जोहान्सबर्ग, (दक्षिण अफ्रीका), नौवें विश्व हिंदी सम्मलेन में प्रख्यात कथाकार चित्र मुद्गल और उदय प्रकाश ने कवि पत्रकार आलोक श्रीवास्तव के पहले कहानी संग्रह आफरीन का विमोचन किया । मानवीय रिश्तों पर आधारित कहानियों के इस संग्रह को राजकमल प्रकाशन ने प्रकाशित किया है। आलोक लगभग दो दशक से साहित्यिक-लेखन में सक्रिय हैं। वर्ष 2007 में प्रकाशित उनके पहल
गूगल न्यूज (Google News) के वाइस प्रेजिडेंट व जनरल मैनेजर शैलेश प्रकाश ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
गूगल न्यूज (Google News) के वाइस प्रेजिडेंट व जनरल मैनेजर शैलेश प्रकाश ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शैलेश प्रकाश ने दो साल पहले गूगल में जॉइन किया था। वह गूगल न्यूज और गूगल सर्च के इकोसिस्टम का संचालन देख रहे थे।
इससे पहले शैलेश प्रकाश Nautilus Inc. के बोर्ड में थे। वह पहलेThe Washington Post में चीफ प्रोडक्ट व टेक्नोलॉजी ऑफिसर के पद पर भी रह चुके हैं।
प्रकाश ने Microsoft में भी लीडरशिप की भूमिका में रहे हैं, जहां उन्होंने कई प्रमुख प्रोजेक्ट्स का नेतृत्व किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उनका यह इस्तीफा ऐसे समय पर आया है, जब गूगल और पब्लिशर्स के बीच तनाव बढ़ रहा है।
पूर्व में डॉ. अमित आर्य हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के मीडिया सलाहकार रह चुके हैं। पिछले साल केंद्र सरकार द्वारा उन्हें वरिष्ठ मीडिया कंसलटेंट के पद पर नियुक्त किया गया था।
देश के प्रमुख मीडिया नेटवर्क्स में शुमार ‘आईटीवी नेटवर्क’ (ITV Network) ने डॉ. अमित आर्य को सीनियर कंसल्टिंग एडिटर के पद पर नियुक्त किया है। इसके साथ-साथ डॉ. अमित आर्य को इंडिया न्यूज (हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर) की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मूल रूप से हरियाणा से ताल्लुक रखने वाले अमित आर्य ने दिल्ली और चंडीगढ़ के साथ-साथ हिमाचल व हरियाणा में करीब बीस वर्ष तक पत्रकारिता में अपनी सेवाएं दीं हैं। अमित आर्य हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के छात्र रहे हैं और छात्र आंदोलन से जुड़े रहे हैं। वह हिमाचल यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ के सचिव रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में वर्ष 2014 से लेकर 2019 तक अमित आर्य मनोहर लाल खट्टर के मीडिया सलाहकार रह चुके हैं। इस दौरान चंडीगढ़ में उन्होंने पांच साल तक अपने पद और दायित्व का निर्वहन किया। इसके बाद करीब चार साल तक अमित आर्य दिल्ली और चंडीगढ़ दोनों जगह मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार का दायित्व निभा चुके हैं।
पिछले साल केंद्र सरकार ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देते हुए वरिष्ठ मीडिया कंसलटेंट के पद पर नियुक्त किया था। उन्हें पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर आदि का कार्यभार दिया गया था। यहां अपने एक साल के कार्यकाल के दौरान वह केंद्र सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार के साथ सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को सुझाव देने का कामकाम भी संभाल रहे थे।
अमित आर्य को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का लंबा अनुभव है। आर्य ने वर्ष 1994 में पत्रकारिता में अपने करियर का आगाज किया। कई प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में करीब दो दशक तक आर्य ने पत्रकारिता में अपनी सेवाएं दीं व अपनी एक अलग पहचान कायम की। वह कई चैनलों और मीडिया हाउस की लॉन्चिग टीम का भी हिस्सा रहे।
अमित आर्य ने अपने करियर की शुरुआत ‘बी.ए.जी फिल्म्स’ से की थी। फिर ‘दैनिक भास्कर’, शिमला के स्टाफ रिपोर्टर और ‘दैनिक भास्कर’ चंडीगढ़ में हिमाचल पेज के प्रभारी के रूप में काम किया। इसके बाद वह दोबारा ‘बी.ए.जी’ के साथ जुड़ गए और कई वर्षों तक वहां अपनी सेवाएं दीं। यहां उन्होंने लोकप्रिय कार्यक्रम 'रूबरू' में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर अपनी भूमिका निभाई। अमित आर्य ‘इंडिया टी.वी’ में असाइनमेंट के शिफ्ट इंचार्ज भी रह चुके हैं।
वह ‘इंडिया न्यूज’ की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा रहे और उन्होंने एडिटर (इनपुट) सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। इसके बाद वह कुछ समय ‘लाइव इंडिया’ में भी रहे। कुछ समय तक उन्होंने ‘पी7’ न्यूज चैनल में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली थी। ‘इंडिया न्यूज’ की दूसरी पारी के दौरान कई अहम जिम्मेदारियां संभालते हुए उन्होंने बतौर हेड ‘इंडिया न्यूज’ हरियाणा की लॉन्चिंग टीम का नेतृत्व भी किया था। इसके अलावा वह ’एम.एच1’ न्यूज की लांचिंग टीम का हिस्सा भी रहे। यहां उन्होंने संपादक (इनपुट) के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभाली।
IWMBuzz 14 नवंबर 2024 को कोलकाता के फेयरफील्ड बाय मैरियट (Fairfield by Marriott) में अपने बहुप्रतीक्षित मीडिया समिट का आयोजन करने जा रहा है।
IWMBuzz 14 नवंबर 2024 को कोलकाता के फेयरफील्ड बाय मैरियट (Fairfield by Marriott) में अपने बहुप्रतीक्षित मीडिया समिट का आयोजन करने जा रहा है। इस वर्ष की शुरुआत में "बंगाल का सबसे स्टाइलिश" (Bengal’s Most Stylish) पुरस्कार समारोह की सफलता के बाद, IWMBuzz एक बार फिर मीडिया, एंटरटेनमेंट और कंटेंट इंडस्ट्री के लीडर्स और इनोवेटर्स को चर्चाओं और नेटवर्किंग के लिए एकजुट कर रहा है।
समिट में प्रसिद्ध वक्ताओं का शानदार लाइनअप:
समिट में कई प्रतिष्ठित वक्ता, जैसे CEO, CMO, मीडिया कंटेंट लीडर्स, टॉप इन्फ्लुएंसर्स और डिजिटल क्षेत्र के अग्रणी लोग शामिल होंगे। प्रमुख संगठनों जैसे ITC, Emami, The Viral Fever, Hoichoi, BW Businessworld, Ultratech, Havas Media Network, Colors Bangla, Dollar Industries, Concreto Cement, Wow Momo, Ei Samay, Zee Media, White Frames Technology, Workmates Core2Cloud और NDTV से प्रमुख व्यक्ति इस समिट में भाग लेंगे।
विचारोत्तेजक पैनल चर्चाएं और व्यक्तिगत सत्र:
मीडिया समिट में टेलीविजन का भविष्य, डिजिटल मीडिया, इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग, ब्रैंडेड कंटेंट, मीडिया में AI और अन्य विषयों पर विचारोत्तेजक पैनल चर्चाएं और व्यक्तिगत सत्र होंगे। एक महत्वपूर्ण विषय यह होगा कि क्या टीवी विज्ञापन प्रासंगिक बने रहेंगे या डिजिटल मीडिया कंटेंट खपत और मार्केटिंग के प्रमुख माध्यम के रूप में आगे बढ़ता रहेगा।
नेटवर्किंग और नए दृष्टिकोण:
यह समिट प्रोफेशनल्स, मार्केटर्स, क्रिएटर्स और बिजनेस लीडर्स के लिए एक बेहतरीन नेटवर्किंग का अवसर है। प्रतिभागी यह जान सकेंगे कि मीडिया इंडस्ट्री को इस प्रतिस्पर्धात्मक व्यवसाय में कैसे अपनाना, बढ़ाना और सफल बनाना संभव है।
IWMBuzz के फाउंडर व एडिटर सिद्धार्थ लाइक कहते हैं, "हम IWMBuzz में हमेशा ऐसे मंच बनाने में विश्वास करते हैं जो सार्थक बातचीत को बढ़ावा दे सके और मीडिया व मनोरंजन की दुनिया के सर्वश्रेष्ठ लीडर्स को एक साथ लाएं। मीडिया समिट कंटेंट और कॉमर्स के भविष्य को समझने, हमारे गतिशील इंडस्ट्री में चुनौतियों और अवसरों का सामना करने और इनोवेशन को प्रेरित करने वाले पायनियर्स का सम्मान करने का एक अनूठा अवसर है। हमें कोलकाता में इस आकर्षक आयोजन की मेजबानी करने और ऐसे चर्चाओं को प्रोत्साहित करने की खुशी है जो भारत में मीडिया के भविष्य को आकार देंगे।''
मीडिया इंडस्ट्री के सबसे बेहतरीन लीडर्स के साथ जुड़ने का मौका न चूकें। लिहाजा, IWMBuzz मीडिया समिट के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक कर अभी पंजीकरण करें:
मौसमी मिश्रा इससे पहले ‘Virtualness’ में बतौर मार्केटिंग हेड अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं।
‘वायकॉम18 स्पोर्ट्स’ (Viacom18 Sports) ने मौसमी मिश्रा को सीनियर डायरेक्टर (मार्केटिंग) के पद पर नियुक्त किया है। मौसमी मिश्रा ने अपने लिंक्डइन पेज पर यह जानकारी शेयर की है।
लिंक्डइन पर अपनी पोस्ट में मौसमी मिश्रा ने लिखा है, ‘मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि मैं वायकॉम18 स्पोर्ट्स में बतौर सीनियर डायरेक्टर अपनी नई भूमिका शुरू करने जा रही हूं।’
बता दें कि मौसमी मिश्रा को मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में विभिन्न प्रमुख ब्रैंड्स के साथ काम करने का अनुभव है। पूर्व में वह ‘शेयरचैट’ (ShareChat), ‘जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ (ZEEL) और ‘स्टार टीवी नेटवर्क’ (Star TV Network) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में अपनी भूमिका निभा चुकी हैं।
देविका प्रभु ने वर्ष 2008 में इस कंपनी को जॉइन किया था। यहां करीब 16 साल के अपने सफर में उन्होंने विभिन्न भूमिकाएं निभाईं।
‘डिज्नी स्टार’ (Disney Star) की बिजनेस हेड (Kids and Infotainment) देविका प्रभु ने कंपनी को अलविदा कह दिया है। देविका प्रभु ने वर्ष 2008 में इस कंपनी में किड्स चैनल के लिए एसोसिएट डायरेक्टर (Programming and Acquisitions) के पद पर जॉइन किया था।
इस कंपनी में अपने अब तक के सफर में उन्होंने विभिन्न पदों पर काम किया। खासकर बच्चों के कंटेंट कैटेगरी में उन्होंने कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाईं और कंपनी की सफलता में अहम योगदान दिया।
‘डिज्नी स्टार’ से पहले देविका प्रभु ‘सोनी’ (SONY) इंडिया से जुड़ी हुई थीं। जहां उन्होंने असिस्टेंट वाइस प्रेजिडेंट (स्ट्रैटेजिक प्लानिंग और रिसर्च) के रूप में काम किया। यहां से उन्होंने अपने करियर की मजबूत नींव रखी, जिसे डिज्नी स्टार में उन्होंने और अधिक ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री डिज्नी के स्टार इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के वायकॉम18 के बीच होने वाली इस साझेदारी से मीडिया परिदृश्य में एक परिवर्तनकारी बदलाव की उम्मीद कर रहा है
अदिति गुप्ता, असिसटेंट एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप ।।
मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री डिज्नी के स्टार इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के वायकॉम18 के बीच होने वाली इस साझेदारी से मीडिया परिदृश्य में एक परिवर्तनकारी बदलाव की उम्मीद कर रहा है, जो आज से शुरू हो रहा है। वैसे इसे स्थानीय और वैश्विक दर्शकों के लिए एक संभावित गेम-चेंजर के रूप में सराहा जा रहा है। इस विलय के साथ एंटरटेनमेंट, स्पोर्ट्स और डिजिटल कंटेंट को मिलाकर एक बड़ा जॉइंट वेंचर स्थापित किया जाएगा।
यह समझौता, जो 2025 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है, में रिलायंस इंडस्ट्रीज 56% नियंत्रण हिस्सेदारी लेगी, जबकि स्टार इंडिया के पास 37% और बोधि ट्री सिस्टम्स, जो कि एक थर्ड-पार्टी निवेश कंपनी है, के पास 7% हिस्सेदारी होगी। लगभग 8.5 बिलियन डॉलर का यह विलय पारंपरिक मीडिया मॉडल्स को बाधित करने का लक्ष्य रखता है, डिज्नी की विस्तृत कंटेंट लाइब्रेरी को रिलायंस के जियो नेटवर्क के साथ मिलाकर ओटीटी और डिजिटल विज्ञापन क्षेत्र में एक विशाल इकाई बनाई जाएगी।
इंडस्ट्री लीडर्स डिज्नी-रिलायंस विलय की परिवर्तनकारी संभावनाओं को लेकर आशान्वित हैं और एक्सपर्ट्स इसके भारत के मीडिया परिदृश्य को पुनर्परिभाषित करने की क्षमता पर जोर दे रहे हैं।
व्हाइट रिवर्स मीडिया के को-फाउंडर और सीईओ श्रेणिक गांधी इस गठजोड़ को रणनीतिक सहयोगों के लिए एक शक्तिशाली मानक स्थापित करने के रूप में देखते हैं।
गांधी ने कहा, "आज के नए दौर का कारोबार बड़े पैमाने पर साहसिक और रणनीतिक साझेदारियों की मांग करता है। एंटरटेनमेंट की दुनिया में इस प्रकार के बड़ी साझेदारी जैसे कि हम इस विलय में देख रहे हैं- एक शक्तिशाली मानक स्थापित करते हैं। ये बदलाव इस बात को पुनर्परिभाषित करेंगे कि भारत और दुनिया कैसे एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स का अनुभव करते हैं। फिलहाल भविष्य में क्या होगा, हम इसे देखने के लिए उत्साहित हैं।"
अपना दृष्टिकोण साझा करते हुए, पब्लिसिस ग्रुप इंडिया के डिजिटल टेक्नोलॉजी बिजनेस के सीईओ अमरेश गोडबोले ने कहा, "विलय के बाद, मुझे नहीं लगता कि देखने के लिए अलग-अलग ऐप्स बनाने की आवश्यकता है, क्योंकि इससे कंटेंट की खोज और उसका क्रॉस-पॉलीनेशन कम हो सकता है। इसके बजाय, एक ऐसा सिंगल ऐप होना चाहिए जो इच्छित कंटेंट तक पहुंच को आसान बनाए और व्यक्तिगत खोज को सक्षम करे।"
उन्होंने कहा, "उत्तम स्तर का यूजर एक्सपीरियंस (UX), एआई-संचालित यूजर्स बिहेवियर लर्निंग व पर्सनलाइज्ड रिकमंडेशंस और LLM द्वारा संचालित संवादात्मक नेविगेशन ऐसी कुछ चीजें हैं जो इसे हासिल करने के तरीके हो सकते हैं। मैं एक दूसरी ऐप के बारे में सोचूंगा, अगर उसका उद्देश्य देखने से अलग है। उदाहरण के लिए, एक सोशल/कम्युनिटी ऐप फैंडम्स के लिए, जैसे कि क्रिकेट, के-ड्रामा और एनीमे आदि के लिए, जिसमें उप-समुदाय (sub-communities) शामिल हों। यह एक ऐसा इकोसिस्टम बनाएगा, जो मुख्य रूप से देखने वाली ऐप को पूरक करता है, लेकिन इसके लिए अलग तरह के UX डिजाइन की जरूरत होगी।"
इसी तरह का दृष्टिकोण व्यक्त करते हुए, भसीन कंसल्टिंग ग्रुप के फाउंडर आशीष भसीन ने जोर देकर कहा कि यह विलय भारत के लिए वैश्विक कंटेंट पावरहाउस बनने का एक अवसर है, क्योंकि इससे बड़े पैमाने पर कंटेंट निवेश और मीडिया शक्ति का एकीकरण संभव होगा।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि कंटेंट के क्षेत्र में भारत दुनिया को बहुत कुछ दे सकता है, जैसे आज हम स्पेन, लैटिन अमेरिका, कोरिया और अन्य देशों के शो देखते हैं। भारत में हमारे पास जिस तरह की कहानी कहने और फिल्म निर्माण की प्रतिभा है, उसके साथ हमारे पास एक प्रमुख कंटेंट स्रोत बनने की संभावना है—सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए।"
उन्होंने आगे कहा, "जब आपके पास एक बड़े पैमाने का खिलाड़ी होता है, तो यह वास्तव में नए रास्ते खोलता है। मेरा मानना है कि सामान्य रूप से, कंटेंट की गुणवत्ता में सुधार होगा क्योंकि एक बड़ी इकाई के पास बेहतरीन कंटेंट में निवेश करने के संसाधन होंगे। दूसरा प्रभाव यह है कि दूसरा असर यह होगा कि मीडिया में एकीकरण का दौर आएगा, जिसमें प्रसारण क्षेत्र (ब्रॉडकास्टर के पक्ष में) और अंततः अखबारों और अन्य मीडिया मालिकों का भी समेकन (consolidation) होगा।"
उन्होंने इसे कुल मिलाकर एक सकारात्मक विकास करार दिया, यह कहते हुए कि यह भारत को अपनी उपस्थिति मजबूत करने और वैश्विक मंच पर अपनी ताकत दिखाने का अवसर प्रदान करता है, साथ ही उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कंटेंट की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाता है।
डेंट्सु एक्स (Dentsu X) के सीनियर डायरेक्टर अनिल सोलंकी ने अनुमान लगाया कि यह विलय पारंपरिक मीडिया को बाधित करेगा, ओटीटी की पहुंच को बढ़ाएगा और प्रतिस्पर्धा को तेज करेगा, अंततः डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को मुख्यधारा के रूप में स्थापित करेगा।
उन्होंने कहा, "यह विलय भारत के मीडिया परिदृश्य के लिए एक गेम-चेंजर होने की उम्मीद है। यह विलय डिज्नी की कंटेंट लाइब्रेरी को रिलायंस के विशाल जियो नेटवर्क के साथ मिलाकर ओटीटी की पहुंच को बढ़ाएगा। इससे पारंपरिक मीडिया को बाधित होगी और डिजिटल विज्ञापन खर्च में वृद्धि होगी।"
सोलंकी ने आगे कहा, "जी-सोनी जैसे स्थानीय प्रतिस्पर्धियों पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे उन्हें दर्शकों का हिस्सा बनाए रखने के लिए इनोवेशन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह विलय कंटेंट डिस्ट्रीब्यूश को पुनर्परिभाषित कर सकता है, जिससे डिजिटल नई मुख्यधारा बन सकता है।"
एक और पॉइंट उठाते हुए आशीष भसीन ने कहा कि मीडिया और एंटरटेनमेंट की दुनिया में और भी विलय (consolidations) होने की संभावना है।
आशीष भसीन बताते हैं कि जैसे वर्तमान में एजेंसी की दुनिया में 4 या 5 एजेंसियां दुनिया के अधिकांश हिस्सों में 80% विज्ञापन का हिस्सा रखती हैं, और गूगल और फेसबुक डिजिटल विज्ञापन का 70-80% हिस्सा कंट्रोल करते हैं, वैसे ही अब टीवी इंडस्ट्री में भी ऐसी ही विलय (consolidation) देखने को मिल सकती है। यानी, टीवी चैनल्स या नेटवर्क्स भी आपस में मिल सकते हैं या एक दूसरे के साथ साझेदारी कर सकते हैं ताकि वे विज्ञापन के बड़े हिस्से को कंट्रोल कर सकें।
वह आगे कहते हैं कि जी-सोनी विलय उस दिशा में एक कदम था, हालांकि यह नहीं हुआ। फिर भी, ऐसे ही कदम उठाए जाने की संभावना है। तो, हम एकीकरण के युग में प्रवेश कर रहे हैं। एक महत्वपूर्ण बात यह देखने लायक है कि यह विज्ञापन मूल्य निर्धारण को कैसे प्रभावित करेगा। इससे प्रसारकों को महत्वपूर्ण मूल्य निर्धारण शक्ति मिल सकती है। हालांकि, मूल्य हमेशा आपूर्ति और मांग का एक कार्य होता है, इसलिए उम्मीद है कि एक संतुलन बनाया जाएगा।
वायकॉम18 और स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपनी प्रतिबद्धता के तहत, जो उन्होंने भारत सरकार की भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के सामने दी थी, यह निर्णय लिया कि वे अपने क्रिकेट अधिकारों के तहत टेलीविजन और OTT (ऑनलाइन स्ट्रीमिंग) विज्ञापन स्लॉट्स की बिक्री को एक साथ नहीं करेंगे। इसमें भारतीय प्रीमियर लीग (IPL), अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अधिकार शामिल हैं। यह प्रतिबद्धता उनके मौजूदा अधिकारों की शेष अवधि तक लागू रहेगी, ताकि विज्ञापन बाजार में प्रतिस्पर्धा बनाए रखा जा सके।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने अगस्त में $8.5 बिलियन के मर्जर को मंजूरी देते वक्त इस समझौते को ध्यान में रखा था और हाल ही में इसका विस्तृत आदेश प्रकाशित किया गया। इस निर्णय का उद्देश्य विज्ञापन बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना और विज्ञापनदाताओं को निष्पक्ष तरीके से विज्ञापन स्लॉट्स तक पहुंच सुनिश्चित करना है। इसका मतलब यह है कि मर्जर के बाद, कंपनियों को इस तरह से कार्य करना होगा कि विज्ञापनदाताओं के पास बराबरी का अवसर हो और बाजार में कोई एकाधिकार ना बने।
28 फरवरी, 2024 को, स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (स्टार इंडिया) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और वायकॉम18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (Viacom 18) के साथ एक निश्चित समझौता किया है, जो 28 फरवरी 2024 को हुआ। इस समझौते के तहत, Viacom18 और Star India के कारोबार को मिलाकर एक जॉइंट वेंचर बनाने की योजना है। इस संयुक्त उद्यम में Viacom18 और Star India के एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स पे टीवी, फ्री-टू-एयर नेटवर्क्स, डीटीसी सेवाएं, फिल्म और टेलीविजन कंटेंट लाइब्रेरी, और कुछ प्रोडक्शन व्यवसायों को एक साथ लाया जाएगा। यह समझौता Viacom18 के अधिकांश हिस्से के मालिक और नियंत्रक Reliance Industries द्वारा किया जाएगा।
इस संयुक्त उद्यम (JV) के लिए एक रणनीतिक दिशा स्थापित करने के लिए, नीता अंबानी को चेयरपर्सन नियुक्त किया जाएगा और उदय शंकर को वाइस चेयरपर्सन बनाया जाएगा। इसका उद्देश्य संयुक्त उद्यम के संचालन और निर्णय लेने में इन दोनों की भूमिका को प्रमुख बनाना है। नीता अंबानी और उदय शंकर संयुक्त उद्यम की दिशा और रणनीति को मार्गदर्शित करेंगे।
सीसीआई ने यह नोट किया कि 'Schedule 3 - Commitments in Sports Segment' के तहत, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और Walt Disney ने स्वेच्छा से कुछ प्रतिबद्धताएं दी हैं और इन प्रतिबद्धताओं को लेकर कुछ स्वेच्छा से स्पष्टीकरण भी प्रदान किए हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उनकी साझेदारी के तहत स्पोर्ट्स क्षेत्र में कोई प्रतिस्पर्धा संबंधी समस्या न हो और विज्ञापन या अन्य संसाधनों का वितरण निष्पक्ष रूप से किया जाए।
जी मीडिया से खबर है कि यहां श्रुतिष महाराज ने ब्रैंडेड कंटेंट/कैम्पेन्स व आईपी सेल्स के नेटवर्क हेड के तौर पर नई भूमिका ग्रहण की है।
जी मीडिया से खबर है कि यहां श्रुतिष महाराज ने ब्रैंडेड कंटेंट/कैम्पेन्स व आईपी सेल्स के नेटवर्क हेड के तौर पर नई भूमिका ग्रहण की है। श्रुतिष मुंबई कार्यालय से अपना कार्यभार संभालेंगे और जी मीडिया के परिवार का हिस्सा बनकर अपने अनुभव और विशेषज्ञता का लाभ प्रदान करेंगे।
श्रुतिष महाराज के पास स्ट्रैटजी, सेल्स और बिजनेस डेवलपमेंट के क्षेत्र में 18 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने वर्ल्डवाइड मीडिया (टाइम्स ग्रुप) और एंटर10 टीवी नेटवर्क जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में कार्य किया है, जहां उन्होंने ब्रैंडेड कंटेंट, आईपी सेल्स और मीडिया सर्विस में रेवेन्यू ग्रोथ में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
जी मीडिया में अपनी नई भूमिका में, श्रुतिष का ध्यान इनोवेटिव ब्रैंड सॉल्यूशन्स और कंटेंट इंटीग्रेशन स्ट्रेटेजी के माध्यम से बिजनेस डेवलपमेंट और राजस्व उत्पन्न करने पर रहेगा। वे कंपनी के विभिन्न चैनलों के प्रदर्शन को बढ़ाने, इवेंट्स के आयोजन और प्रबंधन, आईपी प्रबंधन और नए व्यापारिक उपक्रमों पर भी कार्य करेंगे।
न्यूजरूम की खास बात यह है कि इसे एयरलाइन की वेबसाइट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है और यह एयर इंडिया की खबरों, घोषणाओं और गहन कहानियों का एक केंद्रीकृत स्रोत बनाता है।
एयर इंडिया ने एक समर्पित डिजिटल न्यूजरूम लॉन्च करने की घोषणा की है, जो एयरलाइन और उससे जुड़ी समुदाय की ताजा खबरों, कहानियों और जानकारियों को साझा करने के लिए डिजाइन किया गया है। यह पहल एयर इंडिया की व्यापक परिवर्तन यात्रा का हिस्सा है, जिसमें एयरलाइन की छवि को आधुनिक बनाना, वैश्विक स्तर पर स्टेकहोल्डर्स के साथ संबंध मजबूत करना, संचालन, ब्रैंड की मजबूती, कस्टमर सर्विस को पुनर्जीवित करना और अंतरराष्ट्रीय एवं घरेलू यात्रा के लिए पसंदीदा विकल्प के रूप में खुद को स्थापित करना शामिल है।
एयर इंडिया के ग्लोबल हेड ऑफ कम्युनिकेशंस, पार्थ घोष ने लिंक्डइन पर न्यूजरूम की शुरुआत करते हुए कहा, “जैसे-जैसे हम एयरलाइन की परिवर्तन यात्रा में साहसी कदम उठा रहे हैं, न्यूजरूम हमारी कहानियों को आप सभी तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। हम सिर्फ आधिकारिक प्रेस विज्ञप्तियों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि गहराई में जाकर एयर इंडिया के भीतर और बाहर, हमारे साथ काम कर रहे लोगों की दिलचस्प कहानियां और अनुभवों को साझा करेंगे, जो नई एयर इंडिया के निर्माण में योगदान दे रहे हैं और हमारे मूल्यों का प्रतीक हैं।”
न्यूजरूम की खास बात यह है कि इसे एयरलाइन की वेबसाइट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकता है और यह एयर इंडिया की खबरों, घोषणाओं और गहन कहानियों का एक केंद्रीकृत स्रोत बनाता है। न्यूजरूम अब लाइव है और कोई भी व्यक्ति, जो एयर इंडिया की यात्रा और इससे जुड़े लोगों की कहानियों को फॉलो करना चाहता है, इसे एक्सेस कर सकता है।
डिज्नी स्टार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की 90 साल लंबी यात्रा पर एक वेब सीरीज बनाने जा रही है।
डिज्नी स्टार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की 90 साल लंबी यात्रा पर एक वेब सीरीज बनाने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस सीरीज में आरबीआई की स्थापना से लेकर उसके वर्तमान स्वरूप तक का सफर दिखाया जाएगा।
बता दें कि इस वेब सीरीज के जरिए लोगों को देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था में केंद्रीय बैंक की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जानने को मिलेगा। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की स्थापना 1935 में हुई थी और इस साल अप्रैल में इसका 90 साल पूरा हुआ।
सूत्रों के मुताबिक, आरबीआई ने इस प्रोजेक्ट के लिए जुलाई में ‘प्रोडक्शन एंड डिस्ट्रीब्यूशन ऑफ वेब सीरीज कॉमेमोरटिंग 90 ईयर्स ऑफ RBI’ के लिए अनुरोध प्रस्ताव (RFP) जारी किया था। इस प्रस्ताव के लिए स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, वायकॉम 18, जी एंटरटेनमेंट नेटवर्क लिमिटेड और डिस्कवरी कम्युनिकेशंस इंडिया ने बोली लगाई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, जी एंटरटेनमेंट नेटवर्क और डिस्कवरी कम्युनिकेशंस इंडिया तकनीकी मूल्यांकन दौर में ही बाहर हो गए। RFP दस्तावेज में वेब सीरीज के पांच एपिसोड की योजना है, जिनकी अवधि 25-30 मिनट होगी। यह सीरीज राष्ट्रीय टीवी चैनलों और/या ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारण के अनुकूल बनाई जानी है।
आरबीआई के अनुसार, वेब सीरीज के निर्माण के लिए स्टार इंडिया को 6.5 करोड़ रुपये की टेंडर राशि पर यह प्रोजेक्ट सौंपा गया है।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (पीसीआई) के रविवार को हुए चुनाव में वरिष्ठ पत्रकार गौतम लाहिरी एक बार फिर अध्यक्ष चुने गए हैं।
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (पीसीआई) के रविवार को हुए चुनाव में वरिष्ठ पत्रकार गौतम लाहिरी एक बार फिर अध्यक्ष चुने गए हैं। गौतम लाहिरी पैनल ने सभी पदों पर शानदार जीत दर्ज की और इस चुनाव में अपने दबदबे को बरकरार रखा।
इस बार अध्यक्ष पद पर गौतम लाहिरी ने सबसे अधिक 1045 मत प्राप्त किए, जबकि महासचिव के तौर पर नीरज ठाकुर ने 913 मत हासिल किए। 'द वायर' की संगीता बरुआ पिशारोटी उपाध्यक्ष चुनी गईं, जिन्हें 927 वोट मिले। 'न्यूज़ नेशन' के मोहित दुबे को कोषाध्यक्ष चुना गया, जिनके पक्ष में 782 वोट आए, जबकि 'नवभारत' के अफ़ज़ल इमाम संयुक्त सचिव पद पर निर्वाचित हुए।
प्रबंधन समिति के 16 सदस्यों के लिए 28 प्रत्याशी मैदान में थे। सदस्यों में एनडीटीवी की अदिति राजपूत को सबसे अधिक 985 वोट मिले, जबकि 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' की मेघना धूलिया 905 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहीं। अन्य निर्वाचित सदस्यों में सुरभि कांग, प्रज्ञा सिंह, नलिनी रंजन महांती और सुनील नेगी शामिल हैं, जो विभिन्न मीडिया संगठनों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
अध्यक्ष पद पर परचम लहराने के बाद गौतम लाहिरी ने कहा कि मीडिया की आजादी को बरकरार रखने के साथ-साथ मीडिया संस्थानों की स्वायत्तता बनाये रखने के लिए हमारी टीम निरंतर कोशिश करती रही है और आगे भी करती रहेगी। स्वतंत्र मीडिया स्वस्थ लोकतंत्र की बुनियाद है और इसे सुरक्षित करना हमारा दायित्व है। पत्रकारों की समस्याओं को आने वाले दिनों में भी मुखरता से उठाते रहेंगे।