डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर हावी विज्ञापन बाजार, कुल खर्च 1 ट्रिलियन डॉलर पार: मार्टिन सोरेल

Amazon MX Player Streamnext 2025 के दौरान, WPP के संस्थापक और S4 कैपिटल के बोर्ड अध्यक्ष मार्टिन सोरेल ने कहा कि डिजिटल परिदृश्य पहले की तुलना में अधिक जटिल नहीं हुआ है

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Saturday, 01 February, 2025
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Amazon MX Player Streamnext 2025 के दौरान, WPP के संस्थापक और S4 कैपिटल के बोर्ड अध्यक्ष मार्टिन सोरेल ने कहा कि डिजिटल परिदृश्य पहले की तुलना में अधिक जटिल नहीं हुआ है, बल्कि यह अब सरल होता जा रहा है।

एमेजॉन एमएक्स प्लेयर स्ट्रीमनेक्स्ट 2025 (Amazon MX Player Streamnext 2025) इवेंट में WPP के फाउंडर और एस4 कैपिटल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के चेयरमैन मार्टिन सोरेल ने कहा कि डिजिटल परिदृश्य जटिल होने के बजाय अब सरल हो गया है। उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित करने वाली तीन प्रमुख भू-राजनीतिक घटनाओं को रेखांकित किया। सोरेल ने भविष्यवाणी की कि अमेरिका और चीन के संबंध और अधिक टूटते रहेंगे, क्योंकि चीन BRICS देशों और ग्लोबल साउथ के साथ अपनी नजदीकियां बढ़ा रहा है।

दूसरी बात, उन्होंने इस संदेह को जताया कि रूस-यूक्रेन संघर्ष में कोई समझौता व्लादिमीर पुतिन की व्यापक रणनीति को बदलेगा। उनका मानना है कि पूर्वी यूरोप दबाव में बना रहेगा। तीसरी बात, उन्होंने मध्य पूर्व को लेकर सतर्क आशावाद व्यक्त किया और कहा कि अगर गाजा और वेस्ट बैंक में शासन से जुड़े मुद्दों का हल निकलता है, तो इजरायल और सऊदी अरब के बीच संबंध बेहतर हो सकते हैं।

इन चुनौतियों के बावजूद, सोरेल ने कहा कि वैश्विक आर्थिक विकास मजबूत बना हुआ है, हालांकि इसकी गति धीमी है। खासतौर पर भारत की स्थिति अलग है, जहां आर्थिक विकास दर 6-8% रहने की संभावना है, जबकि वैश्विक स्तर पर यह लगभग 3% बनी हुई है। उन्होंने चेतावनी दी कि मुद्रास्फीति उम्मीद से अधिक जटिल साबित हो रही है, जिससे ब्याज दरें अनुमान से अधिक समय तक ऊंची बनी रह सकती हैं।

व्यापार के दृष्टिकोण से, सोरेल ने ग्रोथ मार्केट्स का चयन बुद्धिमानी से करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने उत्तर और दक्षिण अमेरिका, मध्य पूर्व और एशिया को विस्तार के लिए प्रमुख क्षेत्र बताया। "अमेरिका इस समय तेजी के दौर में है," उन्होंने कहा, इसकी तुलना रीगन युग के आर्थिक उछाल से करते हुए।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि 2050 तक विश्व की पांच सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से तीन- चीन, भारत और इंडोनेशिया एशिया में होंगी। हालांकि, उन्होंने भू-राजनीतिक जोखिमों के कारण चीन पर अत्यधिक निर्भरता से बचने की सलाह दी और भारत को एक व्यवहार्य विकल्प बताया। अफ्रीका को उन्होंने संभावनाओं से भरा क्षेत्र बताया लेकिन इसे "अत्यधिक अस्थिर" कहकर बड़े पैमाने पर निवेश के लिए जोखिमपूर्ण करार दिया।

भौगोलिक दृष्टिकोण से आगे बढ़ते हुए, सोरेल ने कंपनियों के लिए उभरती तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता पर बल दिया, जिसमें एआई, क्वांटम कंप्यूटिंग और मेटावर्स प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि भले ही मेटावर्स को पहले जरूरत से ज्यादा प्रचारित किया गया था, लेकिन अब इसे कम आंका जा रहा है, खासकर हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों में। "मेटावर्स को पहले बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया था, लेकिन अब इसे कम करके आंका जा रहा है," उन्होंने कहा, इसकी क्षमता को औद्योगिक बदलाव के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए। उन्होंने कंपनियों से तकनीक का उपयोग दक्षता बढ़ाने के लिए करने का आग्रह किया, विशेष रूप से यूरोप जैसी धीमी गति से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्थाओं में।

सोरेल ने विज्ञापन इंडस्ट्री पर भी गहराई से चर्चा की और बताया कि वैश्विक विज्ञापन खर्च 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच चुका है, जिसमें 70% डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर खर्च किया जा रहा है। परंपरागत मीडिया, जैसे कि टीवी और प्रिंट, लगातार सिकुड़ रहे हैं, खासकर उन नेटवर्क्स के लिए जिनके पास लाइव स्पोर्ट्स कंटेंट नहीं है। उन्होंने समझाया, "यदि आपके पास लाइव स्पोर्ट्स नहीं हैं, तो आपके विज्ञापन राजस्व में सालाना 10-15% की गिरावट आ रही है।"

इसके अलावा, उन्होंने प्रमुख डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापन इंडस्ट्री में बढ़ते प्रभुत्व की व्याख्या की। सोरेल ने बताया कि Google (Alphabet) ने 250 बिलियन डॉलर का विज्ञापन राजस्व अर्जित किया, जिससे इसका वैश्विक विज्ञापन बाजार में 25% हिस्सा बनता है। Meta (Facebook, Instagram, WhatsApp) ने 150 बिलियन डॉलर (15% बाजार हिस्सेदारी) हासिल की, जबकि Amazon कुछ वर्षों में 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद के साथ फिलहाल 61 बिलियन डॉलर पर है। TikTok ने 40 बिलियन डॉलर के साथ 4% बाजार हिस्सेदारी हासिल की।

ये चार प्लेटफॉर्म मिलकर वैश्विक विज्ञापन खर्च का 50% और डिजिटल विज्ञापन खर्च का 70% हिस्सा रखते हैं, जबकि चीनी दिग्गज Alibaba, Tencent और ByteDance भी बाजार को प्रभावित कर रहे हैं। "एआई के साथ, ये प्लेटफॉर्म केवल और अधिक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली बनेंगे," उन्होंने भविष्यवाणी की।

सोरेल ने बताया कि एआई विज्ञापन इंडस्ट्री को पूरी तरह बदल रहा है, विशेष रूप से उत्पादन समय को नाटकीय रूप से घटाकर। "विज्ञापन निर्माण का समय जो पहले हफ्तों या महीनों में होता था, अब महज कुछ घंटों में सिमट चुका है," उन्होंने कहा, जिससे पारंपरिक एजेंसी बिलिंग मॉडल को चुनौती मिल रही है।

इसके अलावा, एआई ब्रांडों को व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं के लिए लाखों कस्टमाइज्ड विज्ञापन वेरिएशन बनाने की अनुमति देता है। उन्होंने कहा, "पहले हम एक अभियान के लिए लगभग 1.5 मिलियन कंटेंट वेरिएशंस बनाते थे, लेकिन अब एआई के साथ हम उससे कहीं अधिक कर सकते हैं।''

उन्होंने यह भी बताया कि विज्ञापन इंडस्ट्री मैन्युअल मीडिया प्लानिंग से एल्गोरिदमिक मॉडल की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, "यह हास्यास्पद है कि 2,50,000 लोग मीडिया प्लानिंग में काम कर रहे हैं, जबकि यह काम एल्गोरिदम से किया जाना चाहिए।" 

Meta का Advantage+ प्लेटफॉर्म विज्ञापन प्लेसमेंट और कंटेंट निर्माण को स्वचालित कर रहा है, जिससे यह पहले से ही 20 बिलियन डॉलर की वार्षिक दर पर पहुंच चुका है। सोरेल ने कहा, "यह वास्तविक समय में हो रहा है, Meta का Advantage+ पिछले साल में दोगुना हो गया है।"

उन्होंने AWS, Adobe और NVIDIA के बीच एक संयुक्त उद्यम का उदाहरण दिया, जिसने बाहरी प्रसारण (outside broadcasting) के उत्पादन खर्च को काफी कम कर दिया है। "पहले एक बाहरी प्रसारण ट्रक खरीदने में 10 मिलियन डॉलर लगते थे," उन्होंने समझाया। "अब एआई और क्लाउड कंप्यूटिंग की मदद से हम वही प्रोग्राम महज 1-2 लाख डॉलर में तैयार कर सकते हैं।" यह 80-90% लागत में कमी एआई की भूमिका को स्पष्ट रूप से दर्शाती है, जिससे उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री अधिक किफायती और सुलभ हो रही है।

हालांकि, उन्होंने एजेंसियों और क्लाइंट्स की डेटा साझा करने में अनिच्छा की आलोचना की, यह तर्क देते हुए कि एआई इस पुरानी सोच को चुनौती देने वाला है। "मुझे क्लाइंट्स और एजेंसियों के साथ सबसे बड़ी समस्या यह दिखती है कि वे जानकारी साझा करने के लिए तैयार नहीं हैं," उन्होंने कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि एआई इस नियंत्रण को लोकतांत्रिक बनाएगा, जिससे व्यापार संरचना और प्रबंधन में बड़ा बदलाव आएगा।

भले ही सोरेल एआई की क्षमता को लेकर आशावादी हैं, लेकिन उन्होंने इसके रोजगार पर पड़ने वाले प्रभाव को भी स्वीकार किया। उन्होंने 1930 के दशक में अर्थशास्त्री जॉन मेनार्ड केन्स द्वारा की गई भविष्यवाणी का हवाला दिया कि ऑटोमेशन अंततः अधिक अवकाश समय की ओर ले जाएगा। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि एआई भी यही करेगा।" 

उन्होंने मार्केटर्स और एजेंसियों के लिए प्रतिस्पर्धा में बने रहने के तीन प्रमुख उपाय सुझाए। पहला, उन्होंने "चपलता" (agility) को जरूरी बताया, क्योंकि तेजी से बदलते बाजार में कंपनियों को लचीला होना चाहिए।

दूसरा, उन्होंने बाहरी आउटसोर्सिंग को कम करने और इन-हाउस कंटेंट व आइडियेशन पर अधिक नियंत्रण रखने पर जोर दिया, जैसा कि General Motors के पुनर्गठन में देखा गया।

अंत में, उन्होंने व्यवसायों के लिए पहले-पक्षीय डेटा (first-party data) के स्वामित्व को महत्वपूर्ण बताया, क्योंकि Google और Apple जैसी कंपनियों की गोपनीयता नीतियों के चलते तीसरे-पक्षीय डेटा पर निर्भरता अव्यावहारिक होती जा रही है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रभावी और गोपनीयता के अनुरूप मार्केटिंग रणनीतियों को सुनिश्चित करने के लिए ग्राहक डेटा को प्लेटफॉर्म सिग्नलों, जैसे कि एमेजॉन के डेटा, के साथ एकीकृत करना आवश्यक है।

अपनी बात समाप्त करते हुए सोरेल ने दोबारा जोर दिया कि व्यवसायों को तेजी से जटिल होती दुनिया में सही तकनीक का उपयोग करके, उपयुक्त बाजारों का चयन करके और दक्षता को प्राथमिकता देकर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने कहा कि एआई बड़े बदलाव ला रहा है और क्लाइंट्स को फुर्ती से प्रतिक्रिया देनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि व्यापार पर नियंत्रण वापस लेना और डेटा का सही उपयोग करना भविष्य के लिए असली ईंधन साबित होगा।

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि डिजिटल विज्ञापन कुछ प्रमुख प्लेटफॉर्म्स के नियंत्रण में रहेगा, और NVIDIA, Microsoft, Apple, Salesforce, Oracle और Adobe जैसी कंपनियां और भी प्रभावशाली बनेंगी। जैसे-जैसे एआई इंडस्ट्री को नया आकार देगा, वे कंपनियां जो इन बदलावों को तेजी से अपनाएंगी, वे आगे बढ़ेंगी, जबकि जो इसका विरोध करेंगी, वे प्रासंगिक बने रहने के लिए संघर्ष करेंगी।

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तमिलनाडु सरकार बुजुर्ग पत्रकारों को देगी 12,000 रुपये पेंशन, CM ने आदेश पत्र सौंपे

तमिलनाडु सरकार ने पत्रकारों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है। राज्य सरकार ने बताया कि पत्रकार पेंशन योजना के तहत 42 जरूरतमंद और बुजुर्ग पत्रकारों को हर महीने 12,000 रुपये पेंशन दी जाएगी।

Last Modified:
Thursday, 11 December, 2025
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तमिलनाडु सरकार ने पत्रकारों के लिए बड़ी राहत की घोषणा की है। राज्य सरकार ने बताया कि पत्रकार पेंशन योजना के तहत 42 जरूरतमंद और बुजुर्ग पत्रकारों को हर महीने 12,000 रुपये पेंशन दी जाएगी। इसके लिए सरकार ने 27 नवंबर को आदेश जारी किया था।

मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने सोमवार को सचिवालय में आयोजित कार्यक्रम में 10 पत्रकारों को प्रतीकात्मक रूप से पेंशन आदेश पत्र भी सौंपे। बाकी पत्रकारों को भी जल्द ही पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी।

सरकार ने कहा कि पत्रकार जनता और सरकार के बीच पुल की तरह काम करते हैं—चाहे बारिश हो, बाढ़ हो, तूफान हो या कोई बड़ा हादसा। मुश्किल समय में भी वे दिन-रात बिना रुके काम करते हैं ताकि लोग सच्ची खबरें पा सकें। इसी योगदान को देखते हुए पत्रकारों के लिए कई कल्याण योजनाएँ चलाई जा रही हैं।

पत्रकारों के लिए सरकार की अन्य महत्वपूर्ण पहलें:

  • 2023 में पत्रकार पेंशन को 10,000 से बढ़ाकर 12,000 रुपये किया गया।

  • पत्रकारों के परिवार को मिलने वाली फैमिली पेंशन को 5,000 से बढ़ाकर 6,000 रुपये किया गया।

  • 2021 के बाद से अब तक 125 पत्रकारों को मासिक पेंशन दी गई है।

  • 27 पत्रकारों के परिवारों को फैमिली पेंशन दी गई है।

  • 59 पत्रकार परिवारों को सरकार ने 2.09 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी है।

  • पत्रकारों को चिकित्सा सहायता भी 2 लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये कर दी गई है।

  • काम के दौरान निधन होने पर परिवार को मिलने वाली मदद को लगभग दो गुना बढ़ाया गया है (राशि 1.25 लाख से 10 लाख तक बढ़ी)।

सरकार ने बताया कि पत्रकार कल्याण बोर्ड 2021 में बनाया गया था और अब तक 3,674 पत्रकार इसके सदस्य बन चुके हैं। इसमें शिक्षा, शादी, मातृत्व, इलाज और अंतिम संस्कार तक की मदद दी जा रही है।

कार्यक्रम में सूचना और जनसंपर्क मंत्री एम.पी. सामीनाथन, मुख्य सचिव एन. मुरुगानंदम और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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2025 बदलाव का साल, 2026 विश्वास की अग्निपरीक्षा होगी: अखिलेश शर्मा

आज जनरेटिव एआई टूल्स हर किसी की पहुँच में हैं। तस्वीरें गढ़ी जा सकती हैं, आवाज़ें बनावटी बनाई जा सकती हैं, वीडियो नकली हो सकते हैं और ख़बरें पल भर में फैल सकती हैं।

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Thursday, 11 December, 2025
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अखिलेश शर्मा, वरिष्ठ पत्रकार।

भारतीय मीडिया के इतिहास में 2025 को उस वर्ष के रूप में याद किया जाएगा, जब न्यूज़रूम ने पारंपरिक ब्रॉडकास्ट दौर से निकलकर एल्गोरिदम आधारित युग में निर्णायक प्रवेश किया। वर्षों से जिस कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) को भविष्य की तकनीक कहा जा रहा था, वह अब वर्तमान की सच्चाई बन चुकी है। धीरे-धीरे ही सही, लेकिन न्यूज़रूम अब एआई की शक्ति और प्रभाव को स्वीकार कर रहे हैं।

तकनीक का उपयोग प्रगति का संकेत है, लेकिन यह भी उतना ही ज़रूरी है कि तकनीक पत्रकारिता की आत्मा सत्य, संवेदनशीलता और नैतिकता पर भारी न पड़ जाए। आज जनरेटिव एआई टूल्स हर किसी की पहुँच में हैं। तस्वीरें गढ़ी जा सकती हैं, आवाज़ें बनावटी बनाई जा सकती हैं, वीडियो नकली हो सकते हैं और ख़बरें पल भर में फैल सकती हैं।

सच और झूठ के बीच की रेखा पहले से कहीं ज़्यादा धुँधली हो चुकी है। ऐसे दौर में मीडिया की भूमिका केवल सूचना देने की नहीं, बल्कि सच और भ्रम के बीच फर्क करने की सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी की बन जाती है। समाज आज भी उसी उम्मीद से मीडिया की ओर देखता है कि वह 'दूध और पानी' को अलग करके रखे।यही वजह है कि 2026 की सबसे बड़ी चुनौती खबर जुटाना नहीं, बल्कि खबर पर जनता का भरोसा बनाए रखना होगी।

आज खबरें हर तरफ हैं, लेकिन भरोसा दुर्लभ होता जा रहा है। दर्शक, पाठक और श्रोता अब हर सूचना पर सवाल उठा रहे हैं और यह सवाल उठाना गलत भी नहीं है। भरोसे की यह कमी मीडिया संस्थानों के लिए सबसे बड़ा संकट बनकर उभर रही है। इस भरोसे की एक बड़ी कसौटी रफ़्तार और सच के बीच संतुलन होगा। सबसे पहले ख़बर देने की होड़ में अगर सच पीछे छूट जाए, तो जीत भी हार में बदल जाती है।

हाल के समय में हमने देखा कि कैसे जल्दबाज़ी में अभिनेता धर्मेन्द्र के निधन की झूठी खबर वायरल हो गई। डिजिटल और टीवी मीडिया के कई बड़े मंच इस गलती का हिस्सा बने। कुछ ही मिनटों में खंडन आ गया, लेकिन उन कुछ मिनटों ने मीडिया की साख को गहरी चोट पहुँचा दी। 2026 में चुनौती यह होगी कि खबर सबसे पहले देने की नहीं, बल्कि सही देने की हो।

रफ्तार और सत्य दोनों को साथ लेकर चलने की परीक्षा होगी। अगर मीडिया इस दौड़ में संयम खो बैठा, तो पहले से उठ रहे सवाल और भी तीखे हो जाएंगे। इसी के साथ एक और गहरी चुनौती एल्गोरिदम से जुड़ी है। एल्गोरिदम ने समाज को ईको चैंबर में कैद कर दिया है। हर व्यक्ति वही देख रहा है, वही सुन रहा है, जो उसकी पसंद, उसकी सोच और उसके पूर्वग्रहों के अनुकूल है। उसे वह नहीं दिख रहा, जो जानना उसके लिए ज़रूरी है। विचारों की विविधता सिमट रही है, संवाद की जगह टकराव बढ़ रहा है।

ऐसे माहौल में ज़िम्मेदार मीडिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि वह इस ईको चैंबर को कैसे तोड़े और सच को उस व्यक्ति तक कैसे पहुँचाए, जो सच सुनना नहीं, केवल वही सुनना चाहता है जो उसे अच्छा लगता है। 2026 में मीडिया की सबसे बड़ी पूँजी रफ्तार नहीं, भरोसा होगा। वही मीडिया टिकेगा, जिसे लोग संकट के समय याद करेंगे, जिसके शब्दों पर लोग विश्वास करेंगे, और जिसकी खबरों को लोग साझा करने से पहले संदेह की नज़र से नहीं देखेंगे।

हम ब्रॉडकास्ट से अब नैरोकास्ट के दौर में प्रवेश कर चुके हैं। पहले एक ही सिग्नल करोड़ों लोगों तक जाता था। अब एल्गोरिदम हर व्यक्ति के लिए अलग सिग्नल बना रहा है। अब चुनौती यह नहीं कि आवाज़ कितनी दूर जाए, बल्कि यह है कि जो आवाज़ जाए, वह कितनी सच्ची, कितनी निष्पक्ष और कितनी विश्वसनीय हो।2026 दरअसल भारतीय मीडिया के लिए तकनीक की नहीं, चरित्र की परीक्षा का साल होगा। भरोसा ही वह धुरी बनेगा, जिस पर मीडिया का भविष्य टिका रहेगा।

( यह लेखक के निजी विचार हैं )

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'एजेंडा आजतक' के मंच से पुतिन इंटरव्यू की गूंज: कली पुरी ने बताई पर्दे के पीछे की कहानी

दिल्ली के ताज पैलेस में शुरू हुए ‘एजेंडा आजतक’ के मंच से इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के इंटरव्यू से जुड़े अनुभव साझा किए।

Last Modified:
Thursday, 11 December, 2025
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राजधानी दिल्ली के ताज पैलेस होटल में शुरू हुए देश के सबसे बड़े न्यूज समिट ‘एजेंडा आजतक’ का उद्घाटन इंडिया टुडे ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और कार्यकारी संपादक कली पुरी ने किया। अपने उद्घाटन संबोधन में उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ हुए ऐतिहासिक इंटरव्यू की पूरी कहानी साझा की।

उन्होंने कहा कि यह इंटरव्यू सिर्फ एक चैनल की उपलब्धि नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए सम्मान की बात है। कली पुरी ने बताया कि रूस की टीम ने कई महीनों तक तमाम वैश्विक मीडिया संस्थानों का डेटा, भरोसा, प्रभाव और दर्शक वर्ग का अध्ययन किया। इन सब मानकों पर आजतक खरा उतरने के बाद ही रूस ने भारतीय चैनल को यह मौका दिया।

उन्होंने कहा कि भारत की एक छोटी टीम ने क्रेमलिन में इंटरव्यू के दौरान सेट, रोशनी और प्रस्तुति को लेकर बहुत बारीक सुझाव दिए, जिसे देखकर रूसी अधिकारी भी हैरान रह गए। इंटरव्यू के दौरान अंजना ओम कश्यप और गीता मोहन के सवालों की तैयारी और तालमेल ने रूसी टीम को बेहद प्रभावित किया। यही कारण रहा कि तय समय से ज्यादा देर तक राष्ट्रपति पुतिन ने बातचीत की और यह इंटरव्यू और भी खास बन गया।

कली पुरी ने बताया कि इस संवाद के बाद दुनिया के कई बड़े मीडिया संस्थानों ने इस इंटरव्यू को प्रमुखता से जगह दी। इससे यह साबित हुआ कि भारतीय पत्रकारिता अब सिर्फ घरेलू नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर भी अपनी मजबूत पहचान बना चुकी है।

उन्होंने कहा कि आजतक ने उन विषयों पर भी सवाल पूछे, जिन पर बाकी विदेशी मीडिया खामोश था। उन्होंने अपने संबोधन के अंत में दर्शकों का आभार जताते हुए कहा कि दर्शकों का भरोसा ही आजतक को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाता है और यही विश्वास आगे भी बड़ी उपलब्धियों की ताकत बनेगा।

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एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने 2025-26 के लिए नई एग्जिक्यूटिव कमिटी का ऐलान किया

एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया का मुख्यालय नई दिल्ली के रफी मार्ग स्थित आईएनएस भवन में है। यह घोषणा मीडिया जगत में उत्साह का विषय बनी हुई है, जहां अनुभवी नामों का समावेश देखा जा रहा है।

Last Modified:
Wednesday, 10 December, 2025
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भारतीय पत्रकारिता के प्रमुख संगठन एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने 2025-26 के कार्यकाल के लिए अपनी एग्जिक्यूटिव कमिटी के सदस्यों की घोषणा कर दी है। इस कमिटी में 23 प्रमुख पत्रकारों और संपादकों को शामिल किया गया है, जो मीडिया इंडस्ट्री की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे। गिल्ड के कार्यालय सहयोगियों ने इसकी आधिकारिक सूचना जारी की है।

कमिटी में वरिष्ठ पत्रकार अयाज़ मेमन, आलोक मेहता (पूर्व मुख्य संपादक, आउटलुक हिंदी), आशुतोष (सत्य हिंदी के सह-संस्थापक और संपादक), जयंत मामेन मैथ्यू (मलयाला मनोरमा के कार्यकारी संपादक), कुमकुम चड्ढा (हिन्दुस्तान टाइम्स की वरिष्ठ पत्रकार), कविता देवी (खबर लहरिया की मुख्य संपादक), केएन हरि कुमार (पूर्व मुख्य संपादक, डेक्कन हेराल्ड और प्रजा वाणी), माधव नलपत (आईटीवी नेटवर्क के संपादकीय निदेशक), ओम थानवी (पूर्व संपादक, जनसत्ता), प्रकाश दुबे (दैनिक भास्कर के ग्रुप संपादक), रश्मि कोटी (अंडोलन की प्रबंध संपादक) राघव बहल (द क्विंट के मुख्य संपादक), राज चेंगप्पा (टीवी टुडे नेटवर्क के परामर्शी संपादक), राजदीप सरदेसाई (इंडिया टुडे के परामर्शी संपादक), रवि एन (द हिंदू के पूर्व मुख्य संपादक), सुगता श्रीनिवासराजू (वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और कॉलमिस्ट), शेखर गुप्ता (दप्रिंट के मुख्य संपादक और चेयरमैन), सीमा मुस्तफा (द सिटिजन की मुख्य संपादक), अनंत नाथ (द कारवां के संपादक), टीएन नीनन (बिजनेस स्टैंडर्ड के चेयरमैन), विजय नायक (सकल मीडिया ग्रुप के दिल्ली परामर्शी संपादक), भारत भूषण (वरिष्ठ पत्रकार और कॉलमिस्ट) तथा श्रेणिक राव (मद्रास कूरियर के मुख्य संपादक) शामिल हैं।

इसके अलावा, विशेष आमंत्रित सदस्यों के रूप में जॉन डेयल (इंडियन करेंट्स के परामर्शी संपादक) और हरिश खरे (द ट्रिब्यून के पूर्व मुख्य संपादक) को शामिल किया गया है। गिल्ड के अध्यक्ष संजय कपूर, महासचिव राघवन श्रीनिवासन और कोषाध्यक्ष टेरेसा रहमान ने संयुक्त रूप से इस घोषणा पर हस्ताक्षर किए हैं। उन्होंने कहा, 'यह कमिटी भारतीय पत्रकारिता की स्वतंत्रता, निष्पक्षता और विविधता को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।'

एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया का मुख्यालय नई दिल्ली के रफी मार्ग स्थित आईएनएस भवन में है। यह घोषणा मीडिया जगत में उत्साह का विषय बनी हुई है, जहां विभिन्न क्षेत्रों के अनुभवी नामों का समावेश देखा जा रहा है।

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Synergy Advanced Metals ने अपूर्व चंद्रा को बनाया स्वतंत्र निदेशक

सिनर्जी एडवांस्ड मेटल्स (Synergy Advanced Metals) ने अपूर्व चंद्रा को अपना नया इंडिपेंडेंट डायरेक्टर नियुक्त किया है।

Last Modified:
Tuesday, 09 December, 2025
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सिनर्जी एडवांस्ड मेटल्स (Synergy Advanced Metals) ने अपूर्व चंद्रा को अपना नया इंडिपेंडेंट डायरेक्टर नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति 15 अक्टूबर 2025 से लागू हो गई है।

अपूर्व चंद्रा के पास 32 साल से ज्यादा का अनुभव है। वह भारत सरकार के कई बड़े मंत्रालयों में काम कर चुके हैं, जिनमें स्वास्थ्य मंत्रालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, श्रम और रोजगार मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय शामिल हैं।

कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर अनुभव कथूरिया ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि अपूर्व चंद्रा के जुड़ने से कंपनी के फैसले और गवर्नेंस और मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि उनकी नीतिगत समझ और प्रशासनिक अनुभव कंपनी के लिए बेहद फायदेमंद रहेगा।

इससे पहले कंपनी ने नीलकमल दरबारी और अरुंधति कर को भी स्वतंत्र निदेशक के तौर पर अपने बोर्ड में शामिल किया था।

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'शेमारू एंटरटेनमेंट' को मिला एक और नोटिस, टैक्स अथॉरिटी ने लगाया बड़ा जुर्माना

शेमारू एंटरटेनमेंट (Shemaroo Entertainment Limited) को CGST & Central Excise, मुंबई के ऑफिस से 28 नवंबर 2025 का एक आदेश मिला है

Last Modified:
Tuesday, 09 December, 2025
Shemaroo5892

शेमारू एंटरटेनमेंट (Shemaroo Entertainment Limited) को CGST & Central Excise, मुंबई के ऑफिस से 28 नवंबर 2025 का एक आदेश मिला है, जिसे कंपनी को 8 दिसंबर 2025 को प्राप्त हुआ। यह आदेश कंपनी द्वारा फरवरी 2025 में दायर अपील के जवाब में जारी किया गया है।

कंपनी का कहना है कि आदेश में लगाई गई कर मांग और जुर्माना (Input Tax Credit सहित) कानूनन सही नहीं है। कंपनी इस आदेश को चुनौती देने के लिए सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग करेगी और आवश्यक समयसीमा में आगे की कार्यवाही करेगी।

आदेश में कंपनी पर कुल 70.26 करोड़ रुपये के ITC (इनपुट टैक्स क्रेडिट) की रिकवरी, लागू ब्याज और जुर्माने का दावा किया गया है। इसके अलावा, CGST और IGST एक्ट के तहत 63.35 करोड़ रुपये का अतिरिक्त जुर्माना और कंपनी के Joint Managing Director, CEO और CFO पर 133.61 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।

कंपनी ने कहा कि उनके आकलन के अनुसार यह मांग कानूनी रूप से सही नहीं है, और कंपनी इस आदेश के खिलाफ उच्च न्यायिक फोरम में अगली अपील दायर करने की प्रक्रिया में है।

बता दें कि इससे पहले शेमारू एंटरटेनमेंट को हाल ही में मुंबई के डिप्टी कमिश्नर ऑफ स्टेट टैक्स कार्यालय से नोटिस मिला। यह नोटिस CGST/MGST एक्ट 2017, IGST एक्ट 2017 और Goods and Services Tax (Compensation to States) Act, 2017 के तहत GST ऑडिट (अप्रैल 2021 – मार्च 2022) के दौरान जारी किया गया। नोटिस की राशि लगभग ₹30.61 लाख बताई गई।

इस नोटिस के खिलाफ भी कंपनी अपील दायर करने की प्रक्रिया में है और उनका मानना है कि यह मांग सही नहीं है।

शेमारू एंटरटेनमेंट देश की एक प्रमुख कंटेंट क्रिएटर, एग्रीगेटर और डिस्ट्रीब्यूटर कंपनी है, जो मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में काम करती है। कंपनी की शुरुआत 1962 में बुद्धिचंद मारू ने शेमारू नाम से एक बुक-सर्कुलेटिंग लाइब्रेरी के रूप में की थी। इसके बाद 1979 में शेमारू ने भारत का पहला वीडियो रेंटल बिजनेस भी शुरू किया।

आज कंपनी किताबों से लेकर फिल्मों, वीडियो और डिजिटल कंटेंट तक की एक लंबी और विकसित यात्रा तय कर चुकी है और भारतीय मीडिया इंडस्ट्री में एक भरोसेमंद नाम बन चुकी है।

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Sorta Famous ने भारत में दी दस्तक, ब्रैंड्स को नए अंदाज में पहचान दिलाने का लक्ष्य

कल्चर-ड्राइवेन स्टोरीटेलिंग और मॉडर्न ब्रैंड-बिल्डिंग के लिए जानी जाने वाली पब्लिक रिलेशंस एजेंसी Sorta Famous ने आधिकारिक रूप से भारत में अपनी शुरुआत कर दी है।

Last Modified:
Tuesday, 09 December, 2025
Sortafamous5421

कल्चर-ड्रिवेन स्टोरीटेलिंग और मॉडर्न ब्रैंड-बिल्डिंग के लिए जानी जाने वाली पब्लिक रिलेशंस एजेंसी Sorta Famous ने आधिकारिक रूप से भारत में अपनी शुरुआत कर दी है। कंपनी का मकसद है कि ब्रैंड्स को इस बदलती मीडिया की दुनिया में सही मायने में पहचान और असर दिलाया जा सके।

इस एजेंसी की स्थापना कम्युनिकेशन स्ट्रैटेजिस्ट नंदिनी महांत ने की है। Sorta Famous का फोकस पारंपरिक पीआर और आज के कल्चर-आधारित कम्युनिकेशन के बीच की खाई को पाटने पर है। एजेंसी ब्रैंड कम्युनिकेशन, मीडिया रिलेशंस, डिजिटल पीआर, थॉट लीडरशिप, क्रिएटर पार्टनरशिप, रेप्युटेशन मैनेजमेंट और नए व पुराने ब्रैंड्स के लिए लॉन्च स्ट्रेटजी जैसी कई सेवाएं देगी।

नंदिनी महांत ने कहा, “भारत में कम्युनिकेशन का तरीका बहुत तेजी से बदल रहा है। आज ब्रैंड्स को सिर्फ पुराने पीआर की नहीं, बल्कि कल्चरल इंटेलिजेंस की भी जरूरत है। Sorta Famous की कोशिश है कि ब्रैंड्स लोगों तक ऐसे तरीके से पहुंचे जो असली लगे, समझ में आए और लोगों को जोड़कर रखे। हम सिर्फ हेडलाइंस के पीछे नहीं भागते, हम ऐसे नैरेटिव बनाते हैं जिनसे लोग सच में कनेक्ट करें।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारा तरीका तीन बातों पर चलता है- स्पष्टता, क्रिएटिविटी और भरोसा। चाहे ब्रैंड आइडेंटिटी बनानी हो, किसी की आवाज को जोर से पहुंचाना हो या मजबूत पहचान बनानी हो, हमारा फोकस लंबे समय तक असर छोड़ने पर है, न कि सिर्फ थोड़े समय के शोर पर।”

भारत में लॉन्च के साथ, Sorta Famous हाई-ग्रोथ स्टार्टअप्स, कंज्यूमर ब्रैंड्स, क्रिएटर्स और लीडर्स के साथ मिलकर काम करना चाहती है, जो सही स्टोरीटेलिंग के जरिए अपनी ब्रैंड वैल्यू बढ़ाना चाहते हैं।

एजेंसी फिलहाल पूरे भारत में रिमोट तरीके से काम करेगी और आने वाले समय में बड़े मेट्रो शहरों में अपनी टीमों को जमीन पर उतारने की योजना है।

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BAG Convergence ने तनवीर आजम को किया नियुक्त, मिली ये बड़ी जिम्मेदारी

BAG Convergence ने तनवीर आजम को चीफ कंटेंट ऑफिसर (CCO) और इवेंट्स हेड नियुक्त किया है।

Last Modified:
Monday, 08 December, 2025
TanweerAzam854

BAG Convergence ने तनवीर आजम को चीफ कंटेंट ऑफिसर (CCO) और इवेंट्स हेड नियुक्त किया है। इस महत्वपूर्ण लीडरशिप रोल में वे कंपनी की पूरी कंटेंट विजन और इवेंट स्ट्रैटेजी को दिशा देंगे। वे न्यूज24 (News24) और E24 समेत संगठन के सभी न्यूज और एंटरटेनमेंट ब्रैंड्स और डिजिटल-फर्स्ट प्लेटफॉर्म्स पर काम करेंगे।

तनवीर ने 2006 में अपने करियर की शुरुआत की थी और उन्हें पत्रकारिता, डिजिटल कंटेंट लीडरशिप और ब्रैंड डेवलपमेंट में 20 साल का अनुभव है। वे Zee Media, India.com, DNA और Microsoft जैसी बड़ी कंपनियों के साथ काम कर चुके हैं। इन संस्थानों में उन्होंने डिजिटल ग्रोथ, कंटेंट इनोवेशन और ऑडियंस एंगेजमेंट बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई। उनकी एडिटोरियल विशेषज्ञता इंफोटेनमेंट, लाइफस्टाइल, टेक, एंटरटेनमेंट और फीचर स्टोरीटेलिंग तक फैली हुई है, जिसमें SEO, डेटा-ड्रिवन स्ट्रैटेजी और यूजर-सेंट्रिक कंटेंट पर खास ध्यान शामिल है।

Zee Media और India.com में तनवीर ने इंफोटेनमेंट और एंटरटेनमेंट वर्टिकल्स को मजबूत बनाया और ऐसी टीमों का नेतृत्व किया, जिनके कंटेंट ने लगातार उच्च ट्रैफिक और बेहतर इम्पैक्ट हासिल किया। DNA में उन्होंने अंग्रेजी और हिंदी- दोनों प्लेटफॉर्म्स को संभाला और तेज-तर्रार डिजिटल न्यूज माहौल के हिसाब से कंटेंट डेप्थ और स्पीड का संतुलन बनाए रखा। माइक्रोसॉफ्ट में उनके अनुभव ने उन्हें कंटेंट थिंकिंग में प्रॉडक्ट और टेक्नोलॉजी का बेहतर नजरिया दिया, जिससे वे प्लेटफॉर्म बिहेवियर, एनालिटिक्स और UX को एडिटोरियल और ब्रैंड स्ट्रैटेजी में जोड़ सके।

BAG Convergence में अपनी नई भूमिका में तनवीर का फोकस कंटेंट, प्रोडक्ट और इवेंट्स को एक संयुक्त रणनीति के तहत जोड़ने पर होगा। वे IPs, स्पेशल सीरीज और बड़े पैमाने के इवेंट्स तैयार करेंगे, जो कंपनी की पहचान को एक प्रमुख डिजिटल मीडिया और कंटेंट इनोवेशन ब्रैंड के रूप में और मजबूत करेंगे। इसके साथ ही वे एडिटोरियल और बिजनेस टीमों के साथ मिलकर टेक्स्ट, वीडियो, ऑडियो और सोशल- हर फॉर्मेट में मल्टी-फॉर्मेट स्टोरीटेलिंग को और बेहतर बनाएंगे, ताकि समूह के सभी प्लेटफॉर्म्स पर विश्वसनीय, आकर्षक और इनसाइटफुल पत्रकारिता जारी रहे। 

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'जी मीडिया' से शारिकुल होदा ने ली विदाई

शारिकुल होदा (शारिक) ने जी मीडिया को अलविदा कह दिया है। उनकी पारी 6 साल लंबी चली।

Last Modified:
Monday, 08 December, 2025
Shariqul

शारिकुल होदा (शारिक) ने जी मीडिया को अलविदा कह दिया है। उनकी पारी 6 साल लंबी चली। वो जीन्यूजडॉटकॉम (zeenews.com) में बतौर सीनियर सब एडिटर पोस्टेड थे।

 इस संस्थान में वो स्पोर्ट्स, हेल्थ, लाइफस्टाइल, ट्रैवल और रिलेशनशिप सेक्शन को लीड कर चुके हैं। 7 नवंबर को ही उन्होंने इस्तीफा सौंप दिया था और पिछले एक महीने से वो नोटिस पीरियड पर थे। 

नवंबर 2019 में शारिक ने जी मीडिया में बतौर असिस्टेंट प्रोड्यूसर जॉइन किया था। जहां उन्होंने इंग्लिश टू हिंदी लाइव ट्रांस्लेशन की जिम्मेदारी संभाली। सिर्फ 4 महीने के भीतर उन्हें जीन्यूजडॉटकॉम की वेबसाइट में शिफ्ट होना पड़ा। कोरोना वायरस महामारी के मुश्किल वक्त में उन्होंने स्पोर्ट्स डेस्क को लीड किया। बाद में उन्हें हेल्थ, लाइफस्टाइल, ट्रैवल और रिलेशनशिप सेक्शन को हेड किया। जरूरत पड़ने पर वो नेशनल और इंटरनेशनल सेक्शन की न्यूज भी लिखते थे।  

शारिक के लिए स्पोर्ट्स उनका फेवरेट सेक्शन रहा है। साल 2008 में उन्होंने दूरदर्शन में बतौर इंटर्न अपने मीडिया करियर की शुरुआत की थी, फिर दैनिक जागरण, टीवी टुडे नेटवर्क, श्री न्यूज, स्पोर्ट्सकीड़ा, WION जैसे ऑर्गेनाइजेशन में उन्होंने अपनी सेवाएं दीं

शुरुआत में उन्होंने अखबार और टेलिविजन में तजुर्बा हासिल किया, लेकिन बेहतर भविष्य के लिए उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपने करियर को स्विच कर लिया।



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वरिष्ठ पत्रकार रुनझुन शर्मा बनीं RT India की हेड ऑफ न्यूज

नेटवर्क के नए न्यूजरूम से भारत-रूस संबंधों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है।

Last Modified:
Sunday, 07 December, 2025
Runjhun Sharma

रूस के सरकारी अंतरराष्ट्रीय मीडिया नेटवर्क RT (Russia Today) ने आधिकारिक रूप से भारत में अपना नया प्लेटफॉर्म ‘RT India’ लॉन्च कर दिया है। इसके साथ ही नेटवर्क ने साउथ एशिया की जानी-मानी पत्रकार रुनझुन शर्मा को RT India की हेड ऑफ न्यूज के रूप में नियुक्त किया है।

अपनी इस भूमिका में शर्मा अब RT India के न्यूजरूम की संपादकीय दिशा तय करेंगी और भारत-केंद्रित खबरों को प्रमुख रूप से पेश करेंगी। रुनझुन शर्मा लंबे समय से RT के मॉस्को ब्यूरो में साउथ एशिया की प्रमुख संवाददाता रही हैं। वह नेटवर्क के लिए यूक्रेन युद्ध शुरू होने से पहले भी रिपोर्टिंग कर रही थीं।

अपनी सटीक रिपोर्टिंग और अंदरूनी स्रोतों तक पहुंच के लिए जानी जाने वाली शर्मा ने दक्षिण एशिया की कई महत्वपूर्ण घटनाओं को कवर किया है और राष्ट्रपति पुतिन की रूस, चीन और अन्य देशों में उच्चस्तरीय बैठकों की रिपोर्टिंग भी की है। नए दिल्ली स्टूडियो से प्रसारण शुरू होने पर, राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि RT India दर्शकों तक सच्ची और संतुलित जानकारी पहुंचाएगा और यह पश्चिमी मीडिया से अलग है।

उन्होंने आगे कहा, ‘यह एक महत्वपूर्ण कदम है क्योंकि यह करोड़ों भारतीयों को रूस के बारे में, यहां हो रही प्रगति के बारे में, यह जानने का अवसर देता है कि रूस क्या सोच रहा है और वैश्विक स्तर पर किस दिशा में काम कर रहा है।’

बताया जाता है कि RT India को रूस की ग्लोबल मीडिया रणनीति के हिस्से के रूप में स्थापित किया गया है, ताकि भारत में रूस-केंद्रित खबरों की पहुंच मजबूत हो सके। रनझुन शर्मा के नेतृत्व में नया न्यूज़रूम भारत-रूस संबंधों और बहुपक्षीय वैश्विक घटनाओं को नए नजरिए से पेश करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है।

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