जागरण न्यू मीडिया ने अपने डिजिटल परिवार का विस्तार करते हुए गुजराती जागरण ऐप लॉन्च किया है। यह नया ऐप बिल्कुल मुफ्त है
जागरण न्यू मीडिया ने अपने डिजिटल परिवार का विस्तार करते हुए गुजराती जागरण ऐप लॉन्च किया है। यह नया ऐप बिल्कुल मुफ्त है और इसे खासतौर पर गुजराती भाषा में खबरें और जानकारी देने के लिए डिजाइन किया गया है। इस ऐप के जरिए अब पाठकों को अपनी स्थानीय भाषा में विश्वसनीय और ताजा समाचार आसानी से मिल सकेंगे।
यह ऐप गुजराती भाषा में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय, व्यापार, मनोरंजन, स्वास्थ्य और जीवनशैली जैसी विभिन्न श्रेणियों में समाचार प्रदान करता है। ऐप को आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए इस तरह डिजाइन किया गया है कि पाठक आसानी से नेविगेट कर सकें और अपनी पसंद की खबरें पढ़ सकें। इसमें डार्क और लाइट मोड का ऑप्शन भी दिया गया है, जिससे यूजर्स अपनी सुविधा के अनुसार इसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
जागरण न्यू मीडिया के प्रधान संपादक राजेश उपाध्याय ने इस मौके पर कहा, कि गुजराती जागरण ऐप का लॉन्च हमारी चल रही इंडिक भाषा विस्तार रणनीति में एक अच्छा कदम है। प्रौद्योगिकी का फायदा उठाते हुए सिर्फ एक क्लिक करने पर विश्वसनीय और नए अपडेट देता है। हमारा मिशन यही है कि आप तक आसान तरीके से भरोसेमंद समाचार पहुंचाया जाए, वो भी नए गुजराती ऐप के जरिए। यह लॉन्च स्थानीय और वैश्विक स्तर पर गुजराती भाषा समुदाय के साथ हमारे संबंधों को और मजबूत करेगा, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि वे सूचित रहें और अपनी जड़ों से जुड़े रहें।
प्रौद्योगिकी और डिजाइन के एवीपी प्रदीप सिंह रावत ने कहा कि हम गुजराती जागरण ऐप लॉन्च करके बहुत खुश हैं, जिसे बहुत ही खूबसूरत तरीके से डिजाइन किया गया है। इसमें कई कैटेगरी को बनाया गया है जैसे शहर-विशिष्ट, यूआई/यूएक्स आदि। इसे गुजराती समाचार, जीवनशैली, ट्रेंडिंग सामग्री आप तक बहुत ही आसानी से पहुंचेंगी। हमारा लक्ष्य भी यही है कि हम इस ऐप के जरिए आप तक सही समाचार पहुंचाएं और गुजराती लोगों से तकनीक का रिश्ता जोड़ें।
ऐप का इंटरफेस यूजर्स के लिए बेहद आसान और आकर्षक है। किसी भी खबर का अपडेट वास्तविक समय में मिलता है। यह ऐप आईओएस और एंड्रॉइड दोनों प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है। इसे आप मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं।
हालांकि, जागरण न्यू मीडिया पहले ही अंग्रेजी, हिंदी, पंजाबी, मराठी, तमिल आदि कई भाषाओं में प्लेटफॉर्म के जरिए खबरें प्रदान करता आ रहा है। मगर अब रीडर्स गुजराती जागरण ऐप के जरिए गुजराती भाषा में खबरों को जानेंगे।
बता दें जागरण न्यू मीडिया ने साल 2022 में गुजराती जागरण.कॉम लॉन्च किया था और यह तब से अंतरराष्ट्रीय पाठकों और भारत में गुजराती भाषा आबादी के बीच लोकप्रिय है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'शेयरचैट' (ShareChat) ने कथित तौर पर अपने वर्कफोर्स का 5% यानी 20-30 एम्प्लॉयीज को हटाने का फैसला किया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'शेयरचैट' (ShareChat) ने कथित तौर पर अपने वर्कफोर्स का 5% यानी 20-30 एम्प्लॉयीज को हटाने का फैसला किया है। यह छंटनी विभिन्न विभागों से की जाएगी और पिछले छह महीनों में कंपनी की दूसरी बड़ी छंटनी होगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह कदम वार्षिक प्रदर्शन समीक्षा के बाद उठाया गया है।
'शेयरचैट' के पास वर्तमान में करीब 530-550 एम्प्लॉयीज हैं। कंपनी ने अपने वार्षिक मूल्यांकन चक्र के हिस्से के रूप में यह प्रक्रिया शुरू की। एक प्रवक्ता के हवाले से कहा गया, "प्रत्येक प्रदर्शन चक्र में, लगभग 3-4% एम्प्लॉयीज को प्रदर्शन के आधार पर पिरामिड के निचले स्तर पर आंका जाता है। इन एम्प्लॉयीज को कंपनी छोड़ने के लिए कहा जाता है।"
इससे पहले कंपनी ने अगस्त 2024 में अपने मध्य-वर्ष प्रदर्शन चक्र के दौरान भी 5% एम्प्लॉयीज को हटाया था। वहीं, 2023 में कंपनी ने लागत कम करने के उपायों के तहत 700 एम्प्लॉयीज की छंटनी की थी।
छंटनी के इस सिलसिले से यह स्पष्ट है कि 'शेयरचैट' अपनी संचालन क्षमता को बेहतर बनाने और प्रदर्शन-आधारित ढांचे को अपनाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, बार-बार हो रही छंटनियों ने एम्प्लॉयीज के बीच अनिश्चितता का माहौल पैदा कर दिया है।
'शेयरचैट' का यह कदम एक ऐसे समय में आया है जब टेक कंपनियां वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के चलते अपनी रणनीतियों को पुनः निर्धारित कर रही हैं।
शॉर्ट्स न्यूज प्लेटफॉर्म ‘इनशॉर्ट्स’ (Inshorts) के को-फाउंडर अजहर इकबाल ने एक नया वेंचर 'Fenado AI' लॉन्च किया है, जो बिना कोडिंग भाषा के ऐप और वेबसाइट बनाने का मंच प्रदान करता है।
शॉर्ट्स न्यूज प्लेटफॉर्म ‘इनशॉर्ट्स’ (Inshorts) के को-फाउंडर अजहर इकबाल ने एक नया वेंचर 'Fenado AI' लॉन्च किया है, जो बिना कोडिंग भाषा के ऐप और वेबसाइट बनाने का मंच प्रदान करता है।
कंपनी के बयान के अनुसार, Fenado AI पूर्णतः कार्यात्मक कंपनियों के लिए आवश्यक संपूर्ण प्रौद्योगिकी समाधान प्रदान करता है, जिससे कोडिंग कौशल या महंगी टेक्नोलॉजी टीम्स की जरूरत समाप्त हो जाती है।
कोई भी बिजनेस, स्टार्टअप या उद्यमी चैट के माध्यम से अपनी व्यावसायिक आवश्यकताओं और डिजाइन वरीयताओं को आसानी से साझा कर सकता है और Fenado AI उनके अनुसार इच्छित ऐप या वेबसाइट बना देगा।
इनशॉर्ट्स के पूर्व टेक्नोलॉजी हेड मनीष सिंह बिष्ट इस मंच के को-फाउंर हैं। अजहर इकबाल ने कहा कि शानदार विचारों वाले उद्यमी अक्सर किफायती और कुशल प्रौद्योगिकी प्रतिभा तक पहुंच की कमी के कारण पीछे रह जाते हैं। Fenado AI इस समस्या का समाधान करता है और उद्यमियों को कोडिंग की जटिलताओं और प्रौद्योगिकी टीम बनाने की चिंता किए बिना अपने समाधान बनाने की शक्ति प्रदान करता है।
बयान में यह भी उल्लेख किया गया है कि स्टार्टअप पहले से ही मासिक आधार पर चार गुना गति से बढ़ रहा है, और इसका लक्ष्य 2025 के अंत तक दुनियाभर में 10,000 स्टार्टअप की मदद करना है।
अजहर इकबाल की उद्यमिता यात्रा प्रेरणादायक है, जिसमें उन्होंने बिहार से लेकर शार्क टैंक इंडिया तक का सफर तय किया है।
Fenado AI के लॉन्च के साथ ही अजहर इकबाल ने तकनीकी विकास के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जो उद्यमियों को उनके विचारों को साकार करने में सहायता करेगा।
जियोस्टार ने विकास कुंडू को एजेंसी पार्टनरशिप के हेड के रूप में नियुक्त किया है। यह नियुक्ति जनवरी 2025 से प्रभावी होगी।
जियोस्टार ने विकास कुंडू को एजेंसी पार्टनरशिप के हेड के रूप में नियुक्त किया है। यह नियुक्ति जनवरी 2025 से प्रभावी होगी।
वायकॉम18 में 17 वर्षों का समृद्ध अनुभव
विकास कुंडू जियोस्टार में वायकॉम18 मीडिया से जुड़ रहे हैं, जहां उन्होंने 17 वर्षों तक विभिन्न नेतृत्व भूमिकाओं में काम किया। हाल ही में, उन्होंने सीनियर वाइस प्रेजिडेंट और रेवेन्यू हेड (रीजनल एंटरटेनमेंट) के रूप में 14 क्षेत्रीय चैनलों के राजस्व संचालन का नेतृत्व किया, जो छह भाषाओं में कार्यरत थे। इसके अतिरिक्त, उन्होंने वायकॉम18 के किड्स क्लस्टर के सेल्स व सिंडिकेशन का भी नेतृत्व किया।
मीडिया व एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में 23 वर्षों का व्यापक अनुभव
विकास कुंडू को मीडिया व एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कुल 23 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर में कई प्रतिष्ठित संगठनों में काम किया है, जिनमें सहारा वन मीडिया, यूटीवी-डिज़्नी, सत्याम इंफोवे, इंडिया.कॉम और बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड शामिल हैं।
शैक्षिक योग्यता व प्रोफेशनल बैकग्राउंड
विकास कुंडू ने टाइम्स स्कूल ऑफ मार्केटिंग से मार्केटिंग मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त की है। इसके अलावा, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में स्नातक किया है।
जियोस्टार की यह नियुक्ति कंपनी की विकास यात्रा को नया आयाम देने और एजेंसी पार्टनरशिप को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विकास कुंडू की व्यापक विशेषज्ञता और नेतृत्व अनुभव जियोस्टार को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने और नए अवसरों का लाभ उठाने में मदद करेगा।
वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र भजनी ने नए साल में नई शुरुआत की है। उन्होंने अमर उजाला के साथ अपनी तीन साल से ज्यादा की पारी पर विराम लगा दिया है।
वरिष्ठ पत्रकार रविंद्र भजनी ने नए साल में नई शुरुआत की है। उन्होंने अमर उजाला के साथ अपनी तीन साल से ज्यादा की पारी पर विराम लगा दिया है। वह अमर उजाला डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। भजनी ने अपनी नई पारी लोकमत समूह के साथ शुरू की है। उन्होंने आज मंगलवार को 'लोकमत समाचार' नागपुर और अकोला के संपादक का पदभार ग्रहण कर लिया है।
मूलतः जलगांव के निवासी भजनी पिछले 25 वर्षों से प्रिंट और डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं।
रविंद्र भजनी के करीब 25 साल के करियर में चार मौके ऐसे आए हैं, जब नए साल में उन्होंने नई जिम्मेदारी के साथ नया सफर शुरू किया है। अमर उजाला से जुड़ने से पहले उन्होंने दैनिक भास्कर में भी लंबी पारी खेली थी। रविंद्र भजनी भोपाल से प्रकाशित राज एक्सप्रेस, पीपुल्स समाचार सहित दैनिक जागरण समूह के नई दुनिया का भी हिस्सा रह चुके हैं। भजनी की पहचान 'आउट ऑफ द बॉक्स' थिंकिंग वाले पत्रकारों में होती है। अमर उजाला और दैनिक भास्कर में उन्होंने कई नए प्रयोग किए, जिन्हें काफी पसंद किया गया।
भजनी ने इंदौर, भोपाल, नोएडा, जयपुर और छत्तीसगढ़ के महत्वपूर्ण मीडिया संस्थानों और समाचार पत्रों में प्रमुख भूमिकाएं निभाई हैं। पत्रकारिता के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं और योग्यता को कई पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
भजनी का कहना है कि वह 'लोकमत समाचार' को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके अनुभव और नेतृत्व से समाचार पत्र के पाठकों को लाभ मिलने की उम्मीद है।
भजनी ने फेसबुक पोस्ट में अपने नए सफर की जानकारी दी है-
'सफर जिंदगी का हो या किसी जिम्मेदारी का, एक खुशनुमा मोड पर थम ही जाना चाहिए। मेरा भी अमर उजाला का सफर अब थम गया है। कहने को बहुत कुछ है, लेकिन शब्द नहीं मिल रहे। नोएडा में तीन साल फुर्र हो गए और पता ही नहीं चला। अब नए सफर पर निकलने की तैयारी है। जयदीप कर्णिक सर के मार्गदर्शन में जब करीब सवा तीन साल पहले जिम्मेदारी हाथ में ली थी, तो चुनौती बड़ी लग रही थी। फिर, लोग जुड़ते गए और कारवां बनता गया। कई साथी मिले और ताउम्र सहेजने वाले सुखद रिश्तों में तब्दील हो गए। अब जो बिछड़े भी हैं, वो मोबाइल की कॉन्टैक्ट लिस्ट में सदा के लिए जगह बना चुके हैं। और, शायद कुछ मोबाइल में मैने भी जगह तो बना ही ली है। नाम लिखूंगा तो कुछ छूट भी सकते हैं, इसलिए उस उलझन में नहीं पड़ना चाहता। सर का धन्यवाद जो उन्होंने मुझे साथ काम करने का मौका दिया।
खैर, जब अमर उजाला में मेरी यात्रा का अंतिम पड़ाव आया तो पूरी दुनिया ही 2024 को विदा कर 2025 के स्वागत में पलक पांवड़े बिछा रही थी। मेरे लिए तो बहुत ही अलग तरह का अहसास था। इससे पहले भी करीब 25 साल के करियर में चार मौके ऐसे आए हैं, जब नए साल में ही नई जिम्मेदारी के साथ नया सफर शुरू किया है। इस बार भी ऐसा ही कुछ हो रहा है..
अपने पिछले कार्यकालों में, विक्रम चंदे ने Adobe, GroupM, dentsu international, और Logicserve Digital सहित अन्य कंपनियों के साथ काम किया है।
विक्रम चंदे को ZEE5 में डिजिटल का नेशनल सेल्स हेड नियुक्त किया गया है। उन्होंने अपनी इस नई भूमिका की जानकारी लिंक्डइन पर साझा की है।
अपने लिंक्डइन पोस्ट पर लिखा, “मैं यह बताते हुए खुश हूं कि मैंने ZEE5 में नेशनल सेल्स हेड - डिजिटल के रूप में नई भूमिका शुरू की है,”
इससे पहले, विक्रम चंदे सैमसंग एड्स में जनरल मैनेजर और सेल्स लीड (इंडिया) के रूप में 3 साल से अधिक समय तक कार्यरत थे।
चंदे एक अनुभवी बिजनेस लीडर हैं, जिन्होंने राजस्व और मानव संसाधन रणनीतियों के माध्यम से विकास और परिवर्तन प्रदान किया है। उनके पास प्रोग्रामेटिक ऐडवर्टाइजिंग और परफॉर्मेंस मार्केटिंग में 17 से अधिक वर्षों का डिजिटल मीडिया का व्यापक अनुभव है। वह उभरती तकनीकों, उत्पादों और उपभोक्ता विभेदन के कट्टर समर्थक हैं।
अपने पिछले कार्यकालों में, विक्रम चंदे ने Adobe, GroupM, dentsu international, और Logicserve Digital सहित अन्य कंपनियों के साथ काम किया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'टिकटॉक' (TikTok) के उत्तरी अमेरिका (North America) में ऐड सेल्स के हेड समीर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'टिकटॉक' (TikTok) के उत्तरी अमेरिका (North America) में ऐड सेल्स के हेड समीर सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह कंपनी के साथ फरवरी के अंत तक बने रहेंगे।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब 19 जनवरी से अमेरिका में 'टिकटॉक' पर प्रतिबंध लागू होने जा रहा है।
समीर सिंह ने 2019 में ByteDance में शामिल होकर एशिया-प्रशांत क्षेत्र (APAC) के लिए ग्लोबल बिजनेस सॉल्यूशंस के हेड के रूप में कार्यभार संभाला था।
TikTok से पहले, समीर सिंह GroupM के दक्षिण एशिया के सीईओ के रूप में कार्य कर चुके हैं।
अपने करियर में, उन्होंने Google, MullenLowe Lintas Group और Procter & Gamble जैसी कंपनियों में भी काम किया है।
अवनीश कुमार उपाध्याय इससे पहले ‘जी मीडिया’ (Zee Media) ग्रुप की टेक वेबसाइट 'टेकलूसिव' (Techlusive) में संपादक के पद पर कार्यरत थे, जहां से कुछ समय पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
वरिष्ठ पत्रकार अवनीश कुमार उपाध्याय ने नए साल पर ‘एनडीटीवी’ (NDTV) समूह से मीडिया में अपने नए सफर का आगाज किया है। समाचार4मीडिया से बातचीत में अवनीश कुमार उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने ‘एनडीटीवी’ ग्रुप की टेक वेबसाइट ‘गैजेट्स360’ (Gadgets360) में बतौर सीनियर एडिटर जॉइन किया है।
बता दें कि अवनीश कुमार उपाध्याय इससे पहले ‘जी मीडिया’ (Zee Media) ग्रुप की टेक वेबसाइट 'टेकलूसिव' (Techlusive) में संपादक के पद पर कार्यरत थे, जहां से कुछ समय पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। वह 'टेक्लूसिव' की अंग्रेजी और हिंदी वेबसाइट के साथ-साथ वीडियो और सोशल मीडिया की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे।
अवनीश करीब साढ़े चार साल से ‘जी मीडिया’ के साथ जुड़े हुए थे। उन्होंने अगस्त 2020 में ‘जी मीडिया’ की वेबसाइट इंडिया डॉट कॉम को जॉइन किया था, जहां टेक और ऑटो सेगमेंट को लॉन्च किया। चार महीने बाद ही उन्हें प्रमोट कर टेक वेबसाइट BGR.in के हिंदी वर्टिकल का हेड बनाया गया।
फरवरी 2023 में उन्होंने Techlusive को लॉन्च किया। अवनीश कुमार उपाध्याय डिजिटल मीडिया के उन तेज-तर्रार ऑलराउंडर पत्रकारों में हैं, जो टेक्स्ट के साथ-साथ वीडियो और सोशल मीडिया की भी गहरी समझ रखते हैं।
‘जी मीडिया’ से पहले वह ‘टाइम्स ग्रुप’ में एनबीटी वेबसाइट का हिस्सा हुआ करते थे। बनारस के सांध्य अखबार 'गांडीव' से पत्रकारिता का ककहरा सीखने वाले अवनीश जागरण डिजिटल, अमर उजाला, राजस्थान पत्रिका जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में भी काम कर चुके हैं।
मूलरूप से जौनपुर के रहने वाले अवनीश की पढ़ाई-लिखाई बनारस से हुई है। उन्होंने माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय के नोएडा कैम्पस से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। समाचार4मीडिया की ओर से अवनीश कुमार उपाध्याय को नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
"हम अब केवल जानकारी के युग से आगे बढ़ चुके हैं; आज यह बुद्धिमत्ता का युग है, जहां गहराई और विवेक की कीमत साधारण तथ्यों से अधिक है।"
अनुराधा प्रसाद, एडिटर-इन-चीफ, न्यूज24 ।।
"हम अब केवल जानकारी के युग से आगे बढ़ चुके हैं; आज यह बुद्धिमत्ता का युग है, जहां गहराई और विवेक की कीमत साधारण तथ्यों से अधिक है।"
साल 2024 भारतीय मीडिया के लिए एक परिवर्तनकारी दौर साबित हुआ। डिजिटल और पारंपरिक मीडिया के बीच प्रतिस्पर्धा पहले से कहीं ज्यादा तीव्र हो गई है। तकनीकी प्रगति ने खबरों को प्रस्तुत करने, प्रसारित करने और उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के तरीके को पूरी तरह बदल दिया। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डेटा एनालिटिक्स ने सटीकता बढ़ाने और उपभोक्ताओं की पसंद को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हालांकि, इन सबके बीच मीडिया की विश्वसनीयता को लेकर सवाल बार-बार उठे हैं। फेक न्यूज और गलत जानकारी के बढ़ते खतरे ने इंडस्ट्री को आत्ममंथन करने और सुधारात्मक कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया है।
भारत की डिजिटल मीडिया इंडस्ट्री ने 2024 में 15% की प्रभावशाली वार्षिक वृद्धि दर दर्ज की, जबकि टेलीविजन और प्रिंट मीडिया ने क्रमशः 7% और 4% की मध्यम वृद्धि दर हासिल की। मोबाइल डिवाइस और इंटरनेट की बढ़ती पहुंच ने डिजिटल मीडिया को देश के सबसे दूर-दराज के क्षेत्रों तक पहुंचा दिया है। 450 मिलियन से अधिक सक्रिय यूजर्स मीडिया प्लेटफॉर्म्स से जुड़ रहे थे, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि दर्शक तेज, सुलभ और अपनी सुविधा के अनुसार खबरें चाहते हैं। हालांकि, इस तेज दौड़ में, खबरों की गहराई और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण अक्सर पीछे छूट गया है।
2024, जो एक चुनावी साल था। इस साल न्यूज चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने पूरे देश में नागरिकों को रियल-टाइम अपडेट प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि, इस दौरान ध्रुवीकृत सामग्री और प्रचार-प्रेरित कथाओं को लेकर चिंताएं भी सामने आईं। दर्शक अब केवल सनसनीखेज सुर्खियों से संतुष्ट नहीं हैं, वे गहन रिपोर्टिंग और सूक्ष्म विश्लेषण की मांग करते हैं, जिसे पारंपरिक मीडिया को प्रासंगिक बने रहने के लिए प्राथमिकता देनी होगी।
2025 में, मीडिया इंडस्ट्री से अपनी विश्वसनीयता को पुनः स्थापित करने की दिशा में अधिक मजबूत कदम उठाने की उम्मीद की जाती है। तथ्यों पर आधारित और सभी दृष्टिकोणों को निष्पक्ष रूप से प्रस्तुत करने वाली गुणवत्ता पत्रकारिता समय की आवश्यकता होगी। हालांकि डिजिटल मीडिया का वर्चस्व जारी रहेगा, लेकिन टेलीविजन और प्रिंट जैसे पारंपरिक प्रारूप भी अपनी अहमियत बनाए रखेंगे, खासकर उन दर्शकों के लिए जो व्यापक और विस्तृत कवरेज चाहते हैं।
2025 में स्मार्ट टेक्नोलॉजी और इसका नैतिक उपयोग ही मीडिया के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलेगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गलत जानकारी के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी मॉडरेशन सिस्टम और आत्म-नियमन तंत्र बेहद महत्वपूर्ण होंगे। साथ ही, समाचार प्रस्तुति में विविधता को बढ़ावा देना और क्षेत्रीय भाषाओं में सामग्री को प्रोत्साहित करना मीडिया की पहुंच को और अधिक व्यापक बनाएगा।
मीडिया का भविष्य केवल खबरों का स्रोत बनने में नहीं, बल्कि समाज का दर्पण बनने में है। इस सत्य, निष्पक्षता और जवाबदेही को अपने मूल सिद्धांतों में शामिल करना होगा। दर्शकों और पाठकों का विश्वास जीतना सबसे बड़ी चुनौती रहेगा और सफलता की कुंजी भी। 2025 में प्रवेश करते हुए, मीडिया को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की जिम्मेदारी को पूरी तरह से अपनाना होगा। इसकी भूमिका सिर्फ खबरें देने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को दिशा दिखाने और सार्वजनिक संवाद को सशक्त बनाने तक विस्तारित है।
नई सोच, नए दृष्टिकोण और नवीन तकनीकों के साथ, मीडिया आने वाले वर्षों में अपनी प्रासंगिकता और प्रभाव को और मजबूत कर सकता है।
(यह लेखिका के निजी विचार हैं और वह बीएजी टेलीफिल्म्स एवं मीडिया लिमिटेड की चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर भी हैं।)
'Waves' का शुभारंभ 20 नवंबर 2024 को गोवा में आयोजित 55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के दौरान किया गया था।
प्रसार भारती के OTT प्लेटफॉर्म 'Waves' ने अपनी लॉन्चिंग के बाद पहले ही महीने में 1 मिलियन से अधिक डाउनलोड का रिकॉर्ड बनाया है।
सूचना-प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस उपलब्धि की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, "WAVES OTT ऐप ने 1 मिलियन डाउनलोड का महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर लिया है।"
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गोवा में लॉन्च हुआ था प्लेटफॉर्म
'Waves' का शुभारंभ 20 नवंबर 2024 को गोवा में आयोजित 55वें अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) के दौरान किया गया था। इसे गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू की उपस्थिति में लॉन्च किया था।
क्या है खास 'Waves' में?
इस प्लेटफॉर्म पर एंटरटेनमेंट व न्यूज चैनल्स का बेहतरीन कलेक्शन उपलब्ध है।
38 लाइव चैनल्स: एंटरटेनमेंट के लिए B4U, ABZY, SAB Group, और 9X Media जैसे चैनल शामिल हैं।
न्यूज चैनल्स: India Today, News Nation, Republic, ABP News, News24 और NDTV India जैसे प्रमुख न्यूज चैनल्स भी इस प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं।
सरकारी चैनल्स: 'Waves' पर सभी दूरदर्शन और आकाशवाणी चैनल भी उपलब्ध हैं।
प्रसार भारती की डिजिटल पहल
यह उपलब्धि प्रसार भारती के लिए एक बड़ी सफलता है, जो डिजिटल युग में अपने कंटेंट को दर्शकों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। Waves OTT ऐप की बढ़ती लोकप्रियता इस बात का प्रमाण है कि प्रसार भारती के कार्यक्रम देशभर में बड़ी संख्या में दर्शकों को आकर्षित कर रहे हैं।
इस उपलब्धि के बाद 'Waves' से और भी बेहतरीन कंटेंट की उम्मीद की जा रही है।
विजय कुमार झा इससे पहले ‘इंडियन एक्सप्रेस’ समूह के हिंदी न्यूज पोर्टल ‘जनसत्ता.कॉम’(jansatta.com) में एडिटर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे, जहां से कुछ समय पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया था।
वरिष्ठ पत्रकार विजय कुमार झा ने ‘राजस्थान पत्रिका’ (Rajasthan Patrkia) समूह के साथ अपने नए सफर की शुरुआत की है। विजय कुमार झा ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया कि उन्होंने राजस्थान पत्रिका के डिजिटल डिवीजन में हेड (National Integrated Content Strategy) के पद पर जॉइन किया है।
बता दें कि विजय कुमार झा इससे पहले ‘इंडियन एक्सप्रेस’ समूह के हिंदी न्यूज पोर्टल ‘जनसत्ता.कॉम’(jansatta.com) में एडिटर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे, जहां से कुछ समय पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। वह इस संस्थान के साथ करीब नौ साल से जुड़े हुए थे। वह इस वेबसाइट के पहले संपादक थे।
विजय कुमार झा इससे पहले भास्कर डॉट कॉम में डिप्टी एडिटर के तौर पर कार्यरत थे। विजय कुमार झा की गिनती ऑनलाइन मीडिया के तेज-तर्रार पत्रकारों में होती है। वह बाकी प्रतिस्पर्धियों से अलग लीक पर चलते हुए कम संसाधन में भी अच्छा नतीजा देने वाले डिजिटल संपादक के तौर पर जाने जाते हैं।
करीब ढाई दशक से पत्रकारिता में सक्रिय विजय कुमार झा ने पत्रकारिता के प्रतिष्ठित संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन (आईआईएमसी), नई दिल्ली से जर्नलिज्म की एजुकेशन ली है।
इसके बाद वर्ष 2001 में उन्होंने दिल्ली में नेटजाल डॉट कॉम ( netjaal.com) के साथ पत्रकारिता में अपनी पारी का आगाज किया। दो साल वहां काम करने बाद उन्होंने 2003 में प्रिंट मीडिया की ओर रुख किया और रांची में ‘प्रभात खबर’ से जुड़ गए। वहां तब के संपादक हरिवंश ने उन्हें अपनी कोर टीम का हिस्सा बनाया।
उसके बाद उन्होंने भागलपुर में ‘दैनिक जागरण’ के साथ काम किया। वर्ष 2005 में विजय कुमार झा ने एक बार फिर दिल्ली का रुख किया और नोएडा में ‘दैनिक भास्कर’ के साथ एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट से जुड़ कर अपनी पारी शुरू की। करीब एक साल तक भास्कर के साथ काम करने के बाद वह दिल्ली में ‘नवभारत टाइम्स’ का हिस्सा बन गए और उसके बाद 2007 में नोएडा में ‘दैनिक जागरण’ के साथ अहम पद पर जुड़े।
लगातार कुछ नया करने की सोच उन्हें 2010 में दोबारा ऑनलाइन पत्रकारिता की दुनिया में ले गई और वे भास्कर डॉट कॉम में अहम भूमिका वाले पद पर काम करने लगे। 2014 में जब भास्कर डॉट कॉम का ऑफिस नोएडा से भोपाल गया तो वह भी भोपाल शिफ्ट हो गए। एक साल बाद, 2015 के अक्टूबर में उन्होंने नोएडा वापसी की और ‘इंडियन एक्सप्रेस’ समूह के साथ अपनी नई पारी की शुरुआत कर दी थी। अब उन्होंने ‘राजस्थान पत्रिका’ के साथ नया सफर शुरू किया है।
समाचार4मीडिया की ओर से विजय कुमार झा को नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।