नागालैंड के लोकसभा सांसद सुपोंगमेरेन जामिर ने राज्य के सार्वजनिक प्रसारण संस्थानों में गहरी प्रशासनिक और संचालन संबंधी समस्याओं को लेकर गंभीर चिंता जताई है।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
नागालैंड के लोकसभा सांसद सुपोंगमेरेन जामिर ने राज्य के सार्वजनिक प्रसारण संस्थानों में गहरी प्रशासनिक और संचालन संबंधी समस्याओं को लेकर गंभीर चिंता जताई है।
1 दिसंबर 2025 को सांसद ने लोकसभा के नियम 377 के तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को बताया कि कोहिमा स्थित आकाशवाणी केंद्र और दूरदर्शन केंद्र में स्टाफ की भारी कमी और पूर्णकालिक नेतृत्व की अनुपस्थिति है।
सांसद द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार:
आकाशवाणी केंद्र कोहिमा: कुल 260 पदों में से केवल 90 भरे हैं, यानी 170 पद खाली हैं।
दूरदर्शन केंद्र कोहिमा: 144 पदों में से केवल 55 भरे हैं, यानी 89 पद खाली हैं।
सबसे बड़ी समस्या यह है कि दोनों केंद्रों में पूर्णकालिक स्टेशन डायरेक्टर (हेड ऑफ ऑफिस) नहीं हैं। वर्तमान में प्रशासन और संचालन असम के डिब्रूगढ़ से डिप्टी डायरेक्टर जनरल द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है। इस कारण निर्णय लेने, मंजूरी देने और प्रसारण गतिविधियों और मेंटेनेंस सेंटरों के संचालन में देरी हो रही है।
सांसद जामिर ने कहा कि यह प्रशासनिक खालीपन और व्यापक पद रिक्तता प्रसार भारती के मिशन को कमजोर कर रही है, जो नागालैंड की सांस्कृतिक विरासत, भाषाई विविधता और विकास की कहानियों को जनता तक पहुंचाने का माध्यम है।
उन्होंने मंत्रालय से आग्रह किया है कि तुरंत:
दोनों केंद्रों के लिए पूर्णकालिक हेड्स की नियुक्ति की जाए,
सभी खाली पदों को भरा जाए,
तकनीकी स्टाफ जैसे टेक्निकल असिस्टेंट और जूनियर टेक्निकल असिस्टेंट की भर्ती तेजी से की जाए, खासकर AIR कोहिमा और मोकोकचुंग लोक रेडियो स्टेशन में।
जामिर ने नागालैंडवासियों को भरोसा दिलाया कि वे लगातार मंत्रालय और अधिकारियों के पास सुनिश्चित करेंगे कि इन संस्थानों को मजबूत बनाया जाए, क्योंकि पूरी तरह से स्टाफ वाले आकाशवाणी और दूरदर्शन सिर्फ प्रशासनिक आवश्यकता नहीं, बल्कि राज्य के लिए लोकतांत्रिक आवश्यकता भी हैं।
बालाजी टेलीफिल्म्स ने अपने एम्प्लॉयीज को ESOP (Employee Stock Ownership Plan) के तहत शेयर देने का फैसला किया है।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
बालाजी टेलीफिल्म्स ने अपने एम्प्लॉयीज को ESOP (Employee Stock Ownership Plan) के तहत शेयर देने का फैसला किया है। कंपनी की नॉमिनेशन और रेम्यूनरेशन कमेटी ने 2 दिसंबर 2025 को सर्कुलेशन के जरिए पास हुए प्रस्ताव में कुल 2,75,000 शेयर जारी करने की मंजूरी दे दी।
ये शेयर बालाजी टेलीफिल्म्स के ESOP 2017 और ESOP 2023 स्कीम के तहत योग्य एम्प्लॉयीज को दिए गए हैं। कंपनी ने बताया कि ये शेयर सभी एम्प्लॉयीज को सामान्य बाजार कीमत से काफी कम दामों पर मिलेंगे:
2,50,000 शेयर ₹65.33 प्रति शेयर की कीमत पर (ये शेयर 11 फरवरी 2022 को दिए गए स्टॉक ऑप्शन्स पर आधारित हैं)
25,000 शेयर ₹55.28 प्रति शेयर की कीमत पर (ये शेयर 9 नवंबर 2023 को दिए गए स्टॉक ऑप्शन्स पर आधारित हैं)
शेयर जारी होने के बाद कंपनी की पेड-अप शेयर कैपिटल बढ़ गई है, क्योंकि हर शेयर की फेस वैल्यू 2 रुपए है।
इसलिए नए शेयरों की कुल फेस वैल्यू = 2,75,000 × ₹2 = ₹5,50,000
इस वजह से कंपनी की पेड-अप कैपिटल पहले ₹23,94,19,688 थी, जो अब बढ़कर ₹23,99,69,688 हो गई है।
कंपनी ने कहा कि जिन नए शेयरों को एम्प्लॉयीज को दिए जा रहे हैं, वे पुराने शेयरों के समान होंगे। इसका मतलब है कि इन नए शेयरों को भी वही अधिकार मिलेंगे जो पुराने शेयरों को हैं, जैसे डिविडेंड पाने का अधिकार और वोटिंग का अधिकार।
Eros इंटरनेशनल मीडिया लिमिटेड की 31वीं वार्षिक आम बैठक 1 दिसंबर 2025 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। कंपनी ने बताया कि AGM में रखे गए सभी प्रस्ताव शेयरधारकों ने भारी बहुमत से मंजूर कर दिए हैं।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
Eros इंटरनेशनल मीडिया लिमिटेड की 31वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) 1 दिसंबर 2025 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। कंपनी ने बताया कि AGM में रखे गए सभी प्रस्ताव शेयरधारकों ने भारी बहुमत से मंजूर कर दिए हैं।
कंपनी के मुताबिक, AGM से पहले और AGM के दौरान शेयरधारकों के लिए ई-वोटिंग की सुविधा दी गई थी, ताकि वे सभी मुद्दों पर आसानी से वोट कर सकें। वोटों की गिनती की जिम्मेदारी कंपनी ने एक स्क्रूटिनाइजर यानी स्वतंत्र अधिकारी को सौंपी थी, जिन्होंने अपनी रिपोर्ट में पुष्टि की है कि सभी प्रस्ताव पास हो गए।
बैठक में तीन अहम प्रस्ताव रखे गए थे-
पहला, कंपनी के 2024-25 के ऑडिटेड फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स को मंजूरी देना। यह प्रस्ताव 99% से ज्यादा वोटों के साथ पास हो गया।
दूसरा, कंपनी के डायरेक्टर विजय ठक्कर का दोबारा कार्यकाल के लिए चयन। यह प्रस्ताव भी लगभग 100% वोटों से पास हुआ। विजय ठक्कर इस बार रोटेशन के तहत अपने पद से औपचारिक रूप से रिटायर हो रहे थे, लेकिन वे दोबारा काम जारी रखने के लिए तैयार हैं। इसलिए कंपनी ने उन्हें फिर से डायरेक्टर के तौर पर नियुक्त करने का प्रस्ताव रखा था, जोकि बारी बहुमत से पास हो गया है।
तीसरा और खास प्रस्ताव था- MD व एग्जिक्यूटिव वाइस चेयरमैन सुनील लुल्ला को 2024-25 में दी गई अतिरिक्त सैलरी को माफ करने की मंजूरी। यह प्रस्ताव भी बहुमत से पास हो गया।
कंपनी ने कहा कि AGM और ई-वोटिंग पूरी तरह नियमों के मुताबिक और पारदर्शी तरीके से कराई गई। सभी वोटों की संयुक्त रिपोर्ट स्टॉक एक्सचेंज को भी भेज दी गई है।
जी एंटरटेनमेंट ने उन खबरों पर स्पष्टीकरण दिया है जिनमें कहा गया था कि कंपनी सोनी के साथ मर्जर फेल होने के बाद और ज्यादा छंटनी कर रही है।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
जी एंटरटेनमेंट ने उन खबरों पर स्पष्टीकरण दिया है जिनमें कहा गया था कि कंपनी सोनी के साथ मर्जर फेल होने के बाद और ज्यादा छंटनी कर रही है। कंपनी ने साफ कहा है कि यह खबर भ्रामक है।
कंपनी के मुताबिक वह अपनी ‘ओम्नी-चैनल’ रणनीति के तहत अलग-अलग बिजनेस डिविजन्स को दोबारा व्यवस्थित कर रही है ताकि काम- तेज, आसान और बेहतर तरीके से हो सके। जी ने कहा कि यह प्रक्रिया पहले से चल रही है और समय-समय पर बिजनेस जरूरतों के हिसाब से बदलाव किए जाते रहते हैं। इसका कंपनी की रोजमर्रा की कामकाज या परफॉर्मेंस पर कोई असर नहीं पड़ता।
जी एंटरटेनमेंट ने यह भी याद दिलाया कि 5 अप्रैल 2024 को कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज को एक प्रेस रिलीज भेजी थी, जिसमें बताया गया था कि कंपनी करीब 15% एम्प्लॉयीज की कटौती करते हुए ‘लीन ऑर्गनाइजेशन’ बनाने की दिशा में काम कर रही है। यह प्रक्रिया उसी का हिस्सा है और कोई नई छंटनी नहीं है।
कंपनी ने कहा कि वह हमेशा SEBI के सभी नियमों का पालन करती आई है और आगे भी सभी जरूरी जानकारी समय पर देती रहेगी।
उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस ऑफिसर नवनीत सहगल को पिछले साल 16 मार्च को प्रसार भारती के चेयरमैन पद पर नियुक्त किया गया था।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी (सेवानिवृत्त) नवनीत सहगल ने ‘प्रसार भारती’ (Prasar Bharati) के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया है। उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस ऑफिसर नवनीत सहगल को पिछले साल 16 मार्च को प्रसार भारती के चेयरमैन पद पर नियुक्त किया गया था।
नवनीत कुमार सहगल ने 2 दिसंबर को अपना इस्तीफा सौंप दिया था। सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने उनके इस्तीफे को प्रसार भारती अधिनियम, 1990 की धारा 7(6) के तहत स्वीकार कर लिया है और उन्हें तत्काल प्रभाव से पद से मुक्त कर दिया गया है। 1988 बैच के आईएएस अधिकारी, सहगल उत्तर प्रदेश कैडर से हैं और उन्होंने 35 से अधिक वर्षों तक प्रशासनिक सेवा में कार्य किया है।
मार्च 2024 में चेयरमैन नियुक्त होने के बाद उन्होंने प्रसार भारती में संगठनात्मक सुधार और दीर्घकालिक रणनीति पर कार्य किया। सहगल इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार में कई अहम पदों पर रह चुके हैं जिनमें प्रधान सचिव पर्यटन, एमएसएमई, ऊर्जा विभाग और मुख्यमंत्री के सचिव शामिल हैं।
उनके नेतृत्व में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे का निर्माण रिकॉर्ड 22 महीनों में पूरा हुआ था। उन्होंने वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) जैसी लोकप्रिय पहल की शुरुआत की थी, जिसने उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में उन्होंने 15 वर्षों तक कार्य करते हुए राज्य सरकार के कई जन-जागरूकता अभियानों का नेतृत्व किया।
ऊर्जा सचिव रहते हुए उन्होंने आगरा में बिजली वितरण के निजीकरण की ऐतिहासिक पहल की थी, जो उत्तर भारत में अपनी तरह की पहली थी। इसके साथ ही उन्होंने लखनऊ मेट्रो परियोजना की DPR तैयार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
सहगल ने अपने करियर में जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (JICA) और विश्व बैंक जैसी संस्थाओं के साथ भी कई विकास परियोजनाओं पर काम किया। जुलाई 2023 में सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने पिछले वर्ष प्रसार भारती के चेयरमैन का कार्यभार संभाला था। सूत्रों के मुताबिक, सरकार जल्द ही नए चेयरमैन की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर सकती है।
आशीष सहगल ने लिंक्डइन पर बताया कि उन्होंने टाइम्स टीवी नेटवर्क के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) और टाइम्स मीडिया & एंटरटेनमेंट के चीफ ग्रोथ ऑफिसर (CGO) का पद संभाल लिया है।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
आशीष सहगल ने लिंक्डइन पर बताया कि उन्होंने टाइम्स टीवी नेटवर्क के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) और टाइम्स मीडिया & एंटरटेनमेंट के चीफ ग्रोथ ऑफिसर (CGO) का पद संभाल लिया है। वह द टाइम्स ग्रुप के ग्रुप CEO एन. सुब्रमणियन के मार्गदर्शन में काम करेंगे। एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप ने सबसे पहले उनकी इस नई भूमिका की खबर दी है।
कंपनी में जुड़ते हुए सहगल ने लिखा, “मेरे लिए यह बहुत सम्मान की बात है कि मुझे टाइम्स टीवी नेटवर्क का CEO और टाइम्स मीडिया & एंटरटेनमेंट का CGO बनाया गया। मैं एमडी विनीत जैन और एन. सुब्रमणियन का आभार मानता हूं, जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया। अब मेरा फोकस ग्रुप की ग्रोथ बढ़ाने, नए आइडियाज पर काम करने और इंडस्ट्री को आगे ले जाने पर रहेगा। नई मंजिलों और बड़े सपनों की ओर बढ़ने का समय है।”
CEO के रूप में सहगल पूरे नेटवर्क की रणनीति, ग्रोथ और टीवी चैनलों की मजबूती पर काम करेंगे। वहीं CGO की भूमिका में वह नए बिजनेस अवसर खोजेंगे, पार्टनरशिप बढ़ाएंगे और टाइम्स ग्रुप की भविष्य की ग्रोथ स्ट्रैटेजी को आगे बढ़ाएंगे।
आशीष सहगल मीडिया इंडस्ट्री के अनुभवी चेहरे हैं और 30 साल से ज्यादा समय से इस क्षेत्र में काम कर रहे हैं। वह पिछले 14 साल से CXO लेवल पर रहे हैं। टाइम्स ग्रुप में आने से पहले वह करीब 20 साल ज़ी एंटरटेनमेंट में रहे, जहां वह ब्रॉडकास्ट और डिजिटल के चीफ ग्रोथ ऑफिसर थे और 50+ टीवी चैनलों, ZEE5, इंटरनेशनल मार्केट्स और गवर्नमेंट व ब्रांड सॉल्यूशंस का नेतृत्व कर रहे थे।
स्टार इंडिया में उन्होंने स्टार गोल्ड लॉन्च करने में अहम भूमिका निभाई थी और टीवी सेल्स मॉडल बदलने वाले कई इनोवेशन भी किए। इससे पहले Buena Vista Television में काम करते हुए उन्होंने ESPN और Hallmark चैनल भारत में लॉन्च कराने में योगदान दिया। यही नहीं, वह टाइम्स ग्रुप की टीम का भी हिस्सा थे जिसने देश का पहला FM रेडियो चैनल लॉन्च किया था।
ओमनिकॉम ने भारत में अपनी बड़ी लीडरशिप टीम का ऐलान किया है। कंपनी ने कार्तिक शर्मा को भारत का नया CEO बनाया है।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
ओमनिकॉम ने भारत में अपनी बड़ी लीडरशिप टीम का ऐलान किया है। कंपनी ने कार्तिक शर्मा को भारत का नया CEO बनाया है। इसके साथ ही अमरदीप सिंह को COO की जिम्मेदारी दी गई है और शशि सिन्हा को भारत में स्ट्रैटेजिक एडवाइजर नियुक्त किया गया है। यह जानकारी इस मामले से जुड़े लोगों ने दी है।
कंपनी का यह कदम ओमनिकॉम और IPG के बीच हुए बड़े ग्लोबल मर्जर के बाद सामने आया है। इस मर्जर के बाद दोनों कंपनियों की मीडिया, डेटा, टेक और प्लानिंग टीमों को एक ही छत के नीचे लाया जा रहा है, जिसका नेतृत्व अब कार्तिक शर्मा करेंगे।
कार्तिक शर्मा 2020 से Omnicom Media Group इंडिया के हेड रहे हैं। इससे पहले वह Wavemaker/Maxus में CEO–South Asia के रूप में काम कर चुके हैं और Madison व Mindshare में भी अहम जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं।
ओमनिकॉम का IPG के साथ यह मर्जर 30 अरब डॉलर (30 billion dollars) से ज्यादा का है और इसे दुनिया की सबसे बड़ी एडवरटाइजिंग और मार्केटिंग कंपनी माना जा रहा है। मर्जर पूरी तरह से पूरा होने के बाद भारत में दोनों कंपनियों के क्लाइंट, एजेंसियाँ और टीमों को मिलाकर एक नई मजबूत यूनिट बनाई जाएगी।
इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि अब कार्तिक शर्मा के सामने सबसे बड़ी जिम्मेदारी दोनों नेटवर्क की टीमों को एक साथ लाने और बड़े क्लाइंट्स को बनाए रखने की होगी। माना जा रहा है कि यह मर्जर के बाद का सबसे महत्वपूर्ण चरण है, जिसमें टीमों और कामकाज को एक दिशा में लाना बेहद जरूरी है।
इसके साथ ही TV, OTT और डिजिटल विज्ञापन के लिए एक जैसा सिस्टम और टेक्नोलॉजी तैयार करना भी उनकी अहम जिम्मेदारियों में शामिल होगा। दोनों कंपनियों की ताकत को मिलाकर बेहतर डेटा, प्लानिंग और मापदंड तैयार करना इस प्रक्रिया का हिस्सा है।
जानकार कहते हैं कि ओमनिकॉम भारत में अपनी मार्केट पकड़ को और मजबूत करना चाहती है, और कार्तिक शर्मा की भूमिका इसमें निर्णायक होगी। उनका फोकस क्लाइंट सर्विस, एजेंसी इंटीग्रेशन और नए बिजनेस मॉडल पर रहेगा।
कंपनी के अंदर यह बदलाव आने वाले महीनों में आधिकारिक रूप से ओमनिकॉम की इंडिया वेबसाइट पर घोषित किए जाएंगे। फिलहाल ओमनिकॉम ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
ओमनिकॉम इंडिया में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सूत्रों के मुताबिक, अमरदीप सिंह को कंपनी का नया चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) बनाया गया है।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
ओमनिकॉम इंडिया में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। सूत्रों के मुताबिक, अमरदीप सिंह को कंपनी का नया चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) बनाया गया है। अमरदीप इससे पहले IPG Mediabrands के CEO थे और इसी साल मई में इस पद पर प्रमोट हुए थे।
इसके अलावा, कंपनी ने कार्तिक शर्मा को ओमनिकॉम इंडिया का नया CEO नियुक्त किया है। साथ ही शशि सिन्हा को कंपनी में स्ट्रैटेजिक एडवाइजर की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है।
यह सभी नियुक्तियाँ उस समय आई हैं जब ओमनिकॉम, इंटरपब्लिक ग्रुप (IPG) के अधिग्रहण के बाद बड़े पैमाने पर री-स्ट्रक्चरिंग और री-ऑर्गनाइजेशन कर रहा है। नए नेताओं से उम्मीद की जा रही है कि वे भारत में कंपनी के संयुक्त कारोबार को सही दिशा देंगे, एजेंसियों के इंटीग्रेशन पर नजर रखेंगे और तेजी से बढ़ते भारतीय विज्ञापन बाजार में कंपनी की विकास रणनीति तय करेंगे।
इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि ये बदलाव कंपनी की स्थिरता बढ़ाने और ट्रांजिशन के इस दौर में टॉप मैनेजमेंट को सीधे नियंत्रण में रखने के लिए किए गए हैं।
इन नियुक्तियों की औपचारिक घोषणा कंपनी की इंडिया वेबसाइट पर जल्द होने की संभावना है। फिलहाल ओमनिकॉम ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है।
जी एंटरटेनमेंट (ZEEL) ने एक बार फिर छंटनी की है। कंपनी के अंदर चल रहे बड़े री-स्ट्रक्चरिंग कैंपेन के तहत यह नई छंटनी की गई है।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
जी एंटरटेनमेंट (ZEEL) में पिछले साल से चल रही छंटनी अभी तक जारी है। यह छंटनी कंपनी के बड़े री-स्ट्रक्चरिंग कैंपेन का हिस्सा है, जो पिछले साल शुरू हुआ था, जब सोनी के साथ जी का मर्जर टूट गया था। यह जानकारी उन लोगों ने दी है जो मामले से वाकिफ हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान 200 करीब लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें ज्यादातर कंसल्टेंट्स बताए जा रहे हैं, न कि स्थायी कर्मचारी।
ZEEL में हाल ही में हुई छंटनी को अप्रैल 2024 में शुरू हुए खर्च और वर्कफ्लो सुधार अभियान का विस्तार माना जा रहा है, जो कंपनी के सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया के साथ प्रस्तावित मर्जर के फेल होने के बाद शुरू हुआ था।
सूत्रों के मुताबिक, कंपनी अपने अलग-अलग बिजनेस यूनिट्स को मिलाकर एक छोटी, तेज और ज्यादा एकीकृत टीम बनाना चाहती है। इसका मकसद काम में तालमेल बढ़ाना, फोकस साफ रखना और टीमों का प्रदर्शन बेहतर करना है।
सोनी-जी मर्जर के फेल होने के बाद ही जी ने लगभग 15% एम्प्लॉयीज की कटौती करने का ऐलान किया था। कंपनी पहले ही कह चुकी है कि वह करीब 700 एम्प्लॉयीज की संख्या कम करेगी। यह उसी प्रक्रिया का हिस्सा है।
वित्तीय वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में जी का कुल मुनाफा 63% गिरकर ₹77 करोड़ रह गया। ओपरेटिंग रेवेन्यू में भी गिरावट आई और यह 2% घटकर ₹1,969 करोड़ रह गया। विज्ञापन से होने वाली आमदनी यानी ऐड रेवेन्यू में 11% की गिरावट दर्ज की गई, इसका कारण FMCG कंपनियों का विज्ञापन पर कम खर्च करना बताया गया।औ
वहीं, सब्सक्रिप्शन रेवेन्यू में 5% की बढ़ोतरी हुई और यह ₹1,023 करोड़ तक पहुंचा, जो पारंपरिक टीवी और डिजिटल दोनों से हुए लाभ के कारण है। कंपनी का लक्ष्य FY26 तक 20% EBITDA हासिल करने का है।
जी के CEO पुनीत गोयनका पहले ही कह चुके हैं कि एम्प्लॉयीज की संख्या में ज्यादातर कमी हो चुकी है, लेकिन कंपनी आगे भी खर्च को अपने बिजनेस की जरूरतों के हिसाब से संतुलित करती रहेगी।
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, उनके कार्यकाल में कंपनी ने डिजिटल एंटरटेनमेंट के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां दर्ज कीं।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
‘हंगामा डिजिटल मीडिया एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड’ में चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) सिद्धार्थ रॉय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, उनके कार्यकाल में कंपनी ने डिजिटल एंटरटेनमेंट के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां दर्ज कीं। अपने कार्यकाल में उन्होंने म्यूजिक, वीडियो, गेम्स और नए डिजिटल अनुभवों को जोड़ते हुए कंपनी के एंटरटेनमेंट पोर्टफोलियो को मजबूत किया।
उनके नेतृत्व में कंपनी ने ग्लोबल स्तर पर अपनी मौजूदगी बढ़ाई, टेलीकॉम, मोबाइल कंपनियों और डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क्स के साथ बड़ी साझेदारियां कीं और कंटेंट क्रिएटर्स तथा स्टूडियो के साथ रिश्ते मजबूत किए। आज ‘हंगामा’ की सेवाएं 90 से अधिक देशों में करोड़ों यूजर्स तक पहुंचती हैं।
‘हंगामा’ से पहले सिद्धार्थ रॉय ने देश के शुरुआती और बड़े युवा नेटवर्क्स में से एक बिगअड्डा (BigAdda) की सह-स्थापना की थी। इसके अलावा उन्होंने ‘एमटीवी नेटवर्क्स’ (MTV Networks) और ‘स्टार टीवी’ (Star TV) में भी नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभाईं। अपने करियर में उन्होंने डिजिटल प्रॉडक्टस को विकसित करने, बड़े पैमाने पर दर्शकों को जोड़ने और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में इनोवेशन को बढ़ावा देने पर लगातार काम किया।
अपना अनुभव साझा करते हुए सिद्धार्थ रॉय ने कहा, ‘हंगामा मेरे लिए सिर्फ एक भूमिका नहीं थी, बल्कि इनोवेशन, जुनून और निरंतर सीखने का एक प्लेटफॉर्म था। इस यात्रा में टीम के विश्वास और सहयोग के लिए मैं उनका आभारी हूं। आगे बढ़ते हुए मैं यहां सीखे अनुभव और रिश्तों को अपने साथ लेकर जा रहा हूं।’
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपनी दो सब्सिडियरी कंपनी- स्टार टेलीविजन प्रॉडक्शन लिमिटेड और स्टार इंडिया परिवार लिमिटेड (जिसका नया नाम अब जियो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है) का मर्जर पूरा होने की घोषणा कर दी है।
by
समाचार4मीडिया ब्यूरो ।।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपनी दो अहम सब्सिडियरी कंपनी- स्टार टेलीविजन प्रॉडक्शन लिमिटेड (STPL) और स्टार इंडिया परिवार लिमिटेड (जिसका नया नाम अब जियो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है) का मर्जर पूरा होने की घोषणा कर दी है।
कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, Jiostar ने 30 नवंबर को शाम 6:09 बजे रिलायंस को बताया कि मर्जर की स्कीम उसी दिन से लागू हो गई है। अब STPL पूरी तरह Jiostar के साथ जुड़ चुका है।
पहले STPL के पास ‘Star’ ब्रैंड का मालिकाना हक था और वही इसे समूह की अन्य कंपनियों को लाइसेंस पर देता था। मर्जर के बाद यह पूरा काम अब सीधे Jiostar संभालेगा। यानी अब ‘Star’ ब्रैंड की जिम्मेदारी एक अलग रिलायंस कंपनी के पास न होकर Jiostar के भीतर ही रहेगी।
यह कदम रिलायंस के पिछले साल शुरू किए गए बड़े मीडिया री-स्ट्रक्चरिंग प्लान का हिस्सा है। 14 नवंबर 2024 को RIL ने यह प्रस्ताव रखा था कि STPL को Star India (अब Jiostar India) में मिला दिया जाए। Jiostar खुद उसी साल बना था, जिसे रिलायंस के मीडिया कारोबार और Disney India ने मिलकर जॉइंट वेंचर के रूप में तैयार किया था।
इस मर्जर को रिलायंस के मीडिया बिजनेस को एक छतरी के नीचे लाने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।