कपिल सेठी को ‘एनडीटीवी कंवर्जेंस’ (NDTV Convergence) में टेक्नोलॉजी और ऑपरेशंस के क्षेत्र में लीडरशिप भूमिकाएं संभालने का लंबा अनुभव है।
‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह ने कपिल सेठी को अपना नया टेक्नोलॉजी हेड (Head of Technology) नियुक्त किया है। कपिल सेठी ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर खुद यह जानकारी शेयर की है।
कपिल सेठी को ‘एनडीटीवी कंवर्जेंस’ (NDTV Convergence) में टेक्नोलॉजी और ऑपरेशंस के क्षेत्र में लीडरशिप भूमिकाएं संभालने का लंबा अनुभव है। डिजिटल स्ट्रैटेजी को आगे बढ़ाने और अहम प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक संभालने में उनकी खास विशेषज्ञता है। यहां उनका मुख्य काम वेब मानकों की गहरी समझ के साथ एनडीटीवी की ऑनलाइन मीडिया मौजूदगी को बेहतर बनाना था।
सेठी ने अप्रैल 2013 में ‘एनडीटीवी’ में बतौर डिलीवरी हेड काम शुरू किया। बाद के वर्षों में उन्होंने टेक्नोलॉजी और ऑपरेशंस के क्षेत्र में इस मीडिया समूह में विभिन्न लीडरशिप भूमिकाएं निभाईं। अपने करियर के शुरुआती दिनों में करीब चार साल वह ‘Cybage Software’ में भी काम कर चुके हैं।
सीनियर मीडिया प्रोफेशनल अविनाश पांडेय एक अक्टूबर 2025 से IBDF के महासचिव के रूप में पदभार संभालेंगे। वे सिद्धार्थ जैन का स्थान लेंगे, जिनका इस पद पर कार्यकाल 30 सितंबर 2025 को समाप्त हो रहा है।
देश में टेलिविजन ब्रॉडकास्टर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के प्रतिनिधित्व वाले प्रमुख संगठन ‘इंडियन ब्रॉडकास्टिंग एंड डिजिटल फाउंडेशन‘ (IBDF) की कमान एक बार फिर 'जियोस्टार' (JioStar) के एंटरटेनमेंट बिजनेस (टीवी और डिजिटल) के सीईओ केविन वज के हाथों में आ गई है।
सोमवार को ‘IBDF’ ने नई दिल्ली में अपनी 26वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) आयोजित की। केविन वज का अध्यक्षता में हुई इस बैठक में इंडस्ट्री के कई प्रमुख लीडर्स ने हिस्सा लिया और सेक्टर के प्रदर्शन की समीक्षा के साथ भविष्य की रणनीति पर चर्चा की।
बैठक को संबोधित करते हुए केविन वज ने लीनियर टीवी की मजबूत स्थिति पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘भले ही वैश्विक और आर्थिक चुनौतियां हों, लीनियर टीवी की बुनियादी ताकतें अभी भी मजबूत हैं। यह भारत में कंटेंट क्रिएशन और ब्रैंड बिल्डिंग का आधार बना हुआ है।’ उन्होंने आंकड़े शेयर करते हुए बताया कि वर्ष 2024 में भारत में बने लगभग 2 लाख घंटे के मूल कंटेंट का 97 प्रतिशत हिस्सा लीनियर टीवी के लिए तैयार किया गया। इसके माध्यम से 190 मिलियन स्क्रीन पर करीब 46 ट्रिलियन मिनट की वार्षिक व्यूइंग होती है, जो यूजर-जनरेटेड वीडियो से कहीं अधिक है। उन्होंने यह भी कहा कि परिवार के साथ टीवी देखने का अनुभव इसे भारतीय घरों और संस्कृति के केंद्र में बनाए रखता है।
भविष्य की संभावनाओं पर वज ने कहा, ‘विज्ञापन राजस्व में तेजी आने की उम्मीद है, खासकर त्योहारों के मौसम और हाल ही में लागू हुए जीएसटी सुधारों से दीर्घकालिक विकास का आधार मजबूत होगा। उन्होंने कहा कि टेलीविजन अब डिजिटल क्षमताओं के साथ अपने व्यापक पहुंच और विश्वास को और बढ़ाते हुए आगे बढ़ेगा। IBDF के माध्यम से एक स्थिर और भविष्य उन्मुख नियामक वातावरण सुनिश्चित करने के लिए काम जारी रहेगा।’
बैठक में केविन वज ने नेतृत्व परिवर्तन की घोषणा की। सीनियर मीडिया प्रोफेशनल अविनाश पांडेय एक अक्टूबर 2025 से IBDF के महासचिव के रूप में पदभार संभालेंगे। वे सिद्धार्थ जैन का स्थान लेंगे, जिनका इस पद पर कार्यकाल 30 सितंबर 2025 को समाप्त हो रहा है। बोर्ड ने जैन को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया और पांडेय का स्वागत किया।
इस मौके पर अविनाश पांडेय ने कहा, ‘मैं इस महत्वपूर्ण भूमिका को संभालने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मेरा फोकस सरकार के साथ सकारात्मक संवाद को मजबूत करना, नियामक चुनौतियों का सामना करना और फाउंडेशन की भूमिका को इंडस्ट्री के लिए एक संयुक्त आवाज के रूप में और मजबूत करना होगा।’ बैठक में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) के सचिव संजय जाजू और अतिरिक्त सचिव प्रभात विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए।
बता दें कि समाचार4मीडिया ने विश्वनीय सूत्रों के हवाले से कुछ दिनों पहले ही खबर दी थी कि अविनाश पांडेय जल्द ही 'IBDF' में सेक्रेट्री जनरल का पद संभाल सकते हैं।
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बोर्ड के सदस्यों का चुनाव और नई नियुक्तियां
वार्षिक आम बैठक में गौरव बनर्जी (Culver Max) और आर. महेश कुमार (Sun Network) को बोर्ड में दोबारा चुना गया। इसके अलावा अनिल कुमार सिंघवी (Zee Media) को नए बोर्ड सदस्य के रूप में चुना गया।
वार्षिक आम बैठक में चुने गए पदाधिकारी
प्रेजिडेंट: केविन वज (JioStar)
वाइस प्रेजिडेंट: रजत शर्मा (India TV), गौरव बनर्जी (Culver Max), आर. महेश कुमार (Sun Network)
कोषाध्यक्ष: आई. वेंकट (Eenadu TV)
बोर्ड में अन्य सदस्यों में अरुण पुरी (TV Today Network), गौरव द्विवेदी (Prasar Bharati), जयंत मैथ्यू (MMTV), पुनीत गोयनका (Zee Entertainment) भी शामिल हैं। इसके साथ ही सुमंता बोस (JioStar), जॉन ब्रिटास (Kairali TV), नचिकेत पंतवैद्य (Culver Max) को भी शामिल किया गया।
1995 बैच की इंडियन इन्फॉर्मेशन सर्विस (IIS) अधिकारी मनीषा वर्मा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की नई प्रेस सेक्रेटरी के रूप में कार्यभार संभाल लिया है।
1995 बैच की इंडियन इन्फॉर्मेशन सर्विस (IIS) अधिकारी मनीषा वर्मा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की नई प्रेस सेक्रेटरी के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने अजय सिंह का स्थान लिया है, जिनका कार्यकाल 26 सितंबर को खत्म हो गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मनीषा वर्मा ने शुक्रवार को अपना नया पदभार संभाला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की अपॉइंटमेंट्स कमेटी (ACC) ने 25 सितंबर को इस नियुक्ति को मंजूरी दी थी। मनीषा वर्मा की नियुक्ति के साथ ही राष्ट्रपति की प्रेस सेक्रेटरी का पद एक दशक बाद फिर से IIS कैडर को मिला है। आदेश के अनुसार, उनका कार्यकाल राष्ट्रपति मुर्मू के कार्यकाल के साथ समाप्त होगा, या फिर अगला आदेश आने तक चलेगा।
वरिष्ठ पत्रकार अजय सिंह का कार्यकाल पिछले साल 26 सितंबर को ACC ने एक साल के लिए बढ़ा दिया था। उन्होंने पिछले हफ्ते छह साल तक राष्ट्रपति भवन में सेवा देने के बाद पद छोड़ा। उन्हें सितंबर 2019 में पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के प्रेस सेक्रेटरी के रूप में एक साल के लिए नियुक्त किया गया था। 2020 में उनका कार्यकाल कोविंद के कार्यकाल के साथ खत्म होने तक बढ़ा दिया गया था और बाद में इसे फिर से बढ़ाकर राष्ट्रपति मुर्मू के अधीन सेवा जारी रखने का अवसर दिया गया।
राष्ट्रपति की प्रेस सेक्रेटरी को है 30 साल का अनुभव
मनीषा वर्मा के पास सरकारी संचार में लगभग तीन दशकों का अनुभव है। हाल ही में उन्होंने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में काम किया, जहां वह 12 साल तक मंत्रालय की मीडिया अधिकारी रहीं और कोविड-19 महामारी के दौरान संचार का जिम्मा संभाला।
राष्ट्रपति कार्यालय में काम करने वाली पिछली IIS अधिकारी अर्चना दत्ता थीं, जिन्होंने 2007 से 2012 तक राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के अधीन अधिकारी ऑन स्पेशल ड्यूटी (पब्लिक रिलेशंस) के रूप में काम किया। उनसे पहले सीबीआई के लंबे समय तक मीडिया अधिकारी रहे एस. एम. खान को राष्ट्रपति ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने अपना प्रेस सेक्रेटरी चुना था। यह पहली बार था जब किसी IIS अधिकारी को इस पद पर नियुक्त किया गया था।
पारंपरिक रूप से, राष्ट्रपति के प्रेस सेक्रेटरी का पद भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारियों के पास रहा है। दरअसल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 1990 के दशक में राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा के प्रेस सेक्रेटरी और स्पीच राइटर के तौर पर काम किया था।
कलाम ने इस परंपरा को तोड़ते हुए IIS कैडर के एस. एम. खान को शामिल किया। हालांकि, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने 2012 से 2017 तक प्रेस सेक्रेटरी के रूप में IFS अधिकारी वीनू राजामोनी को चुना। वहीं, कोविंद ने वरिष्ठ पत्रकार अशोक मलिक को प्रेस सेक्रेटरी नियुक्त किया, जो इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले निजी व्यक्ति बने। उनके बाद अजय सिंह ने यह जिम्मेदारी संभाली।
Moët Hennessy India ने सिद्धार्थ सूरी (Siddharth Suri) को अपना नया मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त किया है।
Moët Hennessy India ने सिद्धार्थ सूरी (Siddharth Suri) को अपना नया मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त किया है। यह उनके लिए कंपनी में वापसी का मौका है, क्योंकि उन्होंने पहले FMCG और एल्कोहलिक बेवरेज इंडस्ट्री में कई सालों तक नेतृत्व किया है।
सिद्धार्थ सूरी के पास 20 साल से अधिक का अनुभव है। उन्होंने इस दौरान Diageo, Pernod Ricard और PepsiCo जैसी बड़ी कंपनियों में वरिष्ठ पदों पर काम किया। हाल ही में उन्होंने Hindustan Coca-Cola Beverages (HCCB) में ready-to-drink alcoholic cocktails लॉन्च किए।
सिद्धार्थ सूरी का अनुभव घरेलू, ट्रैवल रिटेल और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक फैला हुआ है। उनका जोर बिजनेस को बढ़ाने, टीम को तैयार करने और बदलाव लाने पर रहता है।
उनकी कंपनी में वापसी से Moët Hennessy India की स्थिति लक्ज़री स्पिरिट्स मार्केट में मजबूत होने की उम्मीद है, और कंपनी इन्वेंशन, मार्केट विस्तार और टैलेंट डेवलपमेंट पर ध्यान देगी।
ABP Group में नेशनल हेड रहे ओमन थॉमस (Oommen Thomas) अब RICE Admas Group के ग्रुप सीईओ के रूप में शामिल हो गए हैं।
ABP Group में नेशनल हेड रहे ओमन थॉमस (Oommen Thomas) अब RICE Admas Group (Kolkata) के ग्रुप सीईओ के रूप में शामिल हो गए हैं।
RICE Admas Group की स्थापना 1985 में प्रो. (डॉ.) समित राय ने की थी। यह समूह पश्चिम बंगाल के प्रमुख शैक्षिक समूहों में से एक है। समूह Admas University कोलकाता के 120 एकड़ कैम्पस से संचालित करता है।
RICE Education पश्चिम बंगाल में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में एक अहम भूमिका निभाता रहा है।
समूह की तकनीकी शाखा Adamas Tech Consulting दुनिया भर में IT और डिजिटल समाधान देती है। इसके संचालन भारत, सऊदी अरब, दुबई, इंग्लैंड और अमेरिका में हैं, और कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर में विस्तार की योजना है।
इसके अलावा समूह Adamas International School, Adamas World School और Adamas Kids भी संचालित करता है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास को अपना नया ऑनररी प्रेजिडेंट नियुक्त किया है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पूर्व क्रिकेटर मिथुन मन्हास को अपना नया प्रेजिडेंट नियुक्त किया है। यह घोषणा बोर्ड की 94वीं वार्षिक आम बैठक के बाद मुंबई में रविवार, 28 सितंबर को की गई।
45 साल के मन्हास ने दिल्ली और जम्मू-कश्मीर की तरफ से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट खेला और बाद में कोच के रूप में काम किया। वे रोजर बिन्नी से इस पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं, जिन्होंने बोर्ड की उम्र की सीमा पूरी होने के बाद पद छोड़ दिया था। इस नियुक्ति के साथ मन्हास BCCI का नेतृत्व करने वाले पहले अनकैप्ड खिलाड़ी बन गए हैं, यानी उन्होंने कभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व नहीं किया।
यह BCCI के इतिहास में तीसरी बार है जब कोई क्रिकेटर बोर्ड का नेतृत्व कर रहा है, इससे पहले यह जिम्मेदारी सौरव गांगुली और रोजर बिन्नी के पास रही।
मन्हास के साथ राजीव शुक्ला को वाइस-प्रेजिडेंट बनाया गया है, जो बोर्ड में लंबे प्रशासनिक अनुभव को लाएंगे। अन्य नियुक्तियों में देवाजित सैकिया को सेक्रेटरी, प्रभतेज सिंह भाटिया को जॉइंट-सेक्रेटरी और ए. रघुराम भाट को ट्रेजरर बनाया गया।
बोर्ड ने जयदेव शाह को एपेक्स काउंसिल का एकमात्र सदस्य चुना, जबकि अरुण सिंह धूमल और एम. खैरुल जमाल मजूमदार को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) गवर्निंग काउंसिल में शामिल किया गया।
नई नेतृत्व टीम से उम्मीद है कि वे भारतीय क्रिकेट के एक महत्वपूर्ण चरण का संचालन करेंगे, जिसमें गवर्नेंस, वित्तीय निगरानी और खेल के विभिन्न फॉर्मेट्स व प्लेटफॉर्म्स में विस्तार का संतुलन बनाए रखना शामिल होगा।
साउथ एशिया के फॉरेन कॉरेस्पॉन्डेंट्स क्लब (FCC South Asia) और भारतीय पत्रकारिता जगत के लिए गर्व का क्षण है।
साउथ एशिया के फॉरेन कॉरेस्पॉन्डेंट्स क्लब (FCC South Asia) और भारतीय पत्रकारिता जगत के लिए गर्व का क्षण है। क्लब के प्रेजिडेंट डॉ. वाइल अव्वाद ने आधिकारिक तौर पर इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ प्रेस क्लब्स (IAPC) की अध्यक्षता संभाल ली है। उन्होंने यह जिम्मेदारी लंदन प्रेस क्लब से ली, जब नई दिल्ली में FCC South Asia द्वारा आयोजित एसोसिएशन की असेंबली मीटिंग संपन्न हुई।
1958 में स्थापित, FCC South Asia इस क्षेत्र के सबसे पुराने और सम्मानित प्रेस क्लबों में से एक है। इसका एक लंबा इतिहास संवाद को बढ़ावा देने, मीडिया स्वतंत्रता की रक्षा करने और साउथ एशिया को कवर करने वाले अंतरराष्ट्रीय पत्रकारों के लिए मंच उपलब्ध कराने का रहा है। इस साल IAPC असेंबली की मेजबानी नई दिल्ली में करना क्लब की वैश्विक मीडिया सहयोग को आगे ले जाने की ऐतिहासिक उपलब्धि है।
IAPC दुनिया भर के 50 से ज्यादा प्रेस क्लबों को जोड़ता है और पत्रकारों की वैश्विक आवाज़ और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रचार-प्रसार का काम करता है। लंदन से नई दिल्ली को नेतृत्व का हस्तांतरण, डॉ. अव्वाद की अध्यक्षता में, अंतरराष्ट्रीय मीडिया संवाद में साउथ एशिया की भूमिका को मजबूत करने का प्रतीक माना जा रहा है।
FCC South Asia के प्रेजिडेंट और नए IAPC प्रेजिडेंट डॉ. वाइल अव्वाद ने कहा, “ऐसे अहम समय में यह जिम्मेदारी लेना मेरे लिए सम्मान की बात है। आज पत्रकारिता झूठी सूचनाओं से लेकर घटती स्वतंत्रता तक, अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना कर रही है और प्रेस क्लबों को एकजुट होकर खड़ा होना होगा। मैं सभी सदस्य क्लबों के साथ मिलकर सहयोग मजबूत करने, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम करूंगा कि हर जगह पत्रकारों को सच्चाई बताने के लिए जरूरी सहयोग मिल सके।”
सीरिया में जन्मे भू-राजनीतिक विश्लेषक और विदेशी संवाददाता डॉ. एस. एच. वाइल अव्वाद को इस साल 24 मई को फॉरेन कॉरेस्पॉन्डेंट्स क्लब ऑफ साउथ एशिया (FCC) का प्रेजिडेंट चुना गया था।
भारत में रहते हुए उन्होंने 2025–27 कार्यकाल के लिए FCC South Asia का नेतृत्व संभाला। वे टीवी पैनलों और स्ट्रैटेजिक-एफेयर्स मंचों पर एक परिचित चेहरा हैं और दक्षिण एशिया तथा मध्य पूर्व मामलों पर रिपोर्टिंग और टिप्पणी का चार दशक से ज्यादा का अनुभव अपने साथ लेकर आए हैं।
IAPC के सेक्रेटरी-जनरल जारोस्लाव व्तोदार्जिक ने कहा, “डॉ. अव्वाद का प्रेजिडेंट चुना जाना इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ प्रेस क्लब्स के लिए एक नया अध्याय है। FCC South Asia का नेतृत्व और विदेशी संवाददाताओं को सहयोग देने की लंबी परंपरा हमारे वैश्विक नेटवर्क को और समृद्ध करेगी। हमें विश्वास है कि उनके मार्गदर्शन में एसोसिएशन और मजबूत होगा और दुनिया भर में प्रेस स्वतंत्रता के लिए एक प्रकाशस्तंभ की तरह काम करेगा।”
दिल्ली हाई कोर्ट ने शुक्रवार, 26 सितंबर 2025 को पत्रकार रवीश कुमार और डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म 'न्यूजलॉन्ड्री' द्वारा दायर याचिकाओं को बंद कर दिया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने प्रेस स्वतंत्रता और कॉरपोरेट जवाबदेही से जुड़े एक महत्वपूर्ण मामले में शुक्रवार, 26 सितंबर 2025 को पत्रकार रवीश कुमार और डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म 'न्यूजलॉन्ड्री' द्वारा दायर याचिकाओं को बंद कर दिया है। ये याचिकाएं केंद्र सरकार के आदेशों को चुनौती दे रही थीं, जिसमें अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) से संबंधित रिपोर्ट और वीडियो हटाने को कहा गया था। वैसे बता दें कि कोर्ट ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि मामले से संबंधित पक्षों के बीच समझौता हो गया है।
कोर्ट का अवलोकन
न्यायमूर्ति सचिन दत्ता की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि याचिकाकर्ताओं ने अडानी एंटरप्राइजेज के साथ एक “समझौता” कर लिया है। इस व्यवस्था के अनुसार:
26 सितंबर 2025 दोपहर 12:00 बजे तक याचिकाकर्ताओं की वेबसाइट या उनके माध्यम से होस्ट की गई कोई भी सामग्री नहीं हटाई जाएगी।
जो सामग्री पहले हटाई जा चुकी है, उसे फिर से अपलोड नहीं किया जाएगा।
यह व्यवस्था केवल तब तक वैध होगी जब तक AEL की सिविल मुकदमे में अंतरिम निषेधाज्ञा आवेदन का निर्णय नहीं हो जाता।
कोर्ट ने अडानी एंटरप्राइजेज को दोनों मामलों में शामिल होने की अनुमति भी दी और याचिकाकर्ताओं को पार्टियों के संशोधित मेमो दाखिल करने का निर्देश दिया।
सुनवाई के दौरान 'न्यूजलॉन्ड्री' की ओर से सीनियर एडवोकेट सौरभ कृपाल ने बताया कि अंतरिम निषेधाज्ञा के फैसले तक वर्तमान स्थिति बनी रहे। अडानी की ओर से सीनियर एडवोकेट अनुराग अहलुवालिया ने स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ता अपील करने की बजाय सिविल जज के समक्ष ऑर्डर 39, रूल्स 1 और 2 के तहत आवेदन करेंगे।
न्यायमूर्ति दत्ता ने केंद्र सरकार को आदेश के अनुसार सुधार जारी करने के लिए भी निर्देश दिया, जबकि यह भी स्पष्ट किया कि यह निर्णय मामले की मेरिट पर कोर्ट की राय को प्रतिबिंबित नहीं करता।
विवाद का पृष्ठभूमि
यह कानूनी विवाद तब शुरू हुआ जब केंद्र सरकार ने रवीश कुमार और 'न्यूजलॉन्ड्री' को अडानी एंटरप्राइजेज के कथित मानहानि संबंधी कंटेंट को हटाने के लिए निर्देश जारी किए। रवीश कुमार ने अपने एडवोकेट शंतनु डेर्घावेण के माध्यम से कहा कि ये आदेश प्रेस स्वतंत्रता का उल्लंघन हैं, जो संविधान के अनुच्छेद 14, 19 और 21 के तहत सुरक्षित है। कुमार की सामग्री कॉर्पोरेट जवाबदेही, सार्वजनिक हित की पत्रकारिता और लोकतांत्रिक निगरानी पर केंद्रित है।
इसी तरह, 'न्यूजलॉन्ड्री' ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) द्वारा 16 सितंबर 2025 को जारी किए गए आदेश को चुनौती दी, जिसमें अडानी एंटरप्राइजेज द्वारा मानहानिकारक माने गए लेख और वीडियो हटाने को कहा गया। ये निर्देश रोहिणी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के 6 सितंबर 2025 के एक्स पार्टे गैग आदेश पर आधारित थे, जिसमें पत्रकार परांजॉय गुप्ता ठाकुरता और अन्य के खिलाफ AEL की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाली सामग्री की प्रकाशन पर रोक लगाई गई थी।
दिल्ली जिला कोर्ट ने हाल ही में रोहिणी ट्रायल कोर्ट के व्यापक गैग आदेश को रद्द कर दिया। अपीलीय अदालत ने कहा कि व्यापक प्री-पब्लिकेशन प्रतिबंध कानूनी रूप से टिकाऊ नहीं हैं और कंटेंट हटाने के लिए माध्यमों पर निर्भरता से उत्पन्न जोखिमों को उजागर किया। इस आदेश ने अपीलकर्ताओं को आगे के निर्णय तक तत्काल अनुपालन से बचाया।
दिल्ली हाई कोर्ट ने पत्रकार राजदीप सरदेसाई को लेकर सोशल मीडिया पर की गई मानहानिकारक टिप्पणी के मामले में टीवी टुडे नेटवर्क को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने पत्रकार राजदीप सरदेसाई को लेकर सोशल मीडिया पर की गई मानहानिकारक टिप्पणी के मामले में टीवी टुडे नेटवर्क को 5 लाख रुपये का मुआवजा देने का आदेश दिया है। यह टिप्पणियां उस समय की गई थीं जब सरदेसाई ने अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती का इंटरव्यू लिया था, जो उस वक्त अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की लिव-इन पार्टनर थीं और उनकी मौत को लेकर विवादों के बीच सुर्खियों में थीं।
यह आदेश जस्टिस पुरुषेंद्र कुमार कौरव ने 3 सितंबर 2025 को पारित किया। मानहानि का यह केस टीवी टुडे नेटवर्क लिमिटेड ने साल 2020 में दाखिल किया था, जिसमें सोशल मीडिया यूजर अनुराग श्रीवास्तव द्वारा की गई कुछ टिप्पणियों को आधार बनाया गया था।
कोर्ट ने कहा कि प्रतिवादी द्वारा की गई टिप्पणियां बेहद मानहानिकारक थीं। अदालत के फैसले में कहा गया, “पूरे मामले और परिस्थितियों को देखते हुए अदालत का मानना है कि आपत्तिजनक ट्वीट्स अत्यंत मानहानिकारक थे और प्रतिवादी इन्हें सही साबित करने में असफल रहा, जबकि उसे इसके लिए पर्याप्त अवसर दिया गया था।”
कोर्ट ने कहा कि प्रतिवादी का ऐसा गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार निंदनीय है।
राजदीप सरदेसाई को रिया चक्रवर्ती से बातचीत के बाद कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था। इस इंटरव्यू में रिया ने कहा था कि सुशांत सिंह राजपूत मानसिक परेशानियों से जूझ रहे थे और इशारा किया था कि उनकी नाजुक मानसिक स्थिति उनकी असामयिक मौत की वजह बन सकती है।
भारत का मैन्यूफैक्चरिंग एक्सपोर्ट अभी वैश्विक स्तर पर केवल 2% है। अगर भारत वास्तव में 'विकसित भारत 2047' का लक्ष्य हासिल करना चाहता है तो इस हिस्सेदारी को कम से कम 5% तक बढ़ाना होगा।
मुंबई में आयोजित इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 में 'Business Today' के ग्रुप एडिटर सिद्धार्थ जराबी से खास बातचीत में अर्थशास्त्री तन्वी गुप्ता जैन ने कहा कि अमेरिका ने एकतरफा 50% टैरिफ लगाया है, लेकिन अब भारत को इससे निपटना है। उन्होंने कहा कि यह घटना भारत के लिए केवल अल्पकालिक समस्या नहीं है, बल्कि इससे हमें अपनी दीर्घकालिक विकास रणनीति पर भी गंभीरता से विचार करना होगा।
तन्वी गुप्ता जैन ने बताया कि पिछले 30-40 सालों में विश्व अर्थव्यवस्था ने तेज विकास किया, क्योंकि हर देश ने वैश्विक बाजार को अपनाया और निर्यात पर भरोसा किया। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। अब बड़े देश अपने उद्योगों की रक्षा के लिए ऊंचे टैरिफ और पेनॉल्टी का इस्तेमाल कर रहे हैं।
ऐसे में भारत को यह मान लेना चाहिए कि केवल निर्यात-आधारित रणनीति अब सुरक्षित नहीं है। तन्वी गुप्ता जैन ने यह भी चेताया कि आने वाले समय में भारत को दो बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। पहली, चाइना शॉक 2.0 – यानी चीन से निकला सस्ता सामान अन्य देशों में डंप होना और प्रतिस्पर्धा बढ़ाना। दूसरी- ऑटोमेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) – जो पारंपरिक नौकरियों पर असर डालेगा।
मुंबई में हुए इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में एकता कपूर ने कहा कि उनका पैशन प्रोजेक्ट है ज्योतिष शास्त्र यानी एस्ट्रोलॉजी। वो इसे शुरू करेंगी। इसे वो सालों से करना चाहती थीं।
टीवी और बॉलीवुड की जानी मानी प्रोड्यूसर और कंटेंट क्वीन एकता इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 में पहुंची। यहां एकता कपूर ने अपने ज्योतिष शास्त्र प्रेम पर बात की। उन्होंने कहा कि उन्हें सप्लीमेंट और एस्ट्रोलॉजी से प्यार है। उन्होंने कहा, 'अब मैं इसमें (एस्ट्रोलॉजी) और ज्यादा दिलचस्पी रखती हूं। सौभाग्य की बात ये है कि अब दुनिया बदल गई है और सभी को भी इसमें दिलचस्पी है।
लेकिन इसमें बहुत गलतियां भी है। इंटरनेट पर लोग बेसिक चार्ट को गलत तरह से पढ़ रहे हैं और लोगों को भारी स्ट्रेस में डाल रहे हैं। वो लोगों में डर और चिंता पैदा करके फायदा उठा रहे हैं और उनपर प्रेशर डाल रहे हैं कि अगर आप ये चीजें नहीं करेंगे तो आपकी जिंदगी खत्म है।
अगले 5 सालों में आपका मारक बिगड़ जाएगा और आप मर जाओगे। चीजें इतनी सिंपल नहीं हैं। चीजें इतनी डरावनी भी नहीं है। अंत में प्रोड्यूसर एकता कपूर ने कहा कि एस्ट्रोलॉजी उनका अगला बिजनेस प्रोजेक्ट होगा। वो इसे शुरू करेंगी। इसे वो सालों से करना चाहती थीं। ये उनका पैशन प्रोजेक्ट है।