संजय नागपाल इससे पहले ‘इंडिया टुडे’ समूह में चीफ इन्फॉर्मेशन ऑफिसर (डिजिटल) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) यानी ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ (The Times Of India) ने संजय नागपाल को चीफ प्रॉडक्ट एंड टेक्नोलॉजी ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया है। कंपनी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, संजय एक अनुभवी आईटी प्रोफेशनल हैं, जिनके पास सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, प्रोडक्ट मैनेजमेंट, टेक्नोलॉजी आर्किटेक्चर, जनरेटिव एआई (GenAI), सुरक्षा और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव है।
कंपनी के अनुसार, अपनी इस भूमिका में संजय संपादकीय नेतृत्व के साथ मिलकर न्यूजरूम के वर्कफ्लो को आधुनिक बनाने, एआई को एकीकृत करने और एक एकीकृत एडिटोरियल टेक स्टैक (जैसे CMS, DAM, आर्काइव, ई-पेपर, GenAI आदि) स्थापित करने पर फोकस करेंगे ताकि कार्य में तेजी और उत्पादकता बढ़े। इसके अतिरिक्त, वह ब्रैंड नेतृत्व के साथ काम कर उपभोक्ता डेटा के प्रभावी उपयोग की दिशा में तकनीकी नवाचार करेंगे, नए उत्पाद विकसित करेंगे जो प्रिंट बिजनेस को मजबूत बनाने के साथ-साथ BCCL की विकास यात्रा में योगदान देंगे।
बता दें कि टाइम्स समूह के साथ संजय नागपाल का यह दूसरा कार्यकाल है। अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने चीफ मैनेजर के रूप में टेक्नोलॉजी से संबंधित बिजनेस को संभाला था। ‘टाइम्स समूह’ के साथ अपनी नई पारी शुरू करने से पहले संजय नागपाल अब तक ‘इंडिया टुडे’ समूह में चीफ इन्फॉर्मेशन ऑफिसर (डिजिटल) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। इस दौरान उन्होंने डिजिटल-फर्स्ट टेक्नोलॉजी की पहल को आगे बढ़ाया और आजतक, इंडिया टुडे, GNT व मैग्ज़ीन्स जैसे बिजनेस टुडे, कॉस्मोपॉलिटन, हार्पर्स बाजार और रीडर्स डाइजेस्ट के लिए टेक्नोलॉजी और प्रोडक्ट स्ट्रैटेजी पर काम किया।
उन्होंने देश का पहला वर्चुअल न्यूज एंकर तैयार करने में अहम भूमिका निभाई और AI/ML तकनीकों के जरिए कंटेंट जेनरेशन को बेहतर बनाने के लिए एक इन-हाउस एआई टूल भी विकसित किया। वह 'बैगइटटुडे' (Bagittoday) के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर के रूप में भी काम कर चुके हैं।
नागपाल की लिंक्डइन प्रोफाइल में उन्हें खुद को "टेक्नोक्रेट" बताया है, जो इंटरनेट/वेब टेक्नोलॉजीज, टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर, एप्लिकेशन डेवलपमेंट और क्लाउड कंप्यूटिंग (AWS) जैसी विभिन्न तकनीकी विशेषज्ञताओं में माहिर है। उनके पास आईटी और बिजनेस के बीच तालमेल बिठाने, आईटी रणनीति तैयार करने, ऑनलाइन तकनीकों को विकसित करने और बड़े प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा करने का व्यापक अनुभव है।
तारिणी कुमार को न्यूजरूम में काम करने का करीब दो दशक का अनुभव है।
वरिष्ठ पत्रकार तारिणी कुमार को ‘एनडीटीवी 24x7’ का सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर नियुक्त किया गया है। अपनी इस भूमिका में वह चैनल के आउटपुट ऑपरेशंस की कमान संभालेंगी, जिसमें रोजाना की न्यूज प्रोसेस की निगरानी, संपादकीय योजना को दिशा देना, प्रोग्रामिंग स्ट्रैटेजी बनाना और हर समय स्लॉट में कंटेंट की गुणवत्ता सुनिश्चित करना शामिल है।
तारिणी कुमार को न्यूजरूम में काम करने का करीब दो दशक का अनुभव है। उन्होंने अपनी पत्रकारिता यात्रा में विभिन्न वरिष्ठ संपादकीय भूमिकाएं निभाईं हैं और ब्रॉडकास्ट वर्कफ्लो की बेहतरीन समझ रखती हैं। उन्होंने ‘इंडिया टुडे’ टीवी के साथ 15 साल से अधिक का लंबा कार्यकाल बिताया, जहां वे प्रोग्रामिंग प्रोड्यूसर से लेकर आउटपुट डेस्क की प्रमुख जिम्मेदारियों तक पहुंचीं और फिर एग्जिक्यूटिव एडिटर बनीं।
‘इंडिया टुडे’ से पहले वह ‘सीएनएन-न्यूज18’(CNN-News18) में डिप्टी न्यूज़ एडिटर के रूप में कार्यरत थीं, जहां उन्होंने प्राइम टाइम शो की जिम्मेदारी संभाली।
तारिणी की नियुक्ति पर एनडीटीवी के सीईओ और एडिटर-इन-चीफ राहुल कंवल ने कहा, ‘तारिणी को आउटपुट लीडरशिप और कंटेंट स्ट्रैटजी की गहरी समझ है। उनके अनुभव से एनडीटीवी की संपादकीय क्षमता और प्रोग्रामिंग की गहराई को मजबूती मिलेगी। उन्हें खबरों की समझ है, लोगों की समझ है—उनकी मौजूदगी से टीमवर्क को नया बल मिलेगा और ऐसे वर्कफ्लो विकसित किए जा सकेंगे जो तेजी से ब्रेकिंग न्यूज़ पर प्रतिक्रिया दे सकें, वो भी हमारी संपादकीय साख से समझौता किए बिना।’
कोलकाता के व्यस्त पार्क सर्कस इलाके में मंगलवार देर रात रिपब्लिक बांग्ला के एंकर किशलय मुखर्जी पर एक अज्ञात व्यक्ति ने धारदार ब्लेड से हमला कर दिया।
कोलकाता के व्यस्त पार्क सर्कस इलाके में मंगलवार देर रात रिपब्लिक बांग्ला के एंकर किशलय मुखर्जी पर एक अज्ञात व्यक्ति ने धारदार ब्लेड से हमला कर दिया। घटना उस समय हुई जब वह ड्यूटी के बाद अपने घर लौट रहे थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक लुटेरे ने उनका वॉलेट छीनने की कोशिश की और विरोध करने पर ब्लेड से कई बार हमला किया। इस हमले में किशलय को गंभीर चोटें आईं और वह लहूलुहान हो गए। तुरंत उन्हें पास के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां फिलहाल उनका इलाज चल रहा है।
घटना की पुलिस में शिकायत दर्ज कर दी गई है। हालांकि, खबर लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है और आसपास के CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
यह घटना कोलकाता जैसे महानगर में सार्वजनिक सुरक्षा पर कई सवाल खड़े करती है। भीड़भाड़ वाले इलाके में एक पत्रकार के साथ इस तरह की हिंसक वारदात से स्थानीय लोगों में भी चिंता और असुरक्षा की भावना गहराई है।वहींं, पत्रकारों के बीच भी इस घटना को लेकर नाराजगी और चिंता जाहिर की जा रही है।
पुलिस की शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक, हमलावर लूट के इरादे से आया था और हमला पूरी तरह अचानक और हिंसक था। घायल पत्रकार की हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
इस घटना ने एक बार फिर शहर में रात के समय सुरक्षा व्यवस्था की वास्तविकता को उजागर किया है।
माना जा रहा है कि मेहरोत्रा ने स्वास्थ्य कारणों से यह फैसला लिया है। हालांकि, इस बारे में संदीप मेहरोत्रा और ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया’ की ओर से किसी तरह का आधिकारिक स्टेटमेंट नहीं आया है।
‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया’ (SPNI) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। सूत्रों के हवाले से मिली इस खबर के मुताबिक ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया’ के एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (सेल्स) संदीप मेहरोत्रा ने इस्तीफा दे दिया है। माना जा रहा है कि उन्होंने यह फैसला स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते लिया है। हालांकि, इस बारे में संदीप मेहरोत्रा और ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया’ की ओर से किसी तरह का आधिकारिक स्टेटमेंट नहीं आया है।
संदीप मेहरोत्रा मीडिया इंडस्ट्री के एक वरिष्ठ और अनुभवी प्रोफेशनल हैं, जिन्होंने सोनी पिक्चर्स में 25 साल से अधिक का लंबा और प्रभावशाली कार्यकाल पूरा किया। वर्ष 2000 में इस नेटवर्क से जुड़ने के बाद, उन्होंने विभिन्न चैनल्स और क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं। अपनी हालिया भूमिका में वह नेटवर्क के एड सेल्स फंक्शन के तहत रेवेन्यू स्ट्रैटेजी तैयार करने, प्लानिंग और ग्रोथ को बढ़ाने की जिम्मेदारी निभा रहे थे।
‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया’ से पहले, संदीप मेहरोत्रा वर्ष 1997 से 2000 तक ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) में एमडी के एग्जिक्यूटिव असिस्टेंट रहे। यहां उन्होंने ब्रैंड्स को मुनाफे में लाने में अहम भूमिका निभाई।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘लिंक्डइन’ (Linkedin) पर अपनी एक पोस्ट में संदीप मेहरोत्रा ने लिखा है, ‘’यह मेरी सेल्स की दुनिया में पहली एंट्री थी और इसी के साथ शुरू हुआ एक ऐसा सफर, जिसमें हर नए डील के साथ एक नई ऊर्जा और उत्साह मिला। ’
शुभोजीत रॉय को प्रमुख मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनियों में काम करने का 17 साल से ज्यादा का अनुभव है।
‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया’ (SPNI) ने शुभोजीत रॉय को अपना नया वाइस प्रेजिडेंट (एड सेल्स) नियुक्त किया है। अपनी इस भूमिका में वह कंपनी के ब्रॉडकास्ट और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से जुड़ी विज्ञापन रेवेन्यू स्ट्रैटेजी को नई दिशा देंगे और उसे मजबूती से आगे बढ़ाएंगे।
शुभोजीत रॉय को प्रमुख मीडिया और एंटरटेनमेंट कंपनियों में काम करने का 17 साल से ज्यादा का अनुभव है।
इससे पहले वह ‘एबीपी नेटवर्क’, ‘वायकॉम18’, ‘जी स्टूडियोज’, ‘रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क’ और ‘टीवी टुडे नेटवर्क’ जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में लीडरशिप भूमिकाएं निभा चुके हैं। उन्हें रेवेन्यू स्ट्रैटेजी, ब्रैंड पार्टनरशिप्स, मीडिया प्लानिंग, मार्केटिंग और ऑपरेशंस जैसे क्षेत्रों में महारत है।
‘ICFAI’ यूनिवर्सिटी से मार्केटिंग में MBA शुभोजीत ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2007 में ‘IFB’ इंडस्ट्रीज से की थी। समय के साथ उन्होंने ट्रेडिशनल और डिजिटल, दोनों तरह के एडवर्टाइजिंग इकोसिस्टम में बेहतरीन काम कर अपनी मजबूत पहचान बनाई है।
सीमा महापात्रा- एक ऐसा नाम जिन्होंने वैश्विक मीडिया, स्वतंत्र सिनेमा और उद्यमशील कहानी कहने की दुनिया में अपनी मौन शक्ति और असाधारण स्पष्टता के साथ एक प्रेरणादायक छाप छोड़ी है।
सीमा महापात्रा के जन्मदिन पर, आज हम उन्हे सलाम करते हैं। सीमा महापात्रा- एक ऐसा नाम जिन्होंने वैश्विक मीडिया, स्वतंत्र सिनेमा और उद्यमशील कहानी कहने की दुनिया में अपनी मौन शक्ति और असाधारण स्पष्टता के साथ एक प्रेरणादायक छाप छोड़ी है।
मीडिया व मनोरंजन जगत में 25 से अधिक वर्षों का अनुभव रखने वाली एक कुशल बिजनेस एग्जिक्यूटिव के रूप में सीमा महापात्रा की यात्रा बोर्डरूम से प्रसारण चैनलों तक फैली रही है। BBC Advertising में साउथ एशिया हेड के रूप में उन्होंने दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में से एक का नेतृत्व किया। इसके साथ ही, वह BBC Worldwide India की बोर्ड सदस्य और भारत में BBC World Service Trust की ट्रस्टी भी रही हैं। लेकिन उनका नेतृत्व सिर्फ रेवेन्यू और स्ट्रैटेजी तक सीमित नहीं था- यह विश्वास, बदलाव और महाद्वीपों के आर-पार कंटेंट और दर्शकों को जोड़ने वाली एक पुल बनाने की दृष्टि पर आधारित था।
जब अधिकतर लोग अपने कॉरपोरेट करियर के स्थायित्व को अपनाते हैं, तब सीमा ने एक अलग राह चुनी। अपने सिनेमा के जुनून और रचनात्मक वृत्ति का अनुसरण करते हुए उन्होंने कॉरपोरेट दुनिया से ब्रेक लिया और न्यूयॉर्क फिल्म अकादमी से फिल्ममेकिंग कोर्स किया। इसके बाद वह अमोल गुप्ते की समीक्षकों द्वारा सराही गई फिल्म हवा हवाई में असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में जुड़ीं।
2014 में, सीमा ने विधु विनोद चोपड़ा फिल्म्स से जुड़कर उनके हॉलीवुड प्रोजेक्ट के लिए मार्केटिंग का नेतृत्व किया और कहानी कहने की दुनिया से अपने रिश्ते को और गहराया। इसी दौरान उन्होंने मुंबई फिल्म फेस्टिवल (MAMI) के पुनरुद्धार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, सिर्फ एक समर्थक के रूप में नहीं, बल्कि उसकी नई ऊर्जा और दृष्टिकोण की प्रेरक शक्ति बनकर।
सीमा की यात्रा कभी रेखीय नहीं रही बल्कि हर मोड़ पर व्यापक और बहुआयामी रही है। उन्होंने वरिष्ठ कॉरपोरेट एग्जिक्यूटिव्स के लिए लाइफ कोचों के साथ मिलकर ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किए, होनहार डिजिटल स्टार्टअप्स को सलाह दी और फंडिंग जुटाने में मदद की, और उन लोगों को लगातार मेंटर किया जो बिजनेस और क्रिएटिविटी के संगम पर खड़े हैं।
2019 में, उन्होंने Ten Years Younger Productions LLP की सह-स्थापना की। एक ऐसा नाम जो खुद में नवाचार और पुनर्निर्माण का प्रतीक है। इस बैनर तले उन्होंने Zee5 के लिए 'बारोट हाउस' और 'पोषम पा' जैसी दो बोल्ड और कलात्मक फीचर फिल्में प्रोड्यूस कीं, जिन्हें उनकी साहसी कहानी और सूक्ष्म निर्देशन के लिए सराहा गया।
आज सीमा महापात्रा कहानियों को अपने ही अंदाज में, शांति से, गहराई से और प्रभावी ढंग से आकार दे रही हैं। उनके पास कई कंटेंट प्रोजेक्ट डेवलपमेंट में हैं, और वे एक रचनात्मक शक्ति के रूप में लगातार गतिशील बनी हुई हैं।
उनकी यात्रा हमें यह याद दिलाती है कि नेतृत्व में करुणा हो सकती है, महत्वाकांक्षा में कलात्मकता हो सकती है और खुद को नया रूप देना हर उम्र और हर पड़ाव पर संभव है।
अंबा प्रीतम पारिगी या जैसे दुनिया उन्हें जानती है, ए.पी. पारिगी सिर्फ एक बिजनेस लीडर नहीं हैं। वे एक ऐसे शिल्पकार हैं जिन्होंने भारत के मीडिया और टेलीकॉम जगत को मौलिक रूप से आकार दिया है।
अंबा प्रीतम पारिगी या जैसे दुनिया उन्हें जानती है, ए.पी. पारिगी सिर्फ एक बिजनेस लीडर नहीं हैं। वे एक ऐसे शिल्पकार हैं जिन्होंने भारत के मीडिया और टेलीकॉम जगत को मौलिक रूप से आकार दिया है। वे एक विचारशील दूरदृष्टा हैं, जिन्होंने संस्थानों की नींव रखी, इंडस्ट्री की दिशा बदली और चुपचाप एक नई ऊर्जा को जन्म दिया।
जैसे ही वे एक और वर्ष में प्रवेश करते हैं, यह अवसर उनके उस अद्वितीय करियर को सम्मान देने का है जिसने केवल इंडस्ट्री को पार नहीं किया, बल्कि उन्हें परिभाषित किया।
दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र और समाजशास्त्र की पढ़ाई करने के बाद और एफएमएस दिल्ली से एमबीए के साथ, ए.पी. पारिगी ने अपने करियर की शुरुआत अंतर्दृष्टि और क्रियान्वयन के संगम से की। 1990 के दशक में, जब भारत में टेलीकॉम क्षेत्र अपनी प्रारंभिक अवस्था में था, तब उन्होंने बीपीएल मोबाइल के सीईओ के तौर पर कार्यभार संभाला और देश में संचार क्रांति की नींव रखने में अहम भूमिका निभाई। लेकिन यह तो सिर्फ शुरुआत थी।
रेडियो मिर्ची में संस्थापक मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ के रूप में, उन्होंने केवल एक ब्रैंड नहीं बनाया, बल्कि एक सांस्कृतिक धड़कन गढ़ी। रेडियो मिर्ची सिर्फ मार्केट लीडर नहीं बनी, बल्कि एक पीढ़ी की आवाज बन गई। ए.पी. पारिगी का नेतृत्व कभी जोरदार नहीं रहा बल्कि यह फ्रीक्वेंसी, दूरदृष्टि और संवेदना से संचालित था।
साल 2009 में, ए.पी. पारिगी को वैश्विक स्तर पर मान्यता तब मिली जब वे Rensselaer Entrepreneur of the Year Award जीतने वाले पहले गैर-अमेरिकी बने। यह सम्मान इस बात का प्रमाण था कि वे केवल इंडस्ट्री को जैसे हैं, वैसे ही देखने तक सीमित नहीं रहते, बल्कि यह भी जानते हैं कि उन्हें कैसे और कहां ले जाया जा सकता है।
इसके बाद, Eros International के सीईओ के रूप में उन्होंने भारतीय मनोरंजन उद्योग में डिजिटल व्यवधान की शुरुआती लहरों का सामना किया और उसे दिशा दी। फिर Network18 के ग्रुप सीईओ के रूप में उन्होंने पारंपरिक मीडिया को नई डिजिटल दुनिया से जोड़ा और एक विशाल मीडिया नेटवर्क को स्पष्टता और दूरदृष्टि के साथ नेतृत्व दिया।
टाइम्स ग्रुप के साथ उनकी भूमिका ने उनके काम के कैनवास को और बड़ा कर दिया, जहां उन्होंने आउट-ऑफ-होम मीडिया, डिजिटल कंटेंट और कॉरपोरेट स्ट्रैटेजी जैसे क्षेत्रों में नेतृत्व किया। वे Times Broadcasting और Zoom Entertainment जैसे कई अग्रणी प्लेटफॉर्म्स के बोर्ड पर भी रहे, जहां उन्होंने केवल अनुभव ही नहीं, बल्कि दृष्टिकोण भी साझा किया।
ए.पी. पारिगी के हर कदम और हर भूमिका में एक बात हमेशा समान रही: उन्होंने कभी शोर के साथ नेतृत्व नहीं किया, बल्कि उद्देश्य के साथ किया। वे ऊर्जा को पहचानते हैं, करुणा के साथ नेतृत्व करते हैं, और तिमाही नहीं, दशक के हिसाब से निर्माण करते हैं। उन्होंने बार-बार यह साबित किया है कि श्रेष्ठ नेतृत्व पदों से नहीं, बल्कि कल्पना और उसे हकीकत में बदलने की क्षमता से परिभाषित होता है।
आज उनका यह सफर एक शांत लेकिन गहराई से भरा मास्टरक्लास है- पुनर्नवीनता, लचीलापन और प्रासंगिकता का। एक ऐसा व्यक्ति जिसने इंडस्ट्री के बीच सहजता से चलना सीखा और दृष्टिकोण और क्रियान्वयन के बीच सेतुओं का निर्माण किया।
ए.पी. पारिगी ने अपनी कहानी शोर से नहीं, स्थिरता और सोच से गढ़ी है।
पिछले दो दशकों में भारत के प्रीमियम स्पिरिट्स (शराब) बाजार ने जबरदस्त बदलाव देखे हैं और इन सभी बदलावों के केंद्र में एक नाम लगातार सक्रिय रहा है: कार्तिक मोहिन्द्रा।
पिछले दो दशकों में भारत के प्रीमियम स्पिरिट्स (शराब) बाजार ने जबरदस्त बदलाव देखे हैं और इन सभी बदलावों के केंद्र में एक नाम लगातार सक्रिय रहा है: कार्तिक मोहिन्द्रा। अब विलियम ग्रांट एंड सन्स इंडिया के नए मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त हुए कार्तिक मोहिन्द्रा ने इस सफर में हर मोड़ पर न सिर्फ बाजार को समझा, बल्कि ग्लोबल व्हिस्की ब्रैंड्स को भारतीय उपभोक्ताओं की बदलती पहचान और स्वाद के अनुसार दोबारा परिभाषित भी किया।
ब्रैंड से जुड़ाव को बनाया भारतीय
पर्नोड रिकार्ड में चीफ मार्केटिंग ऑफिसर और ग्लोबल बिजनेस डेवलपमेंट हेड के रूप में, कार्तिक मोहिन्द्रा ने इस बात को जमीनी तौर पर बदला कि भारत में प्रीमियम शराब को किस तरह से देखा और अपनाया जाता है। उन्होंने हमेशा समय से पहले सोचते हुए, अंतरराष्ट्रीय ब्रैंड्स जैसे Chivas Regal, Jameson और Absolut को भारतीय उपभोक्ताओं के लिए सांस्कृतिक रूप से प्रासंगिक बनाया। साथ ही उन्होंने भारतीय सिंगल माल्ट्स के उदय को भी पहले ही भांप लिया।
ब्रैंडिंग में डेटा और संस्कृति का संयोजन
अपने कार्यकाल में कार्तिक मोहिन्द्रा ने ब्रैंड्स को बेचना भर नहीं चुना, बल्कि बेहतर कहानियों के जरिए भावनात्मक जुड़ाव कायम किया। उनकी रणनीति डेटा-आधारित सोच को भारतीय सांस्कृतिक समझ से जोड़ती थी, एक ऐसी मार्केटिंग रणनीति जिसने ब्रैंड इक्विटी, प्रामाणिकता और दीर्घकालिक प्रासंगिकता की नींव डाली।
सिर्फ मार्केटिंग नहीं, पूरा बिजनेस संभाला
कार्तिक मोहिन्द्रा की विशेषज्ञता सिर्फ मार्केटिंग तक सीमित नहीं रही। Profit Center Head- North Zone के तौर पर उन्होंने पूर्ण P&L (Profit and Loss) की जिम्मेदारी निभाई। स्मार्ट प्राइसिंग, बाजार विस्तार और परिचालन अनुशासन पर फोकस करते हुए लाभप्रदता को सुनिश्चित किया। इसके अलावा, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और भारत के लिए इंटरनेशनल ब्रैंड्स बिजनेस हेड के रूप में उन्होंने ₹600 करोड़ की नेट सेल्स और ₹120 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया, जिससे उनकी क्षेत्रीय विस्तार क्षमता भी स्पष्ट हो गई।
स्पष्ट सोच और उद्देश्यपरक नेतृत्व
कार्तिक मोहिन्द्रा की सबसे बड़ी ताकत उनका जटिलताओं को सरल बनाने का कौशल और उद्देश्य के साथ नेतृत्व करना है। स्पष्ट दृष्टिकोण, बिना थके कार्यान्वयन और ऐसी नेतृत्व शैली जिसमें जवाबदेही हो पर संवेदनशीलता बनी रहे, इन गुणों ने उन्हें सफलता दिलाई है। एफएमसीजी और अल्कोहल इंडस्ट्री में दो दशक बिताने के बाद, उनका एनालिटिकल माइंडसेट उन्हें हर चुनौती को लक्ष्य-आधारित कार्य में बदलने में मदद करता है।
भारतीय व्हिस्की की नई पहचान के पीछे एक नाम
एक ऐसे क्षेत्र में जहां हाई-एंड भारतीय व्हिस्की अब वैश्विक मानकों को फिर से परिभाषित कर रही है, कार्तिक मोहिन्द्रा स्थिरता और नवाचार का प्रतीक हैं। उन्होंने इंडस्ट्री ट्रेंड्स को अपनाने के साथ-साथ उन्हें गढ़ा भी है।
यदि पर्नोड रिकॉर्ड में उनका पिछला प्रदर्शन कोई संकेत है, तो विलियम ग्रांट एंड सन्स इंडिया में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में उनका अगला अध्याय भारतीय प्रीमियम स्पिरिट्स जगत के लिए बेहद अहम साबित होगा और देखने लायक भी।
समाचार4मीडिया से बातचीत में राकेश गोपाल ने बताया कि जल्द ही वह अपनी नई भूमिका के बारे में जानकारी शेयर करेंगे।
देश के प्रतिष्ठित मीडिया समूहों में शुमार ‘भारत एक्सप्रेस’ (Bharat Express) न्यूज नेटवर्क से हाल ही में इस्तीफा देने के बाद सीनियर मीडिया प्रोफेशनल राकेश गोपाल ने ‘राजस्थान पत्रिका’ में वापसी की है।
बता दें कि ‘राजस्थान पत्रिका’ के साथ राकेश गोपाल की यह दूसरी पारी है। ‘भारत एक्सप्रेस’ से पहले राकेश गोपाल 'राजस्थान पत्रिका' में नेशनल कॉरपोरेट हेड के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। करीब सवा दो साल पहले उन्होंने यहां से इस्तीफा देकर ही ‘भारत एक्सप्रेस’ में चीफ रेवेन्यू ऑफिसर के पद पर जॉइन किया था।
समाचार4मीडिया से बातचीत में राकेश गोपाल ने बताया कि जल्द ही वह अपनी नई भूमिका के बारे में जानकारी शेयर करेंगे।
राकेश गोपाल को मीडिया में काम करने का 27 साल से ज्यादा का अनुभव है। पूर्व में वह ‘आईटीवी नेटवर्क’ (iTV Network), ‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह, ‘एचटी मीडिया लिमिटेड’ (HT Media Ltd) और ‘बिजनेस वर्ल्ड’ (BW Businessworld) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में विभिन्न पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
उदय शंकर का नाम भारतीय मीडिया में किसी परिचय का मोहताज नहीं। JioStar के वाइस चेयरमैन और भारत के सबसे प्रभावशाली मीडिया नेतृत्वकर्ताओं में शुमार, शंकर 16 जुलाई को अपना जन्मदिन मना रहे हैं।
उदय शंकर का नाम भारतीय मीडिया में किसी परिचय का मोहताज नहीं। JioStar के वाइस चेयरमैन और भारत के सबसे प्रभावशाली मीडिया नेतृत्वकर्ताओं में शुमार, शंकर 16 जुलाई को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। हालांकि उनके आधिकारिक दस्तावेजों में यह तारीख 16 सितंबर दर्ज है।
पिछले तीन दशकों में उन्होंने न केवल भारतीय मीडिया के बदलाव को करीब से देखा है, बल्कि उसका सक्रिय नेतृत्व भी किया है। न्यूजरूम खड़े करने से लेकर अरबों डॉलर के डिजिटल दांव लगाने तक, उनकी नेतृत्व क्षमता ने भारत में कंटेंट देखने, समझने और उससे जुड़ने के पूरे अनुभव को नए मायनों में परिभाषित किया है।
उदय शंकर ने अपने करियर की शुरुआत जी में न्यूज प्रड्यूसर के तौर पर की थी और फिर SAB टेलीविजन (करेंट अफेयर्स), होम टीवी, सहारा समय, आज तक और स्टार न्यूज जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से होते हुए आगे बढ़े। स्टार न्यूज में वे सीईओ बने और फिर 2007 में उन्होंने Star India की कमान संभाली। उनके नेतृत्व में Star India एक ₹1,600 करोड़ के नेटवर्क से ₹18,000 करोड़ की मीडिया दिग्गज कंपनी बन गया। एक दौर ऐसा भी आया जब Star India (बाद में Disney India) ₹6,000 करोड़ तक का लाभ अर्जित कर रही थी।
मीडिया उद्योग पर Google और Meta जैसे वैश्विक दिग्गजों का दबदबा बढ़ रहा था, लेकिन उदय शंकर की रणनीतिक दृष्टि, स्केल की समझ, कंटेंट की गहराई, संपादकीय सूझबूझ और साहसी निर्णयों ने लगातार नए मानक स्थापित किए।
उनके सबसे साहसी और परिवर्तनकारी निर्णयों में से एक था- इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के वैश्विक ब्रॉडकास्ट और डिजिटल अधिकारों को ₹16,347 करोड़ में खरीदना। उस समय इस दांव को लेकर कई सवाल उठे, लेकिन बाद में यह कदम भारतीय खेल प्रसारण के इतिहास में एक मील का पत्थर बन गया। क्रिकेट को पेश करने, देखने और उससे कमाई करने का ढांचा ही बदल गया और IPL भारत की सबसे मूल्यवान खेल संपत्ति बन गई।
उदय शंकर के नेतृत्व में Star ने Hotstar की शुरुआत की, जो बाद में Disney+ Hotstar बना और भारत के OTT क्षेत्र की परिभाषा बदल दी। आज यह प्लेटफॉर्म JioHotstar के नाम से Reliance-Disney संयुक्त उद्यम का हिस्सा है।
2017 में वे 21st Century Fox Asia के प्रेसिडेंट बने और 2018 में Fox के Disney में विलय के बाद The Walt Disney Company Asia Pacific के प्रमुख बने। उन्होंने स्टार और डिज्नी के एशिया संचालन को एकीकृत करने में अहम भूमिका निभाई।
Disney से 2020 में विदा लेने के बाद 2022 में उन्होंने जेम्स मर्डोक के साथ मिलकर Bodhi Tree की स्थापना की- एक टेक-समर्थित हाई-ग्रोथ क्षेत्रों पर केंद्रित निवेश मंच। इसके तहत उन्होंने रिलायंस और Viacom18 के साथ साझेदारी की और ₹13,500 करोड़ (लगभग $1.78 बिलियन) के निवेश का वादा किया। इसके बाद वे Viacom18 के बोर्ड में शामिल हुए।
फरवरी 2024 में जब रिलायंस, Viacom18 और Disney ने अपने मीडिया संचालन के विलय की घोषणा की, तो JioStar का गठन हुआ, जिसमें Star India और Viacom18 एकसाथ आए। इस नए संयुक्त उद्यम में उदय शंकर को वाइस चेयरमैन बनाया गया, जो उनके लिए Star ब्रैंंड की एक प्रभावशाली वापसी का प्रतीक था।
बोर्डरूम से परे, उदय शंकर की सबसे बड़ी ताकत रही है- दर्शकों की गहरी समझ, कंटेंट और टेक्नोलॉजी पर उनके साहसिक दांव, और मीडिया के भविष्य को देखने की उनकी दृष्टि। इंडस्ट्री का मानना है कि JioStar की शुरुआत के साथ उनका अगला अध्याय शुरू हो चुका है और वो भारत की मीडिया यात्रा में फिर से केंद्रीय भूमिका में हैं।
उदय शंकर FICCI (फिक्की) के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं। हाल के वर्षों में मीडिया इंडस्ट्री से चुने गए इकलौते शख्स। उनके साथ इस सूची में संगिता रेड्डी, सुभ्रकांत पांडा और ज्योत्सना सूरी जैसे नाम शामिल हैं।
भविष्य की परिकल्पना और उसके अनुरूप रणनीति तैयार करने की उनकी क्षमता लाजवाब रही है। उन्होंने मीडिया में बाहर से प्रतिभाएं लाकर उन्हें विश्वस्तरीय लीडर और उद्यमी में बदला है। उनकी टैलेंट पहचानने की क्षमता उन्हें बाकियों से अलग बनाती है। साथ ही, वे अपने टीम से उच्चतम स्तर की मेहनत कराने के लिए जाने जाते हैं, लेकिन कभी पीठ नहीं मोड़ते, नाकामी में भी उनके साथ खड़े रहते हैं।
आज जब जेम्स मर्डोक और मुकेश अंबानी जैसे दो बड़े बिजनेस लीडर उन पर भरोसा करते हैं और उन्हें साझेदार बनाते हैं, तो यह उनके नेतृत्व कौशल और व्यावसायिक दूरदृष्टि का प्रमाण है।
JioStar के जरिए आने वाले वर्षों में जो संपत्ति निर्माण होगा, वही उदय शंकर की सबसे बड़ी विरासत होगी।
उन्हें Impact Person of the Year और Impact Person of the Decade जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कार मिल चुके हैं, जो मीडिया इंडस्ट्री में असाधारण योगदान के लिए exchange4media समूह द्वारा प्रदान किए जाते हैं।
उनकी यात्रा ने मीडिया जगत में अनेक लीडर गढ़े हैं।
वर्तमान में वे अपनी पत्नी अनुपमा के साथ मुंबई में रहते हैं, जबकि उनकी बेटी अपूर्वा अपने पति फल्गुन राजू (जो UpGrad के को-फाउंडर हैं) के साथ अमेरिका में रहती हैं।
जैसे सूर्य हर दिन एक नई शुरुआत करता है, वैसे ही उदय शंकर हर पड़ाव पर एक नई ऊंचाई छूते हैं। स्क्रिप्ट तैयार है- उनकाी अगला चैप्टर ब्लॉकबस्टर होने वाला है।
वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में लगभग 149 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ, वहीं परिचालन से राजस्व 467 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही से 17% कम है।
‘Network18 Media & Investments Ltd’ ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) में 148.85 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया है। यह लाभ पिछले वर्ष की समान तिमाही में हुए 195.36 करोड़ रुपये के नुकसान के मुकाबले बड़ी राहत के रूप में देखा जा रहा है। इससे पिछली तिमाही (Q4 FY25) में कंपनी को 29.09 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
हालांकि लाभ की यह खबर राहत भरी है, लेकिन कंपनी की ऑपरेटिंग आय और कुल राजस्व में तेज गिरावट देखी गई है। चालू तिमाही में संचालन से प्राप्त राजस्व 467.86 करोड़ रुपये रहा, जो पिछली तिमाही (561.32 करोड़ रुपये) की तुलना में 17% कम है। पिछले साल की पहली तिमाही (3,140.92 करोड़ रुपये) की तुलना में यह 85.1% की गिरावट है।
कुल आय की बात करें तो Q1 FY26 में यह 478.01 करोड़ रुपये रही, जो पिछली तिमाही के 564.57 करोड़ रुपये और पिछले वर्ष की समान तिमाही के 3,292.10 करोड़ रुपये से क्रमशः 15.3% कम तिमाही-दर-तिमाही और 85.5% कम वर्ष-दर-वर्ष रही। अन्य आय (Other income) 10.15 करोड़ रुपये रही, जो पिछली तिमाही के 3.25 करोड़ रुपये से अधिक है, लेकिन पिछले साल की समान तिमाही में यह 151.18 करोड़ रुपये थी।
कंपनी के अनुसार, इस तिमाही में सालाना आधार पर राजस्व में गिरावट का एक बड़ा कारण यह रहा कि पिछले साल की समान तिमाही में चुनाव से जुड़े विज्ञापन राजस्व का अच्छा योगदान था। इसके अलावा, इस बार तिमाही में विज्ञापन माहौल कमजोर रहा, खासकर उपभोक्ता मांग सुस्त रहने और तिमाही में खेल-केंद्रित कंटेंट अधिक होने के कारण। इसके साथ कंपनी का यह भी कहना है कि टीवी न्यूज़ इंडस्ट्री में विज्ञापन इन्वेंटरी की खपत में 20% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जो इस क्षेत्र की मौजूदा चुनौतियों को उजागर करती है।
हालांकि, कंपनी का कहना है कि कमजोर विज्ञापन माहौल और उच्च तुलना आधार (High Base) के बावजूद नेटवर्क18 ने मजबूत संचालनात्मक स्थिति के चलते स्थिर प्रदर्शन किया है। कंपनी ने बताया कि ऑपरेटिंग राजस्व में केवल 5% की गिरावट आई है, और यदि Q1 FY24 (जिसमें कोई चुनावी राजस्व नहीं था) से तुलना करें तो राजस्व 9% अधिक है।
कमजोर राजस्व स्थिति को देखते हुए कंपनी ने खर्चों पर सख्त नियंत्रण बनाए रखा, जिससे ऑपरेटिंग लागत में 5% की सालाना गिरावट आई है। इस बारे में ‘नेटवर्क18’ के चेयरमैन आदिल ज़ैनुलभाई का कहना है, ‘यह एक और तिमाही रही जिसमें हमने संचालन के स्तर पर मजबूती दिखाई, हालांकि व्यापक आर्थिक दबावों के चलते यह वित्तीय प्रदर्शन में पूरी तरह परिलक्षित नहीं हो पाया। बीते कुछ तिमाहियों में संचालन से जुड़े मापदंडों पर हमारी निरंतर प्रगति हमारी रणनीतिक सोच और उसके क्रियान्वयन का प्रमाण है। हमारे नए प्रोडक्ट लॉन्च इस बात को दर्शाते हैं कि हम व्यवसाय को विविध बनाने और विकास के नए रास्ते तलाशने के प्रति प्रतिबद्ध हैं।’