्ते पर गाड़ी चलती नहीं है कभी टायर फटता है तो कभी इंजन बिगाड़ता है । निर्मला जी की गाड़ी शुरू से ऐसी सड़क पर चल रही है काश वो पहले सड़क ठीक करती तो गाड़ी भी चल जाती #Budget2023
— Vineeta yadav (@vineetanews) February 1, 2023
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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 1 फरवरी 2023 को संसद में 2023-24 का बजट पेश किया।
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज 1 फरवरी 2023 को संसद में 2023-24 का बजट पेश किया। अपने इस बजट में रेलवे से लेकर किसान क्रेडिट कार्ड और अंत्योदय योजना को लेकर मोदी सरकार ने कई बड़े ऐलान किए। निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोरोना के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था सही दिशा में है।
उन्होंने आगे कहा कि अमृत काल का पहला बजट है और वर्तमान वर्ष के लिए हमारी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7% रहने का अनुमान है, यह विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है। उन्होंने बताया कि भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया में 10वें स्थान से पांचवें स्थान पर पहुंची है और अंत्योदय योजना के तहत गरीबों के लिए मुफ्त खाद्यान्न की आपूर्ति को एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है।
अपने इस बजट में सरकार ने कई योजनाओं का भी ऐलान किया है जिससे देश के गरीबों को काफी मदद मिलेगी। वित्त मंत्री के बजट आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार 'राजदीप सरदेसाई' ने ट्वीट कर उनसे एक बड़ा सवाल किया है।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि केंद्र सरकार के तहत पहले से ही 800 से अधिक योजनाएं हैं ,अब और योजनाएं जोड़ी जा रही हैं। कृपया अगली बार नई योजनाओं की घोषणा करने से पहले क्या हम मौजूदा योजनाओं का ऑडिट करवा सकते हैं? यह करदाताओं का जनता का पैसा है, मेरा पैसा!
वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
There are already more than 800 schemes under central govt.. now more schemes being added. Could we please have an audit of existing schemes before announcing new ones next time please? It’s tax payers public money, my money! @nsitharaman #Modinomics23
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) February 1, 2023
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आसाराम पर सूरत के रहने वाली एक शिष्या ने दुष्कर्म और अप्राकृतिक कृत्य करने का आरोप लगाया था। आरोप है कि यह घटना आसाराम के अहमदाबाद स्थित आश्रम में हुई थी।
एक समय पैसे और प्रसिद्धि के शिखर पर विराजमान रहे आसाराम के सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। आसाराम को अहमदाबाद की अदालत ने सगी बहनों से रेप के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
शिष्या से दुष्कर्म के मामले में आसाराम पर चल रहा ये मामला 22 साल पुराना था। आसाराम पर सूरत के रहने वाली एक शिष्या ने दुष्कर्म और अप्राकृतिक कृत्य करने का आरोप लगाया था। आरोप है कि यह घटना आसाराम के अहमदाबाद स्थित आश्रम में हुई थी।
आसाराम वर्ष 2013 से जेल में बंद है। हालांकि, आज भी उसके कई आश्रम चल रहे हैं। आसाराम की प्रवक्ता ने हाल ही में बताया था कि पहले की तरह आसाराम के आश्रमों का संचालन हो रहा है और बड़ी संख्या में लोग पूजन के लिए पहुंचते हैं। इस पूरे मामले पर 'इंडिया न्यूज़' के मैनेजिंग एडिटर और वरिष्ठ पत्रकार 'राणा यशवंत' ने भी ट्वीट कर अपनी राय व्यक्त की है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि आसाराम के देश में ४ करोड़ भक्त, ४०० से अधिक आश्रम और आज वे आख़िरी साँस तक जेल में है। कारण संत के भेस में असंत आसाराम। नेताओं की पाँत नहीं टूटती थी कभी, आज काल कोठरी में निपट अकेल। यह सबक़ है कई और कथित संतों के लिए। जाहिर सी बात है उनका इशारा हर उस व्यक्ति के लिए है जो धर्म की आड़ लेकर लोगों को गुमराह करते है।
'इंडिया न्यूज़' के मैनेजिंग एडिटर और वरिष्ठ पत्रकार 'राणा यशवंत' के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
आसाराम के देश में ४ करोड़ भक्त, ४०० से अधिक आश्रम और आज वे आख़िरी साँस तक जेल में. कारण संत के भेस में असंत आसाराम. नेताओं की पाँत नहीं टूटती थी कभी, आज काल कोठरी में निपट अकेले. यह सबक़ है कई और कथित संतों के लिए. #Asaram #RapeConvicted
— Rana Yashwant (@RanaYashwant1) January 31, 2023
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चित्रा त्रिपाठी 'भारत जोड़ो यात्रा' के अंतिम चरण को कवर करने श्रीनगर पहुंची थीं, जहां से दिल्ली आते हुए उन्होंने एक ऐसा ट्वीट किया, जो चर्चा का विषय बना है
कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' का समापन हो चुका है। वायनाड सांसद राहुल गांधी की अगुवाई में जारी भारत जोड़ो यात्रा कल 30 जनवरी को श्रीनगर में खत्म हुई और इस पूरी यात्रा के दौरान राहुल गांधी के प्रति कांग्रेस के नेताओं का विश्वास और अधिक बढ़ता हुआ दिखाई दिया। वरिष्ठ कांग्रेस नेता वेणुगोपाल इस यात्रा से इतने उत्साहित हैं कि उन्होंने आने वाले समय में ऐसी ही एक और यात्रा के संकेत अभी से दे दिए हैं।
आपको बता दे कि श्रीनगर में राहुल गांधी की यात्रा को लेकर थोड़ी राजनीति भी हुई। उन्होंने लाल चौक पर तिरंगा फहराया और बीजेपी की आलोचना की। वहीं बीजेपी ने कहा कि पीएम मोदी के धारा 370 हटाने के बाद ही वो वहां सुरक्षित पहुंच पाए हैं और तिरंगा लहरा पाए हैं, ऐसे में कम से कम उन्हें पीएम मोदी का 'शुक्रिया' कहना चाहिए था।
वहीं हिंदी न्यूज चैनल 'आजतक' की सीनियर एंकर चित्रा त्रिपाठी भी इस यात्रा के अंतिम चरण को कवर करने श्रीनगर पहुंची थीं। वहां से दिल्ली आते हुए उन्होंने एक ऐसा ट्वीट किया, जो चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल इस ट्वीट में बदलाव की बात की गई है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि श्रीनगर से वापस दिल्ली लौट रही हूं। पहले में और आज में जमीन-आसमान का फर्क है। पहले से ज्यादा सुरक्षित और ज्यादा अपनापन। पत्थरबाजी जिस हिस्से का नासूर था,वहां आज हिंदुस्तान का हमारा तिरंगा शान से लहरा रहा है। शांति है,अमन है। चित्रा त्रिपाठी के इस ट्वीट पर लोग जमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है और यह ट्वीट वायरल हो गया है।
श्रीनगर से वापस दिल्ली लौट रही हूँ. पहले में और आज में ज़मीन-आसमान का फ़र्क़ है.
— Chitra Tripathi (@chitraaum) January 31, 2023
पहले से ज़्यादा सुरक्षित., ज़्यादा अपनापन.
पत्थरबाज़ी जिस हिस्से का नासूर था.
वहाँ आज हिंदुस्तान का हमारा तिरंगा शान से लहरा रहा है. शांति है. अमन है. #कश्मीर pic.twitter.com/PfkbPdjuni
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लखनऊ से कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें कुछ लोग रामचरितमानस की प्रतियों को जलाते हुए दिखाई दे रहे है। उन्होंने रोड़ पर ही रामचरितमानस की प्रतियां भी जलाई हैं।
इन दिनों रामचरितमानस पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। पहले बिहार के शिक्षा मंत्री ने मानस को लेकर विवादित बयान दिया और उसके बाद समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी मानस को लेकर गलत बयानबाजी की और कहा कि सरकार को इसे बैन कर देना चाहिए।
इस बीच लखनऊ से कुछ तस्वीरें सामने आईं, जिसमें कुछ लोग सड़क पर रामचरितमानस की प्रतियों को जलाते हुए दिखाई दिए। वहीं, लखनऊ में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा अब सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में उतर आया और महासभा के लोगों ने लखनऊ स्थित वृंदावन योजना में ग्रंथ की प्रतियां जलाईं।
इस वीडियो के सामने आने के बाद 'एबीपी न्यूज' की वरिष्ठ पत्रकार और एंकर 'रुबिका लियाकत' का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने ट्विटर पर एक ट्वीट कर अपनी संवेदना को प्रकट किया।
उन्होंने लिखा, ' बहुत से जाहिल सनातन की सहिष्णुता और देश के लोकतंत्र का नाजायज़ फ़ायदा उठाते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य के इन चमचों से कोई पूछे,ऐसा किसी और धार्मिक ग्रंथ के साथ करने की सोच भी सकेंगे। भारत की सहिष्णुता देखो लकडथक्कों! 80% हिंदुओं वाले देश में ये मुस्कुराकर उनकी आस्था को जला रहे हैं'।
'एबीपी न्यूज' की वरिष्ठ पत्रकार और एंकर 'रुबिका लियाकत' के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
बहुत से जाहिल सनातन की सहिष्णुता और देश के लोकतंत्र का नाजायज़ फ़ायदा उठाते हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य के इन चमचों से कोई पूछे,ऐसा किसी और धार्मिक ग्रंथ के साथ करने की सोच भी सकेंगे।भारत की सहिष्णुता देखो लकडथक्कों! 80% हिंदुओं वाले देश में ये मुस्कुरा कर उनकी आस्था को जला रहे हैं। pic.twitter.com/PVkLtIpLU4
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) January 30, 2023
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दरअसल, बागेश्वर धाम में 121 गरीब कन्याओं का सामूहिक विवाह कराया जा रहा है। सामूहिक विवाह का यह चौथा साल है।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पिछले कई दिनों से चर्चाओं में बने हुए हैं। मात्र 26 वर्ष की आयु में लोगों के मन की बात पढ़कर उनका समाधान बता देना चर्चा का विषय बना हुआ है। वैसे बता दें कि बागेश्वर धाम में 121 गरीब कन्याओं का सामूहिक विवाह कराया जा रहा है। सामूहिक विवाह का यह चौथा साल है।इसी बीच उन्होंने खुद को लेकर भी एक नया ऐलान किया है। 26 साल के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, वह जल्द ही गृहस्थ जीवन में बंधने वाले हैं।
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने कहा कि वह भी अब जल्द शादी करने वाले हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ट्रेंड कर रहे हैं और लोग उनसे जुड़ी खबरों के लिए उन्हें सर्च कर रहे हैं। उनकी लोकप्रियता को लेकर 'एबीपी न्यूज' के वरिष्ठ पत्रकार 'अभिषेक उपाध्याय' ने एक ट्वीट किया है-
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि क्या आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता से आधुनिक शंकराचार्यों और अखाड़ों के महामंडलेश्वरो की लोकप्रियता को भी खतरा हो गया है? क्या इतनी जल्दी इतना लोकप्रियता हासिल करने वाले वे पहले संत हैं? उनके इस ट्वीट पर लोग जमकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे और यह ट्वीट चर्चा का विषय बना हुआ है।
'एबीपी न्यूज' के वरिष्ठ पत्रकार 'अभिषेक उपाध्याय के इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
क्या आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की लोकप्रियता से आधुनिक शंकराचार्यों और अखाड़ों के महामंडलेश्वरो की लोकप्रियता को भी खतरा हो गया है? क्या इतनी जल्दी इतना लोकप्रियता हासिल करने वाले वे पहले संत हैं?
— abhishek upadhyay (@upadhyayabhii) January 30, 2023
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लखनऊ से कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें कुछ लोग रामचरितमानस की प्रतियों को जलाते हुए दिखाई दे रहे है।
इन दिनों रामचरितमानस पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। पहले बिहार के शिक्षा मंत्री ने मानस को लेकर विवादित बयान दिया और उसके बाद समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी मानस को लेकर गलत बयानबाजी की और कहा कि सरकार को इसे बैन कर देना चाहिए।
इस बीच लखनऊ से कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें कुछ लोग रामचरितमानस की प्रतियों को जलाते हुए दिखाई दे रहे है। उन्होंने रोड़ पर ही रामचरितमानस की प्रतियां भी जलाई हैं. इसका एक वीडियो सामने आया है. लखनऊ में अखिल भारतीय ओबीसी महासभा सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में उतर आया. महासभा के लोगों ने लखनऊ स्थित वृंदावन योजना में ग्रंथ की प्रतियां जलाई हैं.
इस पूरे मामले पर वरिष्ठ पत्रकार और ‘अमर उजाला’ ग्रुप के सलाहकार संपादक विनोद अग्निहोत्री ने भी ट्वीट कर अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि विडंबना है कि जिस मुग़ल राज को पानी पी पी कर कोसा जाता है उस काल में रामचरितमानस की रचना हुई। हिंदी काव्य का भक्ति काल फला फूला। आज जब देश प्रदेश में हिंदुत्ववादी शासन है तब मानस के पन्ने फाड़े जा रहे हैं प्रतियाँ जलाई जा रही हैं। जातीय और धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति हो रही है ।
वरिष्ठ पत्रकार विनोद अग्निहोत्री के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं।
विडंबना है कि जिस मुग़ल राज को पानी पी पी कर कोसा जाता है उस काल में रामचरितमानस की रचना हुई।हिंदी काव्य का भक्ति काल फला फूला ।आज जब देश प्रदेश में हिंदुत्ववादी शासन है तब मानस के पन्ने फाड़े जा रहे हैं प्रतियाँ जलाई जा रही हैं।जातीय और धार्मिक ध्रुवीकरण की राजनीति हो रही है ।
— विनोद अग्निहोत्री Vinod Agnihotri (@VinodAgnihotri7) January 30, 2023
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केंद्र सरकार ने फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया कंपनियों की मनमानी पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है।
केंद्र सरकार ने फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसी सोशल मीडिया कंपनियों की मनमानी पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए सरकार ने तीन शिकायत अपीलीय समितियां (GAC) गठित कर दी हैं, जो कि 1 मार्च 2023 से काम करना शुरू कर देंगी। इन समितियों पर जिम्मेदारी होगी कि वे यूजर्स की शिकायतों को 30 दिनों में निपटान करें। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी।
बता दें कि सरकार द्वारा इस तरह के GACs की स्थापना के लिए आईटी नियमों में बदलाव किए जाने के तीन महीने बाद यह अधिसूचना आई है। सरकार ने अक्टूबर में किए गए सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नियम 2021 में संशोधन किया था, जिसके तहत शुक्रवार को तीन शिकायत अपीलीय समितियों को अधिसूचित किया है।
सोशल मीडिया शिकायत के निपटारे के लिए बनायी जाने वाली तीन समितियों में एक फुल टाइम चेयरपर्सन, दो फुल टाइम मेंबर्स होंगे। वही दूसरी समिति को जॉइंट सेक्रेटी लेवल इन्फॉर्मेशन एंड ब्रॉडकॉस्टिंग मिनिस्ट्री ऑफिसर शामिल होंगे। जबकि तीसरे पैनल में आईटी मिनिस्ट्री के ऑफिशियल चेयपर्सन के तौर पर शामिल होंगे।
पहली समिति-
पहली समिति की अध्यक्षता गृह मंत्रालय के तहत भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) राजेश कुमार करेंगे। सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी आशुतोष शुक्ला और पंजाब नेशनल बैंक के पूर्व मुख्य महाप्रबंधक सुनील सोनी को समिति के पूर्णकालिक सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है।
दूसरी समिति-
वहीं, दूसरी समिति की अध्यक्षता सूचना-प्रसारण मंत्रालय में नीति एवं प्रशासन प्रभाग के प्रभारी संयुक्त सचिव (जॉइंट सेक्रेट्री इंचार्ज) विक्रम सहाय करेंगे। भारतीय नौसेना के पूर्व डायरेक्टर (कार्मिक सेवाएं) कमोडोर सुनील कुमार गुप्ता (रिटायर्ड) और L&T इंफोटेक के पूर्व वाइस-प्रेजिडेंट कवींद्र शर्मा करेंगे।
तीसरी समिति-
जबकि तीसरी समिति की अध्यक्षता इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की वरिष्ठ वैज्ञानिक कविता भाटिया करेंगी। इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विस (IRTS) के रिटायर्ड ऑफिसर संजय गोयल और IDBI इंटेक के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO कृष्णागिरी रागोथमाराव मुरली मोहन करेंगे।
तीनों कमेटी के अध्यक्ष पद पर जिन अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, वे पहले से सरकारी पद पर रहते हुए काम कर रहे हैं, जिसका मतलब है कि ICCC, I&B मिनिस्ट्री और Meity में काम करने वाले अधिकारी संबंधित कमेटी को लीड करेंगे। इनके अलावा जो दूसरे सदस्य हैं उनकी नियुक्ति तीन साल की अवधि के लिए की गई है।
इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने कहा कि संक्रमण काल और बिचौलियों की अन्य तकनीकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जहां यूजर्स अपनी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं। यानी GACs एक आभासी डिजिटल मंच होगा, जो केवल ऑनलाइन और डिजिटल रूप से संचालित होगा। सरकार ने https://www.gac.gov.in पर एक पोर्टल बनाया है जहां यूजर्स अपनी अपील दायर कर सकेंगे। इसमें अपील दायर करने से लेकर निर्णय लेने तक की पूरी प्रक्रिया डिजिटल होगी। यूजर्स ऑनलाइन ट्रैक कर पाएंगे कि आखिर उनकी शिकायत पर क्या कार्रवाई हुई है।
मंत्रालय का कहना है कि यूजर्स की शिकायतों पर तत्काल प्रभाव से काम किया जाना चाहिए। ऐसे में सोशल मीडिया कंपनियां यूजर्स की शिकायतों को नजरअंदाज नहीं कर पाएंगी। यूजर्स के पास इस नए अपीलीय निकाय के सामने सोशल मीडिया मध्यस्थों और अन्य ऑनलाइन मध्यस्थों के शिकायत अधिकारी के फैसले के खिलाफ अपील करने का विकल्प होगा। समिति यूजर्स की अपील का 30 दिनों में समाधान करने का प्रयास करेगी।
इसके अलावा शिकायत के खिलाफ अपील करने का भी ऑप्शन होगा। शिकायत के बाद अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उस पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाएगी। मतलब शिकयती पोस्ट को हटाया जाएगा। या फिर उस अकाउंट पर कार्रवाई की जाएगी।
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