Kaimera अपनी ऐसी रणनीतियों के लिए जानी जाती है, जो मीडिया की जटिलताओं को आसान बनाकर ब्रैंड के लिए असरदार समाधान देती हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
हवास (Havas) ने स्वतंत्र मीडिया एजेंसी Kaimera का अधिग्रहण करने का ऐलान किया है। Kaimera अपनी ऐसी रणनीतियों के लिए जानी जाती है, जो मीडिया की जटिलताओं को आसान बनाकर ब्रैंड के लिए असरदार समाधान देती हैं। इस डील से Havas Media Network का ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में दायरा और मजबूत होगा। साथ ही कंपनी अपने AI-आधारित सिस्टम Converged.AI को भी तेजी से आगे बढ़ा पाएगी।
Kaimera अब 'Kaimera, a Havas Company' के नाम से काम करेगी। 2016 में शुरू हुई यह एजेंसी आज 50 से ज्यादा कर्मचारियों के साथ सिडनी, मेलबर्न और ऑकलैंड से काम करती है। इसके क्लाइंट्स में Nando’s, Scape, IMB Bank, Afterpay और BritBox जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
Kaimera के फाउंडर्स निक बियर और ट्रेंट मैकमिलन की टीम सीधे Havas ANZ के ग्रुप सीईओ जेम्स राइट को रिपोर्ट करेगी। फिलहाल Kaimera की टीमें अपने मौजूदा दफ्तरों- सरी हिल्स (सिडनी) और साउथ मेलबर्न (मेलबर्न) से ही काम जारी रखेंगी। Kaimera के जुड़ने से Havas ANZ के कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 450 से ज्यादा हो गई है।
यह डील ऐसे समय आई है जब Havas Group ANZ ने हाल ही में अपनी नई पहचान 'Deliberately Different' पेश की है, जिसका मकसद है कि एक ऐसी टीम बनाना जो इंडिपेंडेंट एजेंसियों की तेजी और क्रिएटिविटी के साथ काम करे, लेकिन ग्लोबल नेटवर्क की मजबूती भी साथ रखे।
Havas के चेयरमैन और सीईओ यानिक बोलोरे ने कहा कि वह Kaimera टीम का स्वागत करते हुए बेहद खुश हैं। उनके अनुसार यह कदम ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड बाजारों में कंपनी की मजबूत मौजूदगी और भविष्य की योजनाओं को और सशक्त करेगा। उन्होंने कहा कि Kaimera की विशेषज्ञता Havas के AI मॉडल Converged.AI को और तेजी से आगे बढ़ाने में मदद करेगी।
Havas ANZ के ग्रुप सीईओ जेम्स राइट ने कहा कि यह अधिग्रहण कंपनी की 'अलग सोच और अनोखे तरीके से काम करने की रणनीति' का हिस्सा है। उनका कहना है कि वे क्षेत्र में तेजी से वृद्धि और बेहतर परिणाम देने के लिए टैलेंट और संसाधनों में निवेश कर रहे हैं, और Kaimera की टीम उनके लिए बेहतरीन साझेदारी साबित होगी।
Kaimera के सीईओ और फाउंडर निक बियर ने कहा कि वे अपने क्लाइंट्स और टीम के लिए भविष्य-केंद्रित बने रहना चाहते हैं, और Havas इस सफर के लिए सही पार्टनर है। Havas से जुड़ने के बाद उन्हें ज्यादा संसाधन, टेक्नोलॉजी और खासकर AI में मजबूत सपोर्ट मिलेगा, जबकि वे अपनी एजेंसी की संस्कृति और काम करने के तरीके को जस का तस रख पाएंगे। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और अन्य बाजारों में ब्रैंड्स को और भी बेहतर ग्रोथ दिलाने में मदद करेगी।
अब Concept PR देशभर में Avro की मीडिया रीच, ब्रैंड की पहचान और कम्युनिकेशन रणनीति को मजबूत करेगी
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
प्लास्टिक से बनी फर्नीचर बनाने वाली जानी-मानी कंपनी Avro Furniture ने अपने कम्युनिकेशन और पीआर कामकाज के लिए Concept Public Relations India Ltd को नियुक्त किया है। अब Concept PR देशभर में Avro की मीडिया रीच, ब्रैंड की पहचान और कम्युनिकेशन रणनीति को मजबूत करेगी।
Avro India Limited (NSE: AVROIND, BSE: 543512) का मुख्यालय गाजियाबाद में है और कंपनी 2002 से बड़े पैमाने पर प्लास्टिक फर्नीचर बना रही है। कंपनी 'Avro' और 'Avon' ब्रैंड के तहत कुर्सियां, टेबल, स्टूल, बच्चों की सीटिंग, डाइनिंग सेट और अलमारी जैसी 250 से ज्यादा प्रॉडक्ट्स तैयार करती है। Avro की खासियत यह है कि उसके प्रॉडक्ट्स कई बड़े ब्रैंड्स की तुलना में लगभग 40% तक सस्ते होते हैं, क्योंकि कंपनी हाई-वॉल्यूम प्रोडक्शन मॉडल पर काम करती है।
कंपनी का डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है। Avro के प्रॉडक्ट्स एमेजॉन, फ्लिपकार्ट, मीशो, जियोमार्ट, इंडियाMART और GeM जैसे बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर भी आसानी से उपलब्ध हैं।
हाल के सालों में Avro ने सस्टेनेबिलिटी पर भी काफी ध्यान दिया है। कंपनी इस्तेमाल हो चुके प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा करके उसे दोबारा नए फर्नीचर में बदल रही है, जिससे सर्कुलर इकॉनमी और जिम्मेदार मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा मिल रहा है।
कंपनी की इस तरक्की के पीछे चेयरमैन और होल-टाइम डायरेक्टर सुशील कुमार अग्रवाल की अहम भूमिका रही है। वे 52 साल के बिजनेस अनुभव के साथ प्लास्टिक उद्योग में 23 साल बिताए चुके हैं और 15 से ज्यादा कारोबारों से जुड़े रहे हैं। उन्होंने Avro के उत्पादों की रेंज बढ़ाई, मैन्युफैक्चरिंग क्षमता मजबूत की और कंपनी को हाई-वॉल्यूम प्रोडक्शन में प्रमुख नाम बना दिया।
Concept PR के साथ नई साझेदारी से Avro Furniture को उम्मीद है कि उसकी ब्रैंड पहचान और मजबूत होगी और कम्युनिकेशन रणनीति को और बेहतर तरीके से लागू किया जा सकेगा।
गूगल ने भारत में अपने सारे बिजनेस सेक्टर्स (Google Cloud को छोड़कर) के लिए The Mavericks को नया कम्युनिकेशन पार्टनर बना लिया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
गूगल ने भारत में अपने सारे बिजनेस सेक्टर्स (Google Cloud को छोड़कर) के लिए The Mavericks को नया कम्युनिकेशन पार्टनर बना लिया है। अब देश में गूगल से जुड़ी मीडिया बातचीत और कम्युनिकेशन की जिम्मेदारी The Mavericks संभालेगी।
The Mavericks की शुरुआत 2018 में चेतन महाजन ने की थी। चेतन के पास कम्युनिकेशन फील्ड में 20 साल से ज्यादा का अनुभव है और वह बड़ी ब्रैंड्स के लिए स्ट्रैटेजिक कम्युनिकेशन बनाने और CXOs को ब्रैंड की प्रतिष्ठा संभालने में गाइड करने के लिए जाने जाते हैं। वह फिटनेस के शौकीन हैं और काम हो या निजी जीवन- उन्हें चुनौतियों का सामना करना पसंद करते हैं।
कंपनी का मानना है कि ज्यादा क्लाइंट्स लेने के बजाय कम ब्रैंड्स के साथ मजबूत और भरोसेमंद रिश्ता बनाना बेहतर है। उनकी टीम त्वरित लाइमलाइट के पीछे नहीं भागती, बल्कि ऐसे आइडिया और कैंपेन बनाती है, जो लंबे समय तक ब्रैंड की पहचान को मजबूत करें।
अब गूगल इंडिया के साथ इस नई साझेदारी के बाद, The Mavericks मीडिया से जुड़े कामों को संभालने के लिए तैयार है और ब्रैंड्स के लिए प्रभावी और सार्थक कम्युनिकेशन बनाने का अपना काम आगे बढ़ाएगी।
ओमनिकॉम इंडिया में बड़े स्तर पर बदलाव किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, शशि सिन्हा को कंपनी का स्ट्रैटेजिक एडवाइजर बनाया गया है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
ओमनिकॉम इंडिया में बड़े स्तर पर बदलाव किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक, शशि सिन्हा को कंपनी का स्ट्रैटेजिक एडवाइजर बनाया गया है। शशि सिन्हा इससे पहले IPG Mediabrands के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन थे।
इसके अलावा, कार्तिक शर्मा को ओमनिकॉम इंडिया का CEO नियुक्त किया गया है, जबकि अमरदीप सिंह अब कंपनी के COO की जिम्मेदारी संभालेंगे।
ये नियुक्तियां ओमनिकॉम और IPG के मर्जर के बाद कंपनी की री-स्ट्रक्चरिंग और री-ऑर्गेनाइजेशन का हिस्सा हैं। नई लीडरशिप का काम अब दोनों कंपनियों के भारतीय ऑपरेशंस को एक साथ लाना, एजेंसियों का इंटीग्रेशन करना और भारत जैसे तेजी से बढ़ते विज्ञापन बाजार में कंपनी की ग्रोथ स्ट्रैटेजी तय करना होगा।
उद्योग से जुड़े लोगों का कहना है कि यह कदम कंपनी के लिए इस ट्रांजिशन फेज में स्थिरता लाने और ऑपरेशंस, क्लाइंट सर्विस और टैलेंट मैनेजमेंट को सीधे सीनियर मैनेजमेंट की निगरानी में लाने के लिहाज से अहम है।
इन नियुक्तियों की आधिकारिक घोषणा ओमनिकॉम के इंडिया पोर्टल पर जल्द की जा सकती है। फिलहाल कंपनी ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार किया है।
e4m स्क्रीनेज, मोबाइल मार्केटिंग की सबसे चर्चित कॉन्फ्रेंस फिर से लौट आई है। इसका आठवां संस्करण आज, 2 दिसंबर को मुंबई में हो रहा है
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
'e4m स्क्रीनेज' (e4m Screenage), मोबाइल मार्केटिंग की सबसे चर्चित कॉन्फ्रेंस फिर से लौट आई है। इसका आठवां संस्करण आज, 2 दिसंबर को मुंबई में हो रहा है जहां मार्केटिंग जगत के दिग्गज, बिजनेस लीडर्स और क्रिएटिव प्रोफेशनल्स एक ही मंच पर जुटेंगे। यहां मोबाइल मार्केटिंग के नए ट्रेंड, ग्रोथ और भविष्य पर खुलकर चर्चा होगी।
e4m स्क्रीनेज हमेशा से एक ऐसा प्लेटफॉर्म रहा है जहां इंडस्ट्री की इनोवेशन और असली नतीजों पर बात होती है। इस बार भी कई बड़े नाम, इनोवेटर्स और थॉट लीडर्स शामिल हो रहे हैं, जो मोबाइल मार्केटिंग की दिशा तय करने वाले अहम मुद्दों पर अपने विचार साझा करेंगे।
कॉन्फ्रेंस में नई टेक्नोलॉजी, क्रिएटिव कंटेंट, मापने के नए तरीके, यूजर एंगेजमेंट और ग्रोथ के बेहतरीन अवसरों पर विस्तार से बात होगी। कीनोट सेशन, पैनल डिस्कशन और फायरसाइड चैट में एक्सपर्ट्स बताएंगे कि मोबाइल-फर्स्ट दुनिया में ब्रांड कैसे आगे बढ़ सकते हैं।
इवेंट की एजेंडा लिस्ट भी काफी दमदार है। हर सेशन में मार्केटर्स को नए आइडिया, ताजा सोच और बदलती एड-मार्केटिंग दुनिया की दिशा समझने का मौका मिलेगा।
यह कॉन्फ्रेंस मार्केटर्स, कंटेंट क्रिएटर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए एक ऐसा केंद्र साबित होती है जहाँ यह समझा जाता है कि मोबाइल स्क्रीन किस तरह लोगों की पसंद और व्यवहार को बदल रही है।
कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद ‘exchange4media Mobile Awards – The Maddies’ के विजेताओं को एक भव्य समारोह में सम्मानित किया जाएगा। ये अवॉर्ड्स अब अपने 11वें साल में हैं और सबसे बेहतरीन व इनोवेटिव मोबाइल मार्केटिंग कैंपेन को पहचान देते हैं। इस साल Maddies 2025 के लिए आदित्य बिड़ला कैपिटल की एमडी और सीईओ विशाखा मुल्ये जूरी चेयर रहीं।
‘टीसीएस’ में शामिल होने से पहले, कृतिका सक्सेना करीब 14 साल CNBC-TV18 में अपनी भूमिका निभा चुकी हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
‘टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज’ (TCS) ने कृतिका सक्सेना को भारत में मार्केटिंग हेड के पद पर प्रमोट किया है। इस नए पद में सक्सेना भारत में टीसीएस की मार्केटिंग स्ट्रैटेजी को आगे बढ़ाएंगी और कंपनी की ब्रैंड पहचान को मजबूत करने के साथ-साथ प्रमुख बिजनेस सेगमेंट्स में मार्केटिंग प्रयासों को एकजुट करेंगी।
इसके साथ ही वह भारत की लीडरशिप टीम के साथ मिलकर रणनीतिक पहलों पर भी काम करेंगी, जिसमें कंपनी का प्रमुख अभियान #AcceleratingIndia शामिल है।
कृतिका सक्सेना इससे पहले कंपनी में कॉरपोरेट कम्युनिकेशंस हेड के तौर पर अपनी भूमिका निभा रही थीं। इस दौरान उन्होंने कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन फंक्शन को पुनर्गठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कंपनी की इन-हाउस कंटेंट और प्रोडक्शन यूनिट TCS Studios की शुरुआत की।
‘टीसीएस’ में शामिल होने से पहले, कृतिका सक्सेना ने करीब 14 साल CNBC-TV18 में काम किया। इस दौरान उन्होंने मुंबई और साउथ इंडिया के चीफ ऑफ ब्यूरो के रूप में काम किया और ‘After the Bell’ व ‘India Business Hour’ जैसे प्रमुख शो होस्ट किए।
इस साझेदारी के तहत TEMPLE ऑस्ट्रेलियाई हिस्से का नेतृत्व करेगा और PTC पंजाबी भारतीय क्रिएटिव व डिस्ट्रीब्यूशन पक्ष संभालेगा।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
पंजाबी सिनेमा के लिए एक बड़ी उपलब्धि सामने आई है। PTC नेटवर्क के अंतर्गत आने वाले ‘PTC पंजाबी’ और ऑस्ट्रेलिया की प्रतिष्ठित प्रोडक्शन कंपनी TEMPLE ने मिलकर तीन पंजाबी फीचर फिल्मों के निर्माण और को-प्रेजेंटेशन की घोषणा की है। यह सहयोग हाल ही में हुई ऑस्ट्रेलिया–भारत ऑडियोविजुअल को-प्रोडक्शन संधि के तहत किया जा रहा है।
यह समझौता क्षेत्रीय भाषाओं के सिनेमा के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारियों में से एक माना जा रहा है, जिसमें ग्लोबल फिल्म इंसेंटिव, इंटरनेशनल डिस्ट्रीब्यूशन और वर्ल्ड-क्लास प्रोडक्शन सुविधाओं का पूरा लाभ मिलेगा। यह साझेदारी सिर्फ फिल्मों का निर्माण नहीं, बल्कि पंजाबी सिनेमा की वैश्विक पहचान को नए सिरे से परिभाषित करने का प्रयास है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया एक सांस्कृतिक, व्यावसायिक और रचनात्मक साझेदार के रूप में उभरेगा।
इस गठजोड़ के बाद ऑस्ट्रेलिया को पंजाबी फिल्मों के लिए एक स्ट्रैटेजिक लॉन्चपैड के रूप में स्थापित किया जा रहा है, जहां विश्वस्तरीय तकनीक, लोकेशंस, क्रिएटिव टैलेंट और सरकारी ग्रांट्स का लाभ फिल्मों को मिलेगा। TEMPLE ऑस्ट्रेलियाई हिस्से का नेतृत्व करेगा और PTC पंजाबी भारतीय क्रिएटिव व डिस्ट्रीब्यूशन पक्ष संभालेगा।
कंपनी की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, हालिया आंकड़ों में सामने आया है कि भारत की फिल्में—चाहे पंजाबी, हिंदी या दक्षिण भारतीय—ऑस्ट्रेलिया में स्थानीय (ऑस्ट्रेलियाई) फिल्मों से ज़्यादा कमाई कर रही हैं। यह किसी भी बड़े अंग्रेजी भाषा वाले बाजार में ऐतिहासिक बदलाव माना जा रहा है। इसी बढ़ते प्रभाव ने भारतीय निर्माताओं को ऑस्ट्रेलिया को सिर्फ शूटिंग लोकेशन नहीं, बल्कि ग्लोबल रिलीज़ रूट के रूप में देखने के लिए प्रेरित किया है।
दोनों कंपनियां मिलकर अगले 18 महीनों में तीन पंजाबी फिल्मों का निर्माण करेंगी। PTC पंजाबी अपने चयनित तीन स्वतंत्र भारतीय प्रोड्यूसर्स को भी इस प्रोजेक्ट से जोड़ेगा, ताकि पंजाबी कहानियों की असलियत और अंतरराष्ट्रीय मानकों का बेहतरीन मेल हो सके। ANZ (ऑस्ट्रेलिया–न्यूजीलैंड) क्षेत्र में फिल्मों की रिलीज़ का काम प्रसिद्ध डिस्ट्रीब्यूटर Forum Films संभालेगा।
इस बारे में PTC एंटरटेनमेंट चैनल्स की CEO राजी एम. शिंदे ने कहा, ‘पंजाबी सिनेमा अब ग्लोबल छलांग के लिए तैयार है और ऑस्ट्रेलिया इसके लिए आदर्श रनवे है। यह साझेदारी सिर्फ फिल्में बनाने के लिए नहीं, बल्कि इतिहास रचने के लिए है।’ TEMPLE के फाउंडर अनुपम शर्मा ने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया–भारत को-प्रोडक्शन ट्रीटी पंजाबी सिनेमा के लिए गेम-चेंजर है। ऑस्ट्रेलिया अब वह इंजन बनेगा जो पंजाबी फिल्मों को विश्व मंच तक पहुंचाएगा।’
अनीता के करियर की शुरुआती पारी दैनिक भास्कर ग्रुप से हुई थी, जहां उन्होंने उत्तर भारत के नए बाजारों में ब्रैंड लॉन्च, सेल्स स्ट्रेटेजी, डेटा एनालिसिस और मार्केट एक्सपैंशन पर काम किया।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
अनीता कोटवानी ने डेंट्सु साउथ एशिया में चीफ क्लाइंट ऑफिसर का पद छोड़ दिया है। इस खबर की पुष्टि कंपनी से जुड़े सूत्रों ने 'एक्सचेंज4मीडिया' से की है।
अनीता ने 2020 में Carat India की सीईओ के तौर पर डेंट्सु जॉइन किया था। उस समय एजेंसी को डिजिटल बदलाव, बदलती क्लाइंट जरूरतें और बढ़ती प्रतिस्पर्धा जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। मार्च 2023 में उन्हें सीईओ, मीडिया साउथ एशिया बनाया गया, जहां उन्होंने Carat, iProspect, dentsu X, Posterscope और Amplifi का नेतृत्व किया और डेंट्सु की मीडिया पेशकश को डिजिटल-फर्स्ट और इंटीग्रेटेड बनाने पर काम किया।
इस साल की शुरुआत में जब वह चीफ क्लाइंट ऑफिसर बनीं, तो उनके काम का दायरा और बढ़ गया। अब उनका फोकस ग्रुप-लेवल क्लाइंट पार्टनरशिप, क्रिएटिव, मीडिया, CXM, ब्रैंड एक्सपीरियंस, रिटेल और स्पोर्ट्स-गेमिंग-एंटरटेनमेंट (SGE) पर था। इसके साथ ही उन्होंने इंटीग्रेटेड सॉल्यूशंस को मजबूत करना और प्रमुख बाजारों में ग्रोथ बढ़ाना भी संभाला।
अनीता ने डेंट्सु से पहले माइंडशेयर इंडिया में 15 साल से ज्यादा समय बिताया, जहां उन्होंने सीनियर लीडरशिप रोल्स निभाए और राष्ट्रीय स्तर पर नए बिजनेस को संभाला। उन्होंने बड़े-बड़े क्लाइंट्स को मैनेज करने में अहम भूमिका निभाई और FMCG, एंटरटेनमेंट, बैंकिंग-फाइनेंस (BFSI) और बड़े कारोबारी समूहों जैसी बड़ी कंपनियों के महत्वपूर्ण अकाउंट्स को संभाला।
इसके अलावा उन्होंने Initiative (Lintas Media Group) में भी बड़े क्लाइंट्स जैसे Unilever, Videocon और Bombay Dyeing के लिए काम किया और मीडिया ऑप्टिमाइजेशन टूल्स और रिसर्च मॉडल तैयार करने में योगदान दिया।
अनीता के करियर की शुरुआती पारी दैनिक भास्कर ग्रुप से हुई थी, जहां उन्होंने उत्तर भारत के नए बाजारों में ब्रैंड लॉन्च, सेल्स स्ट्रेटेजी, डेटा एनालिसिस और मार्केट एक्सपैंशन पर काम किया।
इस खबर पर अनीता कोटवानी और हर्षा रजदान से उनका पक्ष जानने के लिए 'एक्सचेंज4मीडिया' ने उनसे कई बार कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की, लेकिन इस खबर के पब्लिश होने तक फिलहाल कोई कॉन्टैक्ट नहीं सका है।
पेटीएम (Paytm) की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One 97 Communications Limited) ने अपनी दो कंपनियों में बची हुई हिस्सेदारी खरीद ली है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
पेटीएम (Paytm) की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One 97 Communications Limited) ने अपनी दो कंपनियों में बची हुई हिस्सेदारी खरीद ली है। कंपनी ने इसकी जानकारी SEBI के नियमों के तहत दी है।
कंपनी ने बताया कि उसने 51% हिस्सेदारी Paytm Intelligence Limited (जिसे पहले Paytm Emerging Tech Limited कहा जाता था) में खरीदी है। यह हिस्सेदारी VSS Holdings Private Limited से खरीदी गई है, जो पूरी तरह से Paytm के संस्थापक विजय शेखर शर्मा की स्वामित्व वाली कंपनी है।
इसके साथ ही, कंपनी ने Paytm Life Insurance Limited में भी 51% हिस्सेदारी विजय शेखर शर्मा से खरीद ली है।
इन दोनों सौदों के पूरा होने के बाद अब ये दोनों कंपनियां पूरी तरह Paytm की स्वामित्व वाली सहायक कंपनियां बन गई हैं। यह प्रक्रिया 30 अक्टूबर 2025 को पूरी हुई।
यह कंपनी के ग्रुप स्ट्रक्चर को सरल और एकीकृत करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
ग्लोबल कॉन्टेक्चुअल ऐडवर्टाइजिंग कंपनी Channel Factory ने भारत में अपने विस्तार और बाजार पर फोकस को मजबूत करने के तहत तीन वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति की है।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
ग्लोबल कॉन्टेक्चुअल ऐडवर्टाइजिंग कंपनी Channel Factory ने भारत में अपने विस्तार और बाजार पर फोकस को मजबूत करने के तहत तीन वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति की है। ये नियुक्तियां कंपनी की लगातार बढ़ती ग्रोथ और भारतीय बाजार में उसके रणनीतिक फोकस को दर्शाती हैं।
पिछले दो वर्षों में Channel Factory ने भारत में अपनी मौजूदगी को काफी मजबूत किया है। कंपनी अब उन ब्रैंड्स और एजेंसियों की पसंदीदा पार्टनर बन चुकी है, जो AI आधारित प्रीसिशन, कॉन्टेक्स्ट और ब्रैंड सुइटेबिलिटी के जरिए बेहतर ROI हासिल करना चाहते हैं। कंपनी का यह विस्तार मजबूत क्लाइंट साझेदारियों, तकनीकी इनोवेशन और स्थानीय दृष्टिकोण पर आधारित रहा है, जिसने लगातार बेहतर नतीजे दिए हैं।
Channel Factory के एशिया हेड और चीफ बिजनेस ऑफिसर कार्तिक मेहता ने कहा, “भारत Channel Factory के लिए एशिया का सबसे गतिशील और तेजी से बढ़ने वाला बाजार बना हुआ है। हमारे क्षेत्रीय नेतृत्व और स्थानीय उपस्थिति में निवेश यह दर्शाता है कि हम ब्रैंड्स को ऐसी टेक्नोलॉजी से सशक्त करना चाहते हैं जो परफॉर्मेंस को बेहतर बनाए। जैसे-जैसे हम 2026 की तैयारी कर रहे हैं, हम नए प्लेटफॉर्म्स पर विस्तार कर रहे हैं और अगली पीढ़ी के AI टूल्स ला रहे हैं जो ऐडवर्टाइजर्स के लिए सुइटेबिलिटी और कॉन्टेक्चुअल इंटेलिजेंस को नए स्तर पर परिभाषित करेंगे।”
भारत में Channel Factory के उभार को उद्योग जगत ने भी सराहा है। कंपनी को Auto Awards सहित कई मंचों पर सम्मान मिला है। इसके अलावा Tata Motors, William Grant & Sons, Kohler, MG Motor, Kia और LG जैसे ब्रैंड्स के लिए इसके कैपेंस ने AI आधारित कॉन्टेक्चुअल टार्गेटिंग और परफॉर्मेंस मापदंडों में नए मानक स्थापित किए हैं।
बाजार में अपनी स्थिति और क्लाइंट संबंधों को और मजबूत करने के लिए, कंपनी ने गिरजेश चौहान, इशिका शर्मा और विवेक सिंह को क्रमशः उत्तर, पश्चिम और दक्षिण भारत के लिए सेल्स डायरेक्टर नियुक्त किया है।
गुरुग्राम स्थित गिरजेश चौहान के पास AdTech, MarTech और कस्टम इन्वेंटरी सॉल्यूशंस में 12 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने ऑटो, FMCG, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और ई-कॉमर्स सेक्टर्स में कई प्रमुख क्लाइंट्स के साथ काम किया है।
मुंबई में स्थित इशिका शर्मा डिजिटल सेल्स की विशेषज्ञ हैं और उनके पास Blis, Viacom18, Sony Pictures Networks India और GroupM में 12 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वह पश्चिम भारत में कंपनी की ग्रोथ और पार्टनरशिप को आगे बढ़ाएंगी।
वहीं बेंगलुरु में स्थित विवेक सिंह डिजिटल और प्रोग्रामेटिक ऐडवर्टाइजिंग में दस वर्षों से अधिक का अनुभव रखते हैं। Channel Factory से पहले वह Mediasmart (Affle group) के साथ जुड़े थे, जहां उन्होंने दक्षिण भारत में ब्रैंड्स और एजेंसियों के लिए Omnichannel, OTT और CTV आधारित प्रोग्रामेटिक सॉल्यूशंस का नेतृत्व किया।
विस्तार पर टिप्पणी करते हुए Channel Factory इंडिया के कंट्री डायरेक्टर अमित राठी ने कहा, “भारत में Channel Factory की सफलता मजबूत साझेदारियों, डेटा-आधारित स्टोरीटेलिंग और कॉन्टेक्चुअल इनोवेशन का नतीजा है। गिरजेश, इशिका और विवेक के हमारी लीडरशिप टीम में जुड़ने से हम प्रमुख बाजारों में अपनी भागीदारी को और गहरा कर रहे हैं और क्लाइंट सफलता पर अपना ध्यान और मजबूत कर रहे हैं। हमारा 2026 का लक्ष्य स्पष्ट है- ब्रैंड्स को AI और सुइटेबिलिटी की शक्ति से कॉन्टेक्स्ट, कल्चर और कमर्शियल परिणामों के लिए अनुकूल बनाना।”
भारत में अपने रणनीतिक विस्तार को जारी रखते हुए, Channel Factory अब अपने ViewIQ प्लेटफॉर्म को बड़े पैमाने पर स्केल करने, ग्लोबल टेक पार्टनर्स के साथ सहयोग को गहरा करने और ब्रैंड-सेफ, कॉन्टेक्चुअली प्रासंगिक वातावरण तैयार करने पर केंद्रित है, जिससे विज्ञापनदाता सतत विकास हासिल कर सकें।
आने वाले e4m-iDAC 2025 में इंडस्ट्री लीडर्स एक साथ जुटेंगे ताकि यह खोजा जा सके कि भारतीय एजेंसियां आज के डिजिटल युग में नए ग्रोथ अवसरों को खोलने के लिए AI की ताकत का कैसे इस्तेमाल कर रही हैं।
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समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
आने वाले e4m-iDAC 2025 में इंडस्ट्री लीडर्स एक साथ जुटेंगे ताकि यह खोजा जा सके कि भारतीय एजेंसियां आज के डिजिटल युग में नए ग्रोथ अवसरों को खोलने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की ताकत का कैसे इस्तेमाल कर रही हैं। इंडिपेंडेंट डिजिटल एजेंसी कनेक्ट (iDAC) कॉन्फ्रेंस का तीसरा एडिशन 15 अक्टूबर को आयोजित होगा।
एक ऐसे दौर में जब उपभोक्ताओं पर हर क्लिक पर कंटेंट की बौछार होती है, पैनल भारत के बदलते डिजिटल इकोसिस्टम में एक अंतर बनाने वाले फैक्टर के रूप में हाइपरपर्सनलाइजेशन के वादे को समझेगा। पैनलिस्ट इस विषय पर विचार साझा करेंगे: ‘वन इन ए मिलियन और वन टू ए मिलियन? क्रैकिंग हाइपरपर्सनलाइजेशन विद AI इन इंडिया’स डिजिटल जंगल’।
पैनलिस्ट्स में शामिल हैं – सुरभि गुप्ता, हेड-डिजिटल, बिड़ला ओपस पेंट्स; तेजस आप्टे, जनरल मैनेजर, मीडिया DMC, HUL; रिया जोसेफ, हेड ऑफ मीडिया, ब्रिटानिया; मेहुल गुप्ता, को-फाउंडर व सीईओ, SoCheers; और अमित राठी, मैनेजिंग डायरेक्टर, चैनल फैक्ट्री। यह पैनल इस बात पर चर्चा करेगा कि भारतीय एजेंसियां प्रेडिक्टिव एनालिटिक्स और कन्वर्सेशनल टूल्स से लेकर रियल-टाइम क्रिएटिव एडैप्टेशन तक, AI का इस्तेमाल करके कैसे ऐसे मैसेज तैयार कर रही हैं जो सीधे उपभोक्ताओं से जुड़ते हैं।
सम्मानित पैनलिस्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उस बदलती क्षमता पर भी मुख्य विचार साझा करेंगे, जो उपभोक्ताओं की एंगेजमेंट को नए रूप में ढाल रही है। पैनलिस्ट गहराई से यह समझेंगे कि डाटा का इस्तेमाल करके कैसे ऐसे अनुभव बनाए जाएं जो दर्शकों के लिए पर्सनल, संदर्भित और प्रासंगिक महसूस हों।
चर्चा इस बात पर रोशनी डालेगी कि एजेंसियां किस तरह क्रिएटिविटी और टेक्नोलॉजी को जोड़ रही हैं। बातचीत का फोकस एडैप्टिव कंटेंट सॉल्यूशंस पर भी होगा, जहां AI अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर कैंपेन को डायनामिक रूप से टेलर करता है ताकि सटीकता, प्रभाव और बेहतर ROI सुनिश्चित हो सके।
पावर-पैक्ड एजेंडा के साथ कॉन्फ्रेंस में कीनोट सेशंस, दिलचस्प फायरसाइड चैट्स और जानकारियों से भरपूर पैनल डिस्कशंस शामिल होंगी। यह पैनल मार्केटर्स, ब्रांड कस्टोडियन्स और डिजिटल इनोवेटर्स को कीमती विचार देगा, यह दिखाते हुए कि AI-ड्रिवन हाइपरपर्सनलाइजेशन एजेंसियों को किस तरह बड़े पैमाने पर ब्रांड कहानियों को एक-से-एक उपभोक्ता जर्नी में बदलने में मदद कर सकता है।