तमिल के प्रमुख टीवी न्यूज चैनलों ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात संपादक आलोक मेहता के हवाले से एक खबर को प्रमुखता दी है
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समाचार4मीडिया ब्यूरो
तमिल के प्रमुख टीवी न्यूज चैनलों ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात संपादक आलोक मेहता के हवाले से एक खबर को प्रमुखता दी है और वह यह कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2024 में तमिलनाडु से चुनाव लड़ सकते हैं।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2024 में तमिलनाडु से चुनाव लड़ने की भविष्यवाणी सबसे पहले प्रख्यात संपादक आलोक मेहता ने अपने हालिया कॉलम में की थी और विभिन्न ऑर्गनाइजेशन से जुड़े कुछ तमिल पत्रकार भी उनके दृष्टिकोण और उनकी इस संभावना का अनुसरण कर रहे हैं।
संपादक ने अपने कॉलम में यह भी उल्लेख किया कि सब कुछ अप्रत्याशित है। आलोक मेहता ने भाजपा के जमीनी कार्य का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा कि वैसे तो गुजरात चुनाव भी अप्रत्याशित रहा है, जिसमें भाजपा को भारी जीत मिली और कांग्रेस को चुनावों में हार का सामना करना पड़ा। लेकिन ऐसा कहा जाता रहा है कि दक्षिण भारत में भाजपा कभी भी सत्ता में नहीं आ सकती है, लेकिन यदि पीएम मोदी ऐसा सोचते हैं तो कुछ भी मुमकिन है, क्योंकि पीएम मोदी अपनी चुनौतियों के लिए बखूबी जाने जाते हैं। तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई ने भी भाजपा समर्थकों से कहा है कि आने वाले वर्षों में भाजपा को भारी प्रतिक्रिया मिलेगी।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में महीने भर चलने वाले काशी तमिल संगमम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा था कि काशी में बाबा विश्वनाथ हैं, तो तमिलनाडु में भगवान रामेश्वरम का आशीर्वाद है। काशी और तमिलनाडु, दोनों शिवमय हैं, दोनों शक्तिमय हैं। एक स्वयं में काशी है, तो तमिलनाडु में दक्षिण काशी है। 'काशी-कांची' के रूप में दोनों की सप्तपुरियों में अपनी महत्ता है।
वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि बहुत संभावना है कि पीएम मोदी रामेश्वरम में चुनाव लड़ सकते हैं और राम सेतु पुल और कलाम विरासत को वोट के मुख्य एजेंडे के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता का ये आर्टिकल आप यहां पढ़ सकते हैं-
PM Modi’s political magic will continue
यहां देखें वीडियो-
केंद्र सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी है कि वह दूरदर्शन और आकाशवाणी को बेहतर कंटेंट, नई तकनीक और ज्यादा दर्शक तक पहुंचाने के लिए व्यापक आधुनिकीकरण योजना पर काम कर रही है।
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Samachar4media Bureau
केंद्र सरकार ने लोकसभा में जानकारी दी है कि वह दूरदर्शन और आकाशवाणी को बेहतर कंटेंट, नई तकनीक और ज्यादा दर्शक तक पहुंचाने के लिए व्यापक आधुनिकीकरण की योजना पर काम कर रही है।
सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने बताया कि यह सुधार Broadcasting Infrastructure and Network Development (BIND) योजना 2021–26 के तहत ₹2,539.61 करोड़ की राशि से किया जा रहा है। योजना के तहत पुरानी प्रणालियों को बदलना, स्टूडियो और ट्रांसमीटर अपग्रेड करना, कवरेज बढ़ाना और नई ब्रॉडकास्टिंग तकनीक अपनाना शामिल है।
कंटेंट सुधार के हिस्से के रूप में, 2024 में सरकार ने कंटेंट सोर्सिंग पॉलिसी को सरल किया ताकि प्रोग्राम जल्दी और ज्यादा लोगों से लिया जा सके। दूरदर्शन के क्षेत्रीय और राज्य केंद्र अब स्थानीय कलाकारों को शामिल कर क्षेत्रीय भाषाओं में प्रोग्राम बना रहे हैं। नेटवर्क के 66 प्रोग्राम प्रोडक्शन सेंटर में कलाकारों और असाइनियों के रेट भी बढ़ाए गए हैं ताकि बेहतर प्रतिभा आकर्षित हो सके।
सरकार ने लाइव कवरेज को भी बढ़ाया है, जैसे महाकुंभ 2025 (प्रयागराज), WAVES 2025 (मुंबई) और ISRO सैटेलाइट लॉन्च। कई दूरदर्शन चैनल अब High Definition में प्रसारित किए जा रहे हैं और डिजिटल प्लेटफॉर्म WAVES लॉन्च किया गया है, जिसमें DD चैनल और अन्य कंटेंट शामिल हैं। यह प्लेटफॉर्म ONAIR मोबाइल ऐप से भी जुड़ा हुआ है।
आकाशवाणी ने नई ऑडियो-विजुअल पॉडकास्ट श्रृंखलाएं शुरू की हैं, जैसे The Akashvani Podcast और Akashvani Originals। इसके साथ ही ऑफिस और क्लस्टर हेड्स के रोल स्पष्ट किए गए हैं, ताकि कंटेंट सुधार, मार्केट पहुंच और राजस्व बढ़ाने पर ध्यान दिया जा सके।
सरकार मोबाइल ऐप, OTT प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया जैसे विकल्पों का भी उपयोग कर रही है, साथ में मार्केटिंग और प्रचार को जोड़कर विज्ञापन राजस्व बढ़ाने के उपाय किए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार, 2022–25 के बीच दूरदर्शन और आकाशवाणी ने ₹587.78 करोड़ की गैर-सरकारी विज्ञापन आय अर्जित की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकारी प्रसारण के साथ-साथ आय के स्रोत भी बढ़ाए जा रहे हैं।
इससे पहले, सितंबर 2025 में NDTV के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने Lifestyle & Media Broadcasting Limited (LMBL) से गुडटाइम्स चैनल खरीदने को मंजूरी दी थी।
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Vikas Saxena
न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड (NDTV) ने 'गुडटाइम्स' (GoodTimes) चैनल के अधिग्रहण को लेकर बताया है कि यह सौदा अभी प्रक्रिया में है और अब इसे पूरा होने में करीब तीन महीने और लग सकते हैं।
इससे पहले, सितंबर 2025 में NDTV के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने Lifestyle & Media Broadcasting Limited (LMBL) से गुडटाइम्स चैनल खरीदने को मंजूरी दी थी। उस समय कंपनी ने कहा था कि यह डील लगभग तीन महीने में पूरी हो जाएगी। अब ताजा जानकारी में NDTV ने साफ किया है कि प्रक्रिया चल रही है, लेकिन कुछ मंजूरियों के कारण समय बढ़ गया है।
NDTV यह अधिग्रहण स्लंप सेल के जरिए कर रहा है, यानी चैनल को चलती हुई यूनिट के तौर पर खरीदा जाएगा। इसके लिए दोनों कंपनियों के बीच टर्म शीट साइन हो चुकी है और आगे बिजनेस ट्रांसफर एग्रीमेंट किया जा रहा है।
कंपनी के मुताबिक, यह सौदा अभी जरूरी कानूनी और नियामकीय मंजूरियों पर निर्भर है। साथ ही, कुछ सामान्य शर्तों को पूरा किया जाना बाकी है। इन सभी औपचारिकताओं के बाद ही इस अधिग्रहण को अंतिम रूप दिया जाएगा।
चूंकि LMBL, NDTV की जॉइंट वेंचर कंपनी है, इसलिए यह सौदा रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन की कैटेगरी में आता है। हालांकि NDTV ने साफ किया है कि यह डील पूरी तरह आर्म्स लेंथ बेसिस पर हो रही है और इसके लिए स्वतंत्र वैल्यूएशन भी कराया गया है।
गुडटाइम्स चैनल लाइफस्टाइल से जुड़ा चैनल है, जिसमें एंटरटेनमेंट, फैशन, फूड और ट्रैवल जैसे कंटेंट दिखाए जाते हैं। NDTV का कहना है कि इस अधिग्रहण से कंपनी की लाइफस्टाइल ब्रॉडकास्टिंग में मौजूदगी मजबूत होगी और बिजनेस को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
राज टेलीविजन नेटवर्क लिमिटेड ने हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में स्थित अपनी एक प्रॉपर्टी को बेचने का फैसला किया है।
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Vikas Saxena
राज टेलीविजन नेटवर्क लिमिटेड ने हैदराबाद के जुबली हिल्स इलाके में स्थित अपनी एक प्रॉपर्टी को बेचने का फैसला किया है। इसके लिए कंपनी ने एक एग्रीमेंट भी कर लिया है। यह प्रॉपर्टी प्लॉट नंबर 656/1, रोड नंबर 34, जुबली हिल्स में स्थित है। बिक्री से जुड़ा यह एग्रीमेंट 18 दिसंबर 2025 को किया गया।
कंपनी के मुताबिक, इस प्रॉपर्टी की कुल बिक्री कीमत 22 करोड़ रुपये तय की गई है। एग्रीमेंट के समय कंपनी को 3 करोड़ रुपये मिल चुके हैं, जबकि 1 करोड़ रुपये का चेक 6 जनवरी 2026 की तारीख का है। बाकी 18 करोड़ रुपये की रकम सेल डीड के रजिस्ट्रेशन के समय मिलेगी।
कंपनी ने यह भी बताया कि यह प्रॉपर्टी पिछले वित्त वर्ष में कंपनी के टर्नओवर या आमदनी में कोई योगदान नहीं दे रही थी। इस सौदे को 30 जून 2026 तक पूरा किए जाने की उम्मीद है, जिस पर दोनों पक्षों की सहमति है।
इस प्रॉपर्टी की खरीदार रेयावरापु अमूल्या (Rayavarapu Amulya) हैं, जिनका कंपनी के प्रमोटर या प्रमोटर ग्रुप से कोई संबंध नहीं है। कंपनी ने साफ किया है कि यह सौदा रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन नहीं है।
राज टेलीविजन नेटवर्क ने यह भी बताया कि यह बिक्री किसी स्कीम ऑफ अरेंजमेंट के तहत नहीं हो रही है। इस प्रॉपर्टी को बेचने की मंजूरी कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने 30 सितंबर 2025 को हुई 31वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) में दी थी।
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने संसद में बताया कि केरल के एक बड़े क्षेत्रीय टीवी न्यूज चैनल पर BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) के कर्मचारी को रिश्वत देकर टीआरपी बढ़ाने का आरोप लगा है।
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Samachar4media Bureau
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने संसद में बताया कि केरल के एक बड़े क्षेत्रीय टीवी न्यूज चैनल पर BARC (ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल) के कर्मचारी को रिश्वत देकर टीआरपी बढ़ाने का आरोप लगा है। इस पर मंत्रालय ने केरल पुलिस से प्रारंभिक रिपोर्ट मांगी है।
सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल. मुरुगन ने लोकसभा में लिखित उत्तर में कहा कि मंत्रालय ने इस मामले की रिपोर्ट्स को गंभीरता से लिया है। आरोप हैं कि चैनल ने अवैध तरीके अपनाकर व्युरशिप बढ़ाने की कोशिश की और BARC कर्मचारी को पैसे दिए। मामले की जांच के लिए पुलिस से फॉरेंसिक ऑडिट की रिपोर्ट मांगी गई है।
भारत में टीवी रेटिंग्स 2014 की पॉलिसी गाइडलाइंस के तहत चलती हैं, जो पैनल होम्स की गोपनीयता और पारदर्शिता सुनिश्चित करती हैं। BARC इंडिया इस सिस्टम की मान्यता प्राप्त एकमात्र एजेंसी है। BARC ने हाल ही में कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने तुरंत एक स्वतंत्र एजेंसी से फॉरेंसिक ऑडिट शुरू करवा दिया है।
मंत्रालय ने कहा कि यह मामला लगातार मॉनिटर किया जा रहा है और किसी भी तरह की हेरफेर को गंभीरता से लिया जाएगा। साथ ही, सरकार ने 2014 की पॉलिसी में बदलाव की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, ताकि रेटिंग्स में पारदर्शिता और डेटा की सटीकता बढ़ाई जा सके।
मुरुगन ने बताया कि स्टेकहोल्डर्स की सलाह के बाद संशोधित मसौदा जारी किया गया है, जिससे रेटिंग एजेंसियों में निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा बनी रहे और बदलते मीडिया पैटर्न का सही अंदाजा लगाया जा सके।
इस समय मंत्रालय ने चैनल या BARC कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई करने पर टिप्पणी नहीं की है, लेकिन केरल पुलिस की जांच पूरी होने तक मामला निगरानी में रहेगा।
समाचार4मीडिया से बातचीत में राणा यशंवत ने खुद इसकी पुष्टि की है।
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Samachar4media Bureau
अपनी स्पष्ट सोच, तीखे सवालों और प्रभावशाली प्रस्तुति के लिए पहचाने जाने वाले वरिष्ठ टीवी पत्रकार और लोकप्रिय न्यूज एंकर राणा यशवंत ने अपनी नई पारी की शुरुआत की है। उन्होंने अब हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज इंडिया’ (News India) में सीईओ और एडिटर-इन-चीफ के पद पर जॉइन किया है। समाचार4मीडिया से बातचीत में राणा यशंवत ने खुद इसकी पुष्टि की है।
वहीं, चैनल के शीर्ष प्रबंधन ने समाचार4मीडिया से बातचीत में कहा कि खबरों की बेहतरीन समझ औऱ भाषा पर मजबूत पकड़ रखनेवाले राणा यशवंत की अगुआई में चैनल अलग पहचान बनाएगा और नई ऊंचाइयां छूएगा, इस बात की पूरी उम्मीद है।
राणा यशवंत ने इसी साल मार्च में ‘आईटीवी नेटवर्क’ में अपनी पारी को विराम देकर ‘लाइव टाइम्स’ (Live Times) जॉइन किया था। यहां उन्होंने साप्ताहिक शो फैक्ट्स एंड फिगर्स शुरु किया और अपने डिजिटल प्लैटफॉर्म पर काफी एक्टिव रहे। उनका यूट्यूब चैनल पर लगभग साढे तीन लाख सब्सक्राइबर्स हैं। हाल ही में बिहार-चुनाव के कवरेज की उनकी कई रिपोर्ट्स ने काफी सुर्खियां बटोरीं।
बता दें कि लाइव टाइम्स से पहले राणा यशवंत वर्ष 2013 से ‘आईटीवी नेटवर्क’ से जुड़े हुए थे। वह इस नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल इंडिया न्यूज (India News) में एडिटर-इन-चीफ के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। अपनी इस भूमिका में चैनल को लीड करने के साथ-साथ वह यहां ‘अर्धसत्य’ नामक शो होस्ट भी करते थे। नवंबर 2023 में नेटवर्क ने उन्हें एडिटर-इन-चीफ के पद पर प्रमोट किया था। इस प्रमोशन से पहले वह यहां मैनेजिंग एडिटर के तौर पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
राणा यशवंत को टीवी की दुनिया में काम करने का लंबा अनुभव है। पूर्व में वह ‘आजतक’ (AajTak), ‘जी न्यूज’ (Zee News) और ‘महुआ टीवी’ (Mahuaa TV) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा चुके हैं।
हिंदी पत्रकारिता में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें अब तक तमाम प्रतिष्ठित अवॉर्ड्स मिल चुके हैं। उनके शो ‘अर्धसत्य’ को रेड इंक और ईएनबीए जैसे पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इसके अलावा Bharat Gaurav Samman,रेक्स Karmaveer Global Fellowship & Award और Rajiv Gandhi Global Excellence Award जैसे जैसे अवार्ड से राणा यशवंत नवाजे जा चुके हैं।
समाचार4मीडिया की ओर से राणा यशवंत को उनकी नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान रिपोर्टिंग के अनुभव पर एक्सचेंज4मीडिया न्यूजनेक्स्ट समिट में 'इंडिया टुडे' टीवी के मैनेजिंग एडिटर गौरव सावंत और भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता चारु प्रज्ञा ने चर्चा की।
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Samachar4media Bureau
'ऑपरेशन सिंदूर' के समय घटनाओं और खबरों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि जानकारी एकदम तेजी से और बड़े पैमाने पर आ रही थी। इस दौरान रिपोर्टिंग के अनुभव पर एक्सचेंज4मीडिया न्यूजनेक्स्ट समिट (e4m NewsNext Summit) में 'इंडिया टुडे' टीवी के मैनेजिंग एडिटर गौरव सावंत और भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता चारु प्रज्ञा ने चर्चा की। उन्होंने इस दौरान जानकारी की सत्यता, न्यूजरूम के प्रोसेस और संकट के समय जानकारी जारी करने के तरीके पर बात की।
गौरव सावंत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को कवर करने के अपने अनुभव के बारे में बताया कि घटनाएं बहुत तेजी से हो रही थीं और जानकारी कई अलग-अलग स्रोतों से एक ही समय में आ रही थी। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान से भी काफी जानकारी और विजुअल्स सामने आए। उनके मुताबिक, मुरिडके और बहावलपुर जैसे जगहों पर स्ट्राइक से जुड़े विजुअल्स सीमा पार से भी आए।
गौरव सावंत ने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में भारतीय न्यूजरूम बार-बार सरकार से जानकारी की पुष्टि करते थे। उन्होंने इस अवधि को जानकारी की अधिकता वाला समय बताया, जब कई जगहों से एक साथ इनपुट आ रहे थे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर गलत और भ्रामक जानकारी भी फैल रही थी।
उन्होंने बताया कि इंडिया टुडे टीवी और पूरे भारतीय मीडिया का प्रयास यही था कि जितनी हो सके जानकारी की पुष्टि की जाए और सिर्फ सत्यापित जानकारी ही प्रसारित की जाए। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर बहुत सारी जानकारी, सही और गलत दोनों, फैल रही थी और न्यूजरूम का काम था सही तथ्यों को अनसत्यापित दावों से अलग करना।
ऑपरेशन के दौरान संपादकीय निर्णयों पर बात करते हुए सावंत ने कहा कि इंडिया टुडे टीवी का फोकस सबसे पहले खबर देने के बजाय सत्यापित तथ्य प्रसारित करने पर था। उन्होंने माना कि कवरेज में गलतियां हुईं और इन्हें सार्वजनिक रूप से ठीक किया गया। उन्होंने बताया कि 9 बजे के एंकर ने ऑन एयर जाकर गलती स्वीकार की और संगठन ने आंतरिक ऑडिट भी किया।
गौरव सावंत ने कहा, “हमारे लिए सबसे पहले खबर देना जरूरी नहीं है। हम थोड़ी देर से भी सही जानकारी देने में संतुष्ट हैं।”
उन्होंने बताया कि इसके बाद संगठन ने अपने सिस्टम्स की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इंडिया टुडे टीवी के पास एक फैक्ट-चेकिंग टीम है, जो 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान दिन-रात काम कर रही थी और एक ओपन-सोर्स इंटेलिजेंस टीम थी जो वायरल हो रही वीडियो और तस्वीरों की पुष्टि करती थी। इन टीमों ने हर जानकारी की जांच की, उसे प्रसारित करने से पहले।
गौरव सावंत ने ऑपरेशन के दौरान फैल रही जानबूझकर गलत और भ्रामक जानकारी पर भी बात की। उन्होंने कहा कि शत्रुतापूर्ण तत्वों द्वारा गलत जानकारी और विजुअल्स फैलाए जा रहे थे। उनके मुताबिक, जब भी कोई गलत जानकारी ऑन एयर हुई, तुरंत सुधारात्मक कदम उठाए गए।
अंतरराष्ट्रीय कवरेज पर बात करते हुए गौरव सावंत ने कहा कि पश्चिमी मीडिया ने ऑपरेशन के दौरान अपने सरकार या रक्षा लबी के दृष्टिकोण को दिखाने वाले नैरेटिव पेश किए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में कई पुष्टि हुई घटनाओं, जैसे विभिन्न जगहों पर स्ट्राइक, को अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने कवर नहीं किया और ध्यान केवल भारतीय पक्ष पर रहा। उन्होंने कहा कि भारतीय न्यूजरूम ने अपनी रिपोर्टिंग और सत्यापन पर भरोसा रखा, अंतरराष्ट्रीय कवरेज के बजाय।
सरकारी दृष्टिकोण से बात करते हुए चारु प्रज्ञा ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों में पत्रकारों से रिपोर्टिंग रोकने की मांग नहीं की जाती। उन्होंने कहा कि सरकार मीडिया से ऐसे घटनाओं को रिपोर्ट करते समय विश्वसनीयता, जवाबदेही और गंभीरता की उम्मीद करती है। उनके मुताबिक, संकट के समय रिपोर्टिंग को केवल तेजी से खबर तोड़ने की दौड़ नहीं समझा जाना चाहिए।
चारु प्रज्ञा ने कहा कि जानकारी जारी करने में सतर्कता को छुपाने जैसा नहीं समझना चाहिए। उन्होंने कहा, “सावधान रहना यह नहीं है कि आप कुछ छुपा रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि कभी-कभी जानकारी में देरी होती है क्योंकि इसे सत्यापन और मंजूरी से गुजरना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति में जिम्मेदारी केवल पत्रकारों तक सीमित नहीं है, बल्कि राजनीतिक नेताओं और सोशल मीडिया पर सक्रिय नागरिकों तक भी फैलती है। उनके मुताबिक, प्रभावशाली पद पर रहने वाले व्यक्तियों द्वारा दिए गए बयान विरोधी देशों में तेजी से फैल सकते हैं।
पिछले संघर्षों का जिक्र करते हुए प्रज्ञा ने कहा कि कारगिल युद्ध और 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के दौरान भारतीय टीवी चैनलों द्वारा प्रसारित जानकारी से शत्रु पक्ष को लाभ हुआ। उन्होंने कहा कि इन्हीं उदाहरणों से यह समझ आता है कि ऐसी परिस्थितियों में सतर्क रहना कितना जरूरी है।
चारु प्रज्ञा ने कहा कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान कुछ जानकारी तुरंत नहीं दी गई, भले ही पत्रकारों को वह मिल गई थी। उन्होंने कहा कि जानकारी तभी जारी की गई जब सरकार द्वारा आधिकारिक पुष्टि मिल गई।
सरकारी संचार की गति पर बात करते हुए चारु प्रज्ञा ने कहा कि युद्ध के समय निर्णय लेने की प्रक्रिया कई स्तरों के सत्यापन और मंजूरी से गुजरती है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में समय लग सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि जानकारी की गति में सुधार किया जा सकता है, लेकिन सटीकता हमेशा महत्वपूर्ण रहती है।
संस्थान की ओर से जारी इंटरनल मेल के अनुसार, इन कवायद का उद्देश्य एडिटोरियल गुणवत्ता को और मजबूत करना, क्रिएटिव इनोवेशन को बढ़ावा देना और नेटवर्क स्तर पर विजुअल पहचान को सशक्त करना है।
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Samachar4media Bureau
‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 Bharatvarsh) ने अपने ग्रोथ प्लान और इंटरनल टैलेंट को नई पहचान देने के तहत लीडरशिप टीम में कई फेरबदल किए हैं। संस्थान की ओर से जारी इंटरनल मेल के अनुसार, इन बदलावों का उद्देश्य एडिटोरियल गुणवत्ता को और मजबूत करना, क्रिएटिव इनोवेशन को बढ़ावा देना और नेटवर्क स्तर पर विजुअल पहचान को सशक्त करना है।
इन बदलावों के तहत मोहम्मद सईद आउटपुट टीम के प्रमुख होंगे और सभी आउटपुट ऑपरेशंस की जिम्मेदारी संभालेंगे। वह सीधे मैनेजिंग एडिटर को रिपोर्ट करेंगे। पिछले तीन वर्षों में मोहम्मद सईद ने कंटेंट कंट्रोल और टीम मैनेजमेंट में बेहतरीन नेतृत्व क्षमता दिखाई है। लीडरशिप ट्रांजिशन के दौरान उन्होंने आउटपुट टीम को कुशलता से संभाला और चैनल के एडिटोरियल स्टैंडर्ड को बनाए रखा है। उन्होंने क्रिएटिव एक्सीलेंस और ऑपरेशनल एफिशिएंसी के बीच संतुलन बनाए रखते हुए आउटपुट संचालन को सुचारु रूप से चलाया है।
सुधीर कुमार पांडेय को हेड ऑफ प्रोडक्शन नियुक्त किया गया है। वह प्रोडक्शन टीम का नेतृत्व करेंगे और ऑपरेशंस संभालेंगे। वह सीधे मैनेजिंग एडिटर को रिपोर्ट करेंगे। सुधीर कुमार पांडेय ने चैनल के विशिष्ट लुक और फील को गढ़ने और बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व में प्रोडक्शन और प्रोग्रामिंग की गुणवत्ता लगातार बेहतर रही है। नेटवर्क के अन्य चैनलों के साथ उनके सहयोग ने एक समान विजुअल पहचान और ऑपरेशनल स्टैंडर्ड तैयार करने में मदद की है।
आशीष पांडेय को हेड ऑफ प्रोग्रामिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह चैनल की प्रोग्रामिंग स्ट्रैटेजी, खासकर चुनावी प्रोग्रामिंग का नेतृत्व करेंगे। वह मैनेजिंग एडिटर को रिपोर्ट करेंगे। आशीष पांडेय ने चैनल के प्रोग्रामिंग पोर्टफोलियो को सफलतापूर्वक संभाला है, जिसमें प्रमुख राजनीतिक शो, चुनाव कवरेज, कॉन्क्लेव और ‘&5’ तथा ‘दृश्यम’ जैसे सिग्नेचर प्रॉपर्टीज शामिल हैं। उनकी रणनीतिक सोच और मजबूत एडिटोरियल समझ के चलते दर्शकों से जुड़ने वाला प्रभावशाली कंटेंट तैयार हुआ है।
सिद्धार्थ त्रिपाठी को मौजूदा जिम्मेदारियों के साथ-साथ अब ‘नेक्स्ट 9’ प्लान के तहत चैनल की क्रिएटिव कंटेंट स्ट्रैटेजी और भविष्य के लिए तैयार प्रोग्राम्स के विकास का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। सिद्धार्थ त्रिपाठी ने ‘सत्ता’ और ‘फिक्र आपकी’ जैसे फ्लैगशिप शो तैयार किए हैं, जिन्होंने चैनल की प्राइम टाइम पहचान को मजबूत किया है। उनकी क्रिएटिव सोच और अलग तरह के शो फॉर्मेट तैयार करने की क्षमता को देखते हुए उन्हें भविष्य की रणनीति में अहम भूमिका दी गई है। वह मैनेजिंग एडिटर को रिपोर्ट करेंगे।
मुकुल पुर्थी को ग्राफिक्स हेड के पद पर पदोन्नत किया गया है। इस भूमिका में वह चैनल के सभी ग्राफिक्स, लुक और फील तथा ऑपरेशंस की जिम्मेदारी संभालेंगे और इंटरनल टीमों के साथ समन्वय करेंगे। वह नेटवर्क हेड–ग्राफिक्स को रिपोर्ट करेंगे और मैनेजिंग एडिटर को डॉटेड लाइन में रिपोर्टिंग करेंगे। मुकुल पुर्थी चैनल की विजुअल लैंग्वेज को नया आकार देने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं। सीनियर विजुअलाइज़र के तौर पर उन्होंने इनोवेटिव ग्राफिक्स के जरिए कंटेंट को ज्यादा आकर्षक और इंटरएक्टिव बनाया है।
विशाल शिबोरा अब नेटवर्क स्तर पर ग्राफिक्स से जुड़े अहम प्रोजेक्ट्स पर फोकस करेंगे। इसके साथ ही उनकी टीम टीवी9 भारतवर्ष में नए इनिशिएटिव्स और बड़े आयोजनों से जुड़े कार्यों को संभालती रहेगी।
विशाल शिबोरा ने मुकुल पुर्थी के साथ मिलकर चैनल के ग्राफिक्स कंटेंट के विकास में अहम योगदान दिया है। अपनी नई भूमिका में विशाल नेटवर्क हेड–ग्राफिक्स को रिपोर्ट करेंगे।
इंडिया टुडे ग्रुप ने अपने गोल्डन जुबली यानी 50 साल पूरे होने पर एक ऐतिहासिक पल दर्ज किया।
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इंडिया टुडे ग्रुप ने अपने गोल्डन जुबली यानी 50 साल पूरे होने पर एक ऐतिहासिक पल दर्ज किया। शुक्रवार, 12 दिसंबर को ग्रुप की टॉप लीडरशिप ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के एट्रियम में पहुंचकर सेरेमोनियल बेल रिंगिंग की रस्म निभाई। यह खास परंपरा ग्रुप की 50 साल की यात्रा का जश्न मनाने के लिए की गई।
इस मौके पर इंडिया टुडे ग्रुप के चेयरमैन अरुण पुरी, वाइस चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर कली पुरी, ग्रुप सीईओ दिनेश भाटिया और NSE के एमडी व सीईओ आशीष कुमार चौहान ने मिलकर घंटी बजाई। यह क्षण ग्रुप की पांच दशक की विरासत का बड़ा प्रतीक बना।
अरुण पुरी ने कहा कि किसी देश की ताकत उसकी वित्तीय मजबूती पर निर्भर करती है, और NSE जैसी संस्थाएं उस ताकत को बनाती हैं। वहीं इंडिया टुडे जैसी संस्थाएं सच, पारदर्शिता और भरोसे के साथ उसे सुरक्षित रखती हैं।
कली पुरी ने कहा कि 1975 से ही हमारा मिशन साफ था- देश को सच दिखाना, मुश्किल सवाल पूछना और भारत की असल तस्वीर को दर्ज करना। आज 50 साल बाद भी यह मिशन पहले से ज्यादा मजबूत है। अब हमारी पत्रकारिता डिजिटल है, जहां प्लेटफॉर्म कोई भी हो, ईमानदार कहानी और भरोसा सबसे कीमती चीज है।
पिछले 50 सालों में इंडिया टुडे ने भारत के बदलते समय को सबसे करीब से देखा- 11 प्रधानमंत्रियों, 15 सरकारों और 350 से ज्यादा चुनावों की रिपोर्टिंग की। बड़े घोटालों का खुलासा किया, उथल-पुथल के दौर में पत्रकारों ने जमीनी स्तर से रिपोर्टिंग की और भारत के एक उभरती वैश्विक ताकत बनने के सफर को दर्ज किया। हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का इंटरव्यू भी इसी विरासत का हिस्सा है।
अपने 50 साल पूरे होने पर ग्रुप ने पांच खास फिल्में लॉन्च करने का ऐलान किया, जिनमें हर दशक की यात्रा को दिखाया गया है। कार्यक्रम में एक स्पेशल टीजर, ब्रैंड फिल्म और 50-साल का लोगो भी लॉन्च किया गया।
समारोह के अंत में पूरे ग्रुप ने इस बात को फिर दोहराया कि आने वाले सालों में भी इंडिया टुडे जनता तक सच्ची और जिम्मेदार पत्रकारिता पहुंचाता रहेगा।
अपनी इस भूमिका में वह चैनल की संपूर्ण न्यूज स्ट्रैटेजी और ऑपरेशंस की कमान संभालेंगे। सीएनएन-न्यूज18 की इनपुट, आउटपुट, प्रॉडक्शन और ऑफ प्लेटफॉर्म्स की सभी टीमें उन्हें रिपोर्ट करेंगी।
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Samachar4media Bureau
अंग्रेजी न्यूज चैनल ‘सीएनएन-न्यूज18’ (CNN-News18) ने वरिष्ठ पत्रकार और प्रमुख प्राइम-टाइम शो The Hard Facts के एंकर राहुल शिवशंकर को एडिटोरियल अफेयर्स डायरेक्टर नियुक्त किया है।
अपनी इस भूमिका में वह चैनल की संपूर्ण न्यूज स्ट्रैटेजी और ऑपरेशंस की कमान संभालेंगे।
सीएनएन-न्यूज18 की इनपुट, आउटपुट, प्रॉडक्शन और ऑफ प्लेटफॉर्म्स की सभी टीमें उन्हें रिपोर्ट करेंगी। नए बदलाव 15 दिसंबर से प्रभावी होंगे।
'नेटवर्क18' के चीफ कंटेंट ऑफिसर संतोष मेनन के अनुसार, 'राहुल शिवशंकर ने कई टीवी न्यूज रूम का कुशलतापूर्वक नेतृत्व किया है और मुझे पूरा विश्वास है कि वे सीएनएन न्यूज 18 एडिटोरियल अफेयर्स डायरेक्टर के रूप में इसके नेतृत्व को और मजबूत और विस्तारित करेंगे।'
देश के प्रतिष्ठित न्यूज ब्रॉडकास्टर्स ने सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) से अपील की है कि वे लैंडिंग पेज से जुड़ा प्रस्तावित बदलाव वापस लें।
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Samachar4media Bureau
देश के प्रतिष्ठित न्यूज ब्रॉडकास्टर्स ने सूचना-प्रसारण मंत्रालय (MIB) से अपील की है कि वे लैंडिंग पेज से जुड़ा प्रस्तावित बदलाव वापस लें। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनका कहना है कि यह बदलाव ऐसा तरीका वापस लाता है जिसे पहले ही तकनीकी कारणों से अस्वीकार किया जा चुका है और इससे चैनलों को नुकसान होगा क्योंकि पहली बार दर्शकों की सही संख्या को रेटिंग से हटा दिया जाएगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस अपील में NDTV, News18 और Times Now जैसे बड़े नेटवर्क शामिल हैं। उन्होंने MIB को लिखा कि यह प्रस्ताव पूरी तरह रद्द कर दिया जाए क्योंकि यह मामला पहले ही सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। उनके अनुसार, इस समय कोई प्रशासनिक बदलाव करना सही नहीं होगा और यह नियम कानून के नजरिए से टिकाऊ भी नहीं है।
इन ब्रॉडकास्टर्स का कहना है कि 2018 में TRAI ने इसी तरह की तकनीक को “अनुचित” बताते हुए खारिज किया था। उस समय कहा गया था कि इससे सही दर्शक आंकड़े प्रभावित हो सकते हैं।
इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि लैंडिंग पेज वैसे ही काम करता है जैसे सुपरमार्केट में खास जगह पर सामान रखना या अखबार में जैकेट ऐड। यह दर्शकों को पहला अनुभव देता है और उनकी पसंद सही तरीके से दिखाता है। अगर इसे रेटिंग से हटाया गया, तो TRP में गड़बड़ी होगी और छोटे चैनल्स को नुकसान होगा।
इस अपील में All India Digital Cable Federation (AIDCF) और कई छोटे चैनल्स ने भी समर्थन दिया है। विज्ञापन से होने वाली कमाई घट रही है, इसलिए इंडस्ट्री के बड़े और छोटे समूह मिलकर रेटिंग सिस्टम में बदलाव के खिलाफ खड़े हैं।