प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के टिकट से दो बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। वहीं इस शो में आज रात आपको जज की भूमिका में प्रोफ़ेसर केजी सुरेश दिखाई देने वाले है।
देश के सबसे चर्चित और लोकप्रिय टीवी शो 'आप की अदालत' में आज इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के मेहमान प्रमोद कृष्णम होने वाले है। प्रमोद कृष्णम कल्कि धाम के पीठाधीश्वर के रूप में जाने जाते हैं। राजनीति में भी उनका दखल रहा है। प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के टिकट से दो बार लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं।
वहीं इस शो में आज रात आपको जज की भूमिका में प्रोफ़ेसर केजी सुरेश दिखाई देने वाले है। उन्होंने अपने एक्स हैंडल से एक पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी है। प्रमोद कृष्णम ने जनता के वकील रजत शर्मा के सभी सवालों का खुलकर जवाब दिया।
Back as Judge on Aap Ki Adalat on @indiatvnews after five years. Watch the courtroom drama tomorrow 10 pm Sunday 10 am & 10 pm.
— Prof (Dr) K G Suresh (@kg_suresh) October 4, 2024
Aap ki Adalat Fans #AapKiAdalat@RajatSharmaLive #rajatsharma#IndiaTV @mcu_bhopal @IIMC_India @kumarnandaj @ashwani_mahajan @AshwiniVaishnaw pic.twitter.com/zMuglHtCaO
आप की अदालत में आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सनातन धर्म की बात की, भारत माता की जय के नारे लगाए और फिर ये भी बताया कि वो पैगंबर मोहम्मद साहब की शान में गीत क्यों गाते हैं, नबी को अपना क्यों बताते हैं। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी जवानी के दिनों के दिलचस्प किस्से भी सुनाए।
वे हीरो बनने मुंबई गए थे और फिर उन्होंने गाने लिखे। बाद में अपने आश्रम में हेमा मालिनी, रति अग्निहोत्री और पद्मिनी कोल्हापुरी जैसी अभिनेत्रियों को बुलाया। एक बड़ी कॉन्ट्रोवर्सी तब हुई जब आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मोनिका बेदी को आमंत्रित किया। आप की अदालत में उनसे इन सारी बातों पर सफाई मांगी गई। आप इस शो का प्रोमो यहां देख सकते हैं।
"मेरे लिए हेमा मालिनी हों या मोनिका बेदी..मैं इन सब में देवी के दर्शन करता हूं.."
— India TV (@indiatvnews) October 3, 2024
देखिए, आचार्य प्रमोद कृष्णम को 'आप की आदालत' में इस शनिवार रात 10 बजे सिर्फ इंडिया टीवी पर @RajatSharmaLive | #PramodKrishnamInAapKiAdalat | @AcharyaPramodk | #AapKiAdalat pic.twitter.com/e8AmusnyR4
हाल ही में यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने मीडिया से बातचीत में एक खिलौने को राफेल विमान बताकर कहा, मोदी जी फ्रांस से राफेल भी ले आए, लेकिन नींबू-मिर्च बांधकर खड़ा किए हुए हैं।
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष पर्यटकों को आतंकवादियों ने बर्बरता से मौत के घाट उतार दिया। हाल ही में यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने मीडिया से बातचीत में एक खिलौने को राफेल विमान बताकर कहा, मोदी जी फ्रांस से राफेल भी ले आए, लेकिन नींबू-मिर्च बांधकर खड़ा किए हुए हैं।
आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ कार्रवाई कब होगी? उनका यह वीडियो पाकिस्तान के मीडिया में चल गया। अब इस मसले पर वरिष्ठ पत्रकार राहुल शिवशंकर ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट कर कहा कि आपका एक एक वोट कीमती है।
उन्होंने लिखा, कल्पना करना। वाराणसी में एक साल पहले 4,60,457 लोगों ने अजय राय को वोट दिया था, जिससे लोकसभा चुनावों में पीएम मोदी की जीत का अंतर सिर्फ 1,52,513 वोट रह गया। आज, राय पाकिस्तानियों के लिए एक पोस्टर बॉय हैं जो भारतीय सेना पर हंसते हैं और उसका अपमान करते हैं। एक वोट कीमती है। बुद्धिमानी से चुनें।
आपको बता दें, अजय राय का यह वीडियो और बयान पाकिस्तानी मीडिया में खूब चल रहा है। पाकिस्तान के न्यूज चैनल ARY न्यूज एंकर दावा कर रहे हैं कि खुद भारत के नेता का ही कहना है कि उनके यहां राफेल हैंगर में नींबू मिर्च बांधकर खड़े किए गए हैं।
Imagine. In Varanasi less that a year ago 4,60,457 voted for Ajay Rai reducing PM Modi's margin of victory to just 1,52,513 votes in LS polls. Today, Rai is a poster boy for Pakistanis having a blast laughing at and insulting Indian military.
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) May 5, 2025
A vote is precious. Choose wisely. pic.twitter.com/x6ylI020f9
श्री देवेंद्र फडणवीस जी के साथ मेरा लगाव एक राजनीतिक पहलू से ज्यादा भावनात्मक रहा है। उन्होंने हमेशा एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाई है। उनसे बहुत कुछ सीखने को मिलता है।
‘भारत एक्सप्रेस’ (Bharat Express) न्यूज नेटवर्क के चेयरमैन, एमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय ने हाल ही में महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाक़ात की है। उन्होंने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट करके दी। उन्होंने इस पोस्ट में लिखा, इरादों के प्रबल महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस जी द्वारा जो कहा वो उनके दृढ़ निश्चय से संपन्न भी हुआ।
वैसे तो मुख्यमंत्री बनने के बाद उनसे मेरी कई बार मुलाकात हुई लेकिन काफी समय बाद उनका दोबारा 'वर्षा' में लौटना और आज उसी 'वर्षा' में हमारी दोबारा आत्मीय भेंट, ये मेरे लिए काफी भावनात्मक पल रहा। श्री देवेंद्र फडणवीस जी के साथ मेरा लगाव एक राजनीतिक पहलू से ज्यादा भावनात्मक रहा है।
उन्होंने हमेशा मेरे लिए एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाई है। उनसे प्रतिदिन बहुत कुछ सीखने को मिलता है, खास कर ये कि विपरीत परिस्थिति में भी संयम के साथ मंजिल की ओर अग्रसर रह कर अपने लक्ष्य को पाना। उन्हें भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएं।
"मेरा पानी उतरता देख
— Upendrra Rai (@UpendrraRai) May 3, 2025
मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना
मैं समंदर हूं
लौटकर वापस आऊंगा !"
इरादों के प्रबल महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस जी द्वारा जो कहा वो उनके दृढ़ निश्चय से संपन्न भी हुआ। वैसे तो मुख्यमंत्री बनने के बाद उनसे मेरी कई बार मुलाकात हुई लेकिन… pic.twitter.com/aDyetbrWx1
जाति जनगणना कराने का फैसला केंद्र सरकार द्वारा जल्दबाजी में लिया गया फैसला नहीं है। सूत्रों के अनुसार सरकार ये फैसला कई फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए लिया है।
केंद्र सरकार ने जाति जनगणना कराने का फैसला किया है। इससे आरक्षण के मामले में कुछ बदलाव हो सकते हैं, क्योंकि कोर्ट ने कहा है कि रिजर्वेशन को सही ठहराने के लिए सरकार को आंकड़े पेश करने होंगे। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा का मानना है कि जाति जनगणना कराने का फैसला मोदी सरकार की सोची समझी रणनीति का परिणाम है।
उन्होंने एक्स पर लिखा, जाति जनगणना कराने का फैसला केंद्र सरकार द्वारा जल्दबाजी में लिया गया फैसला नहीं बल्कि एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। सूत्रों के अनुसार सरकार ये फैसला कई फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए लिया है। आला सरकारी सूत्रों से एनडीटीवी को मिली जानकारी के अनुसार 2029 में महिला आरक्षण लागू करना, बिहार विधान सभा चुनाव में संदेश देना, मुस्लिम समुदाय में पिछड़ों की पहचान करना और विपक्ष के हाथ से मुद्दा छीनना भी सरकार का मकसद है।
बताया जा रहा है कि सरकार ने ये फैसला परिसीमन को ध्यान में रख कर भी किया है। सरकार जाति जनगणना के फैसले से पहलगाम आतंकी हमले से ध्यान हटाना कोशिश नहीं कर रही है। आपको बता दें, 1992 में इंदिरा साहनी केस में सुप्रीम कोर्ट के नौ जजों की बेंच ने अपने फैसले में कहा था कि आरक्षण 50% से ज्यादा नहीं होना चाहिए। तब से, कई राज्यों और केंद्र सरकार ने ऐसे कानून बनाए जिनमें आरक्षण 50% से ज्यादा था।
जाति जनगणना कराने का फैसला केंद्र सरकार द्वारा जल्दबाजी में लिया गया फैसला नहीं बल्कि एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है. सूत्रों को अनुसार सरकार ये फैसला कई फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए लिया है. आला सरकारी सूत्रों से एनडीटीवी को मिली जानकारी के अनुसार 2029 में महिला आरक्षण लागू…
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) May 2, 2025
जम्मू और कश्मीर के सभी स्थानीय लोगों के लिए जीवन बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है। कठिन समय में उनके बलिदान, उनके साहस और लचीलेपन को सलाम।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में रिपोर्टिंग करने गए वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई का कहना है कि जम्मू और कश्मीर के सभी स्थानीय लोगों के लिए जीवन बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है। दरअसल पहलगाम आतंकी हमले में कुछ लोकल लोगों का हाथ होने की थ्योरी सोशल मीडिया पर चल रही है।
इस बीच राजदीप से अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट कर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर लिखा, जब भी घाटी में कोई आतंकवादी हमला होता है तो कमांडो टीवी और सोशल मीडिया सेनाओं द्वारा कश्मीरियों को नियमित रूप से अपमानित किया जाता है। इस तथ्य को आसानी से नजरअंदाज कर दिया गया है कि 3 दशकों से अधिक समय से जम्मू-कश्मीर में हिंसा ने बड़ी संख्या में बहादुर जम्मू-कश्मीर पुलिसकर्मियों की जान ले ली है।
आतंकवाद से लड़ते हुए कम से कम 1600 जम्मू-कश्मीर पुलिसकर्मियों ने अपनी जान गंवाई है। जम्मू और कश्मीर के सभी स्थानीय लोगों के लिए जीवन बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है। कठिन समय में उनके बलिदान, उनके साहस और लचीलेपन को सलाम।
Kashmiris are routinely vilified by commando tv and social media armies every time there is a terror attack in the Valley. What is conveniently overlooked is the fact that violence in Jammu and Kashmir over 3 decades has claimed the lives of a large number of brave J and K… pic.twitter.com/gd1g5RmKvN
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) May 2, 2025
मोदी कैबिनेट की बैठक में फैसला हुआ है कि केंद्र सरकार देश भर में जातिगत जनणना कराएगी यानि पूरे देश में किस जाति की कितनी आबादी है ये आंकड़े सरकार जुटाएगी।
मोदी कैबिनेट की बैठक में फैसला हुआ है कि केंद्र सरकार देश भर में जातिगत जनणना कराएगी। यानि पूरे देश में किस जाति की कितनी आबादी है ये आंकड़े सरकार जुटाएगी और उसके आधार पर ही उनकी हिस्सेदारी भी तय होगी। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने एक्स पर लिखा, केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि, मूल जनगणना के साथ ही जातीय जनगणना भी होगी। अभी तक कभी भी जनगणना में जातियां नहीं गिनी गई हैं। यह घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, कांग्रेस ने जातीय गणना कभी नहीं कराई, इसका उपयोग सिर्फ राजनीति के लिए किया, लेकिन यह भी सच है कि, लंबे समय से राहुल गांधी जाति-जाति चिल्ला रहे थे।
अब जातीय जनगणना के बाद भारत की राजनीति कैसे बदलेगी, यह देखने लायक होगा। मंडल के बाद यह जनगणना अलग राजनीति की नींव रखेगी। हालांकि, यह मान लेना कि, इसका कोई लाभ कांग्रेस पार्टी या एक जाति के आधार पर मजबूत क्षेत्रीय पार्टियों को मिलेगा, जल्दबाजी होगी।
राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी यह दावा करके खुश हो सकती है कि, एक और मसले पर राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी को झुका दिया, लेकिन इस झुकने का परिणाम क्या होगा, सब कुछ तय उससे ही होगा।
केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि, मूल जनगणना के साथ ही जातीय जनगणना भी होगी। अभी तक कभी भी जनगणना में जातियां नहीं गिनी गई हैं। यह घोषणा करते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि, कांग्रेस ने जातीय गणना कभी नहीं कराई, इसका उपयोग सिर्फ राजनीति के लिए किया, लेकिन यह भी सच…
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी ??Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) April 30, 2025
दरअसल पहलगाम में हिंदूओं के नरसंहार के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का नोटिस दिया है। इसके बाद से कई पाकिस्तानी नागरिक वापस जा रहे हैं। ओसामा भी उन्हीं में से एक था।
अटारी बॉर्डर पर एक पाकिस्तानी युवक अपने देश लौटने की तैयारी में था। तभी उसने ऐसी बात कह दी कि पूरे देश में हंगामा मच गया। युवक का नाम ओसामा है। उसने दावा किया कि उसने भारत में वोट डाला है। ओसामा ने कहा, मैंने यहां वोट डाला है, मेरे पास राशन कार्ड है। मैंने यहीं दसवीं और बारहवीं की पढ़ाई की है।
इस खुलासे ने वरिष्ठ पत्रकार स्मिता प्रकाश को भी हैरान कर दिया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट कर लिखा, उसके पास पाकिस्तानी पासपोर्ट है लेकिन उसने भारत में चुनाव में मतदान किया है। कैसे? जैसा कि वह कहते हैं, 'यहां पर राज्य का दर्जा था तब'। इसलिए, किसी ने पाकिस्तानी पासपोर्ट धारक होने के बावजूद मतदाता पहचान पत्र प्राप्त करने के लिए उनके निवास को मान्य किया है। ये साक्षात्कार बहुत कुछ खुलासा कर रहे हैं।
आपको बता दें, ओसामा की इस बात ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों को यह जानकर हैरानी हो रही है कि एक पाकिस्तानी नागरिक भारत में वोट कैसे डाल सकता है।
He has a Pakistani passport but he has voted in elections in India. How? As he says ‘Yahan pe statehood tha tab” . So, somebody has validated his residency for him to get a voter id card even though he is a Pakistani passport holder. These interviews are revealing a lot https://t.co/wLf9tyhMIj
— Smita Prakash (@smitaprakash) April 30, 2025
ओसामा ने बताया कि वह पाकिस्तानी नागरिक है और उसके पास भारत का पासपोर्ट नहीं है। वह 24 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से भारत आया था। ओसामा का दावा है कि वह कानूनी तरीके से भारत आया था।
अटारी-वाघा बॉर्डर से एक और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। इसमें एक पाकिस्तानी नागरिक भारत छोड़कर अपने देश लौटते वक्त रोते हुए अपनी आपबीती सुना रहा है। खुद को पाकिस्तानी नागरिक बताते हुए ओसामा ने कहा, मैं इस वक्त उरी से आ रहा हूं। लेकिन मैं रावलपिंडी, इस्लामाबाद का रहने वाला हूं।
इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार ऋचा अनिरुद्ध ने बड़ा सवाल पूछा है ! उन्होंने एक्स पर लिखा, थोड़ा इंतज़ार कीजिए। इससे सहानुभूति जताने वाले आते ही होंगे। लेकिन मुद्दे की बात ये है कि पता लगाया जाना चाहिये कि इनको सारे सरकारी पहचान पत्र मिले कैसे? इस भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं? कौन कौन शामिल है इसमें?
आपको बता दें, ओसामा ने बताया कि वह पाकिस्तानी नागरिक है और उसके पास भारत का पासपोर्ट नहीं है। वह 24 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से भारत आया था। ओसामा का दावा है कि वह कानूनी तरीके से भारत आया था।
थोड़ा इंतज़ार कीजिए.. इससे सहानुभूति जताने वाले आते ही होंगे... लेकिन मुद्दे की बात ये है कि पता लगाया जाना चाहिये कि इनको सारे सरकारी पहचान पत्र मिले कैसे? इस भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं? कौन कौन शामिल है इसमें? @PMOIndia https://t.co/Imd7UHH4hN
— richa anirudh (@richaanirudh) April 30, 2025
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक आज सुबह 11 बजे होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी अध्यक्षता करेंगे। पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल) के बाद कैबिनेट की यह पहली बैठक है।
मंगलवार को पीएम मोदी ने तीनों सेनाओं के प्रमुख, एनएसए अजीत डोभाल, सीडीएस अनिल चौहान के साथ डेढ़ घंटे हाई लेवल मीटिंग की। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पीएम ने आतंकवाद से निपटने के लिए तीनों सेनाओं को खुली छूट दी। वही कश्मीर में भी आतंकियों के विरुद्ध प्रदर्शन हो रहे है। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार का कहना है कि यह बदलाव अनुच्छेद 370 हटाने के बाद आए बदलाव की ही परिणति है।
उन्होंने अपने एक्स हैंडल से लिखा, कश्मीर घाटी में इस तरह लोग पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों के विरुद्ध सड़कों पर उतरेंगे, मैं हिंदुस्तानी हूं नारा लगाएंगे इसकी कल्पना नहीं थी। इसके पीछे जो भी सोच हो लेकिन यह बदलाव अनुच्छेद 370 हटाने के बाद आए बदलाव की ही परिणति है।
कश्मीरियों को लगने लगा है कि उन्हें अपने आतंकवाद और पाकिस्तान समर्थन के अतीत से छुटकारा पाने के लिए पूरे भारत का विश्वास जीतना आवश्यक है और यह अनुकूल समय है। कश्मीरियों को समझना चाहिए कि आतंकवाद की गोलीबारी के बावजूद आम भारतीय वहां पर्यटक बनकर जा रहे हैं और उनके लिए कारोबार रोजगार पैदा कर रहे हैं।
भारत में पहाड़, जंगल, झील की कमी नहीं है। बावजूद आतंकवादी हमले से डर कर अपना रास्ता करने की जगह वे कश्मीर जा रहे हैं। निश्चित रूप से कश्मीरियों को भी इसका अपने व्यवहार से उत्तर देना चाहिए जिससे लगे कि वे भारतीय हैं। आपको बता दें, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक आज सुबह 11 बजे होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी अध्यक्षता करेंगे। पहलगाम आतंकी हमले (22 अप्रैल) के बाद कैबिनेट की यह पहली बैठक है। मीटिंग में हमले पर चर्चा हो सकती है। पिछले हफ्ते केंद्रीय मंत्रिमंडल की कोई बैठक नहीं हुई थी।
कश्मीर घाटी में इस तरह लोग पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों के विरुद्ध सड़कों पर उतरेंगे, मैं हिंदुस्तानी हूं नारा लगाएंगे इसकी कल्पना नहीं थी। इसके पीछे जो भी सोच हो लेकिन यह बदलाव अनुच्छेद 370 हटाने के बाद आए बदलाव की ही परिणति है। कश्मीरियों को लगने लगा है कि उन्हें अपने… pic.twitter.com/cf57RoULvA
— Awadhesh Kumar (@Awadheshkum) April 29, 2025
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। लगातार हाई लेवल बैठकों का दौर जारी है।
कल आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पीएम मोदी से मिलने उनके आवास पहुंचे। ये बैठक इसलिए भी अहम माना जी रही है क्योंकि 2014 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद यह पहला मौका था, जब संघ प्रमुख पीएम के सरकारी आवास पहुंचे थे। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार सुमित अवस्थी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने एक्स पर लिखा, एक महीने के भीतर दो मुलाकातें हो गईं हैं पीएम मोदी और सरसंघचालक मोहन भागवत के बीच। 30 मार्च को पीएम मोदी (पहली बार) नागपुर के रेशमीबाग गये थे जहां पर आरएसएस का मुख्यालय है। वहीं 29 अप्रैल को मोहन भागवत (भी पहली ही बार) नई दिल्ली में 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम निवास पहुंचे थे।
बीजेपी और संघ के अंदरुनी मुद्दों पर बहुत गहन विमर्श हो रहा है। क्या केन्द्र होगा इन विमर्शों का? क्या लगता है आपको? जवाब देकर अपनी राय साझा करें। आपको बता दें, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए। वहीं लगातार हाई लेवल बैठकों का दौर जारी है।
एक महीने के भीतर दो मुलाकातें हो गईं हैं पीएम मोदी और सरसंघचालक मोहन भागवत के बीच!
— awasthis (@awasthis) April 29, 2025
30 मार्च को पीएम मोदी (पहली बार) नागपुर के रेशमीबाग गये थे जहां पर RSS के मुख्यालय है! वहीं 29 अप्रैल को मोहन भागवत (भी पहली ही बार) नई दिल्ली में 7 लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम निवास पहुंचे थे!…
कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया पेज से शेयर किए गए इस पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए एक बिना सिर वाले इंसान की सांकेतिक तस्वीर शेयर की गई थी।
पहलगाम हमले के बाद जवाब देने में सरकार की कथित अनुपस्थिति को लेकर किए गए एक पोस्ट को लेकर कांग्रेस पार्टी चौतरफा घिर गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आपत्तिजनक तस्वीर पोस्ट करने के लगे आरोपों के बाद अब पार्टी ने इस पोस्ट को डिलीट कर दिया है। इससे पहले पत्रकार और एंकर आशुतोष चतुर्वेदी ने भी एक पोस्ट कर कांग्रेस की आलोचना की।
उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, लोग चर्चा कर रहे हैं जब देश में कांग्रेस है ही तब हमें पाकिस्तान की क्या ज़रूरत। ये घड़ी साथ खड़े होने का है ना कि "सर तन से जुदा" एजेंडा सेट करने का। मोदी से बाद में लड़िएगा अभी वक़्त है पाकिस्तान से लड़ने का, ना कि एजेंडा आगे करने का, फिर कहेंगे विपक्ष को 100 सीट भी नहीं मिले। EVM ख़राब है।
आपको बता दें, कांग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया पेज से शेयर किए गए इस पोस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए एक बिना सिर वाले इंसान की सांकेतिक तस्वीर शेयर की गई थी। इसके साथ कांग्रेस ने एक कैप्शन भी लिखा था, “जिम्मेदारी के समय: गायब। पोस्ट से स्पष्ट होता है यह संदेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने के लिए किया गया था।
लोग चर्चा कर रहे हैं जब देश में कांग्रेस है ही तब हमें पाकिस्तान की क्या ज़रूरत ? ये घड़ी साथ खड़े होने का है ना कि "सर तन से जुदा" एजेंडा सेट करने का। मोदी से बाद में लड़िएगा अभी वक़्त है पाकिस्तान से लड़ने का, ना कि एजेंडा आगे करने का, फिर कहेंगे विपक्ष को 100 सीट भी नहीं मिले… pic.twitter.com/37alz8KOog
— Ashutosh Chaturvedi (@ashutoshjourno) April 29, 2025