सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वह फरवरी के अंत तक ‘इंडिया टुडे’ समूह में सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर और एंकर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे।
वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और रक्षा मामलों के विशेषज्ञ शिव अरूर के बारे में खबर है कि वह जल्द ही ‘इंडिया टुडे’ (India Today) में अपनी पारी को विराम देने जा रहे हैं। वह इस संस्थान के साथ करीब 18 साल से जुड़े हुए हैं और इन दिनों सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, शिव अरूर जल्द ही ‘एनडीटीवी’ (NDTV) के साथ अपनी नई पारी शुरू कर सकते हैं और उन्हें यहां एडिटोरियल में बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। माना जा रहा है कि वह अप्रैल की शुरुआत में एनडीटीवी जॉइन करेंगे। हालांकि, उन्हें क्या पद दिया जाएगा, फिलहाल इस बारे में अभी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वह फरवरी के अंत तक ‘इंडिया टुडे’ समूह में सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर और एंकर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे।
शिव अरूर के लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, उन्होंने अप्रैल 2007 में स्पेशल करेसपॉन्डेंट- सीनियर एडिटर के तौर पर ‘इंडिया टुडे’ जॉइन किया था और फिर एग्जिक्यूटिव एडिटर होते हुए अब सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
‘सेंट स्टीफंस कॉलेज’ दिल्ली से ग्रेजुएट और ‘कार्डिफ यूनिवर्सिटी’ (Cardiff University) से इंटरनेशनल जर्नलिज्म में पोस्ट ग्रेजुएट अरूर ने इंडिया टुडे में अपना ज्यादातर समय सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को कवर करने में बिताया है, या यूं कहें कि वे पिछले एक दशक से भी अधिक समय से राष्ट्रीय सुरक्षा पर रिपोर्टिंग कर रहे हैं। वह कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समाचार घटनाओं को कवर कर चुके हैं। उनकी विशेषज्ञता रक्षा और सैन्य मामलों में है, और उन्होंने भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े विषयों पर विशेष रिपोर्टिंग की है।
पूर्व में वह करीब चार साल ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ (The Indian Express) में सीनियर रिपोर्टर भी रह चुके हैं। शिव अरूर को प्रतिष्ठित ‘एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग’ अवॉर्ड्स (enba) के तहत बेस्ट एंकर का अवॉर्ड भी मिल चुका है।
‘Juggernaut Books’ के प्रकाशन में शिव अरूर का ‘Operation Jinnah: Indian soldiers on enemy soil’ नाम से एक उपन्यास भी प्रकाशित हो चुका है। यही नहीं, वह ‘Livefist’ नाम से सेना और रणनीतिक मामलों को समर्पित अपना वेब पोर्टल भी लॉन्च कर चुके हैं।
आगामी पारी के बारे में अभिषेक ने बताया कि वह अब वेबसाइट्स के साथ वीडियो प्लेटफॉर्म के जरिए कुछ नए आयाम रचने की ओर तत्पर हैं। साथ ही वे मैनेजमेंट और रेवेन्यू क्रिएशन के फील्ड में भी हाथ आजमाएंगे।
देश के प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में शुमार ‘न्यूज24’ (News24) में बतौर ग्रुप एडिटर (डिजिटल) की जिम्मेदारी संभाल रहे अभिषेक मेहरोत्रा ने यहां अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह यहां करीब 21 महीने से अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे और फिलहाल नोटिस पीरियड सर्व कर रहे हैं।
‘न्यूज24’ के साथ अपनी पारी की समाप्ति के साथ ही अभिषेक मेहरोत्रा ने इस साल पत्रकारिता में 20 साल कंपलीट किये हैं, जिसमें बतौर डिजिटल संपादक एक दशक का सफर भी शामिल है। आगामी पारी के बारे में अभिषेक ने बताया कि वह अब वेबसाइट्स के साथ वीडियो प्लेटफॉर्म के जरिए कुछ नए आयाम रचने की ओर तत्पर हैं। साथ ही वे मैनेजमेंट और रेवेन्यू क्रिएशन के फील्ड में भी हाथ आजमाएंगे।
अभिषेक ने ‘न्यूज24’ के साथ अपनी पारी के बारे में कहा कि इस संस्थान में रिपोर्टिंग बॉस के तौर पर अनुराधा प्रसाद जी के साथ काम करना उनके लिए अद्भुत रहा है। अनुराधा जी से उन्होंने ठहराव और संयम का जीवन में क्या महत्व ये सीखा है, जो उनके लिए जीवन की महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
वहीं, ‘न्यूज24’ की एमडी और एडिटर-इन-चीफ अनुराधा प्रसाद ने कहा कि अभिषेक पैशिनेट एडिटर हैं, काम के प्रति उनका डेडिकेशन सराहनीय है। ‘न्यूज24’ के साथ अभिषेक की पारी अल्प समय की रही, पर उनका योगदान अहम रहा। उल्लेखनीय है कि ‘न्यूज24’ समूह फिलहाल चार वेबसाइट्स का संचालन कर रहा है, जिनमें न्यूज24 डोमेन की हिंदी और अंग्रेजी वेबसाइट, एंटरटेनमेंट वेबसाइट ‘ई24’ और स्पोर्ट्स वेबसाइट ‘न्यूज24स्पोर्ट्स’ शामिल हैं।
प्रिंट मीडिया से अपने करियर की शुरुआत करने वाले अभिषेक मेहरोत्रा ने डिजिटल जर्नलिज्म में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। ‘न्यूज24’ से जुड़ने से पहले अभिषेक मेहरोत्रा ‘बिज़नेसवर्ल्ड’ में डिजिटल एडिटर की जिम्मेदारी निभा रहे थे। उन्होंने ‘जी मीडिया’ में डिजिटल एडिटर के रूप में भी कार्य किया है।
अभिषेक मेहरोत्रा ने अपना करियर आगरा के ‘स्वराज्य टाइम्स’ से जर्नलिज्म की पढाई के दौरान शुरू किया। उसके बाद ‘अमर उजाला’, ‘दैनिक जागरण’ और ‘नवभारत टाइम्स’ के जरिए अपनी पत्रकारिता की पारी को आगे बढ़ाया। नवभारतटाइम्स ऑनलाइन के साथ वेब पत्रकारिता शुरू करने वाले अभिषेक जागरण डॉट कॉम में भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
पूर्व में करीब पांच सालों तक उन्होंने मीडिया स्ट्रीम से जुड़ी वेबसाइट समाचार4मीडिया डॉट कॉम में संपादकीय प्रभारी का दायित्व भी निभाया है। उनके लेख दैनिक जागरण, अमर उजाला, आउटलुक हिंदी, नवोदय टाइम्स में बतौर व्यंग्यकार निरंतर प्रकाशित होते रहते हैं। वे समसामयिक और सामाजिक मुद्दों पर भी समय-समय पर लिखते रहते हैं।
धर ने कलर्स के साथ अप्रैल 2024 में अपनी पारी शुरू की थी। उससे पहले, वह मिर्ची में वाइस प्रेजिडेंट और बिजनेस डायरेक्टर के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
अविजित धर को ‘स्टार प्लस’ (Star Plus) का वाइस प्रेजिडेंट (मार्केटिंग) नियुक्त किया गया है। इस खबर की घोषणा धर ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर खुद शेयर की है।
इससे पहले, धर कलर्स बांग्ला क्लस्टर में मार्केटिंग और कंटेंट स्ट्रैटेजी हेड के रूप में कार्यरत थे।
धर ने कलर्स के साथ अप्रैल 2024 में अपनी पारी शुरू की थी। उससे पहले, वह मिर्ची में वाइस प्रेजिडेंट और बिजनेस डायरेक्टर के पद पर थे।
पूर्व में धर Manyavar/Mohey के लिए मार्केटिंग हेड के रूप में अपनी जिम्मेदार निभा चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने ‘सेंचुरीप्लाई’ के साथ भी काम किया है।
भारत के मीडिया और प्रकाशन क्षेत्र की सबसे प्रतिष्ठित हस्तियों में से एक, वर्गीज चांडी आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं।
भारत के मीडिया और प्रकाशन क्षेत्र की सबसे प्रतिष्ठित हस्तियों में से एक वर्गीज चांडी आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। मलयाला मनोरमा ग्रुप में मार्केटिंग और ऐड सेल्स के वाइस प्रेजिडेंट के तौर पर वर्गीज चांडी का करियर नवाचार, पाठकों की भागीदारी और व्यापारिक परिवर्तन पर निरंतर फोकस के लिए जाना जाता है।
तीन दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, चांडी ने मलयाला मनोरमा ग्रुप की पहुंच को कई प्लेटफॉर्म्स पर विस्तार देने में अहम भूमिका निभाई है, जिससे यह पारंपरिक प्रिंट संस्थान से एक आधुनिक, मल्टी-प्लेटफॉर्म मीडिया पावरहाउस में बदल गया। उनके नेतृत्व में ग्रुप की विज्ञापन और मार्केटिंग रणनीतियों को डिजिटल ऑडियंस को अपनाते हुए फिर से ढाला गया, साथ ही पारंपरिक मीडिया की ताकत को भी बरकरार रखा गया।
चांडी का नजरिया हमेशा बदलते उपभोक्ता व्यवहार, नई तकनीकों और ब्रांड पर विश्वास की अहमियत को गहराई से समझने को दर्शाता है। जब भारतीय मीडिया उद्योग बदलाव के दौर से गुजर रहा था, तब उन्होंने डाटा-आधारित इनसाइट्स को रचनात्मक कहानी कहने की कला के साथ जोड़ने की पहल की, जिससे विज्ञापनदाताओं को प्रिंट, डिजिटल, रेडियो और इवेंट्स के जरिये गहरी सहभागिता मिल सकी।
उन्होंने भारत की राष्ट्रीय कहानी में क्षेत्रीय भाषा मीडिया की भूमिका को मजबूती से बनाए रखने का भी समर्थन किया है। मार्केटिंग और ऐड सेल्स में उनके नेतृत्व में मलयाला मनोरमा ने क्षेत्रीय पत्रकारिता की अहमियत को और सशक्त किया है, जिससे न केवल केरल में बल्कि विदेशों में बसे भारतीय समुदाय तक भी इसकी पहुंच बनी है। उनके विजन ने यह सुनिश्चित किया है कि ग्रुप केरल में अपनी अग्रणी स्थिति बनाए रखे, साथ ही पत्रकारिता उत्कृष्टता और सामुदायिक सेवा के लिए वैश्विक स्तर पर भी सम्मान पाए।
मलयाला मनोरमा में अपनी भूमिका के अलावा, चांडी ने व्यापक मीडिया उद्योग में भी सक्रिय योगदान दिया है। उन्होंने कई सलाहकार बोर्डों में सेवा दी है, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर, खासकर वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ न्यूजपेपर्स एंड न्यूज पब्लिशर्स (WAN-IFRA) द्वारा आयोजित सम्मेलनों में नियमित रूप से वक्ता रहे हैं और मीडिया के मोनेटाइजेशन मॉडल्स में नवाचार के समर्थक रहे हैं।
उनका करियर व्यापारिक सूझबूझ और संपादकीय मूल्यों के प्रति गहरी प्रतिबद्धता का दुर्लभ संयोजन दिखाता है। सहकर्मी उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में याद करते हैं जो टीमों को बढ़ाने, प्रतिभा में निवेश करने और ऐसे संगठनों का निर्माण करने में विश्वास रखते हैं जो भविष्य के लिए तैयार हों और मजबूत सिद्धांतों पर टिके हों।
चांडी के योगदान को इंडस्ट्री मंचों पर भी सराहा गया है, जहां उन्होंने जिम्मेदार विज्ञापन, फेक न्यूज से लड़ने और मीडिया में टिकाऊ व्यापारिक प्रथाओं को बढ़ावा देने जैसे मुद्दों का समर्थन किया है।
आज जब वर्गीज चांडी अपने जीवन की एक और खास उपलब्धि का जश्न मना रहे हैं, तो भारत और दुनिया भर से उनके सहयोगी, मित्र व सहकर्मी उनके दूरदर्शी नेतृत्व, मीडिया उत्कृष्टता के प्रति अथक समर्पण और भारतीय प्रकाशन जगत पर उनके स्थायी प्रभाव को सलाम कर रहे हैं।
‘एनडीटीवी’ में सीईओ और एडिटर-इन-चीफ के रूप में शामिल होने जा रहे राहुल कंवल के पास ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है।
‘कुछ लोग खबरों को पढ़ते हैं, कुछ उन्हें जीते हैं।’
राहुल कंवल का नाम भारतीय पत्रकारिता में उस पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करता है, जिसने न केवल टीवी न्यूज की भाषा को बदला, बल्कि उसे दर्शकों की नब्ज के साथ जोड़ने का हुनर भी दिखाया। अब, ‘एनडीटीवी’ में बतौर सीईओ और एडिटर-इन-चीफ नई पारी शुरू करने के साथ, उनका सफर भारतीय मीडिया के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
‘सेबी’ के नियमों के तहत स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना के मुताबिक, 25 अप्रैल 2025 को एनडीटीवी की पैरेंट कंपनी की बोर्ड मीटिंग में इस नियुक्ति को औपचारिक मंजूरी दी गई, और सूचना व प्रसारण मंत्रालय की अंतिम स्वीकृति के बाद वह 16 जून 2025 से यह जिम्मेदारी संभालेंगे। वह AMG मीडिया नेटवर्क्स (एनडीटीवी और IANS का स्वामित्व इसी के पास है) के सीईओ और एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया के नेतृत्व में काम करेंगे। यहां राहुल की भूमिका-संपादकीय और बिजनेस ऑपरेशंस को संभालने की होगी।
बता दें कि ‘टीवी टुडे नेटवर्क’ से इस्तीफे के बाद राहुल कंवल की अगली भूमिका को लेकर अटकलें तेज थीं। ऐसे समय में जब न्यूज ईकोसिस्टम पर AI और डिजिटल परिवर्तनों का गहरा प्रभाव पड़ रहा है, एनडीटीवी में राहुल कंवल की नियुक्ति एक मास्टरस्ट्रोक मानी जा रही है। हाल ही में, ‘इंडिया टुडे’ से एक अन्य वरिष्ठ पत्रकार शिव अरूर के ‘एनडीटीवी’ में मैनेजिंग एडिटर के रूप में शामिल होने के बाद अब राहुल की नियुक्ति से ‘एनडीटीवी’ की संपादकीय व नेतृत्व क्षमता और मजबूत होने की उम्मीद जताई जा रही है।
राहुल कंवल का जन्म 14 सितंबर 1980 को महाराष्ट्र के देवलाली में हुआ। उनके पिता, ब्रिगेडियर गुरमीत कंवल, एक प्रतिष्ठित रक्षा विश्लेषक और लेखक थे। राहुल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा इलाहाबाद (अब प्रयागराज) के सेंट जोसेफ स्कूल से शुरू की और बाद में आर्मी पब्लिक स्कूल, धौला कुआं, नई दिल्ली से पूरी की। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातक की डिग्री हासिल की।
राहुल ने अपनी शैक्षणिक यात्रा को और समृद्ध करते हुए हार्वर्ड बिजनेस स्कूल (HBS) से 2022 में जनरल मैनेजमेंट प्रोग्राम पूरा किया। इसके अलावा, उन्होंने HBS से अर्थशास्त्र, वित्त और रणनीति में उन्नत पाठ्यक्रम उच्च सम्मान के साथ पूर्ण किए। बतौर चेवनिंग स्कॉलर, उन्होंने कार्डिफ यूनिवर्सिटी (यूके) से इंटरनेशनल ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म का कोर्स किया और रोरी पेक ट्रस्ट ग्रांट के तहत Hostile Environment Journalism की ट्रेनिंग ली। यह नींव उनके पत्रकारिता करियर की मजबूत आधारशिला बनी।
राहुल कंवल ने वर्ष 1999 में 'जी न्यूज' के साथ अपने करियर की शुरुआत की, जहां उन्हें सबसे युवा न्यूज एंकर के रूप में पहचान मिली। वर्ष 2002 में वह ‘आजतक’ में प्रमुख संवाददाता और एंकर के रूप में शामिल हुए। इसके बाद, इंडिया टुडे समूह के साथ उनकी लंबी पारी शुरू हुई, जहां उन्होंने न्यूज डायरेक्टर और बिजनेस टुडे के एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर जैसे शीर्ष पदों तक का सफर तय किया। उनके प्राइम टाइम शो ‘न्यूजट्रैक’ और वीकेंड इंटरव्यू शो ‘जब वी मेट’ ने दर्शकों के बीच खास लोकप्रियता हासिल की, जिसमें उन्होंने कठिन खबरों को आकर्षक कहानी के साथ पेश करने का हुनर दिखाया।
राहुल की पत्रकारिता राजनीतिक रिपोर्टिंग, चुनावी कवरेज और खोजी पत्रकारिता में गहरी विशेषज्ञता के लिए जानी जाती है। ‘हेडलाइंस टुडे’ और ‘आजतक’ जैसे चैनलों में वरिष्ठ संपादकीय भूमिकाओं के बाद, उन्होंने इंडिया टुडे टीवी पर अपनी पहचान को और मजबूत किया। यहां से जब राहुल कंवल ने इस्तीफा दिया, तब इंडिया टुडे समूह की वाइस चेयरपर्सन और ग्रुप एडिटोरियल डायरेक्टर कली पुरी ने उनकी मेहनत और नेतृत्व को सराहते हुए उन्हें ‘मेरिट और कड़ी मेहनत की प्रेरक कहानी’ बताया।
दरअसल, राहुल कंवल ने सिर्फ खबरें पेश करने तक खुद को सीमित नहीं रखा, बल्कि पत्रकारिता में बुनियादी सुधार और नवाचार किए। उन्होंने Anti-Fake News War Room (AFWA) की शुरुआत की, जो फेक न्यूज और दुष्प्रचार से निपटने का एक सशक्त मंच बना। Open Source Intelligence Desk (OSINT) की स्थापना से खोजी पत्रकारिता को नई धार मिली, जिसमें आधुनिक डिजिटल फॉरेंसिक्स का उपयोग हुआ। इसके अलावा, Data Intelligence Unit (DIU) ने चुनावी डेटा और ट्रेंड्स की गहन पड़ताल को आसान बनाया। ये पहल भारतीय मीडिया में विश्वसनीयता के लिए नए मानक स्थापित करती हैं, खासकर ऐसे समय में जब फेक न्यूज वैश्विक चुनौती बन चुकी है।
राहुल कंवल को पत्रकारिता में उत्कृष्ट योगदान के लिए ‘एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स’ (enba) समेत कई पुरस्कार मिले हैं। उनकी निडर फील्ड रिपोर्टिंग के लिए उन्हें रोरी पेक ट्रस्ट ग्रांट भी प्राप्त हुआ।
डिजिटल इंडस्ट्री में दो दशक से अधिक का अनुभव रखने वाले ओम शरण पांडे ने अपनी नई कंपनी लॉन्च कर दी है। उन्होंने 'ग्रोथरेकी' के तहत 'ब्रैंड तायनम' के नाम से इस पहल की शुरुआत की है
डिजिटल इंडस्ट्री में दो दशक से अधिक का अनुभव रखने वाले ओम शरण पांडे ने अपनी नई कंपनी लॉन्च कर दी है। उन्होंने 'ग्रोथरेकी' के तहत 'ब्रैंड तायनम' के नाम से इस पहल की शुरुआत की है।
ग्रोथरेकी के संस्थापक व सीईओ ओम शरण पांडे ने बताया कि यह कंपनी नेक्स्ट जेनरेशन डिजिटल कंसल्टेंसी सेवाएं प्रदान करेगी। उनका कहना है कि डिजिटल बिजनेस से जुड़े हर पहलू पर विशेषज्ञ समाधान उपलब्ध कराना इसका मुख्य लक्ष्य रहेगा। उन्होंने कहा कि डिजिटल मार्केट में एकरूपता और जड़ता को तोड़ने की जरूरत थी, जिसे ध्यान में रखते हुए यह नया प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है।
ग्रोथरेकी पारंपरिक तरीकों से हटकर काम करेगी। इसमें डेटा आधारित विश्लेषण, गहरी बाजार समझ (इन-डेप्थ मार्केट इंटेलिजेंस) और डिजिटल समस्याओं का तेजी से समाधान करने की रणनीति अपनाई जाएगी। पांडे के मुताबिक, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ता है, उनका समग्र समाधान यहां उपलब्ध कराया जाएगा।
17 से अधिक वर्षों के डोमेन विशेषज्ञता के बल पर, ग्रोथरेकी न केवल तत्काल व्यावसायिक चुनौतियों का रचनात्मक और परिणाम-आधारित समाधान देगी, बल्कि दीर्घकालिक विकास और नवाचार के रास्ते भी खोलेगी। इस बारे में ओम शरण पांडे ने कहा, "तेजी से बदलते दौर में व्यवसायों को अक्सर अराजकता के बीच निरंतरता कायम रखने में कठिनाई होती है। ग्रोथरेकी को इसी जरूरत को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है।"
ग्रोथरेकी के माध्यम से पब्लिशर्स और कंपनियों को जिन प्रमुख सेवाओं की पेशकश की जाएगी, उनमें शामिल हैं- बिजनेस कंसल्टिंग, प्रोडक्ट डेवलपमेंट, प्रोडक्ट मैनेजमेंट, डिजिटल ऑडिट, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, ग्रोथ स्ट्रेटेजी व मार्केटिंग, प्रोग्रामेटिक व रेवेन्यू मैनेजमेंट, प्रोडक्ट एनालिटिक्स, आईटी सेवाएं, ट्रेनिंग और डेवलपमेंट।
ग्रोथरेकी का उद्देश्य व्यवसायों को तेजी से बदलती डिजिटल दुनिया में स्थिरता और सतत विकास के लिए एक मजबूत सहयोगी बनाना है।
गुंजन सोनी इससे पहले ‘ZALORA’ में कार्यरत थीं, जहां उन्होंने सिंगापुर में छह साल तक ग्रुप सीईओ के पद पर काम किया।
‘यूट्यूब’ (YouTube) ने गुंजन सोनी को भारत के लिए कंट्री मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर नियुक्त करने की घोषणा की है। गुंजन सोनी को बिजनेस, टेक्नोलॉजी, मार्केटिंग और ई-कॉमर्स क्षेत्रों में दो दशक से अधिक का लीडरशिप अनुभव है। अपनी इस भूमिका में वह भारत में यूट्यूब की विकास और नवाचार पहलों का नेतृत्व करेंगी।
गुंजन सोनी की नियुक्ति के बारे में यूट्यूब (एशिया पैसिफिक) के वाइस प्रेजिडेंट गौतम आनंद ने कहा, ‘भारत में यूट्यूब की यात्रा बेहद जीवंत और गतिशील है, जो रचनात्मक ऊर्जा और अपार संभावनाओं से भरे देश का प्रतिनिधित्व करती है। हमें खुशी है कि गुंजन जैसी अनुभवी लीडर हमारे साथ जुड़ रही हैं, जो हमारे विकास के अगले चरण का नेतृत्व करेंगी। गुंजन को क्रिएटर इकॉनमी और भारत के वीडियो कॉमर्स परिदृश्य की गहरी समझ है। उनके नेतृत्व में हम क्रिएटर ग्रोथ को तेज कर सकेंगे, नए अवसरों को अनलॉक कर सकेंगे, यूजर्स को बेहतर तरीके से जोड़ सकेंगे और भारत की डिजिटल यात्रा में सार्थक योगदान दे सकेंगे।’
बता दें कि गुंजन सोनी इससे पहले ‘ZALORA’ में कार्यरत थीं, जहां उन्होंने सिंगापुर में छह साल तक ग्रुप सीईओ के पद पर काम किया। यहां अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने नए कैटेगरी और बिजनेस मॉडल पेश किए, इनोवेशन को बढ़ावा दिया और पर्सनलाइजेशन व सफल लॉयल्टी प्रोग्राम के जरिये यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाया।
सोनी को भारतीय मीडिया और मार्केटिंग इंडस्ट्री का भी व्यापक अनुभव है। वह ‘स्टार इंडिया’ में एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (EVP) और ‘Myntra’ में चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) के रूप में काम कर चुकी हैं। इससे पहले वह कंज्यूमर और मार्केटिंग प्रैक्टिस में मैकिन्से (McKinsey) में पार्टनर भी रही हैं। इसके अलावा, वह फॉर्च्यून 500 कंपनी सीबीआरई ग्रुप (CBRE Group) के बोर्ड में भी शामिल हैं।
अपनी नियुक्ति के बारे में गुंजन सोनी का कहना है, ‘मैं यूट्यूब की इस ऊर्जावान टीम का हिस्सा बनने और भारतीय क्रिएटर इकॉनमी जैसी जबरदस्त प्रतिभा को सपोर्ट करने वाले प्लेटफॉर्म का नेतृत्व करने के लिए सम्मानित और उत्साहित महसूस कर रही हूं। यह देखना अद्भुत है कि यूट्यूब किस तरह भारत में क्रिएटर्स को सशक्त बना रहा है और कम्युनिटीज को जोड़ रहा है।’
फिल्ममेकर और उद्यमी करण जौहर ने मुंबई आर्ट फेयर में अल्प हिस्सेदारी खरीदी है, जिससे उन्होंने सिनेमा से आगे सांस्कृतिक और रचनात्मक उद्योगों में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है।
फिल्ममेकर और उद्यमी करण जौहर ने मुंबई आर्ट फेयर में अल्प हिस्सेदारी खरीदी है, जिससे उन्होंने सिनेमा से आगे सांस्कृतिक और रचनात्मक उद्योगों में अपनी मौजूदगी बढ़ाई है। इस सौदे में AZB & पार्टनर्स ने कानूनी सलाहकार की भूमिका निभाई।
करण जौहर का यह निवेश मुंबई आर्ट फेयर के लिए एक महत्वपूर्ण समर्थन के रूप में देखा जा रहा है, जो भारत में उभरते और स्थापित कलाकारों के लिए एक प्रमुख मंच के रूप में लगातार बढ़ रहा है। यह अधिग्रहण उस व्यापक प्रवृत्ति के अनुरूप है, जहां मनोरंजन और मीडिया जगत की हस्तियां अब तेजी से कला और संस्कृति के क्षेत्र में निवेश कर रही हैं।
हिस्सेदारी के आकार या सौदे के मूल्यांकन से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है। माना जा रहा है कि इस कदम से मुंबई आर्ट फेयर की पहुंच और दृश्यता बढ़ेगी, जिसमें करण जौहर का रचनात्मक उद्योग में प्रभाव और नेटवर्क सहायक होगा।
मुंबई आर्ट फेयर ने खुद को कलाकारों और संग्रहकर्ताओं के लिए एक सुलभ मंच के रूप में स्थापित किया है, जो समकालीन और आधुनिक कला को प्रदर्शित करता है, खासतौर पर समावेशिता और उभरती प्रतिभाओं पर जोर देते हुए।
पत्रकारिता की दुनिया से शिक्षण तक प्रोफेसर (डॉ.) गोविंद सिंह की यात्रा एक प्रेरणादायक सफर है।
उत्तराखंड सरकार ने वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और जाने-माने शिक्षाविद् प्रो. (डॉ) गोविंद सिंह को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। समाचार4मीडिया से बातचीत में ‘भारतीय जनसंचार संस्थान’ (आईआईएमसी) के पूर्व डीन (एकैडमिक) प्रो. गोविंद सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मंजूरी के बाद उन्हें सूचना विभाग की मीडिया सलाहकार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
बता दें कि पत्रकारिता की दुनिया से शिक्षण तक प्रोफेसर (डॉ.) गोविंद सिंह की यात्रा एक प्रेरणादायक सफर है। 30 से अधिक वर्षों तक धर्मयुग, नवभारत टाइम्स, जी न्यूज, आजतक, आउटलुक, अमर उजाला, हिंदुस्तान और कादंबिनी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में सक्रिय पत्रकारिता के बाद उन्होंने ज्ञान संचार की दिशा में कदम बढ़ाया।
उन्होंने पत्रकारिता को केवल खबरों तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे अकादमिक जगत से जोड़कर नई पीढ़ी के पत्रकारों को तैयार करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
समाचार4मीडिया की ओर से प्रो. (डॉ) गोविंद सिंह को ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं।
सरकार ने सभी हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) से आग्रह किया है कि वे कवरेज के दौरान सतर्कता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का परिचय देते हुए राष्ट्रसेवा में उच्चतम मानकों का पालन करें।
सरकार ने सभी न्यूज मीडिया चैनल्स को रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की गतिविधियों की लाइव कवरेज से बचने की सलाह दी है। इस बारे में ‘सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय’ (MIB) द्वारा 26 अप्रैल को जारी एक एडवाइजरी में कहा गया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में सभी मीडिया प्लेटफॉर्म्स, न्यूज एजेंसियों और सोशल मीडिया यूजर्स को अत्यधिक जिम्मेदारी के साथ कार्य करने और रक्षा तथा अन्य सुरक्षा अभियानों से संबंधित रिपोर्टिंग के दौरान मौजूदा कानूनों और नियमों का सख्ती से पालन करने की सलाह दी जाती है।
एडवाइजरी में स्पष्ट किया गया है कि रक्षा अभियानों या सैनिकों की गतिविधियों से जुड़ी किसी भी ‘रीयल टाइम कवरेज’, विजुअल्स के प्रसारण या 'सूत्रों के हवाले से' प्राप्त रिपोर्टिंग से बचना चाहिए। मंत्रालय ने आगाह किया है कि संवेदनशील सूचनाओं का समय से पूर्व खुलासा असामाजिक तत्वों की मदद कर सकता है और इससे सैन्य अभियानों की प्रभावशीलता व सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो सकता है।
सरकार ने जिम्मेदार रिपोर्टिंग की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए कहा कि पिछले घटनाक्रमों से यह स्पष्ट हुआ है कि जिम्मेदार रिपोर्टिंग कितनी महत्वपूर्ण है। कारगिल युद्ध, मुंबई आतंकी हमले (26/11) और कंधार विमान अपहरण जैसी घटनाओं के दौरान अनियंत्रित कवरेज से राष्ट्रीय हितों को अनजाने में नुकसान पहुंचा था। राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने में मीडिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका है। सरकार ने कहा कि कानूनी दायित्वों के अलावा, यह हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी भी है कि हम अपनी सामूहिक गतिविधियों से किसी भी अभियान या सुरक्षाबलों की सुरक्षा से समझौता न करें।
इस एडवाइजरी में कहा गया है कि केबल सर्विस पर ऐसा कोई कार्यक्रम प्रसारित नहीं किया जाना चाहिए जिसमें किसी आतंकवाद विरोधी अभियान की लाइव कवरेज हो। मीडिया कवरेज केवल संबंधित सरकार द्वारा नामित अधिकारी की समय-समय पर दी जाने वाली जानकारी तक सीमित रहेगी और यह तब तक लागू रहेगा जब तक अभियान समाप्त नहीं हो जाता।
सरकार ने सभी हितधारकों (स्टेकहोल्डर्स) से आग्रह किया है कि वे कवरेज के दौरान सतर्कता, संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का परिचय देते हुए राष्ट्रसेवा में उच्चतम मानकों का पालन करें।
Ministry of Information and Broadcasting issues advisory to all Media channels to refrain from showing live coverage of defence operations and movement of security forces in the interest of national security. pic.twitter.com/MQjPvlexdr
— Ministry of Information and Broadcasting (@MIB_India) April 26, 2025
वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु दीक्षित ने अब 'आजतक' से नई पारी की शुरुआत की है
वरिष्ठ पत्रकार हिमांशु दीक्षित ने अब 'आजतक' से नई पारी की शुरुआत की है। यहां उन्होंने बतौर सीनियर प्रड्यूसर और एंकर जॉइन किया है। इससे पहले वह करीब चार साल तक 'टाइम्स नाउ नवभारत' में एंकर और प्रड्यूसर की भूमिका में रहे। यहां वह इस चैनल की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा थे।
'टाइम्स नाउ नवभारत' में वह एक बजे की डिबेट की जिम्मेदारी संभालते थे। इसके साथ ही उन्होंने इस चैनल को मजबूती देने वाली तमाम बड़ी स्टोरी जैसे-उत्तराखंड, हिमाचल आपदा से लेकर बड़े-बड़े मुद्दों पर ग्राउंड कवरेज कर चैनल को एक्सक्लूसिव स्टोरी दीं।
ग्वालियर (मध्य प्रदेश) के रहने वाले हिमांशु दीक्षित को मीडिया में काम करने का करीब 15 साल का अनुभव है। उन्होंने न्यूज नेशन, APN न्यूज, OK इंडिया, भारत समाचार और KBC न्यूज जैसे चैनलों में अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं। एंकरिंग और प्रोडक्शन के क्षेत्र में उनकी पहचान बेहद मजबूत रही है।
समाचार4मीडिया की ओर से हिमांशु दीक्षित को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।