‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ग्रुप से पहले विश्व गौरव नवभारत टाइम्स ऑनलाइन में भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
युवा पत्रकार विश्व गौरव ने ‘हिंदुस्तान टाइम्स (डिजिटल) को अपनी करीब 10 महीने पुरानी पारी को विराम दे दिया है। एचटी डिजिटल के LiveHindustan.com में वीडियो को-ऑर्डिनेशन के साथ मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के स्ट्रिंगर्स की खबरों पर काम कर चुके विश्व गौरव अब ‘इनशॉर्ट्स’ (Inshorts) मीडिया ग्रुप के ‘पब्लिक ऐप’ (Public App) में हिंदी डेस्क मैनेजर की जिम्मेदारी संभालेंगे। यहां वह हिंदी स्टेट्स के स्ट्रिंगर्स की खबरों पर काम करेंगे।
समाचार4मीडिया से बातचीत में मेन स्ट्रीम मीडिया छोड़कर ऐप जॉइन करने के सवाल पर विश्व गौरव ने कहा, 'करीब पांच साल से हाइपरलोकल लेवल पर काम कर रहा था। लोग अब अपने आसपास की खबरें जानना चाहते हैं। वह भी तुरंत। छोटी-छोटी खबरें अखबारों के लोकल एडिशन में मिलती थीं, लेकिन बदलते वक्त के साथ अब कोई भी अगले दिन का इंतजार नहीं करना चाहता।' विश्व गौरव के अनुसार, 'मेन स्ट्रीम मीडिया में खबरों का टेस्ट संपादक और मालिक तय करते हैं, लेकिन यहां यूजर तय करता है। आने वाले वक्त में ऐप बेस्ड हाइपरलोकल पत्रकारिता काफी लोकप्रिय होने वाली है।'
‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ग्रुप से पहले विश्व गौरव ‘टाइम्स ग्रुप‘ के नवभारत टाइम्स ऑनलाइन में काम कर रहे थे। ‘एनबीटी ऑनलाइन‘ में विश्व गौरव के पास उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के स्ट्रिंगर्स की टीम को मैनेज करने की जिम्मेदारी थी। एनबीटी ऑनलाइन में अपने करियर के दौरान विश्व गौरव ने कई एक्सक्लूसिव स्टोरीज कीं। इनमें से ऑपरेशन भूख, सिस्टम के दीमक और आत्मनिर्भर सीरीज को ऑडियंस का काफी प्यार मिला। विश्व गौरव ने बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान भी कई स्पेशल स्टोरीज और इंटरव्यूज किए। डिजिटल मीडिया में काम करने के साथ ग्राउंड जीरो से स्टोरीज करने में विश्व गौरव की विशेषज्ञता रही है। लाइव हिंदुस्तान में भी विश्व गौरव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान ग्राउंड जीरो से कई स्पेशल स्टोरीज कीं।
बता दें कि विश्व गौरव एक अच्छे लेखक भी हैं। बीते साल उनकी किताब 'क्वीन: मुकम्मल इश्क की अधूरी कहानी' भी प्रकाशित हुई थी। एक नई विधा में लिखी गई इस किताब को पाठकों ने काफी सराहा था। फिलहाल विश्व गौरव एक दशक की डिजिटल पत्रकारिता के अनुभवों को लेकर किताब लिख रहे हैं। हालांकि अभी तक इसका नाम फाइनल नहीं है, लेकिन उन्होंने बताया कि प्रिंट और इलेक्टॉनिक मीडिया से इतर डिजिटल मीडिया, जिसका अधिकांश काम डेस्क से होता है, उसमें किस तरह का 'सरकारी' दबाव होता है, ऑफिस पॉलिटिक्स कैसी होती है, इन सबके बारे में पढ़ने को मिलेगा। विश्व गौरव ने बताया कि इस किताब में छोटे-बड़े किस्से होंगे, जिसे सिर्फ पत्रकारिता के विद्यार्थी ही नहीं, आम लोग भी पढ़कर आनंद ले सकेंगे।
विश्व गौरव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के रहने वाले हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय से पढ़ाई के बाद उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के नोएडा परिसर से पत्रकारिता में मास्टर्स किया। पढ़ाई के दौरान विश्व गौरव ने कई राज्य स्तरीय वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में भी विश्वविद्यालय का परचम लहराया। विश्व गौरव एक्सचेंज4मीडिया समूह की हिंदी वेबसाइट समाचार4मीडिया द्वारा पत्रकारिता जगत से जुड़े 40 प्रतिभाशाली युवाओं को दिए जाने वाले ‘40 अंडर 40’ अवॉर्ड्स के पहले एडिशन के विजेता भी रह चुके हैं।
समाचार4मीडिया की ओर से विश्व गौरव को नई पारी के लिए ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं।
पत्रकार अखिलेश श्रीवास्तव ने ‘टाइम्स नेटवर्क’ (Times Network) के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। यहां उन्होंने ‘नवभारत टाइम्स’ (डिजिटल) में बतौर एडिटर जॉइन किया है।
पत्रकार अखिलेश श्रीवास्तव ने ‘टाइम्स नेटवर्क’ (Times Network) के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। यहां उन्होंने ‘नवभारत टाइम्स’ (डिजिटल) में बतौर एडिटर जॉइन किया है।
इससे पहले अखिलेश श्रीवास्तव आठ भाषाओं में न्यूज कंटेंट उपलब्ध कराने वाले वेब पोर्टल ‘वनइंडिया’ (www.oneindia.com) हिंदी में वर्ष 2016 से एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। ‘वनइंडिया’ से पहले वह करीब तीन साल तक ‘अमर उजाला’ की डिजिटल टीम में भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
मूल रूप से ललितपुर (उत्तर प्रदेश) के रहने वाले अखिलेश श्रीवास्तव को प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया में काम करने का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है। अखिलेश ने मध्यप्रदेश के सागर केंद्रीय विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में स्नातक और स्नातकोत्तर किया है।
करियर की शुरुआत उन्होंने वर्ष 2000 में ‘दैनिक भास्कर‘, भोपाल से की। ‘दैनिक भास्कर‘ की करीब चार साल की पारी में उन्होंने भोपाल, इंदौर और जयपुर संस्करणों में फ्रंट पेज पर काम किया। भोपाल में एन.के. सिंह, इंदौर में श्रवण गर्ग और कल्पेश याग्निक, जयपुर में बाबूलाल शर्मा, देवप्रिय अवस्थी और यशवंत व्यास के नेतृत्व में काम किया।
वर्ष 2004 में वह ‘दैनिक भास्कर‘ जयपुर से ‘सहारा समय‘, नोएडा आ गए और जाने-माने पत्रकार मुकेश कुमार की टीम में शामिल हो गए। टेलिविजन में विभिन्न भूमिकाओं में यहां उन्होंने करीब साढ़े आठ साल की लंबी पारी खेली। प्रिंट में दूसरी पारी के तौर पर उन्होंने दिल्ली में ‘दैनिक भास्कर‘ में रोहित सरन की टीम में काम किया।
समाचार4मीडिया की ओर से अखिलेश श्रीवास्तव को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
इससे पहले गौरव जैन ShareChat और Moj में हेड (Emerging Business) के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘शेयरचैट’ (ShareChat) ने गौरव जैन को प्रमोशन का तोहफा देते हुए उन्हें अब चीफ बिजनेस ऑफिसर (Chief Business Officer) के पद पर नियुक्त किया है।
गौरव जैन अभी तक ShareChat और Moj में हेड (Emerging Business) के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
इससे पहले गौरव जैन ‘Snap Inc’ में हेड (APAC Business Expansion) के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। इसके अलावा पूर्व में वह गूगल के एशिया पैसिफिक एजेंसी बिजनेस और मेटा इंडिया के मिड मार्केट बिजनेस में भी अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
उन्होंने पिछले साल जून में ही यहां जॉइन किया था। इससे पहले वह स्ट्रीमिंग सर्विस प्लेटफॉर्म ‘डिज्नी+हॉटस्टार’ में अपनी भूमिका निभा रहे थे।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘शेयरचैट’ (ShareChat) में चीफ रेवेन्यू ऑफिसर उदित शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उदित शर्मा पिछले साल जून में देश की सबसे बड़ी घरेलू सोशल मीडिया कंपनी ‘शेयरचैट’ (मोहल्ला टेक प्राइवेट लिमिटेड) में शामिल हुए थे।
इससे पहले वह ‘डिज्नी स्टार‘ के स्वामित्व वाले स्ट्रीमिंग सर्विस प्लेटफॉर्म ‘डिज्नी+हॉटस्टार’ (Disney+Hotstar) से पांच साल से ज्यादा समय से जुड़े हुए थे और बतौर हेड (ऐड सेल्स) अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
उदित शर्मा पूर्व में मीडिया, मोबाइल पेमेंट्स/फिनटेक और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में काम कर चुके हैं।
‘डिज्नी+हॉटस्टार’ (Disney+ Hotstar) से पहले वह ’फ्रीचार्ज’ (Freecharge), ’जोमैटो’ (Zomato), ’ऑक्सीजन सर्विसेज’ (Oxigen Services) और ’सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स’ (Samsung Electronics) आदि में अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
वह यहां एग्जिक्यूटिव एडिटर (डिजिटल) के पद पर कार्यरत थे। दयाशंकर मिश्र इस समय राहुल गांधी पर केंद्रित किताब को लेकर चर्चा में हैं। दयाशंकर मिश्र की किताब का विमोचन दिसंबर में होना है।
वरिष्ठ डिजिटल पत्रकार दयाशंकर मिश्र को लेकर खबर है कि उन्होंने नेटवर्क18 मैनेजमेंट को अपना इस्तीफा दे दिया है। वह यहां एग्जिक्यूटिव एडिटर (डिजिटल) के पद पर कार्यरत थे। साढ़े चार साल से भी ज्यादा समय तक 'नेटवर्क18' के साथ बने रहे वरिष्ठ पत्रकार दयाशंकर मिश्र इससे पहले जी समूह के डिजिटल विंग के एडिटर (लैंग्वेजेस) थे। जी समूह के साथ उनका करीब दो साल का सफर रहा। वे वहां जी न्यूज के हिंदी डिजिटल संस्करण के साथ-साथ अन्य भारतीय भाषाओं के विस्तार में भी अहम भूमिका निभा रहे थे।
आपको यह भी बता दें कि इस समय दयाशंकर मिश्र, राहुल गांधी पर केंद्रित किताब को लेकर चर्चा में हैं। दयाशंकर मिश्र की किताब का विमोचन दिसंबर में होना है।
'जी' समूह से पहले वह एनडीटीवी समूह की हिंदी वेबसाइट से बतौर संपादक जुड़े रह चुके हैं। दयाशंकर मिश्र ने 2016 में 'एनडीटीवी' में रहते हुए सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान युद्ध के विरुद्ध श्रृंखला शुरू की थी, जिसे शिक्षाविदों, समाजशास्त्रियों और आलोचकों ने काफी सराहा था ।
दयाशंकर मिश्र की छवि एक डिजिटल जर्नलिस्ट की है, जो इंडस्ट्री में अलग-अलग ब्रैन्ड की लॉन्चिंग और रिलॉन्चिंग में अहम भूमिकाएं निभा चुके हैं।
दयाशंकर एनडीटीवी से जुड़ने से पहले नेटवर्क18 ग्रुप की हाइपर लोकल हिंदी वेबसाइट News 18 के रीलॉन्च, विस्तार में अहम भूमिका निभा चुके हैं। वे Network 18 से जुड़ने से पहले दैनिक भास्कर, अमर उजाला, राजस्थान पत्रिका और दैनिक भास्कर.कॉम (Dainik Bhaskar.com) में भी शीर्ष भूमिकाओं का निर्वहन कर चुके हैं।
Dainik Bhaskar.com के साथ उन्होंने 2012 में पहली बार प्रिंट मीडिया के साथ डिजिटल मीडिया के इंटीग्रेशन के आधार पर हाइपरलोकल मॉडल के माध्यम से खबरों के रियलटाइम कवरेज में ‘नेशनल हाइपरलोकल हेड’ की महत्वमपूर्ण भूमिका अदा की थी। उन्होंने ‘दिव्य भास्कर डॉट काम’ की लॉन्चिंग और अहमदाबाद, राजकोट, सूरत और वड़ोदरा में हाइपरलोकल मॉडल पर खबरों की रियलटाइम कवरेज की शुरुआत करवाई।
पत्रकारिता में अपने करीब ढाई दशकों के अनुभव के साथ वह मध्यप्रदेश, राजस्थान, दिल्ली और जम्मूर-कश्मीर में काम कर चुके हैं। उनकी रुचि अध्ययन, यात्रा और संवाद में है। साथ ही मिश्र को सामाजिक, विकास पत्रकारिता के प्रति उनके योगदान के लिए जाना जाता है। दयाशंकर मिश्र को 2008 में मैला ढोने वाले समाजों पर उनके शोध, अध्ययन के लिए यूनाइटेड नेशंस पॉपुलेशन फंड की ओर पुरस्कृत किया जा चुका है। इसके साथ ही उन्हें 2009 में एनएफआई, दिल्ली की ओर से भी इसी विषय पर फेलोशिप मिल चुकी है।
सरकार ने डीपफेक से होने वाले 'गंभीर जोखिम' पर चर्चा के लिए 24 नवंबर को गूगल, फेसबुक, यू-ट्यूब समेत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को बुलाया है।
डीपफेक के बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इससे निपटने के लिए सरकार अलर्ट मोड पर है। सरकार ने डीपफेक से होने वाले 'गंभीर जोखिम' पर चर्चा के लिए 24 नवंबर को गूगल, फेसबुक, यू-ट्यूब समेत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को बुलाया है।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के प्रमुखों के साथ 24 नवंबर को चर्चा की जाएगी। इंडिया टुडे से बातचीत में केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर से यह जानकारी दी है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आईटी में नियम 31बी के तहत 11 मुद्दे ऐसे हैं जिन्हें प्लेटफॉर्म अपने यहां शेयर नहीं कर सकते हैं। उदाहरण के लिए- बाल यौन शोषण सामग्री, इनसाइटफुल कंटेंट, पेटेंट उल्लंघन, हिंसात्मक सामग्री। इसके केंद्र में 31 बी पांच नियम है। इसमें कहा गया है कि गलत सूचना, स्पष्ट रूप से झूठी जानकारी अपने प्लेटफॉर्म पर नहीं ले जा सकते हैं, यदि वे अपने प्लेटफॉर्म पर गलत सूचना या डीप फेक लाते हैं तो उन पर इस अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया जा सकता है, क्योंकि जो सुरक्षा है, जो इम्युनिटी है, वो खत्म हो जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि यदि किसी भी प्लेटफॉर्म पर कोई डीपफेक है, चाहे वो मैसेंजर प्लेटफॉर्म हो या सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म... सूचना मिलने के 36 घंटे के भीतर यदि वे अपने प्लेटफॉर्म से ऐसा कंटेंट नहीं हटाते हैं तो उन्हें अदालत में ले जाया जा सकता है। उस पर आईपीसी और आईटी एक्ट के तहत आपराधिक मुकदमा चलाया जा सकता है।
सरकार को डीपफेक के खतरे का एहसास है। पीएम ने शुक्रवार को कहा था कि हमारे जैसे विविधतापूर्ण समाज में ‘डीपफेक’ एक बड़ा संकट पैदा कर सकता है। समाज में असंतोष की आग भी भड़का सकता है। कारण है कि लोग मीडिया से जुड़ी किसी भी चीज पर उसी तरह भरोसा करते हैं जैसे आम तौर पर गेरुआ वस्त्र पहने व्यक्ति को सम्मान दिया जाता है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि डीपफेक के कारण एक नया संकट उभर रहा है। समाज का एक बहुत बड़ा वर्ग है जिसके पास समानांतर सत्यापन प्रणाली नहीं है।
जानिए, क्या होता है डीपफेक
अभिनेत्री रश्मिका मंदाना का एक डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस मसले ने सबका ध्यान खींचा, जिसके बाद अब हर तरफ डीपफेक की चर्चा होने लगी है।
वीडियो में किसी व्यक्ति के चेहरे या शरीर को डिजिटल रूप से बदलने की तकनीक को डीपफेक कहते हैं। मशीन लर्निंग और एआई से बने ये वीडियो किसी को भी आसानी से धोखा दे सकते हैं। डीपफेक टर्म को डीप लर्निंग से लिया गया है। यह टेक्नोलॉजी मशीन लर्निंग का हिस्सा है। इस तरह के वीडियो नकली होती है। इसमें कई फेक कंटेंट को असली कंटेंट की तरह दिखाया जाता है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार को खेले गए ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मैच में ओटीटी प्लेटफॉर्म 'डिज्नी+ हॉटस्टार' ने अभी तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार को खेले गए ICC क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल मैच को 'डिज्नी+ हॉटस्टार' (Disney+ Hotstar) पर 5.9 करोड़ दर्शकों ने एक साथ लाइव देखा। इन आंकड़ों के चलते ओटीटी प्लेटफॉर्म ने अभी तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
मैच के दौरान शुरुआत के पहले आठ ओवरों में दर्शकों का ये आंकड़ा 5.5 करोड़ तक पहुंच गया था। हालांकि, जल्द ही विकेट ताश के पत्तों की तरह गिरने लगे, खासकर विराट कोहली के आउट होने के बाद, दर्शकों की संख्या कुछ ही सेकंड में गिरकर 4.6 करोड़ हो गई।
वहीं जब ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी करने उतरी तो दर्शकों की संख्या फिर बढ़ने लगी। विशेषकर तब जब पावरप्ले के दौरान भारत ने ऑस्ट्रेलिया के दो प्रमुख विकेट ले लिए।
डिज्नी-हॉटस्टार के मुताबिक, इस रिकॉर्ड के साथ ही भारत और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल मैच में बना 5.3 करोड़ दर्शकों का रिकॉर्ड भी टूट गया। इससे पहले भारत बनाम साउथ अफ्रीका मैच को अब तक सबसे ज्यादा 4.4 करोड़ दर्शकों ने एक साथ लाइव देखा था। वहीं, 22 अक्टूबर को भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए मैच को एक साथ 4.3 करोड़ दर्शकों ने लाइव देखा था, जबकि भारत बनाम पाकिस्तान मैच को 3.5 करोड़ लोगों ने एक साथ देखा था।
डिज्नी-हॉटस्टार इंडिया के हेड साजिथ शिवानंदन ने कहा, 'डिज्नी-हॉटस्टार पर 5.9 करोड़ दर्शकों ने फाइनल मैच देखा, जिसने सभी रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया। भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के अटूट समर्थन ने हमें लाइव स्पोर्ट्स स्ट्रीमिंग में नयी ऊंचाइयां छूने के लिए लगातार प्रेरित किया है।
फिलहाल, ऑस्ट्रेलिया ने अपने शानदार प्रदर्शन से भारत को हराकर छठी बार वर्ल्ड कप अपने नाम कर लिया।
युवा पत्रकार अवनीश शर्मा ने ‘न्यूज नेशन’ को अलविदा कह दिया है। वह यहां करीब छह महीने से डिजिटल टीम में एसोसिएट मल्टीमीडिया प्रड्यूसर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
युवा पत्रकार अवनीश शर्मा ने ‘न्यूज नेशन’ (News Nation) को अलविदा कह दिया है। वह यहां करीब छह महीने से डिजिटल टीम में एसोसिएट मल्टीमीडिया प्रड्यूसर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
‘न्यूज नेशन’ से पहले अवनीश ‘रिपब्लिक भारत’ (Republic Bharat) में बतौर वीडियो प्रड्यूसर कार्यरत थे, जहां करीब चार महीने तक वह डिजिटल टीम का हिस्सा रहे थे।
अवनीश शर्मा को मीडिया में काम करने का पांच साल का अनुभव है। अवनीश शर्मा ने पत्रकारिता में अपने करियर की शुरुआत ‘समाचार प्लस’ (Samachar Plus) से की थी। यहां उन्होंने काफी समय तक डिजिटल टीम में कार्य किया।
इसके बाद यहां से अपनी पारी को विराम देकर उन्होंने ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 Bharatvarsh) की डिजिटल टीम को जॉइन कर लिया। यहां उन्होंने एंकरिंग की शुरुआत भी की और करीब एक साल तक अपना समय दिया। इसके बाद उन्होंने ‘रिपब्लिक भारत’ की डिजिटल टीम को जॉइन किया और यहां से निकलकर वह ‘न्यूज नेशन’ के साथ जुड़े थे।
मूल रूप से अवनीश शर्मा उत्तर प्रदेश में कौशांबी जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने पत्रकारिता की पढ़ाई चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से की है।
एमेजॉन प्राइम वीडियो ने ड्रीम स्पोर्ट्स के स्वामित्व वाली कंपनी 'फैनकोड' (FanCode) के साथ पार्टनरशिप की है, जिसके तहत उसने अपना पहला स्पोर्ट्स आधारित चैनल लॉन्च कर दिया है।
एमेजॉन प्राइम वीडियो ने ड्रीम स्पोर्ट्स के स्वामित्व वाली कंपनी 'फैनकोड' (FanCode) के साथ पार्टनरशिप की है, जिसके तहत उसने अपना पहला स्पोर्ट्स आधारित चैनल लॉन्च 'फैनकोड' कर दिया है। बता दें कि इस चैनल पर केवल स्पोर्ट्स की लाइव स्ट्रीमिंग होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एमेजॉन प्राइम के इस स्पोर्ट्स चैनल पर क्रिकेट और फुटबॉल समेत 15 स्पोर्ट्स की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी और यह स्ट्रीमिंग किसी एक देश तक सीमित नहीं होगी, बल्कि पूरी दुनिया में इसका प्रसारण किया जाएगा।
कंपनी ने बताया कि वह जिन स्पोर्ट्स की स्ट्रीमिंग करेगी, उसमें क्रिकेट और फुटबॉल के अलावा रग्बी, कबड्डी, बॉस्केटबॉल और हॉर्स रेसिंग जैसे स्पोर्ट्स भी लाइव होंगे। प्राइम मेंबर्स अब फैनकोड का एनुअल ऐड-ऑन सब्सक्रिप्शन 249 रुपये में खरीद सकते हैं।
फैनकोड के साथ लेटेस्ट पाटर्नरशिप के बाद एमेजॉन अब स्पोर्ट्स सर्विसेस प्रोवाइड करने वाली कंपनी भी बन गई है। एमेजॉन प्राइम ने हाल ही में हुए भारत बनाम न्यूजीलैंड के मैच की लाइव स्ट्रीमिंग की थी। एमेजॉन इस सेक्टर में अपने खेल को बेहतर बनाने के प्रयास कर रहा है।
वहीं, स्पोर्ट्स की स्ट्रीमिंग से लेकर खेलों के सामान तक बेचने वाली कंपनी फैनकोड पहले से ही खेल जगत में अपना पैठ जमा चुकी है। फैनकोड की लॉन्चिंग के अभी चार साल पूरे हुए हैं और कंपनी ने इस दौरान 45,000 घंटे से ज्यादा समय तक स्पोर्ट्स की लाइव स्ट्रीमिंग की है।
फैनकोड की ICC Pathways, क्रिकेट वेस्टइंडीज, EFL, CONMEBOL, वॉलीबॉल वर्ल्ड, FIBA और अन्य के साथ विशेष साझेदारी है। सब्सक्राइबर्स काराबाओ कप, महिला बिग बैश लीग, फीफा U17 विश्व कप, बार्कलेज महिला सुपर लीग, एएफसी चैंपियंस लीग, एएफसी कप और युवा कबड्डी जैसे टूर्नामेंट देख सकते हैं। फैनकोड के पास कुछ कुछ देशों में क्रिकेट की स्ट्रीमिंग का राइट भी है।
जागरण न्यू मीडिया ने गूगल क्लाउड के साथ मिलकर तीन दिन का 'हैकथॉन' शुरू कर रहा है। इसकी थीम 'हैकथॉन, #HackTheFuture: मैराथन ऑफ द माइंड्स' रखी गई है
जागरण न्यू मीडिया ने गूगल क्लाउड (Google Cloud) के साथ मिलकर तीन दिन का 'हैकथॉन' (Hackathon) शुरू कर रहा है। इसकी थीम 'हैकथॉन, #HackTheFuture: मैराथन ऑफ द माइंड्स' रखी गई है, जिसमें बिजनेस लक्ष्यों को समझने और सामने आने वाली परेशानियों को हल करने के लिए जेनेरिक AI टूल और इसको लागू करने जैसे विषयों पर बात की जाएगी। जागरण न्यू मीडिया के मुताबिक, यह बिजनेस स्तर पर आने वाली तमाम व्यावसायिक चुनौतियों के लिए नए आइडिया देने और उन्हें हल करने में मदद करेगा।
बता दें कि #HackTheFuture का प्रोग्राम 3 दिन यानी 6 दिसंबर से लेकर 8 दिसंबर 2023 तक चलेगा। यह प्रोग्राम नोएडा में जागरण न्यू मीडिया के कॉर्पोरेट ऑफिस में आयोजित किया जाएगा। हैकथॉन में IIT कानपुर के छात्र भी हिस्सा लेंगे। साथ ही, JNU एम्प्लॉयीज के साथ संस्थान से चुने गए 10 एम्प्लॉयीज एक जनरेटर AI टूल को बेहतर बनाने के लिए पार्टिसिपेट करेंगे, जो कंपनी के व्यावसायिक लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेगा। हैकथॉन के दौरान कई विषयों को कवर किया जाएगा जैसे- monetization, creation, engagement और optimization आदि।
इसमें लगभग 10 टीमें एक-दूसरे से मुकाबला करेंगी, हर टीम में 7 पार्टिसिपेट होंगे, जिसमें IIT कानपुर का एक पार्टिसिपेट भी शामिल होगा। IIT कानपुर के हिस्सा लेने वाले सभी छात्रों को ₹50,000 का नकद पुरस्कार और खास गिफ्ट दिए जाएंगे। इसके अलावा, अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीमों को भी पुरस्कार और सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।
जागरण न्यू मीडिया के सीईओ भरत गुप्ता ने कहा कि हम यह देखने के लिए बहुत एक्साइटेड हैं कि हैकथॉन का आयोजन हमारे लिए कैसे मददगार साबित हो सकता है, क्योंकि यह AI और मीडिया की फील्ड में नए आइडियाज और नई स्किल को बढ़ावा देने के लिए हमारी कमिटमेंट को दिखाने का काम करता है। Artificial intelligence सिर्फ फ्यूचर नहीं है, बल्कि काफी हद तक प्रजेंट भी है और कॉर्नरस्टोन प्रोग्रेस के तौर पर काम कर रहा है गूगल क्लाउड और IIT कानपुर के स्टूडेंट को साथ मिलकर हमारी पब्लिशिंग इंडस्ट्री को एक उज्जवल और स्मार्ट भविष्य की ओर ले जाना है।
Dean of Academic Affairs, IIT कानपुर के प्रो. शलभ ने इस कार्यक्रम को लेकर कहा कि हम स्टूडेंट को अपने टैलेंट को दिखाने और कुछ नया सीखने पर काफी जोर देते हैं। हमारे स्टूडेंट पढ़ाई के साथ-साथ कॉर्पोरेट कंपनी के साथ मिलकर भी कुछ नया सीखें और आगे बढ़ें। हमें खुशी है कि हमारे छात्रों को जागरण न्यू मीडिया और गूगल क्लाउड के प्रोग्राम "#HacktheFuture" हैकथॉन के लिए चुना गया है यह हमारे स्टूडेंट के लिए बहुत खास है और इससे उन्हें अपने भविष्य के लिए सही फैसले लेने का हौसला मिलेगा।
अश्लील कंटेंट पेश करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर सूचना-प्रसारण मंत्रालय (I&B) ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है
अश्लील कंटेंट पेश करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर सूचना-प्रसारण मंत्रालय (I&B) ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रालय ने तीन प्लेटफॉर्म्स- हंटर्स, बेशरम और प्राइम प्ले को ऐसी कंटेंट हटाने या कार्रवाई का सामना करने का आदेश दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह पहली बार है जब ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के खिलाफ अश्लीलता से संबंधित कानून के तहत यह आदेश जारी किए गए हैं। इंडियन एक्सप्रेस को सूत्रों ने बताया कि इन प्लेटफॉर्म्स पर विभिन्न वेब-सीरीज की जांच की गई और कंटेंट को प्रथम दृष्टया अश्लील व पोर्नोग्रफी की बॉर्डरलाइन के करीब पाया गया।
लिहाजा अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में आईटी नियम, 2021 और अश्लीलता (ऑब्सेनिटी) और उसके कानूनों के उल्लंघन के संबंध में नोटिस जारी किए गए, जिनमें धारा 67 (अश्लील कंटेंट को प्रकाशित या प्रसारित करना) और 67ए (यौन कंटेंट को प्रकाशित या प्रसारित करना) शामिल हैं। अधिनियम) आईटी अधिनियम, 2000 के अनुपालन को सुनिश्चित करने के लिए प्लेटफॉर्म्स को पांच दिन का समय दिया गया था।
तीनों प्लेटफॉर्म्स ठाणे स्थित कंपनी वेबवर्ल्ड मल्टीमीडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित हैं। कंपनी के प्रवक्ता ने इंडियन एक्सप्रेस से कंटेंट हटाने की पुष्टि की है और बताया है कि सभी कंटेंट की समीक्षा की जा रही है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सूचना-प्रसारण मंत्रालय ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लीलता को लेकर बढ़ती शिकायतों से निपट रहा है। जबकि वर्तमान में 57 रजिस्टर्ड ओटीटी प्लेटफॉर्म्स हैं, इनमें से अधिकतर शिकायतें उन प्लेटफॉर्म्स से संबंधित हैं जो रजिस्टर्ड नहीं है और यग शिकायतें हाल ही में तेजी से बढ़ी हैं।