सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जोर देकर कहा कि अदालतों को मीडिया संगठनों पर प्रतिबंध लगाने वाले आदेश(gag orders) जारी करने से बचना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जोर देकर कहा कि अदालतों को मीडिया संगठनों पर प्रतिबंध लगाने वाले आदेश (gag orders) जारी करने से बचना चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि किसी न्यायिक फैसले की निष्पक्ष आलोचना को अदालत की अवमानना नहीं माना जा सकता।
सुप्रीम कोर्ट का यह बयान दिल्ली हाई कोर्ट के एक निर्देश के बाद आया, जिसमें विकिपीडिया को आदेश दिया गया था कि वह लंबित ₹2 करोड़ के मानहानि मामले के संबंध में 36 घंटे के भीतर एक पेज हटा दे। यह मामला न्यूज एजेंसी ANI द्वारा प्लेटफॉर्म के खिलाफ दायर किया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, न्यायमूर्ति अभय एस. ओका और उज्जल भुयान की खंडपीठ ने कहा, "अदालतों को सोशल मीडिया पर उनके आदेशों के खिलाफ की गई कुछ टिप्पणियों को लेकर संवेदनशील क्यों होना चाहिए?"
पीठ ने टिप्पणी की, "अदालतें प्रतिबंधात्मक आदेश जारी नहीं कर सकतीं। किसी के खिलाफ आपराधिक अवमानना की कार्रवाई की जा सकती है, नोटिस जारी होगा और दूसरा पक्ष अवमानना को समाप्त करने का विकल्प चुन सकता है। लेकिन सिर्फ इसलिए किसी को कुछ हटाने के लिए कहना कि अदालत ने जो कहा या किया उसकी आलोचना हो रही है, यह ठीक नहीं है।"
कोर्ट ने यह भी कहा कि यह "विडंबना" है कि एक मीडिया संस्था ANI, जो स्वयं सूचनाएं प्रसारित करती है, किसी अन्य प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रही है।
सुप्रीम कोर्ट का यह दखल तब आया जब विकिपीडिया ने दिल्ली हाई कोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी, जिसमें प्लेटफॉर्म को ANI द्वारा दायर मानहानि मामले पर चर्चा करने वाले पेज को हटाने का निर्देश दिया गया था।
सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि क्रिएटर्स की दुनिया और उनकी अर्थव्यवस्था एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है।
सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि क्रिएटर्स की दुनिया और उनकी अर्थव्यवस्था एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। यह बातचीत मुंबई में 1 से 4 मई तक होने जा रहे पहले वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) से पहले आयोजित की गई थी। इस चर्चा में देशभर के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर के करीब 20 मीडिया संगठनों ने भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि तकनीक के आने से पारंपरिक मॉडल पीछे छूट रहा है और एक नया मॉडल उभर रहा है, जिससे नई संभावनाएं भी बन रही हैं और चुनौतियां भी। उन्होंने कहा कि मीडिया की दुनिया तेजी से बदल रही है और देश के तौर पर हमें इस बदलाव के साथ सामूहिक रूप से तालमेल बिठाने की जरूरत है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अब वह समय नहीं रहा जब अच्छा कंटेंट बनाने के लिए किसी बड़े स्टूडियो की आवश्यकता होती थी। आज झारखंड या केरल के किसी दूरस्थ गांव का क्रिएटर भी बेहतरीन क्वालिटी का कंटेंट बनाकर लाखों व्यूज हासिल कर सकता है। उन्होंने बताया कि क्रिएटर्स की अर्थव्यवस्था बहुत तेज़ी से बढ़ रही है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के क्रिएटर्स के काम को सराहा है और वैश्विक मंच पर भारत की सॉफ्ट पावर को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा, “WAVES का उद्देश्य मीडिया और मनोरंजन जगत के लिए एक वैश्विक मंच के रूप में विकसित होना है, ठीक वैसे ही जैसे दावोस आर्थिक नीतियों के लिए एक वैश्विक मंच बन चुका है।”
मंत्री ने कहा, “हम अपने क्रिएटर्स को दुनिया से जोड़ने का एक नया रास्ता खोज रहे हैं। WAVES एक ऐसा मंच बन रहा है जो क्रिएटर्स, खरीदारों और बाजारों को जोड़ने का काम कर रहा है, ताकि रचनात्मक समाधान वैश्विक स्तर पर पहुंच सकें।” उन्होंने बताया कि इस मंच के ज़रिए कंटेंट क्रिएटर्स को अपनी रचनाएं प्रस्तुत करने और कंपनियों को गुणवत्तापूर्ण रचनात्मक कार्य खरीदने का अवसर मिल रहा है।
इस संवाद में भाग लेते हुए विभिन्न मीडिया संगठनों के प्रमुखों ने WAVES जैसे नवाचारी विचार की कल्पना करने के लिए सरकार की सराहना की, जो नीति निर्माताओं, क्रिएटर्स, इंडस्ट्री लीडर्स, टेक्नोलॉजी कंपनियों और स्टार्टअप्स को एक मंच पर लाने का प्रयास है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि भविष्य की मीडिया संरचना को आकार देने में सामूहिक संवाद की अहम भूमिका होगी। उन्होंने बताया कि मंत्रालय सभी हितधारकों के साथ जुड़ने के लिए प्रतिबद्ध है और WAVES 2025 की तैयारी में मीडिया संगठनों की सक्रिय भागीदारी को सराहा।
'नेटवर्क18' (Network18) ने नलिन मेहता को अपने संपादकीय कार्यों के लिए चीफ AI ऑफिसर नियुक्त किया है।
'नेटवर्क18' (Network18) ने नलिन मेहता को अपने संपादकीय कार्यों के लिए चीफ AI ऑफिसर नियुक्त किया है। नलिन फिलहाल मनीकंट्रोल के मैनेजिंग एडिटर के रूप में कार्यरत हैं।
इस नई भूमिका में नलिन Network18 के विभिन्न ब्रैंड्स में AI को संपादकीय कार्यप्रणाली के साथ एकीकृत करने की दिशा का नेतृत्व करेंगे। वह AI-सक्षम कंटेंट सॉल्यूशन्स के इनोवेशन पर काम करेंगे, पत्रकारिता में AI के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग के लिए एक रूपरेखा स्थापित करेंगे और एक ऐसा सहयोगात्मक AI ईकोसिस्टम तैयार करेंगे जो संपादकीय, टेक्नोलॉजी, प्रॉडक्ट और डिजाइन टीम्स को जोड़े।
उनका प्रमुख फोकस नेटवर्क के पत्रकारों को AI से लैस करना और ऐसे संपादकीय प्रोसेस तैयार करना होगा, जिनमें AI को एक मूलभूत उपकरण के रूप में शामिल किया जा सके, वह भी पत्रकारिता की नैतिकता और सटीकता से समझौता किए बिना।
यह संपादकीय AI परिवर्तन Network18 के इन-हाउस डेवलप किए गए AI टूल ‘Answers’ के माध्यम से संचालित होगा। नलिन संपादकीय नेतृत्व और टेक्निकल टीमों के साथ मिलकर हर ब्रैंड के लिए कस्टमाइज़्ड और विशिष्ट AI समाधान विकसित करेंगे।
अपनी इस नई जिम्मेदारी के साथ-साथ नलिन मनीकंट्रोल के मैनेजिंग एडिटर की भूमिका में भी बने रहेंगे, जहां उन्होंने पिछले एक साल में बिजनेस पत्रकारिता को एक नया आयाम देने में अहम भूमिका निभाई है।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और सूचना-प्रसारण मंत्रालय में दो वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) में दो वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
नगालैंड कैडर के 1995 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। वे इस पद को भारत सरकार के अपर सचिव (Additional Secretary) के दर्जे और वेतनमान में संभालेंगे। साथ ही, वे इसी मंत्रालय में पहले से जो अतिरिक्त जिम्मेदारी (Additional Charge) अपर सचिव के रूप में निभा रहे हैं, उसे भी जारी रखेंगे।"
अभिषेक सिंह को शासन, नीति निर्माण और तकनीक आधारित सार्वजनिक प्रशासन में 29 वर्षों का विविध अनुभव है। इससे पहले, वे MyGov इंडिया और नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के तौर पर देशभर में ई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट्स को क्रियान्वित करने में अहम भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने हार्वर्ड कैनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट से 2013 में मेसन फेलो के रूप में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की है।
इसी दौरान एक अन्य महत्वपूर्ण नियुक्ति में, 1993 बैच के इंडियन रेलवे पर्सनल सर्विस (IRPS) अधिकारी प्रभात को सूचना-प्रसारण मंत्रालय में अपर सचिव नियुक्त किया गया है। वर्तमान में वे अपने कैडर में कार्यरत हैं।
सरकार द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों में प्रशासनिक नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में ये नियुक्तियां की गई हैं।
प्रभात ने भारतीय रेल में विभिन्न जिम्मेदारियों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है। उन्होंने राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है और रेलवे सेक्टर में पर्सनल मैनेजमेंट के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें सराहा गया है।
आज मीडिया और विज्ञापन जगत के लोग मिलकर एसेंसमीडियाकॉम ( EssenceMediacom) में साउथ एशिया के सीईओ नवीन खेमका को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं दे रहे हैं।
आज मीडिया और विज्ञापन जगत के लोग मिलकर एसेंसमीडियाकॉम ( EssenceMediacom) में साउथ एशिया के सीईओ नवीन खेमका को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं दे रहे हैं।
भारतीय मीडिया जगत को बीते 25 वर्षों से दिशा देने और लगातार नये आयाम देने वाले नवीन खेमका का करियर नेतृत्व, नवाचार और उद्देश्यपूर्ण विकास का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। चाहे बात Airtel के इंटीग्रेटेड इंपैक्ट मीडिया राइड की हो या Samsung India के मीडिया स्ट्रैटेजी इंजन की, नवीन ने हमेशा देश में कई पहली पहल की शुरुआत की है। Paytm, PepsiCo, Hero MotoCorp और Tata जैसे बड़े ब्रैंड्स की मीडिया स्ट्रैटजीस तैयार कर उन्होंने भारत में मीडिया की दिशा और धार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
उनकी कार्यशैली की जड़ में एक सरल लेकिन शक्तिशाली विचार है- “जो ब्रैंड के लिए अच्छा है, वही आपके लिए अच्छा है।” यही सोच न केवल व्यवसायों को बढ़ाने में सहायक रही, बल्कि प्रतिभाओं को तराशने, आइकॉनिक कैंपेन तैयार करने और रणनीतिक ब्रैंड संवादों में मीडिया की भूमिका को और सशक्त बनाने में भी मददगार रही है।
Mudra और Mindshare में अपने शुरुआती दिनों से लेकर MediaCom और अब EssenceMediacom में उनकी परिवर्तनकारी नेतृत्व यात्रा तक, नवीन ने मीडिया को केवल लागत से जुड़ी इकाई से निकालकर एक रणनीतिक शक्ति केंद्र में बदलने का काम किया है। उपभोक्ता अंतर्दृष्टि और प्रदर्शन से जुड़े मानकों के अनूठे संयोजन ने उन्हें इंडस्ट्री के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक बना दिया है।
चाहे वह 1500 से अधिक प्रोफेशनल्स को एक सहज विलय के लिए एक साथ लाना हो या साउथ एशिया में एजेंसी और क्लाइंट के रिश्तों को एक नई परिभाषा देना, नवीन खेमका लगातार नए मानक स्थापित कर रहे हैं, वह भी बेहद आत्मविश्वास, सादगी और हमेशा भविष्य की सोच के साथ।
उनकी यह यात्रा न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि इंडस्ट्री के लिए एक नई दिशा भी तय करती है।
अपनी नई भूमिका में पूनम क्षेत्रीय सेल्स स्ट्रैटेजी को मजबूत बनाने, राजस्व वृद्धि सुनिश्चित करने और क्लाइंट पार्टनरशिप्स को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी संभालेंगी।
‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। इस खबर के मुताबिक एबीपी नेटवर्क ने पूनम गौरव बत्रा को रीजनल डायरेक्टर (ऐड सेल्स) के पद पर नियुक्त किया है। इस पद पर उनकी नियुक्ति 17 अप्रैल से ही प्रभावी हो गई है।
इस नियुक्ति के बारे में ‘एबीपी नेटवर्क’ के सीईओ सुमांता दत्ता की ओर से एक इंटरनल मेल भी जारी किया गया है। इस मेल में कहा गया है, ‘पूनम एक अनुभवी सेल्स लीडर हैं, जिन्हें क्षेत्रीय और ज़ोनल स्तर की नेतृत्वकारी भूमिकाओं में 23 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने ABP प्राइवेट लिमिटेड और द टाइम्स ग्रुप जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संगठनों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। रणनीतिक योजना, बिजनेस डेवलपमेंट और क्लाइंट रिलेशनशिप मैनेजमेंट में उनकी विशेष दक्षता रही है। पारंपरिक और इंटीग्रेटेड सेल्स चैनलों में लगातार ग्रोथ दिलाने और हाई-परफॉर्मिंग टीम्स बनाने की उनकी क्षमता उन्हें हमारी सेल्स लीडरशिप टीम का एक अहम हिस्सा बनाती है।’
अपनी नई भूमिका में पूनम क्षेत्रीय सेल्स स्ट्रैटेजी को मजबूत बनाने, राजस्व वृद्धि सुनिश्चित करने और क्लाइंट पार्टनरशिप्स को बेहतर बनाने की जिम्मेदारी संभालेंगी। खासतौर पर उत्तर भारत क्षेत्र में सेल्स को गति देने में वे एक प्रमुख भूमिका निभाएंगी और सैकत दत्ता की टीम का अभिन्न हिस्सा होंगी। बता दें कि एबीपी नेटवर्क ने आज ही सैकत दत्ता को वाइस प्रेजिडेंट (ऐड सेल्स) के पद पर नियुक्त किया है।
अपनी इस भूमिका में सैकत पूरे देश में एबीपी नेटवर्क की सेल्स ग्रोथ को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभालेंगे और नेटवर्क के सीईओ सुमांता दत्ता को रिपोर्ट करेंगे।
देश के प्रमुख न्यूज नेटवर्क्स में शुमार ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) ने सैकत दत्ता को वाइस प्रेजिडेंट (ऐड सेल्स) के पद पर नियुक्त किया है। उनका कार्यकाल 17 अप्रैल से प्रभावी होगा। अपनी इस भूमिका में सैकत पूरे देश में एबीपी नेटवर्क की सेल्स ग्रोथ को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभालेंगे और नेटवर्क के सीईओ सुमांता दत्ता को रिपोर्ट करेंगे।
इस बारे में सुमांता दत्ता की ओर से एक इंटरनल मेल भी जारी किया गया है। इस मेल में कहा गया है, ‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि सैकत दत्ता ने आज से एबीपी नेटवर्क में वाइस प्रेजिडेंट (एड सेल्स) के रूप में कार्यभार संभाल लिया है।
सैकत को स्ट्रैटेजिक सेल्स लीडरशिप, बिजनेस डेवलपमेंट और रेवेन्यू मैनेजमेंट के क्षेत्र में 23 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने TV Today Network, पतंजलि मीडिया, सन टीवी, इंडिया टीवी, एशिया टीवी, सनंदा टीवी, स्टार इंडिया और ज़ी एंटरटेनमेंट जैसे प्रमुख मीडिया संगठनों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। एबीपी नेटवर्क से जुड़ने से पहले वे TV Today Network Ltd. (आजतक) में नेशनल रेवेन्यू हेड के पद पर कार्यरत थे।
अपने करियर के दौरान सैकत दूरदर्शी नेतृत्व, ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण और हाई-परफॉर्मिंग सेल्स टीम्स के निर्माण व उल्लेखनीय ग्रोथ हासिल करने के लिए जाने जाते रहे हैं। मीडिया इंडस्ट्री में उनके गहरे अनुभव और गतिशील कार्यशैली से हमारी ग्रोथ को गति मिलेगी और बाजार में हमारी उपस्थिति और भी मजबूत होगी।’
एचटी मीडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी नेक्स्ट मीडिया वर्क्स लिमिटेड (Next MediaWorks Limited) में नेतृत्व स्तर पर बड़ा बदलाव हुआ है।
एचटी मीडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी नेक्स्ट मीडिया वर्क्स लिमिटेड (Next MediaWorks Limited) में नेतृत्व स्तर पर बड़ा बदलाव हुआ है। कंपनी के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) रमेश मेनन और चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) अमित मदान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों अधिकारियों ने बुधवार को अपने इस्तीफे सौंपे।
नियामकीय फाइलिंग में बताया गया है कि दोनों अधिकारियों ने समूह के भीतर मिली नई जिम्मेदारियों के चलते अपने पद छोड़ने का फैसला किया है।
इन इस्तीफों के बाद, कंपनी के बोर्ड ने नामांकन और पारिश्रमिक समिति की सिफारिश पर दो नए नियुक्तियों को मंजूरी दी है। रोहित कालरा को ऑडियो बिजनेस का नया चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) और प्रियतन अग्रवाल को चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) नियुक्त किया गया है। दोनों की नियुक्तियां 17 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो गई हैं।
रोहित कालरा, जो वर्तमान में एचटी मीडिया में चीफ रेवेन्यू ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं, मीडिया, टेलीकॉम और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में 24 वर्षों का अनुभव रखते हैं। वे बिजनेस टर्नअराउंड और नए राजस्व स्रोत विकसित करने में अपनी दक्षता के लिए जाने जाते हैं। इससे पहले वे आइडिया सेल्युलर और भारती टेलीवेंचर्स में नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभा चुके हैं।
कालरा ने दिल्ली के IILM से सेल्स और मार्केटिंग में एमबीए किया है और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, हैदराबाद से स्ट्रैटेजी एग्जिक्यूशन में एग्जिक्यूटिव प्रोग्राम पूरा किया है।
नई नियुक्तियों के साथ कंपनी ने अपने नेतृत्व को और मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है।
25 वर्षों के नेतृत्व अनुभव के साथ शुभोदीप पाल ने हमेशा पारंपरिक सोच को चुनौती दी है और लगातार बदलाव की दिशा में काम किया है।
डिजिटल और मार्केटिंग की दुनिया जैसे-जैसे बदल रही है, वैसे-वैसे कुछ ही लीडर्स ऐसे हैं जिन्होंने इस क्षेत्र पर गहरा और स्थायी असर छोड़ा है और शुभोदीप पाल, जो ITW ग्लोबल स्पोर्ट्स - मीडिया - एंटरटेनमेंट इंटीग्रेटेड मार्केटिंग सर्विसेज के CEO हैं, उनमें से एक हैं। उनके जन्मदिन पर हम उनके बेहतरीन सफर, लगातार की गई नई कोशिशों और गेमिंग, ऑटो, एंटरटेनमेंट और टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में किए गए शानदार योगदान को याद कर रहे हैं और उनका जश्न मना रहे हैं।
25 वर्षों के नेतृत्व अनुभव के साथ शुभोदीप पाल ने हमेशा पारंपरिक सोच को चुनौती दी है और लगातार बदलाव की दिशा में काम किया है। बतौर को-फाउंडर और सीईओ, Googly Media PTE Ltd, उन्होंने भारत का पहला इंटीग्रेटेड गेमिंग और मीडिया सॉल्यूशंस प्लेटफॉर्म बनाया, जिसमें ई-स्पोर्ट्स टूर्नामेंट, ब्लॉकचेन गेमिंग और कंटेंट क्रिएशन जैसे इनोवेटिव आइडियाज शामिल थे। उनकी अगुवाई में कंपनी ने डिजिटल गेमिंग की दुनिया में नई सीमाएं तय कीं।
Revolt Motors में चीफ मार्केटिंग और बिजनेस डेवलपमेंट ऑफिसर की भूमिका में उन्होंने भारत की पहली AI-सक्षम इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल लॉन्च की, और 100% डिजिटल सेल्स मॉडल के साथ ऑटो इंडस्ट्री में क्रांतिकारी बदलाव लाया। यह उनके दूरदर्शी दृष्टिकोण का प्रमाण है।
Micromax Informatics Ltd से लेकर Balaji Telefilms & Motion Pictures Ltd तक, उन्होंने ब्रांड्स को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया। ब्रांड मैनेजमेंट, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और स्टेकहोल्डर एंगेजमेंट में उनकी विशेषज्ञता ने उन्हें B2C और B2B दोनों क्षेत्रों में एक विश्वसनीय लीडर के रूप में स्थापित किया है।
प्रोफेशनल सफलता से परे, शुभोदीप पाल को टीमों को प्रेरित करने, नवाचार को बढ़ावा देने और जटिल बाजार की स्थितियों को समझदारी से संभालने के लिए भी जाना जाता है। अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों, निवेशक संबंधों और उभरते ट्रेंड्स पर उनकी पकड़ उनकी ग्लोबल सोच और अनुकूलन क्षमता को दर्शाती है।
उनके जन्मदिन के इस अवसर पर, मार्केटिंग और इनोवेशन की दुनिया उन्हें एक दूरदर्शी लीडर के रूप में सम्मान देती है, जिनकी सोच ने इंडस्ट्री की दिशा को हमेशा आगे की ओर मोड़ा है।
विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो भरत श्रीवास्तव जल्द ही ‘प्रसार भारती’ में अपनी भूमिका निभाने जा रहे जाने-माने पत्रकार सुधीर चौधरी की टीम का हिस्सा हो सकते हैं।
पत्रकार भरत श्रीवास्तव ने हिंदी न्यूज चैनल ‘आजतक’ (AajTak) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह करीब तीन साल से यहां बतौर डिप्टी एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे और सुधीर चौधरी के नेतृत्व में चैनल के फ्लैगशिप शो ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ (Black And White) की टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा थे।
‘आजतक’ से भरत श्रीवास्तव की विदाई पर टीम ने उन्हें शानदार फेयरवेल पार्टी दी। इस मौके पर ‘आजतक’, ‘गुड न्यूज टुडे’ व ‘इंडिया टुडे’ के न्यूज डायरेक्टर सुप्रिय प्रसाद, आउटपुट हेड मनीष कुमार समेत ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ की टीम के तमाम सदस्य मौजूद थे।
इससे पहले भरत श्रीवास्तव वर्ष 2020 में ‘जी न्यूज’ से जुड़े हुए थे और यहां सुधीर चौधरी के नेतृत्व में इसके लोकप्रिय शो ‘डीएनए’ (DNA) को लिखने की जिम्मेदारी उन्हीं के पास थी। इसके बाद वर्ष 2022 में वह सुधीर चौधरी के साथ ही ‘आजतक’ आ गए थे और यहां ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ शो में अपनी अहम भूमिका निभा रहे थे।
इसके अलावा पूर्व में भरत श्रीवास्तव वर्ष 2017 से 2020 तक ‘न्यूज18’ (News18) में भी काम कर चुके हैं। यहां वह वरिष्ठ पत्रकार किशोर अजवाणी के नेतृत्व में ‘सौ बात की एक बात’ शो की टीम का अहम हिस्सा थे।
विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो भरत श्रीवास्तव जल्द ही ‘प्रसार भारती’ में अपनी भूमिका निभाने जा रहे जाने-माने पत्रकार सुधीर चौधरी की टीम का हिस्सा हो सकते हैं। हालांकि, अभी इस बारे में किसी तरह की पुष्टि नहीं हुई है।
आपको यह भी बता दें कि भरत श्रीवास्तव ‘एक्सचेंज4मीडिया’ समूह की हिंदी वेबसाइट ‘समाचार4मीडिया’ द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित किए जाने वाले ‘समाचार4मीडिया हिंदी पत्रकारिता 40अंडर40 अवॉर्ड्स’ के तीसरे एडिशन के विजेताओं में भी शामिल रह चुके हैं। समाचार4मीडिया की ओर से भरत श्रीवास्तव को उनके नए सफर के लिए अग्रिम रूप से ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने 16 अप्रैल को प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 की धारा 27 के तहत एक महत्वपूर्ण आदेश पारित किया है।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने 16 अप्रैल को प्रतिस्पर्धा अधिनियम, 2002 की धारा 27 के तहत एक महत्वपूर्ण आदेश पारित किया है। आयोग ने UFO मूवीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, इसकी सहायक कंपनी स्क्रैबल डिजिटल लिमिटेड और क्यूब सिनेमा टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को अधिनियम की धारा 3(4) के प्रावधानों का उल्लंघन करने का दोषी पाया है और इन पर मौद्रिक व गैर-मौद्रिक प्रतिबंध लगाए हैं।
प्रतिस्पर्धा आयोग ने UFO मूवीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और इसकी सहायक कंपनी स्क्रैबल डिजिटल लिमिटेड पर कुल मिलाकर ₹1.04 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। वहीं, क्यूब सिनेमा पर ₹1.65 करोड़ का जुर्माना लगाया है।
आयोग के अनुसार, UFO मूवीज और क्यूब भारत में सिनेमा थिएटर मालिकों (CTO) को डिजिटल सिनेमा इनिशिएटिव (DCI)-अनुपालन वाले डिजिटल सिनेमा उपकरण (DCE) किराए या लीज पर देने वाले प्रमुख खिलाड़ी हैं। आयोग ने पाया कि इन कंपनियों ने थिएटर मालिकों के साथ ऐसे लीज समझौते किए जिनमें यह शर्त थी कि वे केवल इन्हीं कंपनियों से कंटेंट लें और किसी अन्य कंपनी से नहीं।
इस व्यवस्था के कारण न केवल कंटेंट सप्लाई करने वाली दूसरी कंपनियों के लिए रास्ते बंद हुए बल्कि पोस्ट-प्रोडक्शन प्रोसेसिंग (PPP) सेवाएं देने वाली कंपनियों को भी नुकसान हुआ। इन शर्तों ने DCI-अनुपालन वाले उपकरणों का इस्तेमाल करने वाले थिएटर मालिकों का दायरा सीमित कर दिया और अन्य कंपनियों से सेवा लेने पर रोक लगाई।
आयोग ने यह स्पष्ट किया कि इस तरह की टाई-इन व्यवस्था, विशेष आपूर्ति समझौते और सौदे से इनकार करना प्रतिस्पर्धा के नियमों के खिलाफ है। इसलिए, CCI ने UFO मूवीज (उसकी सहायक स्क्रैबल के साथ) और क्यूब को दोषी ठहराया।
इस आदेश के तहत, आयोग ने निर्देश दिया कि:
UFO मूवीज और क्यूब भविष्य में किसी भी थिएटर मालिक से ऐसा लीज समझौता न करें जिसमें अन्य कंपनियों से कंटेंट लेने पर रोक हो।
मौजूदा लीज समझौतों को भी संशोधित किया जाए ताकि थिएटर मालिक स्वतंत्र रूप से किसी भी कंपनी से कंटेंट ले सकें।
उल्लंघन की गंभीरता और अन्य कारकों को ध्यान में रखते हुए आयोग ने UFO मूवीज और स्क्रैबल डिजिटल लिमिटेड पर ₹104.03 लाख और क्यूब पर ₹165.8 लाख का जुर्माना भी लगाया है।