2019 में राजनीति की पिच पर उतरे पत्रकारिता के ये ‘खिलाड़ी’

पत्रकारिता और सियासत का रिश्ता बहुत पुराना है। वर्ष 2019 में भी कई पत्रकारों ने खबरों की दुनिया से निकलकर राजनीति के अखाड़े में अपनी किस्मत आजमाई

नीरज नैयर by
Published - Tuesday, 31 December, 2019
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Tuesday, 31 December, 2019
Year Ender


पत्रकारिता और सियासत का रिश्ता बहुत पुराना है। वर्ष 2019 में भी कई पत्रकारों ने खबरों की दुनिया से निकलकर राजनीति के अखाड़े में अपनी किस्मत आजमाई। हालांकि, ये बात अलग है कि अधिकांश को उम्मीदों के अनुरूप परिणाम नहीं मिले। इस फेहरिस्त में पहला नाम आता है सुप्रिया श्रीनेत का। ‘टाइम्स नेटवर्क’ के बिजनेस न्यूज चैनल ‘ईटी नाउ’ (ET NOW) की एग्जिक्यूटिव एडिटर रहीं सुप्रिया ने अपने पद से इस्तीफ़ा देते हुए कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा। वह ‘टाइम्स ग्रुप’ से करीब दस साल से जुड़ी हुई थीं। सुप्रिया महराजगंज के पूर्व सांसद हर्षवर्धन की बेटी हैं, लिहाजा उन्हें उम्मीद थी कि महराजगंज की जनता उन्हें भी संसद तक पहुंचाएगी, मगर परिणाम एकदम विपरीत रहे। सुप्रिया को भाजपा के पंकज चौधरी से शिकस्त का सामना करना पड़ा। वैसे, उनके लिए संतोष की बात यह रही कि पार्टी ने उन्हें प्रवक्ता पद की जिम्मेदारी सौंप दी। इस तरह एक सफल पत्रकार, राजनीतिक जमात का हिस्सा हो गईं।

सुप्रिया श्रीनेत की तरह वरिष्ठ पत्रकार मिथिलेश सिंह भी अब राजनीतिज्ञ हो गए हैं। करीब 20 वर्षों से दिल्ली के राजनीतिक गलियारों की खबर देने वाले मिथिलेश ने खुद इस खबर का हिस्सा बनकर सभी को चौंका दिया था। ‘इंडिया टीवी’ के विशेष संवाददाता रहे सिंह ने अक्टूबर में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ली थी। भविष्य में वह किस भूमिका में नजर आएंगे, ये तो अगले साल ही पता चलेगा, लेकिन उनका कहना है कि वह पत्रकारिता के अनुभव और राजनीतिक गलियारों की उठापटक में तालमेल बिठाने की कोशिश करेंगे। 

खोजी पत्रकार नवनीत चतुर्वेदी ने भी 2019 में पत्रकारिता छोड़कर राजनीति में उतरने का फैसला लिया, लेकिन उन्हें भी निराशा हाथ लगी। साउथ दिल्ली लोकसभा सीट से उन्होंने रजनीश झा की ‘नेशनल यूथ पार्टी’ के टिकट पर चुनाव लड़ा। इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के दमदार उम्मीदवार थे, इसके बावजूद नवनीत को अपनी जीत का भरोसा था। उन्होंने यहां तक कह दिया था कि ‘साउथ दिल्ली सीट पर तो हम ही जीत कर आएंगे संसद में। कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैदान में चाहे कांग्रेस के बॉक्सर बिजेंद्र हों या भाजपा के रमेश विधूड़ी या आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा। जीत सुनिश्चित है, जीतेंगे तो हम ही क्योंकि न तो मैं गरीब हूं...न मैं चाय बेचता हूं और न मैं चौकीदार हूं। मतलब चोर भी नही हूं। जनता को इस बार बदलाव चाहिए।’

हालांकि, पत्रकारिता से सियासत की ओर दौड़ने वाले पत्रकारों के इतर 2019 में वरिष्ठ पत्रकार तथागत सत्पथी ने रिवर्स गियर लगाया। उन्होंने लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत नहीं आजमाई और पत्रकारिता में वापसी का ऐलान भी किया। वैसे तथागत नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (बीजद) के वरिष्ठ सांसद रहे हैं। उन्होंने मार्च में अपने फैसले के बारे में बताते हुए कहा था कि ‘मैं किसी राजनीतिक दल में नहीं रहने वाला हूं। मैं पत्रकारिता के अपने पुराने पेशे में लौट रहा हूं। चूंकि बीजू पटनायक मुझे राजनीति में लेकर आए थे, इसलिए मैंने 6 मार्च को उनकी जयंती पर चुनाव न लड़ने की घोषणा करता हूं। अब पत्रकारिता में और निडर आवाजों की जरुरत है। पत्रकारिता पर फिर से ध्यान केंद्रित करने के लिए अपने आप को राजनीति से दूर कर रहा हूं। इतने वर्षों में सहयोग के लिए अपने नेता नवीन पटनायक का आभारी हूं। यह अहसास हुआ कि लोगों की सेवा करने के लिए राजनीति एकमात्र जरिया नहीं है।' गौरतलब है कि तथागत सत्पथी 2014 में चौथी बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। वह उड़िया दैनिक समाचार पत्र धरित्री और अंग्रेजी दैनिक उड़ीसा पोस्ट के मालिक और संपादक भी हैं।

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‘JioStar’ में अरवमुदन के का ‘कद’ बढ़ा, अब निभाएंगे यह भूमिका

इस प्रमोशन से पहले वह कंपनी में पब्लिक पॉलिसी हेड के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।

Samachar4media Bureau by
Published - Wednesday, 26 November, 2025
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Wednesday, 26 November, 2025
Aravamudhan K

अरवमुदन के (Aravamudhan K) को ‘जियोस्टार’ (JioStar) में एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (Legal & Regulatory) के पद पर प्रमोट किया गया है।

अरवमुदन के ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘लिंक्डइन’ (Linkedin) पर खुद यह जानकारी शेयर की है। अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा है, ‘मुझे यह बताते हुए काफी खुशी हो रही है कि मैं जियोस्टार में एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (Legal & Regulatory) के पद पर नियुक्त हुआ हूं। इस पद के साथ आने वाली नई चुनौतियों और अवसरों का मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। अपने वरिष्ठों और टीम का उनके निरंतर समर्थन के लिए बहुत धन्यवाद!’

अरवमुदन के इस प्रमोशन से पहले ‘जियोस्टार’ (पूर्व में Star India) में पब्लिक पॉलिसी हेड के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने ‘वायकॉम18’ (Viacom18) में लगभग दो साल तक पब्लिक पॉलिसी का नेतृत्व किया। इसके साथ ही उन्होंने ‘द वॉल्ट डिज्नी कंपनी इंडिया’ (The Walt Disney Company India) में एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (Government Relations) के पद पर काम किया और ‘स्टार टीवी नेटवर्क’ (STAR TV Network) में वर्ष 2017 से 2022 तक सीनियर वाइस प्रेजिडेंट के रूप में जिम्मेदारी निभाई।

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CM प्रेम सिंह तमांग बोले- मीडिया बने बेखौफ, ईमानदार और सच दिखाने वाली ‘तीसरी आंख’

गंगटोक में मंगलवार को आयोजित नेशनल प्रेस डे कार्यक्रम में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने राज्य के पत्रकारों से अपील की कि वे बेखौफ, निष्पक्ष और सच्चाई पर आधारित काम करें।

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Published - Wednesday, 26 November, 2025
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Wednesday, 26 November, 2025
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गंगटोक में मंगलवार को आयोजित नेशनल प्रेस डे कार्यक्रम में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने राज्य के पत्रकारों से अपील की कि वे बेखौफ, निष्पक्ष और सच्चाई पर आधारित काम करें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आलोचना से डरती नहीं, बल्कि उसे सही दिशा दिखाने वाला मार्गदर्शन मानती है।

CM तमांग ने कहा, “मैं चाहूंगा कि प्रेस हमारी ‘तीसरी आंख’ बने, जो हमेशा बेखौफ, निष्पक्ष और सच बोलने वाली हो। आपकी आलोचना का हम स्वागत करते हैं। आप अपनी कलम का इस्तेमाल झूठी खबरों, नशे और उन सामाजिक बुराइयों के खिलाफ करें जो हमारे युवाओं को नुकसान पहुंचा रही हैं।”

उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम 9 दिन बाद इसलिए किया गया क्योंकि वे खुद इसमें मौजूद रहना चाहते थे। CM ने साफ कहा कि उनकी सरकार पूरी तरह ईमानदारी और जवाबदेही के साथ काम करती है, भले ही वो हर चीज में परफेक्ट न हो।

पूर्व SDF सरकार पर निशाना साधते हुए तमांग ने कहा कि पहले एक समय ऐसा भी था जब सरकार और मीडिया के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे। कई पत्रकारों और मीडिया हाउस पर 2019 से पहले हमले और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई थीं क्योंकि वे उस समय की सरकार की आलोचना कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि SKM सरकार में अब पत्रकारिता स्वतंत्रता, भरोसे और आपसी सम्मान की नींव पर खड़ी है, हालांकि आज भी गलत जानकारी, अभिव्यक्ति की आज़ादी पर खतरा और सुरक्षा जैसी चुनौतियां मौजूद हैं।

CM ने बताया कि उनकी सरकार ने मीडिया को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को आर्थिक और अन्य तरह की सहायता उपलब्ध कराई गई है। कोविड-19 के समय पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा देकर उनकी भूमिका को सम्मान दिया गया। प्रेस क्लब ऑफ सिक्किम के लिए एक अलग बिल्डिंग दी गई है और साथ ही प्रेस के उपयोग के लिए 17-सीटर वाहन भी उपलब्ध कराया गया है।

उन्होंने आगे बताया कि पत्रकारों को सिक्किम स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ दिया जा रहा है। इसके अलावा पेंशन योजना और प्रेस क्लब के लिए वार्षिक ग्रांट भी सुनिश्चित की गई है। सरकार ने विज्ञापन दरों में बढ़ोतरी की है ताकि मीडिया संस्थानों को आर्थिक मजबूती मिले। पत्रकारों के लिए एक्सपोजर टूर और बेहतर अवॉर्ड सुविधाएं भी शुरू की गई हैं, जिससे उनकी प्रोफेशनल ग्रोथ को प्रोत्साहन मिले।

CM ने कहा, “जो पत्रकार खुद संघर्ष में हो, वह समाज की सेवा नहीं कर सकता। इसलिए हमारी सरकार ने प्रेस को मजबूत करना अपनी जिम्मेदारी समझकर ये कदम उठाए। हमने न सिर्फ मीडिया की गरिमा और स्वतंत्रता वापस दिलाई है, बल्कि इसे सुरक्षित रखने की भी जिम्मेदारी ली है।”

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हर्ष भंडारी संभाल सकते हैं नई जिम्मेदारी, इनवेस्टमेंट-कंसल्टेंसी के क्षेत्र में करेंगे काम

वरिष्ठ मीडिया और बिजनेस लीडर हर्ष भंडारी ने रणनीतिक निवेश और इनोवेशन कंसल्टेंसी के क्षेत्र में नई जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं।

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Published - Tuesday, 25 November, 2025
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Tuesday, 25 November, 2025
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वरिष्ठ मीडिया और बिजनेस लीडर हर्ष भंडारी ने रणनीतिक निवेश और इनोवेशन कंसल्टेंसी के क्षेत्र में नई जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं। इंडस्ट्री सूत्रों के मुताबिक, यह स्टार्टअप फिलहाल रक्षा क्षेत्र में विस्तार कर रहा है और डिफेंस इनोवेशन, कंटेंट, साथ ही स्पेशलाइज्ड स्पोर्ट्स और वेलनेस जैसे क्षेत्रों में टीम और प्लेटफॉर्म बना रहा है।

हर्ष भंडारी की नियुक्ति को भारत ऑपरेशन को मजबूत करने का रणनीतिक कदम माना जा रहा है।

तीन दशकों से अधिक अनुभव रखने वाले हर्ष भंडारी मीडिया, कंटेंट स्ट्रेटेजी, ऑपरेशंस और रिटेल मैनेजमेंट में माहिर हैं। उनकी टीम मैनेजमेंट और बिजनेस स्केल बढ़ाने की क्षमता कंपनी के निवेश और इनोवेशन लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगी।

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'श्री अधिकारी ब्रदर्स टेलीविजन नेटवर्क' का बदलेगा नाम, बोर्ड मीटिंग में कई बड़े फैसले

श्री अधिकारी ब्रदर्स टेलीविजन नेटवर्क (Sri Adhikari Brothers Television Network Limited) की बोर्ड मीटिंग 24 नवंबर 2025 को हुई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए।

Vikas Saxena by
Published - Tuesday, 25 November, 2025
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Tuesday, 25 November, 2025
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श्री अधिकारी ब्रदर्स टेलीविजन नेटवर्क (Sri Adhikari Brothers Television Network Limited) की बोर्ड मीटिंग 24 नवंबर 2025 को हुई, जिसमें कई अहम फैसले लिए गए। सबसे बड़ा फैसला कंपनी का नाम बदलने का है। बोर्ड ने कंपनी का नया नाम Aqylon Nexus Limited रखने का प्रस्ताव पास किया है। अब इस बदलाव को शेयरहोल्डर्स की मंजूरी के लिए पोस्टल बैलट के जरिए भेजा जाएगा।

कंपनी ने अपने मेन ऑब्जेक्ट क्लॉज़ में भी बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है। अब कंपनी का फोकस टीवी या मीडिया से हटकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, डेटा साइंस और टेक्नोलॉजी से जुड़े बिजनेस पर होगा। इसके लिए Memorandum of Association यानी MOA में नया क्लॉज़ जोड़ा जाएगा।

ऑडिटर में बदलाव

कंपनी के मौजूदा स्टैच्यूटरी ऑडिटर Hitesh Shah & Associates ने इस्तीफा दे दिया है। बोर्ड ने नए ऑडिटर के तौर पर Bilimoria Mehta & Co. को 2025–26 के लिए मंजूरी दे दी है। इस पर भी शेयरहोल्डर्स की मंजूरी ली जाएगी।

AI और ग्रीन डेटा सेंटर बनाने का बड़ा प्लान

बोर्ड ने Telangana में 50 MW का AI व ग्रीन डेटा सेंटर कैंपस बनाने का प्रस्ताव भी पास किया। कंपनी का दावा है कि यह प्रोजेक्ट भारत के नेशनल AI मिशन, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, डिफेंस और गवर्नेंस जैसी जरूरतों को सपोर्ट करेगा।

इश्यू वॉरंट्स के प्रस्ताव वापस

कंपनी ने BSE और NSE में पहले दिए गए 1.5 करोड़ इक्विटी शेयर और 6.80 करोड़ कन्वर्टिबल वॉरंट्स के लिए इन-प्रिंसिपल अप्रूवल की अर्जी वापस लेने का निर्णय लिया है।

पोस्टल बैलट की तैयारी

बोर्ड ने इन सब प्रस्तावों पर शेयरहोल्डर्स की मंजूरी के लिए पोस्टल बैलट नोटिस भी मंजूर कर लिया है। ई-वोटिंग प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से कराने के लिए कृणा गोकुलकुमार शाह को स्क्रूटिनाइजर नियुक्त किया गया है।

 


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AGM की तारीख बढ़ाने के लिए इस वजह से SITI Networks की अटकी अर्जी, ROC से बातचीत जारी

सिटी नेटवर्क्स (SITI Networks Limited) की सालाना आम बैठक (AGM) की तारीख बढ़ाने की कोशिशें फिलहाल अटक गई हैं।

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Published - Tuesday, 25 November, 2025
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Tuesday, 25 November, 2025
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सिटी नेटवर्क्स (SITI Networks Limited) की सालाना आम बैठक (AGM) की तारीख बढ़ाने की कोशिशें फिलहाल अटक गई हैं। कंपनी ने इस बारे में ROC (रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज़) को दो बार आवेदन भेजा है, लेकिन तकनीकी और कानूनी वजहों से मामला आगे नहीं बढ़ पा रहा है।

कंपनी ने बताया कि 18 सितंबर 2025 को उसने MCA पोर्टल पर GNL-1 फॉर्म भरकर AGM की तारीख तीन महीने बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन सिस्टम ने इसे स्वीकार ही नहीं किया। वजह ये बताई गई कि कंपनी CIRP यानी कॉर्पोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया में चल रही है और ऐसे केस में ये फॉर्म नहीं भरा जा सकता।

इसके बाद कंपनी ने 30 सितंबर को GNL-2 फॉर्म के जरिए दोबारा कोशिश की। लेकिन ROC ने इस पर कई सवाल उठा दिए, जैसे कि CIRP में चल रही कंपनी AGM कैसे करेगी, कौन सा कानून RP (Resolution Professional) को AGM बुलाने की अनुमति देता है और शेयरहोल्डर्स वोट कैसे करेंगे?

कंपनी ने जवाब देते हुए कहा कि IBC (Insolvency and Bankruptcy Code) RP को पूरा अधिकार देता है कि वह कंपनी की तरफ से हर तरह की कानूनी और जरूरी प्रक्रियाएं पूरी करे। साथ ही, कंपनी ने बताया कि CIRP में होने के बावजूद AGM करना जरूरी है क्योंकि कानून में इसकी कोई छूट नहीं दी गई है।

इसके बावजूद ROC ने कंपनी की अर्जी खारिज कर दी। ROC का कहना था कि IBC में RP को शेयरहोल्डर्स की मीटिंग बुलाने का साफ प्रावधान नहीं है।

इसके बाद कंपनी ने 6 नवंबर को एक और आवेदन GNL-2 में दाखिल किया और फिर से विस्तार मांगा। इस बार कंपनी ने CIRP की स्थिति, RP की जिम्मेदारियां और पिछले प्रावधानों का पूरा ब्योरा भी दिया। लेकिन ROC ने इस आवेदन में भी आपत्ति जताई और कहा कि AGM बढ़ाने के लिए यह सही फॉर्म नहीं है।

कंपनी ने कहा है कि वह इस मामले को लेकर ROC से लगातार बात कर रही है और तीन महीने के समय विस्तार के लिए प्रयास जारी हैं।

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डिजिटल डेटा प्रोटेक्शन नियमों पर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने जताई नाराजगी

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (PCI) ने केंद्र सरकार द्वारा डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट, 2023 (DPDP एक्ट) के तहत नए नियमों की नोटिफिकेशन करने के तरीके पर गहरी नाराजगी जताई है।

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Published - Tuesday, 25 November, 2025
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Tuesday, 25 November, 2025
PCI

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया (प्रेस क्लब) ने केंद्र सरकार द्वारा डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन एक्ट, 2023 (DPDP एक्ट) के तहत नए नियमों की नोटिफिकेशन करने के तरीके पर गहरी नाराजगी जताई है। प्रेस क्लब का कहना है कि ये नियम पत्रकारों की आजादी और प्रेस की स्वतंत्रता पर सीधा असर डालते हैं।

प्रेस क्लब और देशभर के 22 बड़े प्रेस संगठनों ने जून 2025 में MEITY को एक संयुक्त मेमोरेंडम दिया था, जिसमें इस कानून की कई कमियों को बताया गया था। पत्रकारों का कहना है कि कानून में कई परिभाषाएं बहुत अस्पष्ट हैं और इनका गलत इस्तेमाल करके पत्रकारों के काम को रोका जा सकता है।

पत्रकार संगठनों ने सरकार को सुझाव दिया था कि पत्रकारों और मीडिया संस्थानों के लिए स्पष्ट और सुरक्षित छूट दी जाए, ताकि रिपोर्टिंग का काम बाधित न हो। इसके बाद 28 जुलाई को MEITY के सचिव एस. कृष्णन ने पत्रकार संगठनों के साथ बैठक भी की। उनकी मांग पर पत्रकारों ने 35 सवालों की एक विस्तृत सूची (FAQs) भी भेजी, जिसमें बताया गया कि कानून किन-किन स्थितियों में पत्रकारों के काम में दखल डाल सकता है।

बैठक में पत्रकार संगठनों ने यूरोप के GDPR के उदाहरण भी दिए, जिसमें पत्रकारों के लिए स्पष्ट छूट का प्रावधान है।

प्रेस क्लब का कहना है कि उनके सुझावों के बावजूद सरकार ने कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया कि यह कानून पत्रकारों के खिलाफ इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। संगठन का आरोप है कि कानून की कुछ धाराओं का दायरा इतना बड़ा है कि इन्हें मनमाने ढंग से लागू करके मीडिया की स्वतंत्रता को नुकसान पहुंचाया जा सकता है।

प्रेस क्लब ने याद दिलाया कि वह हमेशा प्रेस की आजादी की रक्षा के लिए खड़ा रहा है, चाहे 1975 की इमरजेंसी का दौर हो या 1988 का विवादित मानहानि बिल। संस्था का कहना है कि DPDP कानून में भी यही खतरा दिखाई देता है।

प्रेस क्लब ने सरकार से मांग की है कि पत्रकारों के लिए साफ-साफ छूट तय की जाएं और कानून की अस्पष्ट धाराओं को ठीक किया जाए, ताकि पत्रकारिता पर किसी तरह का दबाव या कार्रवाई का खतरा न रहे।

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'शेमारू एंटरटेनमेंट' ने इस तरह से योग्य एम्प्लॉयीज को दिया तोहफा

शेमारू एंटरटेनमेंट (Shemaroo Entertainment Limited) ने अपने कुछ योग्य एम्प्लॉयीज को 9,000 ESOPs (Employee Stock Ownership Plan) देने का फैसला किया है।

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Published - Monday, 24 November, 2025
Last Modified:
Monday, 24 November, 2025
Shemaroo521

शेमारू एंटरटेनमेंट (Shemaroo Entertainment Limited) ने अपने कुछ योग्य एम्प्लॉयीज को 9,000 ESOPs (Employee Stock Ownership Plan) देने का फैसला किया है। यह मंजूरी कंपनी की नॉमिनेशन व रिक्रूटमेंट कमेटी ने 21 नवंबर 2025 को दी।

इन 9,000 स्टॉक ऑप्शंस के बदले एम्प्लॉयीज आगे चलकर 9,000 शेयर ले सकेंगे। हर ऑप्शन एक शेयर में बदला जा सकता है।

कंपनी ने इन शेयरों की कीमत 67 रुपये रखी है, जो 20 नवंबर 2025 की मार्केट कीमत से लगभग 41% कम है। यानी एम्प्लॉयीज को कंपनी के शेयर काफी कम कीमत पर पाने का मौका मिलेगा।

कंपनी ने कहा कि अगले एक साल में ये ऑप्शन वेस्ट होंगे और उसके बाद एम्प्लॉयीज को इन्हें एक साल के अंदर इस्तेमाल करने का मौका मिलेगा।

शेमारू का मानना है कि इस कदम से एम्प्लॉयीज की कंपनी से जुड़ाव और मजबूत होगा और वे कंपनी की ग्रोथ के साथ खुद को और ज्यादा जुड़ा महसूस करेंगे।

शेमारू एंटरटेनमेंट देश की जानी-मानी कंटेंट कंपनी है, जो अपने बड़े बॉलीवुड फिल्मों और मनोरंजन कंटेंट की लाइब्रेरी के लिए मशहूर है। कंपनी विभिन्न प्लेटफॉर्म्स के जरिए दर्शकों तक अपना कंटेंट पहुंचाती है।

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‘एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया’ के नए पदाधिकारी घोषित

चुनाव समिति के मुताबिक, आगामी कार्यकाल 2025–26 के लिए संजय कपूर को अध्यक्ष, राघवन श्रीनिवासन को महासचिव और टेरेसा रहमान को कोषाध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध रूप से चुना गया है।

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Published - Saturday, 22 November, 2025
Last Modified:
Saturday, 22 November, 2025
EGI..

देश में संपादकों की शीर्ष संस्था ‘एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया’ (EGI) में नए पदाधिकारियों का चुनाव कर लिया गया है। चुनाव समिति की ओर से जारी आधिकारिक सूचना के अनुसार, नए पदाधिकारियों के चुनाव की प्रक्रिया 19 नवंबर 2025 को पूरी हो गई।

इस बार अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष के सभी पदों पर केवल एक-एक नामांकन मिलने के कारण किसी तरह के मतदान की आवश्यकता नहीं पड़ी। चुनाव समिति के मुताबिक संजय कपूर को अध्यक्ष पद के लिए नामित किया गया था। उनका नाम मोनू नलपत ने प्रस्तावित किया और सीमा मुस्तफा ने इसका समर्थन किया।

महासचिव पद के लिए राघवन श्रीनिवासन का नाम प्रस्तावित किया गया, जिसे भारत भूषण ने आगे बढ़ाया और सिद्धार्थ वरदराजन ने इसका समर्थन किया। कोषाध्यक्ष पद के लिए टेरेसा रहमान का नामांकन दाखिल हुआ। उनका प्रस्ताव सुरेश बाफ़ना ने किया और कुमकुम चड्ढा ने समर्थन किया।

चुनाव समिति के संयोजक राजदीप सरदेसाई और सदस्य विजय नाइक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, चूंकि इन तीनों पदों के लिए कोई अन्य नामांकन प्राप्त नहीं हुआ, इसलिए पूरा पैनल बिना किसी मुकाबले (Unopposed) निर्वाचित घोषित कर दिया गया है। चुनाव समिति ने नए पैनल को आगामी कार्यकाल 2025–26 के लिए शुभकामनाएं दी हैं।

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हैप्पी बर्थडे अविनाश पांडेय: भारतीय मीडिया की दिशा तय करने वाली बेहद ही मजबूत आवाज हैं आप

भारतीय ब्रॉडकास्टिंग के सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक अविनाश पांडेय आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं।

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Published - Saturday, 22 November, 2025
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Saturday, 22 November, 2025
Avinash78451

भारतीय ब्रॉडकास्टिंग के सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक अविनाश पांडेय आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। लगभग तीन दशक के लंबे करियर में उन्होंने न्यूजरूम, नीतियों और मीडिया इंडस्ट्री के काम करने के तरीके को नई दिशा दी है।

एबीपी नेटवर्क के साथ उनकी लंबी पारी ने उन्हें देश के सबसे भरोसेमंद मीडिया लीडर्स में शामिल किया। पहले COO और फिर CEO बनने तक, अविनाश पांडेय ने एबीपी को लगातार बदलते मीडिया माहौल में न सिर्फ संभाला बल्कि डिजिटल दुनिया में तेजी से आगे बढ़ाया। उनके नेतृत्व में एबीपी और अधिक चुस्त, डिजिटल-फ्रेंडली और मल्टी-प्लैटफॉर्म न्यूज पावरहाउस बनकर उभरा।

इस साल उन्होंने इंडियन ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल फाउंडेशन (IBDF) के सेक्रेटरी जनरल की जिम्मेदारी संभाली, जो टीवी ब्रॉडकास्टर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का शीर्ष संगठन है। जुलाई 2025 में वे लक्ष्य मीडिया ग्रुप में बतौर डायरेक्टर जुड़े, जहां उन्होंने कंपनी की OOH और इंटीग्रेटेड मीडिया रणनीतियों को और मजबूत किया। साथ ही वे प्राइमस पार्टनर्स में सीनियर एडवाइजर- मीडिया प्रैक्टिसेज की भूमिका भी निभा रहे हैं।

इंडस्ट्री में अविनाश पांडेय की पहचान उनकी रणनीतिक सोच और नीति निर्माताओं के साथ सक्रिय सहभागिता के लिए है। वे IAA (इंडिया चैप्टर), न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल एसोसिएशन, FICCI और ASSOCHAM जैसे प्रमुख संगठनों से जुड़े रहे हैं और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की कई समितियों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। विज्ञापन, रेगुलेशन और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर उनकी समझ हमेशा उद्योग के लिए मार्गदर्शक रही है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से पढ़ाई और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एग्जिक्यूटिव एजुकेशन हासिल करने वाले पांडेय शैक्षणिक गहराई और भारतीय मीडिया बाजार की समझ का बेहतरीन मेल प्रस्तुत करते हैं। वैश्विक अनुभव और जमीनी कामकाज ने उन्हें ब्रांड बिल्डिंग, दर्शक समझ और मीडिया सुधार में एक विश्वसनीय आवाज बनाया है।

उनके जन्मदिन पर मीडिया जगत के कई लोग उन्हें खास शुभकामनाएं दे रहे हैं।

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‘साहित्य आजतक’ में बोलीं कली पुरी, जीवन की नाजुक डोरों को जोड़ने का काम करता है साहित्य

‘इंडिया टुडे’ (India Today) ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जिक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने दिल्ली में आयोजित ‘साहित्य आजतक’ के आठवें संस्करण का उद्घाटन किया।

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Published - Saturday, 22 November, 2025
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Saturday, 22 November, 2025
Kalli Purie..

‘इंडिया टुडे’ (India Today) ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जिक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने कहा कि साहित्य जीवन की नाज़ुक डोरों को जोड़ने का काम करता है। वह दिल्ली में आयोजित ‘साहित्य आजतक’ के आठवें संस्करण का उद्घाटन कर रही थीं, जहां साहित्य, कला और संगीत जगत की कई नामी हस्तियों ने हिस्सा लिया।

कली पुरी ने अपने संबोधन में जीवन की अनिश्चितता पर भी बात की और साल 2025 में हुई कुछ दुखद घटनाओं जैसे- पाहलगाम आतंकी हमले से लेकर अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान दुर्घटना का जिक्र भी किया।

कली पुरी का कहना था कि वर्ष 2025 की शुरुआत भारत के लिए बेहद दर्दनाक रही। साल की शुरुआत में ही पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, जब मासूम सैलानियों पर आतंकियों ने हमला कर दिया। इस घटना में 26 लोगों की मौत हो गई। इसके दो महीने बाद एक और बड़ी दुर्घटना हुई, जब अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट एक मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गई, जिसमें 260 लोगों की जान चली गई।

कली पुरी ने कहा कि ऐसी घटनाएं हमें यह एहसास कराती हैं कि जिंदगी कितनी नाजुक है। उन्होंने किशोर कुमार के मशहूर गाने की पंक्तियां उद्धृत करते हुए कहा—‘जिंदगी एक सफर है सुहाना, यहां कल क्या हो किसने जाना।’ जीवन की इस अनिश्चितता के बीच कली पुरी ने यह भी बताया कि साहित्य कैसे रिश्तों को मजबूत बनाने और जीवन को बेहतर दिशा देने में मदद करता है।

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