भाजपा ने वरिष्ठ टीवी पत्रकार प्रदीप भंडारी को बनाया राष्ट्रीय प्रवक्ता

पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह की ओर से जारी एक पत्र में यह जानकारी दी गई है।

Last Modified:
Tuesday, 23 July, 2024
Pradeep Bhandari

भारतीय जनता पार्टी ने जाने-माने चुनाव विश्लेषक और वरिष्ठ टीवी पत्रकार प्रदीप भंडारी को अपना राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह की ओर से जारी एक पत्र में यह जानकारी दी गई है।

इस पत्र में कहा गया है, ‘भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा जी ने श्री प्रदीप भंडारी को पार्टी का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।’ प्रदीप भंडारी इससे पहले ‘जी मीडिया’ (Zee Media) में कंसल्टिंग एडिटर के तौर पर कार्यरत थे, जहां से उन्होंने कुछ समय पहले इस्तीफा दे दिया था।

बता दें कि इंडिपेंडेंट ग्लोबल ऑनग्राउंड पब्लिक ओपिनियन टेक्नोलॉजी कंपनी ‘जन की बात’ (Jan ki Baat) के फाउंडर और चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर प्रदीप भंडारी इससे पहले ‘आईटीवी’ (iTV) नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया न्यूज’ (नेशनल) में बतौर न्यूज डायरेक्टर अपनी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अपने करियर में 25 से अधिक भारतीय चुनावों की सटीक भविष्यवाणी करने के साथ-साथ प्रदीप भंडारी ‘इंडिया न्यूज’ पर प्राइम टाइम शो ‘जनता का मुकदमा’ होस्ट कर चुके हैं।

प्रदीप भंडारी पूर्व में ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ (Republic Media Network) में बतौर कंसल्टिंग एडिटर भी अपनी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। वह फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने से लेकर बंगाल में हुई हिंसा से जुड़े तमाम बड़े मुद्दों को प्रमुखता से कवर कर चुके हैं। इसके साथ ही वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दो किताबें भी लिख चुके हैं।

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डेबोलिन सेन ने लॉन्च किया 'कोरस कलेक्टिव', इस तरह की सर्विसेज को सरल बनाने की है पहल

डेबोलिन सेन ने 'कोरस कलेक्टिव' नामक एक नए प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य डिजाइन, टेक्नोलॉजी, डिजिटल और प्रॉडक्शन सेवाओं की गुणवत्ता की खोज को आसान बनाना है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Wednesday, 11 September, 2024
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Wednesday, 11 September, 2024
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इंडस्ट्री के अनुभवी प्रोफेशनल डेबोलिन सेन ने 'कोरस कलेक्टिव' नामक एक नए प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य डिजाइन, टेक्नोलॉजी, डिजिटल और प्रॉडक्शन सेवाओं की गुणवत्ता की खोज को आसान बनाना है। 'कोरस कलेक्टिव' का "कम्युनिटी कॉलिंग" पहल विभिन्न क्षेत्रों में बुटीक एजेंसियों के बढ़ते नेटवर्क को एक साथ लाता है, जो अलग-अलग इंडस्ट्रीज में व्यवसायों के अनुरूप सॉल्यूशंस देती है।

कोरस कलेक्टिव ने 200 से अधिक ब्रैंड्स के साथ पार्टनरशिप की है, जिनमें जावा येजदी मोटरसाइकल्स, पेटीएम, मर्सिडीज बेंज, यूनिलीवर, और गूगल जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। यह सहयोग-आधारित प्लेटफॉर्म लचीली, रचनात्मक और ग्राहक-केंद्रित सेवाएं प्रदान करता है, जो छोटे और दीर्घकालिक प्रोजेक्ट्स दोनों के लिए उपयुक्त हैं।

डेबोलिन सेन ने KOGO, The Social Loan Company, Cox and Kings, Haymarket SAC Publishing और Worldwide Media जैसी बड़ी कंपनियों में लीडरशिप की भूमिकाएं निभायी हैं। उनके पास बिजनेस स्ट्रैटजी, ब्रैंड कम्युनिकेशन और पार्टनर रिलेशनशिप मैनेजमेंट में गहरा अनुभव है, जो कोरस कलेक्टिव की सफलता में सहायक रहा है।

प्लेटफॉर्म के लॉन्च के बारे में बात करते हुए, सेन ने उत्साह व्यक्त किया। उन्होंने कहा, "पिछले कुछ महीनों में बहुत सारी मीटिंग्स हुई हैं, नए परिचय हुए हैं और ताजगी से भरे ब्रीफ मिले हैं। हम स्वतंत्र, बहु-आयामी और डिजिटल-फर्स्ट हैं। हमें पता है कि क्या चाहिए और हम उसे पूरा कर लेते हैं। अब तक का सफर शानदार रहा है और भविष्य और भी बेहतर दिख रहा है।"

कोरस कलेक्टिव की सबसे बड़ी ताकत यह है कि यह व्यवसायों को अनुभवी पेशेवरों से जोड़ता है, जो कई उद्योगों में सहयोग करते हैं और व्यवसायिक चुनौतियों का तुरंत और प्रभावी ढंग से समाधान देते हैं। सेन के शब्दों में, "हम जुड़ते हैं, आप जुड़ते हैं। हमें आपके काम करने के तरीके को समझने में देर नहीं लगती और हम जल्दी ही आपकी शैली अपना लेते हैं।"

कोरस कलेक्टिव का उद्देश्य ब्रैंड्स के लिए एक नया, सहज अनुभव प्रदान करना है, जहां बुटीक एजेंसियों का समुदाय रचनात्मक और क्लाइंट-केंद्रित सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करता है। सहयोग और अत्याधुनिक समाधानों पर जोर देने के साथ, यह प्लेटफॉर्म विभिन्न इंडस्ट्री में व्यवसायों की सफलता को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।

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राजेश सरीन होंगे Zee मीडिया के चीफ रेवेन्यू ऑफिसर

जी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ZMCL) से खबर है कि यहां राजेश सरीन को चीफ रेवेन्यू ऑफिसर के तौर पर नियुक्त किया जाना लगभग तय है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Tuesday, 10 September, 2024
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Tuesday, 10 September, 2024
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जी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड (ZMCL) से खबर है कि यहां राजेश सरीन को चीफ रेवेन्यू ऑफिसर के तौर पर नियुक्त किया जाना लगभग तय है। उच्च पदस्थ सूत्रों ने हमारी सहयोगी वेबसाइट 'एक्सचेंज4मीडिया' से इस खबर की पुष्टि की है।

मीडिया व ऐडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री में दो दशकों से अधिक का अनुभव रखने वाले सरीन ZMCL में अपनी नई भूमिका में ज्ञान और विशेषज्ञता का खजाना लेकर आएंगे।

राजेश सरीन के पास दो दशकों से अधिक का अनुभव है, जिसमें उन्होंने कई प्रतिष्ठित मीडिया कंपनियों में रेवेन्यू ग्रोथ के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान में, वह नेटवर्क18 मीडिया में CNBC और CNN न्यूज क्लस्टर के रेवेन्यू हेड के रूप में कार्यरत हैं, जहां वह टीवी और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए रेवेन्यू का संचालन करते हैं। उनकी स्ट्रैटजिक लीडरशिप अत्यधिक प्रतिस्पर्धी मीडिया परिदृश्य को नेविगेट करने में सहायक रही है।

नेटवर्क18 में अपने पूर्व पद पर, उन्होंने लैंग्वेजेज न्यूज क्लस्टर के लिए ईवीपी और नेशनल रेवेन्यू हेड के तौर पर काम किया, जहां उन्होंने आठ रीजनल चैनल्स के रेवेन्यू ऑपरेशंस का नेतृत्व किया। इस दौरान अपनी भूमिका में वह टीवी व डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए सेल्स को संभालना, ऐडवर्टाइजर्स के साथ रिलेशन बनाना व मजबूत करना और मार्केट की ग्रोथ को बढ़ावा देना इत्यादि शामिल था।

नेटवर्क18 से पहले, सरीन ने डिज्नी स्टार में विभिन्न उच्च पदों पर कार्य किया है, जिसमें एजेंसी बिजनेस के लिए नेशनल हेड का पद भी शामिल है, जहां उन्होंने एंटरटेनमेंट बिजनेस के लिए मीडिया एजेंसी पार्टनर्स का नेतृत्व किया। बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड (टाइम्स ग्रुप) में लैंग्वेज बिजनेस के नेशनल सेल्स हेड के रूप में उनके कार्यकाल ने प्रिंट ब्रैंड्स में बड़ी टीम्स और रेवेन्यू पोर्टफोलियो को मैनेज करने में उनकी विशेषज्ञता को और मजबूत किया।

सरीन ने एचटी मीडिया लिमिटेड में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं, जहां उन्होंने FMCG, ऑटोमोबाइल और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे प्रमुख क्षेत्रों के लिए मीडिया मार्केटिंग का नेतृत्व किया। उन्हें सेल्स व मार्केटिंग टीम्स को मैनेज करने, रेवेन्यू ग्रोथ के लिए स्ट्रैटजी को विकसित करने और टेलीविजन व प्रिंट मीडिया दोनों इंडस्ट्री में चुनौतियों का सामना करने का व्यापक अनुभव है।

अपने पूरे करियर के दौरान, सरीन ने भारत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित मीडिया घरानों के साथ काम किया है, जिनमें 'द इंडियन एक्सप्रेस' और 'ओपन मीडिया नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड' शामिल हैं, जो मीडिया परिदृश्य की उनकी बहुमुखी प्रतिभा और गहरी समझ को दर्शाता है। VCK कैपिटल मार्केट सर्विसेज लिमिटेड में ऋण उपकरणों जैसे विविध क्षेत्रों के लिए मार्केटिंग ऑपरेशंस को मैनेज करने में उनका काम और SRG इन्फोटेक (इंडिया) लिमिटेड में सार्वजनिक दिक्कतों का समाधान करना उनके व्यापक अनुभव में इजाफा करता है।

उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से बिजनेस मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किया है। सरीन की नियुक्ति से जी मीडिया को नई ऊंचाईयों तक पहुंचने की उम्मीद है।

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'ZEE लर्न' के COO हिमांशु याग्निक ने दिया इस्तीफा

एस्सेल ग्रुप की एजुकेशन कंपनी 'ZEE लर्न' के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) हिमांशु याग्निक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Monday, 09 September, 2024
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Monday, 09 September, 2024
HimanshuYagnik87454

एस्सेल ग्रुप की एजुकेशन कंपनी 'ZEE लर्न' के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) हिमांशु याग्निक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने इसकी जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दे दी है।

याग्निक ने 6 सितंबर, 2024 को अपना इस्तीफा दिया था, जिसे तत्काल प्रभाव से लागू कर लिया गया था। यानी कंपनी में 6 सितंबर उनका आखिरी कार्य दिवस भी था।

याग्निक ने कथित तौर पर ऑर्गनाइजेशन के बाहर नए मौकों की तलाश में खुद से इस्तीफा दिया है। उनके बाहर निकलने के बाद, 9 सितंबर को शुरुआती कारोबार में ZEE लर्न के शेयरों में 2% की गिरावट देखने को मिली।

हिमांशु याग्निक ने सीईओ को लिखे लेटर में कहा, "लंबे समय तक साथ रहने के बाद मैंने ऑर्गनाइजेशन से बाहर जाकर अपने हितों को आगे बढ़ाने का फैसला लिया है। मैं आपसे ईमानदारी से अनुरोध करता हूं कि कृपया इस लेटर को जी लर्न लिमिटेड के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर के रूप में मेरे पद से इस्तीफे की औपचारिक सूचना के रूप में स्वीकार करें।"

 

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हैप्पी बर्थडे संजय गुप्ता: दूरदर्शी सोच से आपने मार्केट की जटिलताओं को आसानी से किया हल

गूगल एशिया पैसिफिक के प्रेजिडेंट संजय गुप्ता ने 8 सितंबर, रविवार को अपने जन्मदिन का जश्न मनाया।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Monday, 09 September, 2024
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Monday, 09 September, 2024
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गूगल एशिया पैसिफिक के प्रेजिडेंट संजय गुप्ता ने 8 सितंबर, रविवार को अपने जन्मदिन का जश्न मनाया। तीन दशकों से अधिक के करियर में, संजय गुप्ता ने तकनीकी उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, विशेष रूप से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में डिजिटल परिदृश्य को आकार देने में। गूगल में उनके नेतृत्व ने इनोवेशन को बढ़ावा देने, मार्केट रीच का विस्तार करने और कंपनी के भीतर समावेशिता और सहयोग की संस्कृति बनाने में अहम योगदान दिया है। उनकी रणनीतिक दृष्टि ने न केवल गूगल को इस क्षेत्र में अपनी प्रमुखता बनाए रखने में मदद की है, बल्कि विविध बाजारों की जटिलताओं को भी कुशलता और दूरदृष्टि के साथ नेविगेट किया है।

संजय गुप्ता को जुलाई 2024 में गूगल के एशिया पैसिफिक प्रेसिडेंट के रूप में प्रमोट  किया गया था, जहां उन्होंने स्कॉट बीमोंट (Scott Beaumont) की जगह ली थी। इससे पहले, वह गूगल इंडिया के कंट्री मैनेजर थे। 30 से अधिक वर्षों के अनुभव के साथ, संजय गुप्ता ने स्टार इंडिया, भारती एयरटेल, और हिन्दुस्तान यूनिलीवर जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में काम किया है। 

2020 की शुरुआत में गूगल से जुड़ने से पहले, संजय गुप्ता स्टार व डिज्नी इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर थे, जहां उन्होंने हॉटस्टार के माध्यम से स्टार के पारंपरिक टीवी कंटेंट को डिजिटल उपभोक्ताओं तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) जैसे प्रमुख खेल आयोजनों के राइट्स हासिल कर स्टार के स्पोर्ट्स बिजनेस को बढ़ाने का श्रेय दिया जाता है। हॉटस्टार और एचडी चैनलों के विकास में उनकी भूमिका बेहद अहम रही है।

संजय ने अपने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान यूनिलीवर से की, जहां उन्होंने कंपनी के प्रमुख सेगमेंट्स, ओरल और होम केयर के लिए मार्केटिंग का नेतृत्व किया। इसके बाद, उन्होंने भारती एयरटेल में मोबाइल व्यवसाय के लिए मुख्य विपणन अधिकारी के रूप में कार्य किया और कंपनी के विकास की दिशा में अहम योगदान दिया।

2019 में, संजय गुप्ता को "एक्सचेंज4मीडिया इन्फ्लुएंसर ऑफ द ईयर" का पुरस्कार मिला था, जिसमें स्टार की मनोरंजन, खेल, डिजिटल और स्टूडियो रणनीतियों को आकार देने में उनकी भूमिका सराहनीय रही।

संजय गुप्ता ने भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) कोलकाता से पोस्टग्रेजुएट किया है और दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। 

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'कलेक्टिव न्यूजरूम' का ‘कुनबा’ बढ़ा, बीबीसी हिन्दी में हुईं ये नियुक्तियां

ये सभी नियुक्तियां पिछले दो माह के भीतर हुई हैं। बता दें कि 'बीबीसी' के चार सीनियर एंप्लॉयीज ने इसी साल अप्रैल में नई और इंडिपेंडेंट कंपनी 'कलेक्टिव न्यूजरूम' (Collective Newsroom) लॉन्च की है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Monday, 09 September, 2024
Last Modified:
Monday, 09 September, 2024
Collective BBC

भारत में ‘ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कंपनी’ यानी कि 'बीबीसी' (BBC) के चार सीनियर एंप्लॉयीज द्वारा इसी साल अप्रैल में लॉन्च की गई नई और इंडिपेंडेंट कंपनी 'कलेक्टिव न्यूजरूम' (Collective Newsroom) ने बीबीसी वर्ल्ड सर्विस की शीर्ष सर्विस ‘बीबीसी हिन्दी’ (BBC Hindi) के लिए 12 पत्रकारों को ब्रॉडकास्ट जर्नलिस्ट के तौर पर नियुक्त किया है।

ये सभी नियुक्तियां पिछले दो माह के भीतर हुई हैं। नियुक्त किए गए ये सभी 12 नए पत्रकार 'बीबीसी हिन्दी' के एडिटर नितिन श्रीवास्तव को रिपोर्ट कर रहे हैं और ऑनलाइन न्यूज 'बीबीसी हिन्दी' के लोकप्रिय टेलीविज़न कार्यक्रम ‘दुनिया’, यूट्यूब चैनल और ‘दिन भर’ पॉडकास्ट की टीमों का हिस्सा बन चुके हैं।

इन नई भर्तियों में यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश में बीबीसी ब्यूरो के लिए रिपोर्टर्स की नियुक्तियां भी शामिल हैं। ज्ञात रहे कि इन सभी जगहों पर पिछले एक वर्ष से कोई भी स्थायी रिपोर्टर नहीं था।

बता दें कि बीबीसी वर्ल्ड सर्विस की भारतीय भाषाओं के एडिटर अभिजीत कांबले (बीबीसी मराठी), दीपक चूड़ास्मा (बीबीसी गुजराती), ख़ुशबू संधु (बीबीसी पंजाबी), नितिन श्रीवास्तव (बीबीसी हिन्दी), जीएसके राममोहन (बीबीसी तेलुगू) एवं थांगावेल अपची (बीबीसी तमिल) 'कलेक्टिव न्यूजरूम' की सीईओ रूपा झा, डिप्टी सीईओ और डायरेक्टर ऑफ जर्नलिज्म मुकेश शर्मा और आउटपुट एडिटर शशांक चौहान को रिपोर्ट करते हैं।

पिछले दो महीने के भीतर जिन 12 नए पत्रकारों को नियुक्त किया गया है। उनके नाम इस प्रकार हैं।

1. संदीप राय: करीब पंद्रह वर्षों से मीडिया और बीबीसी हिंदी सेवा में बतौर फ्रीलांसर काम करने का तजुर्बा है।

2. सैयद इमाम रिज़वी:  उत्तर प्रदेश रिपोर्टर जो कई न्यूज चैनलों, पीटीआई और आईएएनएस में करीब 17 वर्ष काम कर चुके हैं। 

3. सीटू तिवारी:  बिहार रिपोर्टर का पदभार संभालने वाली सीटू तिवारी ‘दूरदर्शन’ समेत कई संस्थानों से जुड़ी रही हैं। वह बीबीसी हिंदी के लिए बिहार से रिपोर्ट करती रही हैं।

4. विष्णुकांत तिवारी: रामनाथ गोएंका पुरस्कार विजेता विष्णु भोपाल ब्यूरो का चार्ज संभाल चुके हैं।

5. हिमांशु दुबे:  इन्होंने न्यूज़ प्रड्यूसर के तौर पर जॉइन किया है और इससे पहले ‘आजतक डिजिटल’, ‘दैनिक भास्कर डिजिटल’ और कई जगहों पर पत्रकारिता कर चुके हैं>

6. शिल्पा ठाकुर:  बीबीसी में आने से पहले ‘आजतक डिजिटल’ में काम कर चुकी हैं।

7. सौरभ कुमार यादव:  इससे पहले ‘इनशॉर्ट्स’ और ‘ईटीवी भारत’ में काम कर चुके हैं।

8. मुकुंद कुमार झा: असिस्टेंट प्रड्यूसर के तौर पर बीबीसी में भर्ती होने से पहले मुकुंद ‘जी न्यूज’, ‘टाइम्स नेटवर्क’ और ‘द क्विंट’ की डिजिटल टीमों में काम कर चुके हैं।

9. अदिति शर्मा:  पेशेवर इंजीनियर अदिति ने एक आईटी कंपनी छोड़ पीटीआई न्यूज़ से पत्रकारिता शुरू की और अब असिस्टेंट प्रड्यूसर हैं।

10. अरशद मिसल:  ‘बीबीसी हिंदी’ की टीवी टीम में शामिल होने के पहले वह ‘दैनिक भास्कर ऑनलाइन’ में कार्यरत थे।

11. अभिषेक कुमार:  ‘बीबीसी’ में आने के पहले ‘मनीकंट्रोल’ और ‘टीवी टुडे’ में काम कर रहे थे।

12. तारीक़ खान: लखनऊ में कैमरामैन के पद पर जिम्मेदारी संभाली है।

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मीडिया का एक वर्ग विशेष राजनीतिक दलों के प्रचार के लिए कार्य कर रहा है: CM ए. रेवंत रेड्डी

मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने कहा कि आज का मीडिया कुछ विशेष राजनीतिक दलों के प्रचार के लिए कार्य कर रहा है, जिससे पत्रकारिता की विश्वसनीयता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Monday, 09 September, 2024
Last Modified:
Monday, 09 September, 2024
TelanganaCM7845

तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने रविवार को ‘जवाहरलाल नेहरू जर्नलिस्ट हाउसिंग सोसायटी’ को भूमि आवंटित करने के लिए पेटबशीराबाद में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। रेवंत रेड्डी ने ‘जवाहरलाल नेहरू जर्नलिस्ट हाउसिंग सोसायटी’ को भूमि आवंटन से संबंधित सरकारी आदेश की प्रति प्रतीकात्मक रूप से सौंपी।

इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस जमीन को पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के कार्यकाल के दौरान आवंटित किया गया था, जिसे लंबी कानूनी लड़ाई के बाद अब पत्रकारों की सोसाइटी को सौंप दिया गया है।

इस दौरान  मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने कहा, ‘‘कुछ पत्रकारों की गैर-पेशेवर गतिविधियों के कारण पत्रकारिता को एक बुरे पेशे के रूप में पेश किया गया है। कुछ पत्रकार पत्रकारिता के मायने ही बदल रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि पेशेवर पत्रकारों को इस नुकसान की भरपाई की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

इस दौरान मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से यह भी आग्रह किया है कि वे अपने पेशे की गरिमा बढ़ाने के लिए सतत प्रयास करें। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज की समस्याओं का समाधान करने में डॉक्टरों की तरह महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रेवंत रेड्डी ने यह भी बताया कि उनकी सरकार जन कल्याण और विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने में पत्रकारों और आम जनता से सुझाव लेकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने लोगों का सिस्टम पर भरोसा बहाल करने के लिए एक नीतिगत निर्णय लिया है, जिसमें पत्रकार भी इस प्रणाली का एक अभिन्न हिस्सा हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा, "पिछले 10 वर्षों में सभी व्यवस्थाएं खराब हो गई थीं और लोगों का भरोसा खो चुकी थीं। मेरी सरकार इन व्यवस्थाओं में फिर से विश्वास स्थापित करने की कोशिश कर रही है।"

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इस अवसर पर कहा कि कैसे राजनीतिक दल अपने विचारधारा का प्रचार करने के लिए समाचार पत्रों का प्रकाशन शुरू किया करते थे। इसके विपरीत, आज मीडिया का एक वर्ग कुछ विशेष राजनीतिक दलों के प्रचार के लिए कार्य कर रहा है, जिससे पत्रकारिता की विश्वसनीयता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा, "कुछ गिने-चुने लोगों द्वारा अपनाई गई अनैतिक पत्रकारिता ने इस पेशे की प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाई है। पेशेवर और प्रतिबद्ध पत्रकारों को इस दिशा में सुधार के लिए पहल करनी चाहिए।"

उन्होंने यह भी कहा कि कुछ प्रकाशन अपने राजनीतिक मालिकों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए पत्रकारिता के मानकों को गिरा रहे हैं और सरकार ने सच्चे पत्रकारों की सुरक्षा की जिम्मेदारी ली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ मीडिया संस्थान मुख्यमंत्री के पद का सम्मान नहीं कर रहे हैं और यह केवल राजनीतिक हितों की रक्षा करने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने पत्रकारों से अपील की कि जब सरकार ऐसे दोषी प्रकाशनों के खिलाफ कार्रवाई करे, तो पत्रकार समुदाय संयम बनाए रखे और यह सरकार और पेशेवर पत्रकारों की जिम्मेदारी है कि वे सच्चे पत्रकारों के हितों की रक्षा करें।

मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने मीडिया अकादमी को पत्रकारों के लंबित समस्याओं के समाधान के लिए नई दिशानिर्देश तैयार करने का निर्देश दिया, जिनमें मान्यता कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड और अन्य योजनाएं शामिल हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि इन दिशानिर्देशों को कैबिनेट में मंजूरी दिलाने की जिम्मेदारी भी सरकार की होगी।

पूर्ववर्ती बीआरएस सरकार पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में पर्यटन, ऊर्जा, खेल और अन्य क्षेत्रों के लिए पिछले एक दशक से कोई नीति नहीं थी। उन्होंने घोषणा की कि मीडिया अकादमी के अध्यक्ष के. श्रीनिवास रेड्डी के अनुरोध पर पत्रकारों के प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों के लिए ₹10 करोड़ की राशि मंजूर की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी आश्वासन दिया कि जिन पत्रकारों को अब तक आवासीय प्लॉट नहीं मिले हैं, उन्हें प्रस्तावित नेट जीरो चौथे शहर में शामिल किया जाएगा। कार्यक्रम में अन्य प्रमुख नेताओं और अधिकारियों ने भी भाग लिया। 

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’Zee Media’ के डॉ. इदरीस लोया को लेकर इंडस्ट्री में चर्चाओं का बाजार गर्म

इसी साल मई में ‘जी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड’ (ZMCL) में अंतरिम सीईओ का पदभार संभालने वाले डॉ. इदरीस लोया के बारे में इंडस्ट्री में तमाम तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।

समाचार4मीडिया ब्यूरो by
Published - Saturday, 07 September, 2024
Last Modified:
Saturday, 07 September, 2024
Idris Loya

इसी साल मई में ‘जी मीडिया कॉर्पोरेशन लिमिटेड’ (ZMCL) में अंतरिम सीईओ का पदभार संभालने वाले डॉ. इदरीस लोया के बारे में इंडस्ट्री में तमाम तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। दरअसल, डॉ. लोया के बारे में खबर है कि वह कथित तौर पर 15 दिनों की छुट्टी पर हैं और सिंगापुर चले गए हैं। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि क्या वह कंपनी छोड़कर जाने वाले हैं? या उन्हें समूह में कोई नई भूमिका मिलने की संभावना है? हालांकि, अभी तक इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं है।

लोया ने ‘IndiaDotcom Digital Pvt Ltd’ (IDPL) वर्टिकल का नेतृत्व किया और मई में तत्कालीन सीईओ अभय ओझा के संस्थान से जाने के बाद उन्हें ZMCL के अंतरिम सीईओ का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया। हालांकि, जब करण अभिषेक सिंह ने ZMCL के सीईओ के रूप में पदभार संभाला तो डॉ. लोया से यह अतिरिक्त प्रभार वापस ले लिया गया। इसके तहत करण अभिषेक सिंह IDPL का डिजिटल रेवेन्यू देखेंगे और सिवाय टेक्नोलॉजी बिजनेस के अब पूरी डिजिटल टीम सिंह को रिपोर्ट करेगी।

विभिन्न संगठनों में काम कर चुके डॉ. लोया की प्रोफेशनल जर्नी उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता और प्रौद्योगिकी परिदृश्य की जटिलताओं की गहरी समझ को दर्शाती है। एस्सेल ग्रुप में अपनी भूमिका से पहले, वह Navtech Pte. Ltd., Jwlrai Pte. Ltd, सोनी सिंगापुर, सैमसंग सेमीकंडक्टर और NIT रायपुर के साथ जुड़े हुए थे, जहां उन्होंने इनोवेशन एडॉप्शन और टेक्नोलॉजी कमर्शिलाइजेशन में अपने कौशल को निखारा।

डॉ. लोया ने छत्तीसगढ़ राज्य योजना आयोग में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में कौशल और MSME पर औद्योगिक कार्यबल में योगदान किया है। उन्होंने SMEs और MNCs को सलाहकार के रूप में योगदान दिया है और कुछ तकनीकी व्यापार उद्यमों के सह-संस्थापक भी हैं।

डॉ. लोया की शैक्षणिक साख इस क्षेत्र में उनकी विशेषज्ञता को और मजबूत करती है। उन्होंने रायपुर के प्रतिष्ठित नेशनल इंस्टीट्यूशन ऑफ टेक्नोलॉजी से इंडस्ट्रीयल इंजीनियरिंग व मैनेजमेंट में पीएचडी की उपाधि हासिल की है और इंदिरा गांधी नेशनल ओपेन यूनिवर्सिटी से एमबीए किया है।

वहीं, रेवेन्यू की बात करें तो ZMCL की वित्तीय वर्ष 2024 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 31 मार्च 2024 को समाप्त वर्ष के लिए परिचालन से होने वाला राजस्व 11.42% घटकर 638.29 करोड़ रुपये रह गया, जबकि 31 मार्च 2023 को समाप्त वर्ष के लिए यह 720.62 करोड़ रुपये था।

आपको बता दें कि कंपनी की परिचालन लागत (operation cost) वित्तीय वर्ष 2023 (FY23) में 142.11 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्तीय वर्ष 2024 (FY24) में 7.34% बढ़कर 152.54 करोड़ रुपये हो गई। टेलीविजन कार्यक्रमों और डिजिटल पब्लिशिंग बिजनेस की लागत में वृद्धि, जिसमें कंसल्टेंसी, प्रोफेशनल शुल्क और न्यूज सबस्क्रिप्शन शुल्क शामिल हैं, इस बढ़ोतरी के कुछ कारण थे।

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वरिष्ठ पत्रकार पीयूष पांडे ने ‘आजतक’ को कहा अलविदा, अब इस दिशा में बढ़ाएंगे कदम

उन्होंने करीब दो साल पहले ही यहां बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर (आउटपुट) जॉइन किया था। इस चैनल के साथ उनकी यह तीसरी पारी थी।

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Published - Saturday, 07 September, 2024
Last Modified:
Saturday, 07 September, 2024
Piyush Pandey

वरिष्ठ टीवी पत्रकार पीयूष पांडे ने ‘आजतक’ में अपनी तीसरी पारी को विराम दे दिया है। उन्होंने करीब दो साल पहले ही यहां बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर (आउटपुट) जॉइन किया था। इस चैनल के साथ उनकी यह तीसरी पारी थी। करीब डेढ़ साल से वह यहां पर ‘चुनाव आजतक’ में अपनी अहम जिम्मेदारी निभा रहे थे।

समाचार4मीडिया से बातचीत में पीयूष पांडे ने चैनल को अलविदा कहने की पुष्टि की है। पीयूष पांडे ने बताया कि वह कुछ दिलचस्प प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं, जिसकी घोषणा जल्द होगी। इनके अलावा फिल्म निर्देशन की तरफ भी उनका रुख करने का प्लान है।

आपको बता दें कि पीयूष ने 'ब्लू माउंटेंस' फिल्म में बतौर एसोसिएट डायरेक्टर काम किया है और ‘स्टार प्लस’ के लोकप्रिय सीरियल ‘महाराज की जय हो’ के संवाद उन्होंने लिखे हैं। उनकी फिल्मों की जानकारी व दिलचस्पी अकसर फेसबुक पोस्ट में दिखायी देती रहती है। उन्होंने एक शॉर्ट फिल्म ‘पार्ट टाइम जॉब’ भी निर्देशित की है, जिसमें बॉलीवुड अभिनेत्री श्रेया नारायण मुख्य भूमिका में हैं।

‘आजतक’ से पहले पीयूष पांडे ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ में कार्यरत थे। वह इस चैनल की लॉन्चिंग टीम के अहम सदस्य थे और बतौर सीनियर एडिटर प्राइम टाइम शो ‘ओपिनियन इंडिया का’ के अलावा डिजिटल का प्रभार देख रहे थे।

पीयूष पांडे ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ से पहले ‘सूर्या टीवी’ के साथ थे, जहां वह एग्जिक्यूटिव एडिटर (आउटपुट) के पद पर कार्यरत थे और इसके पहले वह ‘एबीपी न्यूज’ और उससे पहले ‘आजतक’ में थे। ‘आजतक’ में वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी के चर्चित शो ‘दस्तक’  के प्रड्यूसर थे।

पत्रकारिता में करीब ढाई दशक का अनुभव रखने वाले पीयूष देश के उन चुनिंदा पत्रकारों में हैं, जिन्हें प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, वेब मीडिया के साथ फिल्मी दुनिया में काम करने का खासा अनुभव है और उनकी पहचान उनका वर्सेटाइल होना ही है। इतना ही नहीं, पीयूष की एक पहचान व्यंग्यकार की भी है। उनके तीन व्यंग्य संग्रह 'छिछोरेबाजी का रिजोल्यूशन' 2012 में राजकमल प्रकाशन से और 'धंधे मातरम' 2017 में और फिर कबीरा बैठा डिबेट में 2020 में प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित हो चुका है। यही नहीं, वह मनोज बाजपेयी की बायोग्राफी ‘कुछ पाने की जिद- मनोज वाजपेयी’ भी लिख चुके हैं। हिंदी के अलावा इस किताब का अंग्रेजी संस्करण भी मार्केट में आ चुका है।

पीयूष ने अपने करियर की शुरुआत वर्ष 1998 में ‘अमर उजाला’ अखबार से की थी। 2001 में ‘नवभारत टाइम्स’ ऑनलाइन की लॉन्चिंग टीम में रहे और फिर करीब तीन साल उसे संभाला भी। ‘आजतक’ में टीवी पत्रकारिता का लंबा अनुभव लेने के बाद उन्होंने 2007 में ‘सहारा समय’ में आउटपुट हेड की जिम्मेदारी संभाली। ‘जी न्यूज’ में बतौर एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर काम किया, तो आईबीएन-7 (न्यूज18 इंडिया) में उन्होंने बतौर सोशल मीडिया एडिटर काम किया। हालांकि, आईबीएन-7 की उनकी पारी खासी छोटी रही। इसके बाद ‘आजतक’, ‘एबीपी न्यूज’, ‘सूर्या टीवी’ होते हुए वह ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ और फिर तीसरी बार ‘आजतक’ में आए थे, जहां से अब उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।

पीयूष की एक पहचान सोशल मीडिया एक्सपर्ट की भी है। ‘दैनिक भास्कर’, ‘दैनिक जागरण’, ‘प्रभात खबर’, ‘कादम्बिनी’ समेत कई पत्र पत्रिकाओं में इंटरनेट और सोशल मीडिया पर उनके कॉलम प्रकाशित होते रहे हैं। ‘जी न्यूज’ में सोशल मीडिया से जुड़ा देश का पहला दैनिक शो ‘ट्रेंडिंग न्यूज’ शुरू कराने का श्रेय इन्हीं को जाता है।

मूल रूप से आगरा के रहने वाले पीयूष पांडे ने पत्रकारिता और सूचना तकनीक में मास्टर्स डिग्री ली है। आगरा यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता के कोर्स के दौरान गोल्ड मेडलिस्ट रहे पीयूष पांडे को सीएसडीएस समेत कई अहम संस्थानों की फेलोशिप भी मिल चुकी है।

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'फेक न्यूज' लोकतंत्र के लिए खतरा: श्रीनिवासन जैन

वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवासन जैन ने हाल ही में कहा कि फेक न्यूज का कोई अंत नहीं है, लेकिन अब जो फेक न्यूज समाज में अशांति फैला रही है और लोकतंत्र को बदल रही है, वह सीधे राजनीतिक सत्ता से आ रही है

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Published - Friday, 06 September, 2024
Last Modified:
Friday, 06 September, 2024
SreenivasanJain784

वरिष्ठ पत्रकार श्रीनिवासन जैन ने हाल ही में कहा कि फेक न्यूज का कोई अंत नहीं है, लेकिन अब जो फेक न्यूज समाज में अशांति फैला रही है और लोकतंत्र को बदल रही है, वह सीधे राजनीतिक सत्ता से आ रही है और इसके पीछे सत्ता के हित जुड़े हैं। इसे ‘द बिग लाइ’ कहा जाता है, क्योंकि यह झूठ इतना बड़ा होता है कि समाज को भ्रमित कर देता है।

श्रीनिवासन जैन ‘गलत सूचना पर सेमिनार – कैसे यह सामाजिक न्याय को प्रभावित करता है’ (A Seminar on Misinformation – How it affects social justice) कार्यक्रम में बोल रहे थे, जिसका आयोजन कर्नाटक मीडिया अकादमी (KMA) द्वारा सूचना एवं जनसंपर्क विभाग और गांधी स्मारक निधि के सहयोग से किया गया था। यह कार्यक्रम मंगलवार को बेंगलुरु स्थित गांधी भवन में आयोजित किया गया था।

उन्होंने बड़े लीडर्स द्वारा इस तरह के झूठ न फैलाने पर जोर दिया और कहा, “हर दिन सत्ताधारी शासन द्वारा एक नया ‘जिहाद’ गढ़ा जाता है, जो सांसदों, मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों तक फैलाया जाता है। कोई भी अतिवादी या अविश्वसनीय सिद्धांत नहीं है जो उच्चतम स्तर पर प्रचारित न किया जा रहा हो। प्रधानमंत्री स्वयं इस चुनाव में सबसे विभाजनकारी सांप्रदायिक अभियानों का नेतृत्व कर चुके हैं।”

उन्होंने आगे कहा कि फेक न्यूज और झूठ के इस चक्र को तभी खत्म किया जा सकता है, जब इसे फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। “यह एक राजनीतिक समस्या है और इसका मुकाबला भी राजनीतिक तौर पर किया जाना चाहिए। विपक्ष नारे तो दे रहा है, लेकिन यह पर्याप्त नहीं है। अल्पसंख्यक रोजाना पूर्वाग्रह का शिकार हो रहे हैं, और विपक्ष को इसे वैसे ही लड़ना चाहिए जैसे वह महंगाई या किसानों के मुद्दे पर लड़ता है।”

सेमिनार में कई पत्रकार, छात्र और शिक्षाविद शामिल हुए। इसके साथ ही एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें अन्य प्रमुख हस्तियों ने भी अपने विचार रखे।  

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वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश कुमार बने बिहार के सूचना आयुक्त

बिहार सरकार ने ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) के पूर्व वरिष्ठ संपादक प्रकाश कुमार को राज्य का सूचना आयुक्त नियुक्त किया है।

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Published - Thursday, 05 September, 2024
Last Modified:
Thursday, 05 September, 2024
PrakashKumar78545

बिहार सरकार ने ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) के पूर्व वरिष्ठ संपादक प्रकाश कुमार को राज्य का सूचना आयुक्त नियुक्त किया है। राज्यपाल से सहमति मिलने के बाद बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस बारे में चार सितंबर 2024 को आदेश जारी कर दिए गए हैं। 

इन आदेशों के अनुसार, इस पद पर प्रकाश कुमार की नियुक्ति सूचना का अधिकार अधिनियम, 2005 की धारा 15(3) के तहत की गई है। पदभार ग्रहण करने की तिथि से इनकी नियुक्ति प्रभावी होगी। सूचना आयुक्त की नियुक्ति तीन साल के लिए होती है।

प्रकाश कुमार के अलावा ब्रजेश मेहरोत्रा को भी राज्य का सूचना आयुक्त बनाया गया है। ब्रजेश मेहरोत्रा 31 अगस्त को मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त हुए थे।

आपको बता दें कि ‘भारतीय जनसंचार संस्थान’ (IIMC) के विद्यार्थी रहे प्रकाश कुमार को मीडिया इंडस्ट्री में काम करने का लंबा अनुभव हासिल है। प्रकाश कुमार ‘जी न्यूज’ और ‘एएनआई’ में भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। यही नहीं, उन्हें एक्सचेंज4मीडिया समूह की ओर से दिया जाने वाला प्रतिष्ठित ‘exchange4media news broadcasting award’ (enba) अवॉर्ड भी मिल चुका है। बिहार की राजनीति और प्रशासन के मामलों पर उनकी गहरी पकड़ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ भी उनका करीबी संबंध रहा है।

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