वह करीब 50 साल से यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। बताया जाता है कि नंदा ने अपने खराब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के कारण यह फैसला लिया है।
जानी-मानी विज्ञापन एजेंसी ‘रेडिफ्यूजन’ (Rediffusion) के चेयरमैन दीवान अरुण नंदा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह करीब 50 साल से यह जिम्मेदारी संभाल रहे थे। बताया जाता है कि नंदा ने अपने खराब स्वास्थ्य और बढ़ती उम्र के कारण यह फैसला लिया है।
अब एजेंसी के बोर्ड की चेयरमैन शिप डॉ. संदीप गोयल को सौंपी गई है, जिन्होंने कई वर्षों तक सीधे दीवान अरुण नंदा के अधीन काम किया है। इसके साथ ही डॉ. संदीप गोयल ‘रेडिफ्यूजन’ के मैनेजिंग डायरेक्टर भी बने रहेंगे।
बता दें कि दीवान अरुण नंदा 1966 में IIM-A के पहले बैच के पहले गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं। वह ‘हिंदुस्तान लीवर’ (Hindustan Lever) द्वारा भर्ती किए गए प्रबंधन प्रशिक्षुओं (मैनेजमेंट ट्रेनी) के पहले बैच में भी शामिल थे। इसके बाद वह वर्ष 1973 में ‘रेडिफ्यूजन’ की स्थापना के लिए उस समय की सबसे क्रिएटिव शॉप ‘एमसीएम’ (MCM) में चले गए।
दो बार ‘एडवर्टाइजिंग एजेंसीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया’ (AAAI) के प्रेजिडेंट और वर्ष 2000 के दशक की शुरुआत में लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड हासिल कर चुके दीवान अरुण नंदा ‘एयर इंडिया‘, ‘एवररेडी‘, ‘किंगफिशर एयरलाइंस‘, ‘यस बैंक‘ समेत कई जानी-मानी कंपनियों के बोर्ड में भी शामिल रहे हैं। वर्ष 1983 से 1991 तक वह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सलाहकार रह चुके हैं। इसके अलावा वह दो विज्ञापन दिग्गज के एशियन जॉइंट वेंचर ‘Dentsu Young & Rubicam’ के चेयरमैन भी रह चुके हैं।
‘रेडिफ्यूजन’ में उनके 50 वर्षों के दौरान, एजेंसी ने तमाम ब्रैंड लॉन्च किए और सैकड़ों पुरस्कार विजेता कैंपेन (award winning campaigns) बनाए जो न सिर्फ प्रसिद्ध हुए बल्कि लोगों की भाषा और संस्कृति का हिस्सा बने।
दीवान अरुण नंदा का कहना है, ‘रेडिफ्यूजन का 50 वर्षों का सफर काफी शानदार रहा है। मैं अजीत बालकृष्णन, सुरेश तलवार और सुनील फटाफेकर को धन्यवाद देना चाहूंगा, जो वर्षों से मेरे सह-डायरेक्टर रहे हैं और जिन्होंने हमेशा बेहतर सलाह दी और मेरा सपोर्ट किया। संदीप के नेतृत्व में एजेंसी अच्छे हाथों में है और मुझे रेडिफ्यूजन की कमान उन्हें सौंपते हुए काफी खुशी हो रही है।’
बता दें कि डॉ. संदीप गोयल अंग्रेजी साहित्य (English Literature) में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। उन्होंने ‘फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज’ (FMS) दिल्ली से एमबीए और पीएचडी की है। इसके अलावा वह ‘हार्वर्ड बिजनेस स्कूल’ (Harvard Business School) के विद्यार्थी भी रहे हैं। बिजनेस, मार्केटिंग और एडवर्टाइजिंग पर नौ किताबें लिख चुके डॉ. संदीप गोयल जाने-माने स्तंभकार और टिप्पणीकार भी हैं। वह ‘जी टेलीफिल्म्स’ (Zee Telefilms) के ग्रुप सीईओ, ‘डेंटसु इंडिया’ (Dentsu India) के चेयरमैन, ‘स्नैपचैट इंडिया’ (Snapchat India) के चेयरमैन और ‘पंजाब सीएसआर अथॉरिटी’ (Punjab CSR Authority) के हेड के रूप में भी काम कर चुके हैं।
नेटवर्क18 मीडिया एंड इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड ने शेयर बाजार को सूचित किया कि कंपनी के तीन महत्वपूर्ण नियुक्ति प्रस्तावों को शेयरधारकों की मंजूरी मिल गई है।
नेटवर्क18 मीडिया एंड इंवेस्टमेंट्स लिमिटेड ने शेयर बाजार को सूचित किया कि कंपनी के तीन महत्वपूर्ण नियुक्ति प्रस्तावों को शेयरधारकों की मंजूरी मिल गई है। यह मंजूरी ई-वोटिंग के जरिए प्राप्त की गई थी।
नियुक्ति और पुनर्नियुक्ति के फैसले:
1. आदिल जैनुलभाई को नॉन-एग्जिक्यूटिव नॉन-इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है।
2. रेणुका रामनाथ को इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया है।
3. राहुल जोशी को कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में पुनर्नियुक्त किया गया है।
ये तीनों प्रस्ताव भारी बहुमत से पारित किए गए, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कंपनी के शेयरधारक इन नियुक्तियों को लेकर काफी सकारात्मक हैं।
ई-वोटिंग और परिणाम:
ई-वोटिंग का आखिरी दिन 2 अक्टूबर 2024 था और यह सभी प्रस्ताव आवश्यक बहुमत के साथ पारित हो गए। वोटिंग परिणामों को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के नियम 44(3) के तहत तय प्रारूप में जारी किया गया है।
पंकज राय ने इसी साल मार्च में यहां जॉइन किया था और सितंबर में यहां से जाने का फैसला किया था।
‘जी मीडिया’ (Zee Media) से जुड़ी एक खबर के मुताबिक पंकज राय ने फिलहाल संस्थान न छोड़ने का फैसला लिया है। इसके मुताबिक वह पहले की तरह ‘जी बिजनेस’ (Zee Business) और ‘विऑन’ (WION) में बिजनेस हेड के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभालते रहेंगे। राय का कम से कम कुछ समय के लिए यहीं रुकने का निर्णय डॉ. सुभाष चंद्रा की उनसे बातचीत के दो सप्ताह से कुछ अधिक समय बाद आया है।
हालांकि, जब हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (e4m) ने राय से इस बारे में पुष्टि करनी चाही तो उन्होंने इनकार कर दिया, वहीं सितंबर में जब उनसे ‘जी मीडिया’ को छोड़ने के फैसले के बारे में पूछा गया था तो उन्होंने न तो पुष्टि की थी और न ही इनकार किया था। बता दें कि हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ ने ही इससे पहले 10 सितंबर को खबर दी थी कि राय ने संस्थान को छोड़ने का फैसला लिया है।
वहीं, पंकज राय द्वारा पहले इस्तीफा देने और बाद में अपने पद पर बने रहने के फैसले के बारे में ‘जी’ द्वारा किसी तरह की पुष्टि नहीं की गई है। हालांकि, इसके पीछे दो वजह मानी जा रही हैं। पहला तो यह है कि ‘जी मीडिया’ (ZMCL) के रेवेन्यू में पिछले कुछ महीनों में काफी गिरावट आई है और राय सहित सभी पर अधिक रेवेन्यू जुटाने का भारी दबाव रहा है। दूसरा कारण यह माना जा रहा है कि कंपनी में नए सीईओ के शामिल होने के बाद उनकी रिपोर्टिंग और संगठनात्मक ढांचे में बदलाव हुआ। राय इन दोनों बदलावों को लेकर सहज नहीं थे।
पंकज राय की रिपोर्टिंग इससे पहले मोना जैन के पास थी, जो डॉ. इदरीस लोया को रिपोर्टिंग कर रही थीं, लेकिन अब वह सीधे नई सीईओ को रिपोर्ट कर रहे हैं और नए चीफ रेवेन्यू ऑफिसर के साथ सीधे काम कर रहे हैं।
दूसरी बात यह कि डॉ. लोया कुछ समय पहले लंबे अवकाश पर चले गए थे। माना जा रहा है कि ‘जी’ के साथ आठ अक्टूबर को नए अनुबंध पर उनकी बातचीत होगी। हालांकि अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है और इस बारे में स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं है।
‘e4m’ को मिली जानकारी के अनुसार, पंकज राय को छोड़ने के लिए नए सीईओ तैयार थे। हालांकि, ‘जी’ के ईकोसिस्टम में वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें रोके रखने के लिए चेयरमैन सुभाष चंद्रा को राजी किया, क्योंकि नए सीईओ के आने के बाद ‘जी’ में पहले ही कई वरिष्ठ लोगों के इस्तीफे हो चुके हैं।
समझा जाता है कि नए सीईओ यहां पंकज राय को इन पदों पर बनाए रखने के पक्ष में नहीं थे, क्योंकि वह अपनी पिछली कंपनी से नए चीफ रेवेन्यू ऑफिसर को लाना चाहते थे। दोनों पूर्व में साथ में काम कर चुके हैं।
बता दें कि जब मार्च 2024 में पंकज राय ने यहां जॉइन किया था तो ’e4m’ ने सबसे पहले इस बारे में खबर दी। इसके पहले पंकज राय दो साल से अधिक समय तक 'द क्यू नेटवर्क' (The Qyou Network ) (ब्रॉडकास्ट, गेमिंग व सीटीवी) में ब्रांच हेड और 'द क्यू एंड गेमिंग सॉल्यूशंस' (The Q and Gaming Solutions) में नेशनल हेड के तौर पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं। पूर्व में उन्होंने अपने अब तक के करियर का ज्यादा समय 'जी एंटरटेनमेंट' के साथ बिताया है। वह हिंदी मूवी चैनल- 'जी सिनेमा' के लिए नॉर्थ व ईस्ट के जोनल हेड रह चुके हैं।
उन्होंने दो हिंदी मूवी चैनल '&पिक्चर्स' और 'जी बॉलीवुड' को लॉन्च कराने में अहम योगदान दिया। इसके अतिरिक्त उन्होंने 'मिड-डे' (Mid-day) और 'पीपल इंटरएक्टिव' (People Interactive) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के साथ भी काम किया है।
‘जियोसिनेमा’ से पहले ईशान चटर्जी ‘यूट्यूब इंडिया’ (YouTube India) में मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर अपनी भूमिका संभाल रहे थे।
‘जियोसिनेमा’ (JioCinema) ने ईशान चटर्जी को अपना नया चीफ बिजनेस ऑफिसर (CBO) नियुक्त किया है। अपनी इस भूमिका में ईशान चटर्जी ‘JioCinema’ के राजस्व (monetization) की जिम्मेदारी संभालेंगे। ईशान ‘JioCinema’ की लीडरशिप टीम में अहम भूमिका निभाएंगे और किरण मणि के साथ मिलकर काम करेंगे।
‘जियोसिनेमा’ से पहले ईशान चटर्जी ‘यूट्यूब इंडिया’ (YouTube India) में मैनेजिंग डायरेक्टर के तौर पर अपनी भूमिका संभाल रहे थे, जहां उन्होंने इस प्लेटफॉर्म की स्ट्रैटेजी व देश में इसकी वृद्धि में अहम भूमिका निभाई।
ईशान चटर्जी को 20 साल से ज्यादा का अनुभव है, जिसमें से करीब 13 साल उन्होंने ‘गूगल’ (Google) में बिताए हैं। इसके अलावा, उन्होंने ‘McKinsey‘ और ‘Hindustan Unilever‘ जैसी बड़ी कंपनियों में भी अपनी छाप छोड़ी है।
राज टेलीविजन नेटवर्क ने 30वीं वार्षिक आम सभा में वेंकटेश्वरन संबमूर्ति की पुनर्नियुक्ति को मंजूरी दे दी है
राज टेलीविजन नेटवर्क ने 30वीं वार्षिक आम सभा में वेंकटेश्वरन संबमूर्ति की पुनर्नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। 27 सितंबर, 2024 से शुरू होकर, वे अगले पांच वर्षों तक (26 सितंबर, 2029 तक) गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक के रूप में कार्य करेंगे। यह निर्णय विशेष प्रस्ताव के तहत लिया गया है।
वेंकटेश्वरन संबमूर्ति इससे पहले अतिरिक्त स्वतंत्र निदेशक के रूप में कार्यरत थे, लेकिन अब उनकी नियुक्ति नियमित गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक के रूप में हुई है।
वेंकटेश्वरन संबमूर्ति इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (ICSI) के फेलो सदस्य हैं और उन्हें कानूनी, कॉर्पोरेट प्रबंधन, प्रशासन, अनुपालन और कंपनी की नीतियों के निर्माण में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वह एक प्रोफेशनल फर्म M/s SVVS & Associates Company Secretaries LLP के नामित पार्टनर हैं, जिसका मुख्यालय मुंबई में है और शाखाएं चेन्नई, दिल्ली और हैदराबाद में स्थित हैं। 2015 से वह इस फर्म के साथ जुड़े हुए हैं और कॉर्पोरेट प्रबंधन एवं ऑडिट सेवाओं में उनकी विशेषज्ञता मानी जाती है।
उन्होंने कंपनी सेक्रेटरी (FCS), बैचलर ऑफ लॉ, बैचलर ऑफ जनरल लॉ, और कॉमर्स में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की है। 30 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, वह लीगल, कॉर्पोरेट मैनेजमेंट व एडमिनिस्ट्रेशन, कम्प्लायंस और कंपनी की पॉलिसी बनाने और ऑडिट सेवाओं के विशेषज्ञ हैं।
उनकी इस पुनर्नियुक्ति से राज टेलीविजन नेटवर्क को उनके विशाल अनुभव और विशेषज्ञता का लाभ मिलेगा, जो कंपनी के ग्रोथ को आगे ले जाने और नीतियों के बेहतर बनाने में मददगार साबित होगा।
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने 'सिटी नेटवर्क्स' (Siti Networks) के वित्तीय लेनदारों को कंपनी के खाते से निकाले गए 143 करोड़ रुपये वापस करने का निर्देश दिया है।
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने 'सिटी नेटवर्क्स' (Siti Networks) के वित्तीय लेनदारों को कंपनी के खाते से निकाले गए 143 करोड़ रुपये वापस करने का निर्देश दिया है। यह निर्देश मुंबई बेंच द्वारा जारी किया गया, जो कि एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (इंडिया) की ओर से दायर एक आवेदन के बाद आया है। इस आवेदन में कहा गया कि कुछ लेनदारों ने उस समय कंपनी से धन निकाला जब कंपनी अधिस्थगन (मोराटोरियम) के तहत थी और उसके दिवालियापन की प्रक्रिया पर रोक लगी हुई थी।
NCLT का निर्णय:
ट्रिब्यूनल ने अपने आदेश में कहा, "सभी लेनदेन और निधियों का स्थानांतरण, जो 7 मार्च 2023 से 10 अगस्त 2023 तक के स्टे के दौरान किए गए थे, उन्हें वापस किया जाए और इन राशियों को चार हफ्तों के भीतर कंपनी के खाते में जमा किया जाए।"
यह आदेश न्यायिक सदस्य लक्ष्मी गुरुंग और तकनीकी सदस्य चरणजीत सिंह गुलाटी की बेंच द्वारा जारी किया गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि Siti Networks के लिए दिवालियापन प्रक्रिया की शुरुआत की तारीख 22 फरवरी 2023 ही मानी जाएगी और सभी दिवालियापन से संबंधित गतिविधियों को इसी तिथि से जोड़ा जाएगा।
दिवालियापन की प्रक्रिया और चुनौतियां:
Siti Networks को फरवरी 2023 में कॉर्पोरेट दिवालियापन समाधान प्रक्रिया (CIRP) के तहत स्वीकार किया गया था, और रोहित मेहरा को समाधान पेशेवर के रूप में नियुक्त किया गया था। हालांकि, इस आदेश को Siti के एक निलंबित निदेशक ने नेशनल कंपनी लॉ अपीलीय ट्रिब्यूनल (NCLAT) में चुनौती दी थी। इसके बाद 7 मार्च 2023 को NCLAT ने दिवालियापन प्रक्रिया पर रोक लगाई और कंपनी के निदेशकों को नियंत्रण वापस सौंप दिया।
बाद में, NCLAT ने निलंबित निदेशक की अपील को खारिज कर दिया और इसे बिना आधार का बताया। यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा, लेकिन वहां भी इसे खारिज कर दिया गया।
निष्कर्ष:
NCLT का यह आदेश Siti Networks के लेनदारों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें उन्हें कंपनी के खातों में निकाले गए 143 करोड़ रुपये लौटाने होंगे। यह मामला न केवल दिवालियापन प्रक्रिया के नियमों को मजबूत करता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि कानून का पालन ठीक से हो और सभी लेनदार समान रूप से इसका पालन करें।
आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने पत्रकारों के लिए कई लोकलुभावनी घोषणाएं की हैं।
आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने पत्रकारों के लिए कई लोकलुभावनी घोषणाएं की हैं। 'दैनिक भास्कर' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने एक पंच सितारा होटल में वरिष्ठ पत्रकारों के बीच 'वर्किंग पेपर' जारी किया। इस पेपर में पत्रकारों के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं और वादों की घोषणा की गई है।
1. पत्रकार सुरक्षा कानून में सुधार:
कांग्रेस ने पत्रकार सुरक्षा के लिए 'महाराष्ट्र मीडियाकर्मी और मीडिया संस्थान अधिनियम, 2017' में संशोधन का प्रस्ताव दिया है। इसके तहत, पत्रकारों को उत्पीड़न, धमकी और झूठे मुकदमों से बचाने के लिए समिति का गठन होगा, जो पत्रकारों के खिलाफ हो रही हिंसा और झूठे आरोपों की जांच करेगी।
2. आवास सुविधा:
पत्रकारों को टियर 1, 2 और 3 शहरों में घर खरीदने के लिए रियायती दरों पर आवास ऋण उपलब्ध कराने का वादा किया गया है। टियर 1 शहरों में 1 करोड़ रुपये तक, टियर 2 शहरों में 50 लाख रुपये तक और टियर 3 शहरों में 30 लाख रुपये तक के ऋण पर 5% ब्याज सब्सिडी दी जाएगी। पत्रकार संघों या निकायों को आवासीय सोसायटियों और कॉलोनियों के विकास के लिए रियायती दरों पर सरकारी भूमि का 30 वर्षीय पट्टा प्रदान किया जाएगा। सरकार की गृह निर्माण परियोजनाओं में पत्रकारों का कोटा बढ़ाया जाएगा।
3. बीमा कवरेज:
पत्रकारों और उनके परिवार के लिए व्यापक बीमा कवरेज की पेशकश की गई है। 5 लाख रुपये की मुफ्त बीमा पॉलिसी और अधिक बीमा कवरेज के लिए 50% राज्य सरकार का योगदान होगा। दुर्घटना और चिकित्सा बीमा में भी राज्य सरकार प्रीमियम का 80% हिस्सा वहन करेगी।
4. प्रिंट मीडिया को समर्थन:
छोटे और क्षेत्रीय समाचार पत्रों को पुनर्जीवित करने के लिए सरकारी विज्ञापनों की निष्पक्ष और पारदर्शी नीति लागू की जाएगी।
5. पुरस्कार राशि में वृद्धि:
राज्य सरकार द्वारा हर साल प्रदान किए जाने वाले उत्कृष्ठ पत्रकारिता पुरस्कारों की राशि में बढ़ोतरी की जाएगी। बालशास्त्री जामभेकर पुरस्कार (मराठी), अनंत गोपाल शेवड़े पुरस्कार (अंग्रेजी) व बाबूराव विष्णु पराड़कर पुरस्कार (हिंदी) की मौजूदा पुरस्कार राशि 51,000 रुपये को बढ़ाकर 2 लाख रुपये किया जाएगा।
6. शिक्षा ऋण:
पत्रकारों के बच्चों के लिए शून्य ब्याज पर 1 करोड़ रुपये तक का शिक्षा ऋण देने का प्रस्ताव है।
7. आधुनिक प्रेस क्लब:
राज्य के प्रमुख शहरों में आधुनिक प्रेस क्लब बनाए जाएंगे, जहां रिकॉर्डिंग और संपादन स्टूडियो, मीटिंग हॉल और फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं होंगी।
कांग्रेस का यह कदम पत्रकारों को विशेष राहत प्रदान करने के साथ ही चुनावी समीकरणों को साधने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।
जी एंटरटेनमेंट अपने 32 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। इस खास मौके पर एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन और ZEE के संस्थापक डॉ. सुभाष चंद्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अपने विचार साझा किए।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) सफलतापूर्वक अपने 32 साल पूरे होने का जश्न मना रहा है। इस अवसर पर कंपनी ने अपने दर्शकों के प्रति समर्पण और गुणवत्तापूर्ण मनोरंजन प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दोहराया, जिसने ZEE को देश की सबसे बड़ी घरेलू मनोरंजन कंपनी के रूप में स्थापित किया है।
ZEE ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "पिछले 32 वर्षों में, ZEE ने टेलीविजन, डिजिटल, फिल्म और संगीत के ज़रिए न सिर्फ भारतीय संस्कृति और परंपराओं को पेश किया है, बल्कि पूरी दुनिया में करोड़ों दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाई है।"
इस खास मौके पर एस्सेल ग्रुप के चेयरमैन और ZEE के संस्थापक डॉ. सुभाष चंद्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, "32 साल पहले आज के दिन मैंने जी टीवी की शुरुआत की थी। मुझे भी यह अंदाजा नहीं था कि यह न सिर्फ एक बड़े उद्योग का रूप लेगा बल्कि भारत के लिए एक बड़ी 'सॉफ्ट पावर' के रूप में विश्वभर में भारत की पहचान बनेगा। सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि जी ने लाखों लोगों को रोजगार और अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान किया। जैसा कि जी के एमडी पुनीत गोयनका ने आज कहा है, जी की यह यात्रा आगे और भी नए और लाभदायक आयामों के साथ बढ़ेगी, जिससे इसके शेयरधारकों को भी फायदा होगा।"
३२ वर्ष पहले आज के दिन मेरे द्वारा ज़ी टीवी का आरंभ हुआ। मुझे भी आभास नहीं था कि यह ना ही एक बड़े उद्योग का रूप ले लेगा अपितु भारत के लिए एक बड़ी soft पॉवर के रूप में पूरे विश्व में भारत को विख्यात करेगा। सबसे अधिक प्रसन्नता है कि लाखों लोगों को रोज़गार तथा अपना हुनर दिखाने के…
— Subhash Chandra (@subhashchandra) October 2, 2024
ZEE एंटरटेनमेंट ने अपनी शुरुआत से लेकर अब तक भारतीय मनोरंजन जगत में नए मानक स्थापित किए हैं और आने वाले वर्षों में भी कंपनी अपने दर्शकों को उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री प्रदान करने और उद्योग में नई ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के मैनेजिंग डायरेक्टर व CEO पुनीत गोयनका ने कंपनी के भविष्य को लेकर अपना विजन स्पष्ट किया है।
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के मैनेजिंग डायरेक्टर व CEO पुनीत गोयनका ने कंपनी के भविष्य को लेकर अपना विजन स्पष्ट किया है। मंगलवार को ZEEL की 32वीं वर्षगांठ पर आयोजित टाउनहॉल में गोयनका ने एम्प्लॉयीज को संबोधित किया। इस दौरान गोयनका ने कहा, "32 साल बाद जब मैं ZEE को एक ऐसी कंपनी के रूप में देखता हूं, तो मुझे लगता है कि कंपनी समाज में उम्मीद और बदलाव की किरण होगी। मैं देखता हूं कि हम अपने मनोरंजन अनुभवों के माध्यम से सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा कर रहे होंगे और मैं देखता हूं कि हम अपने वास्तविक लक्ष्य को पूरा कर रहे होंगे, जो उद्देश्यपूर्ण मनोरंजन के माध्यम से लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना होना चाहिए।"
ZEE ने एक बयान में कहा कि प्राइवेट सैटेलाइट टेलीविजन इंडस्ट्री के साथ-साथ ZEE ने 32 सालों का सफर पूरा कर लिया है। आज M&E इंडस्ट्री का आकार 2 ट्रिलियन रुपए से भी ज्यादा हो चुका है और यह तेजी से बढ़ रही है।
इस अवसर पर अपने एम्प्लॉयीज को संबोधित करते हुए गोयनका ने कहा, "आज हम सिर्फ कंपनी की वर्षगांठ नहीं मना रहे, बल्कि उस इंडस्ट्री की स्थापना दिवस भी मना रहे हैं, जिसका मूल्य आज 2 ट्रिलियन रुपए से अधिक है।"
उन्होंने कहा, "ZEE ने पिछले 32 सालों में मनोरंजन की दुनिया में नए आयाम स्थापित किए हैं। हम हमेशा से दर्शकों को बेहतरीन कहानियां सुनाते रहे हैं, रचनात्मकता की सीमाओं को आगे बढ़ाया है और अरबों लोगों के दिलों से जुड़े हैं।"
ZEE की उपलब्धियों पर विचार व्यक्त करते हुए गोयनका ने इस बात पर जोर दिया कि कंपनी ने अपने ग्राहकों को हमेशा प्राथमिकता दी है और सकारात्मक अनुभव प्रदान किए हैं। यही कारण है कि ZEE ने भारत की संस्कृति और परंपराओं को दर्शाते हुए परिवारों को जोड़ा है।
गोयनका ने कहा, "ZEE एक कंपनी से बढ़कर परिवार जैसा है। हमने मिलकर एक ऐसा संगठन खड़ा किया है जो अपने आप को समय के साथ बदलता रहा है।" उन्होंने यह भी बताया कि ZEE ने 32 वर्षों के दौरान इंडस्ट्री के कई बदलावों को अपनाया और हर बार खुद को मजबूत और अग्रणी साबित किया।
इस दौरान गोयनका ने यह भी कहा, "हमारी क्षमता खुद को नए रूप में ढालने और आगे बढ़ने की है, जो हमारी टीम की ताकत और दृष्टिकोण को दर्शाती है।"
ZEE की 32वीं वर्षगांठ पर कंपनी का यह दृष्टिकोण मनोरंजन के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।
मुंबई की एक अदालत ने फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन के खिलाफ पत्रकार द्वारा दर्ज की गई मानहानि और आपराधिक धमकी की शिकायत की जांच करने के लिए पुलिस को निर्देश दिया है।
मुंबई की एक अदालत ने फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन के खिलाफ पत्रकार द्वारा दर्ज की गई मानहानि और आपराधिक धमकी की शिकायत की जांच करने के लिए पुलिस को निर्देश दिया है। यह मामला रवीना के खिलाफ एक रोड रेज वीडियो को लेकर दर्ज किया गया था, जिसे पत्रकार मोहसिन शेख ने पोस्ट किया था। अदालत ने पुलिस से 3 जनवरी, 2025 तक रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
शेख ने बोरीवली की मजिस्ट्रेट अदालत में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 500 (मानहानि) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत कार्रवाई की मांग की गई थी। शेख के वकील अली काशिफ खान ने अदालत में बताया कि रवीना ने अपने वकील के जरिए रिपोर्टर पर जबरन वसूली का आरोप लगाया था और वीडियो हटाने के लिए कहा था, जो कथित तौर पर अभिनेत्री से जुड़ी एक रोड रेज घटना का था।
वीडियो में एक व्यक्ति ने आरोप लगाया था कि रवीना के ड्राइवर ने उसकी मां को टक्कर मारी और जब उसने सवाल किया तो ड्राइवर ने मारपीट की। यह घटना बांद्रा इलाके में हुई थी। हालांकि, पुलिस जांच में पाया गया कि रवीना की कार किसी से नहीं टकराई थी।
इसके बाद रवीना ने पत्रकार को मानहानि का नोटिस भेजा और वीडियो हटाने का अनुरोध किया। लेकिन शेख ने दावा किया कि उसने अपनी पत्रकारिता और सामाजिक कर्तव्यों के तहत यह वीडियो पोस्ट किया था और उस पर दबाव डालने के लिए गैरकानूनी तरीके अपनाए गए।
शेख ने यह भी दावा किया कि 100 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगने वाला यह नोटिस निराधार है और उसे डराने की कोशिश की गई है। साथ ही, रवीना टंडन और उनके प्रशंसकों द्वारा उसे निशाना बनाने का आरोप भी लगाया।
इससे पहले ‘TV9’ में रीजनल हेड (डिजिटल सेल्स) के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे मयंक जैन
‘टीवी9’ (TV9) ने मयंक जैन को वाइस प्रेजिडेंट (Digital Ad Sales) के पद पर प्रमोट किया है। मयंक जैन इससे पहले यहां रीजनल हेड (डिजिटल सेल्स) के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
जून 2019 में ‘TV9’ नेटवर्क से जुड़ने के बाद मयंक ने शुरुआत में ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 Bharatvarsh) के लिए सेल्स की कमान संभाली, उसके बाद वर्ष 2020 में वह डिजिटल ऐड सेल्स में आ गए।
बता दें कि मयंक जैन को मीडिया और सेल्स मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करने का 22 साल से ज्यादा का अनुभव है। मयंक को ऐड सेल्स, ब्रैंडेड कंटेंट और इवेंट्स में विशेषज्ञता हासिल है।
मयंक जैन ने अपने करियर की शुरुआत ‘अमर उजाला’ (Amar Ujala) से की थी। पूर्व में वह ‘Star TV’, ‘Fox International Channels’, ‘National Geographic’, ‘93.5 Red FM’, ‘Times of India’, ‘NDTV Good Times’ और ‘Eenadu’ (ETV) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में प्रमुख भूमिकाएं निभा चुके हैं।