केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पटना में 'पंचायत आजतक-बिहार' के मंच से कहा कि एनडीए की जीत के बाद मुख्यमंत्री कौन होगा, यह विधायक दल तय करेगा।
पटना में 'पंचायत आजतक-बिहार' के मंच से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एनडीए की जीत के बाद मुख्यमंत्री कौन होगा, यह फैसला विधायक दल करेगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रहा है। नीतीश कुमार पर न सिर्फ बीजेपी, बल्कि बिहार की जनता को भी पूरा भरोसा है।
सीएम फेस के सवाल पर अमित शाह ने साफ कहा, मैं किसी को मुख्यमंत्री बनाने वाला कौन होता हूं। इतनी सारी पार्टियों का गठबंधन है। चुनाव के बाद जब बैठेंगे, विधायक दल के नेता बैठेंगे और अपना नेता तय कर लेंगे। अभी हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रहे हैं और हमारे चुनाव का नेतृत्व नीतीश कुमार ही कर रहे हैं।
जब उनसे पूछा गया कि अगर बीजेपी के विधायक ज्यादा हो गए तो भी क्या नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री होंगे? इस पर अमित शाह ने कहा, हमारे विधायक अभी भी ज्यादा हैं, फिर भी नीतीश कुमार ही सीएम हैं। अमित शाह ने 130वें संविधान संशोधन को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर भी सफाई दी।
उन्होंने कहा कि यह संशोधन विपक्ष को निशाना बनाने के लिए नहीं है, बल्कि सभी चुने हुए प्रतिनिधियों पर समान रूप से लागू होता है। उन्होंने कहा कि जिन्हें भ्रष्टाचार की आदत है, डर उन्हीं को लग रहा हैं।
हम मानते हैं कि भारत और इसके पड़ोसी देश वैश्विक ऑन-चेन इकोनॉमी के भविष्य को दिशा देंगे। यह निवेश नियामकीय मंजूरी और अन्य औपचारिक प्रक्रियाओं के अधीन है।
क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज Coinbase Global ने भारत की अग्रणी डिजिटल एसेट प्लेटफॉर्म CoinDCX में नया निवेश किया है, जिससे कंपनी का वैल्यूएशन 2.45 अरब डॉलर (पोस्ट-मनी) पहुंच गया है। यह निवेश Coinbase की भारत के तेजी से बढ़ते क्रिप्टो इकोसिस्टम में बढ़ती दिलचस्पी को दर्शाता है।
इससे पहले अप्रैल 2022 में Coinbase Ventures ने CoinDCX के 135 मिलियन डॉलर के फंडिंग राउंड में हिस्सा लिया था, जब कंपनी की वैल्यूएशन 2.15 अरब डॉलर थी। मुंबई स्थित CoinDCX ने पिछले कुछ वर्षों में भारतीय डिजिटल एसेट बाजार में मजबूत पकड़ बनाई है।
जुलाई 2025 तक कंपनी की वार्षिक आय लगभग 141 मिलियन डॉलर और कुल एसेट्स 1.2 अरब डॉलर के स्तर पर दर्ज की गईं। कंपनी का यह प्रदर्शन भारत में क्रिप्टो पर जारी नियामक अनिश्चितताओं के बावजूद उल्लेखनीय है।
Coinbase के चीफ बिजनेस ऑफिसर शान अग्रवाल ने कहा, 'हम मानते हैं कि भारत और इसके पड़ोसी देश वैश्विक ऑन-चेन इकोनॉमी के भविष्य को दिशा देंगे।' यह निवेश नियामकीय मंजूरी और अन्य औपचारिक प्रक्रियाओं के अधीन है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की डिजिटल प्रगति, युवा निवेशक आधार और ब्लॉकचेन अपनाने की गति इसे एशिया का सबसे तेजी से बढ़ता क्रिप्टो बाजार बना रही है।
अगर जनसुराज का उम्मीदवार भी खराब लगे तो उसे भी वोट मत दीजिए लेकिन अच्छे आदमी को वोट दें। उन्होंने कहा कि आरजेडी का वोट शेयर 22 से 30 प्रतिशत के बीच है।
पटना में आयोजित 'पंचायत आजतक-बिहार' के मंच से जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि इस बार बिहार की जनता के पास एक विकल्प है। अगर जनता ने गलती की तो आने वाली पीढ़ी उन्हें माफ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि पहली बार प्रत्याशियों की सूची में राज्य के सबसे बड़े वकील, डॉक्टर, शिक्षाविद, ईमानदार ब्यूरोक्रेट और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल है।
जबकि उनके सामने बालू माफिया, शराब माफिया, भू माफिया, नरसंहार के आरोपी और दंगाई हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि जनता को तय करना है कि उन्हें कैसा राज्य चाहिए। अब तक लोग कहते थे कि विकल्प नहीं है, लेकिन अब है।
उन्होंने कहा कि जनसुराज जीते ना जीते, बिहार जीतना चाहिए। अच्छे लोग जीतने चाहिए। उन्होंने कहा, हर सीट पर तीनों प्रत्याशियों को देखिए। एनडीए, महागठबंधन और जनसुराज। तीनों का मूल्यांकन करें। अगर जनसुराज का उम्मीदवार भी खराब लगे तो उसे भी वोट मत दीजिए लेकिन अच्छे आदमी को वोट दें।
उन्होंने कहा कि आरजेडी का वोट शेयर 22 से 30 प्रतिशत के बीच है। अगर आरजेडी से 5 प्रतिशत वोट घटाकर जनसुराज को जोड़ दें तो तस्वीर बदल जाएगी। उन्होंने दावा किया कि जेडीयू को इस बार 25 सीटें भी नहीं मिलेंगी। पिछली बार जेडीयू को 42 सीटें मिली थीं, अब वो और नीचे जाएंगे।
लगभग 4 करोड़ बिहारी राज्य से बाहर मजदूरी करने को मजबूर हैं, लेकिन इन मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं होती. चुनाव आते ही नेताओं को वेतनमान और भत्ते की याद आती है।
बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में मतदान होंगे और नतीजा 14 नवंबर को आएगा। मतदान से पहले राजधानी पटना में आजतक के विशेष कार्यक्रम 'पंचायत आजतक बिहार' का आयोजन हुआ। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा कि बिहार की राजनीति 'खिचड़ी' बन चुकी है और नेताओं के अंदर आग लगी हुई है।
जनता की चिंता कोई नहीं करता। राजनीतिक दल सिर्फ जातीय और चुनावी समीकरणों में उलझे रहते हैं, जबकि बिहार की असली समस्याओं पर बात नहीं होती। पप्पू यादव ने कहा कि बिहार में कभी आर्थिक समाधान नहीं खोजा गया। हमेशा राजनीतिक समाधान की बात हुई।
उन्होंने नीतीश कुमार और केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बिहार को केंद्रीय विश्वविद्यालय तक नहीं मिला। पहले 40 फीसदी चीनी उत्पादन वाला बिहार अब सिर्फ 4 फीसदी पर सिमट गया है। उन्होंने कहा कि चीनी मिलें बंद हो गईं, दूध और पेपर फैक्ट्रियां ठप हो गईं, और उद्योग खत्म हो गए।
पप्पू यादव ने नीतीश कुमार और एनडीए सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले 20 सालों से डबल इंजन की सरकार रही लेकिन बिहार की औसत आय 33 से 36 हजार रुपये ही है। उन्होंने कहा कि लगभग 4 करोड़ बिहारी राज्य से बाहर मजदूरी करने को मजबूर हैं, लेकिन इन मुद्दों पर कोई चर्चा नहीं होती। चुनाव आते ही नेताओं को वेतनमान और भत्ते की याद आती है।
जून 2009 में टीवी पत्रकार ब्रजेश गुप्ता का शव गोविंद नगर में खड़ी कार में कपड़े से लपेटा हुआ मिला था। शव पर कई चोटों के निशान थे।
कानपुर की एक अदालत ने 16 साल पुराने टीवी पत्रकार ब्रजेश गुप्ता की हत्या के मामले में चार लोगों को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
सजा पाने वालों में पीड़ित की सहयोगी व टीवी एंकर कनिका ग्रोवर, उसके दो भाई सनी और मुन्नी और परिवार का मित्र सुरजीत सिंह उर्फ शंटी शामिल हैं।
जून 2009 में 26 वर्षीय ब्रजेश गुप्ता का शव गोविंद नगर में खड़ी कार में कपड़े से लपेटा हुआ मिला था। शव पर कई चोटों के निशान थे।
सरकारी वकील गौरेंद्र त्रिपाठी के अनुसार, अदालत ने नौ गवाहों की गवाही सुनने के बाद आरोपियों को दोषी पाया। कनिका और उसके भाइयों के साथ-साथ सुरजीत को भी आजीवन कारावास की सजा दी गई। साथ ही कनिका की मां अलका ग्रोवर और उसके चाचा राजीव कुमार को साक्ष्य नष्ट करने में मदद करने के लिए 5 साल की जेल की सजा सुनाई गई।
निर्णय सुनाए जाने के बाद, जो छह लोग जमानत पर थे, उन्हें फौरन हिरासत में ले लिया गया।
मामला 14 जून 2009 का है, जब रतनलाल नगर के एक निवासी ने एक 'प्रेस' स्टिकर वाली कार को लंबे समय तक खड़ी देखा। कार खोलने पर पुलिस ने ब्रजेश का शव पाया।
ब्रजेश के भाई प्रभात कुमार ने बाद में गोविंद नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि ब्रजेश ने कहा था कि वह कनिका और अन्य को घर छोड़कर आएगा, लेकिन वह वापस नहीं आया। परिवार ने तलाश की और शव कार में पाया। उनकी लाइसेंसधारी बंदूक और सोने के गहने भी गायब थे।
गौरेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस जांच में पता चला कि कनिका और उसके परिवार को ब्रजेश से नाराजगी थी, क्योंकि उनका आरोप था कि ब्रजेश नियमित रूप से कनिका को परेशान करता था। सुरजीत को पहले गिरफ्तार किया गया, जिसने जुर्म कबूल किया और बाकी आरोपियों का पता लगाया। उसने बताया कि अपराध उनके घर में किया गया, बाद में शव को कपड़े में लपेटकर ब्रजेश की कार में रखा गया।
जिला सरकारी वकील दिलीप अवस्थी ने कहा कि कनिका के परिवार का यह भी मानना था कि ब्रजेश ने उनके पिता को झूठे केस में फंसाया, जिससे उनके गुस्से और बढ़ गए थे।
यही इसे लोगों के बीच अलग पहचान देती है। सूचना की तेज गति और वायरल होने वाले फेक न्यूज के समय में सच्चाई और प्रमाणिकता बनाए रखना मीडिया की सबसे बड़ी चुनौती है।
उत्तराखंड में मंगलवार को दैनिक भास्कर एप का औपचारिक शुभारंभ हुआ। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, योगगुरु बाबा रामदेव और परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। अतिथियों ने बटन दबाकर एप को लॉन्च किया। सीएम धामी ने भास्कर को प्रदेश में इस नई शुरुआत के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा- दैनिक भास्कर ने सच्ची और निष्पक्ष पत्रकारिता के दम पर मुकाम हासिल किया है।
उन्होंने बताया, दैनिक भास्कर एप के जरिए अब लोग रियल टाइम में खबरें पढ़ सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा- दैनिक भास्कर जापान के समाचार पत्र के बाद दुनिया में सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला अखबार है, ये जानकर उन्हें काफी खुशी हुई है।
सीएम धामी ने कहा कि कई बार सोशल मीडिया का दुरुपयोग भी होता है। लेकिन उन्होंने दैनिक भास्कर की पारदर्शिता और विश्वसनीयता की सराहना की। उन्होंने कहा- यही इसे लोगों के बीच अलग पहचान देती है। उन्होंने कहा कि सूचना की तेज गति और वायरल होने वाले फेक न्यूज के समय में सच्चाई और प्रमाणिकता बनाए रखना मीडिया की सबसे बड़ी चुनौती है।
इस कार्यक्रम में मीडिया और सामाजिक क्षेत्र के प्रतिनिधि अपने अनुभव साझा करेंगे और विचारों का आदान-प्रदान कर समाज में वास्तविक बदलाव लाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
प्रयास JAC सोसाइटी और इंडिया हैबिटेट सेंटर (IHC) संयुक्त रूप से ‘सामाजिक क्षेत्र और मीडिया की भूमिका’ पर एक विशेष चर्चा का आयोजन कर रहे हैं। नई दिल्ली में लोधी रोड स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर के Casuarina Hall में 16 अक्टूबर की शाम 6:30 बजे से होने वाले इस कॉन्क्लेव में मीडिया और सामाजिक क्षेत्र के प्रतिनिधि अपने अनुभव साझा करेंगे और विचारों का आदान-प्रदान कर समाज में वास्तविक बदलाव लाने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य मीडिया और सामाजिक क्षेत्र के संगठनों (CSOs/NGOs) के बीच बेहतर सहयोग स्थापित करना और सामाजिक मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाना है। कार्यक्रम में देश भर के वरिष्ठ पत्रकार, मीडिया संस्थान और विभिन्न नागरिक सामाजिक संगठन हिस्सा लेंगे।
चर्चा का मुख्य फोकस यह समझना है कि मीडिया और CSOs मिलकर समाज के कमजोर वर्गों—जैसे बच्चों, महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांग व्यक्तियों के मुद्दों को कैसे उजागर कर सकते हैं और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
प्रयास JAC सोसाइटी के संस्थापक व मेंटर आमोद कंठ, वरिष्ठ पत्रकार व प्रयास की गवर्निंग बॉडी के मेंबर अमिताभ श्रीवास्तव और इंडिया हैबिटेट सेंटर के डायरेक्टर प्रो. (डॉ.) के. जी सुरेश कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता शामिल होंगे। इस चर्चा में यह भी विचार किया जाएगा कि मीडिया और सामाजिक क्षेत्र के संगठन मिलकर देश के विकास और संवैधानिक मूल्यों को मजबूत कैसे कर सकते हैं।
प्रसून जोशी को यह पुरस्कार महान कलाकार किशोर कुमार की जन्मस्थली खंडवा में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।
मध्य प्रदेश सरकार ने फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज गीतकार, कवि, लेखक और ऐडमैन प्रसून जोशी को राष्ट्रीय किशोर कुमार पुरस्कार 2024 से सम्मानित किया है। फिल्मी गीत लेखन के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
प्रसून जोशी को यह पुरस्कार खंडवा में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया। बता दें कि खंडवा महान कलाकार किशोर कुमार की जन्मस्थली है, जिन्हें भारतीय सिनेमा का ऑलराउंडर स्टार कहा जाता है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समारोह में शामिल होकर किशोर कुमार से जुड़े किस्से सुनाए और उन्हें मध्य प्रदेश का ‘अनमोल रत्न’ बताया।
विजयवाड़ा उत्सव की सफलता के बाद श्रेयस मीडिया ने यह निर्णय लिया है कि वह बिहू, ओनम, गणेश चुतर्थी, पोंगल, लोहड़ी, दुर्गा पूजा और सक्रांति जैसे क्षेत्रीय त्योहारों को भी देशभर में बड़े स्तर पर मनाएगी।
श्रेयस मीडिया (Shreyas Media) द्वारा हाल ही में आयोजित विजयवाड़ा उत्सव (Vijayawada Utsav) न केवल गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुआ, बल्कि इसे दुनिया का सबसे बड़ा कार्निवल माना गया और इसने वैश्विक ध्यान भी आकर्षित किया। भारत, अमेरिका, कनाडा और UAE में 3,500 से ज्यादा मूवी प्रमोशन और अन्य कार्यक्रम आयोजित करने वाले Shreyas Media ने इस उत्सव के जरिए लाखों लोगों को जोड़कर अपनी संगठन क्षमता और कलाकारी का प्रदर्शन किया। विजयवाड़ा उत्सव की सफलता के बाद कंपनी ने यह निर्णय लिया है कि वह बिहू, ओनम, गणेश चुतर्थी, पोंगल, लोहड़ी, दुर्गा पूजा और सक्रांति जैसे क्षेत्रीय त्योहारों को भी देशभर में बड़े कार्निवल के रूप में मनाएगी।
श्रेयस मीडिया (Shreyas Media) ने यह भी योजना बनाई है कि वह साल भर अराकू और गांदीकोटा जैसे पर्यटन स्थलों पर विदेशी कलाकारों के साथ समारोह आयोजित करे। इस सैंक्रांति, कृषि को नए आयाम देने के लिए कंपनी एक बड़े किसान उत्सव का आयोजन भी करने जा रही है। इसके अलावा, Visakhapatnam और Tirupati में नए साल और सैंक्रांति के जश्न का आयोजन विजयवाड़ा उत्सव की तरह होगा। विजयवाड़ा में भी दिवाली, नया साल और सैंक्रांति बड़े पैमाने पर मनाई जाएगी। कंपनी पूरे साल आंध्र प्रदेश में 30 बड़े संगीत समारोह आयोजित करेगी और अराकू कॉफी फेस्टिवल भी भव्य रूप से मनाया जाएगा।
Shreyas Media के संस्थापक Gandra Srinivas Rao ने कहा कि विजयवाड़ा उत्सव एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में आयोजित किया गया और इसने कार्निवल क्षेत्र में कंपनी की इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी बनाई। उन्होंने कहा कि भारत अपनी विविध संस्कृति और त्योहारों के लिए जाना जाता है। ऐसे कार्निवल आयोजित करके त्योहारों को मीठी यादों में बदला जा सकता है। यह प्लेटफॉर्म न केवल देश के लोगों को बल्कि विदेशियों को भी जोड़ता है और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देता है।
उन्होंने याद दिलाया कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू ने विजयवाड़ा उत्सव की सफलता और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होने पर खुशी व्यक्त की थी। विजयवाड़ा उत्सव को Society for Vibrant Vijayawada और आंध्र प्रदेश टूरिज्म के सहयोग से 22 सितंबर से 11 दिनों तक आयोजित किया गया। इस दौरान कुल 284 कार्यक्रम हुए और 3,000 से अधिक कलाकारों ने दर्शकों का मनोरंजन किया।
विजयवाड़ा की सड़कों को रंगीन बनाने के लिए 11 कॉन्सर्ट और 11 ड्रोन शो का आयोजन किया गया, साथ ही चार दिनों में भव्य आतिशबाजी का भी प्रदर्शन किया गया। इस उत्सव ने केवल तेलुगु लोगों को ही नहीं, बल्कि अन्य राज्यों के लोगों को भी आकर्षित किया।
सामान्य दशहरा के अवसर पर विजयवाड़ा में लगभग 15 लाख लोग आते हैं, लेकिन विजयवाड़ा उत्सव के दौरान लगभग 50 लाख लोग पहुंचे। अनुमान है कि इस दौरान स्थानीय व्यापार लगभग 1,000 करोड़ रुपये का हुआ। 15 लाख से अधिक लोग उत्सव में शामिल हुए और 25,000 लोगों को सीधे या असल सीधे रोजगार मिला। विजयवाड़ा एक्सपो (Vijayawada Expo) में 600 स्टॉल लगाए गए।
Srinivas ने बताया कि अगले पांच साल में विजयवाड़ा उत्सव के माध्यम से 5,000 करोड़ रुपये का व्यापार करने का लक्ष्य रखा गया है। यदि राज्य सरकारें सहयोग करें तो Shreyas Media पूरे देश में ऐसे कार्निवल आयोजित करने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रांड्स ऐसे कार्निवल को सपोर्ट कर रहे हैं। उन्होंने महा कुंभ मेले के विज्ञापन अधिकार भी हासिल किए और हजारों ब्रांड्स को करोड़ों लोगों के करीब लाया। Shreyas Media इसी सफलता को देशभर के कार्निवल में दोहरा सकता है।
दोनों पत्रकारों को 12 मार्च को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कुछ दिनों बाद मजिस्ट्रेट अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को तेलंगाना की दो महिला पत्रकारों की उस विशेष अनुमति याचिका पर तत्काल सुनवाई करने के लिए सहमति जताई, जिन्होंने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक सामग्री पोस्ट करने और साझा करने के मामले में गिरफ्तारी का डर जताया है।
ये दोनों पत्रकार — पोगडदांडा रेवती, जो पल्स न्यूज की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं और थन्वी यादव, जो उसी चैनल की रिपोर्टर हैं, सुप्रीम कोर्ट में तेलंगाना हाई कोर्ट के उस आदेश को चुनौती देने पहुंचीं, जिसमें सत्र न्यायालय के उस निर्देश को बरकरार रखा गया था जिसमें उन्हें पुलिस हिरासत में भेजने को कहा गया था।
दोनों को 12 मार्च को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कुछ दिनों बाद मजिस्ट्रेट अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी। हालांकि सोमवार को हाई कोर्ट के आदेश के बाद अब उन्हें दोबारा गिरफ्तारी का डर सताने लगा है।
दोनों पत्रकारों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में पेश वकील ने मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई की अध्यक्षता वाली पीठ से तत्काल सुनवाई की मांग करते हुए कहा कि सात महीने तक जमानत पर रहने के बाद अब उन्हें गिरफ्तारी और दफ्तर सील किए जाने का खतरा है, क्योंकि हाई कोर्ट ने पुलिस हिरासत का आदेश बरकरार रखा है।
इन दोनों पत्रकारों को कांग्रेस की राज्य सोशल मीडिया इकाई के प्रमुख की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया था। उन पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं — अश्लील सामग्री प्रकाशित करने से लेकर संगठित अपराध और आपराधिक साज़िश रचने, नफरत फैलाने वाली अफवाहें फैलाने और शांति भंग करने तक के।
दिल्ली में शुक्रवार की शाम आयोजित एक समारोह में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने डॉ. महेंद्र मधुकर को यह सम्मान प्रदान किया।
साहित्यिक कृति 'वक्रतुण्ड' के लेखक डॉ. महेंद्र मधुकर को जागरण साहित्य सृजन सम्मान से सम्मानित किया गया है। दिल्ली में शुक्रवार की शाम आयोजित एक समारोह में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने डॉ. महेंद्र मधुकर को यह सम्मान प्रदान किया।
उन्होंने डॉ. मधुकर को शाल ओढ़ाया, प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न भेंट किया। इसके साथ ही उन्हें 11 लाख रुपये की सम्मान राशि भी दी गई।डॉ. मधुकर ने भी इस दौरान शाह को अपनी तीन पुस्तकें भेंट की तथा उनके कार्य की सराहना की।
इस दौरान डॉ. मधुकर ने धर्मवीर भारती की पंक्ति 'सृजन की थकन भूल जा देवता..' का जिक्र करते हुए कहा कि लेखक साहित्यकार के लिए रचना सृजन आत्मिक अभिव्यक्ति और आत्मा की संतुष्टि जैसा है।’
'वक्रतुण्ड' को पुरस्कृत करने का निर्णय जूरी ने सर्वसम्मति से किया। इस समिति में जाने-माने गीतकार और कवि प्रसून जोशी, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानंद जोशी व वरिष्ठ साहित्यकार डा. शरण कुमार लिंबाले शामिल रहे।
बता दें कि इस पुस्तक को ‘राजकमल प्रकाशन’ ने पब्लिश किया है। दैनिक जागरण के पूर्व प्रधान संपादक स्वर्गीय नरेन्द्र मोहन जी की स्मृति में शुरू किया गया यह पहला जागरण साहित्य सृजन सम्मान है। यह सम्मान उन लेखकों को दिया जाता है जिनकी कृति ने अपनी पठनीयता, गुणवत्ता और विषय की गहराई से वर्षभर पाठकों और समीक्षकों — दोनों का ध्यान आकर्षित किया।