न्यायमूर्ति नितिन जामदार और न्यायमूर्ति संदीप मार्ने की खंडपीठ ने अपने आदेश में कहा है कि औद्योगिक अदालत के समक्ष इन अधिनियमों के तहत कामकाजी पत्रकारों द्वारा दायर की गई शिकायत सुनवाई योग्य नहीं होगी।
बॉम्बे हाई कोर्ट का कहना है कि वर्किंग जर्नलिस्ट्स यानी कामकाजी पत्रकार महाराष्ट्र ट्रेड यूनियनों की मान्यता और अनुचित श्रम प्रथाओं की रोकथाम अधिनियम, 1971 (MRTU and PULP Act) के तहत कर्मचारियों की परिभाषा में नहीं आते हैं, क्योंकि उन्हें एक विशेष दर्जा प्राप्त है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, न्यायमूर्ति नितिन जामदार और न्यायमूर्ति संदीप मार्ने की खंडपीठ ने 29 फरवरी के अपने आदेश में कहा है कि ऐसे में औद्योगिक अदालत (Industrial Court) के समक्ष इन अधिनियमों के तहत कामकाजी पत्रकारों द्वारा दायर की गई शिकायत सुनवाई योग्य नहीं होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, खंडपीठ ने कहा कि श्रमजीवी पत्रकार अधिनियम और उसके तहत बनाए गए नियमों के तहत विशिष्ट विशेषाधिकार के साथ श्रमजीवी पत्रकार एक अलग वर्ग का गठन करते हैं। इसलिए श्रमजीवी पत्रकार एमआरटीयू अधिनियम के तहत 'कर्मचारी' या 'कर्मकार' की श्रेणी में नहीं आएंगे। कोर्ट का कहना था कि एक बार जब श्रमजीवी पत्रकारों को एक अलग वर्ग में रखा जाता है, तो वे इसके बारे में शिकायत नहीं कर सकते।
खंडपीठ का कहना था कि एमआरटीयू अधिनियम के तहत श्रमजीवी पत्रकारों द्वारा दायर की गई शिकायतें सुनवाई योग्य नहीं होंगी क्योंकि वे विशेष वर्ग में होने का लाभ लेते हैं, और उक्त अधिनियम के प्रयोजनों के लिए कर्मचारी नहीं हैं। इसके साथ ही खंडपीठ का कहना था कि श्रमजीवी पत्रकारों से संबंधित विवादों को औद्योगिक विवाद अधिनियम में निर्धारित तंत्र का चयन करके सुलझाया जा सकता है।
यह फैसला दो कामकाजी पत्रकारों द्वारा दायर याचिकाओं पर आया है, जिसमें 2019 में औद्योगिक अदालत के आदेशों को चुनौती दी गई थी। इस आदेश में इन पत्रकारों की शिकायतों को इस आधार पर खारिज कर दिया गया था कि कामकाजी पत्रकार अनुचित श्रम व्यवहार रोकथाम अधिनियम के तहत कर्मचारी या कामगार के अंतर्गत नहीं आते हैं।
पीठ ने कहा कि वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट, 1955 ने पहले ही औद्योगिक विवाद अधिनियम के तहत विवाद समाधान के लिए एक तंत्र स्थापित कर दिया है। याचिकाओं को खारिज करते हुए, हाई कोर्ट ने कहा कि वर्किंग जर्नलिस्ट एक्ट के तहत अपने रोजगार में अद्वितीय विशेषाधिकार और सुरक्षा के साथ वर्किंग जर्नलिस्ट्स एक अलग वर्ग का गठन करते हैं।
हाई कोर्ट ने कहा, ‘अगर श्रमजीवी पत्रकार और काम करने वालों के बीच कोई अंतर नहीं है तो ऐसा नहीं हो सकता कि काम करने वाले पत्रकार के पास विशेषाधिकार हों, जबकि गैर-श्रमिक पत्रकारों सहित अन्य काम करने वालों को इससे वंचित रखा जाए।’
बता दें कि एमआरटीयू अधिनियम भारत सरकार द्वारा उद्योगों को रेगुलेट करने और औद्योगिक विकास में सुधार करने के लिए पारित किया गया था। अधिनियम का मुख्य उद्देश्य कर्मचारी और नियोक्ता संबंधों के बीच संतुलन बनाना है। यह हड़तालों, तालाबंदी और किसी कर्मचारी को बर्खास्त करने जैसे मुद्दों से जुड़ा हुआ है।
हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) ने मार्च में ही खबर दी थी कि ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ समूह में सत्यजीत सेनगुप्ता की नियुक्ति हो सकती है
सत्यजीत सेनगुप्ता ने ‘हिन्दुस्तान टाइम्स मीडिया लिमिटेड’ (Hindustan Times Media Ltd) में एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर के पद पर जॉइन कर लिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘लिंक्डइन’ (Linkedin) पर सत्यजीत सेनगुप्ता ने खुद यह जानकारी शेयर की है।
बता दें कि हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) ने मार्च में ही खबर दी थी कि ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ समूह में सत्यजीत सेनगुप्ता की नियुक्ति हो सकती है। इससे पहले ‘e4m’ ने ‘दैनिक भास्कर’ समूह से सेनगुप्ता के इस्तीफे के बारे में खबर दी थी।
सत्यजीत सेनगुप्ता को मीडिया सेल्स व मार्केटिंग में काम करने का काफी अनुभव है। वर्ष 2017 से अब तक वह दैनिक भास्कर ग्रुप में चीफ कॉर्पोरेट सेल्स एंड मार्केटिंग ऑफिसर के रूप में कार्यरत थे। मुंबई स्थित कॉर्पोरेट कार्यालय से काम करते हुए वह सीधे कंपनी के डायरेक्टर गिरीश अग्रवाल को रिपोर्ट करते थे।
दैनिक भास्कर से पहले, सेनगुप्ता ने बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड (टाइम्स ग्रुप) में अहम पदों पर काम किया है। उन्होंने एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट और गुरुग्राम मेट्रो हेड के रूप में टाइम्स ग्रुप के सभी प्रकाशनों के लिए राजस्व वृद्धि का नेतृत्व किया।
उनका अनुभव इंडिया टुडे ग्रुप में भी रहा है, जहां उन्होंने डिप्टी ब्रांच हेड इम्पैक्ट के रूप में उत्तरी क्षेत्र में ऐड सेल्स को मैनेज किया। उन्होंने इस पद पर चार साल से अधिक समय तक काम किया। सेनगुप्ता ने 1998 में इंडियन एक्सप्रेस से अपने करियर की शुरुआत की थी।
नवनीत गौतम इससे पहले करीब सवा पांच साल से ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) में सोशल मीडिया स्ट्रैटेजी हेड के तौर पर कार्यरत थे।
‘इंडिया टीवी’ (India TV) ने नवनीत गौतम को चीफ मैनेजर (सोशल मीडिया) के पद पर नियुक्त किया है। नवनीत गौतम ने इस बारे में खुद सोशल मीडिया पर यह जानकारी शेयर की है।
नवनीत गौतम इससे पहले करीब सवा पांच साल से ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) में सोशल मीडिया स्ट्रैटेजी हेड के तौर पर कार्यरत थे। यहां वह एबीपी न्यूज, एबीपी आनंदा, एबीपी माझा, एबीपी सांझा, एबीपी अस्मिता, एबीपी गंगा, एबीपी नाडु, एबीपी बिहार और एबीपी देशम के लिए सोशल मीडिया कैंपेन, स्ट्रैटेजी और एग्जिक्यूशन की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
‘एबीपी नेटवर्क’ से पहले नवनीत गौतम ‘टाइम्स इंटरनेट’ (Times Internet), ‘द क्विंट’ (The Quint) और ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) में भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो ‘Pioneer Media School’ से ग्रेजुएट नवनीत गौतम ने ‘भारतीय विद्या भवन’ से जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
देशभर में 900 से ज्यादा निजी समाचार चैनलों के बीच अकेला दूरदर्शन ऐसा माध्यम है जो भारतीय संस्कृति, सच्चाई और जनसेवा जैसे मूलभूत सिद्धांतों को बिना किसी संपादकीय समझौते के लगातार आगे बढ़ा रहा है।
देशभर में 900 से ज्यादा निजी न्यूज चैनलों के बीच अकेला दूरदर्शन ऐसा माध्यम है जो भारतीय संस्कृति, सच्चाई और जनसेवा जैसे मूलभूत सिद्धांतों को बिना किसी संपादकीय समझौते के लगातार आगे बढ़ा रहा है। यह बात सूचना एवं प्रसारण और संसदीय कार्य राज्य मंत्री एल मुरुगन ने रविवार को चेन्नई दूरदर्शन केंद्र की स्वर्ण जयंती समारोह में कही।
उन्होंने कहा कि दूरदर्शन न केवल खबरों को सटीकता और निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करता है, बल्कि इसकी विषयवस्तु में संस्कृति, विज्ञान, खेल और परंपरा जैसी विविधता भी शामिल है, जो इसे सच्ची पत्रकारिता का प्रतीक बनाती है।
इस दौरान मंत्री ने यह चिंता भी जताई कि तमिलनाडु सरकार के एक अधिकारी ने कथित रूप से दूरदर्शन के पत्रकार को किसी सरकारी कार्यालय में खबर कवरेज के लिए आने से मना किया, जिसे उन्होंने प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि दूरदर्शन संविधान के अनुच्छेद 19 (1)(क) के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और बिना किसी दबाव के पत्रकारिता करता है।
एल मुरुगन ने यह भी घोषणा की कि भारत पहली बार वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (WAVES-2025) का आयोजन मुंबई में 1 से 4 मई तक करेगा। इस वैश्विक आयोजन में प्रिंट, टीवी, ओटीटी और सोशल मीडिया जैसे प्रमुख मीडिया क्षेत्र के प्रतिनिधि एक मंच पर एकत्र होंगे, जहां क्रिएटिव इकोनॉमी के नए अवसरों पर चर्चा की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में एक पूरे दिन की उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि क्रिएटर्स की दुनिया और उनकी अर्थव्यवस्था एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है।
सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि क्रिएटर्स की दुनिया और उनकी अर्थव्यवस्था एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। यह बातचीत मुंबई में 1 से 4 मई तक होने जा रहे पहले वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) से पहले आयोजित की गई थी। इस चर्चा में देशभर के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर के करीब 20 मीडिया संगठनों ने भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि तकनीक के आने से पारंपरिक मॉडल पीछे छूट रहा है और एक नया मॉडल उभर रहा है, जिससे नई संभावनाएं भी बन रही हैं और चुनौतियां भी। उन्होंने कहा कि मीडिया की दुनिया तेजी से बदल रही है और देश के तौर पर हमें इस बदलाव के साथ सामूहिक रूप से तालमेल बिठाने की जरूरत है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अब वह समय नहीं रहा जब अच्छा कंटेंट बनाने के लिए किसी बड़े स्टूडियो की आवश्यकता होती थी। आज झारखंड या केरल के किसी दूरस्थ गांव का क्रिएटर भी बेहतरीन क्वालिटी का कंटेंट बनाकर लाखों व्यूज हासिल कर सकता है। उन्होंने बताया कि क्रिएटर्स की अर्थव्यवस्था बहुत तेज़ी से बढ़ रही है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के क्रिएटर्स के काम को सराहा है और वैश्विक मंच पर भारत की सॉफ्ट पावर को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा, “WAVES का उद्देश्य मीडिया और मनोरंजन जगत के लिए एक वैश्विक मंच के रूप में विकसित होना है, ठीक वैसे ही जैसे दावोस आर्थिक नीतियों के लिए एक वैश्विक मंच बन चुका है।”
मंत्री ने कहा, “हम अपने क्रिएटर्स को दुनिया से जोड़ने का एक नया रास्ता खोज रहे हैं। WAVES एक ऐसा मंच बन रहा है जो क्रिएटर्स, खरीदारों और बाजारों को जोड़ने का काम कर रहा है, ताकि रचनात्मक समाधान वैश्विक स्तर पर पहुंच सकें।” उन्होंने बताया कि इस मंच के ज़रिए कंटेंट क्रिएटर्स को अपनी रचनाएं प्रस्तुत करने और कंपनियों को गुणवत्तापूर्ण रचनात्मक कार्य खरीदने का अवसर मिल रहा है।
इस संवाद में भाग लेते हुए विभिन्न मीडिया संगठनों के प्रमुखों ने WAVES जैसे नवाचारी विचार की कल्पना करने के लिए सरकार की सराहना की, जो नीति निर्माताओं, क्रिएटर्स, इंडस्ट्री लीडर्स, टेक्नोलॉजी कंपनियों और स्टार्टअप्स को एक मंच पर लाने का प्रयास है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि भविष्य की मीडिया संरचना को आकार देने में सामूहिक संवाद की अहम भूमिका होगी। उन्होंने बताया कि मंत्रालय सभी हितधारकों के साथ जुड़ने के लिए प्रतिबद्ध है और WAVES 2025 की तैयारी में मीडिया संगठनों की सक्रिय भागीदारी को सराहा।
'नेटवर्क18' (Network18) ने नलिन मेहता को अपने संपादकीय कार्यों के लिए चीफ AI ऑफिसर नियुक्त किया है।
'नेटवर्क18' (Network18) ने नलिन मेहता को अपने संपादकीय कार्यों के लिए चीफ AI ऑफिसर नियुक्त किया है। नलिन फिलहाल मनीकंट्रोल के मैनेजिंग एडिटर के रूप में कार्यरत हैं।
इस नई भूमिका में नलिन Network18 के विभिन्न ब्रैंड्स में AI को संपादकीय कार्यप्रणाली के साथ एकीकृत करने की दिशा का नेतृत्व करेंगे। वह AI-सक्षम कंटेंट सॉल्यूशन्स के इनोवेशन पर काम करेंगे, पत्रकारिता में AI के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग के लिए एक रूपरेखा स्थापित करेंगे और एक ऐसा सहयोगात्मक AI ईकोसिस्टम तैयार करेंगे जो संपादकीय, टेक्नोलॉजी, प्रॉडक्ट और डिजाइन टीम्स को जोड़े।
उनका प्रमुख फोकस नेटवर्क के पत्रकारों को AI से लैस करना और ऐसे संपादकीय प्रोसेस तैयार करना होगा, जिनमें AI को एक मूलभूत उपकरण के रूप में शामिल किया जा सके, वह भी पत्रकारिता की नैतिकता और सटीकता से समझौता किए बिना।
यह संपादकीय AI परिवर्तन Network18 के इन-हाउस डेवलप किए गए AI टूल ‘Answers’ के माध्यम से संचालित होगा। नलिन संपादकीय नेतृत्व और टेक्निकल टीमों के साथ मिलकर हर ब्रैंड के लिए कस्टमाइज़्ड और विशिष्ट AI समाधान विकसित करेंगे।
अपनी इस नई जिम्मेदारी के साथ-साथ नलिन मनीकंट्रोल के मैनेजिंग एडिटर की भूमिका में भी बने रहेंगे, जहां उन्होंने पिछले एक साल में बिजनेस पत्रकारिता को एक नया आयाम देने में अहम भूमिका निभाई है।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और सूचना-प्रसारण मंत्रालय में दो वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) में दो वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
नगालैंड कैडर के 1995 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। वे इस पद को भारत सरकार के अपर सचिव (Additional Secretary) के दर्जे और वेतनमान में संभालेंगे। साथ ही, वे इसी मंत्रालय में पहले से जो अतिरिक्त जिम्मेदारी (Additional Charge) अपर सचिव के रूप में निभा रहे हैं, उसे भी जारी रखेंगे।"
अभिषेक सिंह को शासन, नीति निर्माण और तकनीक आधारित सार्वजनिक प्रशासन में 29 वर्षों का विविध अनुभव है। इससे पहले, वे MyGov इंडिया और नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के तौर पर देशभर में ई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट्स को क्रियान्वित करने में अहम भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने हार्वर्ड कैनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट से 2013 में मेसन फेलो के रूप में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की है।
इसी दौरान एक अन्य महत्वपूर्ण नियुक्ति में, 1993 बैच के इंडियन रेलवे पर्सनल सर्विस (IRPS) अधिकारी प्रभात को सूचना-प्रसारण मंत्रालय में अपर सचिव नियुक्त किया गया है। वर्तमान में वे अपने कैडर में कार्यरत हैं।
सरकार द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों में प्रशासनिक नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में ये नियुक्तियां की गई हैं।
प्रभात ने भारतीय रेल में विभिन्न जिम्मेदारियों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है। उन्होंने राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है और रेलवे सेक्टर में पर्सनल मैनेजमेंट के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें सराहा गया है।
आज मीडिया और विज्ञापन जगत के लोग मिलकर एसेंसमीडियाकॉम ( EssenceMediacom) में साउथ एशिया के सीईओ नवीन खेमका को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं दे रहे हैं।
आज मीडिया और विज्ञापन जगत के लोग मिलकर एसेंसमीडियाकॉम ( EssenceMediacom) में साउथ एशिया के सीईओ नवीन खेमका को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं दे रहे हैं।
भारतीय मीडिया जगत को बीते 25 वर्षों से दिशा देने और लगातार नये आयाम देने वाले नवीन खेमका का करियर नेतृत्व, नवाचार और उद्देश्यपूर्ण विकास का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। चाहे बात Airtel के इंटीग्रेटेड इंपैक्ट मीडिया राइड की हो या Samsung India के मीडिया स्ट्रैटेजी इंजन की, नवीन ने हमेशा देश में कई पहली पहल की शुरुआत की है। Paytm, PepsiCo, Hero MotoCorp और Tata जैसे बड़े ब्रैंड्स की मीडिया स्ट्रैटजीस तैयार कर उन्होंने भारत में मीडिया की दिशा और धार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
उनकी कार्यशैली की जड़ में एक सरल लेकिन शक्तिशाली विचार है- “जो ब्रैंड के लिए अच्छा है, वही आपके लिए अच्छा है।” यही सोच न केवल व्यवसायों को बढ़ाने में सहायक रही, बल्कि प्रतिभाओं को तराशने, आइकॉनिक कैंपेन तैयार करने और रणनीतिक ब्रैंड संवादों में मीडिया की भूमिका को और सशक्त बनाने में भी मददगार रही है।
Mudra और Mindshare में अपने शुरुआती दिनों से लेकर MediaCom और अब EssenceMediacom में उनकी परिवर्तनकारी नेतृत्व यात्रा तक, नवीन ने मीडिया को केवल लागत से जुड़ी इकाई से निकालकर एक रणनीतिक शक्ति केंद्र में बदलने का काम किया है। उपभोक्ता अंतर्दृष्टि और प्रदर्शन से जुड़े मानकों के अनूठे संयोजन ने उन्हें इंडस्ट्री के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक बना दिया है।
चाहे वह 1500 से अधिक प्रोफेशनल्स को एक सहज विलय के लिए एक साथ लाना हो या साउथ एशिया में एजेंसी और क्लाइंट के रिश्तों को एक नई परिभाषा देना, नवीन खेमका लगातार नए मानक स्थापित कर रहे हैं, वह भी बेहद आत्मविश्वास, सादगी और हमेशा भविष्य की सोच के साथ।
उनकी यह यात्रा न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि इंडस्ट्री के लिए एक नई दिशा भी तय करती है।
अपनी नई भूमिका में पूनम क्षेत्रीय सेल्स स्ट्रैटेजी को मजबूत बनाने, राजस्व वृद्धि सुनिश्चित करने और क्लाइंट पार्टनरशिप्स को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी संभालेंगी।
‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। इस खबर के मुताबिक एबीपी नेटवर्क ने पूनम गौरव बत्रा को रीजनल डायरेक्टर (ऐड सेल्स) के पद पर नियुक्त किया है। इस पद पर उनकी नियुक्ति 17 अप्रैल से ही प्रभावी हो गई है।
इस नियुक्ति के बारे में ‘एबीपी नेटवर्क’ के सीईओ सुमांता दत्ता की ओर से एक इंटरनल मेल भी जारी किया गया है। इस मेल में कहा गया है, ‘पूनम एक अनुभवी सेल्स लीडर हैं, जिन्हें क्षेत्रीय और ज़ोनल स्तर की नेतृत्वकारी भूमिकाओं में 23 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने ABP प्राइवेट लिमिटेड और द टाइम्स ग्रुप जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संगठनों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। रणनीतिक योजना, बिजनेस डेवलपमेंट और क्लाइंट रिलेशनशिप मैनेजमेंट में उनकी विशेष दक्षता रही है। पारंपरिक और इंटीग्रेटेड सेल्स चैनलों में लगातार ग्रोथ दिलाने और हाई-परफॉर्मिंग टीम्स बनाने की उनकी क्षमता उन्हें हमारी सेल्स लीडरशिप टीम का एक अहम हिस्सा बनाती है।’
अपनी नई भूमिका में पूनम क्षेत्रीय सेल्स स्ट्रैटेजी को मजबूत बनाने, राजस्व वृद्धि सुनिश्चित करने और क्लाइंट पार्टनरशिप्स को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी संभालेंगी। खासतौर पर उत्तर भारत क्षेत्र में सेल्स को गति देने में वे एक प्रमुख भूमिका निभाएंगी और सैकत दत्ता की टीम का अभिन्न हिस्सा होंगी। बता दें कि एबीपी नेटवर्क ने आज ही सैकत दत्ता को वाइस प्रेजिडेंट (ऐड सेल्स) के पद पर नियुक्त किया है।
अपनी इस भूमिका में सैकत पूरे देश में एबीपी नेटवर्क की सेल्स ग्रोथ को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभालेंगे और नेटवर्क के सीईओ सुमांता दत्ता को रिपोर्ट करेंगे।
देश के प्रमुख न्यूज नेटवर्क्स में शुमार ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) ने सैकत दत्ता को वाइस प्रेजिडेंट (ऐड सेल्स) के पद पर नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल 17 अप्रैल से प्रभावी होगा। अपनी इस भूमिका में सैकत पूरे देश में एबीपी नेटवर्क की सेल्स ग्रोथ को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभालेंगे और नेटवर्क के सीईओ सुमांता दत्ता को रिपोर्ट करेंगे।
इस बारे में सुमांता दत्ता की ओर से एक इंटरनल मेल भी जारी किया गया है। इस मेल में कहा गया है, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि सैकत दत्ता ने आज से एबीपी नेटवर्क में वाइस प्रेजिडेंट (एड सेल्स) के रूप में कार्यभार संभाल लिया है।
सैकत को स्ट्रैटेजिक सेल्स लीडरशिप, बिजनेस डेवलपमेंट और रेवेन्यू मैनेजमेंट के क्षेत्र में 23 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने TV Today Network, पतंजलि मीडिया, सन टीवी, इंडिया टीवी, एशिया टीवी, सनंदा टीवी, स्टार इंडिया और ज़ी एंटरटेनमेंट जैसे प्रमुख मीडिया संगठनों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। एबीपी नेटवर्क से जुड़ने से पहले वे TV Today Network Ltd. (आजतक) में नेशनल रेवेन्यू हेड के पद पर कार्यरत थे।
अपने करियर के दौरान सैकत दूरदर्शी नेतृत्व, ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण और हाई-परफॉर्मिंग सेल्स टीम्स के निर्माण व उल्लेखनीय ग्रोथ हासिल करने के लिए जाने जाते रहे हैं। मीडिया इंडस्ट्री में उनके गहरे अनुभव और गतिशील कार्यशैली से हमारी ग्रोथ को गति मिलेगी और बाजार में हमारी उपस्थिति और भी मजबूत होगी।’
एचटी मीडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी नेक्स्ट मीडिया वर्क्स लिमिटेड (Next MediaWorks Limited) में नेतृत्व स्तर पर बड़ा बदलाव हुआ है।
एचटी मीडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी नेक्स्ट मीडिया वर्क्स लिमिटेड (Next MediaWorks Limited) में नेतृत्व स्तर पर बड़ा बदलाव हुआ है। कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) रमेश मेनन और चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) अमित मदान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों अधिकारियों ने बुधवार को अपने इस्तीफे सौंपे।
नियामकीय फाइलिंग में बताया गया है कि दोनों अधिकारियों ने समूह के भीतर मिली नई जिम्मेदारियों के चलते अपने पद छोड़ने का फैसला किया है।
इन इस्तीफों के बाद, कंपनी के बोर्ड ने नामांकन और पारिश्रमिक समिति की सिफारिश पर दो नए नियुक्तियों को मंजूरी दी है। रोहित कालरा को ऑडियो बिजनेस का नया चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) और प्रियतन अग्रवाल को चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) नियुक्त किया गया है। दोनों की नियुक्तियां 17 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो गई हैं।
रोहित कालरा, जो वर्तमान में एचटी मीडिया में चीफ रेवेन्यू ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं, मीडिया, टेलीकॉम और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में 24 वर्षों का अनुभव रखते हैं। वे बिजनेस टर्नअराउंड और नए राजस्व स्रोत विकसित करने में अपनी दक्षता के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले वे आइडिया सेल्युलर और भारती टेलीवेंचर्स में नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभा चुके हैं।
कालरा ने दिल्ली के IILM से सेल्स और मार्केटिंग में एमबीए किया है और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद से स्ट्रैटेजी एग्जिक्यूशन में एग्जिक्यूटिव प्रोग्राम पूरा किया है।
नई नियुक्तियों के साथ कंपनी ने अपने नेतृत्व को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है।