डिजिटल पाइरेसी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में, केरल में दो व्यक्तियों को वेबसाइट्स के संचालन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जो कॉपीराइट कंटेंट को अवैध रूप से स्ट्रीम कर रहे थे।
डिजिटल पाइरेसी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई में, केरल में दो व्यक्तियों को वेबसाइट्स के संचालन के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जो कॉपीराइट कंटेंट को अवैध रूप से स्ट्रीम कर रहे थे। ये गिरफ्तारियां 5 और 6 मार्च को पेरुंबवूर और मल्लपुरम में की गईं। यह कार्रवाई स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पिछले साल 18 दिसंबर को कोच्चि में साइबर पुलिस के पास दर्ज कराई गई आपराधिक शिकायत के आधार पर हुई।
शिकायत का केंद्र वेबसाइट Neeplay.com थी, जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, अमेरिका, अफ्रीका, यूनाइटेड किंगडम, मध्य पूर्व, यूरोप और श्रीलंका सहित कई देशों के कंटेंट पाइरेटेड तरीके से स्ट्रीम कर रही थी। इस वेबसाइट पर लाइव एंटरटेनमेंट चैनल और स्पोर्ट्स कंटेंट उपलब्ध कराए जा रही थे, जिसमें Star Sports, Sky Sports, Sony और ESPN जैसे प्रमुख ब्रॉडकास्टर्स के चैनल शामिल थे।
जांच में खुलासा हुआ कि Neeplay.com लॉन्च करने से पहले, वेबसाइट के डेवलपर ने "Mhdworld" नामक एक अन्य पाइरेटेड वेबसाइट बनाई थी, जिसे बाद में बेच दिया गया था। रिपोर्ट के अनुसार, Neeplay.com पर प्रति माह लगभग 2.5 मिलियन (25 लाख) विजिटर आते थे।
इस मामले में एफआईआर संख्या 51/2024 को कोच्चि साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 43(b) और 66 व कॉपीराइट अधिनियम, 1957 की धारा 37(3) के तहत दर्ज किया गया। यह शिकायत स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के एक प्रतिनिधि द्वारा दर्ज कराई गई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि Neeplay.com वेबसाइट और एक संबंधित टेलीग्राम ग्रुप के माध्यम से कॉपीराइट कंटेंट का अनधिकृत प्रसारण किया जा रहा था।
एफआईआर में उल्लिखित अपराध का स्वरूप स्टार इंडिया के कंटेंट का अवैध रूप से लाइव स्ट्रीमिंग करना था, जिसमें विभिन्न चैनल्स और कार्यक्रम शामिल थे। यह अवैध पुनरुत्पादन और वितरण सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और कॉपीराइट अधिनियम का उल्लंघन है, जो प्रसारण अधिकारों की सुरक्षा करता है।
ये गिरफ्तारियां डिजिटल पाइरेसी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम हैं, जो दुनियाभर में कंटेंट क्रिएटर्स और ब्रॉडकास्टर्स के लिए एक बढ़ती चिंता का विषय बना हुआ है। पाइरेसी न केवल मनोरंजन और खेल उद्योग को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाती है, बल्कि इससे सुरक्षा संबंधी खतरे भी उत्पन्न होते हैं। इस मामले में, Neeplay.com वेबसाइट एक प्रतिबंधित पाकिस्तानी लाइव चैनल को भी स्ट्रीम कर रही थी, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे भी सामने आए।
Neeplay.com और इसके संचालकों पर की गई यह कार्रवाई स्टार इंडिया द्वारा पहले की गई कानूनी कार्रवाइयों के बाद आई है। कंपनी ने इससे पहले John Doe आदेशों के माध्यम से ऐसे डोमेन को ब्लॉक करने की कोशिश की थी, लेकिन ऑनलाइन पाइरेसी की समस्या को स्थायी रूप से रोकने में कानूनी उपाय अक्सर प्रभावी नहीं हो पाते।
इस पूरे मामले की जांच और गिरफ्तारियां कोच्चि साइबर पुलिस द्वारा की गईं, जिसका नेतृत्व असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस मुरली एम.के. ने किया। एफआईआर को साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, कोच्चि में सब-इंस्पेक्टर शिलाश वी.एम. द्वारा दर्ज किया गया था।
यह मामला डिजिटल युग में कंटेंट क्रिएटर्स और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सामने आने वाली निरंतर चुनौतियों को उजागर करता है। जैसे-जैसे तकनीक विकसित हो रही है, वैसे-वैसे डिजिटल पाइरेसी में संलग्न लोगों के तरीके भी अधिक परिष्कृत होते जा रहे हैं। Mhdworld और Neeplay.com के पीछे मौजूद दो डेवलपर्स की गिरफ्तारी यह दर्शाती है कि अधिकारी बौद्धिक संपदा अधिकारों की सुरक्षा और डिजिटल कंटेंट वितरण की वैधता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
भारत के डिजिटल न्यूज स्पेस में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। ComScore की मार्च 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक, Network18 ने डिजिटल रीच के मामले में Times Internet को पीछे छोड़ दिया है।
भारत के डिजिटल न्यूज स्पेस में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। ComScore की मार्च 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक, Network18 ने डिजिटल रीच के मामले में Times Internet को पीछे छोड़ दिया है।
ComScore MMX की रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया और नेटिव प्लेटफॉर्म्स को मिलाकर Network18 के पास 315 मिलियन यूनिक विजिटर्स (UVs) की मजबूत मौजूदगी रही, जबकि Times Internet इस दौड़ में 202 मिलियन UVs के साथ दूसरे नंबर पर रहा।
Network18 के प्रमुख पोर्टल News18.com ने 251 मिलियन UVs दर्ज किए, जो The Times of India की 183 मिलियन UVs की तुलना में काफी अधिक है। इस आंकड़े के साथ News18.com देश का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला डिजिटल न्यूज ब्रैंड बन गया है।
ComScore की Media Metrix Social रिपोर्ट के अनुसार, Network18 की रीच भारत के कुल 389 मिलियन सोशल मीडिया यूजर्स में से 54% तक रही। यह आंकड़ा इसके सबसे नजदीकी प्रतिद्वंद्वी TV9 नेटवर्क से दोगुना है।
यदि सोशल मीडिया ट्रैफिक को अलग कर दिया जाए, तब भी Network18 ने News & Information श्रेणी में बढ़त बनाई रखी। इस श्रेणी में उसे 183.2 मिलियन UVs मिले, जबकि Times Internet 182.3 मिलियन UVs के साथ मामूली अंतर से पीछे रहा।
Network18 की भारतीय भाषाओं में प्रकाशित न्यूज वेबसाइट्स ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया, जहां 182 मिलियन UVs दर्ज किए गए। यह आंकड़ा क्षेत्रीय बाजारों में इसकी मजबूत पकड़ को दर्शाता है।
वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा द्वारा संचालित डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म '4PM' को यूट्यूब पर एक्सेस करना अब संभव नहीं है।
वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा द्वारा संचालित डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म '4PM' को यूट्यूब पर एक्सेस करना अब संभव नहीं है। जानकारी के मुताबिक, यह कार्रवाई राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी शिकायतों के आधार पर की गई है।
सूत्रों का कहना है कि सूचना-सारण मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद चैनल को हटाया गया। हालांकि, अभी तक इस संबंध में यूट्यूब की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है।
चैनल बंद किए जाने के बाद संपादक संजय शर्मा ने इस कदम पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि वह इसे न्यायिक स्तर पर चुनौती देंगे। उनका कहना है कि देश में डिजिटल मीडिया की स्वतंत्र आवाजों पर बढ़ती पाबंदियां चिंता का विषय बन चुकी हैं।
बता दें कि '4PM' लंबे समय से सोशल मीडिया पर सक्रिय रहा है और विभिन्न सामयिक व सामाजिक मुद्दों पर मुखर रिपोर्टिंग करता रहा है।
पहलगाम आतंकी हमले की रिपोर्टिंग को लेकर भारत सरकार ने BBC के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है।
पहलगाम आतंकी हमले की रिपोर्टिंग को लेकर भारत सरकार ने BBC के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। सरकार ने BBC की उस रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है जिसमें कश्मीर के इस हमले को “मिलिटेंट अटैक” कहा गया था। सरकार का कहना है कि यह शब्द न सिर्फ भ्रामक है बल्कि आतंकवाद की गंभीरता को कम करके दर्शाता है।
विदेश मंत्रालय की ओर से BBC इंडिया की प्रमुख जैकी मार्टिन को औपचारिक पत्र भेजा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पत्र में कहा गया है कि इस तरह की भाषा से आतंकवाद जैसे गंभीर मसले को हल्के में लेना प्रतीत होता है, जो कि किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।
सरकार की ओर से साफ कर दिया गया है कि BBC की रिपोर्टिंग पर अब लगातार नजर रखी जाएगी। बताया गया है कि विदेश प्रचार और सार्वजनिक कूटनीति विभाग ने BBC को भारत की कड़ी भावनाओं से अवगत करा दिया है।
गौरतलब है कि BBC की रिपोर्ट का शीर्षक था— "Pakistan suspends visas for Indians after deadly Kashmir attack"। रिपोर्ट में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए 26 लोगों की घटना को “मिलिटेंट अटैक” बताया गया, जिसे लेकर भारत सरकार ने रिपोर्टिंग को पक्षपातपूर्ण करार दिया।
यह मामला ऐसे वक्त सामने आया है जब हाल ही में अमेरिकी सीनेट की विदेश मामलों की कमेटी ने न्यूयॉर्क टाइम्स की भी इसी तरह की रिपोर्टिंग की आलोचना की थी। न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी पहलगाम हमले को “मिलिटेंट अटैक” बताया था, जिसके बाद अमेरिकी कमेटी ने ‘मिलिटेंट’ शब्द को हटाकर ‘आतंकवादी’ शब्द का उपयोग किया और कहा कि यह स्पष्ट रूप से आतंकवादी हमला था।
भारत सरकार ने BBC को स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे शब्द चयन से न केवल मीडिया की विश्वसनीयता प्रभावित होती है, बल्कि यह आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को भी कमजोर करता है।
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार ने कई सख्त कदम उठाए हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के कई यूट्यूब चैनल्स पर भी बैन लगा दिया है
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र सरकार ने कई सख्त कदम उठाए हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के कई यूट्यूब चैनल्स पर भी बैन लगा दिया है। बताया जा रहा है कि ये चैनल भारत के खिलाफ गलत सूचनाएं फैला रहे थे, जिसके चलते उन पर यह कार्रवाई की गई है।
सूत्रों के मुताबिक डॉन न्यूज, जिओ न्यूज, ARY न्यूज और समा न्यूज सहित पाकिस्तान के 16 यूट्यूब चैनल्स को भारत में ब्लॉक कर दिया गया है। इन सभी चैनल्स पर भारत विरोधी दुष्प्रचार फैलाने का आरोप है।
सुरक्षा को लेकर लगातार सख्ती
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए, जिसमें भारत ने सिंधु जल समझौते को अस्थायी तौर पर रोकने का निर्णय भी शामिल है। यह कदम भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर उठाया गया है।
इसके अलावा, सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों को सार्क के तहत दी गई वीजा छूट वापस ले ली है। भारत में मौजूद पाकिस्तानी दूतावास को बंद करने की भी प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। साथ ही, पाकिस्तानी राजनयिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है।
जमीनी संपर्क भी होगा खत्म
सरकार ने अटारी बॉर्डर चेकपोस्ट को भी बंद करने का निर्णय लिया है, जिससे भारत और पाकिस्तान के बीच जमीन के रास्ते संपर्क भी समाप्त हो जाएगा। ये सभी फैसले भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और आंतरिक स्थिरता को ध्यान में रखते हुए लिए गए हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई थी, जबकि कई अन्य घायल हुए थे। इस हमले के बाद से ही भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है।
अनुश्रव गुलाटी को टेक्नोलॉजी, डिजिटल मीडिया, प्रोग्रामैटिक ऐडवर्टाजिंग और रेवेन्यू ग्रोथ के क्षेत्र में काम करने का 25 साल से ज्यादा का अनुभव है।
‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) ने अनुश्रव गुलाटी को अपने डिजिटल मीडिया डिपार्टमेंट में चीफ डिजिटल ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया है। उनकी नियुक्ति तत्काल प्रभाव से प्रभावी हो गई है।
अनुश्रव गुलाटी को टेक्नोलॉजी, डिजिटल मीडिया, प्रोग्रामैटिक ऐडवर्टाजिंग और रेवेन्यू ग्रोथ के क्षेत्र में काम करने का 25 साल से ज्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपनी करियर की शुरुआत टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) से की थी और फिर इंफोसिस टेक्नोलॉजीज, LetBuy.com, Lime Spot Technologies और GlobalLogic जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में विभिन्न टेक्नोलॉजी और प्रॉडक्ट लीडरशिप भूमिकाओं में कार्य किया, जहां उन्होंने ग्लोबल क्लाइंट्स के लिए प्रभावशाली डिजिटल सॉल्यूशंस प्रदान किए
बाद के वर्षों में अनुश्रव ने डिजिटल मीडिया और विज्ञापन ईकोसिस्टम में प्रवेश करते हुए नेटवर्क18, इंडिया टीवी, Timescity.com और टाइम्स इंटरनेट जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में डिजिटल परिवर्तन और रेवेन्यू ग्रोथ की दिशा में लीडरशिप भूमिका निभाई।
इसके साथ ही, उन्होंने TVOptima के साथ एंटरप्रिन्योर के फील्ड में भी हाथ आजमाया और विज्ञापन-तकनीक (ad-tech) स्टार्टअप्स के साथ काम किया और उनकी डिजिटल क्षमताओं को बढ़ाने और विज्ञापन परिणामों को बेहतर बनाने आदि में काफी योगदान दिया।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो अनुश्रव गुलाटी ने एनआईटी कुरुक्षेत्र से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री और आईआईएम कोलकाता से स्पेशल मैनेजमेंट प्रोग्राम किया है।
Applause एंटरटेनमेंट ने आज अपने नए बच्चों के एनिमेशन चैनल ‘ApplaToon’ की घोषणा की, जो विशेष रूप से YouTube पर उपलब्ध होगा।
Applause एंटरटेनमेंट ने बच्चों के लिए ‘ApplaToon’ नाम से एक नया चैनल लॉन्च करने की घोषणा की, जो विशेष रूप से YouTube पर उपलब्ध होगा। इस चैनल की शुरुआत हो रही है इसके पहले ओरिजिनल एनिमेटेड शो Kiya & Kayaan से, जो लोकप्रिय Amar Chitra Katha Junior Library पर आधारित है। शो का ऑफिशियल ट्रेलर मंगलवार जारी किया गया, जिसमें इस जादुई दुनिया की पहली झलक दिखाई गई। सीरीज 25 अप्रैल से ApplaToon के YouTube चैनल पर स्ट्रीम होगी।
4 से 8 साल के बच्चों को ध्यान में रखकर बनाए गए इस शो में दो कल्पनाशील भाई-बहन की कहानी है, जो अचानक VR हेडसेट्स पा जाते हैं। ये हेडसेट्स उन्हें ले जाते हैं Storyland — एक ऐसी रोमांचक दुनिया जो भारतीय पौराणिक कथाओं और लोककथाओं पर बनी है। इस सफर में उन्हें मिलती है प्राचीन ज्ञान, रहस्यमयी किरदारों से मुलाकात और साहसिक मिशन, जिनके जरिए उन्हें जिज्ञासा, हिम्मत और संवेदना जैसे मूल्यों की समझ मिलती है।
Amar Chitra Katha के साथ एक ऐतिहासिक साझेदारी में Applause एंटरटेनमेंट ने इसके 400 से ज्यादा आइकॉनिक कॉमिक्स के अधिकार हासिल किए हैं, जिन्हें अब नए तरीके से एनिमेटेड सीरीज में पेश किया जाएगा। Kiya & Kayaan इस पहल की पहली कड़ी है। इस सीरीज को Applause एंटरटेनमेंट ने बनाया है, डायरेक्शन किया है संजीव साहू ने और इसके प्रोडक्शन पार्टनर्स हैं Popcorn Animation Studio, Prayan Animation Studio Pvt. Ltd., Living Pixels और Warnick Studios।
Applause एंटरटेनमेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर समीर नायर ने कहा, “ApplaToon के जरिए हम बच्चों के एनिमेशन की एक नई और रोमांचक दुनिया में कदम रख रहे हैं। यह सिर्फ एक नया वर्टिकल नहीं, बल्कि युवा कल्पनाओं को मजबूत भारतीय कहानियों से जोड़ने का मौका है। Kiya & Kayaan, जो Amar Chitra Katha Junior Library पर आधारित है, के माध्यम से हम तकनीक, पौराणिकता और भावना को एकसाथ ला रहे हैं। YouTube हमें इसे बड़े पैमाने पर दुनिया भर के दर्शकों तक पहुंचाने का मौका देता है।”
Amar Chitra Katha की प्रेसिडेंट और CEO प्रीति व्यास ने कहा, “Amar Chitra Katha दशकों से भारतीय सांस्कृतिक विरासत को कॉमिक्स के जरिए पीढ़ियों तक पहुंचाता रहा है। Kiya & Kayaan के जरिए हमारे किरदार अब एनिमेशन में जीवंत हो रहे हैं। यह एक जादुई जरिया है, जिससे बच्चे भारतीय पौराणिक कथाओं, लोककथाओं, संस्कृति और इतिहास से जुड़ेंगे। Applause एंटरटेनमेंट के साथ हमारा यह सहयोग आज के डिजिटल युग के बच्चों के लिए इन अमर कथाओं को रोमांचक और सुलभ बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।”
वह इंडिया टुडे ग्रुप के दिल्ली तक में ट्रेनी इंटर्नशिप के तौर पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं। युवराज सिंह कई राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के आईटी सेल में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर चुके हैं।
युवा पत्रकार युवराज सिंह ने नोएडा स्थित 'भारत 24' न्यूज चैनल के साथ पत्रकारिता में अपने नए सफर की शुरुआत की है। उन्होंने चैनल की डिजिटल टीम में बतौर कंटेंट राइटर जॉइन किया है। बता दें कि युवराज सिंह इससे पहले 'MH One News' में सब एडिटर और हिन्दी ख़बर (Hindi Khabar) में असिस्टेंट प्रोड्यूसर के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
वह इंडिया टुडे ग्रुप के दिल्ली तक (Dilli Tak) में ट्रेनी इंटर्नशिप के तौर पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं। युवराज सिंह कई राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के आईटी सेल में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर चुके हैं। इसके अलावा स्वसंचालित यूट्यूब चैनल ‘देश के साथ’ (Desh Ke Sath) के लिए ग्राउंड रिपोर्टिंग और एंकरिंग कर चुके हैं।
मूलरूप से युवराज सिंह उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से हैं। पत्रकारिता व जनसंपर्क के क्षेत्र में काम करने का उन्हें करीब तीन का अनुभव है। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो युवराज सिंह ने भोपाल के ‘माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय’ से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया है।
वह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे हैं। समाचार4मीडिया की ओर से युवराज सिंह को नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'शेयरचैट' (ShareChat) ने अपने चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) मनोहर चरण को अब कंपनी का को-फाउंडर घोषित किया है।
लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'शेयरचैट' (ShareChat) ने अपने चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) मनोहर चरण को अब कंपनी का को-फाउंडर (Co-founder) घोषित किया है। इस अहम अपडेट की जानकारी खुद मनोहर चरण ने LinkedIn पोस्ट के जरिए साझा की है। वे अब CFO और Co-founder दोनों भूमिकाएं एक साथ निभाएंगे।
मनोहर चरण नवंबर 2020 से ShareChat के CFO के तौर पर कार्यरत हैं। इससे पहले उन्होंने अक्टूबर 2019 में कॉरपोरेट डेवलपमेंट व स्ट्रैटजिक फाइनेंस में वाइस प्रेजिडेंट के रूप में कंपनी जॉइन की थी।
ShareChat से पहले चरण Zomato में काम कर चुके हैं और उन्होंने Uber जैसी ग्लोबल टेक कंपनी में भी अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं।
उनकी नई भूमिका को कंपनी के रणनीतिक विस्तार और वित्तीय दिशा के लिहाज से एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाते हुए कहा है कि किसी पोस्ट को केवल 'लाइक' करना उसे न तो प्रकाशित करने के बराबर है और न ही प्रसारित करने जैसा माना जा सकता है।
सोशल मीडिया पर किसी पोस्ट को 'लाइक' करना क्या अपराध की श्रेणी में आता है? इस सवाल पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाते हुए कहा है कि किसी पोस्ट को केवल 'लाइक' करना उसे न तो प्रकाशित करने के बराबर है और न ही प्रसारित करने जैसा माना जा सकता है। इसलिए यह सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 के तहत अपराध नहीं माना जाएगा।
यह फैसला जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव की एकल पीठ ने दिया। उन्होंने आगरा निवासी इमरान खान की ओर से दायर याचिका को स्वीकार करते हुए उनके खिलाफ चल रही आपराधिक कार्यवाही को निरस्त कर दिया।
2019 में आगरा के मंटोला थाने में इमरान खान के खिलाफ IPC की धाराओं 147, 148, 149, आईटी एक्ट की धारा 67 और आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज हुआ था। पुलिस का आरोप था कि इमरान ने सोशल मीडिया पर एक भड़काऊ पोस्ट को 'लाइक' किया, जिसके बाद करीब 600-700 लोग बिना अनुमति के जुलूस निकालने के लिए इकट्ठा हो गए, जिससे सार्वजनिक शांति को खतरा हुआ।
सरकारी पक्ष का कहना था कि साइबर सेल की रिपोर्ट में सोशल मीडिया पर ऐसी सामग्री का उल्लेख है जो हिंसा भड़का सकती थी। जबकि इमरान के वकील ने दलील दी कि याचिकाकर्ता ने खुद कोई पोस्ट नहीं किया और न ही कोई भड़काऊ संदेश फैलाया। फेसबुक अकाउंट की जांच में भी कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली।
हाई कोर्ट ने स्पष्ट किया कि किसी पोस्ट को 'लाइक' करना, उसे 'शेयर' या 'रीट्वीट' करने से अलग है। कोर्ट ने कहा कि ‘प्रकाशित’ का अर्थ है उसे सार्वजनिक रूप से पोस्ट करना, जबकि ‘प्रसारित’ तब कहा जा सकता है जब कोई पोस्ट को आगे साझा करता है। इस मामले में याचिकाकर्ता ने महज एक पोस्ट को लाइक किया था, जो कानूनन अपराध नहीं माना जा सकता।
इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा कि आईटी एक्ट की धारा 67 का इस्तेमाल अश्लील सामग्री से जुड़े मामलों में होता है, न कि सामाजिक या राजनीतिक रूप से संवेदनशील पोस्ट को लेकर। इसलिए इस मामले में वह धारा लागू नहीं होती।
हाई कोर्ट ने इमरान खान के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही को रद्द कर दिया, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई अन्य कानूनी बाधा न हो तो ट्रायल कोर्ट अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही जारी रख सकता है।
यह फैसला डिजिटल अभिव्यक्ति और सोशल मीडिया के दायरे में आने वाले कानूनी विवादों को लेकर एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
CNN अब टीवी के पारंपरिक मॉडल से आगे बढ़ते हुए डिजिटल सब्सक्रिप्शन सेवाओं की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
CNN अब टीवी के पारंपरिक मॉडल से आगे बढ़ते हुए डिजिटल सब्सक्रिप्शन सेवाओं की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। चैनल के सीईओ मार्क थॉम्पसन ने फाइनेंशियल टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में इस बात की पुष्टि की।
थॉम्पसन ने बताया कि CNN इस साल कम से कम एक स्ट्रीमिंग प्रोडक्ट लॉन्च करने की योजना पर काम कर रहा है। यह फैसला टीवी कारोबार पर बढ़ते दबाव के बीच लिया गया है।
उन्होंने कहा, "हम डिजिटल प्रोडक्ट्स का एक पूरा पोर्टफोलियो तैयार करना शुरू कर चुके हैं, जिसमें सब्सक्रिप्शन मॉडल को प्राथमिकता दी जा रही है।"
थॉम्पसन का मानना है कि डिजिटल सब्सक्रिप्शन के जरिए CNN साल 2030 तक सालाना एक अरब डॉलर से ज्यादा का रेवेन्यू कमा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, CNN की पैरेंट कंपनी Warner Bros. Discovery ने चैनल को एक नया मुकाम देने के लिए 70 मिलियन डॉलर (करीब 580 करोड़ रुपये) से अधिक की राशि आवंटित की है।
थॉम्पसन ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि यह काम आसान है। हमारा पूरा इंडस्ट्री एक बड़े बदलाव से गुजर रहा है। ऑडियंस और मीडिया की दुनिया में जिस तरह की उथल-पुथल चल रही है, वह अपने आप में एक बड़ी चुनौती है।"
CNN का यह कदम मीडिया जगत में डिजिटल की बढ़ती ताकत को स्वीकार करने और भविष्य के लिए खुद को तैयार करने की दिशा में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।