अपने दो दशक से ज्यादा के करियर में तमाम बड़ी कंपनियों में प्रमुख भूमिकाएं निभा चुके हैं अविनाश डूगर
घरेलू ओटीटी मीडिया स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ‘उल्लू’ (Ullu) ने अविनाश डूगर (Avinash Dugar) को चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) के पद पर नियुक्त किया है। अपनी इस भूमिका में वह इस ओटीटी प्लेटफॉर्म के विकास और विविधीकरण का नेतृत्व करेंगे।
अपने दो दशक से ज्यादा के करियर में अविनाश डूगर तमाम बड़ी कंपनियों में प्रमुख भूमिकाएं निभा चुके हैं। बता दें कि ‘Ullu’ को विभू अग्रवाल ने वर्ष 2018 में शुरू किया था और यह शुरुआती घरेलू ओटीटी ऐप्स में से एक था।
अविनाश डूगर की नियुक्ति के बारे में विभू अग्रवाल का कहना है, ‘यह विकास की दिशा में एक रणनीतिक कदम है। अविनाश के पास सेल्स, मार्केटिंग और ऑपरेशंस का व्यापक अनुभव है। बिजनेस चलाने के लिए उत्कृष्टता और कौशल हासिल करने की उनकी इच्छा उन्हें ULLU को विकास के अगले चरण में ले जाने के लिए आदर्श विकल्प बनाती है। हमारी कंपनी कंटेंट और प्रॉडक्शन के क्षेत्र में उभरते अवसरों का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है और मैं अपनी टीम के साथ इन प्रयासों का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह तैयार हूं।’
वहीं, अविनाश डूगर का कहना है, ‘ओटीटी इंडस्ट्री में इस परिवर्तनकारी समय के दौरान इस बेहतरीन टीम में शामिल होना मेरे लिए सम्मान की बात है। हम विकास के नए रास्ते तलाशते हुए और अपने सबस्क्राइबर बेस का विस्तार करते हुए बेहतरीन कंटेंट व यूजर एक्सपीरिएंस प्रदान करना जारी रखेंगे।’
विभू अग्रवाल अपने ओटीटी प्लेटफॉर्म और जनरल एंटरटेनमेंट चैनल ‘अतरंगी’ (Atrangii) के प्रमुख बने रहेंगे और अब एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में विस्तार और नई रेवेन्यू स्ट्रीम्स की खोज की ओर कदम बढ़ाएंगे।
रिपोर्ट में बताया गया है कि सोशल मीडिया के इस बढ़ते प्रभाव को देखते हुए, ब्रैंड्स के लिए यह जरूरी है कि वे डिजिटल-फर्स्ट इकोनॉमी में खुद को सही तरीके से पेश करें।
कॉमस्कोर इंक. (Comscore Inc.) की हाल ही में जारी की गई एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय यूजर्स ने जून 2024 में सोशल मीडिया पर लगभग 10 बिलियन घंटे बिताए, जो जून 2023 में 11 बिलियन घंटे थे। यह दर्शाता है कि सोशल मीडिया पर बिताए गए समय में करीब 10 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि इंटरनेट पर बिताया गया कुल समय थोड़ा बढ़ा है।
सोशल मीडिया यूजर्स की संख्या में भी मामूली गिरावट
रिपोर्ट के अनुसार, जून 2024 में सोशल मीडिया पर 485 मिलियन यूजर्स सक्रिय थे, जबकि जून 2023 में यह संख्या 486 मिलियन थी। इसके विपरीत, इंटरनेट यूजर्स की संख्या 510 मिलियन से बढ़कर 524 मिलियन हो गई।
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि 500 मिलियन से अधिक यूजर्स के साथ, भारत में एक विशाल संभावित डिजिटल बाजार है। इन यूजर्स में से 78 प्रतिशत मोबाइल-ओनली हैं, जो यह दर्शाता है कि बिजनेस को मोबाइल-फर्स्ट रणनीति अपनाने की जरूरत है ताकि वे इस बड़े दर्शक वर्ग तक प्रभावी ढंग से पहुंच सकें।
यू-ट्यूब का दबदबा
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स की बात करें, तो यू-ट्यूब (YouTube) सबसे आगे है, जिसकी पहुंच 88% है और हर यूजर औसतन महीने में 13 घंटे इस प्लेटफॉर्म पर बिताता है।
इसके साथ ही, सोशल मीडिया उपयोग के तरीकों में बदलाव हो रहा है। इंस्टाग्राम ने 15-24 साल के यूजर्स के बीच लोकप्रियता में फेसबुक को पीछे छोड़ दिया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि ब्रांड्स को अपनी रणनीति में इस बदलाव को ध्यान में रखना चाहिए। इसके अलावा, इंफ्लुएंसर मार्केटिंग भी तेजी से बढ़ रही है, जहां सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर होने वाले कुल इंटरैक्शन (लाइक्स, कमेंट्स, शेयर) का 32% हिस्सा इंफ्लुएंसर्स से आता है।
इंटरनेट पर आधा समय सोशल मीडिया को समर्पित
जनवरी से जून 2024 के बीच, भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स ने 60 बिलियन घंटे सोशल मीडिया पर बिताए, जो कि इंटरनेट पर बिताए गए कुल 218 बिलियन घंटों का 27 प्रतिशत है। यह इस बात को साबित करता है कि सोशल मीडिया भारत में डिजिटल लाइफ का एक अहम हिस्सा बन गया है।
तुलना के लिए, यूजर्स ने 40 बिलियन घंटे एंटरटेनमेंट पर और 6 बिलियन घंटे न्यूज पढ़ने में बिताए। रिटेल और यात्रा के लिए 5 अरब और 1 अरब घंटे क्रमशः समर्पित किए गए, जबकि फाइनेंस के लिए 7 बिलियन घंटे खर्च किए गए। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि सोशल मीडिया अन्य क्षेत्रों की तुलना में सबसे अधिक ध्यान आकर्षित कर रहा है, हालांकि अन्य सेक्टर भी यूजर्स का ध्यान खींचने की कोशिश कर रहे हैं।
ब्रैंड्स के लिए चुनौती और अवसर
रिपोर्ट में बताया गया है कि सोशल मीडिया के इस बढ़ते प्रभाव को देखते हुए, ब्रैंड्स के लिए यह जरूरी है कि वे डिजिटल-फर्स्ट इकोनॉमी में खुद को सही तरीके से पेश करें। उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से यूजर्स से जुड़ने की रणनीति अपनानी चाहिए ताकि वे इस विशाल और प्रभावशाली बाजार का लाभ उठा सकें।
इंटरनेट कंपनी Rediff.com ने मंगलवार को विशाल मेहता को अपना नया चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त करने की घोषणा की है।
इंटरनेट कंपनी Rediff.com ने मंगलवार को विशाल मेहता को अपना नया चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर नियुक्त करने की घोषणा की है। यह महत्वपूर्ण बदलाव तब हुआ है जब Infibeam Avenues Ltd ने Rediff.com में बहुमत हिस्सेदारी खरीदी।
Rediff.com के बोर्ड ने आधिकारिक तौर पर यह निर्णय लिया, जिससे विशाल मेहता अब अजीत बालकृष्णन की जगह लेंगे, जो 1996 में कंपनी की स्थापना के बाद से इसके प्रमुख रहे हैं। इस नियुक्ति से बोर्ड ने मेहता की कंपनी को अगले विकास और परिवर्तन के चरण में ले जाने की क्षमता पर भरोसा जताया है।
विशाल मेहता, जो पहले से ही Infibeam Avenues Ltd के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में कार्यरत हैं, अब Rediff.com में भी यही भूमिका निभाएंगे। अजीत बालकृष्णन, जिन्होंने Rediff.com को भारत के डिजिटल क्षेत्र में एक प्रमुख नाम बनाया, इस बदलाव में सहयोग करेंगे।
मेहता की नियुक्ति पर बोलते हुए अजीत बालकृष्णन ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि विशाल के नेतृत्व में Rediff.com नए क्षेत्रों में प्रगति और नवाचार की ओर अग्रसर होगा।"
विशाल मेहता, जिन्होंने Massachusetts Institute of Technology (MIT) और Cornell University से शिक्षा प्राप्त की है, डिजिटल नवाचार और रणनीतिक व्यापार विकास में गहरा अनुभव रखते हैं। उन्होंने पहले Amazon के कॉर्पोरेट मुख्यालय में काम किया, जहां उन्होंने कंपनी की तकनीकी और कॉर्पोरेट विकास प्रक्रियाओं में अहम भूमिका निभाई। भारत लौटने के बाद, 2007 में उन्होंने Infibeam की स्थापना की, जो अब भारत की सबसे बड़ी फिनटेक और भुगतान समाधान कंपनियों में से एक बन चुकी है।
Rediff.com के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में, मेहता कंपनी को डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवाओं जैसे नए क्षेत्रों में लेकर जाएंगे। उन्होंने कहा, "मैं Rediff.com का नेतृत्व करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। Infibeam Avenues के साथ Rediff का समन्वय हमारी विकास रणनीति में एक महत्वपूर्ण कदम है। हम मिलकर ग्राहकों के लिए नवीन समाधान और अधिक मूल्य प्रदान करेंगे।"
Rediff.com के पास 70 मिलियन से अधिक रजिस्टर्ड यूजर्स हैं और यह दुनिया के शीर्ष 1,000 वेबसाइट्स में शामिल है। इस बड़े कंज्यूमर्स बेस का उपयोग करके Infibeam Avenues वित्तीय उत्पादों जैसे ऋण, बीमा और निवेश सेवाओं की पेशकश करेगी।
Infibeam Avenues Ltd ने मंगलवार को Rediff.com में 54.01% हिस्सेदारी के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी की, जिससे Rediff अब उसकी सहायक कंपनी बन गई है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 में, Rediff.com ने 360 मिलियन रुपए का राजस्व दर्ज किया, जबकि Infibeam Avenues Ltd का समेकित राजस्व 31,711 मिलियन रुपए और 1,478 मिलियन रुपए का शुद्ध लाभ (PAT) रहा।
डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन (DNPA) ने 28 सितंबर को मनाए जाने वाले वर्ल्ड न्यूज डे 2024 (World News Day) के लिए अपने समर्थन की घोषणा की है।
डिजिटल न्यूज पब्लिशर्स एसोसिएशन (DNPA) ने 28 सितंबर को मनाए जाने वाले वर्ल्ड न्यूज डे 2024 (World News Day) के लिए अपने समर्थन की घोषणा की है। यह एक वैश्विक पहल है जो समाज में पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करती है।
इस वर्ष का थीम "सच को चुनें" रखा गया है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में पत्रकारिता की भूमिका को फिर से मजबूत करना है।
"सच को चुनें" पहल के माध्यम से, वर्ल्ड न्यूज डे उन साहसी पत्रकारों के प्रयासों का जश्न मनाता है जो पारदर्शिता, जवाबदेही और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में योगदान देते हैं।
डीएनपीए की महासचिव सुजाता गुप्ता ने कहा, "वर्ल्ड न्यूज डे हमें यह याद दिलाने का दिन है कि पत्रकारिता एक सूचित समाज बनाने में कितनी अहम भूमिका निभाती है। आज की तेजी से बदलती डिजिटल दुनिया में विश्वसनीय पत्रकारिता पहले से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण है। हम दुनिया भर के पत्रकारों को सच को सामने लाने के उनके समर्पण के लिए सलाम करते हैं।"
यह पहल लोगों को सच के महत्व को समझने और पत्रकारिता के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए प्रेरित करती है।
Vsure के फाउंडर अनीश महेश्वरी व आशा महेश्वरी, को-फाउंडर अमित राठी और सृजन नवल के साथ मिलकर OTT प्लेटफॉर्म EORTV के विकास में 200 करोड़ रुपये का निवेश करने की इच्छा जाहिर की है।
EORTV, जो कि एक उभरता हुआ OTT प्लेटफॉर्म है और विभिन्न प्रकार के कंटेंट प्रड्यूस, अधिग्रहित, डिस्ट्रीब्यूट और सिंडिकेट करता है, ने Vsure Investment Affairs Private Limited के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी के तहत, Vsure के फाउंडर अनीश महेश्वरी और आशा महेश्वरी, को-फाउंडर अमित राठी और सृजन नवल के साथ मिलकर EORTV के विकास में अगले कुछ वर्षों में 200 करोड़ रुपये का निवेश करने की इच्छा जाहिर की है।
इस निवेश का नेतृत्व अजय ठाकुर करेंगे, जो TGI SME Capital Advisor LLP के CEO और मैनेजिंग पार्टनर हैं और पहले BSE SME & Startup के प्रमुख रह चुके हैं। यह निवेश EORTV के कंटेंट अधिग्रहण, मार्केटिंग और तकनीकी ढांचे को और मजबूत करेगा। इसके साथ ही, EORTV का लक्ष्य एक साल में 5 मिलियन सब्सक्राइबर्स का माइलस्टोन हासिल करना है। फिलहाल, EORTV के 1.5 मिलियन से ज्यादा डाउनलोड्स हो चुके हैं, जो इसे भारत के तेजी से बढ़ते OTT मार्केट में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है।
EORTV के सीईओ दीपक पांडे ने इस साझेदारी को लेकर अपनी खुशी जताते हुए कहा, 'यह निवेश EORTV की भारत के OTT बाजार में गेम-चेंजर बनने की क्षमता को दर्शाता है। Vsure के वित्तीय समर्थन और रणनीतिक मार्गदर्शन से हम उच्च गुणवत्ता वाला कंटेंट एक व्यापक दर्शक वर्ग तक पहुंचाने में सक्षम होंगे।'
Vsure Investment Affairs के फाउंडर अनीश महेश्वरी ने भी इस साझेदारी पर उत्साह जताया और कहा, 'हम EORTV के साथ जुड़कर उत्साहित हैं, जो डिजिटल एंटरटेनमेंट में नए आयाम स्थापित कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य न केवल पूंजी निवेश करना है, बल्कि EORTV को उनकी दीर्घकालिक दृष्टि के साथ जोड़ने में भी मदद करना है।'
मुंबई के अंधेरी में हुए इस खास इवेंट में EORTV और Vsure के बीच की इस बड़ी साझेदारी की आधिकारिक घोषणा की गई। इस अवसर पर दीपक पांडे, फाल्गुनी शाह, शोभित अत्रेय, अनीश महेश्वरी, आशा महेश्वरी और अजय ठाकुर ने मंच संभाला। इवेंट में कई सितारों ने शिरकत की, जिनमें हिमांशु मल्होत्रा, नमन शॉ, राजीव ठाकुर, सिद्धार्थ निगम, विशाल आदित्य सिंह, अजय चौधरी, मोहित डागा, साहिल आनंद, पारस अरोड़ा और अमर शर्मा जैसे जाने-माने अभिनेता शामिल थे। इसके अलावा, नेहा मिश्रा, ईशा अग्रवाल, साक्षी शर्मा, वंदना सिंह, अंकिता साहू, परिधि शर्मा और रुचि गुज्जर जैसी अदाकाराओं ने रेड कारपेट पर जलवा बिखेरा।
इस निवेश के साथ, EORTV भारत के OTT स्पेस में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है और विभिन्न जॉनर में नए और विविध कंटेंट का निर्माण करने की योजना बना रहा है। साथ ही, यह साझेदारी EORTV को अपनी तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करने और अपने दर्शक वर्ग का विस्तार करने में मदद करेगी।
EORTV का ध्यान हमेशा भारत के विविध दर्शक वर्ग के लिए प्रासंगिक और आकर्षक कंटेंट प्रदान करने पर रहा है, और यह साझेदारी इसे डिजिटल एंटरटेनमेंट की दुनिया में अग्रणी बनाने में मदद करेगी।
मीडिया कंटेंट के निर्माण और डिस्ट्रीब्यूशन में जुटा आईएनबी लाइव मीडिया ग्रुप (INB Live Media Group) जल्द ही अपना डिजिटल वेंचर लॉन्च करने जा रहा है।
मीडिया कंटेंट के निर्माण और डिस्ट्रीब्यूशन में जुटा आईएनबी लाइव मीडिया ग्रुप (INB Live Media Group) जल्द ही अपना डिजिटल वेंचर लॉन्च करने जा रहा है। इस डिजिटल वेंचर का नाम ‘द हिन्दी टॉप’ (The Hindi Top) है और इसका ऑफिस नोएडा सेक्टर 62 स्थित आइकॉनिक टॉवर बिल्डिंग में बनाया गया है।
इस प्लेटफॉर्म को सैयद तारिक अहमद लीड कर रहे हैं। मीडिया इंडस्ट्री में करीब 25 साल से सक्रिय सैयद तारिक ने कुछ दिनों पूर्व ही ‘भारत एक्सप्रेस’ (Bharat Express) न्यूज चैनल में अपनी पारी को विराम दिया है। वहां वह वाइस प्रेजिडेंट (गवर्नमेंट बिजनेस) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। पूर्व में वह सूर्या समाचार, न्यूज नेशन, न्यूज वर्ल्ड इंडिया और लाइव इंडिया में विभिन्न पदों पर अपनी भूमिकाएं निभा चुके हैं।
तारिक के अनुसार, ‘हिन्दी मार्केट में कंटेंट की कमी और खबरिया चैनलों की एकतरफा पत्रकारिता से ऊब चुके दर्शकों के लिए ही इस प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया जा रहा है। ‘द हिन्दी टॉप’ एक ऐसा प्लेटफार्म होगा, जहां फ्रेश और काफी रिसर्च के बाद तैयार किया गया कंटेंट परोसा जाएगा। न्यूज चैनल्स के कई जाने-माने एंकर्स हमारे प्लेटफॉर्म पर दिखेंगे। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के बाद यह समूह 24×7 न्यूज चैनल भी लाएगा।’
वह यहां एडिटोरियल असिस्टेंट के तौर पर डेटा एनालिस्ट और प्रोडक्ट-एडिटोरियल को-ऑर्डिनेशन का काम देख रहे थे। समाचार4मीडिया से बातचीत में सुधांशु शुभम ने इस खबर की पुष्टि की है।
देश के प्रमुख मीडिया नेटवर्क्स में शुमार 'नेटवर्क 18' (Network 18) में कार्यरत युवा पत्रकार सुधांशु शुभम ने यहां से इस्तीफा दे दिया है। वह यहां एडिटोरियल असिस्टेंट के तौर पर डेटा एनालिस्ट और प्रोडक्ट-एडिटोरियल को-ऑर्डिनेशन का काम देख रहे थे। समाचार4मीडिया से बातचीत में सुधांशु शुभम ने इस खबर की पुष्टि की है।
सुधांशु शुभम का कहना है कि वह जल्द ही अपनी नई पारी की शुरुआत करेंगे और फिर उसके बारे में बताएंगे।
सुधांशु शुभम ‘नेटवर्क18’ में एग्जिक्यूटिव एडिटर अविनाश दत्त के साथ काम कर रहे थे। उन्होंने अलग-अलग लैंग्वेज वेबसाइट्स के अलावा न्यूज18 हिंदी (News18 Hindi) में अहम भूमिका निभाई थी। वह फिलहाल न्यूज18 के हाइपर लोकल डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘लोकल18’ (Local18) में काम कर रहे थे।
सुधांशु मूल रूप से बिहार के रोसड़ा शहर के रहने वाले हैं। ‘नेटवर्क18‘ से पहले वह ‘इंडिया टुडे‘ (India Group) समूह के साथ जुड़े हुए थे और ‘आजतक‘ (AajTak) डिजिटल में बतौर टेक जर्नलिस्ट काम कर रहे थे। इससे पहले ‘दिल्ली आजतक‘ में वह प्रॉडक्शन का काम देख रहे थे। मीडिया में अपने करियर की शुरुआत इन्होंने अलग-अलग वेबसाइट के लिए फ्रीलांसिंग करके की थी।
पढ़ाई लिखाई की बात करें तो शुरुआती पढ़ाई लिखाई बिहार से करने के बाद सुधांशु शुभम ने मास कम्युनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
इससे पहले गौरव द्विवेदी करीब दो साल से ‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह के Tak क्लस्टर में ‘राजस्थान तक’ (Rajasthan Tak) में एसोसिएट प्रड्यूसर के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
युवा पत्रकार गौरव द्विवेदी अब ‘एनडीटीवी’ (NDTV) की टीम में शामिल हो गए हैं। उन्होंने यहां डिजिटल में बतौर सीनियर सब एडिटर जॉइन किया है। राजस्थान में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाले गौरव द्विवेदी ने राजनीति, शिक्षा और स्वास्थ्य समेत तमाम बीट पर काम किया है। इसके बाद उन्होंने नोएडा का रुख किया।
गौरव द्विवेदी करीब दो साल से ‘इंडिया टुडे’ (India Today) समूह के Tak क्लस्टर में ‘राजस्थान तक’ (Rajasthan Tak) में एसोसिएट प्रड्यूसर के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे थे। इस दौरान उन्होंने 2023 के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भी काम किया।
उन्होंने करियर की शुरुआत वर्ष 2019 में ‘दैनिक भास्कर’ से की थी। इस दौरान यहां वह इन्वेस्टिवेटिव रिपोर्टिंग टीम में भी काम कर चुके हैं। साल 2022 में कांग्रेस के चिंतन शिविर और राज्यसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने रिपोर्टिंग की। वहीं, कोरोना काल के दौरान हेल्थ बीट से जुड़ी कई खबरें और ग्राउंड रिपोर्टिंग में भी अहम भूमिका निभाई।
समाचार4मीडिया से बातचीत में गौरव द्विवेदी ने बताया कि एक रिपोर्ट के जरिये राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की इतिहास की किताबों में खामियों को उन्होंने उजागर किया। खबरों की इस सीरीज ने काफी सुर्खियां बटोरीं। इसके अलावा उन्होंने राजस्थान में कई घोटाले भी उजागर किए।
पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो गौरव द्विवेदी ने गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय से इंटरनेशनल रिलेशंस में पोस्ट ग्रेजुएशन किया है। समाचार4मीडिया की ओर से गौरव द्विवेदी को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
हिंदी न्यूज चैनल 'न्यूज18 इंडिया' के पत्रकार रणविजय कुमार का सोमवार को अचानक निधन हो गया।
हिंदी न्यूज चैनल 'न्यूज18 इंडिया' के पत्रकार रणविजय कुमार का सोमवार को अचानक निधन हो गया। रणविजय, 'न्यूज18 इंडिया' के मैनेजिंग एडिटर किशोर अजवाणी के नेतृत्व में 'सौ बात की एक बात' प्रोग्राम की टीम का हिस्सा थे और करीब चालीस वर्ष के थे।
सूत्रों के अनुसार, रणविजय दोपहर करीब 2 बजे की शिफ्ट में थे और जब अपनी गाड़ी पार्क कर रहे थे, तभी अचानक बेहोश होकर गिर पड़े। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उन्हें नोएडा के जेपी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रणविजय मूल रूप से बनारस के रहने वाले थे और उनके पार्थिव शरीर को बनारस ले जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उनके असमय निधन से पत्रकारिता जगत में शोक की लहर है।
बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर अविनाश दत्त इस संस्थान के साथ करीब सात साल से जुड़े हुए हैं। इस संस्थान के साथ अपने अब तक के सफर में वह लैंग्वेजेज और सोशल मीडिया पर तमाम काम कर चुके हैं।
वरिष्ठ पत्रकार अविनाश दत्त का 'नेटवर्क18' (Networ18) में ‘कद’ बढ़ा दिया गया है। विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक, संस्थान में वह अब केंद्रीयकृत भूमिका में नजर आएंगे। इसके तहत वह यहां कुछ नए प्रोजेक्ट्स पर काम करेंगे।
बता दें कि बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर अविनाश दत्त इस संस्थान के साथ करीब सात साल से जुड़े हुए हैं। इस संस्थान के साथ अपने अब तक के सफर में वह लैंग्वेजेज और सोशल मीडिया पर तमाम काम कर चुके हैं। फिलहाल वह समूह के हाइपरलोकल डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘लोकल18’ (Local18) की कमान संभाल रहे थे। इस प्लेटफॉर्म पर 11 भाषाओं में 21 प्रदेशों के 300 से ज्यादा जिलों को उनकी स्थानीय भाषा में कंटेंट उपलब्ध कराया जा रहा है।
विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक, अपनी नई भूमिका में वह अब ‘लोकल18’ की सभी 11 भाषाओं को मजबूती प्रदान और इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल को बढ़ावा देने में अपना योगदान देंगे। इसके अलावा वह सभी भाषाओं में लोकल18 के को-ऑर्डिनेशन और रिव्यू का काम संभालते रहेंगे।
बता दें कि नेटवर्क18 ग्रुप की पहल ‘लोकल18’ का उद्देश्य स्थानीय समाचारों और घटनाओं (हाइपरलोकल) को कवर करना है। यह प्लेटफॉर्म विशेष रूप से भारत के छोटे शहरों और कस्बों के समाचारों पर ध्यान केंद्रित करता है, ताकि स्थानीय स्तर की महत्वपूर्ण खबरें राष्ट्रीय मंच पर भी पहुंच सकें।
मूल रूप से मध्य प्रदेश के रहने वाले अविनाश दत्त को मीडिया में काम करने का 20 साल से ज्यादा का अनुभव है। पूर्व में वह करीब दस साल तक ‘बीबीसी’ (BBC) में भी विभिन्न भूमिकाएं निभा चुके हैं। अविनाश दत्त ने मीडिया में अपने करियर की शुरुआत ‘सेंट्रल क्रॉनिकल’ अखबार से की थी। इसके बाद वह यहां से ‘पॉयनियर’ में आ गए। बाद में यहां से बाय बोलकर उन्होंने ‘तहलका’ जॉइन कर लिया और फिर ‘बीबीसी’ होते हुए ‘नेटवर्क18’ के साथ अपने सफर को आगे बढ़ा रहे हैं।
इनके तहत सरकार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने कामकाज के बारे में ‘फर्जी और भ्रामक’ सूचनाओं की पहचान करने के लिए फैक्ट चेक यूनिट स्थापित करने का अधिकार दिया गया था।
‘एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैगजींस’ (AIM) ने बॉम्बे हाई कोर्ट के उस फैसले का स्वागत किया है, जिसमें सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया नैतिकता कोड) संशोधन नियम, 2023 को असंवैधानिक घोषित कर रद कर दिया गया है। विशेष रूप से न्यायालय ने नियम 3 को खारिज किया, जिसके तहत सरकार को एक 'फैक्ट-चेक यूनिट' स्थापित करने का अधिकार दिया जाना था, जो सोशल मीडिया सहित ऑनलाइन कंटेंट की निगरानी और नियंत्रण करती। ये संशोधन सरकार को यह तय करने का अधिकार देते कि कौन सा कंटेट 'फर्जी खबर' है और कौन-सी भ्रामक।
न्यायमूर्ति चंदुरकर ने अपने आदेश में कहा कि ‘ये संशोधन संविधान के अनुच्छेद 14 और अनुच्छेद 19 का उल्लंघन करते हैं।’ एकमत न होने पर इस मामले को जनवरी 2024 में तीसरे न्यायाधीश के पास भेजा गया था, जिसमें न्यायमूर्ति गौतम पटेल ने याचिकाकर्ताओं के पक्ष में फैसला सुनाया, जबकि न्यायमूर्ति नीला गोकाले ने इसकी वैधता को बनाए रखा।
सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया नैतिकता कोड) संशोधन नियम, 2023 को 6 अप्रैल 2023 को इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा अधिसूचित किया गया था। इस नियम के तहत केंद्रीय सरकार की फैक्ट चेकिंग यूनिट को यह अधिकार दिया जाना था कि वह किसी भी ऑनलाइन सामग्री को ‘फर्जी, गलत या भ्रामक’ के रूप में वर्गीकृत करने और हटाने का काम कर सके।
इस संशोधन के खिलाफ कई मीडिया संगठनों और प्रेस संघों ने विरोध दर्ज कराया। जून 2023 में ‘एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैगजींस’ ने बॉम्बे हाई कोर्ट में इस प्रावधान की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने के लिए याचिका दायर की थी।
जनवरी 2024 में हाई कोर्ट ने विभाजित निर्णय दिया, जिसमें न्यायमूर्ति पटेल ने नियम 3 को असंवैधानिक घोषित किया, जबकि न्यायमूर्ति गोकाले ने इसे भ्रामक जानकारी को लक्षित करने के आधार पर वैध ठहराया। न्यायमूर्ति चंदुरकर को इस मामले में अंतिम निर्णय देने के लिए नियुक्त किया गया था। न्यायमूर्ति चंदुरकर ने नियमों को रद्द करते हुए यह भी कहा कि ये संशोधन अनुच्छेद 21 का उल्लंघन करते हैं।
बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले के बाद ‘एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैगजींस’ ने इस मामले में काम करने वाली कानूनी टीम का आभार व्यक्त किया है, जिसमें इंटरनेट फ्रीडम फाउंडेशन की टीम शामिल थी। इस टीम में गौतम भाटिया, व्रिंदा भंडारी, अभिनव सेक्री, तन्मय सिंह, राधिका रॉय और गायत्री मल्होत्रा शामिल रहीं।
बॉम्बे हाई कोर्ट के समक्ष याचिका को एडवोकेट अदिति सक्सेना ने दायर किया। ‘एसोसिएशन ऑफ इंडियन मैगजींस’ के प्रेजिडेंट अनंत नाथ की ओर से जारी पत्र में इस मामले में अन्य याचिकाकर्ताओं और उनकी कानूनी टीमों को भी धन्यवाद देते हुए उन्हें बधाई दी गई है।