उपेंद्र राय ने किया मतदान, चुनाव से जुड़े अहम सवालों पर खुलकर रखी अपनी बात

'भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क' के चेयरमैन और CMD उपेंद्र राय ने दिल्ली में ग्रेटर कैलाश स्थित पोलिंग बूथ पर किया अपने मताधिकार का प्रयोग

Last Modified:
Saturday, 25 May, 2024
Upendrra Rai


18वीं लोकसभा के गठन के लिए देशभर में सात चरणों के तहत होने वाली चुनाव प्रक्रिया का छठा चरण 25 मई यानी शनिवार को संपन्न हो गया। छठे चरण के तहत उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, हरियाणा, दिल्ली, ओडिशा और जम्मू एवं कश्मीर सहित देश के 8 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की 58 लोकसभा सीटों पर वोट डाले गए।

दिल्ली की बात करें तो यहां सभी सात सीटों पर भी शनिवार को मतदान हुआ। दिल्ली में मतदान के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, विदेश मंत्री एस जयशंकर, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी व राहुल गांधी भी वोट डालने पहुंचे।

इसी कड़ी में ‘भारत एक्सप्रेस’ (Bharat Express) न्यूज नेटवर्क के सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय ने भी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इस दौरान 'भारत एक्सप्रेस' के वरिष्ठ संवाददाता देवनाथ ने उनसे खास बातचीत की। इस दौरान यह पूछे जाने पर कि आप इतने साल से वोट दे रहे हैं। चुनाव में पहली बार एक चेहरा प्रमुख हो गया है और मुद्दे थोड़े गौण हो गए हैं, उपेंद्र राय का कहना था, ‘मैं एक वोटर की तरह यहां वोट देने के लिए आया हूं। ऐसे में मैं चैनल के एडिटर-इन-चीफ या प्रधान संपादक की तरह बात न करके एक मतदाता की तरह बात करना चाहूंगा।

उपेंद्र राय का कहना था, ‘जब भी चुनाव आता है तो हर पार्टी का अधिकार है कि वह अपने अच्छे कामों को गिनाती है, बताती है। आम आदमी पार्टी ने ​शिक्षा के क्षेत्र में काम किया। मुझे याद है कि वर्ष 2022 में मैं लंदन में था, उस समय विश्व के सारे शिक्षा मंत्रियों का कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में कोई कॉन्फ्रेंस हुई थी। मैं ताज ग्रुप के सेंट जेम्स कोर्ट होटल में रुका हुआ था। वहां मनीष सिसोदिया जी अपनी पूरी टीम के साथ मुझे मिल गए। वहां उन्होंने बताया कि यहां एजुकेशन पर एक कॉन्फ्रेंस हो रही है।

इसके साथ ही उपेंद्र राय ने बताया, ‘संयोग से आज उन्हीं के बनाए एक स्कूल में वोट डालने के लिए मैं आया हूं। ये देखकर कह सकते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में आम आदमी पार्टी (AAP) ने अच्छा काम किया है तो पार्टी ने इसी बात को मुद्दा बनाया और उनके इस मुद्दे ने उनके लिए सहयोग का भी काम किया। वहीं, आम आदमी पार्टी के इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कामों की सराहना करते हुए उपेंद्र राय का कहना था कि पिछले 10 साल में मोदीजी ने जो काम किया वो काम भी काबिल-ए-तारीफ है। एक काम को मैं आज जरूर गिनाना चाहूंगा कि इंफ्रास्ट्रक्चर पर जितना काम बीजेपी की सरकार ने 10 सालों में किया है वो ‘न भूतो न भविष्यति’ है।

इसका उदाहरण देते हुए उपेंद्र राय का कहना था, ‘मैंने लखनऊ से हायर सेकेंडरी और ग्रेजुएशन किया है। जब मैं अपने गांव शेरपुर (गाजीपुर) से निकलता था तो लखनऊ पहुंचने में 12-13 घंटे लगते थे, जब से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बना है। मैं अब दिल्ली से अपने गांव निकलता हूं तो ये समझ लीजिए कि 1,000 किमी की दूरी है। दिल्ली से करीब करीब तीन घंटे में आगरा और 3 से 4 घंटे में हम लखनऊ क्रॉस कर जाते हैं। फिर लखनऊ से अपने गांव करीब ढाई घंटे में पहुंच जाते हैं। तो ये समझिए कि 8.5 घंटे में हम हजार किमी की दूरी तय करते हुए अपने गांव पहुंच जाते हैं। मेरे गांव से लखनऊ 384 किमी है, इतनी दूरी तय करने में कभी 13 घंटे लगते थे, अब आप देखिए कि लोगों के जीवन में कितना परिवर्तन आया, कितनी गति आई, उद्योग धंधों को कितना बढ़ावा मिला है।

उनका कहना था कि कुछ अर्थशास्त्री कहते हैं कि 80 करोड़ लोगों को फ्री राशन देना अर्थशास्त्र के सिद्धांत के खिलाफ है, क्योंकि मार्केट में डिमांड और सप्लाई का जो अंतर है, वो बढ़ता जा रहा है और लोग कहीं न कहीं आलसी होते जा रहे हैं। उनको आप घर बैठे-बैठे खिला रहे हैं तो उनको कुछ और ज्यादा करने की इच्छा नहीं है। हालांकि लोगों के पेट का ध्यान रखना सरकार का पहला लक्ष्य है तो मेरा ये मानना है कि 2024 का ये जो चुनाव है, ये सबसे संतुलित चुनाव है, यही चुनाव तय करेगा कि 10 साल में बीजेपी ने कितना अच्छा काम किया है और यही चुनाव तय करेगा कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को स्वीकारा या नकार दिया।

यह पूछे जाने पर कि एक गैप था जो कि सरकार ने या एक तरीके से कहें तो पीएम मोदी ने अपने व्यक्तित्व से भर दिया, इसके जवाब में उपेंद्र राय ने कहा, ‘बिल्कुल, जाहिर-सी बात है कोई प्रधानमंत्री इससे पहले बच्चों के लिए परीक्षा पर चर्चा के लिए समय कहां निकालता था। वो छोटे-छोटे कार्यक्रमों में भी कहां पहुंचता था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत ही सजग व्यक्ति हैं, सजग प्रधानमंत्री हैं, सजग प्रहरी हैं और सजग राजनेता हैं और जो कहा जाता है कि एक छोटे बच्चे में जितनी एनर्जी होती है, इस उम्र में भी उनके अंदर इतनी एनर्जी है, इतना काम करने का साहस है तो कुछ न कुछ उसका असर, उसका व्यक्तिगत फायदा तो मिलता ही है।’

जब उपेंद्र राय से पूछा गया कि दिल्ली में, खास करके आपकी बातचीत से लगता है कि आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) में काम को लेकर एक तुलनात्मक विश्लेषण है, लेकिन देश के बाकी हिस्सों में ऐसा है क्या, इस पर उन्होंने कहा, ‘देखिए ये लोकल लीडरशिप पर डिपेंड करता है। ओवर-ऑल मोदी जी के काम को देखेंगे या उनके परिश्रम को देखेंगे, उनके कंट्रीब्यूशन को देखेंगे तो उनके बराबर कोई नेता नहीं है, ये हर कोई मानता है, लेकिन दिल्ली में आम आदमी पार्टी के काम को देखेंगे तो उसके काम को बिल्कुल नकारा नहीं जा सकता, मैं नहीं नकारता, मैं झूठ नहीं बोलता, मुंहदेखी बात नहीं करता।’

इस दौरान जब उपेंद्र राय से एक मतदाता के तौर पर इस बात पर अपना नजरिया रखने को कहा गया कि उनके लिए देश की सुरक्षा, एजुकेशन या सड़कें, क्या बड़ा मैटर करता है, तो उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए देश की सुरक्षा सबसे पहले मैटर करती है और देश की सुरक्षा सर्वोपरि ही होनी चाहिए। देश सर्वोपरि ही होना चाहिए, देश से ऊपर कुछ नहीं मोहब्बत या मुल्क कहा जाता है तो मेरे लिए हमेशा मुल्क पहले रहेगा, मोहब्बत बाद में रहेगी।’

जब उनसे पूछा गया कि जब ग्राउंड जीरो पर भारत एक्सप्रेस की टीम जा रही थी तो हमने महसूस किया कि इस सरकार ने संवादहीनता की जो स्थिति थी, उसे लगभग खत्म किया। पीएम सबसे संवाद कर रहे हैं, आप यह समझते हैं कि जो देश का परिप्रेक्ष्य है वह इस बार ऐसा है कि सब जगह मोदी ही मोदी हैं, इसके जबाव में उपेंद्र राय ने कहा, ‘देखिए मोदी लहर जितना 2014 में थी, उससे ज्यादा 2019 में थी और 2019 के बाद 2024 का चुनाव है। बिल्कुल प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा जा रहा है तो मोदी नाम की लहर तो है और वो दिख भी रही है। वह इतने आश्वस्त हैं, कॉन्फिडेंट हैं और जाहिर-सी बात है कि बीजेपी के लोग जिस तरह से परिश्रम कर रहे हैं, देश की सबसे बड़ी पार्टी है। तीसरे चरण के बाद उन्होंने अपने काडर को जिस तरह से एक्टिवेट किया है वो काबिल-ए-तारीफ है।

राम मंदिर पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर बहुत बड़ा मुद्दा है। सबके मन को छूने वाला मुद्दा है, जिसका फायदा मोदी जी को मिलेगा। इसके आगे उनसे पूछा गया कि आपने बतौर पत्रकार बहुत से इलेक्शन देखे होंगे, इस चुनाव को कैसे देखते हैं, क्या फर्क महसूस करते हैं, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि देखिए ये इलेक्शन, उतना आसान इलेक्शन नहीं था, मैंने जैसा कहा कि ये सबसे संतुलित इलेक्शन है और इसीलिए बीजेपी को भी ग्राउंड पर बहुत मेहनत करनी पड़ी और उनके मेहनत का फल उनको मिलता हुआ दिख रहा है. यह काबिल-ए-तारीफ बात है। बीजेपी को अनुमानित तौर पर मिलने वाली सीटों को लेकर उन्होंने कहा कि बीजेपी 300 सीटों तक पहुंच जाएगी।

आपको बता दें कि लोकसभा के लिए सात चरणों में मतदान होना है। अब तक 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 428 सीटों पर मतदान पूरा हो चुका है। अंतिम चरण का मतदान एक जून को होना है, जबकि मतगणना चार जून को होनी है।

'भारत एक्सप्रेस न्यूज नेटवर्क' के सीएमडी और एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय की इस बातचीत को आप यहां देख-सुन सकते हैं। 

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नेशनल फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड 2025’ के विजेता घोषित, आठ श्रेणियों में चमके सितारे

उत्कृष्ट फोटो पत्रकारों को सम्मानित करने के लिए ‘नेशनल फोरम ऑफ फोटो जर्नलिस्ट्स’ की ओर से यह कार्यक्रम 26 अप्रैल को नेपाल में आयोजित किया गया।

Samachar4media Bureau by
Published - Monday, 28 April, 2025
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Monday, 28 April, 2025
NFPJ.

नेपाल के फोटो पत्रकारों के सम्मान में हर साल आयोजित होने वाला प्रतिष्ठित ‘नेशनल फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड 2025’ इस बार 26 अप्रैल को राजधानी काठमांडू के पास होटल हिमालय, ललितपुर में आयोजित किया गया। फोटो पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पत्रकारों को नई पहचान देने और सम्मानित करने के लिए ‘नेशनल फोरम ऑफ फोटो जर्नलिस्ट्स’ (NFPJ) की ओर से यह कार्यक्रम 26 अप्रैल (शनिवार) को दोपहर 2 बजे से होटल हिमालय, कुपोंडोल, ललितपुर में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नेपाल के प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष देवराज घिमिरे और विशेष अतिथि के रूप में ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्री दीपक खड्का सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इस समारोह में आठ श्रेणियों में उत्कृष्ट फोटो पत्रकारों को सम्मानित किया गया। NFPJ ने विभिन्न श्रेणियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे और प्रत्येक श्रेणी में पांच नामांकनों में से एक विजेता का चयन किया गया।

मुख्य अतिथि देवराज घिमिरे ने कहा कि फोटो पत्रकारिता लोकतांत्रिक समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो राष्ट्र की सच्ची तस्वीर प्रस्तुत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने फोटो पत्रकारों द्वारा भ्रामक संदेशों को खारिज करने और देश की वास्तविकता को उजागर करने के योगदान की सराहना की। घिमिरे ने हाल ही में 29 मार्च को फोटो पत्रकार सुरेश रजक की दुखद मृत्यु का जिक्र करते हुए फोटो पत्रकारिता के जोखिम भरे स्वरूप को रेखांकित किया। उन्होंने भविष्य में इस क्षेत्र की चुनौतियों को संबोधित करने की प्रतिबद्धता भी जताई।

विशेष अतिथि दीपक खड्का ने फोटो पत्रकारों की निष्पक्षता और सच्चाई को उजागर करने के उनके कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि शब्दों को तोड़-मरोड़ किया जा सकता है, लेकिन फोटो पत्रकारिता में गलत सूचनाओं को निष्पक्षता के साथ खारिज करने की शक्ति है। खड्का ने फोटो पत्रकारिता को दृश्य और श्रव्य माध्यम के रूप में व्यक्तिगत जोखिम के साथ सूचना प्रदान करने वाला एक शक्तिशाली माध्यम बताया।

सम्मानित फोटो पत्रकार और उनकी श्रेणियां

नेपाल टेलीकॉम डेली लाइफ फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: दीपेंद्र ढुंगाना (नया पत्रिका)

पंचकन्या ग्रुप वूमेन फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: कविता थापा (गोरखापत्र दैनिक)

सूर्यज्योति लाइफ इंश्योरेंस पॉलिटिकल फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: स्कंद गौतम (द हिमालयन टाइम्स)

डिश होम इंटरनेट स्पोर्ट्स फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: उदिप्त सिंह छेत्री

कृषि विकास बैंक फ्रीलांस फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: राजीव हेंगजु (नेपाली सेना के फोटो पत्रकार)

एडवेंचर आउटडोर टूरिज्म एंड कल्चर फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: मनोज रत्न शाही (गोरखापत्र ऑनलाइन)

राष्ट्रीय वाणिज्य बैंक एंटरटेनमेंट फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: अभिषेक महर्जन (अन्नपूर्णा पोस्ट दैनिक)

ग्लोबल आईएमई बैंक इकॉनमिक फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: चंद्र बहादुर आले (अनलाइनखबर)

प्रांतीय स्तर पर सम्मानित फोटो पत्रकार

गुर्खा फाइनेंस कोशी प्रोविंस फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: सुजन बज्राचार्य (राष्ट्रीय समाचार समिति, संखुवासभा)

मधेश प्रोविंस अवॉर्ड: राम सर्राफ (यात्रा दैनिक)

बागमती प्रोविंस अवॉर्ड: नवीन पौडेल (राष्ट्रीय समाचार समिति)

गंडकी प्रोविंस अवॉर्ड: प्रेम थापा (परिचय दैनिक)

लुंबिनी प्रोविंस अवॉर्ड: माधव प्रसाद अर्याल (कान्तिपुर दैनिक)

कर्णाली प्रोविंस अवॉर्ड: अमृत कुमार बुढाथोकी (हिमalaya टेलीविजन)

सुदूरपश्चिम प्रोविंस अवॉर्ड: लोकेश साउद

विशेष सम्मान और पुरस्कार

इस अवसर पर वरिष्ठ फोटो पत्रकार देवेंद्र मान सिंह को फोटो पत्रकारिता में उनके आजीवन योगदान के लिए ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। साथ ही, संगठन के आजीवन सदस्य (स्वर्गीय) चुंगबा शेरपा को मरणोपरांत विशेष सम्मान प्रदान किया गया। इसके अलावा, नेशनल फोटो जर्नलिस्ट्स इमरजेंसी रिलीफ फंड में योगदान देने वाले विभिन्न परोपकारी व्यक्तियों और शुभचिंतकों को प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए।

निर्णायक मंडल

‘पांचवां नेशनल फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड 2025’ के लिए निर्णायक मंडल की अध्यक्षता प्रदीपराज वन्त ने की। इसमें वरिष्ठ फोटो पत्रकार शैलेंद्र खरेल, नेपाल पर्यटन बोर्ड के वरिष्ठ प्रबंधक सूर्य थपलिया, सूर्यज्योति लाइफ इंश्योरेंस के ब्रांडिंग और संचार प्रमुख मेघेंद्र प्रकाश गिरी, प्रज्ञा वास्तुकला और रचनात्मक कला विभाग के प्रमुख सौरगंगा दर्शनधारी, और देश संचार के सह-संपादक मनोज दहाल शामिल थे।

इस कार्यक्रम की खास झलकियां आप यहां देख सकते हैं।

 

 

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हैप्पी बर्थडे पार्थिप त्यागराजन: वेडिंग इंडस्ट्री में आपने स्थापित किए हैं तमाम नए मानक

पार्थिप को डिजिटल मीडिया में दो दशकों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने देश के वेडिंग मीडिया परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

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Published - Friday, 25 April, 2025
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Friday, 25 April, 2025
Parthip Thyagarajan

‘वेडिंगसूत्र डॉट कॉम’ (WeddingSutra.com) के सह-संस्थापक और सीईओ पार्थिप त्यागराजन (Parthip Thyagarajan) के लिए आज का दिन काफी खास है। दरअसल, आज पार्थिप त्यागराजन का जन्मदिन है। उन्होंने डिजिटल मीडिया और नेतृत्व के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता और योगदान दिया है।

पार्थिप को डिजिटल मीडिया में दो दशकों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने देश के वेडिंग मीडिया परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पार्थिप ने अपने करियर की शुरुआत ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ (The Times Of India) ग्रुप में असिस्टेंट मैनेजर (मार्केटिंग) के रूप में की थी। मार्च 2000 में उन्होंने वेडिंगसूत्र डॉट कॉम की सह-स्थापना की। पिछले 25 वर्षों में, वेडिंगसूत्र भारत की अग्रणी वेडिंग मीडिया कंपनी बन गई है और नए जोड़ों के लिए एक भरोसेमंद और प्रेरणादायक प्लेटफॉर्म के रूप में उभरी है।

पार्थिप के नेतृत्व में वेडिंगसूत्र न केवल शादी के जोड़ों के लिए प्रमुख ऑनलाइन डेस्टिनेशन बन चुका है, बल्कि इसने 'WS Engage' जैसे महत्वपूर्ण प्लेटफार्म्स को भी स्थापित किया है। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो लग्जरी इवेंट्स सेक्टर के बेहतरीन वेंडर्स और अन्य स्टेकहोल्डर्स को आपस में जोड़ता है। पार्थिप का कार्य विभिन्न अंतरराष्ट्रीय पर्यटन बोर्ड्स, होटल चेन, लाइफस्टाइल ब्रैंड्स और वेडिंग ईकोसिस्टम के बीच सहयोग को बढ़ावा देना रहा है, जिससे इनोवेशन और आपसी सहयोग को नई दिशा मिली है।

प्रबंधन विकास संस्थान (MDI), गुरुग्राम और सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स के पूर्व छात्र पार्थिप की स्ट्रैटिजक विजन और इंडस्ट्री की गहरी समझ ने वेडिंग और लग्जरी इवेंट्स इंडस्ट्री में नई ऊंचाइयों को छुआ है। उनके योगदान ने कई नए मानक स्थापित किए हैं, जो आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र के विकास में सहायक होंगे।

पार्थिप के जन्मदिन के इस खास मौके पर हम मीडिया और इवेंट्स जगत में उनके दीर्घकालिक योगदान की सराहना करते हैं और उन्हें निरंतर सफलता, विकास और नए मुकाम हासिल करने की शुभकामनाएं देते हैं।

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कठुआ में बीजेपी प्रदर्शन की कवरेज कर रहे वरिष्ठ पत्रकार पर हमला, अस्पताल में भर्ती

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ बीजेपी के विरोध प्रदर्शन की कवरेज कर रहे दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार राकेश शर्मा पर कथित रूप से हमला किया गया।

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Published - Thursday, 24 April, 2025
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Thursday, 24 April, 2025
RakeshSharma512

जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ बीजेपी के विरोध प्रदर्शन की कवरेज कर रहे दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार राकेश शर्मा पर कथित रूप से हमला किया गया। इस घटना के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पत्रकार संगठनों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।

घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें पत्रकार पर खुलेआम हमला होते हुए देखा जा सकता है।

राकेश शर्मा के अनुसार, वह कालिबाड़ी चौक पर बीजेपी विधायकों देविंदर मण्याल, राजीव जसरोटिया और भारत भूषण के नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन की रिपोर्टिंग कर रहे थे। इसी दौरान बीजेपी कार्यकर्ता हिमांशु शर्मा ने पत्रकारों पर "देशविरोधी भाषा बोलने" का आरोप लगाया। दरअसल, पत्रकारों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए थे, जो कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आती है।

राकेश शर्मा ने बताया कि विधायक मण्याल शांतिपूर्वक जवाब दे रहे थे और उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग करेंगे। लेकिन जब पत्रकारों ने यह सवाल किया कि क्या पहलगाम हमला और कठुआ में घुसपैठ सरकार की विफलता नहीं है, तो वहां मौजूद कुछ बीजेपी पदाधिकारी भड़क उठे।

इस दौरान पत्रकारों ने विरोध जताया और कार्यक्रम का बहिष्कार कर बाहर आ गए। लेकिन तभी हिमांशु शर्मा और उनके साथियों– रविंदर सिंह, अश्वनी शर्मा, मंजीत सिंह, टोनी और प्रवीण चुना ने सार्वजनिक रूप से राकेश शर्मा पर हमला कर दिया।

राकेश शर्मा को मौके पर मौजूद डीएसपी रविंदर सिंह ने भीड़ से बचाया और तुरंत सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया।

घटना के बाद वरिष्ठ पत्रकारों के एक समूह ने कठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शोभित सक्सेना से मुलाकात कर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की।

इस घटना के विरोध में पत्रकारों ने शाम को कठुआ के शहीदी चौक पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया और ऐलान किया कि जब तक पार्टी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती, वे बीजेपी के किसी भी कार्यक्रम की कवरेज नहीं करेंगे। जम्मू प्रेस क्लब के बाहर भी पत्रकारों ने एकजुटता दिखाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।

इस बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि राकेश शर्मा का 'अपराध' सिर्फ इतना था कि उन्होंने आतंकवाद से जुड़े सुरक्षा सवाल पूछ लिए। पीसीसी के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने बयान में कहा, "अब सवाल पूछना भी अपराध बन गया है। इससे शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता कि एक राष्ट्रीय अखबार का वरिष्ठ पत्रकार भी अब सुरक्षित नहीं है।"

उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से घटना पर माफी मांगने और आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है।

पत्रकारों पर इस तरह के हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर में पत्रकारिता जगत में गहरी चिंता और आक्रोश का माहौल है। सभी की एक ही मांग है– दोषियों को बख्शा न जाए।

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‘सोनी पिक्चर्स’ के संदीप मेहरोत्रा की तबीयत बिगड़ी, अब हालत बेहतर

छाती में दर्द और असहजता महसूस होने पर उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया, जहां अब उनकी हालत स्थिर है और ठीक हो रही है।

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Published - Wednesday, 23 April, 2025
Last Modified:
Wednesday, 23 April, 2025
Sandeep Mehrotra

मीडिया इंडस्ट्री में जाने-माने नाम और ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया’ (SPNI)  में एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (सेल्स) संदीप मेहरोत्रा की 22 अप्रैल को काम करते हुए अचानक तबीयत खराब हो गई।

बताया जाता है कि मंगलवार को अचानक काम करते हुए उन्हें छाती में दर्द और असहजता महसूस हुई। तत्काल ही उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया, जहां अब उनकी हालत स्थिर है और ठीक हो रही है।

संदीप मेहरोत्रा को मीडिया और मार्केटिंग के क्षेत्र में तीन दशकों का अनुभव है। उन्होंने सोनी पिक्चर्स में सेल्स इनोवेशन को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है।

इससे पहले वह ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) में भी लीडरशिप भूमिकाओं में कार्यरत थे। डिजिटल कंटेंट स्ट्रेटेजी, ब्रैंड मोनेटाइजेशन और बेहतर टीम तैयार करने में उन्हें महारत हासिल है। इंडस्ट्री से जुड़े सहयोगियों और शुभचिंतकों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।

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‘The Tribune’ के पूर्व संपादक हरि जयसिंह का निधन

हरि जयसिंह का अंतिम संस्कार गुरुग्राम में सेक्टर 17-ए के अतुल कटारिया चौक स्थित श्मशान घाट पर 23 अप्रैल की शाम साढ़े पांच बजे होगा।

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Published - Wednesday, 23 April, 2025
Last Modified:
Wednesday, 23 April, 2025
HariJaiSingh7845

जाने-माने पत्रकार और ‘द ट्रिब्यून’ (The Tribune) के पूर्व संपादक (Editor-In-Chief) हरि जयसिंह का निधन हो गया है। वह करीब 85 साल के थे और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। हरि जयसिंह इन दिनों गुरुग्राम में रहते थे, जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली। हरि जयसिंह के परिवार में पत्नी, बेटी और एक बेटा हैं।

हरि जयसिंह का अंतिम संस्कार गुरुग्राम में सेक्टर 17-ए के अतुल कटारिया चौक स्थित श्मशान घाट पर 23 अप्रैल की शाम साढ़े पांच बजे होगा।

बता दें कि हरि जयसिंह ने ‘The Tribune’ अखबार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह करीब नौ वर्षों तक ‘The Tribune’ के संपादक रहे थे। उनका जन्म 29 मार्च 1940 को कराची, पाकिस्तान में हुआ था और उन्होंने अपनी शिक्षा कोलकाता में प्राप्त की।

हरि जयसिंह ने ‘द ट्रिब्यून’ के अलावा ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ (The Indian Express) और ‘नेशनल हेराल्ड’ (National Herald) जैसे प्रमुख समाचार पत्रों में भी वरिष्ठ पदों पर कार्य किया था। अपनी पत्रकारिता के दौरान उन्होंने भारतीय राजनीति और वैश्विक घटनाओं पर गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया। इसके अलावा, उन्होंने ‘Morning Telegraph’ और ‘The Guardian’ (लंदन) जैसे अंतरराष्ट्रीय प्रकाशनों में भी योगदान दिया था।

वह दो किताबें ‘Pitfalls of Indian Democracy- Bapu to Anna’ और ‘India after Indira: The turbulent years, 1984-1989’ भी लिख चुके थे।

हरि जयसिंह के निधन पर तमाम शुभचिंतकों व उनके साथ काम कर चुके लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि दी है। पूर्व में हरि जयसिंह के पर्सनल सेक्रेट्री रह चुके पूरन चंद्र जोशी ने कहा है, ‘वह एक बहुत ही मेहनती और ईमानदार संपादक थे। वह एक सच्चे सज्जन, पूर्णत: पेशेवर, ग्रेट लीडर और अद्भुत इंसान थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। उनके परिवार, मित्रों और सभी संबंधियों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं। ॐ शांति।’

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दुनिया को अलविदा कह गए वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन सिंह, फंदे से लटका मिला शव

मनमोहन सिंह इन दिनों एक पीआर एजेंसी में काम कर रहे थे। घटना के दौरान मनमोहन सिंह की पत्नी मायके में थीं और घर पर सिर्फ तीन साल का बेटा था।

Samachar4media Bureau by
Published - Tuesday, 22 April, 2025
Last Modified:
Tuesday, 22 April, 2025
Manmohan Singh..

उत्तर प्रदेश के लखनऊ से वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन सिंह की मौत की खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मनमोहन सिंह ने लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित आवास पर मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या की है। मनमोहन सिंह इन दिनों एक पीआर एजेंसी में काम कर रहे थे। घटना के दौरान मनमोहन सिंह की पत्नी मायके में थीं और घर पर सिर्फ तीन साल का बेटा था।

सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से मनमोहन सिंह को राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फोरेंसिक टीम ने मौके पर छानबीन की है। पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार, इस मामले में परिजनों की ओर से यदि कोई तहरीर दी जाती है तो मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर भी जांच की जाएगी।

मनमोहन सिंह की मौत पर ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन’ (IIMC) ने एक ट्वीट पर अपना दुख जताया है और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है। अपने ट्वीट में ‘आईआईएमसी’ ने लिखा है, ‘भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) को हमारे सम्मानित पूर्व छात्र मनमोहन सिंह (ईजे, दिल्ली | सत्र 2009-10) के असामयिक निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ है। यह दुखद समाचार लखनऊ से प्राप्त हुआ। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार और मित्रों के साथ हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।’

इसी के साथ ‘IIMC Alumni Association’ ने भी मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताते हुए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है। अपने ट्वीट में ‘IIMCAA’ ने लिखा है, ‘टीम IIMCAA को हमारे पूर्व छात्र श्री मनमोहन सिंह (ईजे, दिल्ली | 2009-10 बैच) के लखनऊ में असमय निधन की सूचना से गहरा आघात पहुंचा है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिवार व मित्रों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।’

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नेपाल में सजेगा ‘नेशनल फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड 2025’ का मंच, प्रतिभाओं का होगा सम्मान

‘नेशनल फोरम ऑफ फोटो जर्नलिस्ट्स’ (NFPJ) की ओर से आयोजित होने जा रहे इस अवॉर्ड समारोह का उद्देश्य फोटो पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पत्रकारों को पहचान और सम्मान देना है।

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Published - Saturday, 19 April, 2025
Last Modified:
Saturday, 19 April, 2025
Nepal

नेपाल के फोटो पत्रकारों के सम्मान में हर साल आयोजित होने वाला प्रतिष्ठित ‘नेशनल फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड 2025’ इस बार 26 अप्रैल को राजधानी काठमांडू के पास होटल हिमालय, ललितपुर में आयोजित किया जाएगा।

‘नेशनल फोरम ऑफ फोटो जर्नलिस्ट्स’ (NFPJ) की ओर से यह कार्यक्रम 26 अप्रैल (शनिवार) को दोपहर 2 बजे से होटल हिमालय, कुपोंडोल, ललितपुर में शुरू होगा।

इस अवॉर्ड समारोह का उद्देश्य फोटो पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पत्रकारों को पहचान और सम्मान देना है।

समाचार4मीडिया से बातचीत में नेशनल फोरम ऑफ फोटो जर्नलिस्ट्स के अध्यक्ष प्रदीपराज वन्त का कहना कि फोटो पत्रकारिता समाज के लिए एक आंख की तरह होती है, जो बिना शब्दों के बहुत कुछ कह जाती है।

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IIMC के ‘मीडिया वर्व’ फेस्ट में दिखा छात्रों का हुनर, मीडिया दिग्गजों ने साझा किए अनुभव

भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC), नई दिल्ली के मीडिया बिजनेस स्टडीज विभाग की ओर से आयोजित पहले मीडिया वर्व फेस्टिवल में रचनात्मकता, कहानियों और मीडिया की दुनिया का जीवंत संगम देखने को मिला।

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Published - Saturday, 19 April, 2025
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Saturday, 19 April, 2025
MediaVerve845

भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC), नई दिल्ली के मीडिया बिजनेस स्टडीज विभाग की ओर से आयोजित पहले मीडिया वर्व फेस्टिवल (Media Verve) में रचनात्मकता, कहानियों और मीडिया की दुनिया का जीवंत संगम देखने को मिला। दिनभर चलने वाले इस आयोजन में दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से आए लगभग 600 छात्रों ने हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

फेस्टिवल डायरेक्टर और विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. सुरभि दहिया ने कहा, “मीडिया वर्व की कल्पना एक ऐसे मंच के रूप में की गई थी जहां युवा प्रतिभाएं बदलते मीडिया परिदृश्य से जुड़ सकें। आज जिन प्रतिभाओं को देखा और महसूस किया, उससे साफ है कि मीडिया का भविष्य बेहद उज्ज्वल है।”

समापन सत्र का शुभारंभ IIMC की कुलपति डॉ. अनुपमा भटनागर ने किया। इस अवसर पर BW बिज़नेसवर्ल्ड के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ डॉ. अनुराग बत्रा ने मुख्य भाषण दिया। साथ ही, बिग एफएम की जानी-मानी आरजे आकृति ने भी छात्रों से संवाद किया।

फेस्ट की सबसे खास प्रस्तुति रही पैनल चर्चा जिसका विषय था — ‘द बिजनेस ऑफ स्टोरीटेलिंग: भारत से कैसे बनाएं स्केलेबल मीडिया वेंचर्स’। इस चर्चा का संचालन डॉ. सुरभि दहिया ने किया। इसमें शामिल थे: आशिष एस. कुलकर्णी (चेयरमैन, AVGC, FICCI), ए. के. भट्टाचार्य (एडिटोरियल डायरेक्टर, बिजनेस स्टैंडर्ड), ऋचा अनिरुद्ध (एंकर और प्रोड्यूसर, 'जिंदगी विद ऋचा'), बृज पहवा (एडिटोरियल लीड, एक्सचेंज4मीडिया), अभिषेक गुल्याणी (एमडी, Zeno India और कॉर्पोरेट अफेयर्स हेड, Zeno APAC), मिमांसा मलिक (सीनियर टीवी पत्रकार), और डॉ. निमिष रुस्तगी (रजिस्ट्रार और एडिशनल डायरेक्टर जनरल, IIMC)।

छात्रों के लिए आयोजित छह प्रतियोगिताएं — Taair (स्पॉट फिल्म मेकिंग), AdVantage (एड मैड शो), लफ़्ज़ों की महफ़िल (ओपन माइक), संवाद (तात्कालिक भाषण और वाद-विवाद), The Fourth Wall (मीडिया क्विज) और Click-Off (ऑनलाइन फोटोग्राफी) को मीडिया और शिक्षा जगत के विशेषज्ञों ने जज किया। हर श्रेणी के शीर्ष तीन विजेताओं को क्रमश: ₹5000, ₹3000 और ₹2000 के नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। फोटोग्राफी प्रविष्टियों को ओपन पवेलियन में प्रदर्शित भी किया गया।

Taair प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वुमन की छात्रा मन्नत जोशी ने कहा, “यह अनुभव बेहद सशक्त बनाने वाला था। सोच से लेकर क्रियान्वयन तक, इस फेस्ट ने हमें असल मीडिया दुनिया का एहसास कराया। मेरी टीम ने सीमित समय में जो रचा, उस पर गर्व है।”

फेस्टिवल को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और अडानी ग्रुप का सहयोग प्राप्त था, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि उद्योग और शिक्षा जगत के बीच मजबूत होती साझेदारी भविष्य के मीडिया प्रोफेशनल्स को तैयार करने में अहम भूमिका निभा रही है।

मीडिया वर्व 2025 ने जोश, विचार और रचनात्मकता के साथ एक प्रेरणादायक समापन किया और यह भरोसा भी दिया कि आने वाले वर्षों में यह आयोजन और भी बड़ी उड़ान भरेगा।

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Viacom18 व Star India विलय के बाद पहली वित्तीय रिपोर्ट जारी, जानें कितना हुआ नुकसान

यह घाटा कंपनी की प्रमुख इकाइयों- Viacom18 और IndiaCast के स्टार इंडिया के साथ हुए विलय के परिणामस्वरूप हुआ। कंपनी ने इस घाटे को अपने वित्तीय नतीजों में एक "असाधारण" (exceptional) मामला बताया है

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Published - Saturday, 19 April, 2025
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Saturday, 19 April, 2025
Network18

नेटवर्क18 मीडिया व इन्वेंस्टमेंट्स (Network18 Media & Investments) ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में ₹1,435.79 करोड़ का घाटा दर्ज किया है। यह घाटा कंपनी की प्रमुख इकाइयों- Viacom18 और IndiaCast के स्टार इंडिया (Star India) के साथ हुए विलय के परिणामस्वरूप हुआ। कंपनी ने इस घाटे को अपने वित्तीय नतीजों में एक "असाधारण" (exceptional) मामला बताया है, यानी ये आम नुकसान नहीं बल्कि किसी विशेष घटना (यहां विलय) के कारण हुआ नुकसान है।

इसके अलावा, इस तिमाही में Network18 की कुल आय ₹564.5 करोड़ रही, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में ये ₹2,580 करोड़ थी। यह फर्क इसलिए दिखाई पड़ा क्योंकि अब Viacom18 और TV18 कंपनी की सब्सिडियरी (अर्थात अधीनस्थ कंपनियां) नहीं रहीं, इसलिए उनकी कमाई को अब Network18 की कमाई में नहीं गिना गया।

विलय प्रक्रिया के तहत सबसे पहले Viacom18 की मीडिया गतिविधियां और उसका ओटीटी प्लेटफॉर्म JioCinema को Digital18 में स्थानांतरित किया गया। इसके बाद इन इकाइयों को Digital18 से अलग कर Star India में मिला दिया गया। साथ ही, Network18 ने IndiaCast में अपनी हिस्सेदारी Viacom18 को बेच दी। इन कार्रवाइयों के बाद Viacom18 और IndiaCast अब Network18 की सहायक कंपनियां नहीं रहीं।

इसके अलावा, 30 दिसंबर 2024 को, Network18 की मूल कंपनी Reliance Industries Ltd ने Viacom18 में 24.6 करोड़ compulsorily convertible preference shares को इक्विटी में बदल दिया। इस बदलाव के बाद Viacom18 को अब एक सहयोगी कंपनी  (associate company) के रूप में वर्गीकृत किया गया है, न कि सहायक कंपनी (subsidiary) के रूप में। इसी पुनर्वर्गीकरण और IndiaCast की बिक्री के चलते, Network18 को अपनी बैलेंस शीट से नेट एसेट्स (जिसमें goodwill और non-controlling interests भी शामिल हैं) हटाने पड़े, जिससे ₹1,435.79 करोड़ का विशेष घाटा दर्ज हुआ।

कंपनी के मुताबिक, “पिछले साल चुनावों के चलते विज्ञापन से हुई मजबूत आय के मुकाबले इस बार राजस्व में मामूली गिरावट आई है। कुल मिलाकर विज्ञापन माहौल कमजोर रहा क्योंकि टीवी न्यूज़ उद्योग में विज्ञापन इन्वेंट्री की खपत में 15% की गिरावट आई, जिससे टीवी राजस्व पर दबाव पड़ा।”

Network18 के न्यूज़ व्यवसाय से प्राप्त परिचालन राजस्व Q4 FY24 में ₹535 करोड़ था, जो कि Q4 FY25 में घटकर ₹522 करोड़ रह गया—जो साल दर साल 2.5% की गिरावट है। हालांकि पूरे वित्तीय वर्ष में यह राजस्व ₹1,818 करोड़ (FY24) से बढ़कर ₹1,896 करोड़ (FY25) हो गया, जो कि 4.3% की वृद्धि है।

कंपनी ने आगे कहा, “पूरे वित्त वर्ष FY25 के दौरान, भले ही टीवी न्यूज़ उद्योग में विज्ञापन इन्वेंट्री की खपत 15% घटी, Network18 का राजस्व 4.3% की दर से बढ़कर ₹1,896 करोड़ रहा। यह वृद्धि विज्ञापन दरों में इजाफे के कारण संभव हुई, जो कि कई बाजारों में मजबूत व्यूअरशिप शेयर की वजह से आया।”

कंपनी का यह भी मानना है कि मराठी, बंगाली और कन्नड़ जैसे क्षेत्रों में चैनलों की रैंकिंग और हिस्सेदारी में हालिया सुधार को देखते हुए आगे और भी वृद्धि की संभावना है। वर्षभर में EBITDA में भी हल्का सुधार देखा गया क्योंकि परिचालन लागत केवल 3.5% बढ़ी।

Q4 FY24 के लिए, Network18 की कुल आय ₹564.5 करोड़ रही (Viacom18/TV18 को शामिल किए बिना), जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह ₹2,580 करोड़ थी, जब ये दोनों कंपनियां Network18 की सहायक थीं। पूरे वित्तीय वर्ष के लिए Network18 की कुल आय FY24 में ₹9,994 करोड़ थी, जो FY25 में घटकर ₹7,358 करोड़ हो गई।

चौथी तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च ₹630 करोड़ रहा, जो कि पिछले साल की समान अवधि में ₹2,792 करोड़ था।

कंपनी के marketing, distribution और promotional खर्च Q4 FY25 में ₹159.4 करोड़ रहे, जबकि Q4 FY24 में यह ₹453.6 करोड़ थे। पूरे साल के लिए, FY25 में यह खर्च ₹1,511 करोड़ रहा, जो FY24 में ₹1,741 करोड़ था।

वहीं, पूरे साल के दौरान यानी वित्तीय वर्ष में, कंपनी के "depreciation and amortisation" से जुड़ी खर्चे ₹210 करोड़ से बढ़कर ₹223 करोड़ हो गए हैं। आसान भाषा में कहें तो कंपनी की कुछ संपत्तियां (जैसे मशीनें, सॉफ्टवेयर, बिल्डिंग आदि) समय के साथ पुरानी होती हैं और उनका मूल्य घटता है। इस घटते मूल्य को ही depreciation और amortisation कहते हैं।

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वरिष्ठ पत्रकार ब्रजेश कुमार सिंह ने मनाई शादी की सिल्वर जुबली, कहा-ईश्वर की कृपा बनी रहे

19 अप्रैल 2000 को परिणय सूत्र में बंधे इस युगल ने जीवन के दो दशक से अधिक की यात्रा में साथ मिलकर निजी, पारिवारिक, सामाजिक और व्यावसायिक मोर्चों पर अनेक सफलताएं अर्जित की हैं।

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Published - Saturday, 19 April, 2025
Last Modified:
Saturday, 19 April, 2025
Brajesh Singh

वरिष्ठ पत्रकार और ‘नेटवर्क18 समूह’ में ग्रुप एडिटर (कंवर्जेंस) ब्रजेश कुमार सिंह की आज शादी की सालगिरह है। 19 अप्रैल 2000 को परिणय सूत्र में बंधे इस युगल ने जीवन के दो दशक से अधिक की यात्रा में साथ मिलकर निजी, पारिवारिक, सामाजिक और व्यावसायिक मोर्चों पर अनेक सफलताएं अर्जित की हैं।

इस विशेष अवसर पर ब्रजेश कुमार सिंह ने एक के बाद एक कई भावुक ट्वीट्स के माध्यम से न सिर्फ जीवनसाथी पूनम के योगदान को स्मरण किया, बल्कि उन सभी परिजनों, मित्रों और शुभचिंतकों के प्रति आभार भी प्रकट किया, जिन्होंने हर पड़ाव पर उनका साथ दिया। अपने ‘एक्स’ (X) हैंडल पर किए गए ट्वीट्स में उन्होंने लिखा, ‘25 साल का ये दांपत्य जीवन अत्यंत सुखद रहा है। इस यात्रा के दौरान जो कुछ भी हासिल हुआ, उसमें पूनम की बड़ी भूमिका रही है।’

इस महत्वपूर्ण अवसर को और भी खास बना दिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई उनकी मुलाकात ने। ब्रजेश कुमार सिंह ने ट्वीट करते हुए बताया, ’हमारे वैवाहिक जीवन की सिल्वर जुबली की पूर्व संध्या पर आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मुलाकात हुई, और उनका शुभकामना संदेश भी प्राप्त हुआ। अपनी व्यस्त दिनचर्या में से समय निकाल कर हमसे मिलने और जीवन के इस बड़े पड़ाव पर शुभकामनाओं के लिए आभार, नरेंद्रभाई! ’

इस अवसर पर उन्होंने अपनी दिवंगत मां को भी याद किया और लिखा कि वे भले ही भौतिक रूप से मौजूद नहीं हैं, लेकिन उनका आशीर्वाद हमेशा साथ है।

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