सीबीआई में मचे कोहराम ने केवल सरकार को ही सांसत में नहीं डाला है...
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
सीबीआई में मचे
कोहराम ने केवल सरकार को ही सांसत में नहीं डाला है, पत्रकारों पर भी इस मुद्दे को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। राजनेता और
सामाजिक कार्यकर्ता योगेंद्र यादव के एक ट्वीट ने सोशल मीडिया पर फिर से यह बहस
छेड़ दी है कि क्या मीडिया स्पष्ट तौर पर सरकार को कठघरे में खड़ा करने वाले मुद्दों
से बचने का प्रयास करता है?
सीबीआई में जिस
तरह से डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के बीच आरोपों की
जंग चली और जिस तरह से सरकार ने उन्हें छुट्टी पर भेजा, उसे लेकर तमाम न्यूज़ चैनल में डिबेट शो चल रहे हैं।
ऐसा ही एक डिबेट शो अंग्रेजी चैनल ‘टाइम्स नाउ’ (Times
Now) में आयोजित किया गया था। इस शो में बतौर मेहमान योगेंद्र यादव
को भी आमंत्रित किया गया था। हालांकि, शो यादव और चैनल की
उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहा। ऐसा इसलिए कि यादव ने अपने ट्विटर हैंडल से शो और
उसकी होस्ट व 'टाइम्स नाउ' की मैनेजिंग एडिटर (पॉलिटिक्स) नविका कुमार दोनों पर सवाल उठाए हैं।
यादव ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘आज रात मुझे ‘टाइम्स नाउ’ के शो उस शो से वॉक आउट करना पड़ा, जिसकी एंकर नविका कुमार थीं। मुझे बताया गया था कि शो इस पर केंद्रित होगा कि आलोक वर्मा को हटाने से राजग की छवि कितनी प्रभावित हुई है। जबकि मुद्दा बदलकर संयुक्त निदेशक ए.के. शर्मा पर बहस की जाने लगी। यह बहुत ही शर्मनाक है। इसने पत्रकारिता को कलंकित कर दिया है’।
Tonight I had to walk out of a @TimesNow show anchored by @navikakumar
I was told show was on how Alok Verma's removal had "dented the image of NDA". Instead it turned out to be an "expose" on Verma's deputy AK Sharma.
Shameless cover up!
Disgracre in the name of journalism!
— Yogendra Yadav (@_YogendraYadav) October 24, 2018
यादव को इस मुद्दे पर सोशल मीडिया यूजर्स का ज़बरदस्त समर्थन मिल रहा है। वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने भी यादव के ट्वीट को लाइक किया है। यानी कहीं न कहीं वो भी योगेंद्र यादव की बात से सहमत दिखाई देते हैं।
यादव के ट्वीट
को अब तक 8 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं, जबकि इसे तीन हजार से ज्यादा बार रीट्वीट किया गया है और इसपर एक हजार के
आसपास कमेंट हैं।
कई यूजर ने पत्रकार नविका कुमार को भी निशाना बनाया है। दीपेश चौहान नामक यूजर ने लिखा है ‘आप जिस सहजता से बहस को संभालती हैं, मुझे बेहद पसंद है, लेकिन इस बार क्षमा करें आप निष्पक्ष नहीं हैं और उन मुद्दों के प्रति सहनशीलता नहीं दर्शातीं जिनसे आप सहमत नहीं हैं’।
इसी तरह, अमृत अग्रवाल ने
सवाल किया है कि ‘टाइम्स नाउ’ ने डिबेट
के विषय को लेकर यादव को गलत जानकारी क्यों दी?
विद्या
सुब्रमणियम ने अपने ट्वीट में योगेंद्र यादव के लिए लिखा है ‘मुझे समझ नहीं आता कि यह जानते हुए भी कि टाइम्स नाउ
मोदी सरकार का पक्षधर है वहां क्यों जाते हैं’। वहीं,
पारस इंडियन नामक यूजर ने ट्वीट किया है ‘बहुत
अच्छे यादवजी, सच्चे देशवासी आपके साथ हैं। नविका कुमार
निष्पक्ष पत्रकार नहीं मोदी भक्त हैं।’
वैसे योगेंद्र यादव के ट्वीट का नविका कुमार ने भी करार जवाब दिया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है ‘मेरी पत्रकारिता को लेकर आपके प्रमाण पत्र का धन्यवाद। लेकिन आप जो भी सोचें, मेरी पत्रकारिता मुझे स्टोरी मिलते ही उसे ब्रेक करना सिखाती है। सीबीआई पर मेरी डिबेट जारी है और इसने सबको हिला दिया है। यदि यह आपके एजेंडा के अनुरूप नहीं है, तो मुझे डर है कि मैं इसके बारे में कुछ भी नहीं कर सकती’!
Thank you for your certificate of my journalism but whatever you think, my journalism teaches me to break a story, as soon as I get it. My debate continued to be on CBI and it's shake up. If it didn't suit your agenda, I am afraid, there is nothing I can do about it! https://t.co/Y7GzAtSIuW
— navika kumar (@navikakumar) October 24, 2018
नविका कुमार के इस ट्वीट को कई यूजर ने पसंद किया है। मनोज भंडारी ने लिखा है ‘चिंता न करें नविका, विपक्ष समर्थित प्रशांत भूषण, अरुण शौरी आदि की लॉबी एक्सपोज़ हो चुकी है! ऐसा लगता है कि मिस्टर वर्मा उनके लिए काम कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने हस्तक्षेप करके देशहित में कदम उठाया है’। वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा है ‘केवल बुद्धिमान लोगों को ही शो में आमंत्रित किया करें’।
Don’t worry navika, the lobby of Prashant Bhushan , Arun Shourie etc backed by opposition has been exposed! Mr VERMA was working for Them, it seems! The PM has rightly intervened and has protected the sanctity and independence of CBI
— manoj bhandari (@mbhandariadv) October 24, 2018
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनका इस्तीफा 31 अगस्त 2023 से प्रभावी होगा। वैशाली कस्तूरे अंतरिम तौर पर यूनिट के कॉमर्शियल बिजनेस लीडर की भूमिका संभालेंगी।
‘एमेजॉन वेब सर्विसेज’ (AWS) इंडिया और साउथ एशिया के क्लाउड डिवीजन के हेड पुनीत चंडोक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनका इस्तीफा 31 अगस्त 2023 से प्रभावी होगा।
बताया जाता है कि ‘एमेजॉन वेब सर्विसेज’ इंडिया और साउथ एशिया की एंटरप्राइज हेड (mid-market and global businesses) वैशाली कस्तूरे अंतरिम तौर पर यूनिट के कॉमर्शियल बिजनेस लीडर की भूमिका संभालेंगी।
पुनीत चंडोक ने जून 2019 में ‘एमेजॉन वेब सर्विसेज’ में जॉइन किया था। पुनीत चंडोक इससे पहले 'मैकिन्से एंड कंपनी' (McKinsey & Co.) और IBM ग्लोबल सर्विसेज में लीडरशिप भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट’ (IIM) कोलकाता से एमबीए (Marketing, Finance & Systems) की पढ़ाई की है।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।नेटवर्क18 को जॉइन करने से पहले वह शिक्षा प्रौद्यौगिकी कंपनी ‘बायजू’ (Byju's) में वाइस प्रेजिडेंट (इंजीनियरिंग) के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
देश के प्रमुख मीडिया संस्थानों में शुमार ‘नेटवर्क18’ (Network18) ने सुनील शर्मा को चीफ प्रॉडक्ट और टेक्नोलॉजी ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया है। अपनी इस भूमिका में सुनील समूह में सभी सामान्य और बिजनेस न्यूज ब्रैंड्स के लिए टेक्नोलॉजी, कंटेंट, डेटा और मुद्रीकरण मैनेजमेंट टूल्स (monetisation management tools), सॉफ्टवेयर और प्रॉडक्ट इंजीनियरिंग सहित डिजिटल टेक्नोलॉजी पहलों (initiatives) का नेतृत्व करेंगे।
वह नेटवर्क18 ब्रैंड्स के अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम करेंगे और नेटवर्क18 के मैनेजिंग डायरेक्टर राहुल जोशी को रिपोर्ट करेंगे। सुनील को विभिन्न सेक्टर्स जैसे- टेलिकॉम, रिटेल, मीडिया स्ट्रीमिंग और एजुकेशन टेक्नोलॉजी बिजनेस आदि में काम करने का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है।
नेटवर्क18 को जॉइन करने से पहले वह शिक्षा प्रौद्यौगिकी कंपनी ‘बायजू’ (Byju's) में वाइस प्रेजिडेंट (इंजीनियरिंग) के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। इससे पहले वह सात साल से ज्यादा समय तक ‘एमेजॉन’ (Amazon) में अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
वहीं, रजत निगम ग्रुप के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर (CTO) के पद पर अपनी भूमिका निभाते रहेंगे। वह सुनील के मेंटर और गाइड की भूमिका भी निभाएंगे।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।राजिता हेमवानी को देश-विदेश के मीडिया संस्थानों में प्रमुख पदों पर काम करने का 25 साल से ज्यादा का अनुभव है।
IN10 मीडिया नेटवर्क ने राजिता हेमवानी (Rajitta Hemwaani) को चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (म्यूजिक) के पद पर नियुक्त किया है। राजिता हेमवानी को देश-विदेश के मीडिया संस्थानों में प्रमुख पदों पर काम करने का 25 साल से ज्यादा का अनुभव है।
हेमवानी इससे पहले ‘इरोज म्यूजिक’ (Eros Music) में बिजनेस हेड और चीफ ऑफ कंटेंट के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं। इसके अलावा वह ‘नाइनएक्स मीडिया’ (9X Media) में चीफ कंटेंट ऑफिसर भी रह चुकी हैं।
पूर्व में हेमवानी ‘स्टार टीवी नेटवर्क’ (Star TV Network), ‘रिलायंस एंटरटेनमेंट’ (Reliance Entertainment) और ‘यूनिवर्सल म्यूजिक ग्रुप’ (Universal Music Group) में भी प्रमुख पदों पर काम कर चुकी हैं।
इसके अलावा वह ‘KEFIRA INTERNATIONAL COLLECTIVE’ की फाउंडर भी हैं जो टैलेंट और कलाकारों को कंटेंट व म्यूजिक कंपनियों के साथ साझेदारी करने में मदद करता है।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।'डिश टीवी' ने 77 शेयरधारकों के एक विशिष्ट समूह के अनुरोध को मजबूती से खारिज कर दिया है।
'डिश टीवी' ने 77 शेयरधारकों के एक विशिष्ट समूह के अनुरोध को मजबूती से खारिज कर दिया है। समूह ने कंपनी के बोर्ड के पुनर्गठन और दो स्वतंत्र निदेशकों को हटाने के उद्देश्य से असाधारण आम बैठक (ईजीएम) आयोजित करने की मांग थी। मीडिया रिपोर्ट्स में इस तरह की खबरें सामने आयी हैं।
10.15% स्वामित्व का प्रतिनिधित्व करने वाले 77 शेयरधारकों ने 15 मई को ईजीएम के लिए नोटिस जारी किया था। समूह ने शंकर अग्रवाल और रश्मी अग्रवाल को हटाने का आह्वान किया, जो स्वतंत्र निदेशक हैं और उनकी जगह बद्री नारायणन, सतीस कुमार यनमंद्रा और जीत सेन गुप्ता को निदेशक के रूप में नामित करने का प्रस्ताव दिया था।
डिश टीवी ने गुरुवार को एक एक्सचेंज फाइलिंग में सूचित किया कि उसके बोर्ड ने अनुरोध को इस आधार पर खारिज कर दिया कि क्योंकि यह अमान्य थी।
डिश टीवी के बोर्ड ने कहा, 'सावधानीपूर्वक जांच करने पर, बोर्ड को मांग नोटिस में कई खामियां मिली।'
डिश टीवी के बोर्ड ने फाइलिंग में कहा कि सबसे पहले, चार नोटिस डिश टीवी के सदस्यों के रजिस्टर में सूचीबद्ध शेयरधारकों द्वारा जारी नहीं किए गए थे। इसके अतिरिक्त, सात नोटिस डुप्लिकेट थे, जिनमें मूल नोटिस गायब थे।
कंपनी ने कहा कि ईजीएम के अनुरोध को स्वीकार इसलिए भी नहीं किया जा सकता क्योंकि कंपनियों, ट्रस्टों और साझेदारियों जैसी संस्थाओं द्वारा प्रस्तुत ग्यारह नोटिस संबंधित निदेशक मंडल से आवश्यक प्राधिकरण के बिना थे।
कंपनी ने कहा कि एक नया नोटिस भेजने या फिर कानूनी मदद लेने का हकदार है।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।‘जी मीडिया’ से पहले पूजा दुग्गल ‘एचटी डिजिटल स्ट्रीम्स’ (HT Digital Streams) में एचआर हेड (डिजिटल बिजनेस) के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं।
‘जी मीडिया’ (Zee Media) ने पूजा दुग्गल को कंपनी और इसकी सहायक इकाइयों का एचआर हेड नियुक्त किया है। पूजा दुग्गल को इंडस्ट्री में काम करने का 16 साल से ज्यादा का अनुभव है। ‘जी मीडिया’ से पहले वह ‘एचटी डिजिटल स्ट्रीम्स’ (HT Digital Streams) में एचआर हेड (डिजिटल बिजनेस) के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं।
वहीं, ‘एचटी मीडिया’ से पहले वह ‘रेचैम आरपीजी प्रा. लि.’ (Raychem RPG Pvt Ltd) में करीब पांच साल तक एचआर हेड रह चुकी हैं। पूर्व में वह ‘जिंदल स्टील’ (Jindal Steel) में सीनियर मैनेजर (ग्लोबल, एचआर) के पद पर काम करने के अलावा SISTEMA Shyam Teleservices और Right Management में भी अपनी भूमिका निभा चुकी हैं।
पूजा दुग्गल ने दिल्ली में ‘गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी’ से इंफॉर्मेशन सिस्टम्स में ग्रेजुएशन किया है। इसके अलावा उन्होंने मुंबई के NMIMS (Narsee Monjee Institute of Management Studies) से एमबीए (Human Resources and Finance) किया है।
इस बारे में ‘जी मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड’ (ZMCL) के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर अभय ओझा का कहना है, ‘पूजा दुग्गल की नियुक्ति को लेकर हम काफी उत्साहित हैं। पूजा को मानव संसाधन (एचआर) डोमेन में महारत हासिल है। हम संस्थान को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उनके साथ काम करने को तत्पर हैं।’
वहीं, अपनी नियुक्ति के बारे में पूजा दुग्गल का कहना है, ‘मैं इस बड़ी भूमिका को निभाने और प्रतिभाशाली व्यक्तियों की टीम के साथ काम करने के लिए काफी रोमांचित हूं। साथ मिलकर हमारा लक्ष्य ऐसा कार्यबल तैयार करना है जो सशक्त और इनोवेशंस लाने के साथ-साथ असाधारण परिणाम प्राप्त करने के लिए पूरी तरह तैयार हो।’
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।इस सीरीज के तहत आज हम बताएंगे कि विनीत जैन के विजन और नेतृत्व में ‘टाइम्स ग्रुप’ ने किस तरह अपने ‘पंख’ फैलाए हैं और किस तरह इसे एक अग्रणी मल्टीमीडिया मीडिया समूह बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है।
'समाचार4मीडिया' की सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) ने पिछले हफ्ते ‘Leading From The Front’ नाम से कॉलम की एक सीरीज शुरू की है। इस सीरीज में देश के उन टॉप बिजनेस लीडर्स को शामिल किया गया है, जिन्होंने देश की मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में खास मुकाम हासिल किया है और उसे नई ऊंचाइंयों पर ले जाने में अपनी अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। इस सीरीज के तहत आज हम बताएंगे कि विनीत जैन के विजन और नेतृत्व में ‘टाइम्स ग्रुप’ ने किस तरह अपने ‘पंख’ फैलाए हैं और किस तरह इसे एक अग्रणी मल्टीमीडिया मीडिया समूह बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है।
विनीत जैन ने वर्ष 1987 में ‘द टाइम्स’ (The Times) समूह जॉइन किया था। इसके बाद प्रिंट को आगे बढ़ाने के अलावा मीडिया में समूह को विविधता प्रदान करने के लिए एक दूरदर्शी रणनीतिकार के रूप में उन्होंने समूह के अखबारों, टीवी, रेडियो और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स में तमाम नई पहल कीं, जो बाद में इंडस्ट्री के लिए एक खास पहचान बन गईं। वर्ष 1993 में डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर और उसके करीब पांच साल बाद मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में नियुक्ति के बाद से वह समूह के दिन-प्रतिदिन के कार्यों, जैसे-मार्केटिंग, कॉस्ट फंक्शंस, एचआर और ब्रैंड मैनेजमेंट आदि को संभाल रहे हैं।
जब विनीत जैन टाइम्स समूह में शामिल हुए थे, तो उन्होंने शुरू में ओवरऑल कंटेंट स्ट्रैटेजी और इसके निष्पादन (execution) का काम देखा, जिसमें समूह के प्रमुख समाचार पत्रों यानी ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’, ‘द इकनॉमिक टाइम्स’ और ‘नवभारत टाइम्स’ के पेजिनेशन, डिजाइन और एडिटोरियल इनोवेशन शामिल था। इसमें उन्होंने ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ के कई शहरों में एडिशन शुरू कराए और पेजों की संख्या बढ़ाने के साथ ही उन शहरों की कवरेज पर फोकस किया, जिसने एक राष्ट्रीय अखबार में स्थानीय खबरों की प्रमुखता मिलने लगी, जिसने इंडस्ट्री में एक नया ट्रेंड सेट कर दिया।
यह पहली बार था जब किसी राष्ट्रीय अखबार के लिए इतने बड़े पैमाने पर ऐसा किया गया था। विनीत जैन ने समय को परखते हुए अखबार के तमाम सेक्शंस को बेहतर बनाने और उन्हें स्थापित करने में भी मदद की। एक दूरदर्शी के तौर पर उन्होंने कई दशक पहले, जब इंटरनेट आगे बढ़ने लगा था, यह भी महसूस कर लिया था कि पाठकों का ध्यान आकर्षित करने के लिए छोटे न्यूज आर्टिकल्स को अधिक विविधता में शामिल किया जा सकता है। इसके तहत उन्होंने ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ और ‘इकनॉमिक टाइम्स’ में न्यूज पेजों में एक पैराग्राफ के बॉक्स की शुरुआत की, ताकि न्यूज और व्यूज की सीमा को बनाए रखते हुए न्यूज के बारे में पाठकों के विश्लेषण को शामिल किया जा सके।
ऐसे में अखबार की वास्तुकला और इसकी कंटेंट स्ट्रैटेजी का आधुनिकीकरण विनीत जैन द्वारा किया गया था, जो 1990 के दशक के अंत तक समूह के चीफ कंटेंट स्ट्रैटेजिस्ट के रूप में उभरे थे। कंटेंट स्ट्रैटेजी और आर्किटेक्चर में मूलभूत परिवर्तनों के माध्यम से आधुनिक समाचार पत्र के लिए ये इनोवेशंस (वाइस चेयरमैन समीर जैन द्वारा संचालित आमंत्रण/कवर मूल्य निर्धारण और सदस्यता योजनाओं जैसे नवाचारों के साथ), टाइम्स ऑफ इंडिया दिल्ली में हिन्दुस्तान टाइम्स से आगे निकलने के लिए जिम्मेदार थे।
इसी तरह उनके विस्तार-उन्मुख दृष्टिकोण ने पाठकों की अधिक समाचारों की आवश्यकता को समझा और टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार में मुख्य रूप से स्टॉक लिस्टिंग, क्रॉसवर्ड और रीडर एंगेजमेंट सेक्शन, फिल्म समीक्षा आदि जैसी अधिक पाठक-अनुकूल सामग्री पेश की।
विनीत जैन को देश में अग्रणी लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट जर्नलिज्म का श्रेय भी दिया जाता है। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया के एडिशन वाइस सप्लीमेंट्स जैसे- दिल्ली टाइम्स, बॉम्बे टाइम्स आदि की कल्पना की और उन्हें मूर्त रूप दिया, जो लाखों युवा पाठकों और नए ऑडियंस सेगमेंट में स्वास्थ्य, फैशन, फिटनेस, फिल्मों, मनोरंजन आदि पर ध्यान केंद्रित करने वाले थे। ये विज्ञापनदाताओं के साथ हिट थे और विशेष रूप से न्यूजपेपर इंडस्ट्री में कॉपी किए गए हैं। इसके अलावा सामान्य रूप से टीवी और डिजिटल जैसे अन्य प्लेटफार्म्स में संशोधित रूप में इस्तेमाल किए गए हैं। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उदारीकरण के बाद के भारत में नए पाठकों के तहत भारतीय समाचार पत्रों के लिए फैशन, डिजाइन, स्वास्थ्य, फिटनेस, कल्याण आदि के लिए विज्ञापनदाताओं की नई शैलियों के लिए ये एक तरह से एंट्री प्वॉइंट्स बन गए हैं।
इंडस्ट्री के विशेषज्ञ बताते हैं कि विनीत जैन युवाओं और शहरी संस्कृति को बहुत अच्छी तरह से समझते हैं। वास्तव में, उनके नेतृत्व में मीडिया में लाइफस्टाइल जर्नलिज्म के निर्माण ने पूरी तरह से नए दर्शकों और विज्ञापनदाताओं के साथ एक बड़ी नई इवेंट इंडस्ट्री शुरू की। यहां एक बार फिर से टाइम्स ग्रुप नेतृत्व की भूमिका में नजर आया। शुरुआत में टाइम्स के लाइफस्टाइल सप्लीमेंट्स विज्ञापनदाताओं के लिए इवेंट्स को प्रायोजित करने के लिए प्रेरक का काम करते, क्योंकि इस समूह ने पूरी इंडस्ट्री को परिपक्व और प्रोफेशनल बनाने में मदद की। इसके बाद ये मॉडल सभी शैलियों के इवेंट राजस्व का एक अलग प्रमुख स्रोत बन गए, और इस मॉडल को बाद में पूरे मीडिया जगत में चुना गया।
पब्लिकेशन में इस विरासत के अलावा विनीत जैन ने समूह को प्रिंट के अलावा अन्य सभी संभावित मीडिया क्षेत्रों में विविधता प्रदान की है। उन्होंने शुरुआत में ही इंटरनेट की मौलिक चुनौती को पहचान लिया और इसलिए टाइम्स ऑफ इंडिया वर्ष 1997 में वेबसाइट शुरू करने वाले पहले समाचार पत्रों में से एक था। इसके साथ वर्ष 2000 में टाइम्स इंटरनेट लिमिटेड की स्थापना की गई, जिसने बड़ी संख्या में डिजिटल संस्थाओं को जन्म दिया और जिसने इसे देश का सबसे बड़ा डिजिटल मीडिया हाउस बना दिया।
लेकिन इससे पहले 1990 के दशक के मध्य में विनीत जैन शायद एकमात्र ऐसे भारतीय मीडिया मालिक थे, जिन्होंने रेडियो की शक्ति को पहचाना। ‘टाइम्स एफएम’ (Times FM) आकाशवाणी पर प्रसारण करने वाली पहली निजी संस्था थी और सरकार द्वारा निजी एफएम रेडियो स्टेशनों को अनुमति दिए जाने के बाद इसे ‘रेडियो मिर्ची’ (अब मिर्ची) में तब्दील कर दिया गया। ‘मिर्ची’ आज भी मार्केट लीडर बनी हुई है Qj भारतीय एफएम रेडियो इंडस्ट्री के गॉडफादर के रूप में अपनी जगह पक्की कर रही है।
विनीत जैन ने भी टीवी की दुनिया में कदम बढ़ाए, लेकिन बुद्धिमानी से तब तक दूर रहे जब तक कि कुछ अन्य इसमें नहीं आ गए। लेकिन टाइम्स नाउ (टाइम्स नेटवर्क के अन्य अग्रणी चैनलों के समूह) के प्रवेश के साथ भारतीय न्यूज टेलीविजन का पहले जैसा दौर फिर नहीं आएगा। इसलिए, टाइम्स समूह को एक प्रिंट अखबार और मैगजीन पब्लिशर से एशिया के सबसे बड़े मीडिया समूहों में से एक में बदलने में विनीत जैन की काफी बड़ी भूमिका है। उन्होंने अपनी पहलों में पाठकों, दर्शकों और श्रोताओं को सबसे पहले रखा है। हर बदलाव को समझते हुए टेक्नोलॉजी उद्योग-व्यापी सर्वोत्तम प्रथाओं का उपयोग करके विश्व स्तरीय टीम का निर्माण किया है।
एक बड़े इंडस्ट्री लीडर के रूप में, जिन्होंने भारतीय मीडिया के लिए कई नियम फिर से लिखे हैं और देश की मीडिया वैल्यू चेन को कंटेंट, स्ट्रैटेजी व मुनाफे में बदलकर प्रिंट व मीडिया इंडस्ट्री के अन्य क्षेत्रों के लिए एक बड़ी विरासत छोड़ी है। इंडस्ट्री के लिए उन्होंने जो अगला चैप्टर लिखा है, वह देखना काफी दिलचस्प होगा, जो अभी सामने आना बाकी है। वर्ष 2013 में ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) समूह ने इन तमाम कारणों और इंडस्ट्री को ऊंचाइयों पर ले जाने में उनकी अग्रणी भूमिका के कारण विनीत जैन को ‘इंपैक्ट पर्सन ऑफ द ईयर’ (IPOY) का खिताब दिया।
हालांकि लोकप्रिय धारणा बनी हुई है कि विनीत जैन ने ही टाइम्स ग्रुप में टीवी, डिजिटल और रेडियो जैसे नए बिजनेस का निर्माण किया है और यह कहना सही है कि विनीत जैन 1987 में 21 साल की उम्र में TOI में शामिल हुए थे और तीन दशकों से भी ज्यादा समय तक उन्होंने प्रिंट के बिजनेस में महत्वपूर्ण योगदान दिया। जब विनीत जैन अपने पिता अशोक जैन और बड़े भाई समीर जैन के साथ जुड़े, तो बिजनेस का मुख्य आधार प्रिंट व न्यूजपेपर था।
जबकि समीर जैन को पिछले तीन दशकों से भी अधिक समय तक लीड करने, रणनीति बनाने, रिस्पॉन्स, मॉनेटाइजिंग, इनविटेशन प्राइजिंग का श्रेय दिया जाता है और अब पिछले 15 वर्षों में ब्रैंड कैपिटल के साथ युवा जैन ने अपने बड़े भाई समीर जैन के साथ प्रिंट बिजनेस और न्यूजपेपर बिजनेस में भी जबरदस्त योगदान दिया है।
वरिष्ठ अधिकारी विनीत जैन को याद करते हुए कहते हैं कि वह न्यूजपेपर व प्रिंट ऑर्गनाइजेशंस का नेतृत्व करने और उसे चलाने में पूरी तरह से जुड़े हुए थे। वह पूरी तरह से HR व हायरिंग और लीडरशिप मेंटरिंग और सुवरविजन में भी जुड़े रहते थे। जैन न्यूजपेपर व प्रिंट बिजनेस के प्रॉडक्ट व मार्केटिंग में भी शामिल रहते थे। विनीत जैन प्रिंट प्रॉडक्ट्स के एडिटोरियल को लेकर भी निर्णय लेते थे। उन्होंने नए एंटरटेनमेंट सप्लीमेंट्स शुरू किए, जिसकी पहले तो काफी आलोचना हुई फिर पूरी मीडिया इंडस्ट्री ने इसे अपना लिया।
विनीत जैन ने सिटी सप्लीमेंट और अखबारों में स्थानीय खबरों पर भी जोर दिया और यह सुनिश्चित किया कि ये सप्लीमेंट एडिटोरियल के साथ-साथ रेवेन्यू में योगदान देने वाले भी बनें। टाइम्स ग्रुप में सक्रिय होने के चलते पिछले 36 वर्षों से विनीत जैन की एडमिनिस्ट्रेशन, प्रिंटिंग और मैनेजमेंट के सभी पहलुओं में सक्रिय भागीदारी रहती थी। ढाई दशक पहले विनीत जैन इन अखबारों को इंटरनेट से जोड़ने में मदद की थी। उनके नेतृत्व में समाचार पत्रों की साइटों का शुभारंभ किया गया।
विनीत जैन को टीवी बिजनेस, रेडियो बिजनेस, डिजिटल व इंटरनेट बिजनेस और टाइम्स ग्रुप के एजुकेशन बिजनेस के निर्माण का श्रेय दिया जाता है। अपने नेतृत्व में पहले के 18-20 वर्षों में उन्होंने न्यूजपेपर व प्रिंट बिजनेस के अधिक क्षेत्रों में जबरदस्त योगदान दिया और कई स्ट्रैटजिक एडिटोरियल, मार्केटिंग और प्रॉडक्ट इनिशिएटिव्स का नेतृत्व किया, जिसकी छाप टाइम्स ग्रुप के बिजनेस पर अभी भी है। टाइम्स ग्रुप पर विनीत जैन की छाप जबरदस्त रही, जोकि प्रिंट से शुरू हुई। लेकिन अपने गहरे दृष्टिकोण से उन्होंने एक भविष्यवादी समूह बनाने की प्रक्रिया का नेतृत्व किया।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।विदिशा चटर्जी इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप ‘वॉट्सऐप’ (WhatsApp) से करीब तीन साल से जुड़ी हुई थीं।
इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप ‘वॉट्सऐप’ (WhatsApp) इंडिया की कम्युनिकेशंस डायरेक्टर विदिशा चटर्जी ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
वह करीब तीन साल से वॉट्सऐप से जुड़ी हुई थीं। इससे पहले विदिशा चटर्जी ‘कोलगेट पामोलिव’ (Colgate-Palmolive) में कम्युनिकेशंस हेड (इंडिया) के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
वह ‘Hill+Knowlton Strategies’ कंपनी में भी अपनी भूमिका निभा चुकी हैं। इसके अलावा पूर्व में वह ‘Genesis Burson-Marsteller’, ‘इंडिया टुडे’ (India Today), ‘ईएसपीएन स्टार स्पोर्ट्स’ (ESPN Star Sports) और ‘बीबीसी’ (BBC) के साथ भी काम कर चुकी हैं।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।राजीव मखनी ने 20 साल के लंबे कार्यकाल के बाद NDTV से इस्तीफा दे दिया है
राजीव मखनी ने 20 साल के लंबे कार्यकाल के बाद NDTV से इस्तीफा दे दिया है। वह यहां मैनेजिंग एडिटर के पद पर कार्यरत थे।
हमारी सहयोगी वेबसाइट एक्सचेंज4मीडिया से उन्होंने इस खबर की पुष्टि की है उन्होंने कहा कि वह जल्द ही अपने अगले वेंचर के बारे में घोषणा करेंगे।
राजीव मखनी ने कहा, ‘मेरे पास तीन प्रस्ताव हैं, जिनका मैं मूल्यांकन कर रहा हूं। मैं कुछ दिनों के भीतर घोषणा करूंगा कि मैं किसे स्वीकार करता हूं।‘
मखनी को एनडीटीवी नेटवर्क पर प्रसारित ‘गैजेट गुरु’, ‘सेल गुरु’, ‘न्यूजनेट 3.0’ और ‘वॉक द टेक टॉक’ जैसे शो की मेजबानी के लिए जाना जाता है।
सूत्रों के मुताबिक, यू-ट्यूबर गौरव चौधरी एनडीटीवी में मखनी की जगह लेंगे।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।एचवी सुब्बा राव और मधु सिन्हा की अध्यक्षता वाली बेंच मामले की सुनवाई अब 16 जून को करेगी।
‘नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल’ (NCLAT) ने जी-सोनी विलय (Zee-Sony merger) के मामले में ‘नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल’ (NCLT) के उस आदेश को रद्द कर दिया है, जिसमें ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’ (NSE) और ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ (BSE) को अपनी प्रारंभिक मंजूरी की समीक्षा करने के निर्देश दिए गए थे।
‘जी’ ने NCLT के इस आदेश के खिलाफ याचिका दायर की थी, जिसमें ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’ और ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ को 16 जून 2023 से पहले अपडेटेड एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) जारी करने के लिए कहा गया था। ‘जी’ का कहना था कि उसे अपनी बात रखने का अवसर नहीं मिला।
जस्टिस राकेश कुमार और टेक्निकल मेंबर डॉ. आलोक श्रीवास्तव ने आज NCLT के आदेश को खारिज कर दिया। NCLAT ने कहा कि एनओसी की समीक्षा करने के लिए दोनों एक्सचेंजों ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’ और ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ को निर्देश देने से पहले NCLT द्वारा ‘जी’ का पक्ष सुना जाना चाहिए था। इसके साथ ही यह कहते हुए कि ‘जी’ को इस मामले में उठाई गई चिंताओं पर प्रतिक्रिया देने का कोई अवसर नहीं मिला, NCLAT ने मामले को वापस NCLT के पास भेज दिया है।
अपीलीय न्यायाधिकरण ने यह भी कहा कि प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के तहत दोनों पक्षों को सुना जाना चाहिए था। अब NCLT द्वारा इस मामले में दोनों पक्षों को सुनने के बाद फैसला सुनाया जाएगा। एचवी सुब्बा राव और मधु सिन्हा की अध्यक्षता वाली बेंच मामले की सुनवाई अब 16 जून को करेगी।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।अपीलीय निकाय ने इससे पहले ‘नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल’ (NCLT) के आदेश के खिलाफ ZEEL की याचिका पर सुनवाई टाल चुका है।
‘सोनी’ (SONY) के साथ विलय (Merger) के मामले में ‘जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ (ZEEL) की याचिका पर ‘नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल’ (NCLAT) शुक्रवार को यानी आज सुनवाई कर सकता है।
अपीलीय निकाय ने इससे पहले ‘नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल’ (NCLT) के आदेश के खिलाफ ZEEL की याचिका पर सुनवाई टाल चुका है। वहीं, अपनी याचिका में नेटवर्क का कहना था कि उसे अपनी दलीलें पेश करने का मौका नहीं मिला।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 11 मई को ‘नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल’ ने ‘नेशनल स्टॉक एक्सचेंज’ (NSE) और ‘बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज’ (BSE) से कथित तौर पर विलय के लिए अपनी प्रारंभिक मंजूरी पर पुनर्विचार करने के लिए कहा था, जिसे पूर्व में ‘भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड’ (SEBI) से स्वीकृति मिल चुकी है।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।