दिल्ली में 29 जुलाई को आयोजित इस कार्यक्रम में जहां सत्ता पक्ष के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का बखान किया तो वहीं कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं ने खिंचाई में कोई कसर नहीं छोड़ी।
दिल्ली में 29 जुलाई को ‘इंडिया न्यूज’ (India News) के मंच पर कई केंद्रीय मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, सांसद और विपक्ष के नेताओं का जमावड़ा रहा। जहां एक तरफ़ सत्ता पक्ष के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों का बखान किया तो वहीं कांग्रेस और विपक्ष के नेताओं ने खिंचाई में कोई कसर नहीं छोड़ी।
संसद के बजट कालीन सत्र की तरह ही दिल्ली के होटल ली मैरिडियन में भी 29 जुलाई, सोमवार को राजनीतिक बहस से माहौल गरम रहा। 25 सत्रों में क़रीब 12 घंटे तक नॉनस्टॉप चर्चाओं का दौर चला। राजनीतिक विमर्श के लिए इंडिया न्यूज़ का ये आयोजन काफी शानदार रहा।
इंडिया न्यूज के मंच पर केंद्रीय संचार और पूर्वोत्तर विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के साथ ही खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री की ज़िम्मेदारी संभाल रहे प्रह्लाद जोशी, केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक तरफ़ मोदी के मिशन 2047 को लेकर अपनी राय रखी तो वहीं राहुल गांधी और विपक्ष के तेवरों पर तंज कसा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने मंच पर बेबाक़ी से अपनी बात रखी. इस पूरे कार्यक्रम के दौरान राज्यसभा सांसद कार्तिक शर्मा भी मौजूद रहे।
कश्मीर जिगर का टुकड़ा है: गजेंद्र सिंह शेखावत
इंडिया न्यूज के मंच से केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कश्मीर पर बात की। उन्होंने कहा कि कश्मीर कोई मुद्दा नहीं है बल्कि कश्मीर जिगर का टुकड़ा है। कश्मीर भारत का ग्रोथ इंजन है और अब कश्मीर का माहौल बदल चुका है। संस्कृति मंत्री ने पेपर लीक पर भी बात की और कहा कि पेपर लीक के खिलाफ सख्त कानून बनाया जा चुका है और जल्द ही इस कानून के परिणाम भी दिखाई देने लगेंगे। उन्होंने कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा कि कांग्रेस अपनी गलतियों का दोषारोपण दूसरों पर करती है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने देश को पहले भी कई बार बांटा है और अब जाति के नाम पर बांटने की कोशिश कर रही है।
विपक्ष की ‘बालकबुद्धि’ को समझना मुश्किल: पीयूष गोयल
इंडिया न्यूज के मंच पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ज़ोर देकर कहा कि बीजेपी सरकार में कभी किसी राज्य से भेदभाव नहीं किया जाता और बजट में भी गैर बीजेपी शासित राज्यों को ही प्राथमिकता दी गई है। पीयूष गोयल ने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विपक्ष की ‘बालकबुद्धि’ को समझना मुश्किल है। उन्होंने कहा कि पीएम का प्रयास युवा और महिलाओं को सशक्त करना है और पीएम मोदी ने चुनाव खत्म होते ही पूरी तन्मयता से 140 करोड़ लोगों की सेवा फिर शुरु कर दी है।
तर्कहीन बातें करते हैं राहुल गांधी: प्रह्लाद जोशी
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि एनर्जी सेक्टर में भारत दुनिया का लीडर बन रहा है. उन्होंने कहा कि विपक्ष प्रधानमंत्री को संसद में बोलने नहीं देता और राहुल गांधी संसद में खड़े होकर तर्कहीन बातें करते हैं. विपक्ष के सांसद बढ़े हैं लेकिन इसका मतलब संसद में हंगामा और शोर-शराबा करना नहीं हो सकता. प्रलहाद जोशी ने नींद का नाटक करने वालों को जगाना मुश्किल है। खाद्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार मिलावट के खिलाफ सख्त है और मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।
दुनिया की ऊर्जा जरूरतें पूरी करेगा भारत: हरदीप पुरी
इंडिया न्यूज के मंच से केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ऊर्जा ही विकास की लाइफलाइन है और केंद्र सरकार का फोकस ईंधन की जरूरतों को पूरा करने पर है। ऊर्जा सेक्टर में बड़ा बदलाव हो रहा है और ग्रीन एनर्जी में असीम संभावनाएं हैं। वो दिन दूर नहीं जब दुनिया की ऊर्जा की 25 फीसदी जरूरतें भारत पूरी करेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दशकों तक भारत की सरकारों ने जो ऑयल बॉन्ड्स तेल कम्पनियों को जारी किए उसका खमियाजा देश अब भी भुगत रहा है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारत के भविष्य की तस्वीर दिखाई
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि 4G में हम फॉलोअर्स थे, अब हम नेतृत्व करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत 5जी में बड़ी ताकत बन चुका है और 6G तकनीक में लीडर बन कर उभरेगा। हमने सबसे तीव्र गति से 5G तकनीक से देश को जोड़ा है, BSNL ने आत्मनिर्भर भारत का मिशन कारगर किया है। नेटवर्क क्वालिटी के मामले में भारत टॉप क्लास है। सिंधिया ने दूरसंचार तकनीक के मामले में भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया. बीएसएनएल ने अब आत्मनिर्भर भारत को अपना मिशन बना लिया है। सिंधिया ने कहा कि दुनिया के मुकाबले भारत में कॉल और डेटा सबसे सस्ता है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि काम के आधार पर जनता ने तीसरी पर बीजेपी और एनडीए पर भरोसा जताया है।
बीजेपी को हराना ही मेरा शौक है: अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने शुरुआत में ही बड़ी बात कह दी। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने अच्छे तालमेल से 24 का चुनाव लड़ा जिसके नतीजे यूपी में काफ़ी बेहतर मिले हैं। यही सिलसिला उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भी जारी रहेगा। समाजवादी पार्टी चीफ ने कहा कि वो बीजेपी को हराना सीख गए हैं।अब उनका एक ही शौक बचा है और वो है बीजेपी को विधानसभा चुनाव में हराना।
तीसरी बार हरियाणा में बीजेपी सरकार बनेगी: बिप्लब देब
त्रिपुरा के पूर्व सीएम और हरियाणा की राजनीति में अच्छी दखल रहने वाले बिप्लब देब ने प्रतीक्षा में ‘पानीपत’ सत्र में कई बड़े मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि हरियाणा में बीजेपी ने पूरे सूबे का विकास किया और कांग्रेस के साथ ही राहुल गांधी लोगों को भ्रमित करने का काम रहे हैं। बिप्लब देब ने कहा कि हरियाणा में बीजेपी तीसरी बार भी सरकार बनाएगी।
विपक्ष को भी मिला बराबर का मौक़ा
इंडिया न्यूज़ के मंच पर विपक्ष को भी बराबर का मौक़ा मिला। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेताओं ने मंच पर अपनी बात रखी। लोकतंत्र और विपक्ष नामक सत्र में कांग्रेस मीडिया सेल के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी देश के दिलों पर राज करने वाले नेता हैं। उन्होंने ये बात भी कही कि कांग्रेस ने पीएम मोदी और उनकी पार्टी की अकड़ निकाल दी है। उन्होंने अग्निवीर योजना को देश की सुरक्षा से खिलवाड़ बताया। कांग्रेस प्रवक्ता और आलोक शर्मा और वरिष्ठ पत्रकार-लेखक रशीद किदवई के बीच की चर्चा भी दिलचस्प रही। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार क़र्ज़ा लेकर अपना खर्चा चला रही है. कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने तंज कसा कि बीजेपी के अंदर मौसम ठीक नहीं है, लेकिन बीजेपी का मौसम ख़राब करने में कांग्रेस का हाथ नहीं है। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2024 चुनावों में लोकतंत्र जीत गया और बीजेपी का अहंकार टूट गया. इंडियन ओवरसीज़ कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने भी मंच से सफ़ाई दी।
आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि नई राजनीति की वजह से आम आदमी पार्टी को चक्रव्यूह में फंसाया गया। सरकार का मक़सद ट्रायल नहीं, बल्कि नेताओं को जेल में डाल कर रखना है। शराब घोटाले का आरोप महज़ राजनीतिक साज़िश है और गवाहों को लॉलीपॉप देकर अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ साज़िश रची जा रही है। महाराष्ट्र की महाभारत सत्र में शिवसेना उद्धव गुट के सांसद अरविंद सावंत ने कहा कि महाराष्ट्र में पीठ में छुरा भोंकने की नीति दुखद है। आज बीजेपी अटल वाली नीतियों से हट गई है। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने मेरी दिल्ली को किसकी नज़र लग गई का गीत गुनगुनाया और कई सवाल उठाए। उन्होंने दिल्ली में लाइब्रेरी में छात्रों की डूबने से मौत को आम आदमी पार्टी की लापरवाही बताया।
हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कहा कि विपरीत हवाओं से घबराना उन्होंने नहीं सीखा. हरियाणा में किसानों और जवानों के मुद्दे उठाए। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि PDA को लेकर कई पार्टियां चिंतित हैं। बीजेपी की ग़लत नीतियों की वजह से PDA बना। जाति जनगणना से PDA को ही सम्मान मिलेगा.चौबीस का चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़े, तालमेल अच्छा रहा और इसके अच्छे नतीजे आए।
मंच पर पैनल डिस्कशन का भी दौर चला। एग्जिक्यूटिव एडिटर मनोज मनु के साथ सत्र में कांग्रेस नेता उदित राज, समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक की तीखी नोक-झोंक ने मंच की बहस में छौंक लगाने का काम किया। उदित राज ने इलेक्ट्रॉरल बॉन्ड के नाम पर बड़ा भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया तो अनुराग भदौरिया ने तंज कसा- बीजेपी की चला-चलाई की बेला है। अजय आलोक ने पूछा- चुनाव में जीत के बावजूद बीजेपी की हार का नैरेटिव क्यों गढ़ता है विपक्ष।
‘सियासी अखाड़े में हम महिलाएं’ के पैनल डिस्कशन में महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष नेटा डिसूज़ा, बीजेपी सांसद कमलजीत सहरावत और AAP की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने शिरकत की। बेटियां, विरासत और सियासत सत्र में समाजवादी पार्टी की सांसद रूचि वीरा ने कहा कि अखिलेश यादव ने महिलाओं को अवसर मुहैया कराए हैं और पीडीए फ़ॉर्मूले के ज़रिए यूपी की राजनीति को बदला है।
‘दलित राजनीति का नया चेहरा’ सत्र में आज़ाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आज़ाद ने कहा कि मायावती कभी डरने वाली नेता नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मेरी जान को ख़तरा है और मेरी सुरक्षा के नाम पर खिलवाड़ हो रहा है। झारखंड की राजनीति पर आधारित सत्र ‘खान’दान का खेल में झारखंड मुक्ति मोर्चा की राज्यसभा सांसद महुआ माजी और बीजेपी सांसद मनीष जायसवाल ने शिरकत की. महुआ माज़ी ने हेमंत सोरेन की गिरफ़्तारी को ईडी की साज़िश बताया तो वहीं मनीष जायसवाल ने कहा कि मोदी ने साफ़ कहा है- न खाएंगे, ना खाने देंगे.
'धर्म युद्ध' सत्र में कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि राजीव गांधी से किया हुआ वचन मैंने नहीं तोड़ा बल्कि पार्टी ने ही मुझे निकालने का काम किया। मेरा क़सूर है कि मैंने कांग्रेस में सच बोलने का साहस दिखाया। अभी बीजेपी तो ज्वाइन नहीं किया लेकिन पीएम मोदी को ज्वाइन कर लिया है। पूर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने आम जनता से जुड़े सरोकार उठाए। चुनावों में लालू यादव से मिले धोखे की टीस यहां भी नजर आई। बिहार के कई जमीनी मुद्दे उन्होंने उठाए।
इंडिया न्यूज के आयोजन मंच के स्टेट पार्टनर के तौर पर उत्तराखंड शासन का सहयोग मिला। पॉलिसी बाज़ार ने भी इस आयोजन को अपना समर्थन दिया। फ़ूड पार्टनर के तौर पर गोल्डी मसाले और डिजिटल मीडिया पार्टनर के तौर पर डेलीहंट भी आयोजन के साझीदार रहे। प्रतापगढ़ फ़ार्म्स की भी इसमें सहभागिता रही। 29 जुलाई, सोमवार को दिनभर चले इस कार्यक्रम में 'धर्म युद्ध', 'चक्रव्यूह' में AAP, विकास का 5G प्लान, कितने ‘कुरुक्षेत्र’?, राजनीति का धरम-करम, मोदी का मिशन 2047, जैसे क़रीब 30 सेशंस हैं, जिनमें नेता जी को आपके सवालों का सामना करना पड़ा।
इस कार्यक्रम से जुड़ा वीडियो आप यहां देख सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने वरिष्ठ पत्रकार कोम्मिनेनी श्रीनिवास राव (Kommineni Srinivasa Rao) को अंतरिम जमानत देते हुए तुरंत रिहा करने का आदेश दिया है।
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने वरिष्ठ पत्रकार कोम्मिनेनी श्रीनिवास राव (Kommineni Srinivasa Rao) को अंतरिम जमानत देते हुए तुरंत रिहा करने का आदेश दिया है। राव को 9 जून को उस लाइव डिबेट शो के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें एक पैनलिस्ट द्वारा अमरावती की महिलाओं को लेकर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी। यह कार्यक्रम 'साक्षी टीवी' (Sakshi TV) पर प्रसारित हुआ था, जिसकी मेजबानी राव कर रहे थे।
जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा और मनमोहन की आंशिक अवकाशकालीन पीठ ने इस मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि पत्रकार राव ने खुद ऐसा कोई बयान नहीं दिया था, बल्कि यह टिप्पणी कार्यक्रम में शामिल एक पैनलिस्ट ने की थी। कोर्ट ने साफ कहा कि इस मामले में राव के पत्रकारिता अधिकारों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा आवश्यक है।
कोर्ट ने अपने आदेश में कहा, "याचिकाकर्ता ने स्वयं उस टीवी शो में आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की थी, इसलिए उनके पत्रकारिता अधिकारों को सुरक्षित रखना आवश्यक है ताकि उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी बनी रहे। हम ट्रायल कोर्ट द्वारा निर्धारित शर्तों के अधीन याचिकाकर्ता की रिहाई का आदेश देते हैं।"
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि श्रीनिवास राव आगे किसी भी शो में इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियां न करें और न ही किसी को ऐसी बात कहने की अनुमति दें।
9 जून को आंध्र प्रदेश पुलिस ने हैदराबाद से राव को उस शो के लिए गिरफ्तार किया था जिसमें 6 जून को अमरावती को लेकर कथित अपमानजनक टिप्पणियां की गई थीं। पुलिस को इस मामले में कई शिकायतें मिली थीं जिनमें कहा गया कि अमरावती क्षेत्र की महिलाओं के बारे में शो में आपत्तिजनक बातें कही गईं।
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने पहले एक बयान में कहा था कि राजनीतिक द्वेष या मीडिया विश्लेषण के नाम पर महिलाओं के खिलाफ अभद्र और अपमानजनक टिप्पणियां अक्षम्य अपराध हैं। उन्होंने चेतावनी दी थी कि राजधानी अमरावती के खिलाफ सुनियोजित साजिश के तहत महिलाओं की भावनाओं को आहत करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख श्री सुनील आंबेकर ने बताया की तानसेन का संगीत के क्षेत्र में योगदान अतुलनीय है जिसकी तुलना भी नहीं की जा सकती।
वरिष्ठ पत्रकार श्री राकेश शुक्ला द्वारा लिखित ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व की पुस्तक 'तानसेन का ताना-बाना' का भव्य लोकार्पण नई दिल्ली केशव कुंज स्थित विचार विनिमय न्यास सभागार में सम्पन्न हुआ। दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा, अगर भारत को विश्वगुरु बनना है तो हमें अपने इतिहास, साहित्य और संस्कृति को स्मरण कर उसे समृद्ध करना होगा। हमारा इतिहास, हमारी संस्कृति, हमारी विरासत हमारे लिए महत्वपूर्ण बाते हैं जो भविष्य के निर्माण के लिए आवश्यक है। हमें अपनी कमियां दूर करते हुए अपने भूतकाल के इतिहास को लिखते रहना चाहिए ताकि नई पीढ़ी को वह बता सकें और दिखा सकें।
ऐसी पुस्तकें नई पीढ़ी को उपहार में दी जानी चाहिए, ताकि वे अपनी जड़ों से जुड़ सकें। उन्होंने सुरुचि प्रकाशन को विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐसे प्रकाशकों का कार्य सराहनीय है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख श्री सुनील आंबेकर ने बताया, तानसेन का संगीत के क्षेत्र में योगदान अतुलनीय है जिसकी तुलना भी नहीं की जा सकती। तानसेन ने अपने काल में संगीत परम्परा को आगे बढाने और उसको कायम रखने में बहुत संघर्ष किया। तानसेन की साधना को 'संगीत के हर स्वरूप के आराध्य और भारत की आध्यात्मिक परंपरा का प्रतीक' बताया और ऐसी परंपराओं को जीवित रखने व समृद्ध बनाने की दिशा में अनवरत प्रयत्न करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा, तानसेन पर पांच सौ वर्षों बाद भी लेखन जारी है, यह इस बात का प्रमाण है कि उनका योगदान आज भी प्रासंगिक है। इतिहास उठा कर देखें तो अनेक ऐसे लोग हुए हैं जो तमाम तरह की विपरीत परिस्थितियों के होते हुए भी अपने कर्तव्य के आधार पर, व्यक्तित्व के आधार पर उनका जीवन कालजयी हो गया।
उन्होने कहा कि भारतीय सभ्यता पश्चिम की तरह नहीं है जहां पीछे देखने और गर्व करने को कुछ नहीं है, अपितु भारत हमेशा न सिर्फ अपने इतिहास से सीख लेता है, बल्कि सतयुग, त्रेतायुग या द्वापर युग के महान मूल्यों को आत्मसात् करने की प्रवृत्ति भी रखता है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में भारत ने वर्ष 2047 में विकसित भारत बनाने का संकल्प ले रखा है, और विकसित भारत की ये यात्रा हमारी महान विरासत के बिना अधूरी होगी।
मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री श्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने पुस्तक की प्रशंसा करते हुए कहा, यह किताब तानसेन के जीवन को समझने और शोध में संदर्भ के रूप में कार्य करने वाली ऐतिहासिक दस्तावेज़ है। आगे भविष्य में यह पुस्तक रेफरेंस के रूप में प्रयोग की जायेगी ऐसे पूरी उम्मीद है। पुस्तक के लेखक श्री राकेश शुक्ला ने बताया कि तानसेन की यात्रा सिर्फ अकबर के दरबार तक सीमित नहीं थी, बल्कि वह सतना के छोटे से गांव बांधा से चली थी, और इसके साथ बहुत कुछ है जो इतिहास से छुपा रह गया है।
कार्यक्रम के दौरान सुरुचि प्रकाशन के प्रतिनिधि श्री राजीव तुली ने बताया कि हमारी संस्कृति में साहित्य की अनंत महिमा बताई गई है। शास्त्र की ऐसी शक्ति है की वह अनेक संशयों को दूर करती है। एक अच्छी पुस्तक उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने में हमने भी गति पकड़ी है। हमने पिछले 50 वर्षों में उन पुस्तकों को छापा जिन्हें कोई नहीं छापता था।
हर इंसान के हिस्से में मौत लिखी है, लेकिन जिस तरह वो एक हादसे के शिकार हुए वो बहुत दुख देने वाला रहा। वो हादसा ही इतना भयावह है कि मन सिहर उठता है।
मोहम्मद नदीम, राज्य सूचना आयुक्त, उत्तर प्रदेश।।
विजय रूपाणी जी जिस दौर में गुजरात के मुख्यमंत्री थे, मैं उस दौर में दिल्ली में नवभारत टाइम्स का नेशनल पॉलिटिकल एडिटर हुआ करता था। रूपाणी जी नियमित अंतराल पर दिल्ली से पत्रकारों को बुलाया करते थे, गुजरात में उनकी सरकार ने जो कुछ नया किया होता था वो दिखाने के लिए। पहले उनके ऑफिस से ऑफिसियल आमंत्रण आता फिर रूपाणी जी खुद फ़ोन से न्योता देते, यह कहते हुए-बहुत दिन हो गया दिल्ली की कोई खबर नहीं मिली, आप लोग आएंगे तो दिल्ली का हालचाल मिल जाएगा।
बैठकी में गुजरात के विकास यात्रा की बात शुरू होती तो मोदी जी का ज़िक्र ना हो तो यह मुमकिन ही नहीं था, मैं अक्सर मजाक में बोल दिया करता था कि देखिए, मोदी जी अब हमारे यूपी के हो चुके हैं। रूपाणी जी भी कभी कभी चुटकी ले लेते थे कि नदीम जी से डरना पड़ता है, मोदी जी इनके राज्य से आते हैं।
रूपाणी जी से रिश्ते प्रगाढ़ होते गए। बग़ैर गुजरात गये भी बातचीत हो ज़ाया करती थी। कोरोना काल में हमारे लखनऊ, बाराबंकी के कुछ परिचित गुजरात में लॉकडाउन में फँस गये। उन लोगों से ज्यादा उनके परिवार के लोग परेशान थे। सबका दबाव था कि कुछ करिए। मैंने रूपाणी जी के ऑफिस को नोट कराया। एक घंटे के अंदर उनका संदेश आया, बेफ़िक्र रहिए। मेरे अफ़सर उन सारे लोगों तक पहुंच गये हैं।
फिर रूपाणी जी मुख्यमंत्री नहीं रहे, मैं भी कुछ समय बाद लखनऊ आ गया। लेकिन कोशिश रहती थी फ़ोन से ही सही दुआ सलाम हो जाए। मकसद यही रहता था कि यह ना हो कि अपनत्व का जो रिश्ता बना था, वो सिर्फ़ मुख्यमंत्री कि कुर्सी तक ही था। एक बार मैंने उन्हें यह बात बता भी दी तो वो खूब तेज़ हंसे। बोले-यह सुनकर अच्छा लगा।
मुख्यमंत्री के रूप में उनकी सरलता मुझे बहुत भाती थी। हर इंसान के हिस्से में मौत लिखी है, लेकिन जिस तरह वो एक हादसे के शिकार हुए वो बहुत दुख देने वाला रहा। वो हादसा ही इतना भयावह है कि मन सिहर उठता है। श्रद्धांजलि।
(उत्तर प्रदेश के राज्य सूचना आयुक्त मोहम्मद नदीम की फेसबुक वॉल से साभार। लेखक पेशे से पत्रकार और नवभारत टाइम्स, लखनऊ के संपादक रहे हैं।)
घर से शुरू हुआ यह क्लाउड किचन अब पूरी तरह से प्रोफेशनल बन चुका है और ‘The Snack Stories By Neelam’ नाम से अपनी सेवाएं दे रहा है।
गुरुग्राम में एक नया फूड स्पॉट धूम मचा रहा है। दरअसल, पूर्व पत्रकार नीलम गुप्ता ने गुरुग्राम में क्लाउड किचन शुरू किया है। घर में शुरू हुई इस रसोई से क्लाउड किचन में मुंबई और दिल्ली का असली स्ट्रीट फूड परोसा जाता है, जिसे प्यार से पकाया जाता है और स्वाद के साथ परोसा जाता है। घर से शुरू हुआ यह क्लाउड किचन अब पूरी तरह से प्रोफेशनल बन चुका है और ‘The Snack Stories By Neelam’ नाम से अपनी सेवाएं दे रहा है।
मुंबई से मंगाए गए पाव से बने वड़ा पाव से लेकर आलू भाजी के साथ जोधपुर स्टाइल प्याज की कचौरी और इंदौर से कुरकुरी मसालेदार दही सैंडविच तक, यह सब एक ही छत के नीचे उपलब्ध है। इसके अलावा मिनी मील, सिग्नेचर चटनी और घर में बने सीक्रेट मसाले भी शामिल हैं। स्वाद, चटपटा, पुराने दिनों की याद दिलाने वाला और पूरी तरह से संतुष्टि देने वाला है।
इसकी सह-संस्थापक नीलम गुप्ता कहती हैं, अच्छा खाना बनाना और परोसना हमेशा से मेरा जुनून रहा है। अब, मैं हर दिन इस खुशी को और लोगों के साथ साझा कर सकती हूँ। उनके पार्टनर मनीष कहते हैं, हम स्वाद या सामग्री से समझौता नहीं करते। प्रतिक्रिया अद्भुत रही है। आप तुरंत डिलीवरी के लिए सीधे +9199800 62513 पर कॉल कर सकते हैं। स्विगी या ज़ोमैटो पर अभी ऑर्डर किया जा सकता है।
NCLAT ने प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के उस आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है, जिसमें UFO Moviez India और Qube Cinema Technologies पर प्रतिस्पर्धा विरोधी व्यवहार के आरोप में आर्थिक दंड लगाया गया था।
नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) ने प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) के उस आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है, जिसमें UFO Moviez India और Qube Cinema Technologies पर प्रतिस्पर्धा विरोधी व्यवहार के आरोप में आर्थिक दंड लगाया गया था।
NCLAT ने स्पष्ट किया कि इस मामले में “संतुलन CCI के पक्ष में है” और “प्रथम दृष्टया मामला” भी आयोग के समर्थन में प्रतीत होता है।
ट्रिब्यूनल ने कहा, “ऐसे हालात में हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि उपलब्ध तथ्यों के आधार पर विवादित आदेश पर स्थगन देना उचित नहीं है।”
दोनों कंपनियों पर करोड़ों का जुर्माना
16 अप्रैल को CCI ने UFO Moviez और उसकी यूनिट Scrabble Digital पर 1.04 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था, जबकि Qube Cinema Technologies पर 1.66 करोड़ रुपये का दंड तय किया गया था। यह मामला उन समझौतों से जुड़ा है, जिनमें डिजिटल सिनेमा उपकरण किराए पर देने वाली कंपनियों — जैसे UFO और Qube — पर थिएटर मालिकों के साथ प्रतिस्पर्धा विरोधी शर्तें लागू करने का आरोप है।
इन कंपनियों ने इस आदेश को चुनौती देते हुए NCLAT का रुख किया था, जो CCI के आदेशों की अपील के लिए अधिकृत मंच है। हालांकि, ट्रिब्यूनल ने जुर्माने की प्रक्रिया को रोकने से इनकार कर दिया, लेकिन दोनों कंपनियों को कुल जुर्माने की 25% राशि दो सप्ताह के भीतर जमा करने का निर्देश दिया।
चार सप्ताह में जवाब, 1 अगस्त को अंतिम सुनवाई
NCLAT ने कहा, “हम पहले ही एक अलग आदेश में 25 प्रतिशत राशि जमा करने का निर्देश दे चुके हैं, जिसे दो हफ्तों में पूरा करना होगा।” साथ ही ट्रिब्यूनल ने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही अंतरिम रोक की याचिका खारिज की जाती है, फिर भी जवाब देने के लिए चार सप्ताह और प्रतिवाद दाखिल करने के लिए दो सप्ताह का समय दिया जाता है।
अब इस मामले की अंतिम सुनवाई 1 अगस्त को निर्धारित की गई है।
सिनेमा मालिकों की आज़ादी पर लगाई गई थी शर्तें
CCI की जांच में सामने आया कि UFO और Qube ने अपने थिएटर ऑपरेटर ग्राहकों के साथ हुए लीज समझौतों में ऐसी शर्तें रखीं जिनसे पोस्ट-प्रोडक्शन सामग्री के स्रोत चुनने की स्वतंत्रता सीमित हो गई। ये शर्तें अन्य पोस्ट-प्रोडक्शन सेवा प्रदाताओं के लिए बाधा बन रही थीं।
भारतीय डिजिटल सिनेमा इक्विपमेंट (DCE) बाजार में UFO और Qube की हिस्सेदारी क्रमशः 34% और 47% पाई गई।
फिल्म रील से डिजिटल माध्यम पर हुए बदलाव ने DCE प्रदाताओं की भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण बना दिया है क्योंकि अब फिल्में डिजिटल फॉर्म में ही वितरित और प्रदर्शित होती हैं।
रिपोर्ट और आदेश में सामंजस्य: NCLAT
NCLAT ने CCI की जांच रिपोर्ट और अंतिम आदेश का बारीकी से अध्ययन करते हुए कहा, “हमें DG की रिपोर्ट और आयोग का आदेश आपस में मेल खाते प्रतीत होते हैं। इनमें स्पष्ट रूप से यह कहा गया है कि सामग्री को लेकर लगाए गए प्रतिबंध ‘मास्टरिंग प्रक्रिया’ के बाद के चरणों पर लागू होते हैं।”
ट्रिब्यूनल ने कहा, “समझौतों की शर्तों के अनुसार, तीसरे पक्ष की सामग्री DCE पर चलाई जा सकती है, लेकिन CTO (Cinema Theatre Owners) को इसके लिए ₹20,000 का भुगतान करना होगा और वह भी तब जब मूल प्रदाता कंटेंट उपलब्ध न करा सके।”
अंत में NCLAT ने यह भी माना कि समझौतों की शर्तों के कारण CTO उन फिल्म निर्माताओं से दूरी बना लेते हैं जिन्होंने Scrabble Digital से अपनी पोस्ट-प्रोडक्शन सेवाएं नहीं ली हैं। यह व्यवहार प्रतिस्पर्धा अधिनियम की धारा 3(4)(d) का उल्लंघन है।
प्रो. वल्लभ भारतीय प्रबंधन संस्थानों (IIMs) में अध्यापन कर चुके हैं और वित्तीय विषयों पर उनके कई शोधपत्र प्रतिष्ठित जर्नलों में प्रकाशित हो चुके हैं।
राजनीति और शिक्षा—दोनों क्षेत्रों में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुके प्रो. गौरव वल्लभ को केंद्र सरकार ने एक अहम जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें 10 जून 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) में बतौर सदस्य मनोनीत किया गया है।
प्रो. वल्लभ भारतीय प्रबंधन संस्थानों (IIMs) में अध्यापन कर चुके हैं और वित्तीय विषयों पर उनके कई शोधपत्र प्रतिष्ठित जर्नलों में प्रकाशित हो चुके हैं। उन्हें एकेडमिक जगत के साथ-साथ सार्वजनिक बहसों—विशेषकर टीवी डिबेट्स—में भी सक्रिय भागीदारी के लिए जाना जाता है, जहां वे तर्क और तथ्यों के आधार पर अपनी बात प्रभावशाली ढंग से रखते हैं।
बताया जा रहा है कि अब वे प्रधानमंत्री को आर्थिक विकास, महंगाई, वैश्विक अर्थव्यवस्था और नीति-निर्धारण जैसे विविध विषयों पर सलाह देंगे। उल्लेखनीय है कि EAC-PM सरकार द्वारा गठित एक स्वतंत्र संस्था है, जो प्रधानमंत्री को देश की आर्थिक रणनीति और दीर्घकालिक नीतियों पर मार्गदर्शन देती है।
कार्यक्रम में मीडिया की भूमिका, संवाद की जरूरत और सरकार के 11 वर्षों के दौरान हुए सामाजिक-आर्थिक बदलावों पर चर्चा हुई।
मोदी सरकार के 11 वर्ष पूरे होने के अवसर पर 10 जून को दिल्ली स्थित भारत मंडपम में एक विशेष संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर केंद्र सरकार की प्रमुख उपलब्धियों पर एक विस्तृत प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया गया, जिसके बाद मीडिया प्रतिनिधियों और सरकार के शीर्ष नेताओं के बीच अनौपचारिक चर्चा और लंच का आयोजन हुआ।
इस संवाद कार्यक्रम में देश के प्रमुख टीवी एंकर, संपादक और वरिष्ठ पत्रकार शामिल हुए। चर्चा के केंद्र में मीडिया की भूमिका, जन संवाद की आवश्यकता, और बीते 11 वर्षों में देश में हुए सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन रहे।
कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, रेलवे, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्यसभा सांसद और पार्टी प्रवक्ता अनिल बलूनी, बीजेपी के मीडिया विभाग प्रभारी संजय मयूख, और आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय की उपस्थिति रही।
‘गुड न्यूज टुडे’ व ‘इंडिया टुडे’ के न्यूज डायरेक्टर सुप्रिय प्रसाद; ‘प्रसार भारती’ के कंसल्टिंग एडिटर सुधीर चौधरी; ‘टीवी9 नेटवर्क’ के न्यूज डायरेक्टर हेमंत शर्मा; ‘द लल्लनटॉप’ के एडिटर सौरभ द्विवेदी; ‘टीवी9’ भारतवर्ष के सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर निशांत चतुर्वेदी; ‘नेटवर्क18’ समूह के कंसल्टिंग एडिटर शमशेर सिंह, ‘गुड न्यूज टुडे’ की मैनेजिंग एडिटर श्वेता सिंह, ’ न्यूज18 इंडिया’ के कंसल्टिंग एडिटर रुबिका लियाकत; ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ के कंसल्टिंग एडिटर सुशांत सिन्हा; 'एनडीटीवी इंडिया' में एडिटर/एंकर आशुतोष चतुर्वेदी;‘इंडिया टीवी’ की सीनियर एडिटर और न्यूज एंकर मीनाक्षी जोशी; ‘आजतक’ की एंकर नेहा बाथम और ‘एएनआई’ की एडिटर-इन-चीफ स्मिता प्रकाश समेत मीडिया जगत के तमाम जाने-माने चेहरे शामिल थे।
इस अवसर की खास झलकियां आप यहां देख सकते हैं, जिनमें सरकार और मीडिया के बीच खुले संवाद की झलक देखने को मिली।
'टीम एम्प्लिफाई' का प्रोजेक्ट इसलिए खास रहा क्योंकि उसमें स्थायित्व (sustainability), डिजाइन और यूजर्स की भागीदारी का बहुत ही सहज और प्रभावशाली मेल देखने को मिला।
दिल्ली स्थित वसंत वैली स्कूल की कक्षा 11 के तीन विद्यार्थियों- प्रसन्न बत्रा, अवनी गांधी और मेहर रहमत होरा ने IIT खड़गपुर द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित यंग इनोवेटर्स प्रोग्राम में तीसरा स्थान हासिल कर राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय सफलता पाई है। इस प्रतियोगिता में देशभर से 3,500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया था। विजेता टीम को ₹5,000 की पुरस्कार राशि से भी सम्मानित किया गया।
'टीम एम्प्लिफाई' का प्रोजेक्ट इसलिए खास रहा क्योंकि उसमें स्थायित्व (sustainability), डिजाइन और यूजर्स की भागीदारी का बहुत ही सहज और प्रभावशाली मेल देखने को मिला। उनके प्रोजेक्ट KinetiKick ने यह दिखाया कि सोच-समझकर किया गया इनोवेशन किस तरह से इंसानी रोजमर्रा की गतिविधियों (जैसे चलना-फिरना) को नवीकरणीय ऊर्जा (renewable energy) के स्रोत में बदल सकता है। इस तरह यह प्रोजेक्ट जागरूकता और वास्तविक कार्रवाई के बीच की दूरी को पाटने का काम करता है। इस प्रतियोगिता में तीसरे स्थान पर आना सिर्फ उनकी तकनीकी कुशलता को नहीं दर्शाता, बल्कि यह भी दिखाता है कि उनकी सोच ऐसी समस्याओं के हल की ओर है, जिनकी आज दुनिया को जरूरत है- यानी स्थानीय, सबके लिए सुलभ और नई पीढ़ी द्वारा संचालित समाधान।
"यंग इनोवेटर्स प्रोग्राम" में मूल्यांकन के मानदंड मूल विचार (originality), व्यावहारिकता (feasibility) और वास्तविक दुनिया में उपयोग (real-world application) पर आधारित थे। इस कार्यक्रम ने छात्रों को प्रतिष्ठित शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं से बातचीत करने का मौका भी दिया, जिससे उन्हें व्यवहारिक समस्याओं को हल करने की गहरी समझ और उपयोगी सुझाव मिले।
'टीम एम्प्लिफाई' की सफलता यह दर्शाती है कि अगली पीढ़ी के युवा न केवल समस्याएं समझते हैं, बल्कि उनके समाधान भी ऐसी दृष्टि से गढ़ते हैं जो व्यवहारिक और पर्यावरण-संवेदनशील हो। KinetiKick जैसे प्रोजेक्ट न केवल इनोवेशन को दिशा देते हैं, बल्कि जागरूकता और क्रियान्वयन के बीच की दूरी को पाटने में भी सहायक होते हैं।
यह उपलब्धि न सिर्फ टीम के तकनीकी कौशल की परिचायक है, बल्कि यह दिखाती है कि भारत की युवा प्रतिभाएं वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए कितनी सक्षम और तत्पर हैं।
नोएडा के सेक्टर 58 थाने में दर्ज एफआईआर में दोनों पर कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। गौतम बुद्ध नगर की अदालत ने दोनों आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
नोएडा पुलिस ने सोमवार को दो पत्रकारों को ‘भारत24’ की एंकर शाजिया निसार औऱ ‘अमर उजाला’ डिजिटल के आदर्श झा को कथित तौर पर वसूली और ब्लैकमेलिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। नोएडा के सेक्टर 58 थाने में दर्ज एफआईआर में दोनों पर कई गंभीर धाराएं लगाई गई हैं। गौतम बुद्ध नगर की अदालत ने दोनों आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि शाजिया निसार के आवास से 34.5 लाख रुपये नकद बरामद किए गए हैं। इसके साथ ही, मोबाइल फोन, लैपटॉप और एक स्कॉर्पियो गाड़ी भी जब्त की गई है। पुलिस ने यह भी बताया कि उनके पास ऑडियो और वीडियो साक्ष्य हैं, जिनमें दोनों आरोपी कथित रूप से चैनल प्रबंधन से पैसे की मांग करते और धमकी देते हुए नजर आते हैं।
इस पूरे मामले में 'भारत24' के प्रबंधन की ओर से तीन अलग-अलग एफआईआर दर्ज कराई गई हैं।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि आरोपितों ने ‘भारत24’ के एक वरिष्ठ संपादक को यौन उत्पीड़न के झूठे आरोप में फंसाने की धमकी दी और 65 करोड़ की मांग की, जिसकी शुरुआत 5 करोड़ रुपये से हुई थी।
वहीं, नोएडा पुलिस का कहना है कि जांच अभी शुरुआती चरण में है और यह संभावना है कि इस प्रकरण से जुड़ा कोई बड़ा ब्लैकमेल सिंडिकेट भी सक्रिय हो सकता है। पुलिस अन्य संबंधित लोगों की भूमिका की भी जांच कर रही है। फिलहाल दोनों पत्रकार न्यायिक हिरासत में हैं और आगे की पूछताछ के लिए पुलिस कोर्ट से रिमांड की मांग कर सकती है।
1992 में स्नातक करने के बाद पुणे के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से 1995 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री की और एक नामी कंपनी में नौकरी शुरू की थी।
अमर उजाला के प्रतिष्ठित कार्यक्रम संवाद का आयोजन राजधानी देहरादून में किया गया। इस मंच से मोटिवेशनल स्पीकर गौर गोपाल दास ने कहा, उम्मीद ही एक रिश्ते का सबसे बड़ा आधार है, चाहे वो किसी तरह का रिश्ता हो। ये उम्मीद हर तरफ है, पढ़ाई, करियर में यहां तक की अध्यात्म में भी उम्मीद है कि, एक दिन ईश्वर का दर्शन हो जाएगा और उम्मीद है कि मोक्ष की प्राप्ति हो जाएगी।
उम्मीद पर ही सारी दुनिया टिकी है। चाहे कुछ भी हो जाए, एक चीज कभी नहीं छूटनी चाहिए- उम्मीद। इस को जीतने की मानसिकता कहते हैं। एक बात तो पक्की है, सभी लड़ाई मन में लड़ी जाती है और वहीं जीतना मायने रखा है। अगर मन में हार गए तो हर जगह हार जाएंगे।
सोशल मीडिया में 51 लाख से अधिक अनुयायी वाले गौर गोपाल दास जाने-माने प्रेरक वक्ता व लाइफ कोच हैं। इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ने के बाद वे इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (इस्कॉन) से जुड़ गए। महाराष्ट्र में जन्मे गौर गोपाल दास ने कुसरो वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पुणे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया। 1992 में स्नातक करने के बाद पुणे के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से 1995 में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डिग्री की और एक नामी कंपनी में नौकरी शुरू की थी।