राधिका व प्रणय रॉय के नए डिजिटल वेंचर deKoder ने 'काउंटिंग-डे' पर पकड़ी रफ्तार

एनडीटीवी के को-फाउंडर्स और पूर्व को-पर्सन्स राधिका और प्रणय रॉय के दिमाग की उपज 'डीकोडर' (deKoder) की लोकप्रियता बढ़ रही है।

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Tuesday, 04 June, 2024
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एनडीटीवी के को-फाउंडर्स व पूर्व को-चेयरपर्सन्स राधिका और प्रणय रॉय के दिमाग की उपज 'डीकोडर' (deKoder) की लोकप्रियता बढ़ रही है। चुनाव विश्लेषणों को समझने और जटिल वैश्विक मुद्दों को सरल बनाने के उद्देश्य से शुरू किए गए इस प्लेटफॉर्म ने खास तौर पर चुनाव मतगणना के दिन (काउंटिंग-डे) काफी ध्यान आकर्षित किया है।

डीकोडर डिजिटल की डायरेक्टर तारा रॉय ने हमारी सहयोगी वेबसाइट 'एक्सचेंज4मीडिया' को दिए एक एक्सक्लूविस इंटरव्यू में बताया कि इस प्लेटफॉर्म ने अपनी स्थापना के बाद से लगातार वृद्धि दर्ज की है। तारा रॉय ने कहा, 'इसका स्वागत बहुत सकारात्मक रहा है। दर्शक डीकोडर द्वारा प्रदान किए जाने वाले विश्लेषण की स्पष्टता और गहराई की सराहना करते हैं, खासकर चुनाव मतगणना जैसे महत्वपूर्ण समय पर।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि डॉ. प्रणय रॉय की प्रतिष्ठित चुनाव कवरेज, जो अब डीकोडर पर प्रदर्शित होती है, काफी ध्यान आकर्षित कर रही है। उनकी विशेषज्ञता और विश्वसनीयता को हमेशा बहुत महत्व दिया गया है और इस नए प्लेटफॉर्म पर उनके आने से विश्वसनीय दर्शक वर्ग जुड़ा है।

डीकोडर में स्ट्रैटजी व बिजनेस के चीफ रचित तिवारी ने आज के मीडिया परिवेश में वेंचर की अनूठी सफलता के बारे में विस्तार से बताया। रचित तिवारी ने बताया, "मीडिया के शोरगुल से भरे इस दौर में, डीकोडर ने कुछ अलग पेश कर (कम शोर और ज्यादा विश्वसनीय जानकारी) अपनी एक विशेष पहचान बनायी है। उन्होंने इस प्लेटफॉर्म की खास अपील को Gen Z दर्शकों को हाईलाइट किया, जो पारंपरिक मीडिया के फॉर्मेट से बहुत ज्यादा निराश नजर आ रहे हैं और विश्वसनीय व अच्छी तरह से क्यूरेट किए गए कंटेंट की तलाश कर रहे हैं। आज सुबह के आंकड़े भी यही दर्शाते हैं। आज सुबह 10:45 बजे ट्विटर पर डीकोडर की लाइवस्ट्रीम को 1.67 लाख दर्शकों ने देखा, जो पारंपरिक प्रसारण मीडिया के सबसे बड़े खिलाड़ियों की तुलना में 3 गुना अधिक है। डीकोडर के YouTube स्ट्रीम पर भी इसी तरह के रुझान देखे गए।

डीकोडर को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के अपने इनोवेटिव यूज के लिए जाना जाता है, जो जटिल वैश्विक मामलों को स्वतंत्र तरीके से एनालाइज कर दर्शकों को समझाने में मदद करता है। वेबसाइट और ऐप ऐसे उपकरण प्रदान करते हैं, जो यूजर्स को जटिल विषयों को समझने में सक्षम बनाते हैं, जिससे उन्हें कई अन्य प्लेटफॉर्म पर पाए जाने वाले भारी अव्यवस्था के बिना समझा जा सकता है। यह AI-संचालित दृष्टिकोण न केवल यूजर्स जुड़ाव को बढ़ाता है, बल्कि अधिक सूचित और समझदार दर्शकों को भी बढ़ावा देता है।

चुनाव की मतगणना के दिन डीकोडर की सफलता इसकी प्रासंगिकता और इसके कंटेंट की गुणवत्ता का प्रमाण है। जैसे-जैसे राजनीतिक परिदृश्य अधिक जटिल होता जा रहा है, सुलभ और सटीक विश्लेषण की आवश्यकता और भी अधिक महत्वपूर्ण होती जाती है। इसे वितरित करने के लिए डीकोडर की प्रतिबद्धता, इसके यूजर्स-फ्रेंडली डिजिटल इंटरफेस के साथ मिलकर, इसे ऊपर की ओर बढ़ने की स्थिति में रखती है। 

तारा रॉय ने प्लेटफॉर्म के भविष्य के बारे में आशा व्यक्त की और कहा कि लगातार होती वृद्धि और सकारात्मक प्रतिक्रिया उत्साहजनक संकेत हैं। उन्होंने कहा, "हमारा मानना ​​है कि गुणवत्तापूर्ण कंटेंट पर ध्यान केंद्रित करते हुए और उन्नत तकनीकों का लाभ उठाते हुए 'डीकोडर' डिजिटल पत्रकारिता में नए मानक स्थापित करेगा।"

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YouTube ने बदली कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसी, 'जनहित' वाले कंटेंट पर आंशिक उल्लंघन को दी इजाजत

यह बदलाव उस संतुलन को दर्शाता है जिसे YouTube अब हानिकारक कंटेंट को रोकने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के बीच साधने की कोशिश कर रहा है

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Published - Thursday, 12 June, 2025
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Thursday, 12 June, 2025
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'यूट्यूब' (YouTube) ने अपनी आंतरिक मॉडरेशन गाइडलाइंस में बड़ा बदलाव किया है। The New York Times की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अब ऐसे वीडियो जो उसकी पॉलिसीज का कुछ हद तक उल्लंघन करते हैं, लेकिन सार्वजनिक समझ को बेहतर बनाने में मददगार माने जाते हैं, उन्हें प्लेटफॉर्म से हटाया नहीं जाएगा।

यह बदलाव उस संतुलन को दर्शाता है जिसे YouTube अब हानिकारक कंटेंट को रोकने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा के बीच साधने की कोशिश कर रहा है, खासकर चुनाव, पहचान, लिंग, नस्ल, प्रवासन और सामाजिक विचारधाराओं जैसे संवेदनशील मुद्दों पर।

नई पॉलिसी के तहत, कंटेंट मॉडरेटर अब तब तक वीडियो हटाने से बचेंगे जब तक कि उसका 50% से ज्यादा हिस्सा YouTube की गाइडलाइंस का उल्लंघन न कर रहा हो। पहले यह सीमा 25% थी। इसके साथ ही अब मॉडरेटर्स से यह भी अपेक्षा की जा रही है कि वे यह आकलन करें कि क्या किसी वीडियो की फ्री स्पीच यानी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने की संभावित उपयोगिता, उससे जुड़े जोखिमों से कहीं अधिक है। ऐसे मामलों में वीडियो को तुरंत हटाने की बजाय आगे की समीक्षा के लिए भेजने का निर्देश है। यह प्रक्रिया YouTube की EDSA (Education, Documentary, Science, Art) रूपरेखा के तहत आती है।

YouTube की प्रवक्ता निकोल बेल ने The Verge को बताया कि प्लेटफॉर्म के विकसित होते स्वरूप को देखते हुए उसकी कम्युनिटी गाइडलाइंस को नियमित रूप से अपडेट किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह बदलाव वीडियो की एक सीमित श्रेणी को प्रभावित करेगा और इसका उद्देश्य पॉलिसी-प्रवर्तन में अतिरेक को रोकना है। उदाहरण के लिए, किसी लंबे न्यूज पॉडकास्ट को सिर्फ इसलिए नहीं हटाया जाएगा क्योंकि उसमें एक छोटा हिस्सा नियमों का उल्लंघन कर रहा हो।

यह अपडेट उस पॉलिसी का विस्तार है जिसमें YouTube ने चुनावी उम्मीदवारों द्वारा अपलोड किए गए ऐसे वीडियो को भी प्लेटफॉर्म पर रहने देने की अनुमति दी थी, जो नियमों का उल्लंघन करते हों, बशर्ते वे सार्वजनिक जागरूकता को बढ़ाते हों, विशेषकर 2024 अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को ध्यान में रखते हुए।

यह बदलाव सिर्फ YouTube तक सीमित नहीं है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अब एक व्यापक ट्रेंड देखने को मिल रहा है। Meta ने भी हाल में गलत सूचना और घृणास्पद भाषण को लेकर अपने रुख में ढील दी है, उसने तीसरे पक्ष के फैक्ट-चेकिंग प्रोग्राम को बंद कर दिया है और अब यूजर्स आधारित सुधारों पर भरोसा कर रहा है। यही तरीका अब X (पहले Twitter) भी अपना रहा है। 

Covid-19 महामारी और डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान YouTube ने बहुत सख्त कंटेंट मॉडरेशन लागू किया था यानी वीडियो हटाने या सेंसर करने के नियम काफी सख्त थे। अब जो नई पॉलिसी लागू की गई है, वह उस पुराने कड़े रुख से थोड़ा संतुलन बनाते हुए, उसे थोड़ा नरम या लचीला करने की कोशिश है।" 

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इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग को मिलेगी दिशा व भरोसा, IIGC ने उठाया ये कदम

देश के तेजी से बढ़ते लेकिन अब तक अनियंत्रित रहे इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग सेक्टर में पारदर्शिता, व्यावसायिक अनुशासन और संचालन कुशलता लाने की दिशा में दो अहम इनेशिएटिव्स लिए गए हैं।

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Published - Wednesday, 11 June, 2025
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Wednesday, 11 June, 2025
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देश के तेजी से बढ़ते लेकिन अब तक अनियंत्रित रहे इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग सेक्टर में पारदर्शिता, व्यावसायिक अनुशासन और संचालन कुशलता लाने की दिशा में दो अहम इनेशिएटिव्स लिए गए हैं। इंडियन इन्फ्लुएंसर गवर्निंग काउंसिल (IIGC) ने जहां ब्रैंड्स के लिए एक ‘कोड ऑफ स्टैंडर्ड्स’ यानी आचार संहिता पेश की है, वहीं AI-आधारित प्लेटफॉर्म ClanConnect ने हर आकार के ब्रैंड्स के लिए प्रीपेड इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग पैकेज लॉन्च किए हैं।

ये दोनों इनेशिएटिव्स एक नियामक (regulatory) और दूसरी संचालन (operational) से जुड़ी हैं, जो मिलकर एक जिम्मेदार और दक्ष क्रिएटर इकोनॉमी की ओर इशारा करती हैं।

IIGC का कोड ऑफ स्टैंडर्ड्स: पारदर्शिता, अनुबंध और डेटा गोपनीयता को मिलेगी प्राथमिकता

IIGC द्वारा जारी किया गया यह कोड इन्फ्लुएंसर और ब्रैंड्स के बीच लंबे समय से चली आ रही समस्याओं को हल करने की कोशिश है। इसके तहत अब ब्रैंड्स को पेड़ पार्टनरशिप, गिफ्टेड प्रोडक्ट्स और एफिलिएट प्रमोशन्स को अनिवार्य रूप से डिस्क्लोज करना होगा। साथ ही वर्चुअल इन्फ्लुएंसर, CGI या डीपफेक जैसे भ्रामक तरीकों के इस्तेमाल पर सख्त रोक की सिफारिश की गई है।

रेगुलेटेड सेक्टर में अब ब्रैंड्स को किसी भी वैज्ञानिक दावे के साथ प्रमाणित डेटा प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह कोड एक ऐसी समस्या को संबोधित करता है जो इंडस्ट्री में सबसे अधिक उपेक्षित रही है- कानूनी अनुबंधों की अनुपस्थिति। वर्तमान में लगभग 95% ब्रैंड-इन्फ्लुएंसर साझेदारियां बिना किसी लिखित अनुबंध के चल रही हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए कोड में रेडी-टू-यूज टेम्पलेट्स और बेस्ट प्रैक्टिस गाइड्स शामिल हैं।

डेटा गोपनीयता को भी केंद्र में रखते हुए अब ब्रैंड्स को डेटा संग्रहण और उपभोक्ता सहमति के मामलों में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम और अन्य प्राइवेसी कानूनों का कड़ाई से पालन करना होगा।

संकट प्रबंधन और कानूनी सहायता के लिए IIGC का टास्कफोर्स

कोड को लागू करने और ब्रैंड्स को वास्तविक समय में सहायता देने के लिए IIGC ने एक विशेष टास्कफोर्स भी गठित किया है। यह टीम डिजिटल लिसनिंग, सेंटिमेंट एनालिसिस और संकट प्रबंधन जैसी सेवाएं प्रदान करेगी ताकि ब्रैंड्स अपनी प्रतिष्ठा से जुड़ी जोखिमों को समय रहते नियंत्रित कर सकें। विवादों, कॉन्ट्रैक्ट या कंटेंट विवादों के समाधान के लिए यह टास्कफोर्स मध्यस्थता भी करेगी और जरूरत पड़ने पर प्रमाणित कानूनी विशेषज्ञों से ब्रैंड्स को जोड़ने का कार्य भी करेगी।

IIGC के चेयरमैन साहिल चोपड़ा का मानना है, “ब्रैंड और इन्फ्लुएंसर की साझेदारी बेहद प्रभावशाली होती है, लेकिन वह प्रतिष्ठा संबंधी जोखिमों के प्रति संवेदनशील भी होती है। कोड ऑफ स्टैंडर्ड्स और टास्कफोर्स इस इंडस्ट्री को वह सुरक्षा कवच देते हैं जिसकी उसे लम्बे समय से जरूरत थी।”

ClanConnect का प्रीपेड मॉडल: छोटे ब्रैंड्स के लिए आसान और तेज समाधान

जहां IIGC नियामक दिशा में सुधार ला रहा है, वहीं ClanConnect संचालन को सरल बनाने में लगा है। प्लेटफॉर्म ने 50,000 से 2.5 लाख रुपये के बीच के प्रीपेड इन्फ्लुएंसर पैकेज लॉन्च किए हैं, जो खासकर D2C ब्रैंड्स, SMEs, एजेंसियों और क्षेत्रीय कंपनियों को ध्यान में रखकर डिजाइन किए गए हैं—वे जो पारंपरिक इन्फ्लुएंसर अभियानों की जटिलताओं और लागत का सामना नहीं कर पाते।

इन पैकेजों में निश्चित आउटपुट, तय CPV (कॉस्ट पर व्यू) और गारंटीड रीच का वादा किया गया है। प्रक्रिया बेहद आसान है—पैकेज चुनें, भुगतान करें और कैंपेन लॉन्च करें- न कोई लंबी बातचीत, न ही किसी अनुमान का झंझट।

इस मॉडल में पहले से चुने गए इन्फ्लुएंसर सेट, अनुमोदित स्क्रिप्ट्स, कंटेंट चेक और फीडबैक लूप शामिल हैं, जिससे हर स्तर पर प्रक्रिया को सहज बनाया गया है। इन्फ्लुएंसर्स के लिए भी यह मॉडल फायदेमंद है, उन्हें समय पर ब्रीफ, तेज पेमेंट्स और लगातार प्रोजेक्ट्स मिलते हैं।

ClanConnect के CEO सागर पुष्प कहते हैं, “अधिकतर प्लेटफॉर्म सिर्फ इन्फ्लुएंसर से ब्रैंड की जोड़ी बनाते हैं। लेकिन असली कुशलता उस प्रक्रिया में है जो उसके बाद आती है। हमारा प्रीपेड मॉडल न सिर्फ इन्फ्लुएंसर तक पहुंच देता है, बल्कि एक विश्वसनीय और स्केलेबल फ्रेमवर्क भी प्रदान करता है।”

एक असंगठित क्षेत्र से संरचित बाजार की ओर

जैसे-जैसे यह क्षेत्र परिपक्व हो रहा है, नैतिक दिशानिर्देशों को व्यवस्थित करने और अभियान संचालन को सरल बनाने के प्रयास—ब्रैंड्स, क्रिएटर्स और उपभोक्ताओं के बीच भरोसे को बनाए रखने में निर्णायक भूमिका निभाएंगे। कभी असंगठित और अस्पष्ट रहा यह क्षेत्र अब एक जिम्मेदार, पारदर्शी और भरोसेमंद मार्केटिंग चैनल की ओर बढ़ रहा है।

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‘Inkhabar’ को बाय बोलकर विद्याशंकर तिवारी ने तलाशी नई मंजिल, बने डिजिटल हेड

वरिष्ठ पत्रकार विद्याशंकर तिवारी ने ‘आईटीवी नेटवर्क (iTV Network) के डिजिटल विंग ‘इनखबर’ (Inkhabar) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह इस संस्थान में करीब सात साल से अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।

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Published - Thursday, 05 June, 2025
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Thursday, 05 June, 2025
Vidyashanker Tiwari

वरिष्ठ पत्रकार विद्याशंकर तिवारी ने ‘आईटीवी नेटवर्क (iTV Network) के डिजिटल विंग ‘इनखबर’ (Inkhabar) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह इस संस्थान में करीब सात साल से अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।

उन्होंने अब ‘News India 24x7’ के साथ अपनी नई पारी शुरू की है, जहां उन्हें डिजिटल हेड बनाया गया है। यहां उन्हें ग्रुप के सभी डिजिटल प्लेटफार्म्स को नए तेवर व कलेवर के साथ पेश करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। न्यूज इंडिया को कुछ समय पहले ही नए मैनेजमेंट ने टेकओवर किया है जिसका फोकस चैनल के साथ साथ डिजिटल पर भी बहुत ज्यादा है।

लगभग सात सालों तक ‘इनखबर’ के संपादक रहे विद्याशंकर तिवारी नवाचार में विश्वास रखते हैं। करीब 35 साल के पत्रकारिता करियर में उन्होंने लंबे समय तक प्रिंट और उसके बाद न्यूज चैनलों में अलग अलग भूमिकाओं में काम किया है।

विद्याशंकर ने अपने करियर की शुरुआत ‘दैनिक जागरण’ से की थी। इसके बाद वह ‘राष्ट्रीय सहारा‘ में चीफ रिपोर्टर रहे और दिल्ली-एनसीआर में अपनी रिपोर्टिंग को लोहा मनवाया। ‘राष्ट्रीय सहारा‘ के चीफ रिपोर्टर रहते हुए ही उन्होंने ‘सहारा समय‘ न्यूज चैनल से जुड़कर इलेक्ट्रानिक मीडिया के गुर सीखे। उस दौर में सहारा में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक को एक छत के नीचे लाया गया था। सहारा एनसीआर चैनल की लाचिंग में अहम भूमिका निभाने वाली रिपोर्टिंग टीम का उन्होंने नेतृत्व किया।

‘सहारा‘ में करीब 11 साल की पारी खेल विद्याशंकर ‘अमर उजाला‘ पहुंचे, जहां पर उन्होंने चीफ रिपोर्टर-मेट्रो एडिटर के रूप लोकल रिपोर्टिंग के तेवर व कलेवर को बदला। यहां उन्हें एक साल में ही नेशनल ब्यूरो चीफ बना दिया गया। इसके बाद वह बतौर पॉलिटिकल एडिटर ‘A2Z‘ चैनल से जुड़े और कुछ ही समय में एक्जिक्यूटिव एडिटर बना दिए गए। यहां अपनी पांच साल की पारी के दौरान वह कुछ दिनों तक चैनल हेड भी रहे।

विद्याशंकर के अनुसार,  ‘A2Z‘ चैनल छोड़ने के बाद उन्होंने एक बार फिर प्रिंट मीडिया का रुख किया और हिंदी दैनिक ‘सन स्टार‘ को लांच कराया। बतौर कार्यकारी संपादक विकीलिक्स4इंडिया के साथ मिलकर पांचसितारा होटलों में गोमांस, आपरेशन डीडीसीए, व मैनचेस्टर मैच फिक्सिंग समेत कई चर्चित स्टिंग आपरेशन में अहम भूमिका अदा की, ये तीनों आपरेशन देश-दुनिया में काफी चर्चित रहे। फिर उन्होंने संपादक के रूप में ‘न्यू आब्जर्रवर पोस्ट’ जॉइन किया और वहां से सीधे ’iTV’ नेटवर्क पहुंचे, जहां पर वह इनखबर डिजिटल के संपादक बने और अब वहां से अपनी पारी को विराम देकर ’न्यूज इंडिया’ पहुंचे हैं।

समाचार4मीडिया की ओर से विद्याशंकर तिवारी को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।

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दिव्या चड्ढा ने Spotify से ली विदाई, थामा Amazon Music India का दामन

डिजिटल और म्यूजिक स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री में एक दशक से अधिक का अनुभव रखने वाली मार्केटिंग प्रोफेशनल दिव्या चड्ढा ने इस हफ्ते Amazon Music India में नई जिम्मेदारी संभाल ली है।

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Published - Wednesday, 04 June, 2025
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Wednesday, 04 June, 2025
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डिजिटल और म्यूजिक स्ट्रीमिंग इंडस्ट्री में एक दशक से अधिक का अनुभव रखने वाली मार्केटिंग प्रोफेशनल दिव्या चड्ढा ने इस हफ्ते Amazon Music India में नई जिम्मेदारी संभाल ली है। हमारी सहयोगी वेबसाइट 'एक्सचेंज4मीडिया' को मिली उच्च स्तरीय सूत्रों से यह जानकारी मिली है। उन्होंने Spotify को अलविदा कह दिया है।

Spotify India में दिव्या चड्ढा ब्रैंड और कंज्यूमर मार्केटिंग हेड के रूप में कार्यरत थीं। इस भूमिका में उन्होंने ब्रैंड की पहचान और देश में उसकी ग्रोथ को आकार देने में अहम भूमिका निभाई।

इससे पहले भी चड्ढा ने कई प्रमुख ई-कॉमर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। वे Amazon में सीनियर ब्रैंड मार्केटिंग मैनेजर रही हैं और eBay Inc. में मार्केटिंग और मर्चेंडाइजिंग की असिस्टेंट मैनेजर के तौर पर भी काम कर चुकी हैं।

Amazon Music India में उनकी यह नई पारी उनके ब्रैंड और कंज्यूमर मार्केटिंग के गहरे अनुभव को साथ लेकर आएगी, जिससे देश के प्रतिस्पर्धी म्यूजिक स्ट्रीमिंग बाजार में प्लेटफॉर्म की मौजूदगी और मजबूत होने की उम्मीद है।

हालांकि अब तक Amazon Music India या दिव्या चड्ढा की ओर से इस बदलाव को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। 'एक्सचेंज4मीडिया' ने दोनों पक्षों से संपर्क किया है। फिलहाल उनके जवाब की प्रतीक्षा की जा रही है।

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जागरण न्यू मीडिया ने नए नाम व पहचान के साथ लॉन्च किया 'TheDailyJagran.com'

जागरण प्रकाशन लिमिटेड की डिजिटल विंग 'जागरण न्यू मीडिया' ने अपनी अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट को एक स्वतंत्र और प्रीमियम डेस्टिनेशन के रूप में नए नाम और पहचान के साथ लॉन्च कर दिया है।

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Published - Wednesday, 04 June, 2025
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Wednesday, 04 June, 2025
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जागरण प्रकाशन लिमिटेड की डिजिटल विंग 'जागरण न्यू मीडिया' ने अपनी अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट को एक स्वतंत्र और प्रीमियम डेस्टिनेशन के रूप में नए नाम और पहचान के साथ लॉन्च कर दिया है। इस बदलाव के तहत TheDailyJagran.com को एक नई पहचान और दिशा मिली है, जिसका उद्देश्य आधुनिक भारतीय पाठकों को एक स्मार्ट, तेज और विश्वसनीय न्यूज प्लेटफॉर्म प्रदान करना है।

इंग्लिश वर्टिकल के इस नए अवतार के साथ ब्रैंड ने अपने मूल वादे को दोहराया है- “From the House of Trust, Comes a New Daily” यानी “भरोसेमंद परंपरा से जन्मा है एक नया दैनिक”, यानी TheDailyJagran.com का नया रूप जागरण की उसी विरासत को आगे बढ़ाता है, जो दशकों से भरोसे और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए जानी जाती रही है। यह वेबसाइट अब एक स्वतंत्र प्लेटफॉर्म के रूप में वेरिफाइड न्यूज, इनसाइटफुल एनालिसिस और निष्पक्ष दृष्टिकोण के साथ समाचार पाठकों के सामने रखेगी।

जागरण न्यू मीडिया के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर गौरव अरोड़ा ने इस बदलाव पर टिप्पणी करते हुए कहा, “TheDailyJagran.com हमारी इंग्लिश ऑडियंस को बेहतर ढंग से सेवा देने की दिशा में एक भविष्य की ओर बढ़ता कदम है। यह प्लेटफॉर्म जागरण की भरोसेमंद विरासत को तो आगे बढ़ाता ही है, साथ ही इसमें एक नया एडिटोरियल फोकस, अधिक प्रभावशाली डिजाइन और तेज-तर्रार स्टोरीटेलिंग भी शामिल है। TheDailyJagran.com के जरिए हम एक ऐसा डेस्टिनेशन बना रहे हैं जो युवा, बोल्ड और भरोसेमंद है। इस बदलाव के साथ हम इनोवेशन, कंटेंट की सच्चाई और यूजर-फर्स्ट अप्रोच के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से दोहरा रहे हैं। हम अलग-अलग भाषाओं में अपनी पेशकश का विस्तार कर रहे हैं, और यह रीलॉन्च उसी दिशा में एक अहम कदम है, जिससे हम सीमाओं के पार भी अपने पाठकों तक पहुंच सकें।”

TheDailyJagran.com को अत्याधुनिक तकनीकों Next.js 14, Tailwind CSS और Enhanced Core Web Vitals के जरिए विकसित किया गया है, जिससे वेबसाइट की स्पीड और परफॉर्मेंस बेहतरीन बनी रहे। नए इंटरफेस में यूजर्स को मिलेगा:

    • Single Sign-On और MyFeed जैसी पर्सनलाइज्ड सुविधाएं
    • Smart Content Discovery के जरिए रुचि के अनुसार खबरों का सुझाव

    वैसे बता दें कि यह कदम जागरण न्यू मीडिया की इंग्लिश डिजिटल स्पेस में एक मजबूत मौजूदगी और विश्वसनीय कंटेंट के साथ युवा वर्ग को जोड़ने की रणनीति का हिस्सा है।

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    'एक्सचेंज4मीडिया' ने लॉन्च की नई AI-समर्थित वेबसाइट MartechAI.com, इन मायनों में है खास

    मार्केटिंग की दुनिया से एक बड़ी खबर सामने आई है। exchange4media (e4m) ने एक नई और बेहद आधुनिक AI-समर्थित वेबसाइट 'MartechAI.com' लॉन्च कर दी है

    Samachar4media Bureau by
    Published - Friday, 06 June, 2025
    Last Modified:
    Friday, 06 June, 2025
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    मार्केटिंग की दुनिया से एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, देश की मार्केटिंग व टेक्नोलॉजी इकोसिस्टम को अब एक नया प्लेटफॉर्म मिल गया है। एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप (e4m) ने एक नई और बेहद आधुनिक AI-समर्थित वेबसाइट 'MartechAI.com' लॉन्च कर दी है, जो खास तौर पर उन मार्केटर्स के लिए तैयार की गई है जो बदलते दौर में बढ़त बनाना चाहते हैं। 

    MarTechAI.com पूरी तरह मार्केटिंग, टेक्नोलॉजी व आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर केंद्रित देश की पहली न्यूज वेबसाइट है। यह सिर्फ एक और वेबसाइट नहीं, बल्कि आधुनिक मार्केटिंग का लॉन्चपैड है। यहां आपको न सिर्फ स्मार्ट रणनीतियों की झलक मिलेगी, बल्कि रीयल-टाइम डेटा पर आधारित फैसले लेने के लिए जरूरी टूल्स और इनसाइट्स भी उपलब्ध होंगे। यानी अब मार्केटर्स के पास वह सब कुछ होगा जो उन्हें लगातार बदलते डिजिटल इकोसिस्टम में आगे बनाए रखेगा।

    इस वेबसाइट को नई दिल्ली में Pitch CMO Summit 2025 के मंच से आधिकारिक रूप से लॉन्च किया गया। इस खास मौके पर देश के प्रमुख मार्केटिंग लीडर्स, डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन एक्सपर्ट्स और टेक्नोलॉजी इनोवेटर्स मौजूद रहे। लॉन्चिंग सेरेमनी में मंच से डॉ. अनुराग बत्रा (चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ, BW बिज़नेसवर्ल्ड और फाउंडर, exchange4media), नवल आहूजा (को-फाउंडर, exchange4media) और चंदन मुखर्जी (डायरेक्टर और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – मार्केटिंग, नेस्ले इंडिया) द्वारा औपचारिक उद्घाटन किया गया

    लॉन्च के दौरान डॉ. बत्रा ने कहा, “MarTechAI.com के साथ अब भारत के मार्केटिंग इनोवेटर्स पर फोकस शिफ्ट हो रहा है। यह प्लेटफॉर्म सिर्फ ट्रेंड्स को ट्रैक नहीं करेगा, बल्कि इंडस्ट्री में बातचीत की दिशा भी तय करेगा।”

    वहीं, नवल आहूजा ने कहा, “मार्केटिंग तेज़ी से बदलती है, लेकिन MarTech उससे भी तेज गति से। यही वजह है कि इस प्लेटफॉर्म का जन्म हुआ है। इसे मार्केटर्स ने मार्केटर्स के लिए बनाया है, जिसका मकसद ये समझना है कि कैसे एआई, डेटा और ऑटोमेशन ब्रैंड बिल्डिंग के नियमों को नए सिरे से परिभाषित कर रहे हैं।”

    यदि आप भी मार्केटिंग में अगला कदम उठाने के लिए तैयार हैं, तो इस नई वेबसाइट पर जरूर जाएं: www.martechai.com

    यह शुरुआत है एक नए युग की, जहां AI, डेटा और इनोवेशन मिलकर तय करेंगे सफलता की दिशा।

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    New York Times ने Amazon के साथ मिलाया हाथ, कंटेंट इस्तेमाल के लिए AI डील

    एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत, 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' (The New York Times) और एमेजॉन (Amazon) के बीच बहुवर्षीय लाइसेंसिंग समझौता हुआ है।

    Samachar4media Bureau by
    Published - Saturday, 31 May, 2025
    Last Modified:
    Saturday, 31 May, 2025
    NewYorkTimes96518

    एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत, 'द न्यूयॉर्क टाइम्स' (The New York Times) और एमेजॉन (Amazon) के बीच बहुवर्षीय लाइसेंसिंग समझौता हुआ है। इस ऐतिहासिक करार के जरिए Amazon को The Times की व्यापक एडिटोरियल कंटेंट का उपयोग अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडलों के ट्रेनिंग और अपने विभिन्न AI-संचालित अनुभवों (जैसे- Alexa) में एकीकृत करने की अनुमति मिलेगी।

    यह साझेदारी The New York Times की रणनीति में उल्लेखनीय बदलाव का संकेत देती है। Times अब तक OpenAI और Microsoft जैसी AI कंपनियों के खिलाफ कानूनी लड़ाई में अग्रणी रहा है, जिन पर उसकी सामग्री को बिना अनुमति अपने बड़े भाषा मॉडल्स को प्रशिक्षित करने के लिए इस्तेमाल करने का आरोप है। हालांकि OpenAI और Microsoft के खिलाफ मुकदमा अभी भी जारी है, लेकिन Amazon के साथ हुआ यह समझौता इस दिशा में एक व्यावहारिक रुख दिखाता है यानी एक ऐसा कदम जो जनरेटिव AI के दौर में अपनी मूल्यवान पत्रकारिता को आर्थिक रूप से भुनाने की कोशिश है।

    इस समझौते की वित्तीय शर्तों का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन इसके तहत Amazon को The New York Times की मुख्य न्यूज रिपोर्टिंग के साथ-साथ उसके लोकप्रिय वर्टिकल्स, जैसे NYT Cooking और The Athletic का कंटेंट भी उपलब्ध कराया जाएगा। इस सामग्री का उपयोग Amazon अपने AI उत्पादों को बेहतर बनाने के लिए करेगा, जिसमें Alexa जैसे प्लेटफॉर्म्स पर वास्तविक समय में सार-संक्षेप और छोटे अंश देना शामिल है। साथ ही, यह सामग्री Amazon के खुद के फाउंडेशन मॉडल्स के प्रशिक्षण के लिए भी उपयोग में लाई जाएगी।

    Amazon के लिए यह समझौता एक उच्च गुणवत्ता वाली, भरोसेमंद और लगातार अपडेट होने वाली पत्रकारिता सामग्री तक पहुंच सुनिश्चित करता है, जो ज्यादा परिष्कृत और विश्वसनीय AI सिस्टम बनाने के लिए बेहद जरूरी तत्व है। जैसे-जैसे AI प्रशिक्षण के लिए प्रमाणित और तथ्य-जांच की गई सामग्री की मांग बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे The New York Times जैसे प्रतिष्ठित प्रकाशकों के साथ साझेदारी करना अनिवार्य होता जा रहा है।

    इस समझौते का व्यापक मीडिया उद्योग पर असर गहरा हो सकता है। यह सहयोग भविष्य में कंटेंट निर्माताओं और AI डेवलपर्स के बीच लाइसेंसिंग समझौतों के लिए एक मिसाल बन सकता है, जिससे केवल टकराव की बजाय आपसी लाभ के मॉडल की ओर रुख किया जा सकेगा। यह रेखांकित करता है कि गुणवत्ता वाली पत्रकारिता AI पारिस्थितिकी तंत्र में कितना मूल्य रखती है और यह कि प्रकाशकों को उनके बौद्धिक संपदा अधिकारों का न्यायसंगत मुआवजा मिलना चाहिए।

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    दिल्ली HC ने यूट्यूबर मोहक मंगल को ANI के खिलाफ मानहानिकारक कंटेंट हटाने का दिया निर्देश

    दिल्ली हाई कोर्ट ने 29 मई को यूट्यूबर मोहक मंगल और कॉमेडियन कुनाल कामरा को निर्देश दिया कि वे न्यूज एजेंसी ANI के खिलाफ कथित रूप से मानहानिकारक सोशल मीडिया पोस्ट हटाएं।

    Samachar4media Bureau by
    Published - Friday, 30 May, 2025
    Last Modified:
    Friday, 30 May, 2025
    MohakMangal

    दिल्ली हाई कोर्ट ने 29 मई को यूट्यूबर मोहक मंगल और कॉमेडियन कुनाल कामरा को निर्देश दिया कि वे न्यूज एजेंसी ANI के खिलाफ कथित रूप से मानहानिकारक सोशल मीडिया पोस्ट हटाएं। यह निर्देश उस मानहानि मामले की सुनवाई के दौरान दिया गया है जो ANI ने दायर किया है। एजेंसी ने ₹2.10 करोड़ के हर्जाने और भविष्य में कोई भी मानहानिकारक सामग्री प्रकाशित करने पर स्थायी रोक लगाने की मांग की है।

    विवाद की शुरुआत 25 मई को उस वक्त हुई जब मोहक मंगल ने एक यूट्यूब वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने ANI पर कॉपीराइट कानूनों के दुरुपयोग का आरोप लगाया और कहा कि ANI ने उनसे कॉपीराइट स्ट्राइक सुलझाने के लिए ₹40 लाख की मांग की है।

    ANI की ओर से पेश सीनियर अधिवक्ता अमित सिब्बल ने कोर्ट को बताया कि मंगल ने ANI की कॉपीराइट की गई सामग्री और ट्रेडमार्क का बिना अनुमति इस्तेमाल किया और झूठे व नुकसानदायक आरोप लगाए। मोहक मंगल के यूट्यूब चैनल के 40 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं।

    कामरा से ट्वीट हटाने को कहा गया

    अदालत ने कॉमेडियन कुनाल कामरा के एक ट्वीट को भी मामले में शामिल किया जिसमें उन्होंने ANI को “ठग” और “माफिया” कहा था। जस्टिस अमित बंसल ने कहा कि पोस्ट में इस्तेमाल की गई भाषा स्वीकार्य नहीं है और कामरा के वकील से पूछा कि क्या वह यह ट्वीट हटाएंगे। वकील ने इससे इनकार किया, लेकिन अदालत ने मौखिक रूप से ट्वीट हटाने का निर्देश दिया। एक और ट्वीट पर भी चर्चा हुई, लेकिन उस पर अभी कोई निर्देश नहीं दिया गया है।

    मोहम्मद जुबैर ने ट्वीट हटाने पर सहमति दी

    AltNews के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर, जिन्होंने इस विषय पर एक ट्वीट किया था, ने उसे हटाने पर सहमति जताई। उनके वकील ने अदालत को बताया कि जुबैर ने उस पोस्ट से कोई आर्थिक लाभ नहीं कमाया।

    ANI का आरोप: ट्रेडमार्क का दुरुपयोग, फर्जी कंटेंट

    ANI ने कहा कि मोहक मंगल ने उसके वीडियो क्लिप्स बिना अनुमति के इस्तेमाल किए, डिस्क्लेमर को बेहद छोटे फॉन्ट में डाला और ANI की एडिटर स्मिता प्रकाश से जुड़ा हुआ एक कथित फर्जी ट्रांसक्रिप्ट तैयार किया। ANI का यह भी कहना है कि वीडियो पोस्ट होने के बाद अन्य लोग भी ANI के बहिष्कार की अपील करने लगे और ऑनलाइन अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने लगे।

    जस्टिस बंसल ने वीडियो के कुछ अंश देखने के बाद कहा कि कुछ टिप्पणियां सीमा लांघती हैं और मोहक मंगल की कानूनी टीम को उन्हें हटाने पर विचार करने को कहा।

    मोहक मंगल का पक्ष: कॉपीराइट स्ट्राइक दबाव बनाने का जरिया

    मोहक मंगल के वकील चंदर लाल ने कहा कि शुरुआत में ANI ने ₹45 लाख का कंटेंट डील ऑफर किया, फिर इसे ₹24 लाख कर दिया और बाद में कॉपीराइट स्ट्राइक के जरिए ₹40 लाख की मांग की। उन्होंने दावा किया कि ANI यूट्यूब के कॉपीराइट टूल्स का इस्तेमाल आलोचना को चुप कराने के लिए कर रही है। लेकिन जज ने पूछा कि मोहक ने ANI के वीडियो बिना लाइसेंस क्यों इस्तेमाल किए और कहा कि ध्यान उन हिस्सों पर होना चाहिए जो मानहानिकारक हैं।

    ANI की मांग है कि वीडियो को हटाया जाए और मोहक मंगल सहित अन्य लोग उसके ट्रेडमार्क का इस्तेमाल बंद करें। कोर्ट यह देखने के बाद सुनवाई जारी रखेगी कि मौखिक निर्देशों का पालन हुआ है या नहीं।

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    Quint डिजिटल व Time Out ग्रुप के बीच साझेदारी, भारत में लॉन्च होगा 'Time Out India'

    क्विंट डिजिटल लिमिटेड (QDL) ने Time Out के साथ एक फ्रेंचाइज समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत जल्द ही Time Out India लॉन्च किया जाएगा।

    Samachar4media Bureau by
    Published - Wednesday, 28 May, 2025
    Last Modified:
    Wednesday, 28 May, 2025
    TheQuint4512

    क्विंट डिजिटल लिमिटेड (QDL) ने Time Out के साथ एक फ्रेंचाइज समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत जल्द ही Time Out India लॉन्च किया जाएगा। यह समझौता सिर्फ डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म (Time Out Media) तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें भविष्य में Time Out Market (जो एक फूड और कल्चर मार्केट है) को भी भारत लाने की संभावना शामिल है।

    यह साझेदारी भारत के शहरी दर्शकों और विदेशी पर्यटकों के लिए शहरों को नए ढंग से खोजने और अनुभव करने का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। Time Out India प्लेटफॉर्म भारत की प्रमुख शहरों की संस्कृति, भोजन, मनोरंजन और अनुभवों को क्यूरेट करके पेश करेगा।

    इस साल के अंत तक शुरू होने जा रही इस पेशकश का केंद्र होगा timeout.com/india, जो सोशल मीडिया चैनलों और वीडियो सहित एक डिजिटल हब के रूप में भारत के शहरों के लिए एक अंतिम मार्गदर्शक की भूमिका निभाएगा। स्थानीय पत्रकारों द्वारा तैयार की गई संपादकीय सामग्री के जरिए Time Out भारत के प्रमुख शहरों और पर्यटन स्थलों में घूमने, देखने और खाने-पीने की बेहतरीन कंटेंट साझा करेगा। चाहे बात फूड व ड्रिंक की हो या कला, संस्कृति, फिल्म, मनोरंजन और इवेंट्स की Time Out India स्थानीय लोगों और पर्यटकों दोनों के लिए विश्वसनीय, क्यूरेटेड गाइड होगा।

    यह प्रामाणिक कंटेंट, मल्टीप्लेटफॉर्म डिस्ट्रीब्यूशन और अनुभव की तलाश में रहने वाली ऑडियंस का मेल ब्रैंड्स के लिए एक विशिष्ट प्रस्ताव पेश करता है, जिसके तहत QDL की टीम कस्टमाइज्ड मल्टी-चैनल कैंपेन की पेशकश करेगी।

    Time Out Media के अलावा, यह समझौता QDL को Time Out Group के साथ तालमेल में भारत में Time Out Market के निवेश, संचालन और विस्तार की विशेष अनुमति भी देता है। यह एक ऐसा फूड और कल्चरल मार्केट कॉन्सेप्ट है जो किसी शहर की सबसे बेहतरीन ऑफर्स को एक ही छत के नीचे एकत्र करता है।

    QDL की मैनेजिंग डायरेक्टर व सीईओ ऋतु कपूर ने कहा, “अर्बन इंडिया, विशेष रूप से यहां की जिज्ञासु युवा पीढ़ी, जीवनशैली और खाने के मामले में कुछ नया, साहसिक और हटकर चाहती है। Time Out के साथ हम भारत में एक गेम-चेंजिंग अनुभव लाने को लेकर उत्साहित हैं।” उन्होंने आगे कहा, “यह साझेदारी QDL की डिजिटल-फर्स्ट युवा ऑडियंस की समझ को Time Out की वैश्विक विशेषज्ञता के साथ जोड़ती है, जो दुनिया भर में संस्कृति, फूड और सिटी लाइफ को सबसे अच्छे ढंग से प्रस्तुत करता है।”

    QDL के डायरेक्टर और प्रमोटर राघव बहल ने कहा, “हम मिलकर खोज की प्रेरणा देंगे, अपने शहरों की बेहतरीन चीजों को सामने लाएंगे, और ब्रैंड्स को अनुभव-प्रिय ऑडियंस से जुड़ने के नए और प्रभावशाली तरीके प्रदान करेंगे।”

    Time Out Group plc के सीईओ क्रिस ओहलुंड ने कहा, “भारत जैसे दुनिया के सबसे जीवंत ट्रैवल डेस्टिनेशन में Time Out को लॉन्च करने के लिए हम Quint Digital के साथ साझेदारी कर बेहद उत्साहित हैं। यहां तेजी से विकसित होती फूड सीन और सांस्कृतिक विविधता हमारे क्यूरेटेड कंटेंट और अनुभवों के लिए शानदार अवसर प्रस्तुत करती है। Quint की विशेषज्ञ टीम के साथ, Time Out India प्रमुख शहरों में शहरी संस्कृति के लिए सबसे भरोसेमंद स्थान बन जाएगा।”

    उन्होंने यह भी कहा, “यह पहली बार है जब किसी देश में हमारा कोई फ्रेंचाइज पार्टनर सिर्फ Time Out Media का संचालन ही नहीं करेगा, बल्कि Time Out Market की संभावनाओं का भी मूल्यांकन करेगा। यह साझेदारी उस समय हो रही है जब हम अपने मीडिया और मार्केट दोनों मॉडल को एकीकृत ब्रैंड के रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं — यह डिजिटल और वास्तविक जीवन का अनूठा संगम है जो Time Out को उपभोक्ताओं और व्यावसायिक साझेदारों दोनों के लिए एक विशेष प्रस्ताव बनाता है। हम भारत और इसके जीवंत शहरों का जश्न मनाने के लिए तैयार हैं।”

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    बढ़ते कॉपीराइट मामलों के बीच यूट्यूब क्रिएटर्स के लिए न्यूज एजेंसी 'PTI' का संदेश

    देश की प्रतिष्ठित न्यूज एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) ने यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक विशेष संदेश जारी किया है।

    Vikas Saxena by
    Published - Tuesday, 27 May, 2025
    Last Modified:
    Tuesday, 27 May, 2025
    PTI89

    देश की प्रतिष्ठित न्यूज एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (PTI) ने यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक विशेष संदेश जारी किया है। पीटीआई ने हाल ही में कॉपीराइट को लेकर सामने आए विवादों के बीच डिजिटल क्रिएटर्स को भरोसा दिलाया है कि वह जिम्मेदार कंटेंट निर्माण का समर्थन करता है और पारदर्शी व्यापार नैतिकताओं के लिए प्रतिबद्ध है।

    पीटीआई ने अपने आधिकारिक संदेश में कहा है कि वह यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के लिए इंडिविजुअल क्रिएटर्स को बेहद किफायती दरों पर अपने वीडियो उपलब्ध कराने को तैयार है। यह पहल उन क्रिएटर्स के लिए राहत का संकेत है जो हाल के दिनों में कॉपीराइट उल्लंघन के चलते परेशानियों का सामना कर रहे हैं।

    पीटीआई ने कहा है कि जो यूट्यूब क्रिएटर्स उसके विश्वसनीय वीडियो कंटेंट का उपयोग करना चाहते हैं, वे उसकी सेल्स और मार्केटिंग टीम से संपर्क कर सकते हैं। इच्छुक क्रिएटर्स को [email protected] पर अपनी जरूरत और संपर्क नंबर के साथ ईमेल भेजने के लिए कहा गया है, जिसके बाद पीटीआई की टीम उनसे संपर्क करेगी।

    यह पहल पारंपरिक मीडिया संस्थानों और नए जमाने के डिजिटल कंटेंट निर्माताओं के बीच सहयोग की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।

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