विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस न केवल पत्रकारिता के महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि उन पत्रकारों के साहस और समर्पण को सम्मानित करता है जो सच्चाई की खोज में जोखिम उठाते हैं।
हर साल 3 मई को मनाया जाने वाला विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस न केवल पत्रकारिता के महत्व को रेखांकित करता है, बल्कि उन पत्रकारों के साहस और समर्पण को सम्मानित करता है जो सच्चाई की खोज में जोखिम उठाते हैं। वर्ष 2025 में यह दिन विशेष रूप से अहम है, क्योंकि मीडिया और तकनीक के बदलते परिदृश्य में प्रेस की भूमिका अब पहले से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण और निर्णायक हो गई है।
इस वर्ष का थीम "Brave New World में रिपोर्टिंग: प्रेस स्वतंत्रता और मीडिया पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव" है, जिसे यूनेस्को द्वारा तय किया गया है। इस विषयवस्तु का उद्देश्य एआई के उभरते हुए प्रयोगों और उसके कारण पत्रकारिता की स्वतंत्रता व विश्वसनीयता पर पड़ने वाले प्रभावों की पड़ताल करना है।
यह दिवस 1993 से प्रतिवर्ष मनाया जा रहा है, जिसकी नींव 1991 में नामीबिया के विंडहोक में पारित ऐतिहासिक घोषणापत्र पर आधारित है। इस घोषणा में स्वतंत्र, निष्पक्ष और बहुलवादी प्रेस को लोकतंत्र और विकास के लिए आवश्यक माना गया था। उसी भावना को आगे बढ़ाते हुए 'संयुक्त राष्ट्र महासभा' ने भी तीन मई को यह दिवस मनाने की घोषणा की थी। वहीं, 1991 में यूनेस्को और संयुक्त राष्ट्र के 'जन सूचना विभाग' ने भी मिलकर अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता स्वतंत्रता दिवस मनाने का फैसला किया था। साल 1993 में यूनेस्को महासम्मेलन के 26वें सत्र में इससे संबंधित प्रस्ताव को स्वीकार किया गया था और तब से लेकर अब तक हर साल तीन मई को यह दिवस मनाया जाता है।
इस दिन का उद्देश्य है– प्रेस की स्वतंत्रता को बढ़ावा देना, पत्रकारों के खिलाफ खतरों व हिंसा के बारे में जागरूकता फैलाना, नैतिक और स्वतंत्र पत्रकारिता की रक्षा करना और अभिव्यक्ति की आजादी को कायम रखना। यह हमें याद दिलाता है कि प्रेस की स्वतंत्रता कोई विशेषाधिकार नहीं, बल्कि मानव अधिकार है, जो हर नागरिक को सटीक जानकारी तक पहुंच का हक देता है और सत्ता को जवाबदेह बनाता है।
2025 में यह दिन सिर्फ पत्रकारों के लिए नहीं, बल्कि समाज के हर जागरूक नागरिक के लिए महत्वपूर्ण है। यह हमें मीडिया के विविध स्वरूपों में स्वतंत्रता, पारदर्शिता और जवाबदेही की भावना को मजबूत करने के लिए प्रेरित करता है।
इस अवसर पर पत्रकारों की सुरक्षा, मीडिया साक्षरता, डिजिटल स्वतंत्रता और गलत सूचना से लड़ने जैसे मुद्दों पर चर्चा होती है। यह सरकारों, मीडिया संस्थानों और नागरिक समाज के बीच एकजुटता और सहयोग को प्रोत्साहित करता है, ताकि प्रेस स्वतंत्रता की रक्षा की जा सके।
निष्कर्षतः, पत्रकारिता दिवस केवल एक तारीख नहीं, बल्कि लोकतंत्र की आत्मा की पहचान है। यह दिन हमें सिखाता है कि सच्ची, निष्पक्ष और साहसी पत्रकारिता ही किसी देश के भविष्य की दिशा तय करती है। पत्रकारों की भूमिका को सलाम करते हुए हमें भी यह जिम्मेदारी निभानी चाहिए कि हम सत्य, स्वतंत्रता और न्याय के पक्ष में खड़े रहें, क्योंकि एक स्वतंत्र प्रेस ही एक स्वतंत्र समाज की सबसे मजबूत नींव होती है।
उन्होंने करीब चार साल पहले लखनऊ में बतौर स्पेशल करेसपॉन्डेंट जॉइन किया था। वह लखनऊ से अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
‘न्यूज18 उत्तर प्रदेश’ (News18 Uttar Pradesh) ने पत्रकार संकेत मिश्रा पर और अधिक भरोसा जताते हुए सीनियर स्पेशल करेसपॉन्डेंट के पद पर प्रमोट किया है। उन्होंने करीब चार साल पहले लखनऊ में बतौर स्पेशल करेसपॉन्डेंट जॉइन किया था। वह लखनऊ से अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
‘न्यूज18 उत्तर प्रदेश’ से पहले संकेत मिश्रा लखनऊ में ही लगभग चार साल से ‘समाचार प्लस’ (Samachar Plus) चैनल में अपनी भूमिका निभा रहे थे। यहां बतौर प्रिंसिपल करेसपॉन्डेंट वह बीजेपी व अन्य प्रमुख बीट कवर कर रहे थे।
मूल रूप से लखीमपुर के रहने वाले संकेत मिश्रा को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का करीब 16 साल का अनुभव है। पूर्व में वह ’अमर उजाला’ के लखनऊ एडिशन की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा भी रहे हैं और करीब चार साल वहां अपनी जिम्मेदारी निभाई है। इसके अलावा वह ’नवभारत टाइम्स’, लखनऊ में भी करीब तीन साल काम कर चुके हैं।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो संकेत मिश्रा ने लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। समाचार4मीडिया की ओर से संकेत मिश्रा को प्रमोशन की ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं।
वह यहां करीब एक साल से कार्यरत थीं और न्यूज24 डिजिटल (अंग्रेजी) में बतौर न्यूज एडिटर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
पत्रकार बिंदिया भट्ट ने ‘न्यूज24’ (News24) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह यहां करीब एक साल से कार्यरत थीं और न्यूज24 डिजिटल (अंग्रेजी) में बतौर न्यूज एडिटर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
बिंदिया फिलहाल नोटिस पीरियड पर हैं। बता दें कि बिंदिया इस संस्थान में पूर्व में भी काम कर चुकी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2006 में ‘Bag Films and Media Ltd’ से ही की थी।
समाचार4मीडिया से बातचीत में बिंदिया ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। अपनी नई पारी के बारे में पूछे जाने पर बिंदिया का कहना था कि वह जल्द ही एक अन्य संस्थान में बड़ी जिम्मेदारी निभाने जा रही हैं। हालांकि, फिलहाल उन्होंने इस संस्थान के नाम का खुलासा नहीं किया है।
मूल रूप से उत्तराखंड की रहने वाली बिंदिया भट्ट को मीडिया में काम करने का करीब बीस साल का अनुभव है। पूर्व में वह ‘दैनिक भास्कर’, माइक्रोसॉफ्ट न्यूज, न्यूज नेशन आदि प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रमुख पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभा चुकी हैं।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो बिंदिया भट्ट ने नोएडा स्थित ‘आईएमएस’ से जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स की डिग्री ली है। समाचार4मीडिया की ओर से बिंदिया भट्ट को उनकी नई पारी के लिए अग्रिम रूप से ढेरों शुभकामनाएं।
ब्लूगॉड एंटरटेनमेंट लिमिटेड (Bluegod Entertainment Limited) ने घोषणा की है कि वह Legends League Cricket (LLC) में एक फ्रेंचाइजी टीम के मालिक बनने को लेकर अग्रिम स्तर की बातचीत में है।
ब्लूगॉड एंटरटेनमेंट लिमिटेड (Bluegod Entertainment Limited) ने घोषणा की है कि वह Legends League Cricket (LLC) में एक फ्रेंचाइजी टीम के मालिक बनने को लेकर अग्रिम स्तर की बातचीत में है। बता दें कि ब्लूगॉड एंटरटेनमेंट लिमिटेड तेजी से बढ़ रही मीडिया व एंटरटेनमेंट कंपनी है और बॉलीवुड व क्षेत्रीय सिनेमा में अपनी पहचान रखती है। IPL के बाद LLC ही दुनिया की दूसरी सबसे देखी जाने वाली क्रिकेट लीग है।
यह कदम Bluegod Entertainment के लिए स्पोर्ट्स व एंटरटेनमेंट के तेजी से बढ़ते क्षेत्र में प्रवेश का शानदार अवसर होगा। कंपनी प्रबंधन ने बताया कि अभी प्रारंभिक बातचीत जारी है और जल्द ही औपचारिक रूप से आगे की कार्रवाई होगी। इस विस्तार से कंपनी के दीर्घकालिक रणनीतिक योजना के अनुसार फिल्म निर्माण, डिजिटल कंटेंट, OTT लाइसेंसिंग और अब प्रोफेशनल स्पोर्ट्स के बीच समानांतर प्रभाव पैदा होगा।
Legends League Cricket (LLC) को लेकर अक्सर इसे “League of Legends” कहा जाता है। यह एक वैश्विक T20 चैम्पियनशिप है जिसमें पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सुपरस्टार शामिल हैं, जैसे कि क्रिस गेल, शाहिद अफरीदी, सुरेश रैना, हरभजन सिंह, आरोन फिंच और केविन पीटर्सन।
लीग का टीवी और OTT दर्शक आधार भारत, मध्य पूर्व और दक्षिण एशिया में बहुत बड़ा है और यह IPL के बाद दुनिया की दूसरी सबसे देखी जाने वाली क्रिकेट लीग बन गई है। प्रमुख खेल नेटवर्क और OTT प्लेटफॉर्म पर प्रसारित होने वाली LLC अब बड़े वैश्विक ब्रांडों के प्रायोजन को आकर्षित करने में सक्षम है, जो इसके स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट में बड़े प्लेटफॉर्म में बदलने का प्रमाण है।
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (SPNI) के डिजिटल बिजनेस StudioNEXT और नेटवर्क चैनल्स लाइसेंसिंग के बिजनेस हेड दानिश खान ने हाल ही में अपना जन्मदिन मनाया।
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (SPNI) के डिजिटल बिजनेस StudioNEXT और नेटवर्क चैनल्स लाइसेंसिंग के बिजनेस हेड दानिश खान ने हाल ही में अपना जन्मदिन मनाया। यह एक ऐसा मौका है, जिसने इंडस्ट्री में उनके प्रेरक सफर और असाधारण योगदान को फिर से याद दिला दिया।
भारतीय मीडिया जगत में दानिश खान का नाम रचनात्मक दृष्टि और रणनीतिक सोच का पर्याय बन चुका है। उन्होंने SPNI की डिजिटल और क्रिएटिव रणनीति को इस तरह गढ़ा कि कंपनी आज भारत की एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की अग्रणी आवाजों में शुमार है।
Sony LIV, StudioNEXT और नेटवर्क चैनल्स लाइसेंसिंग जैसे तीनों अहम वर्टिकल्स की कमान संभालते हुए दानिश खान ने हर मोर्चे पर नवाचार, विकास और दर्शकों की पसंद को केंद्र में रखा। उनके नेतृत्व में Sony LIV ने मई 2020 में खुद को एक नए OTT रूप में दुनिया के सामने पेश किया और यह बदलाव भारतीय डिजिटल एंटरटेनमेंट की दिशा ही बदल गया।
Avrodh, Your Honor, Undekhi, और सुपरहिट Scam 1992: The Harshad Mehta Story जैसे दमदार शो के जरिए Sony LIV ने लाखों दर्शकों के दिलों में जगह बनाई और अपने कंटेंट से एक नई पहचान रच दी।
लेकिन दानिश खान की कहानी सिर्फ डिजिटल तक सीमित नहीं है। टेलीविजन की दुनिया में उन्होंने वो कर दिखाया जो बहुतों के लिए सपना होता है। उन्होंने कौन बनेगा करोड़पति, इंडियन आइडल, और द कपिल शर्मा शो जैसी प्रतिष्ठित प्रॉपर्टीज को फिर से नई जान दी और आज ये शोज भारतीय घरों में मुस्कान और उत्साह का स्रोत हैं।
इसके अलावा, उन्होंने सुपर डांसर और सुपरस्टार सिंगर जैसे सफल रियलिटी फॉर्मेट्स तैयार किए, जिन्होंने देशभर के टैलेंट को मंच दिया और दर्शकों के दिलों को छू लिया।
SPNI से पहले, दानिश खान Star Plus के प्रोग्रामिंग हेड रहे, जहां उन्होंने महाभारत और ये है मोहब्बतें जैसे यादगार शो बनाए, जो आज भी दर्शकों की यादों में बसे हैं। Star India से पहले, उन्होंने Sony Entertainment Television में मार्केटिंग हेड के रूप में काम किया, यहीं से उनकी SPNI के साथ जुड़ाव की शुरुआत हुई थी।
सोशियोलॉजी में स्नातक और मैनेजमेंट में परास्नातक डिग्री के साथ, दानिश खान के पास दो दशकों से अधिक का अनुभव है, जिसमें उन्होंने विज्ञापन, ब्रॉडकास्टिंग और डिजिटल इनोवेशन को एक साथ जोड़ने का अनोखा कौशल दिखाया है।
उनकी सबसे बड़ी ताकत है- कला और रणनीति के बीच संतुलन। यही कारण है कि वे न सिर्फ एक लीडर हैं, बल्कि उन क्रिएटिव दिमागों में से एक हैं जो भारतीय मनोरंजन के भविष्य को दिशा दे रहे हैं।
काम से परे, दानिश खान एक जुनूनी पाठक, संगीत प्रेमी और फूडी हैं, जिन्हें फिल्में, फुटबॉल और यात्रा बेहद पसंद है। अपने साथियों के बीच वे सिर्फ एक बॉस नहीं, बल्कि एक प्रेरणा हैं, जो हर बातचीत में वही ऊर्जा, ईमानदारी और संवेदना लेकर आते हैं, जिसने उन्हें आज इस मुकाम तक पहुंचाया है।
भारतीय फिल्म उद्योग की प्रमुख कंपनी Tips Films ने अपने बोर्ड में महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है।
भारतीय फिल्म उद्योग की प्रमुख कंपनी Tips Films ने अपने बोर्ड में महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। कंपनी ने राहुल बी. मेहता को अतिरिक्त निदेशक (Additional Director) और गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक (Non-Executive Independent Director) के रूप में नियुक्त किया है। यह नियुक्ति 03 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगी और पांच साल की अवधि के लिए होगी, बशर्ते इसे शेयरधारकों द्वारा मंजूरी दी जाए।
47 साल के राहुल बी. मेहता के पास इन्वेस्ट मैनेजमेंट, कॉरपोरेट एडवाइजरी और बिजनेस ऑपरेशन में व्यापक अनुभव है। हाल ही में वे Powerbank (Shuchi Anant Virya Pvt. Ltd.) में चीफ बिजनेस ऑफिसर थे, जो EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में अग्रणी कंपनी है। इसके पहले उन्होंने IL&FS Investment Managers Limited में इन्वेस्टमेंट प्रोफेशनल के रूप में काम किया, जहां उन्होंने IIRF Realty Fund (US$525 मिलियन) और IIRF Realty Fund II (US$895 मिलियन) सहित कुल 1.40 अरब डॉलर से अधिक के फंड्स का प्रबंधन किया।
उन्होंने अपनी एडवाइजरी प्रैक्टिस भी चलाई, जो विभिन्न FDI निवेशकों के लिए फंड रिकवरी और आर्बिट्रेशन/लिटिगेशन में विशेषज्ञ थी। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने GE Capital (Genpact) में सिक्स सिग्मा कंसल्टेंट के रूप में की और रिलायंस इंडस्ट्रीज, ICICI बैंक, हिंडाल्को और हिंदुजा हॉस्पिटल जैसी बड़ी कंपनियों के साथ काम किया।
03 अक्टूबर 2025 को आयोजित बोर्ड बैठक में राहुल बी. मेहता की नियुक्ति को मंजूरी दी गई। उनके अनुभव से Tips Films को निवेश प्रबंधन, कॉरपोरेट सलाहकार और व्यवसाय संचालन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण विशेषज्ञता प्राप्त होगी।
बोर्ड नियुक्ति और समितियों का पुनर्गठन
राहुल बी. मेहता की नियुक्ति के बाद कंपनी ने अपनी प्रमुख समितियों का पुनर्गठन भी किया है:
ऑडिट कमेटी
अध्यक्ष: विनोद थॉमस
सदस्य: राधिका मधुकर दुधाट, राहुल बी. मेहता, कुमार एस. तौरणी
नामांकन एवं पारिश्रमिक समिति
अध्यक्ष: विनोद थॉमस
सदस्य: राधिका मधुकर दुधाट, राहुल बी. मेहता
Tips Films ने बताया कि यह नियुक्ति और बोर्ड पुनर्गठन तुरंत प्रभावी हो गया है। राहुल बी. मेहता का पांच साल का कार्यकाल शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन होगा। यह रणनीतिक कदम कंपनी की कॉर्पोरेट गवर्नेंस को मजबूत करने और नेतृत्व टीम में विविध विशेषज्ञता लाने के उद्देश्य को दर्शाता है।
बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड के शेयरधारकों ने हाल ही में आयोजित 31वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में डॉ. अर्चना हिंगोरानी को दूसरी बार स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त करने को मंजूरी दी है।
बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड के शेयरधारकों ने हाल ही में आयोजित 31वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में डॉ. अर्चना हिंगोरानी को दूसरी बार स्वतंत्र निदेशक (Independent Director) के रूप में नियुक्त करने को मंजूरी दी है। यह नियुक्ति आगामी पांच वर्षों की अवधि के लिए की गई है।
डॉ. अर्चना हिंगोरानी वित्तीय सेवाओं और Alternative Asset Management के क्षेत्र में तीन दशकों से अधिक का अनुभव रखती हैं। वर्तमान में वे सियाना कैपिटल (Siana Capital) की मैनेजिंग पार्टनर हैं, जो टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर केंद्रित एक निवेश फर्म है। इसके अलावा, वे अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग के काट्ज ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस में प्राइवेट इक्विटी की विजिटिंग डिस्टिंग्विश्ड प्रोफेसर के रूप में भी कार्यरत हैं।
उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से कला में स्नातक की डिग्री, यूनिवर्सिटी ऑफ पिट्सबर्ग के ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस से एमबीए और उसी संस्थान से दर्शनशास्त्र (Ph.D.) में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है।
अपने करियर में उन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें शामिल हैं —
‘Ten Most Influential Women in Private Real Estate Investing’ (2010) – PERE द्वारा,
‘Most Powerful Women’ (2011-2017) – Fortune India और Business Today द्वारा,
‘25 Most Influential Women in Asia Asset Management’ (2014) – Asian Investor द्वारा,
और ‘Distinguished International Alumnus’ (2016) – Katz Graduate School of Business, University of Pittsburgh द्वारा।
कुल मिलाकर, डॉ. हिंगोरानी के पास 38 वर्षों से अधिक का अनुभव है, जिसमें वित्तीय सेवाएं, शिक्षण और अनुसंधान शामिल हैं।
उन्होंने वरिष्ठ टीवी पत्रकार शमशेर सिंह के नेतृत्व में इस नेटवर्क के तेजी से उभरते डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘कड़क’ (Kadak) में बतौर करेसपॉन्डेंट जॉइन किया है।
युवा पत्रकार मनीषा शर्मा ने ‘नेटवर्क18’ (Network18) से मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। उन्होंने वरिष्ठ टीवी पत्रकार शमशेर सिंह के नेतृत्व में इस नेटवर्क के तेजी से उभरते डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘कड़क’ (Kadak) में बतौर करेसपॉन्डेंट जॉइन किया है।
मनीषा को मीडिया में काम करने का करीब साढ़े तीन साल का अनुभव है। मीडिया में अपने करियर की शुरुआत उन्होंने ‘इंडिया टुडे’ समूह के डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म ‘द लल्लनटॉप’ (The Lallantop) से की थी।
यहां करीब पौने तीन साल अपनी भूमिका निभाने के बाद उन्होंने यहां से बाय बोल दिया था। करीब आठ महीने से वह ‘जागरण न्यू मीडिया’ (Jagran New Media) में वीडियो प्रड्यूसर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं।
मूल रूप से जयपुर (राजस्थान) की रहने वाली मनीषा शर्मा ने नोएडा स्थित ‘एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टीवी’ (AAFT) से मास कम्युनिकेशन की पढ़ाई की है।
समाचार4मीडिया की ओर से मनीषा शर्मा को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
दिनेश गौतम के इस कदम से तमाम लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि कामकाज के साथ-साथ मैनेजमेंट से तालमेल तक टाइम्स में उनके लिए सबकुछ बढ़िया चल रहा था, आखिर वह क्यों और कहां जा रहे हैं।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार दिनेश गौतम से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है। विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार, दिनेश गौतम अब ‘टाइम्स नेटवर्क’ (Times Network) को विदा कह रहे हैं। हाल ही में सहयोगियों ने उन्हें भावुक विदाई दी है। बता दें कि दिनेश गौतम ने करीब ढाई साल पहले इस समूह के हिंदी न्यूज चैनल ‘टाइम्स नाउ नवभारत‘ (Times Now Navbharat) में बतौर कंसल्टिंग एडिटर जॉइन किया था।
टाइम्स में अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने कई फ्लैगशिप शो एंकर किए। बिग एंड बोल्ड, प्रतिशोध और धर्मसंकट को उनकी एंकरिंग की खास शैली के चलते खूब पसंद किया गया। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनकी जज्बे से भरे तरीके ने सबका ध्यान खींचा है।
ऐसे में तमाम लोगों के मन में एक सवाल जरूर उठ रहा है कि कामकाज के साथ-साथ मैनेजमेंट से तालमेल तक टाइम्स में दिनेश के लिए सबकुछ बढ़िया चल रहा था, ऐसे में वह क्यों और कहां जा रहे हैं। समाचार4मीडिया से बातचीत में दिनेश गौतम ने इस बारे में खुलकर कुछ नहीं कहा। हालांकि, अपनी नई पारी के बारे में उनका कहना था कि जल्द ही वह जॉइन कर तब उसके बारे में बताएंगे।
‘टाइम्स’ से पहले दिनेश गौतम ‘टीवी9’ (TV9) नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल ‘टीवी9 भारतवर्ष‘ (TV9 Bharatvarsh) में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। ‘टीवी9’ में ‘अड़ी’ की उनकी धारदार प्रस्तुति खास तौर पर राजनीत और रणनीतिक मामलों में उनकी पकड़ को लोग आज भी याद करते हैं। इससे पहले वह ‘आईटीवी नेटवर्क’ के रीजनल चैनल ‘इंडिया न्यूज’ एमपी/छतीसगढ़ की कमान संभाल रहे थे। वह इस समूह के नेशनल चैनल ‘इंडिया न्यूज’ के रात नौ बजे के प्राइम टाइम शो की एंकरिंग भी करते थे।
‘इंडिया न्यूज‘ से पहले दिनेश गौतम हैदराबाद में ‘ईटीवी भारत‘ से जुड़े हुए थे। वह ‘ईटीवी भारत‘ की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा रहे हैं। करीब नौ महीने के कार्यकाल के बाद उन्होंने वहां से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें वहां पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार और झारखंड) का न्यूज एडिटर बनाया गया था, लेकिन वह दिल्ली लौटना चाहते थे।
दिनेश गौतम को टीवी न्यूज इंडस्ट्री में काम करने का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है। पूर्व में वह ‘24x7 News’, ‘लाइव इंडिया’, ‘जी न्यूज’ और ‘सहारा न्यूज नेटवर्क’ में भी वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके हैं।
दिनेश ‘Moon Light Theaters’ के साथ बतौर क्रिएटिव हेड भी जुड़े रहे हैं और कई नाटकों का लेखन और निर्देशन भी कर चुके हैं। फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ और ‘मार्कशीट’ का लेखन कर चुके दिनेश ‘ऑल इंडिया रेडियो’ (AIR) के साथ भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह IGNFA, IIFM और कई प्रमुख मास कम्युनिकेशन संस्थानों में गेस्ट फैकल्टी भी रह चुके हैं।
मध्य प्रदेश के मूल निवासी दिनेश गौतम विज्ञान में परास्नातक हैं और उन्होंने दिल्ली स्थित ’भारतीय जनसंचार संस्थान’ (IIMC) से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। समाचार4मीडिया की ओर से दिनेश गौतम को उनके नए सफर के लिए अग्रिम रूप से ढेरों शुभकामनाएं।
एसआईटी प्रमुख पुलिस उपाधीक्षक जनक सिंह पंवार के अनुसार, 18 सितंबर की रात राजीव ने अपने मित्र हेड कांस्टेबल सोहन सिंह और कैमरामैन मनबीर कलूड़ा के साथ शराब पी।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में दिल्ली-उत्तराखंड लाइव चैनल के प्रमुख पत्रकार राजीव प्रताप सिंह की संदिग्ध मौत का मामला सुलझ गया है। विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि यह हत्या नहीं, बल्कि सड़क दुर्घटना थी।
एसआईटी प्रमुख पुलिस उपाधीक्षक जनक सिंह पंवार के अनुसार, 18 सितंबर की रात राजीव ने अपने मित्र हेड कांस्टेबल सोहन सिंह और कैमरामैन मनबीर कलूड़ा के साथ शराब पी। नशे की हालत में वे गंगोरी पुल के पास गलत दिशा से कार चला रहे थे, जिससे हादसा हो गया।
सीसीटीवी फुटेज और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से साफ हुआ कि राजीव की छाती व पेट पर चोटें स्टीयरिंग से टकराने के कारण लगीं। कोई हमले या मारपीट के सबूत नहीं मिले। परिवार ने पहले हत्या का शक जताया था, लेकिन जांच में यह दुर्घटना साबित हुई।
डीजीपी द्वारा गठित एसआईटी ने कॉल डिटेल्स, वीडियो और घटनास्थल का मुआयना कर निष्कर्ष निकाला। पुलिस ने अपील की कि शराब पीकर वाहन न चलाएं, वरना जान पर बन सकती है। यह घटना पत्रकार बिरादरी में शोक की लहर ला रही है।
इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने ‘ऑनलाइन गेमिंग नियमावली, 2025’ का ड्राफ्ट जारी किया है।
इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने ‘ऑनलाइन गेमिंग नियमावली, 2025’ का ड्राफ्ट जारी किया है। इसे ‘ऑनलाइन गेमिंग अधिनियम, 2025’ की धारा 19 के तहत अधिसूचित किया जाएगा। इस ड्राफ्ट में भारत की नई व्यवस्था के लिए ऑपरेटिंग प्लेबुक तय की गई है, जिसमें ऑनलाइन गेमिंग अथॉरिटी ऑफ इंडिया (OGAI) की स्थापना, ई-स्पोर्ट्स और ऑनलाइन सोशल गेम्स की पहचान और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया और रजिस्ट्रेशन की वैधता, निलंबन और रद्द करने के नियम शामिल हैं। ये नियम स्टेकहोल्डर्स की प्रतिक्रिया मिलने के बाद अधिसूचित तारीख से लागू होंगे।
ड्राफ्ट में एक महत्वपूर्ण सुझाव यह है कि पूरे ऑनलाइन गेमिंग ढांचे की निगरानी एक ही जगह से नहीं, बल्कि अलग-अलग मंत्रालयों के बीच बांटने का है। ई-स्पोर्ट्स के प्रमोशन और मान्यता की जिम्मेदारी युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय को दी जाएगी, जबकि ऑनलाइन सोशल गेम्स के प्रमोशन की जिम्मेदारी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) के पास होगी। बाकी ढांचे के लिए MeitY नोडल मंत्रालय रहेगा। ड्राफ्ट में यह भी कहा गया है कि MIB को सोशल गेम्स को उद्देश्य और आयु-उपयुक्तता के आधार पर वर्गीकृत करने के लिए कोड ऑफ प्रैक्टिस/गाइडलाइंस जारी करने का अधिकार होगा।
नियमों के तहत OGAI को एक कॉरपोरेट बॉडी के रूप में स्थापित किया जाएगा, जिसका मुख्यालय राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में होगा। यह अथॉरिटी डिजिटल ऑफिस के तौर पर काम करेगी और तकनीकी-लीगल उपाय अपनाएगी, ताकि फिजिकल उपस्थिति की जरूरत न पड़े। अथॉरिटी की संरचना में MeitY के एक चेयरपर्सन (एडिशनल सेक्रेटरी/जॉइंट सेक्रेटरी स्तर), सूचना एवं प्रसारण, खेल और वित्तीय सेवाओं से तीन एक्स-ऑफिसियो जॉइंट सेक्रेटरी और दो अतिरिक्त एक्स-ऑफिसियो सदस्य (कम से कम एक विधिक विशेषज्ञ) शामिल होंगे। ड्राफ्ट में कोरम, वोटिंग, हितों के टकराव और आपातकालीन निर्णय लेने की प्रक्रिया का भी जिक्र है।
बाजार संचालन के मामले में, ड्राफ्ट में OGAI को आवेदन मिलने के बाद 90 दिनों के भीतर किसी ऑनलाइन सोशल गेम या ई-स्पोर्ट को पंजीकृत करने का समय तय किया गया है (यदि वह पात्र पाया जाए)। एक बार मिलने के बाद सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन अधिकतम पांच साल तक वैध होगा (यह अवधि प्रदाता आवेदन के समय चुन सकता है)। बिना वैध सर्टिफिकेट के किसी गेम को “रजिस्टर्ड” बताकर प्रस्तुत या विज्ञापित नहीं किया जा सकेगा। OGAI सभी पंजीकृत टाइटल्स का नेशनल ऑनलाइन सोशल गेम्स और ई-स्पोर्ट्स रजिस्ट्री बनाएगी और उन गेम्स की इंडेक्स भी रखेगी जिन्हें अधिनियम के तहत ऑनलाइन मनी गेम माना गया है।
ड्राफ्ट में “मैटेरियल चेंज” की परिभाषा भी दी गई है (जैसे फीचर या रेवेन्यू मॉडल में बदलाव, जिससे कोई सोशल गेम या ई-स्पोर्ट ऑनलाइन मनी गेम में बदल सकता है)। OGAI को ऐसे मामलों में पंजीकरण निलंबित या रद्द करने का अधिकार होगा। अगर कोई टाइटल प्रतिबंधित ऑनलाइन मनी गेम की श्रेणी में चला जाता है या अधिनियम/अन्य कानूनों का उल्लंघन करता है, तो प्रदाता सरकार की ओर से मिलने वाले प्रमोशन/सपोर्ट के लिए अयोग्य हो जाएगा और उसके खिलाफ सेक्टोरल कानूनों के तहत कार्रवाई हो सकती है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि ड्राफ्ट में कहा गया है कि ऑनलाइन सोशल गेम बिना रजिस्ट्रेशन के भी पेश किया जा सकता है (भाग IV के तहत यानी संचालन के लिए रजिस्ट्रेशन पूर्व-शर्त नहीं है)। साथ ही सरकार सुरक्षित और आयु-उपयुक्त कंटेंट वर्गीकरण के लिए कोड्स और रजिस्ट्री तैयार कर रही है। अंतिम अधिसूचना की समय-सीमा स्टेकहोल्डर्स की टिप्पणियों के आधार पर तय होगी।