मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री डिज्नी के स्टार इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के वायकॉम18 के बीच होने वाली इस साझेदारी से मीडिया परिदृश्य में एक परिवर्तनकारी बदलाव की उम्मीद कर रहा है
अदिति गुप्ता, असिसटेंट एडिटर, एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप ।।
मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री डिज्नी के स्टार इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के वायकॉम18 के बीच होने वाली इस साझेदारी से मीडिया परिदृश्य में एक परिवर्तनकारी बदलाव की उम्मीद कर रहा है, जो आज से शुरू हो रहा है। वैसे इसे स्थानीय और वैश्विक दर्शकों के लिए एक संभावित गेम-चेंजर के रूप में सराहा जा रहा है। इस विलय के साथ एंटरटेनमेंट, स्पोर्ट्स और डिजिटल कंटेंट को मिलाकर एक बड़ा जॉइंट वेंचर स्थापित किया जाएगा।
यह समझौता, जो 2025 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है, में रिलायंस इंडस्ट्रीज 56% नियंत्रण हिस्सेदारी लेगी, जबकि स्टार इंडिया के पास 37% और बोधि ट्री सिस्टम्स, जो कि एक थर्ड-पार्टी निवेश कंपनी है, के पास 7% हिस्सेदारी होगी। लगभग 8.5 बिलियन डॉलर का यह विलय पारंपरिक मीडिया मॉडल्स को बाधित करने का लक्ष्य रखता है, डिज्नी की विस्तृत कंटेंट लाइब्रेरी को रिलायंस के जियो नेटवर्क के साथ मिलाकर ओटीटी और डिजिटल विज्ञापन क्षेत्र में एक विशाल इकाई बनाई जाएगी।
इंडस्ट्री लीडर्स डिज्नी-रिलायंस विलय की परिवर्तनकारी संभावनाओं को लेकर आशान्वित हैं और एक्सपर्ट्स इसके भारत के मीडिया परिदृश्य को पुनर्परिभाषित करने की क्षमता पर जोर दे रहे हैं।
व्हाइट रिवर्स मीडिया के को-फाउंडर और सीईओ श्रेणिक गांधी इस गठजोड़ को रणनीतिक सहयोगों के लिए एक शक्तिशाली मानक स्थापित करने के रूप में देखते हैं।
गांधी ने कहा, "आज के नए दौर का कारोबार बड़े पैमाने पर साहसिक और रणनीतिक साझेदारियों की मांग करता है। एंटरटेनमेंट की दुनिया में इस प्रकार के बड़ी साझेदारी जैसे कि हम इस विलय में देख रहे हैं- एक शक्तिशाली मानक स्थापित करते हैं। ये बदलाव इस बात को पुनर्परिभाषित करेंगे कि भारत और दुनिया कैसे एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स का अनुभव करते हैं। फिलहाल भविष्य में क्या होगा, हम इसे देखने के लिए उत्साहित हैं।"
अपना दृष्टिकोण साझा करते हुए, पब्लिसिस ग्रुप इंडिया के डिजिटल टेक्नोलॉजी बिजनेस के सीईओ अमरेश गोडबोले ने कहा, "विलय के बाद, मुझे नहीं लगता कि देखने के लिए अलग-अलग ऐप्स बनाने की आवश्यकता है, क्योंकि इससे कंटेंट की खोज और उसका क्रॉस-पॉलीनेशन कम हो सकता है। इसके बजाय, एक ऐसा सिंगल ऐप होना चाहिए जो इच्छित कंटेंट तक पहुंच को आसान बनाए और व्यक्तिगत खोज को सक्षम करे।"
उन्होंने कहा, "उत्तम स्तर का यूजर एक्सपीरियंस (UX), एआई-संचालित यूजर्स बिहेवियर लर्निंग व पर्सनलाइज्ड रिकमंडेशंस और LLM द्वारा संचालित संवादात्मक नेविगेशन ऐसी कुछ चीजें हैं जो इसे हासिल करने के तरीके हो सकते हैं। मैं एक दूसरी ऐप के बारे में सोचूंगा, अगर उसका उद्देश्य देखने से अलग है। उदाहरण के लिए, एक सोशल/कम्युनिटी ऐप फैंडम्स के लिए, जैसे कि क्रिकेट, के-ड्रामा और एनीमे आदि के लिए, जिसमें उप-समुदाय (sub-communities) शामिल हों। यह एक ऐसा इकोसिस्टम बनाएगा, जो मुख्य रूप से देखने वाली ऐप को पूरक करता है, लेकिन इसके लिए अलग तरह के UX डिजाइन की जरूरत होगी।"
इसी तरह का दृष्टिकोण व्यक्त करते हुए, भसीन कंसल्टिंग ग्रुप के फाउंडर आशीष भसीन ने जोर देकर कहा कि यह विलय भारत के लिए वैश्विक कंटेंट पावरहाउस बनने का एक अवसर है, क्योंकि इससे बड़े पैमाने पर कंटेंट निवेश और मीडिया शक्ति का एकीकरण संभव होगा।
उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि कंटेंट के क्षेत्र में भारत दुनिया को बहुत कुछ दे सकता है, जैसे आज हम स्पेन, लैटिन अमेरिका, कोरिया और अन्य देशों के शो देखते हैं। भारत में हमारे पास जिस तरह की कहानी कहने और फिल्म निर्माण की प्रतिभा है, उसके साथ हमारे पास एक प्रमुख कंटेंट स्रोत बनने की संभावना है—सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए।"
उन्होंने आगे कहा, "जब आपके पास एक बड़े पैमाने का खिलाड़ी होता है, तो यह वास्तव में नए रास्ते खोलता है। मेरा मानना है कि सामान्य रूप से, कंटेंट की गुणवत्ता में सुधार होगा क्योंकि एक बड़ी इकाई के पास बेहतरीन कंटेंट में निवेश करने के संसाधन होंगे। दूसरा प्रभाव यह है कि दूसरा असर यह होगा कि मीडिया में एकीकरण का दौर आएगा, जिसमें प्रसारण क्षेत्र (ब्रॉडकास्टर के पक्ष में) और अंततः अखबारों और अन्य मीडिया मालिकों का भी समेकन (consolidation) होगा।"
उन्होंने इसे कुल मिलाकर एक सकारात्मक विकास करार दिया, यह कहते हुए कि यह भारत को अपनी उपस्थिति मजबूत करने और वैश्विक मंच पर अपनी ताकत दिखाने का अवसर प्रदान करता है, साथ ही उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध कंटेंट की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाता है।
डेंट्सु एक्स (Dentsu X) के सीनियर डायरेक्टर अनिल सोलंकी ने अनुमान लगाया कि यह विलय पारंपरिक मीडिया को बाधित करेगा, ओटीटी की पहुंच को बढ़ाएगा और प्रतिस्पर्धा को तेज करेगा, अंततः डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को मुख्यधारा के रूप में स्थापित करेगा।
उन्होंने कहा, "यह विलय भारत के मीडिया परिदृश्य के लिए एक गेम-चेंजर होने की उम्मीद है। यह विलय डिज्नी की कंटेंट लाइब्रेरी को रिलायंस के विशाल जियो नेटवर्क के साथ मिलाकर ओटीटी की पहुंच को बढ़ाएगा। इससे पारंपरिक मीडिया को बाधित होगी और डिजिटल विज्ञापन खर्च में वृद्धि होगी।"
सोलंकी ने आगे कहा, "जी-सोनी जैसे स्थानीय प्रतिस्पर्धियों पर दबाव बढ़ सकता है, जिससे उन्हें दर्शकों का हिस्सा बनाए रखने के लिए इनोवेशन करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। यह विलय कंटेंट डिस्ट्रीब्यूश को पुनर्परिभाषित कर सकता है, जिससे डिजिटल नई मुख्यधारा बन सकता है।"
एक और पॉइंट उठाते हुए आशीष भसीन ने कहा कि मीडिया और एंटरटेनमेंट की दुनिया में और भी विलय (consolidations) होने की संभावना है।
आशीष भसीन बताते हैं कि जैसे वर्तमान में एजेंसी की दुनिया में 4 या 5 एजेंसियां दुनिया के अधिकांश हिस्सों में 80% विज्ञापन का हिस्सा रखती हैं, और गूगल और फेसबुक डिजिटल विज्ञापन का 70-80% हिस्सा कंट्रोल करते हैं, वैसे ही अब टीवी इंडस्ट्री में भी ऐसी ही विलय (consolidation) देखने को मिल सकती है। यानी, टीवी चैनल्स या नेटवर्क्स भी आपस में मिल सकते हैं या एक दूसरे के साथ साझेदारी कर सकते हैं ताकि वे विज्ञापन के बड़े हिस्से को कंट्रोल कर सकें।
वह आगे कहते हैं कि जी-सोनी विलय उस दिशा में एक कदम था, हालांकि यह नहीं हुआ। फिर भी, ऐसे ही कदम उठाए जाने की संभावना है। तो, हम एकीकरण के युग में प्रवेश कर रहे हैं। एक महत्वपूर्ण बात यह देखने लायक है कि यह विज्ञापन मूल्य निर्धारण को कैसे प्रभावित करेगा। इससे प्रसारकों को महत्वपूर्ण मूल्य निर्धारण शक्ति मिल सकती है। हालांकि, मूल्य हमेशा आपूर्ति और मांग का एक कार्य होता है, इसलिए उम्मीद है कि एक संतुलन बनाया जाएगा।
वायकॉम18 और स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपनी प्रतिबद्धता के तहत, जो उन्होंने भारत सरकार की भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग के सामने दी थी, यह निर्णय लिया कि वे अपने क्रिकेट अधिकारों के तहत टेलीविजन और OTT (ऑनलाइन स्ट्रीमिंग) विज्ञापन स्लॉट्स की बिक्री को एक साथ नहीं करेंगे। इसमें भारतीय प्रीमियर लीग (IPL), अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अधिकार शामिल हैं। यह प्रतिबद्धता उनके मौजूदा अधिकारों की शेष अवधि तक लागू रहेगी, ताकि विज्ञापन बाजार में प्रतिस्पर्धा बनाए रखा जा सके।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने अगस्त में $8.5 बिलियन के मर्जर को मंजूरी देते वक्त इस समझौते को ध्यान में रखा था और हाल ही में इसका विस्तृत आदेश प्रकाशित किया गया। इस निर्णय का उद्देश्य विज्ञापन बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना और विज्ञापनदाताओं को निष्पक्ष तरीके से विज्ञापन स्लॉट्स तक पहुंच सुनिश्चित करना है। इसका मतलब यह है कि मर्जर के बाद, कंपनियों को इस तरह से कार्य करना होगा कि विज्ञापनदाताओं के पास बराबरी का अवसर हो और बाजार में कोई एकाधिकार ना बने।
28 फरवरी, 2024 को, स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (स्टार इंडिया) ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और वायकॉम18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (Viacom 18) के साथ एक निश्चित समझौता किया है, जो 28 फरवरी 2024 को हुआ। इस समझौते के तहत, Viacom18 और Star India के कारोबार को मिलाकर एक जॉइंट वेंचर बनाने की योजना है। इस संयुक्त उद्यम में Viacom18 और Star India के एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स पे टीवी, फ्री-टू-एयर नेटवर्क्स, डीटीसी सेवाएं, फिल्म और टेलीविजन कंटेंट लाइब्रेरी, और कुछ प्रोडक्शन व्यवसायों को एक साथ लाया जाएगा। यह समझौता Viacom18 के अधिकांश हिस्से के मालिक और नियंत्रक Reliance Industries द्वारा किया जाएगा।
इस संयुक्त उद्यम (JV) के लिए एक रणनीतिक दिशा स्थापित करने के लिए, नीता अंबानी को चेयरपर्सन नियुक्त किया जाएगा और उदय शंकर को वाइस चेयरपर्सन बनाया जाएगा। इसका उद्देश्य संयुक्त उद्यम के संचालन और निर्णय लेने में इन दोनों की भूमिका को प्रमुख बनाना है। नीता अंबानी और उदय शंकर संयुक्त उद्यम की दिशा और रणनीति को मार्गदर्शित करेंगे।
सीसीआई ने यह नोट किया कि 'Schedule 3 - Commitments in Sports Segment' के तहत, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) और Walt Disney ने स्वेच्छा से कुछ प्रतिबद्धताएं दी हैं और इन प्रतिबद्धताओं को लेकर कुछ स्वेच्छा से स्पष्टीकरण भी प्रदान किए हैं। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उनकी साझेदारी के तहत स्पोर्ट्स क्षेत्र में कोई प्रतिस्पर्धा संबंधी समस्या न हो और विज्ञापन या अन्य संसाधनों का वितरण निष्पक्ष रूप से किया जाए।
दीपा गुप्ता पत्रकार, संपादक और द्विभाषी स्क्रिप्ट राइटर के रूप में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं।
GeoAI और AI-आधारित नवाचारों की अग्रणी कंपनी Deepspatial ने डॉ. दीपा गुप्ता को डिजिटल व मार्केटिंग कम्युनिकेशन का एग्जिक्यूटिव एडिटर नियुक्त किया है। यह नियुक्ति उस वक्त हुई है जब कंपनी शिक्षा, सुशासन और सामाजिक नवाचार जैसे क्षेत्रों में अपनी पहुंच और प्रभाव को तेजी से बढ़ा रही है।
दीपा गुप्ता, जो रणनीतिक कम्युनिकेशन और भावनात्मक स्टोरीटेलिंग की विशेषज्ञ मानी जाती हैं, अब Deepspatial के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर सौरभ त्यागी के साथ मिलकर उस नए दौर की अगुवाई करेंगी, जहां डेटा के साथ भावना जुड़ेगी और हर संदेश प्रेरणा बनकर समाज को दिशा देगा। यह नियुक्ति कंपनी के उस विश्वास को और मजबूत करती है कि शब्दों और कहानियों की ताकत सामाजिक बदलाव लाने और संस्थागत प्रभाव बढ़ाने में अहम होती है।
दीपा गुप्ता पत्रकार, संपादक और द्विभाषी स्क्रिप्ट राइटर के रूप में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव रखती हैं। उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया, आउटलुक, द हिंदू और फर्स्टपोस्ट जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में काम किया है। उनके लेखन का दायरा फैशन और जीवनशैली से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य, समाजिक मुद्दों और यात्रा जैसे विषयों तक फैला हुआ है।
उन्होंने प्रसिद्ध फिल्मकार मुज़फ़्फर अली के लिए डॉक्युमेंट्री स्क्रिप्ट लिखी हैं और कई अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स व साहित्यिक मंचों पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है। बच्चों के लिए सामग्री तैयार करने से लेकर किताबों के संपादन और एक सराहनीय कविता संग्रह लिखने तक, दीपा की लेखनी हर क्षेत्र में प्रभावशाली रही है। उनके पास अमेरिकी साहित्य में पीएच.डी. की डिग्री है, जो उनके गहरे और संवेदनशील लेखन को और मजबूती देती है।
अपनी नई भूमिका को लेकर दीपा गुप्ता ने कहा, “Deepspatial से जुड़ाव का कारण इसका उद्देश्य के प्रति समर्पण है। आज जब सूचनाओं की भीड़ में हम खोते जा रहे हैं, तो ऐसी कहानियों की जरूरत है जो सच्ची हों, जुड़ाव बनाएं और प्रेरित करें। मेरे लिए संचार केवल संदेश देने का माध्यम नहीं है, बल्कि इसका अर्थ होता है — भावनाओं और मूल्यों को सामने लाना। Deepspatial में मुझे नवाचार और उद्देश्य का अनोखा मेल दिखाई दिया।”
उन्होंने यह भी कहा कि “edskExpress और edskNext जैसी पहलों के ज़रिए हमारा लक्ष्य है कि हर कहानी प्रभावशाली हो, हर आवाज़ में उद्देश्य हो और हर शब्द हमारे मूल्यों को दर्शाए।”
Deepspatial के CMO सौरभ त्यागी ने दीपा की नियुक्ति पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह नियुक्ति बिलकुल सही समय पर हुई है। दीपा की क्रिएटिव सोच और स्पष्ट दृष्टिकोण हमारे कम्युनिकेशन को नई ऊर्जा देंगे। उनके आने से हमारी पहल edskExpress और edskNext को नई दिशा मिलेगी। हम मिलकर एक ऐसा ब्रैंडड बना रहे हैं जो बोल्ड हो, मानवीय हो और भविष्य को ध्यान में रखकर काम करे।”
दीपा का प्रमुख कार्य Deepspatial की संचार रणनीति को आकार देना, विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर प्रभावशाली सामग्री तैयार करना, थॉट लीडरशिप पर केंद्रित लेखन को बढ़ावा देना और कंपनी की ब्रैंडड स्टोरी को इस तरह पेश करना होगा जिससे डेटा और तकनीक के माध्यम से सशक्तिकरण का संदेश दिया जा सके।
उनकी भूमिका Deepspatial की आवाज़ को सिर्फ सुनने लायक नहीं बल्कि महसूस करने योग्य बनाने की होगी — एक ऐसा अनुभव, जो दर्शकों, संस्थानों, सरकारों और समुदायों को गहराई से जोड़ सके।
डिजिटल पाइरेसी और बौद्धिक संपदा की सुरक्षा के लिए एक अहम कदम उठाते हुए JioStar ने देशभर में अवैध कंटेंट स्ट्रीमिंग के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है।
डिजिटल पाइरेसी और बौद्धिक संपदा की सुरक्षा के लिए एक अहम कदम उठाते हुए JioStar ने देशभर में अवैध कंटेंट स्ट्रीमिंग के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल की है। कंपनी की आपराधिक शिकायत के आधार पर गुजरात के गांधीनगर स्थित साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने BOS IPTV नामक एक अवैध आईपीटीवी सेवा प्रदाता के खिलाफ जांच शुरू की, जो JioStar के प्रीमियम कंटेंट को अवैध रूप से प्रसारित कर रहा था।
इस रैकेट का अनुमानित मूल्य करीब ₹700 करोड़ बताया जा रहा है, जिसमें Star India के पे टीवी चैनल और प्रतिबंधित पाकिस्तानी टीवी नेटवर्क्स को गैरकानूनी रूप से भारतीय दर्शकों को दिखाया जा रहा था। BOS IPTV इस पाइरेटेड सेवा को मात्र ₹400 में तीन महीने की सब्सक्रिप्शन फीस पर उपलब्ध करा रहा था, जिससे वैध ब्रॉडकास्टर्स और लाइसेंस प्राप्त प्लेटफॉर्म्स को भारी आर्थिक नुकसान हो रहा था।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि यह कंटेंट अधिकृत DTH ऑपरेटरों के कंज्यूमर सेट-टॉप बॉक्स को हैक या तकनीकी रूप से छेड़छाड़ करके प्राप्त किया जा रहा था, जो कि ब्रॉडकास्ट सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है।
इस शिकायत के आधार पर 14 मई 2025 को FIR नंबर 11201018250 गांधीनगर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई। इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धाराएं 303, 318(4), और 61, कॉपीराइट अधिनियम 1957 की धाराएं 37, 51, 63, 65A, और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की धाराएं 65, 66, 66B और 66D लगाई गई हैं।
पुलिस ने इस कार्रवाई के तहत पंजाब के जालंधर में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और उसके कब्जे से 3 लैपटॉप और 2 मोबाइल फोन जब्त किए हैं, जिनका इस्तेमाल अवैध आईपीटीवी नेटवर्क को संचालित करने में किया जा रहा था। जांच अभी जारी है और पुलिस को शक है कि यह नेटवर्क एक अंतरराष्ट्रीय पाइरेसी सिंडिकेट से जुड़ा हो सकता है, जो भारत में प्रतिबंधित विदेशी चैनल्स को भी वितरित कर रहा है।
JioStar के प्रवक्ता ने कहा, "यह कार्रवाई पाइरेसी के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। हम गांधीनगर साइबर पुलिस और अन्य एजेंसियों की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की सराहना करते हैं। JioStar अपने कंटेंट, पार्टनर्स और करोड़ों वैध ग्राहकों के हितों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और इस तरह की अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कदम उठाने से पीछे नहीं हटेगा।"
JioStar ने दोहराया कि पाइरेसी के प्रति उसकी जीरो टॉलरेंस की नीति है और वह देशभर में पाइरेसी नेटवर्क्स को खत्म करने के लिए कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर लगातार काम करता रहेगा। इस ऑपरेशन के जरिए एक स्पष्ट संदेश दिया गया है- कॉपीराइट कंटेंट का अवैध प्रसारण अब कानून की पूरी ताकत से टकराएगा।
करीब 33 वर्षीय ज्योति मल्होत्रा को हरियाणा के हिसार स्थित न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन इलाके में उनके घर से गिरफ्तार किया गया।
मशहूर ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को हरियाणा पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। उन पर संवेदनशील जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को साझा करने का आरोप है। ज्योति अपने यूट्यूब चैनल 'Travel with JO' के जरिए सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर हैं।
करीब 33 वर्षीय ज्योति मल्होत्रा के यूट्यूब पर 3.77 लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम पर 1.30 लाख फॉलोअर्स हैं। उन्हें हरियाणा के हिसार स्थित न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन इलाके में उनके घर से गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ ‘ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट’ और भारतीय न्याय संहिता के तहत केस दर्ज किया गया है।
जांच में पता चला है कि ज्योति ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के साथ संबंध बनाए थे। यह संपर्क उन्होंने एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश नाम के पाकिस्तानी हाई कमीशन अधिकारी के जरिए स्थापित किया था, जिसे भारत सरकार ने 13 मई को जासूसी गतिविधियों में शामिल होने पर देश से निष्कासित कर दिया था। बताया जा रहा है कि ज्योति की इस व्यक्ति से मुलाकात वर्ष 2023 में पाकिस्तान यात्रा के दौरान हुई थी और भारत लौटने के बाद भी उन दोनों का संपर्क बना रहा।
अधिकारियों का आरोप है कि ज्योति मल्होत्रा ने वॉट्सऐप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे मैसेजिंग प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करके गोपनीय जानकारी साझा की। इसके अलावा, उनके सोशल मीडिया कंटेंट की भी जांच की जा रही है, जिसमें वे अक्सर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाती थीं।
इस गिरफ्तारी ने राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल इस मामले की गहन जांच जारी है और यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि इसमें और कौन-कौन लोग शामिल हो सकते हैं।
समाचार4मीडिया से बातचीत में सुयशा ने बताया कि वह इस चैनल की फाउंडिंग टीम में शामिल थीं।
वरिष्ठ पत्रकार और न्यूज एंकर सुयशा सावंत ने ‘रिपब्लिक टीवी’ (Republic TV) में करीब आठ साल पुरानी अपनी पारी को विराम दे दिया है। समाचार4मीडिया से बातचीत में सुयशा ने बताया कि वह इस चैनल की फाउंडिंग टीम में शामिल थीं। सुयशा ने अब अपनी नई पारी की शुरुआत ‘इंडिया टुडे’ (India Today) के साथ की है। उन्होंने यहां पर बतौर एंकर और डिप्टी एडिटर जॉइन किया है। वह जल्द ही यहां स्क्रीन पर नजर आएंगी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर शेयर एक पोस्ट में भी सुयशा ने इस नए अपडेट के बारे में जानकारी शेयर की है। सुयशा ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘रिपब्लिक टीवी में आठ साल तक इसकी संस्थापक टीम का हिस्सा रहने के बाद, मैं एक नए और रोमांचक अध्याय की शुरुआत कर रही हूं। इस दौरान मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। मैं अरनब गोस्वामी की आभारी हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया और मुझे मौके दिए।’
अपनी इस पोस्ट में सुयशा ने अपने पिछले अनुभवों के लिए आभार व्यक्त करते हुए भविष्य के लिए उत्साह भी जताया। उन्होंने लिखा, ’बीते हुए समय के लिए आभार और आगे की राह के लिए उत्साह के साथ—यह नई शुरुआत की ओर एक कदम है! ’
सुयशा को मीडिया में काम करने का करीब दो दशक का अनुभव है। पूर्व में वह ‘टोटल टीवी’, ‘सीएनबीसी आवाज’, ‘बालाजी टेलीफिल्म्स’ और ‘मिरर नाउ’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में विभिन्न पदों पर अपनी भूमिका निभा चुकी हैं।
सुयशा मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट सुयशा सावंत ने एमबीए (मार्केटिंग) की डिग्री भी ली है। समाचार4मीडिया की ओर से सुयशा सावंत को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
15 मई 2025 को DD न्यूज पर शुरू हुए सुधीर चौधरी के नए शो ‘डीकोड विद सुधीर चौधरी’ को दर्शकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है।
15 मई 2025 को DD न्यूज पर शुरू हुए सुधीर चौधरी के नए शो ‘डीकोड विद सुधीर चौधरी’ को दर्शकों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला है। शो का पहला एपिसोड यूट्यूब पर रिलीज होते ही सिर्फ 24 घंटे में लगभग 10 लाख बार देखा गया।
यह आंकड़ा DD न्यूज के सामान्य डिजिटल दर्शकों से कई गुना ज्यादा है, जहां ज़्यादातर कार्यक्रमों को औसतन 500 के करीब व्यूज ही मिलते हैं।
पहले एपिसोड का विषय था– “
DD न्यूज में सुधीर चौधरी की यह एंट्री तब हुई है जब वह हाल ही में 'आजतक' छोड़ चुके हैं, जहां वह जुलाई 2022 से अप्रैल 2025 तक ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ नाम का शो करते थे। इससे पहले वे 'जी न्यूज' पर ‘डीएनए’ जैसे चर्चित शो से भी दर्शकों के बीच पहचाने जाते रहे हैं। DD न्यूज से उनका जुड़ना एक बड़े करार का हिस्सा है, जिसके जरिए सरकारी चैनल के प्राइम टाइम को फिर से मजबूत करने की कोशिश की जा रही है।
शो ‘डीकोड’ की इस सफलता से यह साफ होता है कि यदि कंटेंट दमदार हो और उसे पेश करने वाला भरोसेमंद हो, तो दर्शक किसी भी प्लेटफॉर्म पर आने को तैयार रहते हैं फिर चाहे वह सरकारी चैनल ही क्यों न हो।
यहां देखें वीडियो-
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुजरात के प्रमुख समाचार पत्र 'गुजरात समाचार' से जुड़े कारोबारी बाहुबली शाह को शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुजरात के प्रमुख समाचार पत्र 'गुजरात समाचार' से जुड़े कारोबारी बाहुबली शाह को शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है। बाहुबली शाह राज्य के प्रभावशाली मीडिया समूहों में से एक लोक प्रकाशन लिमिटेड के निदेशक हैं, जो न सिर्फ अखबार प्रकाशित करता है बल्कि GSTV नामक न्यूज चैनल भी संचालित करता है।
ED ने शाह से जुड़ी 15 से अधिक कंपनियों की जांच की और अलग-अलग परिसरों पर छापेमारी के बाद उन्हें हिरासत में लिया। गिरफ्तारी के बाद तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एजेंसी की ओर से अब तक इस कार्रवाई की आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है।
इस घटनाक्रम ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर मीडिया को दबाने के इरादे से केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।
कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “गुजरात समाचार को निशाना बनाना सिर्फ एक अख़बार नहीं, बल्कि लोकतंत्र की आवाज को दबाने की कोशिश है। जब सत्ता को आइना दिखाने वाले संस्थानों पर ताले लगाए जाते हैं, तो समझ लीजिए कि लोकतंत्र खतरे में है।”
गुजरात समाचार को खामोश करने की कोशिश सिर्फ एक अख़बार की नहीं, पूरे लोकतंत्र की आवाज़ दबाने की एक और साज़िश है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 16, 2025
जब सत्ता को आईना दिखाने वाले अख़बारों पर ताले लगाए जाते हैं, तब समझ लीजिए लोकतंत्र खतरे में है।
बाहुबली शाह की गिरफ्तारी डर की उसी राजनीति का हिस्सा है, जो अब मोदी…
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने भी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “गुजरात समाचार लगातार मोदी सरकार की आलोचना करता रहा है। बाहुबली शाह की गिरफ्तारी यह दर्शाती है कि सरकार स्वतंत्र मीडिया को अपने अनुसार चलाने के लिए दबाव बना रही है।”
The Gujarat Samachar is fearless in its critique of the Modi-led BJP regime. The ED arrest of owner Bahubali Shah is the BJP’s way of making independent media bend and toe the regime’s line.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) May 16, 2025
This also reeks of the BJP’s familiar modus operandi of using investigative agencies to…
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस कार्रवाई की निंदा करते हुए इसे भाजपा की हताशा करार दिया। उन्होंने कहा, “पिछले 48 घंटों में गुजरात समाचार और GSTV पर आयकर और ED की छापेमारी और अब शाह की गिरफ्तारी, ये सब यूं ही नहीं हुआ। यह भाजपा की तानाशाही प्रवृत्ति का प्रमाण है।”
बीते 48 घंटों में गुजरात समाचार और GSTV पर IT और ED के छापे, और फिर उनके मालिक बाहुबलीभाई शाह की गिरफ्तारी — ये सब एक इत्तेफाक नहीं है। ये बीजेपी की उस बौखलाहट का संकेत है, जो हर उस आवाज़ को खामोश करना चाहती है जो सच बोलती है, सवाल पूछती है। देश और गुजरात की जनता बहुत जल्द इस…
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) May 16, 2025
कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि 'गुजरात समाचार' बीते ढाई दशक से भाजपा की नीतियों की आलोचना करता रहा है और यही वजह है कि अब उसे और उसके मालिकों को निशाना बनाया जा रहा है।
गुजरात के सब से बड़े न्यूज़ पेपर "गुजरात समाचार" के मालिक तंत्री बाहुबली शाह की आज ED ने गिरफ्तारी की वह बेहद शर्मनाक है! हम गुजरात समाचार के साथ खडे है! पिछले 25 सालों से ईस अखबार ने मोदी शाह की नीतियों की जो धुलाई की है, उसका बदला लेने की भावना से ईस कृत्य को अंजाम दिया है! pic.twitter.com/b238VpK9Ko
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) May 15, 2025
इस पूरे मामले को लेकर अब निगाहें ED की अगली कार्रवाई और सरकार की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। मीडिया जगत और विपक्ष इसे प्रेस की आजादी पर सीधा हमला मान रहे हैं।
वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी (WBD) ने ऐलान किया है कि इस गर्मी में उसका प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म Max अब फिर से HBO Max के नाम से जाना जाएगा।
वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी (WBD) ने ऐलान किया है कि इस गर्मी में उसका प्रमुख स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म Max अब फिर से HBO Max के नाम से जाना जाएगा। यह जानकारी कंपनी ने अपने वित्तीय साल 2025 की पहली तिमाही के नतीजों के साथ साझा की है।
WBD ने कहा कि उसकी स्ट्रीमिंग सर्विस ने जबरदस्त रफ्तार पकड़ी है। पिछले दो सालों में उसने करीब 3 अरब डॉलर के नुकसान को मुनाफे में बदला है और पिछले एक साल में 2.2 करोड़ नए ग्राहक जोड़े हैं। कंपनी का लक्ष्य है कि 2026 के अंत तक यह आंकड़ा 15 करोड़ से ज्यादा तक पहुंचाया जाए।
WBD का कहना है कि यह सफलता रणनीति में बदलाव की वजह से आई है, लिहाजा अब फोकस ऐसे कंटेंट पर किया जा रहा है जो दर्शकों को सबसे ज्यादा पसंद आ रहा है, जैसे HBO शोज, हाल की हिट फिल्में, डॉक्यूमेंट्री सीरीज, कुछ खास रियलिटी शोज, Max और लोकल ओरिजिनल्स। वहीं दूसरी तरफ उन शैलियों पर ध्यान कम किया गया है जो न तो दर्शकों को जोड़ती हैं, न नए सब्सक्राइबर लाती हैं।
कंपनी ने यह भी कहा कि आज के दर्शक ज्यादा कंटेंट नहीं, बल्कि बेहतर कंटेंट चाहते हैं। इसी सोच के साथ अब HBO ब्रांड को फिर से स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के नाम में शामिल किया जा रहा है, जिससे दर्शकों को यह साफ़ संकेत मिले कि उन्हें यहां पर शानदार और खास क्वालिटी का कंटेंट मिलेगा।
WBD के CEO डेविड जासलव ने कहा, “हमारी स्ट्रीमिंग सर्विस की जबरदस्त ग्रोथ की नींव हमारी बेहतरीन प्रोग्रामिंग है। HBO एक ऐसा नाम है जो मीडिया में क्वालिटी का प्रतीक बन चुका है, और हम चाहते हैं कि आने वाले सालों में यह ग्रोथ और तेज हो।”
स्ट्रीमिंग बिजनेस के प्रेसिडेंट JB Perrette ने कहा कि कंपनी का मकसद हर किसी के लिए सब कुछ देने का नहीं, बल्कि परिवारों और वयस्क दर्शकों के लिए कुछ हटकर और शानदार देने का है।
HBO और Max कंटेंट के चेयरमैन केसी ब्लॉइज ने कहा, “आज हम जिस दिशा में बढ़ रहे हैं, उसमें HBO Max नाम हमारी सोच और दर्शकों के लिए किए वादे को बेहतर तरीके से दर्शाता है- ऐसा कंटेंट जो खास हो और जिसके लिए लोग वाकई में पैसा खर्च करना चाहें।”
‘हवास इंडिया’ (Havas India) की विशेष मीडिया डिवीजन ‘हवास मीडिया नेटवर्क इंडिया’ (Havas Media Network India) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है।
‘हवास इंडिया’ (Havas India) की विशेष मीडिया डिवीजन ‘हवास मीडिया नेटवर्क इंडिया’ (Havas Media Network India) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली इस खबर के मुताबिक, ‘हवास प्ले’ (Havas Play) के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर आर. वेंकटसुब्रमण्यम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। आर. वेंकटसुब्रमण्यन ने इस्तीफा क्यों दिया और उनका अगला कदम क्या होगा, फिलहाल इस बारे में पता नहीं चल सका है।
बता दें कि आर. वेंकटसुब्रमण्यन अपने दो कार्यकालों को मिलाकर हवास मीडिया इंडिया से एक दशक से ज्यादा समय से जुड़े हुए थे। यहां पहले वह हवास मीडिया इंडिया में प्रेजिडेंट (इन्वेस्टमेंट) के पद पर कार्यरत थे, जहां से करीब दो साल पहले उन्हें इस भूमिका के साथ-साथ ‘हवास प्ले’ (Havas Play) में मैनेजिंग डायरेक्टर की अतिरिक्ति जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी।
इसके बाद पिछले साल मई में प्रमोशन का तोहफा देते हुए उन्हें ‘हवास प्ले’ में चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के पद पर नई जिम्मेदारी दी गई थी। उनके मार्गदर्शन में हवास प्ले ने स्पोर्ट्स, कंटेंट और एंटरटेनमेंट डिवीजन में कई सफल आईपी (IPs) और पहलों (initiatives) दमदार प्रदर्शन किया है, जिससे अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में अग्रणी खिलाड़ी के रूप में इसकी स्थिति मजबूत हुई है।
हवास मीडिया से पहले वह करीब साढ़े छह साल तक ‘Initiative Media (India) Private Limited’ में सीनियर वाइस प्रेजिडेंट के पद पर भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं। इसके अलावा करीब एक साल तक ‘MPG’ में वाइस प्रेजिडेंट के तौर पर अपनी भूमिका निभाने के अलावा उससे पूर्व उन्होंने करीब दस साल तक ‘Lintas Media Group’ में एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट के तौर पर भी काम किया है।
प्रणय उपाध्याय इससे पहले ‘अमर उजाला’ (Amar Ujala) डिजिटल में बतौर सीनियर असिस्टेंट एडिटर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
पत्रकार प्रणय उपाध्याय ने अब ‘टीवी टुडे नेटवर्क’ (TV Today Network) के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। प्रणय उपाध्याय ने सोशल मीडिया पर खुद अपनी नई पारी के बारे में जानकारी शेयर की है। समाचार4मीडिया से बातचीत में प्रणय उपाध्याय ने बताया कि वह ‘इंडिया टुडे ग्लोबल’ और ‘आजतक’ में अहम भूमिका निभाएंगे।
बता दें कि प्रणय उपाध्याय इससे पहले ‘अमर उजाला’ (Amar Ujala) डिजिटल में बतौर सीनियर असिस्टेंट एडिटर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके अलावा पूर्व में वह ‘जी मीडिया’ (Zee Media) और ‘एबीपी नेटवर्क’ में भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
प्रणय उपाध्याय को मीडिया में काम करने का 20 साल से ज्यादा का अनुभव है। ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) के अलावा पूर्व में वह ‘नेटवर्क18’ (Network18), ‘न्यूज24’ (News24), ‘दैनिक जागरण’ (Dainik Jagran) और ‘नई दुनिया’ (NaiDunia) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
समाचार4मीडिया की ओर से प्रणय उपाध्याय को नई पारी की ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
संध्या देवनाथन फिलहाल ‘मेटा इंडिया’ (Meta India) में वाइस प्रेजिडेंट और हेड के पद पर अपनी भूमिका निभा रही हैं।
‘फेसबुक’ (Facebook) की पैरेंट कंपनी ‘मेटा’ (Meta) में संध्या देवनाथन को दक्षिण-पूर्व एशिया बिजनेस की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। यह बदलाव ऐसे समय में हुआ है, जब मेटा के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के प्रमुख ‘डैन नियरी’ (Dan Neary) ने 12 वर्षों की सेवा के बाद कंपनी छोड़ने का फैसला कर चुके हैं। संध्या देवनाथन फिलहाल ‘मेटा इंडिया’ (Meta India) में वाइस प्रेजिडेंट और हेड के पद पर अपनी भूमिका निभा रही हैं।
संध्या ने अपनी नई भूमिका की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘लिंक्डइन’ पर शेयर की है। उन्होंने बताया कि ‘बेन्जामिन जो’ (Benjamin Joe) इस साल जुलाई से मेटा के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के नए रीजनल वाइस प्रेजिडेंट बनेंगे। बेन्जामिन मेटा में 14 वर्षों से कार्यरत हैं और पिछले 12 वर्षों से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में लीडरशिप टीम के अहम सदस्य रहे हैं। वे डैन नियरी की जगह लेंगे, जो कुछ महीनों में कंपनी छोड़ रहे हैं।
संध्या ने कहा कि बेन्जामिन की नियुक्ति के बाद उन्हें भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया दोनों क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त जिम्मेदारियां संभालने का मौका मिला है।
‘मेटा’ ने बेन्जामिन जो को भी जुलाई से एशिया-प्रशांत क्षेत्र के रीजनल वाइस प्रेजिडेंट के रूप में पदोन्नत किया है। वे कंपनी के दक्षिण-पूर्व एशिया बिजनेस का नेतृत्व कर रहे हैं।
वहीं, डैन नियरी ने अपनी लिंक्डइन पोस्ट में कहा, ‘बेन और संध्या दोनों बेहतरीन लीडर हैं, जिनका रिकॉर्ड बहुत मजबूत है। मुझे पूरा विश्वास है कि वे अपने नेतृत्व में हमारे साझेदारों के लिए विकास और नवाचार को आगे बढ़ाएंगे और हमारे बिजनेस को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।