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गलत खबर प्रसारित करने पर इस न्यूज चैनल को लगा झटका, भारी जुर्माना देने को तैयार

इस मामले को लेकर अब न्यूज चैनल पर भारी जुर्माना लगाया गया है। कंपनी और न्यूज चैनल के बीच लास्ट मिनट में सेटलमेंट हुआ।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Wednesday, 19 April, 2023
Last Modified:
Wednesday, 19 April, 2023
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अमेरिकी न्यूज चैनल 'फॉक्स न्यूज' (Fox News) को गलत खबर का प्रसारण करना भारी पड़ गया है। दरअसल अमेरिका में वोटिंग मशीन बनाने वाली कंपनी डोमिनियन ने न्यूज चैनल पर मानहानि का केस कर दिया था, जिसे अब करीब तीन साल बाद सुलझा लिया गया है। फॉक्स न्यूज ने मंगलवार को कोर्ट जाने से कुछ मिनट पहले ही मामले को सुलझा लिया और अपनी गलती को स्वीकार कर ली।

हालांकि इस मामले को लेकर अब न्यूज चैनल पर भारी जुर्माना लगाया गया है। कंपनी और न्यूज चैनल के बीच लास्ट मिनट में सेटलमेंट हुआ। वोटिंग मशीन बनाने वाली कंपनी ने 1.6 बिलियन डॉलर की मानहानि का दावा किया था, लेकिन बात इसके आधे पर ही बन गई, लिहाजा फॉक्स न्यूज को अब 787.5 (₹58,059 करोड़) मिलियन डॉलर देने होंगे।

मामला 2020 का है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में उपयोग होने वाली वोटिंग मशीन बनाने वाली कंपनी डोमिनियन को लेकर फॉक्स न्यूज ने एक रिपोर्ट दी थी, जिसे कंपनी ने गलत बताया था। कंपनी का आरोप है कि न्यूज चैनल ने जानबूझ कर और लापरवाही से 2020 के राष्ट्रपति चुनावों के बारे में कंपनी के मशीन से संबंधित गलत दावों को प्रसारित किया।

इसके बाद डोमिनियन ने न्यूज चैनल पर मानहानि का केस कर दिया था। कोर्ट में इस मामले की बहस मंगलवार को होनी थी। मामले में लगातार देरी हो रही थी। सुपीरियर कोर्ट के जज एरिक डेविस ने एनाउंस किया कि मुकदमा कुछ घंटे बाद शुरू होगा। लेकिन इस मामले में कोर्ट कोई फैसला करती, इससे पहले ही दोनों के बीच सेटलमेंट हो गया। शाम चार बजे के आसपास कार्यवाही बंद हो गई और काफी समय बाद जज यह घोषणा करने के लिए लौटे कि दोनों पक्षों का समझौता हो गया है।

कंपनी ने दावा किया था कि फॉक्स न्यूज चैनल ने धांधली की झूठी खबर दिखाई थी, जिसकी वजह से उसके बिजनेस को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है।  

फॉक्स ने इसके बाद बयान दिया कि अमेरिका के इतिहास में ये सबसे प्रत्याशित मानहानि का मामला था। वहीं, डोमिनियन ने कहा इससे ये साबित हो जाता है कि फॉक्स न्यूज ने गलत रिपोर्टिंग की थी। इसीलिए उनको समझौता करना पड़ा. कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि इस खबर से हमारी साख खराब हुई। हमारी एक मार्केट में इमेज थी, उस इमेज का नुकसान हुआ है।

डोमिनियन अटॉर्नी जस्टिन नेल्सन ने इसे अपनी जीत करार देते हुए कहा कि कुछ भी हो मगर सच सच ही होता है और सच्चाई मायने रखती है।

सुलह के लेकर जो तथ्य सामने आए हैं उसके अनुसार, फॉक्स को सार्वजनिक माफी मांगने या अपने झूठे होने या झूठे तथ्य प्रसारित करने की जरूरत नहीं होगी। फॉक्स न्यूज ने 2020 में चुनावी धोखाधड़ी के दावों को प्रसारित किया, जो ज्यादातर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा किए गए थे। उन्होंने बिना किसी सबूत के आरोप लगाया था कि 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में धांधली की गई है और परिणाम को पलट दिया जाना चाहिए। 

फॉक्स को एक अन्य वोटिंग टेक्नोलॉजी कंपनी स्मार्टमैटिक की तरफ से भी 2.7 बिलियन डॉलर की मानहानि का सामना करना पड़ रहा है। स्मार्टमैटिक के एक प्रवक्ता ने बयान में कहा, डोमिनियन के मुकदमे ने फॉक्स के गलत सूचना अभियान के कारण हुए कुछ कदाचार और नुकसान को उजागर किया है, स्मार्टमैटिक बाकी को उजागर करेगा। 

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इजरायली हमले में सीरिया की टीवी एंकर सफा अहमद की मौत 

सीरिया की राजधानी दमिश्क के मेज़ेह इलाके में मंगलवार सुबह इजरायल के हवाई हमले में सीरिया टीवी की एंकर सफा अहमद की मौत हो गई।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Wednesday, 02 October, 2024
Last Modified:
Wednesday, 02 October, 2024
SafaaAhmad78451

सीरिया की राजधानी दमिश्क के मेज़ेह इलाके में मंगलवार सुबह इजरायल के हवाई हमले में सीरिया टीवी की एंकर सफा अहमद की मौत हो गई। सरकारी एजेंसी सना (SANA) के अनुसार, इस हमले में तीन नागरिक मारे गए, जिनमें अहमद भी शामिल थीं, और नौ अन्य लोग घायल हुए।

मेज़ेह इलाका पश्चिमी दमिश्क में स्थित है, जहां कई आवासीय भवन, स्थानीय व्यवसाय और राजनयिक कार्यालय हैं, जिनमें ईरानी दूतावास भी शामिल है। सीरिया के सरकारी टेलीविज़न ने अहमद के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "टीवी एंकर सफा अहमद की शहादत हुई, जो दमिश्क पर इजरायली हमले का शिकार बनीं।"

सीरियाई सेना ने सना को बताया कि इजरायल ने मंगलवार सुबह कब्जे वाले सीरियाई गोलान की दिशा से सैन्य विमानों और ड्रोन के साथ कई स्थानों पर हवाई हमला किया, जिसका लक्ष्य दमिश्क और उसके आसपास के इलाके थे। 

सीरिया के वायु रक्षा बलों ने दावा किया कि उन्होंने राजधानी और उसके आसपास के क्षेत्रों को निशाना बनाने वाले ज्यादातर इजरायली मिसाइलों को मार गिराया। 

सफा अहमद, जो होम्स की रहने वाली थीं, 2002 में सीरिया टीवी से जुड़ी थीं और उन्होंने कई सांस्कृतिक टॉक शो और कार्यक्रमों की मेजबानी की थी, जिनमें लोकप्रिय मॉर्निंग शो "सबह अल-खैर" शामिल था।

इस बीच, इजरायल ने पड़ोसी देश लेबनान में भी जमीनी हमले किए हैं, जो हिज्बुल्लाह समूह को निशाना बनाने का प्रयास का हिस्सा माना जा रहा है।

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'यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश' के नए संपादक बने महफूजुर रहमान, फारिद हुसैन का प्रमोशन

महफूजुर रहमान ने मंगलवार को यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश (UNB) के संपादक के रूप में कार्यभार संभाला

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Tuesday, 01 October, 2024
Last Modified:
Tuesday, 01 October, 2024
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महफूजुर रहमान ने मंगलवार को यूनाइटेड न्यूज ऑफ बांग्लादेश (UNB) के संपादक के रूप में कार्यभार संभाला, जबकि मौजूदा संपादक और अनुभवी पत्रकार फारिद हुसैन को सलाहकार संपादक के पद पर प्रमोट किया गया।

महफूज, जो पहले 'सोमोय टीवी' में वेब संपादक के रूप में कार्यरत थे, अब UNB में शामिल हो गए हैं। UNB के प्रधान संपादक इनायतुल्लाह खान ने कहा, "हमें महफूज का फिर से स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। उनके पास एजेंसी पत्रकारिता का बड़ा अनुभव है, जो UNB की संपादकीय गुणवत्ता को और बेहतर बनाएगा।"

महफूज की विशेषज्ञता UNB की डिजिटल यात्रा को आगे बढ़ाने में मदद करेगी, क्योंकि पत्रकारिता के क्षेत्र में बड़े बदलाव हुए हैं। महफूज इससे पहले UNB के कार्यकारी संपादक और संपादक के रूप में भी काम कर चुके हैं और उन्होंने डेली सन (Daily Sun) और bdnews24.com में भी विभिन्न भूमिकाओं में सेवाएं दी हैं।

वहीं, फारिद हुसैन, जो पहले एसोसिएटेड प्रेस (AP) के ढाका ब्यूरो प्रमुख और UNB के संस्थापक सदस्यों में से एक थे, अब सलाहकार संपादक की भूमिका निभाएंगे। फारिद ने अपना अधिकांश करियर अंतरराष्ट्रीय मीडिया के लिए काम करते हुए बिताया, जिसमें Time मैगजीन और The Telegraph कोलकाता शामिल हैं।

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BBC के पत्रकार को फ्लाइट में रेंगकर जाना पड़ा शौचालय, लगाया भेदभाव का आरोप

2004 में युद्ध रिपोर्टिंग के दौरान अपने दोनों पैर खो देने वाले ब्रिटिश पत्रकार फ्रैंक गार्डनर को LOT पोलिश एयरलाइंस की फ्लाइट में अपमानजनक और भेदभावपूर्ण अनुभव का सामना करना पड़ा।

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Published - Tuesday, 01 October, 2024
Last Modified:
Tuesday, 01 October, 2024
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2004 में युद्ध रिपोर्टिंग के दौरान अपने दोनों पैर खो देने वाले ब्रिटिश पत्रकार फ्रैंक गार्डनर को LOT पोलिश एयरलाइंस की फ्लाइट में अपमानजनक और भेदभावपूर्ण अनुभव का सामना करना पड़ा। वारसॉ से लौटते समय, जब गार्डनर को शौचालय जाने की जरूरत पड़ी, तो उन्हें क्रू ने बताया कि विमान में व्हीलचेयर उपलब्ध नहीं है। इसके बाद, मजबूरी में गार्डनर को फ्लाइट के केबिन में फर्श पर रेंगते हुए शौचालय तक जाना पड़ा।

बीबीसी के अनुभवी संवाददाता फ्रैंक गार्डनर ने अपनी इस तकलीफदेह घटना को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर साझा किया। उन्होंने लिखा, "वर्ष 2024 में भी मुझे शौचालय जाने के लिए LOT पोलिश एयरलाइंस के फर्श पर रेंगना पड़ा क्योंकि उनके पास ऑनबोर्ड व्हीलचेयर नहीं थी। यह एयरलाइन की नीति है। अगर आप चलने में असमर्थ हैं, तो यह पूर्ण रूप से भेदभाव है।"

हालांकि, उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि फ्लाइट क्रू ने पूरी घटना के दौरान उनकी मदद की और माफी मांगी, लेकिन गार्डनर का कहना था कि यह एयरलाइन की समस्या है, न कि क्रू की। उन्होंने आगे लिखा, "मैं अब इस एयरलाइन से तब तक यात्रा नहीं करूंगा जब तक यह 21वीं सदी में कदम नहीं रख लेती।"

इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर गुस्सा जाहिर किया। एक यूजर ने लिखा, "हे भगवान, यह बेहद भयानक है। क्रू ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की, लेकिन आपको रेंगना पड़ा, यह बहुत ही चौंकाने वाली बात है।"

एक अन्य यूजर ने कहा, "यह बिल्कुल अपमानजनक है। कैसे एक एयरलाइन इस दौर में भी विकलांग व्यक्ति के साथ ऐसा व्यवहार कर सकती है?"

कुछ लोगों ने फ्रैंक गार्डनर को यूरोपीय कानून के तहत भेदभाव का मामला दर्ज करने की सलाह भी दी। एक अन्य यूजर ने सवाल उठाया, "क्या एक फोल्डेबल व्हीलचेयर रखना इतना मुश्किल है? अगर विमान में आपात स्थिति हो जाती तो क्या होता?"

 

 

बता दें कि 2004 में, जब फ्रैंक गार्डनर सऊदी अरब के रियाद में एक खबर कवर कर रहे थे, तब अल-कायदा के आतंकवादियों ने उन पर हमला किया, जिसमें उन्होंने अपने दोनो पैर खो दिए गए और इसके बाद वह आंशिक रूप से लकवाग्रस्त हो गए।

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खालिस्तानी समर्थकों ने कनाडा में रेडियो एडिटर पर किया जानलेवा हमला

कनाडा से एक बड़ी घटना सामने आई है। दरअसल, कैलगरी में रेडियो स्टेशन एफ.एम. कैलगरी के एडिटर ऋषि नागर पर हमला हुआ है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Monday, 30 September, 2024
Last Modified:
Monday, 30 September, 2024
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कनाडा से एक बड़ी घटना सामने आई है। दरअसल, कैलगरी में रेडियो स्टेशन एफ.एम. कैलगरी के एडिटर ऋषि नागर पर हमला हुआ है। यह हमला तब हुआ जब नागर रियो बैंक्वेट हॉल की ओर जा रहे थे। सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, कुछ अज्ञात युवकों ने उन पर हमला किया, जो खालिस्तानी गुटों से जुड़े बताए जा रहे हैं। नागर, जो अक्सर खालिस्तानी गुटों की गतिविधियों की आलोचना करते रहे हैं, इस हमले में घायल हो गए। 

पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को काबू में किया, लेकिन अभी तक हमलावरों पर कोई आरोप दर्ज किए जाने की पुष्टि नहीं हुई है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हमला मीडिया की आजादी और सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा रहा है, क्योंकि कनाडा में हाल के दिनों में पत्रकारों और अल्पसंख्यकों पर इस तरह के हमले बढ़े हैं। बताया जा रहा है कि खालिस्तानी गुटों ने नागर पर हमला इसलिए किया क्योंकि वह उनके विचारों का समर्थन नहीं कर रहे थे।

इस घटना के बाद, स्थानीय सिख समुदाय ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे विचारों और मीडिया की आजादी पर हमला करार दिया है। उन्होंने कैलगरी पुलिस और अल्बर्टा सरकार से मांग की है कि हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाए। 

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते भी एक स्थानीय व्यवसायी को फिरौती के लिए धमकी मिली थी, जिससे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ी हैं। इस बीच, कनाडा में खालिस्तानी गतिविधियों में वृद्धि देखी जा रही है, जिससे भारत सरकार भी चिंतित है। भारत ने कनाडा से इन गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि कानून व्यवस्था कायम रहे और दोनों देशों के बीच संबंध खराब न हों।

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लेबनान में इजरायली हवाई हमले से भारी तबाही, लाइव रिपोर्टिंग के दौरान पत्रकार घायल

लेबनान पर इजरायली हवाई हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार हमला न केवल आम नागरिकों, बल्कि पत्रकारों तक पहुंच गया है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Tuesday, 24 September, 2024
Last Modified:
Tuesday, 24 September, 2024
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लेबनान पर इजरायली हवाई हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस बार हमला न केवल आम नागरिकों, बल्कि पत्रकारों तक पहुंच गया है। हाल ही में एक लाइव रिपोर्टिंग के दौरान लेबनानी पत्रकार फादी बौदिया, जो मिराया इंटरनेशनल नेटवर्क के एडिटर-इन-चीफ हैं, इजरायली मिसाइल हमले में घायल हो गए। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें बौदिया को लाइव इंटरव्यू के दौरान एक मिसाइल हमले में घायल होते देखा गया। 

वीडियो में दिखाया गया कि जैसे ही बौदिया बोलना शुरू करते हैं, उनके पीछे जोरदार विस्फोट होता है, जिससे खिड़कियां टूट जाती हैं और दीवारें गिर जाती हैं। इस दौरान बौदिया के चिल्लाने और भागने की आवाजें भी सुनाई देती हैं। इस घटना ने लेबनान में इजरायली हमलों की गंभीरता को और उजागर कर दिया है।

इजरायली हवाई हमलों के परिणामस्वरूप अब तक लगभग 500 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 1,600 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन हमलों में अस्पताल, चिकित्सा केंद्र और एंबुलेंस तक निशाना बने हैं। हिजबुल्लाह ने इसके जवाब में इजरायल पर कई रॉकेट दागे, जिससे उत्तरी इजरायल में हवाई हमले के सायरन बजने लगे।

इससे पहले, शुक्रवार को इजरायल ने बेरूत के दक्षिणी इलाके में एक ऊंची इमारत पर हमला किया, जिसमें हिजबुल्लाह के प्रमुख कमांडर इब्राहिम अकील समेत अन्य नेताओं की मौत हो गई। इजरायल का दावा है कि अकील उत्तरी इजरायल पर हमले की साजिश रच रहे थे।

इस हमले के बाद लेबनान के दक्षिणी इलाकों से हजारों नागरिकों को पलायन करना पड़ा। 2006 के बाद यह सबसे बड़ा पलायन बताया जा रहा है।

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'खलीज टाइम्स' के नए CEO बने चार्ल्स यार्डली

दुबई के प्रमुख समाचार पत्र 'खलीज टाइम्स' (Khaleej Times) ने चार्ल्स यार्डली को अपना नया चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) नियुक्त किया है

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Wednesday, 18 September, 2024
Last Modified:
Wednesday, 18 September, 2024
CharlesYardley845777

दुबई के प्रमुख समाचार पत्र 'खलीज टाइम्स' (Khaleej Times) ने चार्ल्स यार्डली को अपना नया चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) नियुक्त किया है। यार्डली, जो पहले 'इवनिंग स्टैंडर्ड' (Evening Standard) के CEO और बोर्ड सदस्य रह चुके हैं, ने इस खबर की घोषणा लिंक्डइन पर की है।

उन्होंने कहा, "मैं यह घोषणा करते हुए बेहद उत्साहित हूं कि मैंने "खलीज टाइम्स' के CEO के रूप में जॉइन किया है। इतने प्रतिभाशाली टीम के साथ काम करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है, क्योंकि हम कंपनी को और अधिक विकास और नवाचार की दिशा में आगे बढ़ाएंगे, जिससे 'खलीज टाइम्स' को एक प्रमुख, आधुनिक, डिजिटल-फर्स्ट मीडिया कंपनी के रूप में स्थापित किया जा सके।"

चार्ल्स यार्डली के पास डिजिटल मीडिया, रणनीति, ब्रांडेड कंटेंट और मल्टीमीडिया क्रॉस-प्लेटफार्म समाधानों में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उनके नेतृत्व में, *खलीज टाइम्स* की संचालन व्यवस्था और रणनीतिक दिशा को एक नई ऊंचाई मिलेगी।

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अमेरिका का रूसी मीडिया पर ये आरोप, लगाया प्रतिबंध

अमेरिका के विदेश विभाग ने रूसी सरकारी मीडिया और टेलीविजन नेटवर्क आरटी (RT) पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Saturday, 14 September, 2024
Last Modified:
Saturday, 14 September, 2024
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अमेरिका के विदेश विभाग ने रूसी सरकारी मीडिया और टेलीविजन नेटवर्क आरटी (RT) पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। अमेरिका ने आरोप लगाया है कि RT अमेरिकी चुनावों और लोकतंत्र को कमजोर करने के उद्देश्य से गुप्त गतिविधियों में शामिल है।

विदेश विभाग ने कहा है कि वह रूस की इन गतिविधियों से जुड़े खतरों को उजागर करने के लिए एक कूटनीतिक अभियान शुरू कर रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि आरटी अब केवल रूसी प्रचार का साधन नहीं है, बल्कि वह गुप्त रूप से रूस के खुफिया तंत्र की तरह काम कर रहा है।

ब्लिंकन ने यह भी आरोप लगाया कि आरटी के नेताओं ने यूक्रेन में लड़ रहे रूसी सैनिकों को सैन्य उपकरण उपलब्ध कराने के लिए एक ऑनलाइन क्राउडफंडिंग परियोजना चलाई। इस अभियान के जरिए रूसी सैनिकों को स्नाइपर राइफलें, बॉडी आर्मर और अन्य उपकरण भेजे गए।

इसके साथ ही, अमेरिका ने आरटी और उसकी पांच सहायक कंपनियों को विदेशी मिशन अधिनियम के तहत नामित किया है, जिससे उन्हें अमेरिका में काम करने वाले सभी कर्मियों और उनकी संपत्ति की जानकारी देनी होगी।

यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब अमेरिका रूसी हस्तक्षेप और प्रचार को रोकने के लिए व्यापक कार्रवाई कर रहा है। पिछले सप्ताह ही संघीय अभियोजकों ने आरटी के दो कर्मचारियों पर आरोप लगाए थे, जिनमें एक अमेरिकी व्यवसाय को रूसी हितों के प्रचार के लिए गुप्त रूप से 10 मिलियन डॉलर की राशि हस्तांतरित करने का मामला भी शामिल था।

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इस बड़े पद पर वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी से जुड़े नीलेश जावेरी

इससे पहले, नीलेश जावेरी VICE मीडिया के साथ 6 वर्षों से अधिक समय तक जुड़े रहे, जहां उन्होंने एशिया पैसिफिक में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम किया।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Wednesday, 11 September, 2024
Last Modified:
Wednesday, 11 September, 2024
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नीलेश जावेरी ने हाल ही में वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी जॉइन किया है, जहां उन्हें सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) (एशिया पैसिफिक) के रूप में अपनी नई भूमिका संभाली है।

इससे पहले, नीलेश जावेरी VICE मीडिया के साथ 6 वर्षों से अधिक समय तक जुड़े रहे, जहां उन्होंने एशिया पैसिफिक में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम किया। उन्होंने VICE मीडिया में एशिया पैसिफिक (APAC) के COO और CFO के तौर पर शुरुआत की थी।

जावेरी ने डिस्कवरी इंक में भी SVP, चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर और कॉरपोरेट ऑपरेशंस, एशिया पैसिफिक की भूमिका निभाई थी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने ESPN स्टार स्पोर्ट्स और 21st सेंचुरी फॉक्स में भी नेतृत्वकारी पदों पर काम किया।

2003 से 2009 के बीच, नीलेश जावेरी स्टार टीवी नेटवर्क से भी जुड़े रहे। 

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'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' की जैमी हेलर अब 'बिजनेस इनसाइडर' की होंगी एडिटर-इन-चीफ

'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' (The Wall Street Journal) की बिजनेस एडिटर जैमी हेलर अब 'बिजनेस इनसाइडर' (Business Insider) की नई एडिटर-इन-चीफ होंगी।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Tuesday, 10 September, 2024
Last Modified:
Tuesday, 10 September, 2024
JamieHeller7845

'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' (The Wall Street Journal) की बिजनेस एडिटर जैमी हेलर अब 'बिजनेस इनसाइडर' (Business Insider) की नई एडिटर-इन-चीफ होंगी। कंपनी के सीईओ ने एक मेमो में स्टाफ को यह जानकारी दी।

जैमी हेलर, निकोलेस कार्लसन की जगह लेंगी, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में पद से इस्तीफा दे दिया था। हेलर वॉल स्ट्रीट जर्नल के साथ दो दशक से अधिक समय से जुड़ी रही हैं।

हेलर ने अपने बयान में कहा, "मैं लंबे समय से 'बिजनेस इनसाइडर' की प्रशंसक रही हूं। मैंने कुछ साल पहले इसकी सदस्यता ली थी क्योंकि यह इतना अच्छा है। अब, मैं इस महान प्रकाशन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए बेहद उत्साहित हूं।"

बता दें कि हेलर ऐसे समय में यह भूमिका संभाल रही हैं जब 'बिजनेस इनसाइडर' और डिजिटल न्यूज इंडस्ट्री दोनों ही चुनौतीपूर्ण दौर से गुजर रहे हैं। कार्लसन के पद छोड़ने के बाद, कंपनी के रिपोर्टिंग और उसकी पेरेंट कंपनी एक्सेल स्प्रिंगर (Axel Springer) द्वारा की गई जांच के बाद कुछ विवाद उठे थे।

एक्सेल स्प्रिंगर ने 2015 में 'बिजनेस इनसाइडर' को खरीदा था और इसके बाद से उसने 'पॉलिटिको' (Politico) और 'मॉर्निंग ब्रियू' (Morning Brew) जैसी अमेरिकी मीडिया कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है।

बिजनेस इनसाइडर ने हाल के वर्षों में दो बार अपना ब्रैंडिंग बदला है, सब्सक्रिप्शन मॉडल को अपनाने और फिर दोबारा लौटने की प्रक्रिया के तहत। इस साल की शुरुआत में कंपनी ने अपने कर्मचारियों में 8% की छंटनी की, जबकि 2023 में करीब 10% स्टाफ की कटौती की गई थी।

पिछले साल AI तकनीक में बड़े निवेश के ऐलान के बाद कंपनी को अपने संपादकीय यूनियन से भी विरोध का सामना करना पड़ा था। 2021 में बने यूनियन ने 2023 में 13 दिनों की हड़ताल के बाद अपना पहला कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया था।

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'Reply AI Film Festival' में भारत का प्रतिनिधित्व करेगी मंशा टोटला की फिल्म 'JINX'

मंशा टोटला की यह फिल्म इस वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र फिल्म होगी। मंशा को 81वें वेनिस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर चलने के लिए भी आमंत्रित किया गया है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Saturday, 31 August, 2024
Last Modified:
Saturday, 31 August, 2024
Mansha Totla

फिल्म निर्माता और प्रड्यूसर मंशा टोटला (Mansha Totla) की नई शॉर्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'JINX' एक मील का पत्थर साबित हुई है। दरअसल, मंशा की यह फिल्म इटली के वेनिस में आयोजित होने वाले प्रतिष्ठित ‘Reply AI Film Festival’ की टॉप 12 फाइनलिस्ट फिल्मों में सम्मिलित हो गई है। ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस’ (AI) टेक्नोलॉजी के माध्यम से इनोवेटिव कहानी कहने (Innovative Storytelling) का जश्न मनाने वाले इस अनूठे फिल्म फेस्टिवल में दुनियाभर से 5,000 से ज्यादा फिल्मों की प्रविष्टियां आई थीं। मंशा टोटला की फिल्म ‘JINX’ इस वैश्विक मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र फिल्म होगी।

मंशा की फिल्म 'JINX'  द्वितीय विश्व युद्ध (holocaust) की विभीषिका से बचे हुए 90 वर्षीय जिंक्स अकरकर की अनकही सच्ची कहानी है। यह फिल्म जीवन के महत्व के साथ-साथ अपने अंतर्ज्ञान पर विश्वास करने के महत्व को भी रेखांकित करती है। इसके अलावा, यह युद्ध के दौरान खोए हुए सभी लोगों और उन सभी लोगों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है, जो शायद आज भी इसके कारण दुख झेल रहे हैं। 

मंशा टोटला ने दूसरे विश्व युद्ध की विभीषिका को वास्तविक रूप से दिखाने के लिए आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके पूरी तरह से नया युद्ध फुटेज बनाया है। इस तरह से उन्होंने डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाने में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल के द्वारा एकीकरण की नई मिसाल कायम की है। 

मंशा टोटला को 81वें वेनिस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर चलने के लिए भी आमंत्रित किया गया है। इस फेस्टिवल में एंजेलिना जोली, ब्रैड पिट और जेना ओर्टेगा जैसी हॉलीवुड की मशहूर हस्तियां शामिल होंगी।

इस बारे में मंशा टोटला का कहना है, ‘'यह मेरे लिए काफी सम्मान की बात है कि मेरी फिल्म 'JINX' को प्रतिष्ठित मंच पर मान्यता मिली है, जो इनोवेटिव कहानी कहने और तकनीक को प्रोत्साहित करता है। मेरा लक्ष्य एक ऐसी कहानी प्रस्तुत करना था, जो लोगों की आत्मा से जुड़ जाए और उन्हें सकारात्मक अहसास दे। पारंपरिक सिनेमा की सीमाओं को पार कर इतिहास को आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक के साथ मिक्स करके काम करने का यह मेरा पहला अनुभव था।। मुझे खुशी है कि मेरे प्रयास और दृष्टिकोण को जूरी ने अच्छी तरह समझा।’

इसके साथ ही मंशा टोटला का यह भी कहना था, ‘वेनिस में अपनी फिल्म का प्रीमियर करना और भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सपना पूरा होने जैसा है और मैं बहुत जल्द अपनी फिल्म 'JINX' को दुनिया के साथ शेयर करने के लिए उत्साहित हूं।'

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