आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने पत्रकारों के लिए कई लोकलुभावनी घोषणाएं की हैं।
आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने पत्रकारों के लिए कई लोकलुभावनी घोषणाएं की हैं। 'दैनिक भास्कर' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पार्टी के मीडिया विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने एक पंच सितारा होटल में वरिष्ठ पत्रकारों के बीच 'वर्किंग पेपर' जारी किया। इस पेपर में पत्रकारों के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं और वादों की घोषणा की गई है।
1. पत्रकार सुरक्षा कानून में सुधार:
कांग्रेस ने पत्रकार सुरक्षा के लिए 'महाराष्ट्र मीडियाकर्मी और मीडिया संस्थान अधिनियम, 2017' में संशोधन का प्रस्ताव दिया है। इसके तहत, पत्रकारों को उत्पीड़न, धमकी और झूठे मुकदमों से बचाने के लिए समिति का गठन होगा, जो पत्रकारों के खिलाफ हो रही हिंसा और झूठे आरोपों की जांच करेगी।
2. आवास सुविधा:
पत्रकारों को टियर 1, 2 और 3 शहरों में घर खरीदने के लिए रियायती दरों पर आवास ऋण उपलब्ध कराने का वादा किया गया है। टियर 1 शहरों में 1 करोड़ रुपये तक, टियर 2 शहरों में 50 लाख रुपये तक और टियर 3 शहरों में 30 लाख रुपये तक के ऋण पर 5% ब्याज सब्सिडी दी जाएगी। पत्रकार संघों या निकायों को आवासीय सोसायटियों और कॉलोनियों के विकास के लिए रियायती दरों पर सरकारी भूमि का 30 वर्षीय पट्टा प्रदान किया जाएगा। सरकार की गृह निर्माण परियोजनाओं में पत्रकारों का कोटा बढ़ाया जाएगा।
3. बीमा कवरेज:
पत्रकारों और उनके परिवार के लिए व्यापक बीमा कवरेज की पेशकश की गई है। 5 लाख रुपये की मुफ्त बीमा पॉलिसी और अधिक बीमा कवरेज के लिए 50% राज्य सरकार का योगदान होगा। दुर्घटना और चिकित्सा बीमा में भी राज्य सरकार प्रीमियम का 80% हिस्सा वहन करेगी।
4. प्रिंट मीडिया को समर्थन:
छोटे और क्षेत्रीय समाचार पत्रों को पुनर्जीवित करने के लिए सरकारी विज्ञापनों की निष्पक्ष और पारदर्शी नीति लागू की जाएगी।
5. पुरस्कार राशि में वृद्धि:
राज्य सरकार द्वारा हर साल प्रदान किए जाने वाले उत्कृष्ठ पत्रकारिता पुरस्कारों की राशि में बढ़ोतरी की जाएगी। बालशास्त्री जामभेकर पुरस्कार (मराठी), अनंत गोपाल शेवड़े पुरस्कार (अंग्रेजी) व बाबूराव विष्णु पराड़कर पुरस्कार (हिंदी) की मौजूदा पुरस्कार राशि 51,000 रुपये को बढ़ाकर 2 लाख रुपये किया जाएगा।
6. शिक्षा ऋण:
पत्रकारों के बच्चों के लिए शून्य ब्याज पर 1 करोड़ रुपये तक का शिक्षा ऋण देने का प्रस्ताव है।
7. आधुनिक प्रेस क्लब:
राज्य के प्रमुख शहरों में आधुनिक प्रेस क्लब बनाए जाएंगे, जहां रिकॉर्डिंग और संपादन स्टूडियो, मीटिंग हॉल और फूड कोर्ट जैसी सुविधाएं होंगी।
कांग्रेस का यह कदम पत्रकारों को विशेष राहत प्रदान करने के साथ ही चुनावी समीकरणों को साधने की दिशा में एक बड़ा प्रयास माना जा रहा है।
नीरज पाण्डेय ने कुछ दिनों पूर्व ही ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) से इस्तीफा दे दिया था। वह वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान ‘एबीपी न्यूज’ में शामिल हुए थे।
देश के चर्चित पत्रकार और राजनैतिक खबरों में जबरदस्त पकड़ रखने वाले नीरज पाण्डेय ने ‘जी न्यूज’ (Zee News) के साथ अपनी नई पारी का आगाज कर दिया है। समाचार4मीडिया से बातचीत में नीरज पाण्डेय ने बताया कि उन्होंने यहां पर बतौर डिप्टी एडिटर (पॉलिटिकल अफेयर्स) जॉइन किया है। अपनी इस भूमिका में वह पॉलिटिकल खबरों पर फोकस करेंगे।
बता दें कि नीरज पाण्डेय ने कुछ दिनों पूर्व ही ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) से इस्तीफा दे दिया था। नीरज पाण्डेय ‘एबीपी न्यूज’ में पीएमओ, आरएसएस, भाजपा और गृहमंत्रालय कवर करते थे। वह वर्ष 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान ‘एबीपी न्यूज’ में शामिल हुए थे।
मूलतः प्रयागराज के रहने वाले नीरज पाण्डेय ने पिछले छह वर्षो में कई महत्वपूर्ण खबरें ब्रेक की हैं। हाल ही में हुए दिल्ली चुनाव के बाद नीरज पाण्डेय पहले पत्रकार थे, जिन्होंने ब्रेक किया था कि रेखा गुप्ता बनेंगी दिल्ली की सीएम। बीते लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मुंबई में किया गया इंटरव्यू भी चर्चा का केंद्र था। उनके इंटरव्यू के बाद तीन दिनों तक महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल थी। हरियाणा चुनाव के दौरान भी नीरज इकलौते पत्रकार थे जिन्होंने एग्जिट पोल के नतीजों से अलग अपने ‘X’ एकाउंट के जरिए बताया था कि हरियाणा में भाजपा वापसी कर रही है। महाराष्ट्र चुनाव के दौरान भी हर ब्रेकिंग सही साबित हुई थी।
पिछले बंगाल चुनाव के दौरान एबीपी न्यूज के लिए नीरज पाण्डेय द्वारा किया गया अमित शाह का इंटरव्यू और सबसे पहले शुभेंदु अधिकारी का इंटरव्यू सबसे ज्यादा चर्चा में रहे थे। बंगाल चुनाव से पहले जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के दौरान लाइव रिपोर्टिंग करते समय नीरज पाण्डेय पर भी भीड़ ने हमला कर उनकी गाड़ी तोड़ दी थी। बीते लोकसभा चुनाव में अमित शाह, स्मृति ईरानी, हिमांता बिस्वा शर्मा, धर्मेंद्र प्रधान, पुष्कर सिंह धामी का इंटरव्यू काफी चर्चित रहे हैं। महिला आरक्षण बिल की खबर भी सबसे पहले नीरज पाण्डेय ने ही ब्रेक की थी। G -20 समिट समेत अब तक चार लोकसभा चुनाव और करीब 15 राज्यों के विधानसभा चुनाव कवर कर चुके हैं।
‘एबीपी न्यूज’ से पहले नीरज उत्तर प्रदेश से संचालित होने वाले चैनल ‘भारत समाचार’ (Bharat Samachar) के संस्थापक सदस्य थे और करीब ढाई साल तक बतौर पॉलिटिकल एडिटर काम चुके हैं। इससे पहले देश के बड़े रीजनल नेटवर्क्स में शुमार ‘ईटीवी न्यूज नेटवर्क’ में करीब 5 साल तक काम किया। अपनी प्रतिभा के दम पर रिपोर्टर के तौर पर ईटीवी में नौकरी शुरू की लेकिन महज कुछ ही दिनों में नेशनल ब्यूरो हेड के तौर पर प्रमोट किए गए। ‘ईटीवी’ से पहले ‘हिन्दुस्तान’ अखबार में भी करीब 5 साल तक काम किया। अपने पत्रकारिता के सफर में नीरज पाण्डेय ने प्रयागराज, लखनऊ, फरीदाबाद और दिल्ली में काम किया है।
हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (निदेशक मंडल) ने 21 अप्रैल को नामांकन और पारिश्रमिक समिति की सिफारिश पर दो नई नियुक्तियों को मंजूरी दी है।
हिन्दुस्तान मीडिया वेंचर्स लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स (निदेशक मंडल) ने 21 अप्रैल को नामांकन और पारिश्रमिक समिति की सिफारिश पर दो नई नियुक्तियों को मंजूरी दी है। बोर्ड ने रुचिरा कंंबोज को स्वतंत्र अतिरिक्त निदेशक [Additional Director (Independent)] और मनहर कपूर को गैर-कार्यकारी, गैर-स्वतंत्र अतिरिक्त निदेशक [Additional Director (Non-Executive Non-Independent)] के रूप में मंजूरी दी है।
बोर्ड ने आगे इन दोनों नियुक्तियों को शेयरधारकों की मंजूरी के लिए प्रस्तावित किया है। रुचिरा कंंबोज को पांच वर्षों के लिए स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त किया जाएगा, जो रिटायरमेंट रोटेशन (नियत समय पर रिटायरमेंट) के अंतर्गत नहीं आएंगी। वहीं मनहर कपूर को गैर-कार्यकारी, गैर-स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त किया जाएगा, जो रोटेशन के आधार पर रिटायर हो सकते हैं।
1987 बैच की भारतीय विदेश सेवा अधिकारी रुचिरा कंंबोज उस वर्ष की सिविल सेवा परीक्षा में पूरे भारत की महिला टॉपर रही थीं। उनका राजनयिक करियर कई ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा है। वे संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि बनने वाली पहली महिला रही हैं और दिसंबर 2022 में यूएन सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करने वाली भारत की पहली महिला भी बनीं।
उन्होंने भूटान में भारत की पहली महिला राजदूत, दक्षिण अफ्रीका में उच्चायुक्त और यूनेस्को (पेरिस) में स्थायी प्रतिनिधि के रूप में भी सेवाएं दीं। 2011 से 2014 तक, वे भारत की पहली महिला चीफ ऑफ प्रोटोकॉल रहीं और देश की राजनयिक प्रतिष्ठा को नई ऊंचाई दी।
रुचिरा कंंबोज दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान और अंतरराष्ट्रीय संबंधों में परास्नातक हैं।
मनहर कपूर एचटी ग्रुप से 1 जून 2022 से बतौर ग्रुप जनरल काउंसल और कंपनी सेक्रेटरी जुड़े हुए हैं। वे समूह के सभी कानूनी, सचिवीय और अनुपालन कार्यों की जिम्मेदारी संभालते हैं। इससे पहले वे रॉयल एनफील्ड/आयशर मोटर्स में जनरल काउंसल और कंपनी सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत थे।
उद्योगों की विविध पृष्ठभूमि में 24 वर्षों से अधिक के अनुभव के साथ, उन्होंने कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय ऋण व इक्विटी डील्स, विलय और अधिग्रहण, और नई व्यावसायिक इकाइयों की स्थापना में अहम भूमिका निभाई है। वे कानून में डिग्रीधारक हैं और फाइनेंस और स्ट्रैटेजी में एमबीए कर चुके हैं।
जब दुनिया के मीडिया बाजार अब परिपक्व हो चुके हैं और उनकी ग्रोथ सीमित हो रही है, ऐसे वक्त में भारत एक जीवंत, युवा और तेजी से बदलता हुआ केंद्र बनकर उभरा है।
जब दुनिया के मीडिया बाजार अब परिपक्व हो चुके हैं और उनकी ग्रोथ सीमित हो रही है, ऐसे वक्त में भारत एक जीवंत, युवा और तेजी से बदलता हुआ केंद्र बनकर उभरा है। डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, युवा आबादी और सरकार की नीतिगत मदद ने भारत को ग्लोबल मीडिया कंपनियों का पसंदीदा गंतव्य बना दिया है।
अब से सिर्फ 10 दिन में भारत एक ऐसा ऐतिहासिक आयोजन करने जा रहा है, जहां Netflix के को-CEO टेड सारंडोस, Instagram के हेड एडम मोसेरी और YouTube के CEO नील मोहन एक ही मंच पर WAVES समिट के दौरान मौजूद रहेंगे। ये इवेंट भारत की मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की बढ़ती ताकत का प्रतीक बन चुका है, जिसकी गूंज हालिया इंडस्ट्री रिपोर्ट्स में भी सुनाई दे रही है।
यह महज एक विजिट नहीं, बल्कि इस बात की खुली स्वीकारोक्ति है कि भारत अब ग्लोबल मीडिया के भविष्य को आकार देने वाले प्रमुख देशों में शामिल हो गया है।
भारत की मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री ने 2024 में ₹2.5 लाख करोड़ (करीब 29.4 अरब डॉलर) के आंकड़े को छू लिया। FICCI-EY की रिपोर्ट "Shape the Future" के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले यह ₹8,100 करोड़ की वृद्धि है यानी 3.3% की ग्रोथ।
डिजिटल मीडिया ने टेलीविजन को पीछे छोड़ते हुए 32% हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा सेगमेंट बन गया है। PwC की रिपोर्ट के मुताबिक, यह इंडस्ट्री 2028 तक ₹3.65 लाख करोड़ (करीब 44 अरब डॉलर) तक पहुंच जाएगी, यानी 8.3% की सालाना ग्रोथ—जो वैश्विक औसत 4.6% से कहीं अधिक है।
इंटरनेट ऐडवर्टाइजिंग इसका बड़ा इंजन बनकर उभरा है, जो 15.6% की CAGR से बढ़ते हुए 2028 तक ₹85,000 करोड़ (10.2 अरब डॉलर) तक पहुंच सकती है। यह वैश्विक औसत से 1.6 गुना तेज ग्रोथ है।
डिजिटल प्लैटफॉर्म्स पर परफॉर्मेंस-आधारित ऐडवर्टाइजिंग और प्रीमियम डिजिटल OOH मीडिया ने 8.1% की ऐडवर्टाइजिंग ग्रोथ को बढ़ावा दिया है। लाइव इवेंट्स (15%), डिजिटल मीडिया (17%) और OOH मीडिया (10%) सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं प्रिंट और रेडियो जैसे पारंपरिक माध्यम भी खासकर रिटेल विज्ञापन में अपनी पकड़ बनाए हुए हैं।
FICCI M&E कमेटी के चेयरमैन केविन वाज के अनुसार, “भारत की मीडिया इंडस्ट्री बदलाव के दौर से गुजर रही है, जहां डिजिटल अपनाने और उपभोक्ता की बदलती पसंद बड़ी भूमिका निभा रही है।”
भारत की 91 करोड़ की मिलेनियल और Gen Z आबादी दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल यूजर बेस में शामिल है। 2024 तक भारत में 80 करोड़ ब्रॉडबैंड सब्सक्रिप्शन और 78 करोड़ इंटरनेट यूजर हैं, जो डिजिटल कंटेंट खपत को मजबूत आधार देते हैं।
YouTube भारत में 49.1 करोड़ यूजर के साथ सबसे बड़ा डिजिटल प्लैटफॉर्म बना हुआ है। म्यूजिक, कॉमेडी और एजुकेशन जैसे सेगमेंट में इसकी पकड़ मजबूत है। वहीं Instagram पर Reels और Stories के चलते यूजर्स औसतन हर महीने 20 घंटे से ज्यादा समय बिताते हैं। शॉर्ट वीडियो कंटेंट सोशल मीडिया की दिशा बदल रहा है।
भारत में डिजिटल मीडिया पर खर्च 2024 में $10.1 अरब रहा, जिसमें से $4.59 अरब अकेले VoD यानी वीडियो-ऑन-डिमांड पर खर्च हुआ।
Netflix अब भारत में 1.2–1.5 करोड़ पेड सब्सक्राइबर्स तक पहुंच चुका है। इसके लोकल ओरिजिनल कंटेंट और स्मार्ट डिस्ट्रीब्यूशन स्ट्रैटेजीज ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। FY24 में Netflix इंडिया की रेवेन्यू 28.5% बढ़कर ₹2,845.7 करोड़ हुई और मुनाफा 49% बढ़कर ₹52.4 करोड़ पहुंच गया।
भारत अब Netflix के लिए नए पेड यूजर्स के लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा और रेवेन्यू ग्रोथ में तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है।
सरकार की ओर से क्रिएटर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए $1 अरब का फंड लॉन्च किया गया है, जिसका मकसद कंटेंट क्रिएटर्स को सपोर्ट देना और डिजिटल स्किल्स बढ़ाना है। साथ ही मुंबई में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजीज के लिए ₹400 करोड़ का बजट तय किया गया है।
इंडस्ट्री में विलय और अधिग्रहण का सिलसिला भी तेज हो गया है। Disney और Reliance के बीच $8.5 अरब का मर्जर इस साल की सबसे बड़ी डील्स में शामिल है, जिससे बनने वाली नई कंपनी 100 से ज्यादा टीवी चैनल्स और 5 करोड़ से ज्यादा स्ट्रीमिंग सब्सक्राइबर्स को संभालेगी।
यह मर्जर पारंपरिक टीवी को नई ऊर्जा देने के साथ-साथ डिजिटल कंटेंट इन्वेस्टमेंट को भी रफ्तार देगा।
भारत अब ग्लोबल मीडिया इनोवेशन का न सिर्फ प्रयोगशाला, बल्कि लॉन्चपैड भी बनता जा रहा है। चाहे वो AI से लैस कहानी कहने के नए प्लेटफॉर्म हों या लाइव इवेंट्स—हर दिशा में भारत नए प्रयोगों का केंद्र बन चुका है।
1 से 4 मई के बीच मुंबई में होने जा रही WAVES 2025 समिट इसका बड़ा प्रमाण है। टेड सारंडोस, एडम मोसेरी और नील मोहन जैसे ग्लोबल लीडर्स की मौजूदगी भारत की मीडिया इंडस्ट्री के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
आज जब पूरी दुनिया की नजरें भारत पर हैं, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि वैश्विक मीडिया का भविष्य अब यहीं से लिखा जाएगा।
हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) ने मार्च में ही खबर दी थी कि ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ समूह में सत्यजीत सेनगुप्ता की नियुक्ति हो सकती है
सत्यजीत सेनगुप्ता ने ‘हिन्दुस्तान टाइम्स मीडिया लिमिटेड’ (Hindustan Times Media Ltd) में एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर के पद पर जॉइन कर लिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘लिंक्डइन’ (Linkedin) पर सत्यजीत सेनगुप्ता ने खुद यह जानकारी शेयर की है।
बता दें कि हमारी सहयोगी वेबसाइट ‘एक्सचेंज4मीडिया’ (exchange4media) ने मार्च में ही खबर दी थी कि ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ समूह में सत्यजीत सेनगुप्ता की नियुक्ति हो सकती है। इससे पहले ‘e4m’ ने ‘दैनिक भास्कर’ समूह से सेनगुप्ता के इस्तीफे के बारे में खबर दी थी।
सत्यजीत सेनगुप्ता को मीडिया सेल्स व मार्केटिंग में काम करने का काफी अनुभव है। वर्ष 2017 से अब तक वह दैनिक भास्कर ग्रुप में चीफ कॉर्पोरेट सेल्स एंड मार्केटिंग ऑफिसर के रूप में कार्यरत थे। मुंबई स्थित कॉर्पोरेट कार्यालय से काम करते हुए वह सीधे कंपनी के डायरेक्टर गिरीश अग्रवाल को रिपोर्ट करते थे।
दैनिक भास्कर से पहले, सेनगुप्ता ने बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड (टाइम्स ग्रुप) में अहम पदों पर काम किया है। उन्होंने एसोसिएट वाइस प्रेजिडेंट और गुरुग्राम मेट्रो हेड के रूप में टाइम्स ग्रुप के सभी प्रकाशनों के लिए राजस्व वृद्धि का नेतृत्व किया।
उनका अनुभव इंडिया टुडे ग्रुप में भी रहा है, जहां उन्होंने डिप्टी ब्रांच हेड इम्पैक्ट के रूप में उत्तरी क्षेत्र में ऐड सेल्स को मैनेज किया। उन्होंने इस पद पर चार साल से अधिक समय तक काम किया। सेनगुप्ता ने 1998 में इंडियन एक्सप्रेस से अपने करियर की शुरुआत की थी।
नवनीत गौतम इससे पहले करीब सवा पांच साल से ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) में सोशल मीडिया स्ट्रैटेजी हेड के तौर पर कार्यरत थे।
‘इंडिया टीवी’ (India TV) ने नवनीत गौतम को चीफ मैनेजर (सोशल मीडिया) के पद पर नियुक्त किया है। नवनीत गौतम ने इस बारे में खुद सोशल मीडिया पर यह जानकारी शेयर की है।
नवनीत गौतम इससे पहले करीब सवा पांच साल से ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) में सोशल मीडिया स्ट्रैटेजी हेड के तौर पर कार्यरत थे। यहां वह एबीपी न्यूज, एबीपी आनंदा, एबीपी माझा, एबीपी सांझा, एबीपी अस्मिता, एबीपी गंगा, एबीपी नाडु, एबीपी बिहार और एबीपी देशम के लिए सोशल मीडिया कैंपेन, स्ट्रैटेजी और एग्जिक्यूशन की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
‘एबीपी नेटवर्क’ से पहले नवनीत गौतम ‘टाइम्स इंटरनेट’ (Times Internet), ‘द क्विंट’ (The Quint) और ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) में भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो ‘Pioneer Media School’ से ग्रेजुएट नवनीत गौतम ने ‘भारतीय विद्या भवन’ से जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
देशभर में 900 से ज्यादा निजी समाचार चैनलों के बीच अकेला दूरदर्शन ऐसा माध्यम है जो भारतीय संस्कृति, सच्चाई और जनसेवा जैसे मूलभूत सिद्धांतों को बिना किसी संपादकीय समझौते के लगातार आगे बढ़ा रहा है।
देशभर में 900 से ज्यादा निजी न्यूज चैनलों के बीच अकेला दूरदर्शन ऐसा माध्यम है जो भारतीय संस्कृति, सच्चाई और जनसेवा जैसे मूलभूत सिद्धांतों को बिना किसी संपादकीय समझौते के लगातार आगे बढ़ा रहा है। यह बात सूचना एवं प्रसारण और संसदीय कार्य राज्य मंत्री एल मुरुगन ने रविवार को चेन्नई दूरदर्शन केंद्र की स्वर्ण जयंती समारोह में कही।
उन्होंने कहा कि दूरदर्शन न केवल खबरों को सटीकता और निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करता है, बल्कि इसकी विषयवस्तु में संस्कृति, विज्ञान, खेल और परंपरा जैसी विविधता भी शामिल है, जो इसे सच्ची पत्रकारिता का प्रतीक बनाती है।
इस दौरान मंत्री ने यह चिंता भी जताई कि तमिलनाडु सरकार के एक अधिकारी ने कथित रूप से दूरदर्शन के पत्रकार को किसी सरकारी कार्यालय में खबर कवरेज के लिए आने से मना किया, जिसे उन्होंने प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताया। उन्होंने स्पष्ट किया कि दूरदर्शन संविधान के अनुच्छेद 19 (1)(क) के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और बिना किसी दबाव के पत्रकारिता करता है।
एल मुरुगन ने यह भी घोषणा की कि भारत पहली बार वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंटरटेनमेंट समिट (WAVES-2025) का आयोजन मुंबई में 1 से 4 मई तक करेगा। इस वैश्विक आयोजन में प्रिंट, टीवी, ओटीटी और सोशल मीडिया जैसे प्रमुख मीडिया क्षेत्र के प्रतिनिधि एक मंच पर एकत्र होंगे, जहां क्रिएटिव इकोनॉमी के नए अवसरों पर चर्चा की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सम्मेलन में एक पूरे दिन की उपस्थिति दर्ज कराएंगे।
सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि क्रिएटर्स की दुनिया और उनकी अर्थव्यवस्था एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है।
सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि क्रिएटर्स की दुनिया और उनकी अर्थव्यवस्था एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है। यह बातचीत मुंबई में 1 से 4 मई तक होने जा रहे पहले वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES) से पहले आयोजित की गई थी। इस चर्चा में देशभर के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर के करीब 20 मीडिया संगठनों ने भाग लिया।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि तकनीक के आने से पारंपरिक मॉडल पीछे छूट रहा है और एक नया मॉडल उभर रहा है, जिससे नई संभावनाएं भी बन रही हैं और चुनौतियां भी। उन्होंने कहा कि मीडिया की दुनिया तेजी से बदल रही है और देश के तौर पर हमें इस बदलाव के साथ सामूहिक रूप से तालमेल बिठाने की जरूरत है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि अब वह समय नहीं रहा जब अच्छा कंटेंट बनाने के लिए किसी बड़े स्टूडियो की आवश्यकता होती थी। आज झारखंड या केरल के किसी दूरस्थ गांव का क्रिएटर भी बेहतरीन क्वालिटी का कंटेंट बनाकर लाखों व्यूज हासिल कर सकता है। उन्होंने बताया कि क्रिएटर्स की अर्थव्यवस्था बहुत तेज़ी से बढ़ रही है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के क्रिएटर्स के काम को सराहा है और वैश्विक मंच पर भारत की सॉफ्ट पावर को बढ़ावा देने में उनकी भूमिका को स्वीकार किया है। उन्होंने कहा, “WAVES का उद्देश्य मीडिया और मनोरंजन जगत के लिए एक वैश्विक मंच के रूप में विकसित होना है, ठीक वैसे ही जैसे दावोस आर्थिक नीतियों के लिए एक वैश्विक मंच बन चुका है।”
मंत्री ने कहा, “हम अपने क्रिएटर्स को दुनिया से जोड़ने का एक नया रास्ता खोज रहे हैं। WAVES एक ऐसा मंच बन रहा है जो क्रिएटर्स, खरीदारों और बाजारों को जोड़ने का काम कर रहा है, ताकि रचनात्मक समाधान वैश्विक स्तर पर पहुंच सकें।” उन्होंने बताया कि इस मंच के ज़रिए कंटेंट क्रिएटर्स को अपनी रचनाएं प्रस्तुत करने और कंपनियों को गुणवत्तापूर्ण रचनात्मक कार्य खरीदने का अवसर मिल रहा है।
इस संवाद में भाग लेते हुए विभिन्न मीडिया संगठनों के प्रमुखों ने WAVES जैसे नवाचारी विचार की कल्पना करने के लिए सरकार की सराहना की, जो नीति निर्माताओं, क्रिएटर्स, इंडस्ट्री लीडर्स, टेक्नोलॉजी कंपनियों और स्टार्टअप्स को एक मंच पर लाने का प्रयास है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए कहा कि भविष्य की मीडिया संरचना को आकार देने में सामूहिक संवाद की अहम भूमिका होगी। उन्होंने बताया कि मंत्रालय सभी हितधारकों के साथ जुड़ने के लिए प्रतिबद्ध है और WAVES 2025 की तैयारी में मीडिया संगठनों की सक्रिय भागीदारी को सराहा।
'नेटवर्क18' (Network18) ने नलिन मेहता को अपने संपादकीय कार्यों के लिए चीफ AI ऑफिसर नियुक्त किया है।
'नेटवर्क18' (Network18) ने नलिन मेहता को अपने संपादकीय कार्यों के लिए चीफ AI ऑफिसर नियुक्त किया है। नलिन फिलहाल मनीकंट्रोल के मैनेजिंग एडिटर के रूप में कार्यरत हैं।
इस नई भूमिका में नलिन Network18 के विभिन्न ब्रैंड्स में AI को संपादकीय कार्यप्रणाली के साथ एकीकृत करने की दिशा का नेतृत्व करेंगे। वह AI-सक्षम कंटेंट सॉल्यूशन्स के इनोवेशन पर काम करेंगे, पत्रकारिता में AI के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग के लिए एक रूपरेखा स्थापित करेंगे और एक ऐसा सहयोगात्मक AI ईकोसिस्टम तैयार करेंगे जो संपादकीय, टेक्नोलॉजी, प्रॉडक्ट और डिजाइन टीम्स को जोड़े।
उनका प्रमुख फोकस नेटवर्क के पत्रकारों को AI से लैस करना और ऐसे संपादकीय प्रोसेस तैयार करना होगा, जिनमें AI को एक मूलभूत उपकरण के रूप में शामिल किया जा सके, वह भी पत्रकारिता की नैतिकता और सटीकता से समझौता किए बिना।
यह संपादकीय AI परिवर्तन Network18 के इन-हाउस डेवलप किए गए AI टूल ‘Answers’ के माध्यम से संचालित होगा। नलिन संपादकीय नेतृत्व और टेक्निकल टीमों के साथ मिलकर हर ब्रैंड के लिए कस्टमाइज़्ड और विशिष्ट AI समाधान विकसित करेंगे।
अपनी इस नई जिम्मेदारी के साथ-साथ नलिन मनीकंट्रोल के मैनेजिंग एडिटर की भूमिका में भी बने रहेंगे, जहां उन्होंने पिछले एक साल में बिजनेस पत्रकारिता को एक नया आयाम देने में अहम भूमिका निभाई है।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और सूचना-प्रसारण मंत्रालय में दो वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने इलेक्ट्रॉनिक्स व सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) और सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) में दो वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।
नगालैंड कैडर के 1995 बैच के आईएएस अधिकारी अभिषेक सिंह को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (NIC) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। वे इस पद को भारत सरकार के अपर सचिव (Additional Secretary) के दर्जे और वेतनमान में संभालेंगे। साथ ही, वे इसी मंत्रालय में पहले से जो अतिरिक्त जिम्मेदारी (Additional Charge) अपर सचिव के रूप में निभा रहे हैं, उसे भी जारी रखेंगे।"
अभिषेक सिंह को शासन, नीति निर्माण और तकनीक आधारित सार्वजनिक प्रशासन में 29 वर्षों का विविध अनुभव है। इससे पहले, वे MyGov इंडिया और नेशनल ई-गवर्नेंस डिवीजन (NeGD) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के तौर पर देशभर में ई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट्स को क्रियान्वित करने में अहम भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने हार्वर्ड कैनेडी स्कूल ऑफ गवर्नमेंट से 2013 में मेसन फेलो के रूप में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की है।
इसी दौरान एक अन्य महत्वपूर्ण नियुक्ति में, 1993 बैच के इंडियन रेलवे पर्सनल सर्विस (IRPS) अधिकारी प्रभात को सूचना-प्रसारण मंत्रालय में अपर सचिव नियुक्त किया गया है। वर्तमान में वे अपने कैडर में कार्यरत हैं।
सरकार द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों में प्रशासनिक नेतृत्व को मजबूत करने की दिशा में ये नियुक्तियां की गई हैं।
प्रभात ने भारतीय रेल में विभिन्न जिम्मेदारियों का सफलतापूर्वक निर्वहन किया है। उन्होंने राजनीतिक विज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की है और रेलवे सेक्टर में पर्सनल मैनेजमेंट के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें सराहा गया है।
आज मीडिया और विज्ञापन जगत के लोग मिलकर एसेंसमीडियाकॉम ( EssenceMediacom) में साउथ एशिया के सीईओ नवीन खेमका को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं दे रहे हैं।
आज मीडिया और विज्ञापन जगत के लोग मिलकर एसेंसमीडियाकॉम ( EssenceMediacom) में साउथ एशिया के सीईओ नवीन खेमका को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं दे रहे हैं।
भारतीय मीडिया जगत को बीते 25 वर्षों से दिशा देने और लगातार नये आयाम देने वाले नवीन खेमका का करियर नेतृत्व, नवाचार और उद्देश्यपूर्ण विकास का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। चाहे बात Airtel के इंटीग्रेटेड इंपैक्ट मीडिया राइड की हो या Samsung India के मीडिया स्ट्रैटेजी इंजन की, नवीन ने हमेशा देश में कई पहली पहल की शुरुआत की है। Paytm, PepsiCo, Hero MotoCorp और Tata जैसे बड़े ब्रैंड्स की मीडिया स्ट्रैटजीस तैयार कर उन्होंने भारत में मीडिया की दिशा और धार को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
उनकी कार्यशैली की जड़ में एक सरल लेकिन शक्तिशाली विचार है- “जो ब्रैंड के लिए अच्छा है, वही आपके लिए अच्छा है।” यही सोच न केवल व्यवसायों को बढ़ाने में सहायक रही, बल्कि प्रतिभाओं को तराशने, आइकॉनिक कैंपेन तैयार करने और रणनीतिक ब्रैंड संवादों में मीडिया की भूमिका को और सशक्त बनाने में भी मददगार रही है।
Mudra और Mindshare में अपने शुरुआती दिनों से लेकर MediaCom और अब EssenceMediacom में उनकी परिवर्तनकारी नेतृत्व यात्रा तक, नवीन ने मीडिया को केवल लागत से जुड़ी इकाई से निकालकर एक रणनीतिक शक्ति केंद्र में बदलने का काम किया है। उपभोक्ता अंतर्दृष्टि और प्रदर्शन से जुड़े मानकों के अनूठे संयोजन ने उन्हें इंडस्ट्री के सबसे सम्मानित नेताओं में से एक बना दिया है।
चाहे वह 1500 से अधिक प्रोफेशनल्स को एक सहज विलय के लिए एक साथ लाना हो या साउथ एशिया में एजेंसी और क्लाइंट के रिश्तों को एक नई परिभाषा देना, नवीन खेमका लगातार नए मानक स्थापित कर रहे हैं, वह भी बेहद आत्मविश्वास, सादगी और हमेशा भविष्य की सोच के साथ।
उनकी यह यात्रा न केवल प्रेरणादायक है, बल्कि इंडस्ट्री के लिए एक नई दिशा भी तय करती है।