दस सदस्यीय कमेटी की अध्यक्षता ब्यूरो ऑफ आउटरीच कम्युनिकेशन के डायरेक्टर जनरल सत्येंद्र प्रकाश कर रहे हैं। जल्द ही सरकार को सौंपी जाएगी ये रिपोर्ट
’भारतीय सूचना सेवा‘ (Indian Information Service) में पुनर्गठन की कवायद चल रही है। इसके लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया है। न्यूज पोर्टल ‘द प्रिंट’ (The Print) में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, इस बारे में कमेटी ने अपनी कुछ सिफारिशें तैयार की हैं। इसमें ‘भारतीय सूचना सेवा’ का दायरा और बढ़ाकर दोगुने से ज्यादा करने, टॉप लेवल पर नई पोस्ट तैयार करने, विभिन्न मंत्रालयों में भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों की पोस्टिंग करने और न्यू मीडिया विंग्स स्थापित करने जैसी सिफारिशें शामिल हैं।
‘ब्यूरो ऑफ आउटरीच कम्युनिकेशन’ (BOC) के डायरेक्टर जनरल सत्येंद्र प्रकाश की अध्यक्षता में गठित ‘Cadre Review and Restructuring Committee’ (CRRC) में 10 सदस्य शामिल हैं। बताया जाता है कि कमेटी की ओर से जल्दी ही इन सिफारिशों को लेकर सरकार के समक्ष विस्तृत रिपोर्ट पेश की जाएगी। बता दें कि ब्यूरो ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन, सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) के तहत काम करने वाली मीडिया यूनिट है, जबकि भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों का चयन केंद्रीय लोक सेवा आयोग (UPSC) की ओर से आयोजित सिविल सर्विसेज परीक्षा के तहत किया जाता है। भारतीय सूचना सेवा सरकारी कम्युनिकेशन का प्रमुख आधार है और यह सरकार व मीडिया के बीच महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
नई मीडिया विंग्स (New Media Wings): कमेटी ने भारतीय सूचना सेवा में वर्तमान में 971 पदों के विपरीत इनकी संख्या बढ़ाकर 2244 करने का सुझाव रखा है, ताकि कम्युनिकेशन नेटवर्क को और बढ़ाया जा सके। इसके साथ ही आईआईएस अधिकारियों के शीर्ष पदों में बढ़ोतरी की भी सिफारिश की गई है। इनमें प्रिंसिपल डायरेक्टर जनरल लेवल की दो अतिरिक्त पोस्ट के अलावा डायरेक्टर जनरल लेवल की 4 पोस्ट और एडिशनल डायरेक्टर जनरल लेवल की 56 पोस्ट क्रिएट करने की सिफारिश भी शामिल है।
इन सिफारिशों में कहा गया है कि 150 पोस्ट रिजर्व रखी जानी चाहिए, जो वर्तमान में नहीं है जबकि, ‘कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग’ की गाइडलाइंस के अनुसार ऐसा करना आवश्यक है। इन सिफारिशों में ग्रुप ए कैडर की लगभग आठ प्रतिशत पोस्ट को ट्रेनिंग, प्रोबेशन, डेपुटेशन और छुट्टी आदि के लिए रिजर्व रखा गया है, जबकि बी कैडर में यह संख्या पांच प्रतिशत रखी गई है।
कमेटी ने ‘Directorate General of Media Research and Training’ (DGMRT) के नाम से एक विंग गठित करने की सिफारिश भी की है। यह भी कहा गया है कि इस समय काम कर रही मीडिया यूनिट ‘Electronic Media Monitoring Centre’ (EMMC) और ‘New Media Wing’ (NMW) को आपस में मिला देना चाहिए और इसे ‘DGMRT’ के तहत ले आना चाहिए। नई विंग मीडिया, सोशल मीडिया, फीडबैक और रिसर्च की मॉनीटरिंग के साथ ही उसका विश्लेषण भी करेगी। इस समय ’ EMMC’ टीवी चैनल्स की मॉनीटरिंग करती है कि वे प्रोग्राम और एडवर्टाइजिंग के लिए तय नियमों का पालन कर रहे हैं अथवा नहीं, वहीं ‘NMW’ सोशल मीडिया के विश्लेषण का काम देखती है।
इस रिपोर्ट में ‘डायरेक्टरेट जनरल ऑफ न्यूज’ (Directorate General of News) के नाम से एक और विंग प्रस्तावित की गई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इसे पब्लिक ब्रॉडकास्टर ‘प्रसार भारती’ के तहत लाना चाहिए जो ‘ऑल इंडिया रेडियो’ (AIR) और ‘दूरदर्शन’ (DD) की न्यूज डिवीजन की देखरेख करेगी। रिपोर्ट के अनुसार, दोनों विंग- ‘DGMRT’ और ‘Directorate General of News’ की कमान प्रिंसिपल डायरेक्टर जनरल लेवल के ऑफिसर के हाथ में दी जानी चाहिए। कमेटी की सिफारिशों में फिल्म संबंधी कार्यों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए डीजी रैंक के अफसर के नेतृत्व में ‘डायरेक्टरेट जनरल ऑफ फिल्म्स’ (Directorate General of Films) के नाम से एक और विंग बनाने की बात कही गई है।
युवा वर्ग में डिजिटल को बढ़ावा देना (Digital push to reach out to population under 35): देश की दो तिहाई जनसंख्या 35 साल से कम उम्र वालों की है। ऐसे में इस आयुवर्ग के लोगों के बीच ज्यादा से ज्यादा पहुंच बढ़ाने के लिए कमेटी ने डिजिटल को ज्यादा बढ़ावा देने की बात अपनी सिफारिशों में शामिल की है। कमेटी का कहना है कि सरकार को कम्युनिकेशन के लिए पुराने तरीकों से अलग हटकर काम करना चाहिए। ‘भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण’ (TRAI) के डाटा का उल्लेख करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में इंटरनेट सबस्क्राइबर्स की संख्या वर्ष 2007 में 40 मिलियन से बढ़कर वर्ष 2019 में 665 मिलियन हो गई है और यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इंटरनेट यूजर बेस बन चुका है।
मीडिया कंटेंट की शिकायत की जांच आईआईएस को करनी चाहिए (Media content complaint redressal to be handled by IIS): रिपोर्ट में सिफारिश की गई है कि मीडिया कंटेंट संबंधी शिकायतों की जांच करने वाली ‘स्क्रूटनी कमेटी’ (Scrutiny Committee) और ‘इंटर मिनिस्ट्रियल कमेटी’ (Inter-Ministerial Committee) को नई विंग ‘DG Content Complaint Redressal’ में शामिल करना चाहिए। इसे ‘DGMRT’ के तहत लाया जाना चाहिए। यह भी कहा गया है कि ‘DGMRT’ के तहत इस नई विंग को ‘Secretariat of the Committee’ की भूमिका निभानी चाहिए। इसका काम एडवर्टाइजिंग कंटेंट पर नजर रखने के लिए ‘बीओसी’ में गठित ‘Committee for Content Regulation in Government Advertising’ (CCRGA) के लिए होना चाहिए।
‘पीआईबी और आरएनआई के नाम में बदलाव’ (Renaming PIB, RNI): रिपोर्ट में यह भी सिफारिश की गई है कि ‘प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो’ (PIB) का नाम बदलकर ‘डायरेक्टर जनरल ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन’ (Directorate General of Media and Communication) और ‘बीओसी’ का नाम बदलकर ‘डायरेक्टरेट जनरल ऑफ आउटरीच एंड कम्युनिकेशन’(Directorate General of Outreach and Communication) कर देना चाहिए। इसके साथ ही ‘रजिस्ट्रार ऑफ न्यूजपेपर्स फॉर इंडिया’ (RNI) का नाम बदलकर ‘डायरेक्टरेट जनरल ऑफ रजिस्ट्रेशन एंड लाइसेंसिग’ (DGRL) करने की सिफारिश की गई है। ‘RNI’ की भूमिका को बढ़ाकर मल्टीपल सिस्टम ऑपरेटर्स की लाइसेंसिंग तक करने के लिए कहा गया है।
प्रत्येक मंत्रालय में कम्युनिकेशन डिवीजन (Communication division in every ministry): इस कमेटी की रिपोर्ट में यह सिफारिश भी की गई है कि भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों को निश्चित समय सीमा के लिए ‘प्रसार भारती’ में तैनात करना चाहिए, जहां उन्हें संस्थान का हिस्सा माना जाना चाहिए। अभी तक भारतीय सूचना सेवा के अधिकारी सिर्फ ‘AIR’ और ‘DD’ में तैनात किए जाते हैं। कमेटी की सिफारिशों के अनुसार, भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों को चरणबद्ध तरीके से मंत्रालयों में तैनात किया जाना चाहिए और प्रत्येक मंत्रालय में एक कम्युनिकेशन डिवीजन बनाई जानी चाहिए। रिपोर्ट में भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों की ‘सूचना प्रसारण मंत्रालय’ (MIB) की कैडर कंट्रोल विंग में तैनाती की सिफारिश भी की गई है।
कमेटी ने रेवेन्यू, कस्टम, रेलवे और पोस्टल की तर्ज पर इंडियन इंफॉर्मेशन सर्विस बोर्ड अथवा इंफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन बोर्ड गठित करने की सिफारिश भी की है। रिपोर्ट के अनुसार, इस बोर्ड को ही ग्रुप ए और बी के आईआईएस अधिकारियों की पोस्टिंग और ट्रांसफर की जिम्मेदारी भी दी जानी चाहिए। इसके अलावा सूचन-प्रसारण मंत्रालय में पॉलिसी तय करने वाले पदों पर भी आईआईएस अधिकारियों को शामिल करने की सिफारिश इस रिपोर्ट में की गई है।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ED की ओर से छत्तीसगढ़ समेत अलग-अलग राज्यों के कई शहरों में बड़े पैमाने पर जांच की कार्यवाही की जा रही है
केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय यानी ED की ओर से छत्तीसगढ़ समेत अलग-अलग राज्यों के कई शहरों में बड़े पैमाने पर जांच की कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में ED ने छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, विशाखापत्तनम, कोलकाता समेत कुल 26 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया है।
बता दें कि ED द्वारा यह कार्रवाई कोयला तस्करी और सरकारी अधिकारियों द्वारा नीलामी प्रक्रिया को प्रभावित करने के मामले में की जा रही है और महत्वपूर्ण दस्तावेजों की तलाश की जा रही है। इस कड़ी में ED अब छत्तीसगढ़ जनसंपर्क आयुक्त दीपांशु काबरा तक भी पहुंच गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मंगलवार को ED की एक टीम छत्तीसगढ़ जनसंपर्क आयुक्त दीपांशु काबराके भिलाई सेक्टर 9 और रायपुर निवास पर भी जांच के लिए पहुंची है।
काबरा 1997 बैच के आइपीएस ऑफिसर हैं और वह छत्तीसगढ़ में जनसंपर्क विभाग के आयुक्त होने के साथ वह परिवहन विभाग के आयुक्त भी हैं। वह छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के बेहद ही करीबी माने जाते हैं।
लोकसभा सांसद राहुल शेवाले एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स (enba) की जूरी पैनल में शामिल हो गए हैं।
लोकसभा सांसद राहुल शेवाले एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स (enba) की जूरी पैनल में शामिल हो गए हैं। शेवाले शिवसेना पार्टी से हैं और मुंबई दक्षिण मध्य निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य हैं। वह बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की स्थायी समिति के चार बार अध्यक्ष रह चुके हैं। यह मुंबई शहर का नगर निगम है, जहां उन्होंने 2010 से 2014 तक पदभार संभाला था।
शेवाले ने मार्केट एंड गार्डन कमेटी (Market and Garden Committee) और वार्ड कमेटी (Ward Committee) का भी नेतृत्व किया है और लॉ कमेटी के सदस्य भी रहे हैं। वह 2004 के विधानसभा चुनाव के दौरान ट्रॉम्बे विधानसभा सीट से शिवसेना के उम्मीदवार थे, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार से हार गए थे। शेवाले ने रवींद्र वायकर के साथ मिलकर सबसे अधिक बार बीएमसी स्थायी समिति का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने का रिकॉर्ड बनाया है।
गौरतलब है कि वर्ष 2008 में एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप द्वारा enba को शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य टीवी न्यूज में सर्वश्रेष्ठ शख्सियतों को पहचानना और भारत में टीवी ब्रॉडकास्ट के भविष्य को आकार देने के लिए इंडस्ट्री के जिम्मेदार व्यक्तियों को पुरस्कृत करना है। इस वर्ष enba अपने 15वें संस्करण में है और जूरी का नेतृत्व सीनियर ब्यूरोक्रेट और भारत के पूर्व चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा करेंगे।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।‘भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड’ (सेबी) के चेयरमैन के रूप में कार्य कर चुके हैं यूके सिन्हा
‘एनडीटीवी’ (NDTV) ने यूके सिन्हा और दीपाली गोयनका को इंडिपेंडेट डायरेक्टर के पद पर नियुक्त किया है। इस पद पर उनकी नियुक्ति दो साल के लिए की गई है और यह 27 मार्च 2023 से प्रभावी होगी।
उनकी यह नियुक्ति नामांकन और पारिश्रमिक समिति की सिफारिशों के आधार पर की गई है और यह शेयरधारकों व सूचना-प्रसारण मंत्रालय के अनुमोदन के अधीन होगी। यूके सिन्हा को एनडीटीवी के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष (Non-Executive Chairperson) के रूप में भी नामित किया गया है।
बता दें कि यूके सिन्हा वर्ष 2011 से 2017 तक ‘भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड’ (सेबी) के चेयरमैन के रूप में कार्य कर चुके हैं। उन्हें अपने कार्यकाल में सेबी को टेकओवर कोड, विदेशी पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स और वैकल्पिक निवेश फंड जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण नियामक संशोधन लाने का श्रेय दिया जाता है।
वहीं, दीपाली गोयनका ‘वेलस्पन इंडिया लिमिटेड’ (Welspun India Limited) में चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर हैं।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।‘द एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैगजींस’ (AIM) के प्रमुख इवेंट ‘इंडियन मैगजीन कांग्रेस’ (IMC) का आयोजन नई दिल्ली के 'दि ओबेरॉय' होटल में 24 मार्च को आयोजित किया गया।
देश में पत्रिकाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले ‘द एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैगजींस’ (AIM) के प्रमुख इवेंट ‘इंडियन मैगजीन कांग्रेस’ (IMC) का आयोजन नई दिल्ली के 'दि ओबेरॉय' होटल में 24 मार्च को आयोजित किया गया।
बता दें कि मैगजीन पब्लिशिंग इंडस्ट्री से जुड़े तमाम लोगों को एक मंच पर लाने के लिए वर्ष 2006 में इस आयोजन की शुरुआत हुई थी, जिसमें एडिटर्स, पब्लिशर्स, मीडिया संस्थानों के डिजिटल हेड्स, पॉलिसीमेकर्स, मीडिया संस्थानों के मालिक, मार्केटर्स, मीडिया प्लानर्स के साथ ही रिसर्चर और इंडस्ट्री से जुड़े विश्लेषक शामिल होते हैं। यह इस आयोजन का 12वां एडिशन है।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व वायनाड के पूर्व लोकसभा सांसद राहुल गांधी को जब से अयोग्य घोषित किया गया है, उसके बाद से तो कांग्रेस पार्टी पूरी उग्र तेवर अपनाए हुए है
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष व वायनाड के पूर्व लोकसभा सांसद राहुल गांधी को जब से अयोग्य घोषित किया गया है, उसके बाद से तो कांग्रेस पार्टी पूरी उग्र तेवर अपनाए हुए है। कांग्रेस पार्टी इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी पर लगातार निशाना साध रही है, साथ ही पार्टी के नेता और कार्यकर्ता जगह-जगह प्रदर्शन भी कर रहे हैं। इसी सिलसिले में मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने रविवार को ग्वालियर में पत्रकारों से चर्चा की। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उम्र संबंधी सवाल पूछने पर वह एक पत्रकार पर भड़क गए और दोनों लोगों के बीच बहस हो गई।
पत्रकार ने दिग्विजय सिंह से मध्य प्रदेश में उम्रदराज कांग्रेस नेताओं के बारे में पूछा था। पत्रकार ने पूछा था कि कांग्रेस में युवा नेता पार्टी से नाराज चल रहे हैं, क्योंकि उन्हें मौका नहीं मिल रहा है। क्या जो बुजुर्ग नेता 75 साल के हो चुके हैं, उनके चेहरों पर आप चुनाव जीत लेंगे? बस इसी सवाल पर दिग्विजय सिंह गुस्से में आग बबूला हो गए और अचानक भड़क गए। उन्होंने बीजेपी नेताओं की उम्र पर को लेकर उल्टा सवाल पत्रकार से कर दिया।
पत्रकार के सवाल पर भड़कते हुए उन्होंने कहा कि क्या दिग्विजय सिंह बैशाखी पर चल रहा है। यह सवाल आप बीजेपी से क्यों नहीं पूछते। क्या बीजेपी में शिवराज सिंह चौहान और नरेन्द्र मोदी जी युवा हैं? क्या दोनों बुजुर्ग नहीं हैं। इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने पत्रकार पर भड़कते हुए कहा कि आप बेहूदा सवाल पूछ रहे हैं। आप टीवी संस्थान का नाम बदनाम कर रहे हैं। आप मोदी जी से प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए क्यों नहीं कहते हैं।
#Watch: कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह रविवार को ग्वालियर में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में एक पत्रकार के सवाल पर भड़क गए। पत्रकार ने उनसे पूछा था कि क्या जो बुजुर्ग नेता 75 साल के हो चुके हैं उनके चेहरों पर आप चुनाव जीत लेंगे।#digvijayasingh #Gwalior #MadhyaPradesh pic.twitter.com/j54xAUlj1s
— Hindustan (@Live_Hindustan) March 26, 2023
बता दें कि इससे पहले 'मोदी सरनेम' को लेकर मानहानि के मामले में सजा सुनाए जाने के बाद लोकसभा से अपनी अयोग्यता पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने शनिवार को उस पत्रकार पर अपना आपा खो बैठे, जो पिछले दस सालों से कांग्रेस कवर कर रहा है। उन्होंने न्यूज18 के पत्रकार को न केवल पाठ पढ़ाने की कोशिश की, बल्कि उन्हें भाजपा का एजेंट तक बता दिया था और उन्हें 'बेहतर पत्रकार' बनने की सलाह भी दी।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।
आउट ऑफ होम (OOH) मीडिया सेवाएं मुहैया कराने के कारोबार में जुटी ब्राइट आउटडोर मीडिया लिमिटेड शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (SME एक्सचेंज) पर सूचीबद्ध हो गई
आउट ऑफ होम (OOH) मीडिया सेवाएं मुहैया कराने के कारोबार में जुटी ब्राइट आउटडोर मीडिया लिमिटेड (Bright Outdoor Media Ltd) शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (SME एक्सचेंज) पर सूचीबद्ध हो गई।
यह स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने वाली भारत की पहली आउटडोर मीडिया कंपनी है।
इस मौके पर कंपनी ने कहा, ‘आईपीओ ने लॉन्च के दिन यानी शुक्रवार, 24 मार्च को बेहतरीन तरीके से लिस्टिंग दर्ज की। शेयर ने अपर सर्किट पर भी कारोबार किया।’
बेल रिंगिंग समारोह में सीनियर पॉलीटिकल लीडर्स, फिल्म एक्टर्स और कॉरपोरेट जगत की प्रसिद्ध हस्तियों शामिल रहीं।
इससे पहले, कंपनी ने यह जानकारी दी थी कि 55.48 करोड़ रुपए जुटाने के लिए उसके आईपीओ को बेहतरीन रिस्पॉन्स मिला है। मार्केट की अस्थिरता के बावजूद इसे 1.27 गुना ज्यादा सब्सक्राइब किया गया, जबकि रिटेल कैटेगरी में 1.15 गुना सब्सक्रिप्शन देखा गया, तो वहीं NII कैटेगरी ने 1.39 गुना बिड्स मिलीं।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।इससे पहले ‘स्टार इंडिया’ (Star India) में एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट और हेड (Key Accounts) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे पीयूष गोयल
मल्टीप्लेटफॉर्म कंटेंट एसेट मोनिटाइजेशन कंपनी ‘इंडियाकास्ट’ (IndiaCast) ने पीषूष गोयल को चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) के पद पर नियुक्त किया है। अपने 20 साल से ज्यादा के करियर में पीयूष गोयल ‘स्टार टीवी’ (Star TV), ‘नेटवर्क18‘ (Network18), ‘एनडीटीवी’ (NDTV) और ‘डेन नेटवर्क्स’ (DEN Networks) जैसी जानी-मानी मीडिया कंपनियों में काम कर चुके हैं।
पीयूष गोयल ‘इंडियाकास्ट’ से पहले ‘स्टार इंडिया’ (Star India) में एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट और हेड (Key Accounts) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। जहां उन्होंने तमाम प्रमुख मल्टीसिस्टम ऑपरेटर्स (multi system operators) और डीटीएच (direct-to-home) प्लेयर्स के साथ डील किया।
अपनी नई भूमिका में पीयूष गोयल अब ‘नेटवर्क18’ समूह के टीवी न्यूज, एंटरटेनमेंट और स्पोर्ट्स बिजनेस के संचालन प्रमुखों (ऑपरेटिंग हेड्स) के साथ मिलकर काम करेंगे। वह ‘नेटवर्क18’ के मैनेजिंग डायरेक्टर राहुल जोशी को रिपोर्ट करेंगे।
अपनी नियुक्ति के बारे में पीयूष गोयल का कहना है, ‘इंडियाकास्ट से जुड़कर इसका विस्तार करने को लेकर मैं बेहद रोमांचित हूं। इंडियाकास्ट में 10 साल बाद मेरे लिए घर वापसी हो रही है। मीडिया इंडस्ट्री में लगातार बदलते परिदृश्य के साथ सबसे तेजी से बढ़ते इस मीडिया समूह का हिस्सा बनने का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता था।’
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने नई दिल्ली में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में तमाम पत्रकारों को रामनाथ गोयका अवॉर्ड से किया सम्मानित
पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बुधवार को प्रतिष्ठित रामनाथ गोयका अवॉर्ड्स दिए गए। देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के मुख्य आतिथ्य में नई दिल्ली में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में विजेता पत्रकारों को ये अवॉर्ड्स दिए गए। इनमें प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया तीनों के पत्रकार शामिल थे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने पत्रकारिता के पेशे की काफी सराहना की। उनका कहना था, ‘यदि लोकतंत्र को बनाए रखना है तो उसके लिए पत्रकारिता को पूर्ण स्वतंत्रता देना जरूरी है। वहीं, पत्रकारों के लिए निष्पक्षता के मानकों को बनाए रखना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है।’
यह भी पढ़ें: इन पत्रकारों को मिला प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवॉर्ड, देखें पूरी लिस्ट
फेक न्यूज को समाज के लिए गंभीर खतरा बताते हुए चीफ जस्टिस का यह भी कहना था कि फेक न्यूज में समुदायों के बीच तनाव पैदा करने की क्षमता होती है, इसलिए सच्चाई और झूठ के बीच की खाई को ठीक करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए एक व्यापक फैक्ट चेकिंग मैकेनिज्म पहले होना चाहिए।
इसके साथ ही चीफ जस्टिस का यह भी कहना था, ‘मैं उन रिपोर्ट्स की गहराई से बेहद प्रभावित हूं, जिनमें हमारे देश के रिपोर्टर्स जुटे हुए हैं। जो पत्रकार आज नहीं जीते हैं, उनके लिए मैं यही कहना चाहता हूं कि आप जीवन के खेल में किसी विजेता से कम नहीं हैं, क्योंकि आपका पेशा एक महान पेशा है।’
अपने संबोधन में कानून और पत्रकारिता दोनों की बात करते हुए चीफ जस्टिस का यह भी कहना था, ‘पत्रकार और वकील (या न्यायाधीश, जैसा कि मेरे मामले में है) कुछ मामलों में एक जैसे होते हैं। निस्संदेह, दोनों प्रोफेशन के लोग इस बात पर दृढ़ विश्वास रखते हैं कि कलम तलवार से अधिक शक्तिशाली होती है। लेकिन, वे अपने पेशे के आधार पर नापसंद किए जाने के व्यावसायिक खतरे को भी शेयर करते हैं। दोनों प्रोफेशन के मेंबर्स अपने दैनिक कार्यों में लगे रहते हैं और उम्मीद करते हैं कि एक दिन उनके पेशे की प्रतिष्ठा में बदलाव आएगा।’
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के मुख्य आतिथ्य में नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में वर्ष 2019 और 2020 के विजेताओं को एक साथ सम्मानित किया गया।
पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हर साल दिए जाने वाले प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवॉर्ड्स की घोषणा कर दी गई है। देश के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के मुख्य आतिथ्य में नई दिल्ली में बुधवार को आयोजित एक कार्यक्रम में विजेता पत्रकारों को ये अवॉर्ड्स दिए गए। इनमें प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया तीनों के पत्रकार शामिल थे।
आपको बता दें कि कोराना महामारी के कारण तीन साल बाद इस अवॉर्ड समारोह का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में वर्ष 2019 और 2020 के विजेताओं को एक साथ सम्मानित किया गया। दरअसल, वर्ष 2019 के विजेताओं की घोषणा तो पहले ही कर दी गई थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण उन्हें व्यक्तिगत रूप से सम्मानित नहीं किया जा सका था। ऐसे में कुल मिलाकर दो सालों के 43 विजेताओं को इस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
गौरतलब है कि रामनाथ गोयनका अवॉर्ड्स की शुरुआत ‘एक्सप्रेस’ समूह ने अपने संस्थापक रामनाथ गोयनका के जन्मशताब्दी वर्ष पर हुए समारोहों के दौरान वर्ष 2006 में की थी। इस पुरस्कार का मकसद पत्रकारिता में उत्कृष्टता, साहस और प्रतिबद्धता की पहचान करना और देश भर के पत्रकारों के असाधारण योगदान को सबके सामने लाना है। इस अवॉर्ड के तहत प्रत्येक विजेता को एक ट्रॉफी और एक लाख रुपए दिए जाते हैं।
इस एडिशन के लिए विजेताओं का चुनाव करने के लिए जो जूरी गठित की गई थी, उसमें जस्टिस बीएन श्रीकृष्ण (सेवानिवृत्त), ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के फाउंडिंग वाइस चांसलर और डीन प्रो. (डॉ.) सी राज कुमार, पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाई कुरैशी और भोपाल स्थित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता और संचार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. के जी सुरेश शामिल थे।
विजेताओं की पूरी सूची आप यहां देख सकते हैं-
हिंदी, 2019
प्रिंट- आनंद चौधरी, दैनिक भास्कर
ब्रॉडकास्ट- सुशील महापात्रा
क्षेत्रीय भाषा, 2019
प्रिंट- अनिकेत वसंत साठे, लोकसत्ता
ब्रॉडकास्ट- सुनील बेबी, मीडिया वन टीवी
हिंदी, 2020
प्रिंट- ज्योति यादव और बिस्मि तास्किन
ब्रॉडकास्ट- आशुतोष मिश्रा, आजतक
क्षेत्रीय भाषा, 2020
प्रिंट- श्री लक्ष्मी एम और रोज मारिया विंसेंट, मातृभूमि डॉट कॉम
ब्रॉडकास्ट- श्रीकांत बांगले, बीबीसी न्यूज, मराठी
पॉलिटिक्स एंड गवर्मेंट कैटेगरी, 2019
प्रिंट- धीरज मिश्रा, द वायर
ब्रॉडकास्ट- सिमी पाशा, द वायर
रिपोर्टिंग ऑन पॉलिटिक्स एंड गवर्नमेंट, 2020
ब्रॉडकास्ट- बिपाशा मुखर्जी, इंडिया टुडे टीवी
अनकवरिंग इंडिया इनविजिबल, 2019
प्रिंट- शिव सहाय सिंह, द हिंदू
ब्रॉडकास्ट- त्रिदिप के मंडल, द क्विंट
अनकवरिंग इंडिया इनविजिबल, 2020
प्रिंट- थॉमसन रॉयटर्स
ब्रॉडकास्ट- संजय नंदन, एबीपी नेटवर्क
एनवायरमेंट, साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिपोर्टिंग, 2019
प्रिंट- टीम परी
ब्रॉडकास्ट- टीम, स्क्रॉल डॉट इन
एनवायरमेंट, साइंस एंड टेक्नोलॉजी रिपोर्टिंग, 2020
प्रिंट- मनीष मिश्रा, अमर उजाला
ब्रॉडकास्ट- फे डी-सूजा और अरुण रंगास्वामी, फ्री मीडिया इंटरएक्टिव
बिजनेस एंड इकॉनॉमिक जर्नलिज्म, 2019
प्रिंट- सुमंत बैनर्जी, बिजनेस टुडे
ब्रॉडकास्ट- आयुषी जिंदल, इंडिया टुडे टीवी
बिजनेस एंड इकॉनॉमिक जर्नलिज्म, 2020
प्रिंट- ओमकार खांडेकर, एचटी-मिंट
इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग, 2019
प्रिंट- कुनैन शरीफ एम, इंडियन एक्सप्रेस
ब्रॉडकास्ट- एस महेश कुमार, मनोरमा न्यूज
इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग, 2020
प्रिंट- तनुश्री पांडे, इंडिया टुडे
ब्रॉडकास्ट- मिलन शर्मा, इंडिया टुडे टीवी
फॉरेन कॉरपोंडेंट कवरिंग इंडिया, 2020
जोएना स्लेटर, द वाशिंगटन पोस्ट
स्पोर्ट्स जर्नलिज्म, 2019
प्रिंट- निहाल कोशी, इंडियन एक्सप्रेस
ब्रॉडकास्ट- टीम न्यूज एक्स
स्पोर्ट्स जर्नलिज्म, 2020
प्रिंट- मिहिर वसावड़ा, इंडियन एक्सप्रेस
ब्रॉडकास्ट- अजय सिंह, एनडीटीवी इंडिया
रिपोर्टिंग ऑन आर्ट्स, कल्चर एंड एंटरटेनमेंट 2020
प्रिंट- तोरा अग्रवाल
सिविक जर्नलिज्म, 2019
प्रिंट- चैतन्य मरपकवार, मुंबई मिरर
सिविक जर्नलिज्म, 2020
प्रिंट- शेख अतीक राशिद, इंडियन एक्सप्रेस
फोटो जर्नलिज्म, 2019
जीशान अकबर लतीफ, द कैरवन
फोटो जर्नलिज्म, 2020
तरुण रावत, टाइम्स ऑफ इंडिया
बुक्स (नॉन फिक्शन) 2019
अरुण मोहन कुमार, पेंग्विन रैंडम हाउस, इंडिया
बुक्स (नॉन फिक्शन) 2020
त्रिपुदमन सिंह, पेंग्विन रैंडम हाउस, इंडिया
निखिल गांधी ने ‘एमएक्स प्लेयर’ को अगस्त 2021 में जॉइन किया था। इससे पहले वह ‘टिकटॉक’ के हेड (मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, तुर्की और साउथ एशिया) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘एमएक्स प्लेयर’ (MX Player) के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) निखिल गांधी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस बारे में ‘एमएक्स प्लेयर’ द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, निखिल गांधी ने अन्य हितों के मद्देनजर एमएक्स प्लेयर में सीओओ पद छोड़ने का फैसला लिया है।
कंपनी की ओर से कहा गया है कि नोटिस पीरियड के दौरान निखिल गांधी निर्बाध परिवर्तन सुनिश्चित कर रहे हैं। इस दौरान निखिल गांधी ने एमएक्स प्लेयर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी करण बेदी के साथ मिलकर काम किया और कंपनी को आगे बढ़ाने में अपना बहुमूल्य योगदान दिया।
‘एमएक्स प्लेयर’ के सीईओ करण बेदी का कहना है, ‘कंपनी आज काफी मजबूत स्थिति में है, इसके लिए निखिल गांधी के योगदान को धन्यवाद। हमें पूरा विश्वास है कि हमारी टीम, मूल्यों और प्रतिभाओं का विस्तार करती रहेगी, व्यापार तालमेल में सुधार करेगी और अधिक मूल्यवान संगठनात्मक इकाई बनाएगी। हम निखिल के नेतृत्व और एमएक्स प्लेयर के विकास और सफलता में सार्थक योगदान के लिए निखिल को धन्यवाद देते हैं और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।’
वहीं, निखिल गांधी का कहना है, ‘एमएक्स प्लेयर में मेरे कार्यकाल के दौरान हमने जो कुछ हासिल किया है, उस पर मुझे गर्व है। मैं करण और उस असाधारण टीम का विशेष रूप से आभारी हूं, जिन्होंने मेरे साथ मिलकर नई ऊंचाई हासिल की और यूजर्स व स्टेकहोल्डर्स के लिए काफी प्रभावशाली अनुभव दिए।’
बता दें कि निखिल गांधी की खबर उस समय सामने आई है, जब इस ओटीटी प्लेटफॉर्म की पैरेंट कंपनी ‘टाइम्स इंटरनेट’ (Times Internet) को लेकर चर्चा है कि वह जानी-मानी ई-कॉमर्स कंपनी ‘एमेजॉन’ (Amazon) को ‘एमएक्स प्लेयर’ बेचने की तैयारी में है। बिक्री से होने वाली आय से करण बेदी को काफी फायदा होने की संभावना है। हालांकि, यह कितना और क्या होगा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी इसका लाभ मिलेगा, फिलहाल इसका पता नहीं चल सका है।
निखिल गांधी ने ‘एमएक्स प्लेयर’ को अगस्त 2021 में जॉइन किया था। इससे पहले वह ‘टिकटॉक’ के हेड (मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, तुर्की और साउथ एशिया) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे, जहां से उन्होंने मई 2021 में इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अक्टूबर 2019 में ‘टिकटॉक’ के इंडिया और साउथ एशिया हेड के रूप में जॉइन किया था।
आपको यह भी बता दें कि एमेजॉन यदि एमएक्स प्लेयर का अधिग्रहण करती है तो इस हाई प्रोफाइल डील से भारत के ओटीटी मार्केट में चल रही प्रतिस्पर्धा में और तेजी आ सकती है।सूत्रों के अनुसार, ‘यह डील करीब 100 मिलियन डॉलर की होगी और यह उस रकम से 40 मिलियन डॉलर कम है, जो टाइम्स इंटरनेट ने एमएक्स प्लेयर के अधिग्रहण के समय निवेश की थी।’
हालांकि, यदि यह डील वास्तव में परवान चढ़ती है तो उपभोक्ता अधिग्रहण (consumer acquisition) के मामले में एमेजॉन प्राइम वीडियो चार गुना बड़ा हो जाएगा। भारत में एमेजॉन के इस समय अनुमानित 28 मिलियन यूजर्स हैं, जबकि एमएक्स प्लेयर के करीब 78 मिलियन यूजर्स हैं।
समाचार4मीडिया की नवीनतम खबरें अब आपको हमारे नए वॉट्सऐप नंबर (9958894163) से मिलेंगी। हमारी इस सेवा को सुचारु रूप से जारी रखने के लिए इस नंबर को आप अपनी कॉन्टैक्ट लिस्ट में सेव करें।