समाचार4मीडिया ब्यूरो पत्रकारिता और कला क्षेत्र में सराहनीय प्रदर्शन के लिए दिए जाने वाले मातृश्री मीडिया पुरस्कार से कई पत्रकारों को नवाजा गया है। इस मोके पर देश के तमाम पत्रकारो को भी मातृ श्री अवॉर्ड से केन्द्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने सम्मानित किया। इस बार इसमें नीरजा फ़िल्म को बेस्ट फ़िल्म का अवॉर्ड दिया गया। गया।
वह करीब तीन साल से इस समूह के डिजिटल-फर्स्ट न्यूज प्लेटफॉर्म ‘तक चैनल्स’ (Tak Channels) से जुड़े हुए थे।
युवा पत्रकार अक्षय शर्मा ने ‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह को बाय बोल दिया है। वह करीब तीन साल से इस समूह के डिजिटल-फर्स्ट न्यूज प्लेटफॉर्म ‘तक चैनल्स’ (Tak Channels) से जुड़े हुए थे।
समाचार4मीडिया से बातचीत में अक्षय शर्मा ने बताया कि वह फिलहाल नोटिस पीरियड पर हैं और जल्द ही एक अन्य बड़े मीडिया संस्थान के साथ टीवी की दुनिया में अपनी नई पारी शुरू करने जा रहे हैं। इस संस्थान के नाम का खुलासा वह वहां जॉइन करने के बाद करेंगे।
अक्षय शर्मा को टीवी, डिजिटल मीडिया और जनसंपर्क ( PR) में काम करने का एक दशक से अधिक का अनुभव है। पूर्व में वह सहारा समय, जी मीडिया, स्वराज एक्सप्रेस, सूर्या समाचार जैसे प्रमुख मीडिया संस्थानों में भी विभिन्न पदों पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
अक्षय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की सोशल मीडिया टीम का हिस्सा रहने के साथ-साथ हरियाणा सीएम ऑफिस में बतौर प्रेस कंसल्टेंट भी कार्य कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर निवासी अक्षय सामाजिक क्षेत्र में भी काफी सक्रिय रहे हैं। अक्षय शर्मा के अनुसार, सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों की बदौलत उन्हें भारत स्काउट और गाइड संस्था से दो बार राज्यपाल पुरस्कार और एक बार राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
तक चैनल्स में करीब तीन साल के अपने कार्यकाल के दौरान अक्षय शर्मा ने ‘यूपी तक’ और ‘राजस्थान तक’ पर काम किया। इस दौरान वर्ष 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव, निकाय चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव की कवरेज में उन्होंने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इसके अलावा उन्होंने महाकुंभ और राजस्थान विधानसभा चुनाव जैसे बड़े आयोजनों की कवरेज भी संभाली। तक चैनल्स में रहते हुए उन्होंने कई विशेष कार्यक्रमों में राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक हस्तियों को न्यूज रूम गेस्ट के रूप में आमंत्रित कर संस्थान की गतिविधियों को आगे बढ़ाया।
समाचार4मीडिया की ओर से अक्षय शर्मा को उनकी नई पारी के लिए अग्रिम रूप से बधाई और ढेरों शुभकामनाएं।
दक्षिण कमांड में 11 राज्य आते हैं। चार एयरबेस और तीन नौसेना बेस हैं। जनरल सेठ बोले कि सब मिलकर एक्सरसाइज करते हैं। कई ऑपरेशन चलाते हैं। अब स्ट्रैटेजिक गाइडेंस मिलता है।
इंडिया टुडे कॉनक्लेव में भारतीय सेनाओं के टॉप कमांडर इकट्ठे हुए। वहां ज्वाइंटनेस पर जोर दिया गया। यानी थल, वायु और नौसेना एक साथ कैसे मजबूत हों। भारतीय थल सेना के दक्षिणी कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ ने कहा कि हम सब मिलकर काम कर रहे हैं। अब बड़ा कदम लेने का समय है। इंटीग्रेटेड थियेटर कमांड जरूरी है।
हमारे दो पड़ोसी देशों को देखो, हमें भी ये चाहिए। उन्होंने पीएम के 'जय' फॉर्मूले की तारीफ की। ज्वाइंटनेस, आत्मनिर्भरता और इनोवेशन। भारतीय वायुसेना के पूर्वी कमांड के कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल सूरत सिंह ने वायुसेना की तारीफ की। उन्होंने कहा कि तीनों सेनाओं में वायुसेना सबसे युवा है।
बालाकोट और ऑपरेशन सिंदूर में हमने कमाल किया। ऑपरेशन सिंदूर के 90 घंटे पर बताते हुए बोले कि हमने 25 मिनट में पूरा हुलिया बदल दिया। पाकिस्तान की हालत खराब हो गई। स्पीड, टेक्नोलॉजी, हथियार और सटीकता हमारी ताकत थी। सबने मिलकर किया, सरकार ने लक्ष्य दिया। पहले 25 मिनट सबसे अहम थे। एयरोस्पेस पावर पर कहा कि सारे हथियार एडवांस हो रहे हैं। अगले दशक की चुनौतियों के लिए तीनों सेनाएं तैयार हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे कोई संकोच नहीं है कि मैं हिंदू हूं। संविधान किसी धर्म के विरोध की बात नहीं करता। पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि जज किसी भी धर्म का हो, वह जब कोर्ट जाता है तो जस्टिस ही करता है।
इंडिया टुडे ग्रुप के आयोजन इंडिया टुडे कॉन्क्लेव मुंबई के मंच पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ थे। उन्होंने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पूजा में बुलाने से लेकर फैसलों को लेकर सोशल मीडिया पर उठे सवालों तक, खुलकर अपनी बात रखी।
पीएम मोदी को अपने घर पूजा में बुलाने पर हुई आलोचना को लेकर सवाल पर पूर्व सीजेआई ने कहा कि सीजेआई विपक्ष का नेता नहीं, सिस्टम का ही अंग है। उन्होंने कहा कि मुझे कोई संकोच नहीं है कि मैं हिंदू हूं। संविधान किसी धर्म के विरोध की बात नहीं करता।
पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि जज किसी भी धर्म का हो, वह जब कोर्ट जाता है तो जस्टिस ही करता है। उन्होंने आगे कहा कि जहां तक पीएम मोदी को आमंत्रित करने के लिए आलोचना की बात है, तो सीजेआई विपक्ष के नेता नहीं हैं। वह भी सिस्टम के अंग हैं और यह एक शिष्टाचार है।
पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कॉलेजियम और नेपोटिज्म के सवाल पर कहा कि लेबल पर जाने की बजाय काम की क्वालिटी पर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां तक मेरी बात है, 45 साल की उम्र में हाईकोर्ट का जज बना। 16 साल हाईकोर्ट में रहा और उसके बाद सुप्रीम कोर्ट में चार साल तक केस देखे। चंद्रचूड़ ने कहा कि उम्र का टैलेंट से कोई संबंध नहीं होता।
आदित्य ठाकरे ने ने कहा कि हमने कई खामियां पाई है और इससे जुड़े डाटा की स्टडी की जा रही है और इसमें हम जनता के सामने रखेंगे। महाराष्ट्र में अगले जनवरी तक बीएमसी के चुनाव होने वाले हैं।
शिवसेना यूबीटी के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा है कि राहुल गांधी की तरह वह भी वोट चोरी का खुलासा करेंगे। आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान हुए कथित 'वोट चोरी' का खुलासा करने का वादा किया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमने भी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में वोट चोरी को लेकर चुनाव आयोग को लिखा है।
उन्होंने कहा कि हमने पिछले साल चुनावों से पहले ही चुनाव आयोग को मतदाताओं की अचानक बढ़ी संख्या, गायब मतदाताओं और मतदान केंद्रों के कुप्रबंधन के बारे में पत्र लिखा था। इन सभी गड़बड़ियों के बारे में हम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता को बताएंगे।
बीजेपी के हिन्दुत्व की आलोचना करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि बीजेपी के साथ जाना हिन्दुत्व है और क्या कांग्रेस के साथ जाना हिन्दुत्व नहीं है? हम एक मात्र पार्टी हैं जहां उद्धव ठाकरे तीन बार अयोध्या गए। हमारी देशभक्ति और हिन्दुत्व पर प्रमाण पत्र देने वाली बीजेपी कौन होती है?
मैं बीजेपी के उस हिन्दुत्व से सहमत नहीं हूं जहां किसी व्यक्ति को उसके खाने के पसंद के आधार पर जला दिया जाता है। मैं हिन्दू हूं और गौरवशाली हिन्दू हूं और बीजेपी मुझे प्रमाण पत्र नहीं दे सकती है।
‘अमृतकाल में भारत’ पर पुस्तक के लेखक प्रो. संजय द्विवेदी से विशेष परिचर्चा हुई। सेवा पर्व -2025 के अवसर पर अधिष्ठाता प्रो. नवीन कुमार मेहता ने लेखक से संवाद किया।
साँची बौद्ध-भारतीय ज्ञान अध्ययन विश्वविद्यालय, सांची में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित दो किताबों ‘मोदी युग-संसदीय लोकतंत्र का नया अध्याय’ और ‘अमृतकाल में भारत’ पर पुस्तक के लेखक प्रो. संजय द्विवेदी से विशेष परिचर्चा हुई। सेवा पर्व -2025 के अवसर पर अधिष्ठाता प्रो. नवीन कुमार मेहता ने लेखक से संवाद किया।
भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक रहे प्रो. संजय द्विवेदी ने सवालों के जवाब में बताया कि उन्होंने 2014 के पहले ही एक लेख में कह दिया था कि देश के अगले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी होंगे। उन्होंने कहा कि अन्ना हज़ारे के आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, लोगों के अंदर उम्मीदों को जगाने वाले नेता बन गए, जिन्होंने सोशल इंजीनियरिंग को देश में धरातल पर उतारा है।
श्री नरेंद्र मोदी ने भारत की छवि का निर्माण किया है और वो भारत के लोगों को स्थायी विकास की ओर लेकर गए हैं। प्रो. द्विवेदी से जब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विषय में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि संघ को समझने के लिए दिमाग़ से ज़्यादा दिल की ज़रूरत है।
उन्होंने कहा कि संघ का कोई विचार नहीं है, भारतीयता और हिंदुत्व का विचार ही संघ का विचार है। संघ विशुद्ध रूप से आचरण पर चलता है। प्रो. द्विवेदी ने कहा कि उपभोक्तावाद और आकांक्षावाद के कारण समाज दुखी हो रहा है। उन्होंने कहा कि गांधी जी का दर्शन था कि कम वस्तुएं उपयोग करो तो सुखी रहोगे। छात्रों से उन्होंने कहा कि वो सुधीर चंद्रा की लिखी किताब ‘गांधी एक असंभव संभावना’ ज़रूर पढ़ें जो कि गांधी जी की प्रार्थना सभाओं में उनके विचारों का विश्लेषण है।
प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि हर पत्रकार की एक ‘पोलिटिकल लाइन’ होनी चाहिए लेकिन ‘पार्टी लाइन’ नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विचारधारा हर एक व्यक्ति की होनी चाहिए और इसमें कोई समस्या नहीं है। आज विचारधारा का नहीं होना संकट है।
जब उनसे पूछा गया कि लोग आजकल कम पढ़-लिख रहे हैं तो उन्होंने कहा कि आज का दौर आवाज़, वीडियो और स्थानीय भाषाओं का है क्योंकि मोबाइल पर लोग कम समय में जानकारी जानना पसंद करते हैं। लेकिन किताबें भी भारत में बहुत पढ़ी और बेची जा रही हैं।भले ही मोबाइल कितना भी भटकाव क्यों न पैदा करे।
उन्होंने कहा कि लोगों को मीडिया साक्षरता देना आवश्यक हो गया है। अपने अध्यक्षीय संबोधन में विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. वैद्यनाथ लाभ ने लेखक को उनकी किताबों के सृजन के लिए साधुवाद दिया। उन्होंने संस्कृत, पालि के ग्रंथों में भगवान बुद्ध के वर्णन पर भी प्रकाश डाला।
इंटरव्यू के माध्यम से ही डीन प्रो. मेहता ने प्रो. संजय द्विवेदी का परिचय भी कराया। छात्रों-अधिकारियों ने भी उनसे सवाल पूछे। धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव श्री विवेक पाण्डेय ने किया। उन्होंने सेवा पर्व के आयोजन के लिए मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति मंत्री श्री धर्मेंद्र लोधी व अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री शिवशेखर शुक्ला को भी धन्यवाद ज्ञापित किया।
सेवा पर्व के उपलक्ष्य में ही विश्वविद्यालय द्वारा 29 सितंबर को दोपहर 11 बजे से 2 बजे तक एक राष्ट्रीय चित्रकारी प्रतियोगिता आयोजित कर रहा है जिसमें सभी आयु वर्ग के लोग हिस्सा ले सकते हैं। अलग-अलग आयु वर्ग में प्रथम पुरस्कार 7000, 5000 और 3000 रखे गए हैं।
आगामी इंडिपेंडेंट डिजिटल एजेंसी कनेक्ट (iDAC) कॉन्फ्रेंस 15 अक्टूबर को होने जा रही है।
आगामी इंडिपेंडेंट डिजिटल एजेंसी कनेक्ट (iDAC) कॉन्फ्रेंस 15 अक्टूबर को होने जा रही है। इस बार का थीम है- ‘कम्युनिटी-लेड ब्रैंड बिल्डिंग - फ्रॉम फॉलोअर्स टू फाउंडर्स: बिल्डिंग ब्रैंड्स विद कम्युनिटीज, नॉट जस्ट कैंपेन’। आज के समय में स्मार्ट ब्रैंड सिर्फ इम्प्रेशन्स इकट्ठा करने के बजाय कम्युनिटी बनाने पर फोकस कर रहे हैं।
यह पैनल इस बात पर रोशनी डालेगा कि इंडिपेंडेंट एजेंसियां कैसे ऐसे खास इकोसिस्टम बना रही हैं, जहां कल्चर, कंटेंट और को-क्रिएशन मिलते हैं। उदाहरण के तौर पर – WhatsApp माइक्रो-ट्राइब्स, क्रिएटर कलेक्टिव्स और ऑडियंस की वफादारी से बिना खर्च के फैलने वाली वाइरैलिटी।
iDAC कॉन्फ्रेंस का यह तीसरा एडिशन है, जो 15 अक्टूबर को आयोजित होगा। जैसे-जैसे डिजिटल दुनिया बदल रही है, ब्रैंड और मार्केटर्स समझ रहे हैं कि ऑडियंस अब सिर्फ दर्शक नहीं रहना चाहती, बल्कि ब्रैंड की पहचान बनाने में हिस्सा लेना चाहती है। यह सेशन बताएगा कि कैसे कम्युनिटी पारंपरिक कैंपेन से आगे बढ़कर ऑथेंटिक ब्रैंड स्टोरीज बना रही है।
पैनल में शामिल होंगे- अनिकेत बसु (चीफ डिजिटल ऑफिसर, लोरियल), एबी थॉमस (कंट्री हेड, बेंटले-वोल्क्सवैगन), सनथ आर पुल्लिका (सीएमओ, बजाज कंज्यूमर प्रोडक्ट्स) और तन्मय प्रुष्टी (सीएमओ, क्रॉम्पटन)। iDAC में एक्सपर्ट्स कई अहम टॉपिक्स पर विचार साझा करेंगे। बातचीत इस बात के इर्द-गिर्द होगी कि कैसे ब्रैंड्स ने कम्युनिटी का सहारा लेकर प्रोडक्ट इनोवेशन, क्रिएटिव कैंपेन और कस्टमर लॉयल्टी बनाई है। आज जब ग्राहक भरोसा, अपनापन और समावेशिता को ज्यादा महत्व देते हैं, तो कम्युनिटी-ड्रिवन ब्रैंड बिल्डिंग अब विकल्प नहीं बल्कि जरूरत बन गई है।
इस कॉन्फ्रेंस का मकसद है दुनियाभर के इंडिपेंडेंट एजेंसी ओनर्स, फाउंडर्स और लीडर्स को एक मंच पर लाना ताकि डिजिटल क्षेत्र में आइडियाज, इनसाइट्स और बेस्ट प्रैक्टिसेज शेयर की जा सकें। प्रतिभागियों को यहां स्ट्रेटेजीज मिलेंगी कि कैसे सस्टेनेबल कम्युनिटी बनाई जाए, उनके असर को मापा जाए और उन्हें बड़े मार्केटिंग इकोसिस्टम में जोड़ा जाए। यह सेशन एजेंसी लीडर्स और मार्केटर्स को अपनी सोच दोबारा परखने के लिए प्रेरित करेगा और दिखाएगा कि ब्रैंड बिल्डिंग का भविष्य सहयोग (collaboration) में है।
Tribes Communications और Medulla Communications ने मिलकर Capsule: The Rxperience Agency लॉन्च की है।
Tribes Communications और Medulla Communications ने मिलकर Capsule: The Rxperience Agency लॉन्च की है। यह भारत की पहली समर्पित हेल्थकेयर एक्सपीरियेंशियल एजेंसी है, जिसे अनुपालन (compliance), सार्थक और असरदार इवेंट्स व एक्टिवेशन डिलीवर करने के लिए बनाया गया है।
लॉन्च पर बोलते हुए Tribes Communication के चेयरमैन और एमडी गौर गुप्ता ने कहा, “हेल्थकेयर एंगेजमेंट को पारंपरिक तरीकों से आगे बढ़ाने की जरूरत है। Capsule: The Rxperience Agency के साथ हम सिर्फ इवेंट्स नहीं बना रहे, बल्कि एक नया पैरेडाइम तैयार कर रहे हैं, जहां साइंस, क्रिएटिविटी और स्केल मिलते हैं। हमारा विजन है हेल्थकेयर कम्युनिकेशन के लिए एक वैश्विक बेंचमार्क तय करना – जो कि अनुपालन वाला, इमर्सिव और ट्रांसफॉर्मेटिव हो। यह पूरी इंडस्ट्री के लिए मानक बढ़ाने और यह फिर से परिभाषित करने के बारे में है कि हेल्थकेयर दुनिया से कैसे जुड़ता है।”
Medulla Communications के फाउंडर और एमडी प्रफुल अकाशी ने कहा, “एक स्पेशलिस्ट फार्मा और हेल्थकेयर एजेंसी होने के नाते, हम इंडस्ट्री की इस मुश्किल को समझते हैं कि कैसे अनुपालन के साथ असरदार इवेंट्स, एक्टिवेशन और अनुभव तैयार किए जाएं – खासकर हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स या पेशेंट्स के साथ। हमें खुशी है कि Tribes के साथ ऐसे जुड़ रहे हैं जैसे कैप्सूल के दो हिस्से, ताकि हम सिर्फ अनोखे अनुभव ही नहीं बल्कि जिन्हें हम Rxperiences कहते हैं, वो बना सकें।”
Capsule के जरिए अब हेल्थकेयर सेक्टर को एक नए स्तर की सटीक और अनुपालन वाली कम्युनिकेशन, टेलर-मेड स्टोरीटेलिंग और क्यूरेटेड इवेंट्स का अनुभव मिलेगा, जिन्हें निर्बाध रूप से एग्जीक्यूट किया जाएगा और जो इस जटिल और महत्वपूर्ण इंडस्ट्री में नए मानक स्थापित करेंगे।
भारतीय एस्ट्रोनॉट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने इंडिया टुडे कॉनक्लेव में कहा कि स्पेस में तिरंगा फहराना सबसे बड़ा अचीवमेंट था। मिग-21 से ड्रैगन तक की उड़ान का अनुभव साझा किया।
इंडिया टुडे कॉनक्लेव में भारतीय एस्ट्रोनॉट ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा कि 20 दिन स्पेस स्टेशन पर रहने के दौरान सबसे अचीवमेंट था स्पेस में तिरंगा पहुंचना। टचिंग स्पेस विद ग्लोरी की बात सही हो रही है। पूरी दुनिया को पता चल रहा था कि भारत अब स्पेस में पहुंच चुका है। शुभांशु शुक्ला ने वायुसेना में मिग-21, मिग-29, जगुआर, सु-30 उड़ाया। अमेरिकी जेट एफ-16 उड़ाया।
बाद में स्पेस ड्रैगन उड़ाया। इस पर शुभांशु ने अपना अनुभव बताते हुए कहा कि जब उड़ा रहे होते हैं तब एक ही स्टेप ही उठाते हैं। धीरे-धीरे सब कुछ उड़ाया। किस्मत वाला हूं कि मुझे ये सब करने का मौका मिला। जो सामने है वो कितने अच्छे से कर सकता हूं, इसका प्रयास करता हूं।
मौका मिले तो हां बोलना चाहिए। क्या होगा, क्या नहीं होगा ये नहीं सोचना चाहिए। शुभांशु ने कहा कि हार से डरने की जरूरत नही। ये जरूरी हिस्सा है जिंदगी का। हार से ही सीखते है, सफलता नहीं सिखाती। ड्रैगन पर विंडो के पास बैठा था। दुनिया दिख रही है, कुछ चीजें दिमाग में बैठ जाती है। कई सुंदर चीजे दिखती हैं। लेकिन धरती को देखा तो इससे सुंदर कुछ नही। सपने देखना और पूरा करना जरूरी है।
राहुल गांधी के 'Gen-Z' वाले सवाल पर देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि भारत और नेपाल की स्थिति अलग हैं। उन्होंने कहा कि जिनको नेपाल से बहुत प्रेम है, वे नेपाल में रहें।
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव मुंबई के मंच से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मराठा आरक्षण से लेकर वोट चोरी के सवालों तक का बेबाकी से जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिनको नेपाल के 'Gen-Z' से बहुत मोहब्बत है तो उन्हें नेपाल जाकर रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिनको नेपाल से बहुत प्रेम है, वे नेपाल में रहें।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के युवाओं के पास विरोध प्रदर्शन करने का समय नहीं है, क्योंकि वे स्टार्टअप्स, एआई, और आईटी जैसे क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि भारतीय युवा इंजीनियर हैं और उन्होंने दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई है।
वे सिलिकॉन वैली में भी मिलते हैं। उनका मानना है कि भारत की Gen-Z के विचार और सोच अलग हैं और वे नेपाल की तरह सोचकर काम नहीं करते हैं। आपको बता दें कि पिछले दिनों राहुल गांधी ने देश के छात्रों और युवाओं को 1997 से 2012 के बीच जन्मे 'Gen-Z' से देश के लोकतंत्र की रक्षा करने की अपील की थी।
उन्होंने देश में वोट चोरी के मुद्दे पर सड़क पर उतरने की बात कही थी। इस बात पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने नेपाल और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधों को स्वीकार किया, लेकिन कहा कि आज दोनों पड़ोसी बहुत अलग हैं।
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव भारत का पहला और इकलौता इंटेलिजेंस एक्सचेंज है, जो हर स्टेकहोल्डर को पॉजिटिव बदलाव के एजेंडे पर काम करने के लिए जोड़ता है।
त्योहारी सीजन की खबरों के बीच इंडिया टुडे कॉन्क्लेव (India Today Conclave 2025) इस साल अपने वार्षिक मुंबई एडिशन के साथ आज यानी 25 सितंबर से शुरू हो चुका हैं। ये कार्यक्रम मुंबई के होटल 'द सेंट रेजिस' में 26 सितंबर तक चलेगा।
इंडिया के इस सबसे खास आइडियाज और डायलॉग के मंच पर राजनीति से लेकर फिल्म, विज्ञान और बिजनेस इंडस्ट्री तक के कई दिग्गज शामिल हो रहे हैं। पहले दिन के कार्यक्रम की शुरुआत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सेशन से हुई।
इस साल इंडिया टुडे कॉन्क्लेव मुंबई 2025 भारत की सबसे दमदार आवाजों की ऊर्जा, रचनात्मकता और दृष्टि को एक साथ लेकर आ रहा है। यह एडिशन दूरदर्शी नेताओं, एंटरप्रेन्योर, कल्चरल आइकॉन, पॉलिसी मेकर, एक्टिविस्ट और आर्टिस्ट का अद्भुत संगम होगा जो इसे सचमुच एक ट्रांसफॉर्मेशनल प्लेटफॉर्म बनाएगा।