इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म पर केंद्रित ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ‘गोवा क्रॉनिकल’ के फाउंडर और एडिटर-इन-चीफ सावियो रोड्रिग्स का कहना है कि आने वाले समय में इस दिशा में कुछ कठोर फैसले लेने पड़ सकते हैं।
इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिज्म पर केंद्रित ऑनलाइन न्यूज पोर्टल ‘गोवा क्रॉनिकल’ (Goa Chronicle) के फाउंडर और एडिटर-इन-चीफ सावियो रोड्रिग्स ने हाल ही में अपने न्यूज पोर्टल को लेकर बड़ी घोषणा की। उन्होंने सोशल मीडिया पर संकेत दिए कि आर्थिक चुनौतियों और सच्चाई की पत्रकारिता के प्रति उनके समर्पण के चलते पोर्टल को जल्द ही बंद करने पर विचार किया जा सकता है।
सावियो ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘गोवा क्रॉनिकल हमारी मेहनत, लगन और सच्ची पत्रकारिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का परिणाम है। पिछले 14 वर्षों से हम सच्चाई का साथ देने के लिए कई कुर्बानियां कर चुके हैं, लेकिन अब इसे जीवित रखना कठिन हो गया है क्योंकि सच्चाई की पत्रकारिता लाभदायक नहीं है और हम सच्चाई से इतर कुछ भी नहीं लिख सकते।’
उन्होंने आगे कहा कि आने वाले हफ्तों में टीम को कुछ कठोर निर्णय लेने होंगे कि क्या इस राह पर चलना जारी रखा जाए या नहीं। दिल तो टूटेगा, पर एक हद के बाद आपको छोड़कर आगे बढ़ना ही होता है। उन्होंने अपने पाठकों से उन्हें याद रखने की अपील करते हुए कहा, ‘हमने हमेशा देश और मानवता के हित के लिए कठिनाइयों का सामना किया है।’
GoaChronicle has been our labour of love, dedication and commitment to journalism. We have a sacrificed a lot to follow the truth for the last 14-years. But it is increasingly difficult to keep it alive because truthful journalism does not pay and we cannot write anything other…
— Savio Rodrigues ?? (@PrinceArihan) October 30, 2024
वह इंडिया टुडे ग्रुप के दिल्ली तक में ट्रेनी इंटर्नशिप के तौर पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं। युवराज सिंह कई राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के आईटी सेल में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर चुके हैं।
युवा पत्रकार युवराज सिंह ने नोएडा स्थित 'भारत 24' न्यूज चैनल के साथ पत्रकारिता में अपने नए सफर की शुरुआत की है। उन्होंने चैनल की डिजिटल टीम में बतौर कंटेंट राइटर जॉइन किया है। बता दें कि युवराज सिंह इससे पहले 'MH One News' में सब एडिटर और हिन्दी ख़बर (Hindi Khabar) में असिस्टेंट प्रोड्यूसर के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
वह इंडिया टुडे ग्रुप के दिल्ली तक (Dilli Tak) में ट्रेनी इंटर्नशिप के तौर पर अपनी भूमिका निभा चुके हैं। युवराज सिंह कई राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के आईटी सेल में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर चुके हैं। इसके अलावा स्वसंचालित यूट्यूब चैनल ‘देश के साथ’ (Desh Ke Sath) के लिए ग्राउंड रिपोर्टिंग और एंकरिंग कर चुके हैं।
मूलरूप से युवराज सिंह उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले से हैं। पत्रकारिता व जनसंपर्क के क्षेत्र में काम करने का उन्हें करीब तीन का अनुभव है। पढ़ाई-लिखाई की बात करें तो युवराज सिंह ने भोपाल के ‘माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय’ से मास कम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन किया है।
वह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे हैं। समाचार4मीडिया की ओर से युवराज सिंह को नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'शेयरचैट' (ShareChat) ने अपने चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) मनोहर चरण को अब कंपनी का को-फाउंडर घोषित किया है।
लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'शेयरचैट' (ShareChat) ने अपने चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) मनोहर चरण को अब कंपनी का को-फाउंडर (Co-founder) घोषित किया है। इस अहम अपडेट की जानकारी खुद मनोहर चरण ने LinkedIn पोस्ट के जरिए साझा की है। वे अब CFO और Co-founder दोनों भूमिकाएं एक साथ निभाएंगे।
मनोहर चरण नवंबर 2020 से ShareChat के CFO के तौर पर कार्यरत हैं। इससे पहले उन्होंने अक्टूबर 2019 में कॉरपोरेट डेवलपमेंट व स्ट्रैटजिक फाइनेंस में वाइस प्रेजिडेंट के रूप में कंपनी जॉइन की थी।
ShareChat से पहले चरण Zomato में काम कर चुके हैं और उन्होंने Uber जैसी ग्लोबल टेक कंपनी में भी अहम जिम्मेदारियां संभाली हैं।
उनकी नई भूमिका को कंपनी के रणनीतिक विस्तार और वित्तीय दिशा के लिहाज से एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाते हुए कहा है कि किसी पोस्ट को केवल 'लाइक' करना उसे न तो प्रकाशित करने के बराबर है और न ही प्रसारित करने जैसा माना जा सकता है।
सोशल मीडिया पर किसी पोस्ट को 'लाइक' करना क्या अपराध की श्रेणी में आता है? इस सवाल पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक अहम फैसला सुनाते हुए कहा है कि किसी पोस्ट को केवल 'लाइक' करना उसे न तो प्रकाशित करने के बराबर है और न ही प्रसारित करने जैसा माना जा सकता है। इसलिए यह सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67 के तहत अपराध नहीं माना जाएगा।
यह फैसला जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव की एकल पीठ ने दिया। उन्होंने आगरा निवासी इमरान खान की ओर से दायर याचिका को स्वीकार करते हुए उनके खिलाफ चल रही आपराधिक कार्यवाही को निरस्त कर दिया।
2019 में आगरा के मंटोला थाने में इमरान खान के खिलाफ IPC की धाराओं 147, 148, 149, आईटी एक्ट की धारा 67 और आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम की धारा 7 के तहत मामला दर्ज हुआ था। पुलिस का आरोप था कि इमरान ने सोशल मीडिया पर एक भड़काऊ पोस्ट को 'लाइक' किया, जिसके बाद करीब 600-700 लोग बिना अनुमति के जुलूस निकालने के लिए इकट्ठा हो गए, जिससे सार्वजनिक शांति को खतरा हुआ।
सरकारी पक्ष का कहना था कि साइबर सेल की रिपोर्ट में सोशल मीडिया पर ऐसी सामग्री का उल्लेख है जो हिंसा भड़का सकती थी। जबकि इमरान के वकील ने दलील दी कि याचिकाकर्ता ने खुद कोई पोस्ट नहीं किया और न ही कोई भड़काऊ संदेश फैलाया। फेसबुक अकाउंट की जांच में भी कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली।
हाई कोर्ट ने स्पष्ट किया कि किसी पोस्ट को 'लाइक' करना, उसे 'शेयर' या 'रीट्वीट' करने से अलग है। कोर्ट ने कहा कि ‘प्रकाशित’ का अर्थ है उसे सार्वजनिक रूप से पोस्ट करना, जबकि ‘प्रसारित’ तब कहा जा सकता है जब कोई पोस्ट को आगे साझा करता है। इस मामले में याचिकाकर्ता ने महज एक पोस्ट को लाइक किया था, जो कानूनन अपराध नहीं माना जा सकता।
इसके साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा कि आईटी एक्ट की धारा 67 का इस्तेमाल अश्लील सामग्री से जुड़े मामलों में होता है, न कि सामाजिक या राजनीतिक रूप से संवेदनशील पोस्ट को लेकर। इसलिए इस मामले में वह धारा लागू नहीं होती।
हाई कोर्ट ने इमरान खान के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही को रद्द कर दिया, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि यदि कोई अन्य कानूनी बाधा न हो तो ट्रायल कोर्ट अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही जारी रख सकता है।
यह फैसला डिजिटल अभिव्यक्ति और सोशल मीडिया के दायरे में आने वाले कानूनी विवादों को लेकर एक महत्वपूर्ण दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है।
CNN अब टीवी के पारंपरिक मॉडल से आगे बढ़ते हुए डिजिटल सब्सक्रिप्शन सेवाओं की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
CNN अब टीवी के पारंपरिक मॉडल से आगे बढ़ते हुए डिजिटल सब्सक्रिप्शन सेवाओं की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। चैनल के सीईओ मार्क थॉम्पसन ने फाइनेंशियल टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में इस बात की पुष्टि की।
थॉम्पसन ने बताया कि CNN इस साल कम से कम एक स्ट्रीमिंग प्रोडक्ट लॉन्च करने की योजना पर काम कर रहा है। यह फैसला टीवी कारोबार पर बढ़ते दबाव के बीच लिया गया है।
उन्होंने कहा, "हम डिजिटल प्रोडक्ट्स का एक पूरा पोर्टफोलियो तैयार करना शुरू कर चुके हैं, जिसमें सब्सक्रिप्शन मॉडल को प्राथमिकता दी जा रही है।"
थॉम्पसन का मानना है कि डिजिटल सब्सक्रिप्शन के जरिए CNN साल 2030 तक सालाना एक अरब डॉलर से ज्यादा का रेवेन्यू कमा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, CNN की पैरेंट कंपनी Warner Bros. Discovery ने चैनल को एक नया मुकाम देने के लिए 70 मिलियन डॉलर (करीब 580 करोड़ रुपये) से अधिक की राशि आवंटित की है।
थॉम्पसन ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि यह काम आसान है। हमारा पूरा इंडस्ट्री एक बड़े बदलाव से गुजर रहा है। ऑडियंस और मीडिया की दुनिया में जिस तरह की उथल-पुथल चल रही है, वह अपने आप में एक बड़ी चुनौती है।"
CNN का यह कदम मीडिया जगत में डिजिटल की बढ़ती ताकत को स्वीकार करने और भविष्य के लिए खुद को तैयार करने की दिशा में एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
Deepspatial ने मीडिया क्षेत्र की जानी-मानी प्रोफेशनल बर्शा नाग भौमिक को डिजिटल व मार्केटिंग कम्युनिकेशन की एग्जिक्यूटिव एडिटर के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की है।
GeoAI और AI-आधारित समाधान प्रदान करने वाली कंपनी Deepspatial ने मीडिया क्षेत्र की जानी-मानी प्रोफेशनल बर्शा नाग भौमिक को डिजिटल व मार्केटिंग कम्युनिकेशन की एग्जिक्यूटिव एडिटर के रूप में नियुक्त करने की घोषणा की है। इस नई भूमिका में बर्शा कंपनी की कंटेंट स्ट्रैटेजी, डिजिटल स्टोरीटेलिंग और मार्केटिंग कम्युनिकेशन को आकार देने और आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी निभाएंगी। वह Deepspatial के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर सौरभ त्यागी को रिपोर्ट करेंगी।
बर्शा को एडिटोरियल लीडरशिप, डिजिटल मीडिया ऑपरेशन्स और कंटेंट स्ट्रैटेजी में 20 से अधिक वर्षों का अनुभव है। उन्होंने न्यूज, बिजनेस और लाइफस्टाइल स्टोरीज लिखने से लेकर डिजिटल कंटेंट डेवलप करने, वीडियो स्क्रिप्ट तैयार करने, टीम मैनेज करने और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए कंटेंट इनोवेशन का नेतृत्व करने तक कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। उनका यह अनुभव उन्हें एक मजबूत रणनीतिक सोच और प्रभावशाली स्टोरीटेलिंग के लिए तैयार बनाता है।
बर्शा ने Deepspatial में शामिल होने से पहले टाइम्स इंटरनेट में स्पेशल कंटेंट प्रड्यूसर के रूप में काम किया, जहां उन्होंने मल्टीमीडिया माहौल में वीडियो स्ट्रैटेजी बनाई, ओरिजिनल वीडियो कंटेंट स्क्रिप्ट किया, न्यूज फीचर्स एडिट किए और कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम का संचालन किया। इसके साथ ही उन्होंने टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए ब्लॉग और कॉलम भी लिखे और वीडियो आधारित स्टोरीटेलिंग में योगदान दिया। उन्होंने कंटेंट प्रोफेशनल्स की एक टीम का नेतृत्व किया और सभी प्लेटफॉर्म्स पर उच्च गुणवत्ता वाली जर्नलिज़्म को सुनिश्चित किया।
इससे पहले वह टाइम्स इंटरनेट में असिस्टेंट एडिटर और न्यूज एडिटर के रूप में भी काम कर चुकी हैं, जहां उन्होंने संपादकीय दिशा और कंटेंट प्लानिंग को आकार दिया। इससे पहले उन्होंने हिन्दुस्तान टाइम्स में सीनियर चीफ कॉपी एडिटर और रिपोर्टर के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने 40 से अधिक संपादकों की टीम का नेतृत्व किया और HT City के लिए कई उल्लेखनीय योगदान दिए। इसके अतिरिक्त, एस. चंद एंड कंपनी में असिस्टेंट एडिटर - पब्लिसिटी के रूप में उन्होंने इंटरनल और एक्सटर्नल कम्युनिकेशन का संचालन किया।
बर्शा का पारंपरिक और न्यू मीडिया दोनों में गहरा अनुभव और डिजिटल कंटेंट स्ट्रैटेजी में परिवर्तन लाने की उनकी क्षमता, Deepspatial के AI और डेटा के ज़रिए समाज में वास्तविक बदलाव लाने के मिशन के साथ पूरी तरह मेल खाती है। उनके नेतृत्व से कंपनी की डिजिटल और मार्केटिंग कम्युनिकेशन की दिशा को और मज़बूती मिलने की उम्मीद है, जिससे कंपनी की सोच और नवाचारों को व्यापक दर्शकों तक सरल, रोचक और प्रभावशाली तरीके से पहुंचाया जा सकेगा।
बर्शा के टीम में शामिल होने पर Deepspatial के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर सौरभ त्यागी ने कहा, “बर्शा का संपादकीय अनुभव और डिजिटल-फर्स्ट सोच उन्हें हमारी कंटेंट और कम्युनिकेशन स्ट्रैटेजी का नेतृत्व करने के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है। विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर काम करने का उनका अनुभव और क्रिएटिविटी व क्लैरिटी का मेल, घरेलू और वैश्विक दोनों बाजारों में Deepspatial की कहानी को और मज़बूती से सामने लाने में अहम भूमिका निभाएगा।”
Deepspatial से जुड़ने पर बर्शा नाग भौमिक ने कहा, “Deepspatial से जुड़ना मेरे लिए सिर्फ करियर की एक नई उपलब्धि नहीं, बल्कि एक उद्देश्यपूर्ण यात्रा की शुरुआत है। जो चीज़ मुझे सबसे ज़्यादा उत्साहित करती है, वह है टेक्नोलॉजी के ज़रिए समाज को ऊपर उठाने, लोगों को सशक्त बनाने और सकारात्मक बदलाव लाने वाली कहानियों को आकार देने का अवसर। Deepspatial जिस तरह AI की ताकत का उपयोग कर गवर्नेंस, एजुकेशन और बिजनेस में प्रभावशाली बदलाव ला रहा है, वह वास्तव में प्रेरणादायक है। मैं इस प्रभाव को प्रेरणादायक, जानकारीपूर्ण और जोड़ने वाली कहानियों में बदलने के लिए उत्सुक हूं।”
बर्शा की विविध स्किल्स में एडिटोरियल स्ट्रैटेजी, कंटेंट प्लानिंग, मल्टीमीडिया स्टोरीटेलिंग, स्क्रिप्ट राइटिंग, एडिटिंग और स्टेकहोल्डर कम्युनिकेशन शामिल हैं। वह हार्ड न्यूज़ से लेकर लाइफस्टाइल और बिजनेस फीचर्स तक हर फॉर्मेट और जॉनर में रिपोर्टिंग और एडिटोरियल योगदान का अनुभव रखती हैं।
डिजिटल मीडिया और एडिटोरियल लीडरशिप में उनकी गहरी समझ के साथ, बर्शा नाग भौमिक के नेतृत्व में Deepspatial की कंटेंट और कम्युनिकेशन अप्रोच को नया आयाम मिलेगा, जो कंपनी की इनोवेशन, प्रभाव और समावेशी विकास की प्रतिबद्धता को और सशक्त करेगा।
समाचार4मीडिया से बातचीत में रोहित श्रीवास्तव ने बताया कि इस नई भूमिका में उन्हें न्यूज साइट के साथ सोशल मीडिया टीम और प्रोडक्ट ग्रोथ की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।
नवभारत ग्रुप नागपुर ने अपनी डिजिटल टीम को मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए सीनियर डिजिटल मीडिया प्रोफेशनल रोहित श्रीवास्तव को अपना एडिटर (डिजिटल) नियुक्त किया है। उन्होंने 15 अप्रैल को यहां अपना कार्यभार संभाल लिया है। समाचार4मीडिया से बातचीत में रोहित श्रीवास्तव ने बताया कि इस नई भूमिका में उन्हें न्यूज साइट के साथ सोशल मीडिया टीम और प्रोडक्ट ग्रोथ की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। वह नवभारत के सीनियर मैनेजमेंट के साथ काम करेंगे।
रोहित पूर्व में दैनिक भास्कर की डिजिटल विंग (dainikbhaskar.com) में लंबे समय तक सीनियर भूमिकाओं में काम कर चुके हैं। उन्होंने भास्कर ग्रुप की डिजिटल कंटेंट स्ट्रैटेजी को मजबूत बनाने में उन्होंने खासा योगदान दिया है। दैनिक भास्कर डिजिटल से पहले उन्होंने ‘फ्री प्रेस’ से अपने करियर की शुरुआत की थी। रोहित श्रीवास्तव डिजिटल में नई पीढ़ी के इनोवेटर में गिने जाते हैं। उन्हें अपने यूनीक कंटेंट आइडिएशन के लिए जाना जाता है। उन्होंने भास्कर डिजिटल में कई एक्सपेरिमेंट्स किए थे, जिन्हें दूसरे मीडिया हाउस ने अपनाया था।
मिली जानकारी के अनुसार, रोहित की नियुक्ति ‘नवभारत’ के डिजिटल विस्तार और युवा पाठकों तक पहुंच बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है। उनके नेतृत्व में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया प्रेजेंस और अधिक इंटरैक्टिव व एनगेजिंग बनने की उम्मीद की जा रही है। उनकी यह नई भूमिका नवभारत के डिजिटल विस्तार को नई दिशा देने में अहम मानी जा रही है।
तेजी से बदलते डिजिटल न्यूज के परिदृश्य में टाइम्स नेटवर्क ने एक मजबूत पहचान कायम करते हुए खुद को भारत के अग्रणी डिजिटल न्यूज पब्लिशर के रूप में स्थापित किया है।
तेजी से बदलते डिजिटल न्यूज के परिदृश्य में टाइम्स नेटवर्क ने एक मजबूत पहचान कायम करते हुए खुद को देश के अग्रणी डिजिटल न्यूज पब्लिशर के रूप में स्थापित किया है।
जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, Comscore के फरवरी 2025 के आंकड़ों की माने, नेटवर्क ने अपने सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर 107 मिलियन मासिक यूनीक यूजर्स का आंकड़ा दर्ज किया, जो पुराने व प्रतिष्ठित डिजिटल दिग्गजों से कहीं आगे है।
इस सफलता की सबसे बड़ी ताकत रहे हैं– ETNow.in, ET NOW स्वदेश, TimesNow.in और TimesDrive.in, जिन्होंने अपने-अपने सेगमेंट में टाइम्स नेटवर्क की डिजिटल लीडरशिप को मजबूत किया है।
टाइम्स नेटवर्क का प्रमुख इंग्लिश बिजनेस न्यूज प्लेटफॉर्म ETNow.in ने 17.9 मिलियन यूनीक यूजर्स जुटाकर न केवल टॉप 4 में जगह बनाई, बल्कि यह अपनी कैटेगरी में रैंक करने वाला एकमात्र ब्रॉडकास्ट बिजनेस न्यूज प्लेटफॉर्म बना रहा। सिर्फ वेबसाइट ही नहीं, YouTube पर भी इसकी उपस्थिति दमदार रही, जहां 30 मिलियन वीडियो व्यूज दर्ज किए गए। यह इसके फाइनेंशियल नॉलेज और बिजनेस इनसाइट्स के प्रति दर्शकों के भरोसे को दर्शाता है।
वहीं, ET NOW स्वदेश ने ‘बढ़ो देश के साथ’ के नारे के साथ हिंदी बिजनेस न्यूज सेगमेंट में गहरी पकड़ बनाई है। हिंदी भाषी दर्शकों के बीच तेजी से बढ़ती फाइनेंशियल अवेयरनेस को ध्यान में रखते हुए चैनल ने YouTube पर 77 मिलियन वीडियो व्यूज दर्ज किए, जो न केवल हिंदी बल्कि इंग्लिश+हिंदी दोनों कैटेगरी में इसे शीर्ष पर ले गया।
सिर्फ बिजनेस ही नहीं, TimesNow.in के जरिए टाइम्स नेटवर्क ने इंग्लिश जनरल न्यूज स्पेस में भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। 66.9 मिलियन यूनीक विजिटर्स के साथ यह डिजिटल प्लेटफॉर्म लगातार रैंकिंग में ऊपर जा रहा है और डिजिटल-फर्स्ट न्यूज उपभोक्ताओं की पसंद बनता जा रहा है। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलों की गहराई से विश्लेषण और धारदार प्रस्तुति के जरिए TimesNow.in दर्शकों का भरोसा जीत रहा है।
इसके अलावा TimesDrive.in के जरिए नेटवर्क ने ऑटोमोटिव कंटेंट सेगमेंट में भी मजबूती से कदम रखा है। 3.5 मिलियन यूनीक यूजर्स के साथ यह ऑटो सेक्टर में गहराई से विश्लेषण, ईमानदार रिव्यूज और डिजिटल इनोवेशन के जरिए उपभोक्ताओं को नई तरह की जानकारी दे रहा है।
इन सभी प्लेटफॉर्म्स की निरंतर ग्रोथ और हाई रैंकिंग्स के साथ टाइम्स नेटवर्क आज भारत के डिजिटल मीडिया परिदृश्य में एक मजबूत शक्ति बनकर उभरा है। इंग्लिश और हिंदी के जनरल व बिजनेस न्यूज सेगमेंट में इसकी विश्वसनीयता, विश्लेषणात्मक क्षमता और व्यापक पहुंच इसे उद्योग में लीडर की तरह स्थापित करती है।
समाचार4मीडिया से बातचीत में सुशील महापात्र ने बताया कि वह 17 साल से एनडीटीवी से जुड़े हुए थे। उन्होंने वर्ष 2008 में एनडीटीवी जॉइन किया था और करेंट अफेयर्स के एडिटर पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
पत्रकार सुशील महापात्र ने ‘एनडीटीवी’ (NDTV) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। वह यहां करीब 17 साल से अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। इसके साथ ही सुशील महापात्र ने अब नई दिशा में कदम बढ़ाते हुए अपना यूट्यूब चैनल ‘ग्रामीण रिपोर्ट’ शुरू किया है।
सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में सुशील महापात्र ने लिखा है, ‘17 साल के बाद मैं एनडीटीवी छोड़ दिया हूं। ग्रामीण रिपोर्ट के नाम से युटुब चैनल शुरू किया हूं। 'ग्रामीण रिपोर्ट' आप की चैनल है,आप के लिए है और आप की तरह गाँव से प्यार करने वाला एक पत्रकार ने शुरू किया है। इस चैनल के जरिए आप को ग्रामीण समस्या,ग्रामीण लोग और उनके कल्चर के बारे में पता चलेगा.आज के जमाने मे जब मैन स्ट्रीम मीडिया ग्राउन्ड से गायब हो रहा है तो ग्रामीण रिपोर्ट आप को गाँव के तरफ ले जाएगा।
इस चैनल को हर गाँव तक पहुंचाना आप की ड्यूटी है। ये चैनल तीन भाषा,ऑडिया,हिन्दी और अंग्रेजी में स्टोरी करने की कोशिश करेगी।। आपसे अनुरोध है इस चैनल को सब्सक्राइब कीजिए, शेयर कीजिए। अब आप इस चैनल के असली मालिक हैं।
समाचार4मीडिया से बातचीत में सुशील महापात्र ने बताया कि वह 17 साल से एनडीटीवी से जुड़े हुए थे। उन्होंने वर्ष 2008 में एनडीटीवी जॉइन किया था और करेंट अफेयर्स के एडिटर पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। उन्हें दो बार रामनाथ गोयनका और एक बार रेड इंक अवॉर्ड भी मिल चुका है।
सुशील महापात्र द्वारा सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट को आप यहां देख सकते हैं
सुशांत मोहन ने हाल ही में डिलिजेंट मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड के डिजिटल प्लेटफॉर्म DNA (डेली न्यूज एंड एनालिसिस) के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर पद से इस्तीफा दे दिया था।
मीडिया प्रोफेशनल सुशांत मोहन ने ‘जी’ (Zee) समूह के डिजिटल बिजनेस IndiaDotcom Digital (पूर्व में Zee Digital) में बतौर चीफ एडिटर एवं बिजनेस लीड अपनी नई पारी की शुरुआत की है। अपने लिंक्डइन पेज पर उन्होंन खुद यह जानकारी शेयर की है। इस पोस्ट में उन्होंने शुभचिंतकों का आभार जताते हुए इस नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं भी मांगी हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, IndiaDotcom Digital में अपनी नई भूमिका के तहत सुशांत न केवल कंटेंट की जिम्मेदारी निभाएंगे, बल्कि डिजिटल बिजनेस के विस्तार और रणनीतिक दिशा तय करने में भी अहम भूमिका अदा करेंगे।
सुशांत मोहन ने हाल ही में डिलिजेंट मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड के डिजिटल प्लेटफॉर्म DNA (डेली न्यूज एंड एनालिसिस) के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) पद से इस्तीफा दे दिया था। कंपनी ने यह जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को दी थी, जिसके अनुसार सुशांत मोहन का इस्तीफा 31 मार्च 2025 से प्रभावी हुआ।
कंपनी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा था, ‘कंपनी ने सुशांत मोहन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और वह 31 मार्च 2025 के कारोबारी घंटों के समाप्त होने के बाद अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त हो जाएंगे।’ बता दें कि सुशांत मोहन करीब तीन वर्षों से DNA से जुड़े थे।
उससे पहले वह जी मीडिया में एडिटर के तौर पर कार्य कर चुके हैं। उन्होंने बीबीसी न्यूज, न्यूज18 और ओपेरा न्यूज जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में भी अहम भूमिकाएं निभाई हैं। सुशांत मोहन ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन’ (IIMC) के विद्यार्थी रह चुके हैं और मास कम्युनेकशन में मास्टर डिग्री होल्डर हैं।
दावा किया जा रहा है कि दोनों ने मिलकर एक ऐसा न्यूज प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जो देश में अपनी तरह का पहला शॉर्ट-फॉर्म न्यूज नेटवर्क है। नाम है– Peek TV.
पत्रकारिता की दुनिया में एक नया और अनोखा कदम उठाया है NDTV दो पूर्व पत्रकारों– प्रियांशी शर्मा और वेदांत अग्रवाल ने। दावा किया जा रहा है कि दोनों ने मिलकर एक ऐसा न्यूज प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है, जो देश में अपनी तरह का पहला शॉर्ट-फॉर्म न्यूज नेटवर्क है। नाम है– Peek TV.
Peek TV की सबसे खास बात ये है कि यह प्लेटफॉर्म पुराने जमाने की टीवी पत्रकारिता की गंभीरता को आज के डिजिटल दौर की स्पीड के साथ जोड़ता है। इन पत्रकारों का दावा है कि इसकी हर खबर 90 सेकंड के भीतर पेश की जाती है- वो भी बिना हल्ला, बिना एजेंडा और पूरी तथ्यों के साथ।
प्लेटफॉर्म का मकसद है– राजनीति हो या अर्थव्यवस्था, अंतरराष्ट्रीय मसले हों या जलवायु परिवर्तन, हर मुद्दे को साधारण भाषा में, संक्षेप में और समय पर दर्शकों तक पहुंचाना।
Peek TV को लेकर इसके संस्थापकों का कहना है, "यह हमारे समय का एक वीडियो मैनुअल है, एक ऐसा क्रॉनिकल जो उस भारत की झलक देता है, जो अक्सर नजरों से छूट जाता है और गलत सूचनाओं के शोर में कहीं खो जाता है।"
प्रियांशी शर्मा ने 'समाचार4मीडिया' को बताया कि Peek TV फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है और इसका स्लोगन भी आज के यूजर से सीधा जुड़ता है, "आपने क्विक डिलीवरी चुनी, क्विक कॉमर्स और क्विक AI बॉट्स चुने- अब चुनिए क्विक न्यूज, वो भी बिना समझौते के।"
Peek TV का लोगो भी खास है- वो एक नजर में कैमरा फोन जैसा दिखता है, एक टीवी सेट की झलक देता है, कभी किसी आंख की तरह आपको सच्चाई की झलक दिखाता है और कभी spinning wheel की तरह भारतीय मूल्यों की याद दिलाता है।
प्रियांशी और वेदांत दोनों ही साल 2023 में एक्सचेंज4मीडिया के 'enba' के विनर रह चुके हैं और अब Peek TV के जरिए पत्रकारिता को एक नई दिशा और गति देने के लिए तैयार हैं।
प्रियांशी शर्मा के मुताबिक, Peek TV न सिर्फ एक प्लेटफॉर्म है, बल्कि एक कोशिश है- तथ्यों की वापसी की, सच्ची खबरों की प्राथमिकता की और पत्रकारिता की एक नई शैली की।