मीडिया इंडस्ट्री से जुड़े कुछ ऐसे बड़े न्यूज एंकर्स की, जिनके लिए साल 2022 उनके करियर के लिहाज से एक अच्छी सौगात दे गया।
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विकास सक्सेना
कुछ अच्छी-बुरी यादों के साथ साल 2022 बीतने वाला है। एक नया साल, नई उम्मीदों के साथ आपके जीवन में दस्तक देने को तैयार खड़ा है, लिहाजा साल 2023 के आने का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। लेकिन यहां बात करेंगे मीडिया इंडस्ट्री से जुड़े कुछ ऐसे बड़े न्यूज एंकर्स की, जिनके लिए यह बीता हुआ साल उनके करियर के लिहाज से एक अच्छी सौगात दे गया है। आइए, यहां ऐसे ही कुछ बड़े न्यूज एंकर्स के बारे में जानते हैं-
ऑनलाइन धोखाधड़ी की शिकार हुईं निधि राजदान की एक साल से ज्यादा समय बाद यानी इस साल फरवरी में 'एनडीटीवी 24ंंX7' चैनल पर वापसी हुई थी। दरअसल, पिछले साल जून में निधि राजदान का एक ट्वीट सामने आया था, जिसमें उन्होंने घोषणा की थी कि वह ‘एनडीटीवी’ में 21 साल की अपनी पारी को विराम देकर साल के अंत तक ‘हार्वर्ड यूनिवर्सिटी’ के फैकल्टी ऑफ आर्ट्स एंड साइंसेज में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर अपनी पारी शुरू करने जा रही हैं। हालांकि, बाद में खुलासा हुआ था कि वह फिशिंग अटैक (ऑनलाइन धोखाधड़ी, जहां ईमेल के जरिये धोखा देकर सारी जानकारी ले ली जाती है) का शिकार हुई थीं।
जून में भारतीय पत्रकार मिताली मुखर्जी ‘रॉयटर्स इंस्टीट्यूट’ से जुड़ने की खबर सामने आयी। उन्हें ‘फॉर द स्टडी ऑफ जर्नलिज्म’ के पत्रकार कार्यक्रमों (जर्नलिस्ट प्रोग्राम्स) की डायरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया था। यह दुनियाभर में परिचर्चा, जुड़ाव और शोध के माध्यम से पत्रकारिता के भविष्य की खोज के लिये समर्पित एक अनुसंधान केंद्र है और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में राजनीति और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग का हिस्सा है। हालांकि उन्होंने 1 सितंबर को अपना पदभार ग्रहण संभाला। मिताली मुखर्जी राजनीतिक अर्थव्यवस्था से जुड़ी पत्रकार हैं, जिन्हें टीवी, प्रिंट और डिजिटल पत्रकारिता में दो दशकों से अधिक का अनुभव है। अपने पत्रकारिता करियर के दौरान, मिताली ‘द वायर’ (The Wire) और ‘मिंट’ (Mint) में कंसल्टिंग बिजनेस एडिटर की भूमिका निभा चुकी हैं। इससे पहले वह ‘सीएनबीसी टीवी18’ (CNBC TV18) में मार्केट्स एडिटर और ‘टीवी टुडे’ (TV Today) और ‘दूरदर्शन’ (Doordarshan) में प्राइम टाइम एंकर थीं। वह ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) में फेलो रही हैं, जहां उन्होंने संगठन के लिए जेंडर इनिशिएटिव्स का नेतृत्व किया। मिताली ने दो स्टार्ट-अप की भी सह-स्थापना की है, जो सिविल सोसायटी और फाइनेंशियल लिट्रेसी पर केंद्रित हैं। मिताली ने अपनी पढ़ाई में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। 2001 में वह नई दिल्ली स्थित आईआईएमसी से टेलीविजन जर्नलिज्म में गोल्ड मेडलिस्ट हैं। साथ ही पॉलिटिकल साइंस में भी वह गोल्ड मेडलिस्ट हैं।
जून में ही खबर आयी कि जानी-मानी न्यूज एंकर सुरभि शर्मा ने हिंदी न्यूज चैनल ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 Bharatvarsh) में बतौर एंकर और सीनियर एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर जॉइन किया। वह ‘इंडिया टीवी’ (India TV) में अपनी 18 साल पुरानी पारी को विराम देकर यहां पहुंची। ‘इंडिया टीवी’ में वह एंकर और सीनियर एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं। सुरभि शर्मा ने वर्ष 2004 में ‘इंडिया टीवी‘ जॉइन किया था। बतौर ट्रेनी रिपोर्टर ‘इंडिया टीवी‘ से शुरुआत करने वाली सुरभि शर्मा इस दौरान तमाम पदों पर अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए फिलहाल सीनियर एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर के पद पर काम कर रही थीं।पढ़ाई-लिखाई में सुरभि शर्मा ने ‘पंजाब यूनिवर्सिटी’ से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन (बीएससी) की डिग्री ली है। मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली सुरभि शर्मा को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का करीब 20 साल का अनुभव है। उन्होंने वर्ष 2002 मे ‘जी मीडिया‘ में ‘सिटी केबल नेटवर्क्स’ (अब सिटी नेटवर्क्स) से पत्रकारिता में अपने करियर की शुरुआत की थी।
जुलाई में ‘जी समूह’ (Zee Group) के हिंदी न्यूज चैनल ‘जी न्यूज’ (Zee News) के पूर्व एडिटर-इन-चीफ और सीईओ सुधीर चौधरी के बारे में एक बड़ी खबर सामने आई कि सुधीर चौधरी अब हिंदी न्यूज चैनल 'आजतक' (AajTak) के साथ अपनी नई पारी शुरू करने जा रहे हैं। यहां पर वह बतौर कंसल्टिंग एडिटर अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे। हालांकि यह खबर सच साबित हुई और सुधीर चौधरी की नियुक्ति के बारे में ‘इंडिया टुडे’ समूह की वाइस चेयरपर्सन कली पुरी ने एक इंटरनल मेल भी जारी किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि आप सभी को मुझे यह बताते हुए काफी प्रसन्नता हो रही है कि सुधीर चौधरी ‘आजतक’ में बतौर कंसल्टिंग एडिटर जॉइन करने जा रहे हैं। इसके साथ ही सुधीर चौधरी और आजतक अपने 100 मिलियन व्युअर्स के लिए नया शो लाने की दिशा में जुटे हैं, जिसे सुधीर चौधरी होस्ट करेंगे। यह शो न्यूज डायरेक्टर सुप्रिय प्रसाद के निर्देशन में लाया जाएगा। हालांकि इसके बाद उन्होने 'ब्लैक&व्हाइट' शो शुरू किया, जो अब काफी लोकप्रिय हो गया है। टीवी पत्रकारिता में जाना-माना नाम सुधीर चौधरी करीब एक दशक से ‘जी’ के साथ जुड़े हए थे। इस मीडिया समूह में उनकी यह दूसरी पारी थी। इससे पहले अपने करियर के शुरुआती दिनों में उन्होंने ‘जी न्यूज‘ जॉइन किया था, लेकिन वर्ष 2003 में यहां से अलग होकर ‘सहारा समय‘ (Sahara Samay) जॉइन कर लिया था। इसके अलावा उन्होंने कुछ समय ‘इंडिया टीवी‘ (India TV) भी जॉइन किया था। वर्ष 2012 में वह ‘जी न्यूज‘ में वापस आ गए थे, जहां वह लोकप्रिय शो ‘डीएनए‘ (DNA) होस्ट करते थे।
वहीं, जुलाई में ही सीनियर न्यूज एंकर मीमांसा मलिक ने ‘जी न्यूज’ (Zee News) में अपनी करीब 24 साल पुरानी पारी को विराम दे दिया और इसके बाद ‘भारत24’ (Bharat24) चैनल जॉइन कर लिया, जहां उन्हें बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर/सीनियर एंकर अपनी जिम्मेदारी संभालने का मौका मिला। ‘जी न्यूज‘ में बतौर सीनियर एंकर और प्रड्यूसर के तौर पर काम कर चुकीं मीमांसा इस मीडिया संस्थान के साथ वर्ष 1998 से जुड़ी हुईं थीं। यहां वह प्राइम टाइम न्यूज बुलेटिंस की एंकरिंग कर रही थीं, जिनमें ‘नॉनस्टॉप एट नाइन’ (Nonstop at Nine), ‘प्राइम टाइम स्पेशल’ (Prime Time Special), ‘मेट्रो न्यूज’ (Metro News) और स्पेशल न्यूज शो ‘जी हेल्पलाइन-हक का सवाल’ (Zee Helpline - Haq Ka Sawaal) शामिल थे। मीमांसा मलिक को पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए विभिन्न अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है, जिनमें राजधानी रत्न अवॉर्ड (2004), इंडियन टैली अवॉर्ड (2004), हरियाणा गौरव अवॉर्ड (2006) और महादेव ज्योति अंलकरण अवॉर्ड (2006) शामिल हैं। उन्हें डॉ. एस राधाकृष्णन मेमोरियल नेशनल मीडिया नेटवर्क अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है।
जुलाई में ही यह भी खबर आयी कि टीवी न्यूज इंडस्ट्री का जाना-पहचाना नाम अंजलि इस्टवाल ने 'एनडीटीवी इंडिया' से इस्तीफा दे दिया, जहां वह पिछले 19 वर्षों से कार्यरत थीं और सीनियर एडिटर की भूमिका में थीं। इसके बाद वह ‘आजतक’ के डिजिटल विंग के साथ बतौर सीनियर एडिटर जुड़ गईं। ‘आजतक’ में यह उनकी दूसरी पारी है। इससे पहले वह फरवरी 2001 से जनवरी 2003 तक ‘आजतक’ के साथ बतौर कॉरेस्पोंडेंट जुड़ी हुईं थीं, जहां उन पर हेल्थ रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी थी। इसके अतिरिक्त वह दुनिया के करेंट अफेयर्स पर आधारित वीकली शो ‘दुनिया आजतक’ को प्रड्यूस करती थीं और उसकी एंकरिग का जिम्मा भी खुद ही संभालती थीं। अगस्त 1999 में ‘जी न्यूज’ से बतौर ट्रेनी अपने करियर की शुरुआत करने वाली अंजलि इस्टवाल ने 2003 में 'एनडीटीवी' जॉइन किया था। तब उन्हें यहां कॉरेस्पोंडेंट कम एंकर की जिम्मेदारी दी गई थी। वह 'एनडीटीवी' की उस कोर टीम का हिस्सा रहीं हैं, जिसने तब ‘एनडीटीवी’ के हिन्दी न्यूज चैनल ‘एनडीटीवी इंडिया’ को लॉन्च कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 'एनडीटीवी' में वह एंकरिंग के साथ-साथ रिपोर्टिंग भी करती थीं। यहां उन पर वीकली शो ‘फिट रहे इंडिया’ (Fit Rahe India), लाइफ स्टाइल व शॉपिंग शो ‘स्मार्ट शॉपर’ (Smart Shopper) और टेक शो ‘सेल गुरु’ (Cell Guru) की रिपोर्टिंग, स्क्रिप्टिंग से लेकर एंकरिंग तक पूरी जिम्मेदारी थी। इसके अतिरिक्त भी उन्होंने कई शोज की एंकरिंग की।
अगस्त में ‘मिरर नाउ’ (Mirror Now) ने श्रेया ढौंडियाल को अपना एग्जिक्यूटिव एडिटर बनाया, जिसके बाद से ढौंडियाल रात 8 बजे आने वाले चैनल के प्रमुख शो ‘दी अर्बन डिबेट’ ( The Urban Debate) को होस्ट करती हैं और एडिटोरियल टीम का नेतृत्व भी करती हैं। श्रेया ढौंडियाल ‘नेटवर्क18‘ के अंग्रेजी न्यूज चैनल 'CNN-न्यूज18' (CNN News 18) को विराम देकर यहा पहुंची थीं। 'CNN-न्यूज18' में वह करीब 17 साल से जुड़ी हुईं थीं, जहां वह एडिटर (डिफेंस) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं और प्राइम टाइम की एंकर थीं। मूल रूप से उत्तराखंड की रहने वालीं श्रेया ढौंडियाल का जन्म उत्तर प्रदेश के लखनऊ में हुआ है। उनके पिता आर्मी में रहे हैं। श्रेया ढौंडियाल को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का करीब 20 साल का अनुभव है। श्रेया ढौंडियाल ने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत ‘जी न्यूज’ (Zee News) से की थी। हालांकि, यहां उनका सफर काफी कम (लगभग एक साल) ही रहा। इसके बाद वह ‘एबीपी’ (ABP) में चली गईं और करीब दो साल वहां अपनी जिम्मेदारी निभाई। ‘एबीपी’ के बाद वह ‘सीएनएन न्यूज18’ से जुड़ गईं और तब से यहीं अपनी भूमिका निभा रही थीं।
सितंबर में ‘नेटवर्क18’ (Network18) ने सीनियर ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्ट और एडिटर पलकी शर्मा को मैनेजिंग एडिटर के पद पर नियुक्त किया। बता दें कि नेटवर्क18 के साथ उनकी यह दूसरी पारी है। इससे पहले वह इस मीडिया समूह में विभिन्न पदों पर अपनी भूमिका निभा चुकी हैं। पलकी शर्मा ने यहां जॉइन करने से कुछ पिछले दिनों पहले ही ‘जी मीडिया’ (Zee Media) समूह के अंग्रेजी न्यूज चैनल 'विऑन' (WION) में मैनेजिंग एडिटर पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अपने प्राइम टाइम शो 'ग्रेविटास' (Gravitas) के आखिरी एपिसोड की दो सितंबर को मेजबानी की थी। उन्हें इस साल मई में ही एग्जिक्यूटिव एडिटर से मैनेजिंग एडिटर के पद पर प्रमोट किया गया था। पिछले करीब तीन साल से पलकी शर्मा और विऑन एक-दूसरे के पर्याय बन गए थे। पलकी शर्मा को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है। पूर्व में वह ‘दूरदर्शन न्यूज‘,‘हिन्दुस्तान टाइम्स‘,‘सीएनएन-आईबीएन‘ और ‘आईटीवी नेटवर्क‘ में भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुकी हैं।
सितंबर में ही ‘सहारा न्यूज नेटवर्क’ (Sahara News Network) से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आयी कि सहारा न्यूज नेटवर्क के सीईओ व एडिटर-इन-चीफ उपेंद्र राय ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद यह खबर आयी कि वह अपना खुद का न्यूज वेंचर शुरू करने जा रहे हैं। दरअसल, उपेंद्र राय अगले साल जनवरी में ‘भारत एक्सप्रेस’ नाम से मीडिया समूह लॉन्च करेंगे। ‘भारत एक्सप्रेस’ मीडिया समूह हिंदी, अंग्रेजी और उर्दू भाषाओं में टीवी, डिजिटल और अखबार तीनों प्लेटफॉर्म पर जनता को अपनी सेवाएं देगा। उपेन्द्र राय का यह वेंचर टीवी के साथ-साथ अखबार और डिजिटल में खबरों के सभी पहलुओं पर जोर देगा। बता दें कि वरिष्ठ पत्रकार उपेंद्र राय ने सितंबर, 2019 में सहारा समूह की मास मीडिया कंपनी से मेनस्ट्रीम मीडिया में वापसी की थी। उस दौरान उन्हें कंपनी में बतौर सीनियर एडवाइजर नियुक्त किया गया था। यहां इनकी ये दूसरी पारी थी। इसके बाद कंपनी ने उपेंद्र राय की जिम्मेदारी में परिवर्तन करते हुए उन्हें ‘सहारा न्यूज नेटवर्क’ के सीईओ व एडिटर-इन-चीफ की जिम्मेदारी सौंपी थी।
सितंबर में ही ‘जी बिजनेस’ (Zee Business) के सीनियर एंकर प्रशान्त पाण्डेय ने यहां से अलविदा कह दिया और अपनी नई पारी ‘टाइम्स ग्रुप‘ के बिजनेस चैनल ‘ET NOW स्वदेश‘ से शुरू की, जहां उन्हें डिप्टी न्यूज एडिटर की जिम्मेदारी मिली। प्रशान्त जी बिजनेस चैनल से साढ़े तीन वर्ष से ज्यादा समय से जुड़े थे। उन्होंने ‘जी मीडिया‘ में वर्ष 2019 में अपनी पारी की शुरुआत की थी। प्रशान्त को ब्रॉडकास्ट मीडिया में 15 वर्षों से ज्यादा का अनुभव है। इस दौरान वह ‘ईटीवी भारत‘,‘नेटवर्क18‘ और ‘स्टार स्पोर्ट्स‘ जैसे तमाम प्रतिष्ठित संस्थानों में अहम भूमिका निभा चुके हैं। प्रशान्त की बॉलीवुड में काफी अच्छी पकड़ है। मीडिया की दुनिया में उन्हें सौम्य, सुलझा हुआ और एक्सपेरिमेंट करने वाला पत्रकार माना जाता है। मूलरूप से गोरखपुर( यूपी) के रहने वाले प्रशान्त ने वर्ष 2008 में ‘ईटीवी‘ से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वह ‘स्टार स्पोर्ट्स‘ और फिर ‘न्यूज18‘ से जुड़े।
सितंबर में ही सीनियर जर्नलिस्ट नेहा खन्ना के बारे में खबर आयी कि उन्होंने ‘जी मीडिया’ (Zee Media) समूह के अंग्रेजी न्यूज चैनल 'विऑन' (WION) के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत की, जहां उन्हें एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर व सीनियर एंकर की जिम्मेदारी दी गई। इससे पहले नेहा खन्ना बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर और प्राइम टाइम एंकर ‘इंडिया अहेड’ (India Ahead) से जुड़ी हुई थीं। खन्ना करीब 16 साल से ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्ट के तौर पर काम कर रही हैं। उन्होंने 13 साल तक ‘एनडीटीवी‘ के साथ काम किया, जहां वह रिपोर्टर, न्यूज एडिटर और प्राइम टाइम एंकर के तौर पर कार्यरत थीं। उन्होंने कानूनी, राजनीतिक, सामाजिक-आर्थिक, विदेश नीति, जेंडर, सोशल ट्रेंड्स और ह्यूमन राइट्स से जुड़ीं खबरों को कवर किया है। वह ‘न्यूजX’ (News X) में सीनियर एडिटर और सीनियर एंकर के रूप में काम कर चुकीं हैं। खन्ना ने वर्ष 2009 में लंदन में ‘बीबीसी’ की पार्लियामेंट्री प्रोग्राम्स टीम के साथ इंटर्नशिप की है।
सितंबर में यह भी खबर आयी कि न्यूज एंकर अर्चना सिंह ने ‘आईटीवी नेटवर्क’ के हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया न्यूज’ (India News) से विराम ले लिया और इसके बाद उन्होंने डिजिटल मीडिया की राह पकड़ ली। अर्चना सिंह ने अपना खुद का यू-ट्यूब चैनल शुरू कर चुकीं हैं। बता दें कि एंकर और रिपोर्टर ‘इंडिया टीवी’ में अपनी करीब 14 साल की पारी को छोड़कर उन्होंने 'न्यूज इंडिया' जॉइन कर लिया था, लेकिन वहां उनकी पारी संक्षिप्त ही रही थी। इसके बाद उन्होंने ‘आईटीवी नेटवर्क’ के हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया न्यूज’ में बतौर सलाहकार संपादक अपनी भूमिका निभाई, जिसे विराम देकर अब उन्होंने टीवी से ब्रेक ले लिया। मूल रूप से उत्तर प्रदेश में कानपुर की रहने वालीं अर्चना सिंह को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का करीब 20 साल का अनुभव है। उन्होंने पत्रकारिता में अपने करियर की शुरुआत ‘दूरदर्शन‘ से की। उसके बाद उन्होंने ‘ईटीवी‘ में बतौर एंकर तीन साल तक काम किया। फिर वह दिल्ली आ गईं और यहां ‘जनमत टीवी’ में करीब दो साल तक अपनी जिम्मेदारी निभाने के बाद ‘इंडिया टीवी’ के साथ जुड़ गईं थीं। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो अर्चना सिंह ने जर्नलिज्म में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है और अब वह पीएचडी कर रही हैं, जो जल्द ही पूरी होने वाली है।
अक्टूबर में जाने-माने टीवी एंकर अंकित त्यागी ने ‘एनडीटीवी’ (NDTV) के साथ मीडिया में अपने नए सफर की शुरुआत की। उन्होंने यहां पर रेजिडेंट एडिटर के तौर पर जॉइन किया। बता दें कि अंकित त्यागी ने ‘टाइम्स नाउ’ (Times Now) में सीनियर एडिटर के पद से इस्तीफा देकर यहां पहुंचे थे। वह ‘टाइम्स नाउ’ के साथ पिछले साल जुलाई से जुड़े हुए थे। ‘टाइम्स नाउ’ से पहले अंकित त्यागी एक दशक से ज्यादा समय से ‘इंडिया टुडे’ (India Today) से जुड़े हुए थे और डिप्टी एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
अक्टूबर में ही जाने-माने सीनियर न्यूज एंकर विद्यानाथ झा ने ‘न्यूज नेशन’ को अलविदा कह दिया और अपनी नई पारी ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ के साथ शुरू की। विद्यानाथ झा को टीवी पत्रकारिता में 15 वर्षों से भी ज्यादा का अनुभव है। इस दौरान उन्होंने ‘स्टार न्यूज’ (अब एबीपी न्यूज), ‘न्यूज 24’, ‘जी न्यूज’ से ‘न्यूज नेशन’ तक की यात्रा तय की और अब ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ के साथ एक नए सफर पर हैं। ‘न्यूज नेशन’ में विद्यानाथ झा जुलाई, 2018 से सितंबर, 2022 तक यानी लगभग 4 सालों तक रहे। यहां रहते हुए उन्होंने सीनियर एंकर व एडिटर की भूमिका निभाई। बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले विद्यानाथ झा ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की पढ़ाई की और इसके बाद अपना करियर जून, 2007 में ‘स्टार न्यूज’ (अब ABP न्यूज) से शुरू किया और यहां वह मार्च, 2013 तक रहे। यहां रहते हुए विद्यानाथ ने एंकरिंग के साथ-साथ ग्राउंड रिपोर्टिंग भी की। इसके बाद मार्च, 2013 में ही विद्यानाथ ‘न्यूज24’ से जुड़ गए, जहां उन्होंने प्राइम टाइम बुलेटिन की जिम्मेदारी संभाली। नवंबर, 2014 में यहां से विदाई लेने के बाद विद्यानाथ ‘जी न्यूज’ (Zee News) से जुड़ गए और जून, 2018 तक रहे। इसके बाद वह ‘न्यूज नेशन’ आ गए और अभी तक वहीं थे।
अक्टूबर में सीनियर न्यूज एंकर प्रीति रघुनंदन हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज18 इंडिया’ (News18 India) से विदाई लेकर ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 Bharatvarsh) के साथ जुड़ गईं, जहां उन्होंने बतौर सीनियर एंकर और एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर जॉइन किया। प्रीति रघुनंदन ‘न्यूज18 इंडिया’ चैनल से करीब छह साल तक जुड़ी रहीं। चैनल छोड़ने से पहले वह यहां सीनियर एंकर और डिप्टी एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर अपनी जिम्मेदारी निभा रही थीं। वह रात दस बजे प्रसारित होने वाले लोकप्रिय टीवी शो ‘कच्चा चिट्ठा’ (Kaccha Chittha) को होस्ट करती थीं। प्रीति को मीडिया में काम करने का करीब दो दशक का अनुभव है। ‘न्यूज18 इंडिया’ से पहले वह करीब साढ़े पांच साल तक ‘न्यूज24’ (News24) में कार्य कर चुकी हैं। इसके अलावा वह ‘इंडिया न्यूज’ (India News) में भी अपनी पारी खेल चुकी हैं। अपने अब तक के करियर में प्रीति ने तमाम बड़े इवेंट्स को कवर किया है। चीन-ताइवान विवाद को कवर करने के लिए वह पिछले दिनों ताइवान भी गई थीं। मूल रूप से सुल्तानपुर (उत्तर प्रदेश) की रहने वालीं प्रीति की परवरिश दिल्ली में हुई है। उन्होंने गार्गी कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस (ऑनर्स) की पढ़ाई की है।
नवंबर में सीनियर टीवी जर्नलिस्ट और जानी-मानी न्यूज एंकर चित्रा त्रिपाठी ने हिंदी न्यूज चैनल ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) से ‘आजतक’ (AajTak) में वापसी की, जहां पर उन्होंने बतौर सीनियर एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) जॉइन किया था और आजतक में भी वह इसी पद पर वापसी आयीं। हालांकि आजतक से ही वह एबीपी गईं थी, लेकिन यह उनकी बहुत ही छोटी और दूसरी पारी थी। ‘एबीपी न्यूज’ को जॉइन करने से पहले भी चित्रा त्रिपाठी ‘आजतक’ से करीब पौने चार साल से जुड़ी रहीं थीं और बतौर एडिटर व सीनियर एंकर अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं। चित्रा ‘आजतक’ पर शाम पांच बजे का डिबेट शो ‘दंगल’ कर रही थीं। शाम पांच बजे तकरीबन सभी न्यूज चैनल्स पर डिबेट का कार्यक्रम होता है, जिसमें ‘दंगल’ TRP में नंबर वन है। इसके अलावा चित्रा शाम सात बजे न्यूज बुलेटिन ‘शंखनाद’ कर रही थीं। ‘आजतक’ से पहले भी चित्रा त्रिपाठी ‘एबीपी न्यूज’ से जुड़ी हुई थीं। वह ‘एबीपी न्यूज’ में ‘2019 कौन जीतेगा’ शो करती थीं, साथ ही उनके पास 'प्रेस कॉन्फ्रेंस' जैसा बड़ा वीकली प्रोग्राम भी था। ‘एबीपी’ में उन्हें सियाचिन में की गई रिपोर्टिंग के लिए बेस्ट रिपोर्टर का अवॉर्ड भी मिल चुका है, जबकि #कौनबनेगामुख्यमंत्री, #मोदीकेचारसाल और #बिहारकानेता कैसा हो, जैसे फ्लैगशिप शो जो लोगों के बीच जाकर किए गए, के जरिये उन्हें बड़ी पहचान मिली और एबीपी प्रबंधन ने उन्हें सम्मानित किया। इसके अतिरिक्त वह कई अन्य प्रतिष्ठित चैनलों में विभिन्न पदों पर काम कर चुकीं हैं।
नवंबर में खबर आयी कि ‘जी मीडिया’ (Zee Media) के हिंदी न्यूज चैनल ‘जी हिन्दुस्तान’ (Zee Hindustan) में मैनेजिंग एडिटर के पद से वरिष्ठ टीवी पत्रकार शमशेर सिंह ने अपना इस्तीफा दे दिया है और अब नई पारी की शुरुआत न्यूज चैनल ‘भारत24’ (Bharat24) से बतौर मैनेजिंग एडिटर करने जा रहे हैं। हालांकि इसके बाद उन्होंने 28 नवंबर को नोएडा स्थित इस चैनल के मुख्यालय में अपना कार्यभार संभाल लिया। गौरतलब है कि ‘जी हिन्दुस्तान’ में शमशेर सिंह की यह दूसरी पारी थी। ‘जी हिन्दुस्तान’ से पहले शमशेर सिंह हिंदी न्यूज चैनल ‘रिपब्लिक भारत’ (Republic Bharat) में कार्यरत थे। शमशेर सिंह नवंबर 2018 से ‘रिपब्लिक भारत’ के साथ बतौर एडिटर जुड़े हुए थे। मूल रूप से पूर्णिया (बिहार) के रहने वाले शमशेर सिंह 'रिपब्लिक भारत' से पहले ‘इंडिया न्यूज’ चैनल के साथ बतौर एडिटर (नेशनल अफेयर्स) जुड़े हुए थे। उन्होंने ‘इंडिया न्यूज’ (India News) के साथ अपना सफर मार्च, 2018 में शुरू किया था। इसके पहले 'जी हिन्दुस्तान' (Zee Hindustan) में अपनी पहली पारी के दौरान वह पॉलिटिकल एडिटर के तौर पर कार्यरत थे। यहां वह अप्रैल, 2017 से अक्टूबर, 2017 तक रहे। दो दशक से ज्यादा समय से पत्रकारिता में सक्रिय भूमिका निभाने वाले टीवी पत्रकार शमशेर सिंह ‘इंडिया टीवी’ और ‘आजतक’ के चर्चित चेहरों में से एक रहे हैं। 'जी हिन्दुस्तान' से पहले वह ‘इंडिया टीवी’ में बतौर एडिटर (करेंट अफेयर्स) कार्यरत थे। यहां वह नवंबर 2013 से अप्रैल 2017 तक रहे। शमशेर सिंह ने अपने करियर की शुरुआत टीवी न्यूज चैनल से ही की थी। अप्रैल 1998 में उन्होंने ‘आजतक’ (AajTak) न्यूज चैनल से पत्रकारिता में अपना सफर शुरू किया और विभिन्न पदों पर रहते हुए यहां वे डिप्टी एडिटर तक बने। 16 साल बाद यानी 2013 में ‘आजतक’ के साथ उनका सफर थम गया और ‘इंडिया टीवी’, 'जी हिन्दुस्तान', ‘इंडिया न्यूज’ और ‘रिपब्लिक भारत’ व वर्ष 2020 में फिर 'जी हिन्दुस्तान' होते हुए वह ‘भारत24’ से जुड़ गए हैं।
नवबंर के अंत में एक बड़ी खबर आयी कि ‘एनडीटीवी इंडिया’ (NDTV India) के सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर रवीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वह यहां चैनल के फ्लैगशिप शो ‘हम लोग’, ‘रवीश की रिपोर्ट’, ‘देश की बात’ और ‘प्राइम टाइम’ समेत तमाम कार्यक्रम होस्ट करते थे। हालांकि इस्तीफे से पहले ही उन्होंने डिजिटल मीडिया की राह पकड़ ली थी। उन्होंने अपना खुद का यू-ट्यूब चैनल (@ravishkumar.official) शुरू कर दिया था, जो उनका नया पता है। बता दें कि रवीश कुमार को देश के लोगों को प्रभावित करने वाले आम मुद्दों की बेहतरीन कवरेज के लिए जाना जाता है। पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें दो बार प्रतिष्ठित ‘रामनाथ गोयनका’ अवॉर्ड और वर्ष 2019 में रैमन मैगसायसाय (Ramon Magsaysay) अवॉर्ड मिल चुका है।
दिसंबर में टीवी न्यूज की दुनिया के जाने-माने चेहरे और सीनियर न्यूज एंकर सुमित अवस्थी के बारे में एक बड़ी खबर सामने आयी कि वह अब क्विंटिलियन बिजनेस मीडिया ग्रुप (Quintillion Business Media) की हिंदी न्यूज वेबसाइट ‘BQ प्राइम’ से बतौर कंसल्टेंट जुड़ गए हैं। बता दें कि इससे पहले सुमित अवस्थी ‘एबीपी न्यूज’ में वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज व प्रॉडक्शन) के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। सुमित अवस्थी ने वर्ष 2018 में ‘एबीपी न्यूज’ में बतौर कंसल्टिंग एडिटर जॉइन किया था। इससे पहले वह ‘नेटवर्क18’ (Network 18) में डिप्टी मैनेजिंग एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। वह ‘जी न्यूज’ (Zee News) में रेजिडेंट एडिटर भी रह चुके हैं। सुमित अवस्थी करीब पांच साल तक ‘आजतक’ (Aaj Tak) में भी रह चुके हैं। यहां वह डिप्टी एडिटर के तौर पर कार्यरत थे। सुमित राजनीति में अच्छी पकड़ और बेहतर रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। सुमित अवस्थी को पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है।
पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें अब तक ‘दादा साहेब फाल्के एक्सीलेंस अवॉर्ड‘ और ‘माधव ज्योति अवॉर्ड‘ समेत तमाम प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स से नवाजा जा चुका है। इसके साथ ही उन्हें प्रतिष्ठित ‘एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स’ (enba) से भी नवाजा जा चुका है। सुमित अवस्थी का जन्म लखनऊ (उत्तर प्रदेश) में हुआ है। केंद्रीय विद्यालय, इंदौर से अपनी स्कूलिंग पूरी करने के बाद उन्होंने इंदौर में ही ‘होलकर साइंस कॉलेज’ से ग्रेजुएशन की है। इसके बाद उन्होंने दिल्ली स्थित ‘भारतीय विद्या भवन‘ से पत्रकारिता की पढ़ाई की है।
दिसंबर में वरिष्ठ टीवी पत्रकार और जाने-माने न्यूज एंकर दीपक चौरसिया ने जल्द लॉन्च होने वाले न्यूज चैनल ‘भारत एक्सप्रेस’ (Bharat Express) के साथ अपना सफर शुरू किया। उन्होंने यहां कंसल्टिंग एडिटर के पद पर जॉइन किया है। बता दें कि दीपक चौरसिया ने लगभग एक साल बाद टीवी मीडिया की दुनिया में वापसी की है। दीपक चौरसिया अपनी पारी के दौरान इस चैनल में रात आठ बजे के प्राइम टाइम शो में नजर आएंगे। बता दें कि दीपक चौरसिया इससे पहले 'न्यूज नेशन' में कंसल्टिंग एडिटर के पद पर कार्यरत थे और वह पूर्व में 'दूरदर्शन', 'आजतक', 'इंडिया न्यूज' जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में विभिन्न पदों पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
परिवर्तन के दौरान स्थिरता बनाए रखने के लिए संगठन ने फैसला लिया है कि मौजूदा पदाधिकारी और प्रबंधन टीम बिना बदलाव के अपनी भूमिका निभाते रहेंगे।
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Samachar4media Bureau
‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन’ (NBF) ने दिल्ली-एनसीआर में आयोजित अपनी वार्षिक आम बैठक (AGM) में कई अहम फैसले लिए। इसके तहत ‘एनबीएफ’ ने अपने संगठन का विस्तार करने की घोषणा की है। अब यह संगठन ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स एंड डिजिटल मीडिया फेडरेशन’ (NBDF) के रूप में काम करेगा।
इस बारे में जारी प्रेस रिलीज़ के अनुसार, यह एक राष्ट्रीय संगठन होगा, जो टीवी न्यूज चैनलों, डिजिटल न्यूज़ पब्लिशर्स और टेक्नोलॉजी आधारित न्यूज़ संस्थानों को एक प्लेटफॉर्म पर लेकर आएगा। NBDF नीति निर्माण, डिजिटल रेगुलेशन, प्लेटफॉर्म गवर्नेंस और तकनीकी ढांचे पर संवाद की भूमिका निभाएगा। इस बदलाव को भारत में बदलते दर्शक व्यवहार और डिजिटल मीडिया के तेजी से बढ़ते प्रभाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
वार्षिक आम बैठक के दौरान टीवी रेटिंग एजेंसी ‘ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल’ (BARC) को लेकर हाल ही में सामने आए भ्रष्टाचार और रेटिंग्स से छेड़छाड़ के आरोपों पर गंभीर चर्चा हुई। खास तौर पर केरल मामले का जिक्र किया गया, जिसमें BARC के मुख्यालय से जुड़े एक एंप्लीय की ओर से कथित कमीशन लेने का आरोप सामने आया है। सदस्यों ने कहा कि इस तरह की घटनाएं टीवी रेटिंग की विश्वसनीयता और ऑडियंस माप प्रणाली की पारदर्शिता पर गंभीर असर डालती हैं।
एक प्रस्ताव में संगठन ने कहा कि इस मुद्दे को औपचारिक रूप से BARC के सामने उठाया जाएगा। संगठन ने पारदर्शी सुधार, सख्त जवाबदेही और संरचनात्मक बदलावों की मांग की है, ताकि रेटिंग सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित, पारदर्शी और छेड़छाड़ मुक्त हो सके। सभी सदस्यों ने माना कि सिस्टम पर भरोसा बहाल करना बेहद जरूरी है।
परिवर्तन के दौरान स्थिरता बनाए रखने के लिए संगठन ने फैसला लिया है कि मौजूदा पदाधिकारी और प्रबंधन टीम बिना बदलाव के अपनी भूमिका निभाते रहेंगे। इससे संगठन को नई व्यवस्था के साथ आगे बढ़ने में निरंतरता और नेतृत्व की मजबूती मिलेगी।
इन सभी निर्णयों के साथ, एनबीएफ ने कहा कि उसका उद्देश्य देश के न्यूज सेक्टर को मजबूत करना, रेटिंग सिस्टम में पारदर्शिता सुनिश्चित करना और टीवी तथा डिजिटल मीडिया के हितों को एक मंच पर लाकर भविष्य के लिए तैयार करना है।
RPG ग्रुप के वाइस चेयरमैन अनंत गोयनका को 2025-2026 के लिए FICCI (फेडरेशन ऑफ इंडियन चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) का नया प्रेजिडेंट चुना गया है।
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Samachar4media Bureau
RPG ग्रुप के वाइस चेयरमैन अनंत गोयनका को 2025-2026 के लिए FICCI (फेडरेशन ऑफ इंडियन चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री) का नया प्रेजिडेंट चुना गया है। उन्होंने यह पद इमामी लिमिटेड के वाइस चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर हर्षवर्धन अग्रवाल से लिया है। यह बदलाव FICCI की 98वीं वार्षिक आम बैठक और वार्षिक सम्मेलन में हुआ।
अनंत गोयनका पहले FICCI के वाइस-प्रेजिडेंट रह चुके हैं और ऑटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ATMA) के पूर्व चेयरमैन भी हैं। उन्होंने CEAT के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ के रूप में 2012 से 2023 तक 10 साल के ट्रांसफॉर्मेशन के दौर में कंपनी का नेतृत्व किया।
साथ ही, The Sanmar Group के चेयरमैन विजय शंकर को FICCI का सीनियर वाइस प्रेजिडेंट बनाया गया है। वहीं, डालमिया भारत लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ पुनीत डालमिया FICCI के वाइस प्रेजिडेंट के रूप में इसकी लीडरशिप टीम में शामिल हुए हैं।
'डेन नेटवर्क' (DEN Networks Limited) ने बताया है कि चीफ टेक्निकल ऑफिसर (CTO) संजय कुमार जैन 30 नवंबर 2025 से कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट का हिस्सा नहीं रहे
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Vikas Saxena
केबल टीवी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी 'डेन नेटवर्क' (DEN Networks Limited) ने बताया है कि चीफ टेक्निकल ऑफिसर (CTO) संजय कुमार जैन 30 नवंबर 2025 से कंपनी के सीनियर मैनेजमेंट का हिस्सा नहीं रहे, क्योंकि वे सुपरऐनुएशन आधार पर रिटायर हो गए हैं।
संजय इस इंडस्ट्री के एक अनुभवी विशेषज्ञ हैं और उन्हें केबल, सैटेलाइट कम्युनिकेशन, ब्रॉडबैंड और टेलीकॉम कंपनियों में 35 साल से भी ज्यादा का अनुभव है। संजय कुमार पिछले 10 साल से भी ज्यादा समय से DEN Networks में ग्रुप CTO के पद पर काम कर रहे थे। ग्रेटर दिल्ली क्षेत्र में उन्होंने कंपनी के तकनीकी नेटवर्क को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाई।
इससे पहले वे भारती एयरटेल में करीब 6 साल तक काम कर चुके हैं, जहां वे अपर नॉर्थ के CTO थे। यहां उन्होंने चार टेलीकॉम सर्किलों में वायरलेस और वायरलाइन नेटवर्क के तकनीकी ऑपरेशन संभाले। एयरटेल में वे DTH बिजनेस के CTO भी रहे। उनके नेतृत्व में एयरटेल DTH ने तकनीकी इनोवेशन, बेहतर कस्टमर एक्सपीरियंस और मजबूत एक्सिक्यूशन पर फोकस करके बाजार में अपनी मजबूत स्थिति बनाई।
वे Smart Digivision Pvt. Ltd. में CTO और CIO रहे, जहां उन्होंने पूरे देश के 52 शहरों में “MyWay” के नाम से IPTV सर्विस लॉन्च करने की तकनीकी लीडरशिप दी।
संजय जैन ने अपने तीन दशक लंबे करियर में IBM, HFCL Infotel, Reliance Communications, Spectranet और Sahara TV जैसे बड़े संगठनों में भी काम किया है।
कंपनी ने कहा कि यह बदलाव सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा।
कंपनी ने कहा है कि इस कार्रवाई का उसके वित्तीय या ऑपरेशनल कामकाज पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, जुर्माने की राशि के अलावा कोई अन्य प्रभाव नहीं है।
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Vikas Saxena
बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड पर स्टॉक एक्सचेंज BSE और NSE ने रेग्युलेटरी नियमों के पालन में देरी को लेकर जुर्माना लगाया है। यह जानकारी कंपनी ने SEBI के लिस्टिंग नियमों के तहत साझा की है।
कंपनी के मुताबिक, दोनों एक्सचेंज से यह नोटिस 28 नवंबर 2025 को मिला। नोटिस में बताया गया है कि कंपनी ने SEBI के रेग्युलेशन 17(1) का पालन समय पर नहीं किया, जो इंडिपेंडेंट डायरेक्टर की नियुक्ति से जुड़ा है। रिटायर हुए इंडिपेंडेंट डायरेक्टर की जगह नए डायरेक्टर की नियुक्ति में देरी के कारण कंपनी पर कार्रवाई हुई है।
BSE और NSE ने इस देरी पर ₹1,55,000 का जुर्माना (दोनों की ओर से अलग-अलग) और उस पर GST लगाया है।
कंपनी ने कहा है कि इस कार्रवाई का उसके वित्तीय या ऑपरेशनल कामकाज पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा, जुर्माने की राशि के अलावा कोई अन्य प्रभाव नहीं है।
डेन नेटवर्क लिमिटेड (DEN Networks Limited) ने बताया है कि उसकी सब्सिडियरी कंपनी Futuristic Media and Entertainment Limited (FMEL) ने अपनी तीन छोटी कंपनियों में मौजूद पूरी हिस्सेदारी बेच दी है।
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डेन नेटवर्क लिमिटेड (DEN Networks Limited) ने बताया है कि उसकी सब्सिडियरी कंपनी Futuristic Media and Entertainment Limited (FMEL) ने अपनी तीन छोटी कंपनियों में मौजूद पूरी हिस्सेदारी बेच दी है। ये सौदा Infomedia and Networking Private Limited (INPL) को सिर्फ 30 रुपये में किया गया।
बेची गई कंपनियां इस प्रकार हैं:
कंपनी ने साफ कर दिया कि अब ये तीनों कंपनियां DEN Networks की सब्सिडियरी नहीं रहीं। जिस कंपनी (INPL) को ये सब्सिडियरी बेची गई हैं, वह केबल और ब्रॉडबैंड का काम करती है और उसका DEN Networks के प्रमोटर या उनकी ग्रुप कंपनियों से कोई संबंध नहीं है। इसी वजह से यह सौदा रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन की श्रेणी में नहीं आता।
कंपनी के मुताबिक, ये तीनों सब्सिडियरी कंपनियां काफी समय से नॉन-ऑपरेटिंग थीं, यानी इनका कोई कारोबार नहीं चल रहा था। वित्त वर्ष 2024-25 में इन कंपनियों का टर्नओवर भी शून्य था, इसलिए इनकी वैल्यू लगभग नहीं के बराबर थी। तीन में से दो कंपनियों की नेटवर्थ निगेटिव थी, यानी उन पर खर्च ज्यादा था और संपत्ति कम। जबकि Den Budaun की नेटवर्थ सिर्फ 5.75 लाख रुपये थी, जो पूरी कंपनी की कुल नेटवर्थ का सिर्फ 0.0016% हिस्सा है।
टेलीकॉम विभाग (DoT) ने 22 अक्टूबर 2025 को टेलीकम्युनिकेशन साइबर सिक्योरिटी (TCS) नियमों में अहम बदलाव किए हैं।
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टेलीकॉम विभाग (DoT) ने 22 अक्टूबर 2025 को टेलीकम्युनिकेशन साइबर सिक्योरिटी (TCS) नियमों में अहम बदलाव किए हैं। ये बदलाव इसलिए किए गए हैं क्योंकि अब मोबाइल नंबर, IMEI और दूसरी टेलीकॉम आईडी डिजिटल सर्विसेज में तेजी से इस्तेमाल हो रही हैं- चाहे बैंकिंग हो, ई-कॉमर्स हो या सरकारी सेवाएं। सरकार का मकसद है कि डिजिटल सिस्टम को सुरक्षित रखा जाए और धोखाधड़ी पर रोक लगे।
सबसे बड़ा अपडेट मोबाइल नंबर वेरिफिकेशन (MNV) प्लेटफॉर्म से जुड़ा है। कई धोखाधड़ी वाले अकाउंट्स और फर्जी पहचान वाले मामलों में मोबाइल नंबर की गलत या बिना जांच के लिंकिंग सामने आती थी। अब नए नियमों के तहत एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया गया है, जहां सर्विस प्रोवाइडर यह चेक कर सकेंगे कि जिस मोबाइल नंबर से कोई सेवा ली जा रही है, वह सच में उसी व्यक्ति का है या नहीं। इससे डिजिटल ट्रांजेक्शन में भरोसा बढ़ेगा और फर्जीवाड़ा कम होगा।
दूसरा बड़ा बदलाव सेकेंड-हैंड मोबाइल मार्केट के लिए है। देश में पुराने या रिफर्बिश्ड मोबाइल फोन की बिक्री तेजी से बढ़ी है, लेकिन इसी के साथ चोरी, ब्लैकलिस्टेड या क्लोन किए गए फोनों का खतरा भी बढ़ा है। अब नियमों के अनुसार, कोई भी पुराना या रिफर्बिश्ड फोन बेचने से पहले उसके IMEI नंबर को एक सेंट्रल डेटाबेस में चेक करना जरूरी होगा। इससे खरीदार सुरक्षित रहेंगे और पुलिस को चोरी हुए मोबाइल ट्रैक करने में आसानी होगी।
नए नियमों में TIUE (Telecom Identifier User Entity) की जिम्मेदारियां भी तय की गई हैं। कई सेक्टर्स मोबाइल नंबर, IMEI और IP जैसे टेलीकॉम आईडी का इस्तेमाल पहचान और सर्विस देने के लिए करते हैं। अब इन संस्थाओं को जरूरत पड़ने पर सरकार के साथ जरूरी टेलीकॉम-आईडी डेटा साझा करना होगा। इससे साइबर फ्रॉड पर काबू करने में मदद मिलेगी, और डेटा सुरक्षा नियमों का पालन भी सुनिश्चित होगा।
कुल मिलाकर ये संशोधन भारत के डिजिटल इकोसिस्टम को सुरक्षित, पारदर्शी और मजबूत बनाने की दिशा में बड़ा कदम माने जा रहे हैं। सरकार का कहना है कि ये बदलाव धोखाधड़ी को रोकने, डिवाइस ट्रेसिंग को मजबूत करने और टेलीकॉम पहचानियों के जिम्मेदार इस्तेमाल को बढ़ावा देंगे।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि 22 अक्टूबर 2025 को अधिसूचित किए गए TCS Amendment Rules, 2025 (G.S.R. 771(E)) पूरी तरह लागू हैं और मान्य हैं। बाद में एक तकनीकी गलती की वजह से 29 अक्टूबर को यही नियम दोबारा छप गए थे, जिसे अब 25 नवंबर 2025 की नई अधिसूचना के जरिए वापस ले लिया गया है। इससे मूल नियमों की वैधता पर कोई असर नहीं पड़ा है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने अपनी ड्राफ्ट गाइडलाइन्स पर जनता से सुझाव भेजने की आखिरी तारीख आगे बढ़ा दी है।
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सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने अपनी ड्राफ्ट गाइडलाइन्स पर जनता से सुझाव भेजने की आखिरी तारीख आगे बढ़ा दी है। ये गाइडलाइन्स भारत में कॉपीराइट चोरी रोकने और एंटी-पायरेसी सिस्टम मजबूत करने के लिए बनाई जा रही हैं। इससे पहले मंत्रालय ने 7 नवंबर 2025 को इस बारे में नोटिस जारी किया था।
मंत्रालय ने 26 नवंबर को नया नोटिस जारी कर देशभर में इस मुद्दे पर सार्वजनिक राय मांगने की प्रक्रिया फिर से खोली है। नए नोटिस के मुताबिक, अब लोग दो हफ्ते और अपने सुझाव मंत्रालय को ईमेल के जरिए भेज सकते हैं।
नोटिस में कहा गया है कि 7 नवंबर वाले नोटिस में जनता से 20 दिनों के भीतर सुझाव मांगे गए थे, लेकिन अब डेडलाइन दो सप्ताह बढ़ा दी गई है, ताकि और लोग अपनी राय दे सकें।
भारत में फिल्मों, म्यूजिक, OTT कंटेंट और दूसरे डिजिटल मीडिया की गैरकानूनी कॉपी और सर्कुलेशन लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे इंडस्ट्री को भारी नुकसान होता है। इसी वजह से पायरेसी रोकना सरकार के लिए एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है।
इस नए वर्टिकल की कमान रवि कुदेसिया संभालेंगे, जो टीवी, डिजिटल, प्रिंट और रेडियो में 25 साल का अनुभव रखते हैं।
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लक्ष्य मीडिया ग्रुप () ने अपने बिजनेस को आगे बढ़ाते हुए नया कंटेंट वर्टिकल ‘Laqshya StoryWorks’ शुरू किया है। इसके जरिए कंपनी ओरिजिनल IP, ब्रैंडेड कंटेंट और डिजिटल-फर्स्ट स्टोरीटेलिंग पर फोकस करेगी।
कंपनी का कहना है कि आज ब्रैंड्स लंबी कहानियों, मल्टी-प्लैटफॉर्म कंटेंट और डिजिटल वीडियो को ज्यादा महत्व दे रहे हैं। इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए यह नया यूनिट बनाया गया है, जो फिक्शन, नॉन-फिक्शन, डिजिटल वीडियो और AI-आधारित स्टोरीटेलिंग जैसे फॉर्मेट्स में काम करेगा। इनका कंटेंट OTT, सोशल मीडिया, टीवी और ऑन-ग्राउंड प्लेटफॉर्म पर भी दिखाया जाएगा।
लक्ष्य मीडिया ग्रुप के CMD अलोक जालान ने कहा कि कंटेंट, टेक्नोलॉजी और ब्रैंडिंग का मिलन आज बड़े अवसर पैदा कर रहा है। उनके मुताबिक, Laqshya StoryWorks के जरिए कंपनी अब लंबे शो, छोटे वीडियो और ऐसे क्रिएटिव फॉर्मेट बना पाएगी जो आज के दर्शकों से बेहतर जुड़ते हैं। यह ब्रैंड्स को भी नए तरीकों से अपनी बात पहुंचाने का मौका देगा।
इस नए वर्टिकल की कमान रवि कुदेसिया संभालेंगे, जो टीवी, डिजिटल, प्रिंट और रेडियो में 25 साल का अनुभव रखते हैं। इससे पहले वह ABP नेटवर्क में स्पेशल प्रोजेक्ट्स और ब्रैंडेड कंटेंट संभाल रहे थे और टाइम्स टेलीविजन नेटवर्क में भी लीडरशिप रोल में काम कर चुके हैं।
अलोक जालान ने कहा कि रवि कुदेसिया का अनुभव इस नए वर्टिकल को तेजी से आगे बढ़ाने में मदद करेगा। कुदेसिया ने भी कहा कि ब्रैंड एंगेजमेंट के लिए कंटेंट अब सबसे अहम हथियार है और Laqshya StoryWorks इसी सही समय पर लॉन्च हुआ है। उनका कहना है कि टीम ऐसा कंटेंट बनाएगी जो क्रिएटिव होने के साथ-साथ डेटा और स्ट्रैटेजी पर आधारित होगा, ताकि ब्रैंड्स को साफ-साफ नतीजे मिल सकें।
रवि कुदेसिया सीधे लक्ष्य मीडिया ग्रुप के CEO अतुल श्रीवास्तव को रिपोर्ट करेंगे। कंपनी का कहना है कि कई कंटेंट प्रोजेक्ट्स अभी तैयारी में हैं।
इस प्रमोशन से पहले वह कंपनी में पब्लिक पॉलिसी हेड के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
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अरवमुदन के (Aravamudhan K) को ‘जियोस्टार’ (JioStar) में एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (Legal & Regulatory) के पद पर प्रमोट किया गया है।
अरवमुदन के ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘लिंक्डइन’ (Linkedin) पर खुद यह जानकारी शेयर की है। अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा है, ‘मुझे यह बताते हुए काफी खुशी हो रही है कि मैं जियोस्टार में एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (Legal & Regulatory) के पद पर नियुक्त हुआ हूं। इस पद के साथ आने वाली नई चुनौतियों और अवसरों का मैं बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। अपने वरिष्ठों और टीम का उनके निरंतर समर्थन के लिए बहुत धन्यवाद!’
अरवमुदन के इस प्रमोशन से पहले ‘जियोस्टार’ (पूर्व में Star India) में पब्लिक पॉलिसी हेड के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने ‘वायकॉम18’ (Viacom18) में लगभग दो साल तक पब्लिक पॉलिसी का नेतृत्व किया। इसके साथ ही उन्होंने ‘द वॉल्ट डिज्नी कंपनी इंडिया’ (The Walt Disney Company India) में एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर (Government Relations) के पद पर काम किया और ‘स्टार टीवी नेटवर्क’ (STAR TV Network) में वर्ष 2017 से 2022 तक सीनियर वाइस प्रेजिडेंट के रूप में जिम्मेदारी निभाई।
गंगटोक में मंगलवार को आयोजित नेशनल प्रेस डे कार्यक्रम में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने राज्य के पत्रकारों से अपील की कि वे बेखौफ, निष्पक्ष और सच्चाई पर आधारित काम करें।
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गंगटोक में मंगलवार को आयोजित नेशनल प्रेस डे कार्यक्रम में सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने राज्य के पत्रकारों से अपील की कि वे बेखौफ, निष्पक्ष और सच्चाई पर आधारित काम करें। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आलोचना से डरती नहीं, बल्कि उसे सही दिशा दिखाने वाला मार्गदर्शन मानती है।
CM तमांग ने कहा, “मैं चाहूंगा कि प्रेस हमारी ‘तीसरी आंख’ बने, जो हमेशा बेखौफ, निष्पक्ष और सच बोलने वाली हो। आपकी आलोचना का हम स्वागत करते हैं। आप अपनी कलम का इस्तेमाल झूठी खबरों, नशे और उन सामाजिक बुराइयों के खिलाफ करें जो हमारे युवाओं को नुकसान पहुंचा रही हैं।”
उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम 9 दिन बाद इसलिए किया गया क्योंकि वे खुद इसमें मौजूद रहना चाहते थे। CM ने साफ कहा कि उनकी सरकार पूरी तरह ईमानदारी और जवाबदेही के साथ काम करती है, भले ही वो हर चीज में परफेक्ट न हो।
पूर्व SDF सरकार पर निशाना साधते हुए तमांग ने कहा कि पहले एक समय ऐसा भी था जब सरकार और मीडिया के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे। कई पत्रकारों और मीडिया हाउस पर 2019 से पहले हमले और तोड़फोड़ की घटनाएं हुई थीं क्योंकि वे उस समय की सरकार की आलोचना कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि SKM सरकार में अब पत्रकारिता स्वतंत्रता, भरोसे और आपसी सम्मान की नींव पर खड़ी है, हालांकि आज भी गलत जानकारी, अभिव्यक्ति की आज़ादी पर खतरा और सुरक्षा जैसी चुनौतियां मौजूद हैं।
CM ने बताया कि उनकी सरकार ने मीडिया को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को आर्थिक और अन्य तरह की सहायता उपलब्ध कराई गई है। कोविड-19 के समय पत्रकारों को फ्रंटलाइन वर्कर का दर्जा देकर उनकी भूमिका को सम्मान दिया गया। प्रेस क्लब ऑफ सिक्किम के लिए एक अलग बिल्डिंग दी गई है और साथ ही प्रेस के उपयोग के लिए 17-सीटर वाहन भी उपलब्ध कराया गया है।
उन्होंने आगे बताया कि पत्रकारों को सिक्किम स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ दिया जा रहा है। इसके अलावा पेंशन योजना और प्रेस क्लब के लिए वार्षिक ग्रांट भी सुनिश्चित की गई है। सरकार ने विज्ञापन दरों में बढ़ोतरी की है ताकि मीडिया संस्थानों को आर्थिक मजबूती मिले। पत्रकारों के लिए एक्सपोजर टूर और बेहतर अवॉर्ड सुविधाएं भी शुरू की गई हैं, जिससे उनकी प्रोफेशनल ग्रोथ को प्रोत्साहन मिले।
CM ने कहा, “जो पत्रकार खुद संघर्ष में हो, वह समाज की सेवा नहीं कर सकता। इसलिए हमारी सरकार ने प्रेस को मजबूत करना अपनी जिम्मेदारी समझकर ये कदम उठाए। हमने न सिर्फ मीडिया की गरिमा और स्वतंत्रता वापस दिलाई है, बल्कि इसे सुरक्षित रखने की भी जिम्मेदारी ली है।”