रोशनी के इस पर्व के साथ जब नया सम्वत 2082 आरंभ हो रहा है, तब NDTV प्रॉफिट अपने प्रमुख थॉट लीडरशिप प्लेटफॉर्म IGNITE के दिवाली एडिशन को लेकर आ रहा है।
रोशनी के इस पर्व के साथ जब नया सम्वत 2082 आरंभ हो रहा है, तब NDTV प्रॉफिट अपने प्रमुख थॉट लीडरशिप प्लेटफॉर्म IGNITE के दिवाली एडिशन को लेकर आ रहा है। यह कार्यक्रम 10 अक्टूबर को यानी आज दोपहर 2:30 बजे से मुंबई के सोफिटेल होटल में आयोजित किया जाएगा। अपने नाम के अनुरूप, IGNITE का उद्देश्य नई चर्चाओं को जन्म देना, नवाचारों को उजागर करना और संभावनाओं के नए रास्ते खोलना है, जहां वित्त, व्यापार और मनोरंजन जगत के सबसे प्रभावशाली विचारक एक साथ आकर अपने दृष्टिकोण साझा करेंगे, प्रेरणा देंगे और भविष्य की दिशा तय करेंगे।
NDTV प्रॉफिट IGNITE का यह विशेष दिवाली संस्करण नए साल की शुरुआत आशा, विश्वास और सकारात्मक सोच के साथ करेगा। इस मंच पर उन दूरदर्शी व्यक्तित्वों को जोड़ा जाएगा, जो भारत के आर्थिक और कॉर्पोरेट परिदृश्य को नई परिभाषा दे रहे हैं। इनमें शामिल होंगे- मनीष चोखानी (वेटरन इन्वेस्टर एवं डायरेक्टर, Enam Holdings), रमेश दामानी (वैल्यू इन्वेस्टर एवं सदस्य, BSE), निलेश शाह (MD, Kotak Mahindra AMC), आशीष कुमार चौहान (MD एवं CEO, NSE), निमेश शाह (MD एवं CEO, ICICI Prudential AMC), संदीप सिक्का (ED एवं CEO, Nippon Life India Asset Management), विजय केडिया (इन्वेस्टर), विवेक ओबेरॉय (एक्टर एवं बिजनेसमैन), आयुष मित्तल एवं प्रत्युष मित्तल (फाउंडर्स, Screener AI), सुमित चंदा (CEO एवं फाउंडर, Jarvis Invest), ज्योति स्वरूप (SVP एवं हेड, बिजनेस डेवलपमेंट और स्ट्रैटेजिक एलायंसेस, Axis Max Life), यशोवर्धन सिन्हा (चेयरमैन एवं MD, Aditya Vision Ltd), रुमित दुग्गर (CFO, Bluestone) और मयंक शाह (VP, Parle Products Pvt. Ltd.)।
फायरसाइड चैट्स, पैनल डिस्कशंस और वन-ऑन-वन बातचीतों के जरिए यह आयोजन भारत के वित्तीय और कॉर्पोरेट भविष्य से जुड़े अहम विषयों पर विचार करेगा। इनमें शामिल हैं- मार्केट स्ट्रैटेजीज का विकास, ट्रेडिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका, रिटायरमेंट प्लानिंग, SIPs के जरिए वेल्थ क्रिएशन, GST से बढ़ता उपभोग, और मनी एवं मार्केट्स के बीच का तालमेल। ये चर्चाएं सिर्फ विचारों को नहीं जगाएंगी, बल्कि प्रतिभागियों को ऐसे व्यावहारिक निष्कर्ष भी देंगी जो सत्र समाप्त होने के बाद भी उनके काम आएंगे।
NDTV के CEO और एडिटर-इन-चीफ राहुल कंवल ने IGNITE के विचार पर कहा, “दिवाली प्रकाश, नवीनीकरण और नई शुरुआत का पर्व है। IGNITE इसी भावना का प्रतीक है, जहां भारत के सम्वत 2082 में कदम रखते हुए विचार, दृष्टिकोण और नवाचार एक साथ आते हैं। हमारा उद्देश्य ऐसे संवाद रचने का है जो बदलाव को प्रेरित करें, सहयोग को बढ़ावा दें और बिजनेस, निवेशकों तथा नीति-निर्माताओं के लिए विकास के रास्ते रोशन करें।”
NDTV में नेटवर्क टीवी के रेवेन्यू हेड मंदीप सिंह ने कहा,“IGNITE वह जगह है जहां रणनीति और उत्सव एक साथ मिलते हैं। इस दिवाली एडिशन का मकसद मार्केट्स, कॉर्पोरेट्स और नीति-निर्माताओं के बीच पुल बनाना है और ऐसे अवसर पैदा करना है जो पूरे सम्वत 2082 तक असर छोड़ें। NDTV प्रॉफिट के लिए यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो सभी क्षेत्रों में कनेक्शन, सहयोग और विकास को गति देता है।”
IGNITE का दिवाली एडिशन विचारों और अवसरों का संगम होगा। यह एक ऐसा मंच जहां लीडर्स मिलकर भारत के मार्केट्स और अर्थव्यवस्था के भविष्य पर विचार-विमर्श कर सकें। रणनीति और उत्सव के इस मेल से IGNITE दिवाली की असली भावना को उजागर करेगा- नई संभावनाओं को जगाने, ज्ञान को अपनाने और विकास, नवाचार व समृद्धि से भरे वर्ष की ओर आत्मविश्वास के साथ कदम बढ़ाने की भावना को।
इस इमर्सिव प्लेटफॉर्म के जरिए NDTV प्रॉफिट का उद्देश्य नीति, निवेश और उद्योग की दुनिया के बीच पुल बनाना है ताकि सार्थक संवाद, ठोस रणनीतियां और नए उत्साह के साथ भारत सम्वत 2082 की ओर बढ़ सके। IGNITE एक सतत संवाद रहेगा, जो थॉट लीडरशिप को मजबूत करेगा, सार्थक कनेक्शन बनाएगा और ऐसे विचार उत्पन्न करेगा जो बदलाव को गति देंगे, जिससे यह दिवाली सिर्फ रोशनी का नहीं बल्कि विचार, नवाचार और प्रगति का भी पर्व बनेगी।
Decode की सफलता रणनीति, व्यक्तित्व और टाइमिंग- तीनों के मेल का नतीजा है। DD News ने सिर्फ एक एंकर को नहीं जोड़ा, बल्कि अपने कंटेंट की सोच को बदला।
जब 15 मई 2025 को DD News पर ‘Decode with Sudhir Chaudhary’ की शुरुआत हुई, तो यह एक साहसी प्रयोग जैसा लगा था। सरकारी चैनल पर एक प्राइम-टाइम शो का भारत के तेज-तर्रार न्यूज स्पेस में उतरना किसी कठिन चुनौती से कम नहीं था। लेकिन सौ एपिसोड पूरे होने के बाद आंकड़े एक अलग कहानी कहते हैं- पुनर्निर्माण (reinvention), पहुंच (reach) और प्रासंगिकता (relevance) की कहानी।
सितंबर 2025 तक Decode के यूट्यूब पर 23.22 करोड़ व्यूज दर्ज हुए, जबकि क्रॉस-प्लेटफॉर्म पर इसकी पहुंच 30 करोड़ से ज्यादा रही। जो शुरुआत में एक संपादकीय प्रयोग था, वह अब इस बात का उदाहरण बन चुका है कि पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग डिजिटल दौर में कैसे आगे बढ़ सकती है।
‘डीकोड’ का ब्रेकआउट महीना
मई 2025 DD News के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। जिस महीने Decode लॉन्च हुआ, उस दौरान चैनल के कुल 4.92 करोड़ यूट्यूब व्यूज में से 2.39 करोड़ व्यूज सिर्फ इसी शो के थे यानी लगभग 48.6% ट्रैफिक। शो ने 14.8 करोड़ इंप्रेशंस बनाए, जो उस अवधि में नेटवर्क के कुल इंप्रेशंस का 68% था।
इसका असर तुरंत और साफ दिखा। DD News ने सिर्फ उसी महीने में 4.53 लाख नए यूट्यूब सब्सक्राइबर्स जोड़े, जिनमें सबसे बड़ा योगदान Decode का था। इसके पहले एपिसोड ने अकेले ही 26 लाख व्यूज हासिल किए, जो चैनल के इतिहास में सबसे ज्यादा थे और लॉन्च के 24 घंटे के भीतर 10 लाख व्यूज का आंकड़ा पार कर लिया, जबकि पहले DD News के ज्यादातर वीडियो कुछ सौ व्यूज तक ही सीमित रहते थे।
क्यों कामयाब हुआ ‘डीकोड’
Decode की सफलता रणनीति, व्यक्तित्व और टाइमिंग- तीनों के मेल का नतीजा है। DD News ने सिर्फ एक एंकर को नहीं जोड़ा, बल्कि अपने कंटेंट की सोच को बदला। सुधीर चौधरी अपने साथ दशकों का न्यूजरूम अनुभव, तीखा संपादकीय दृष्टिकोण और एक वफादार दर्शकवर्ग लेकर आए, जो सालों से उनके प्राइम-टाइम से जुड़ा रहा था।
पहले दिन से फोकस साफ था- डिजिटल फर्स्ट। हर एपिसोड को यूट्यूब पर खोजे जाने योग्य बनाया गया, आकर्षक थंबनेल, सीधे हेडलाइन और सोशल मीडिया हुक्स के साथ। टीम ने यूट्यूब एनालिटिक्स को लाइव डैशबोर्ड की तरह इस्तेमाल किया और दर्शकों की प्रतिक्रिया के अनुसार तुरंत बदलाव किए। विषयों का चयन सिर्फ टीवी अपील के लिए नहीं, बल्कि शेयर करने लायक, साफ और लगातार जुड़ाव वाले विषयों पर किया गया।
DD News का 9 से 10 बजे का स्लॉट, जो पहले शांत माना जाता था, अचानक जीवंत हो गया। Decode एक ऐसा शो बन गया जिसे दर्शक नियमित रूप से देखने लगे- बड़े मुद्दों पर स्पष्ट, गहराई से और बिना दिखावे की व्याख्या के लिए।
जोखिम और विश्वास की छलांग
Decode की सफलता इसलिए भी खास है क्योंकि इसके पीछे व्यक्तिगत जोखिम था। जब सुधीर चौधरी ने Aaj Tak जैसे देश के सबसे बड़े न्यूज प्लेटफॉर्म पर अपने प्राइम-टाइम शो को छोड़कर DD News से जुड़ने का फैसला किया, तो यह एक साहसी और असंभव-सा कदम माना गया। वे एक स्थापित मंच और निश्चित दर्शकवर्ग छोड़कर एक ऐसे सरकारी चैनल पर आए जो लंबे समय से धीमे और संस्थागत होने की छवि से जूझ रहा था।
यह एक सोचा-समझा विश्वास का कदम था जिसने न सिर्फ DD News की दिशा बदली बल्कि भारतीय प्राइम-टाइम पत्रकारिता का प्लेबुक भी नया लिख दिया।
DD News के लिए मास्टरस्ट्रोक
सुधीर चौधरी को सार्वजनिक प्रसारण नेटवर्क में शामिल करने का निर्णय अब एक रणनीतिक मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है। इससे DD News को एक भरोसेमंद चेहरा मिला और ऐसा कंटेंट ब्रैंड जो निजी न्यूज चैनलों से सीधे मुकाबला कर सके।
अक्सर “संस्थागत” या “पुराने ढर्रे वाला” कहे जाने वाले चैनल के लिए यह बदलाव ऐतिहासिक साबित हुआ। Decode ने दिखाया कि जब पब्लिक सर्विस ब्रॉडकास्टिंग में कहानी कहने की कला और ठोस पत्रकारिता एक साथ आती हैं, तो दर्शक भी पूरे दिल से जुड़ते हैं।
इस शो की पहुंच भारत से बाहर भी फैली है। गल्फ देशों, उत्तरी अमेरिका और यूरोप में बसे भारतीयों के बीच इसकी हिंदी विश्लेषण शैली को खूब सराहा गया है, जो बताता है कि विश्वसनीय और मातृभाषा आधारित पत्रकारिता की डिजिटल युग में वैश्विक अपील है।
पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग की नई परिभाषा
Decode के 100वें एपिसोड के साथ DD News ने सिर्फ एक नया शो नहीं जोड़ा, बल्कि अपनी सोच को नया आकार दिया है। चैनल ने यह साबित किया कि कंटेंट की विश्वसनीयता और डिजिटल समझदारी, दोनों एक साथ सार्वजनिक प्रसारक के ढांचे में फल-फूल सकती हैं।
इस शो की सफलता भारत के मीडिया परिदृश्य में एक बड़े बदलाव की ओर इशारा करती है, जहां “पुराने” और “डिजिटल” की रेखाएं मिटती जा रही हैं और अब कहानी कहने की शैली ही असर तय करती है।
DD News के लिए यह सफर, सरकारी प्रवक्ता जैसी छवि से निकलकर गंभीर डिजिटल पकड़ तक पहुंचने का, किसी रूपांतरण से कम नहीं। और सुधीर चौधरी के लिए Decode एक नए अध्याय की शुरुआत है, जहां पत्रकारिता स्पष्टता से मिलती है और स्पष्टता जनसामान्य की लोकप्रियता से।
जब Decode ने अपने 100 एपिसोड पूरे किए, तो यह भारतीय मीडिया के विकास की एक मिसाल बन गया, इस साक्ष्य के रूप में कि जब भरोसा, निरंतरता और साफ संवाद साथ आते हैं, तो 65 साल पुराना सार्वजनिक प्रसारक भी डिजिटल बातचीत का नेतृत्व कर सकता है।
समाचार4मीडिया ने कुछ दिनों पूर्व ही विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ को अलविदा कहने के बाद दिनेश गौतम जल्द ही ‘टीवी9 नेटवर्क’ में वापसी कर सकते हैं।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार और जाने-माने एंकर दिनेश गौतम ने ‘टीवी9 नेटवर्क’ (TV9 Network) में वापसी कर ली है। वह इस समूह के हिंदी न्यूज चैनल 'टीवी9 भारतवर्ष' (TV9 Bharatvarsh) में वरिष्ठ संपादकीय भूमिका निभाएंगे। बता दें कि समाचार4मीडिया ने कुछ दिनों पूर्व ही विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ को अलविदा कहने के बाद दिनेश गौतम जल्द ही ‘टीवी9 नेटवर्क’ में वापसी कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें: ‘TV9’ की कश्ती में जल्द फिर सवार हो सकते हैं दिनेश गौतम
गौरतलब है कि दिनेश गौतम ने कुछ दिनों पहले ‘टाइम्स नेटवर्क’ (Times Network) में अपनी पारी को विराम दे दिया था। दिनेश गौतम ने करीब ढाई साल पहले ‘टीवी9 नेटवर्क’ को अलविदा कहकर ही ‘टाइम्स नेटवर्क’ के हिंदी न्यूज चैनल ‘टाइम्स नाउ नवभारत‘ (Times Now Navbharat) में बतौर कंसल्टिंग एडिटर जॉइन किया था।
टाइम्स में अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने कई फ्लैगशिप शो एंकर किए। बिग एंड बोल्ड, प्रतिशोध और धर्मसंकट को उनकी एंकरिंग की खास शैली के चलते खूब पसंद किया गया। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनकी जज्बे से भरे तरीके ने सबका ध्यान खींचा।
‘टाइम्स’ से पहले भी दिनेश गौतम ‘टीवी9’ (TV9) नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल ‘टीवी9 भारतवर्ष‘ (TV9 Bharatvarsh) में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। ‘टीवी9’ में ‘अड़ी’ की उनकी धारदार प्रस्तुति खास तौर पर राजनीतिक और रणनीतिक मामलों में उनकी पकड़ को लोग आज भी याद करते हैं। इससे पहले वह ‘आईटीवी नेटवर्क’ के रीजनल चैनल ‘इंडिया न्यूज’ एमपी/छतीसगढ़ की कमान संभाल रहे थे। वह इस समूह के नेशनल चैनल ‘इंडिया न्यूज’ के रात नौ बजे के प्राइम टाइम शो की एंकरिंग भी करते थे।
‘इंडिया न्यूज‘ से पहले दिनेश गौतम हैदराबाद में ‘ईटीवी भारत‘ से जुड़े हुए थे। वह ‘ईटीवी भारत‘ की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा रहे हैं। करीब नौ महीने के कार्यकाल के बाद उन्होंने वहां से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें वहां पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार और झारखंड) का न्यूज एडिटर बनाया गया था, लेकिन वह दिल्ली लौटना चाहते थे।
दिनेश गौतम को टीवी न्यूज इंडस्ट्री में काम करने का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है। पूर्व में वह ‘24x7 News’, ‘लाइव इंडिया’, ‘जी न्यूज’ और ‘सहारा न्यूज नेटवर्क’ में भी वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके हैं।
दिनेश ‘Moon Light Theaters’ के साथ बतौर क्रिएटिव हेड भी जुड़े रहे हैं और कई नाटकों का लेखन और निर्देशन भी कर चुके हैं। फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ और ‘मार्कशीट’ का लेखन कर चुके दिनेश ‘ऑल इंडिया रेडियो’ (AIR) के साथ भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह IGNFA, IIFM और कई प्रमुख मास कम्युनिकेशन संस्थानों में गेस्ट फैकल्टी भी रह चुके हैं। मध्य प्रदेश के मूल निवासी दिनेश गौतम विज्ञान में परास्नातक हैं और उन्होंने दिल्ली स्थित ’भारतीय जनसंचार संस्था न’ (IIMC) से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
'टीवी9' पर अपनी वापसी के बारे में दिनेश गौतम ने एक ट्वीट भी किया है, जिसे आप यहां देख सकते हैं।
#Tv9Bharatvarsh
— dinesh gautam?? (@dineshgautam1) October 8, 2025
अब यहाँ मिलते हैं । pic.twitter.com/RAFCPxEAEM
समाचार4मीडिया की ओर से दिनेश गौतम को नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
युवा पत्रकार प्रशांत पांडेय ने ‘जी न्यूज’ (Zee News) के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। उन्होंने यहां आउटपुट टीम में बतौर एसोसिएट प्रड्यूसर जॉइन किया है।
युवा पत्रकार प्रशांत पांडेय ने ‘जी न्यूज’ (Zee News) के साथ मीडिया में अपनी नई पारी का आगाज किया है। उन्होंने यहां आउटपुट टीम में बतौर एसोसिएट प्रड्यूसर जॉइन किया है।
‘जी न्यूज’ से पहले वह ‘इंडिया टीवी’ (India TV) में आउटपुट डेस्क पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
प्रशांत ने वर्ष 2020 में मीडिया के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत की थी। पूर्व में प्रशांत पांडेय ‘रिपब्लिक भारत’ (Republic Bharat), ‘समाचार प्लस’ (Samachar Plus) और ‘हिन्दी खबर’ (Hindi Khabar) जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में अपनी भूमिका निभा चुके हैं।
मूलरूप से यूपी के प्रतापगढ़ जिले के रहने वाले प्रशांत पांडेय ने उच्च स्तरीय पढ़ाई-लिखाई प्रयागराज (पूर्व में इलाहाबाद) से की है।
समाचार4मीडिया की ओर से प्रशांत पांडेय को नई पारी के लिए ढेरों बधाई और शुभकामनाएं।
तमिलनाडु में Arasu Cable TV Corporation (TACTV) से ‘Puthiya Thalaimurai’ चैनल का प्रसारण बंद कर दिया गया है।
तमिलनाडु में Arasu Cable TV Corporation (TACTV) से ‘Puthiya Thalaimurai’ चैनल का प्रसारण बंद कर दिया गया है। इस कदम की जानकारी मिलने के बाद समाजसेवी और पत्रकारों ने कड़ी निंदा व्यक्त की है।
चेन्नई प्रेस क्लब ने इस मामले पर X (पूर्व Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा कि “TACTV से Puthiya Thalaimurai चैनल को हटाना गलत है। निजी और सरकारी केबल कंपनियों और DTH सेवा प्रदाताओं के माध्यम से सभी समाचार चैनल जनता तक पहुंचते हैं। बिना किसी पूर्व सूचना के किसी चैनल का प्रसारण रोकना, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का दमन है। चैनल को दो दिन पहले बिना किसी नोटिस के हटाया गया। यदि यह सच है, तो हम इसे कड़ी निंदा करते हैं और तुरंत प्रसारण बहाल करने की मांग करते हैं।”
அரசு கேபிள் நிறுவனத்திலிருந்து புதியதலைமுறை தொலைக்காட்சி நீக்கப்பட்டுள்ள நடவடிக்கையை சென்னை பத்திரிகையாளர் மன்றம் கண்டிக்கிறது.
— Chennai Press Club | சென்னை பத்திரிகையாளர் மன்றம் (@MadrasJournos) October 5, 2025
தனியார் மற்றும் அரசு கேபிள் நிறுவனங்கள் மற்றும் டிடிஎச் சேவை வழங்கும் நிறுவனங்கள் மூலம், செய்தி தொலைக்காட்சிகள் உட்பட அனைத்து தொலைக்காட்சிகளும்…
इस बीच, AIADMK के नेता Edappadi K. Palaniswami ने अपने X पेज पर लिखा कि “Arasu Cable TV से Puthiya Thalaimurai चैनल को स्टालिन मॉडल DMK सरकार द्वारा बंद किया गया है। कुछ दिनों से चैनल पूरी तरह से ब्लॉक था। कई पक्षों ने इसकी निंदा की है, लेकिन अब भी कई इलाकों में चैनल का प्रसारण पूरी तरह बहाल नहीं किया गया है।”
पलानीस्वामी ने कहा कि “स्टालिन सरकार पूरी तरह से तानाशाही की तरफ बढ़ रही है। उन्हें मीडिया में किसी भी तरह की आलोचना बर्दाश्त नहीं है। लोकतंत्र में सरकार की गलतियों को उजागर करने में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण है। इसे सुधार का मौका समझने के बजाय, पलटवार और दमन करना पूरी तरह निंदनीय है। मैं सरकार से आग्रह करता हूँ कि Arasu Cable पर Puthiya Thalaimurai चैनल का प्रसारण तुरंत बहाल किया जाए।”
वैसे बताया जा रहा है कि चैनल को शनिवार को ऑफ एयर किया गया था, लेकिन चैनल और TACTV के बीच बातचीत के बाद इसे कुछ जिलों में फिर से प्रसारित कर दिया गया है। हालांकि इस कदम के पीछे के कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं।
அரசு கேபிள் டிவி-யில் இருந்து புதிய தலைமுறை செய்தி சேனல் ஸ்டாலின் மாடல் திமுக அரசால் முடக்கப்படுவதாக செய்திகள் வருகின்றன.
— Edappadi K Palaniswami-SayYEStoWomenSafety&AIADMK (@EPSTamilNadu) October 6, 2025
கடந்த சில நாட்களாக முற்றிலுமாக தடை செய்யப்பட்டிருந்ததாக தகவல் வரும் நிலையில், இதுகுறித்து பல்வேறு தரப்பில் இருந்து கண்டனம் எழுந்ததும், தற்போது சில இடங்களில்…
Balaji Telefilms Ltd ने Eloelo Group के माइक्रोड्रामा प्लेटफॉर्म Story TV के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है।
Balaji Telefilms Ltd ने Eloelo Group के माइक्रोड्रामा प्लेटफॉर्म Story TV के साथ एक रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। Story TV के पास 1 करोड़ से ज्यादा यूजर्स हैं और यह भारत का प्रमुख माइक्रोड्रामा प्लेटफॉर्म माना जाता है। इस साझेदारी के जरिए दोनों कंपनियां मिलकर छोटे फॉर्मेट की कहानियों को एक नए अंदाज में पेश करेंगी- ऐसी मोबाइल-फर्स्ट मूल कहानियां जो भारतीय संस्कृति और अनुभवों पर आधारित होंगी।
इस सहयोग के तहत कई नई कहानियां और शीर्षक लॉन्च किए जाएंगे, जिनमें अलग-अलग भाषाओं, विषयों और शैलियों की विविधता होगी। साथ ही, इनमें इंडस्ट्री के प्रमुख कलाकार और पहले कभी न देखे गए नए कॉन्सेप्ट शामिल होंगे।
Story TV के संस्थापक और सीईओ सौरभ पांडे ने कहा, “हमें Balaji Telefilms के साथ जुड़कर भारतीय माइक्रोड्रामा इकोसिस्टम को फिर से परिभाषित करने में बहुत खुशी हो रही है। Balaji भारतीय मनोरंजन जगत में अपनी रचनात्मक कहानी कहने की शैली के लिए जाना जाता है। मुझे पूरा भरोसा है कि अगले तीन सालों में माइक्रोड्रामा 5 अरब डॉलर से ज्यादा का बाजार बन जाएगा और यह कहानी कहने का एक बिल्कुल नया तरीका खोलेगा। Story TV इस बदलाव का नेतृत्व करेगा। Balaji के साथ मिलकर यह साझेदारी भारत में माइक्रोड्रामा को मुख्यधारा में लाएगी, खासतौर पर उन दर्शकों के लिए जो मनोरंजक, डूबाने वाली और मोबाइल पर देखने योग्य कहानियां पसंद करते हैं।”
इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए Balaji Telefilms की जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर एकता कपूर ने कहा, “Story TV के साथ हमारा गठजोड़ एक गेम-चेंजर साबित होगा। यह साझेदारी नई, बेखौफ और तेज-तर्रार कहानी कहने के लिए एक नया मंच तैयार करेगी।”
टेलीविजन सीरियल्स, फिल्मों और डिजिटल ओरिजिनल्स की अग्रणी निर्माता कंपनी Balaji Telefilms अपने दशकों के अनुभव और दर्शकों के भरोसे को इस नए फॉर्मेट में लाकर पारंपरिकता और नवाचार का संगम पेश करेगी।
Balaji Telefilms के सीईओ संजय द्विवेदी ने कहा, “Balaji में हमारा हमेशा यह प्रयास रहा है कि हम दर्शकों और उनके पसंदीदा प्लेटफॉर्म्स के साथ खुद को विकसित करते रहें। माइक्रोड्रामा एक बेहद रोमांचक क्षेत्र है- छोटा, असरदार और आज के मोबाइल-फर्स्ट दर्शकों के लिए बिल्कुल उपयुक्त। Story TV के साथ यह सहयोग हमें अपनी कहानी कहने की विरासत को एक नए रूप में पेश करने का मौका देगा यानी ऐसा रूप जो तेज, ताजा और डिजिटल इंडिया की नब्ज से जुड़ा हुआ है। हम इस उभरते क्षेत्र में नए प्रयोग करने, नवाचार लाने और ऐसी कहानियां बनाने के लिए उत्साहित हैं जो नए मानक तय करेंगी।”
यह साझेदारी अपने आप में पहली बार है और यह भारत के माइक्रोड्रामा उद्योग के लिए एक नए युग की शुरुआत का संकेत देती है। Balaji Telefilms और Story TV मिलकर भारतीय डिजिटल दर्शकों के लिए रोचक, यादगार और सांस्कृतिक रूप से जुड़ी वर्टिकल वीडियो कहानियां तैयार करेंगे।
SEA TV नेटवर्क लिमिटेड से खबर है कि यहां दो स्वतंत्र निदेशक नरेंद्र कुमार जैन और राजीव कुमार जैन ने अपने पद से हाल ही में इस्तीफा दे दिया है।
SEA TV नेटवर्क लिमिटेड से खबर है कि यहां दो स्वतंत्र निदेशक नरेंद्र कुमार जैन और राजीव कुमार जैन ने अपने पद से हाल ही में इस्तीफा दे दिया है। दोनों ने 30 सितंबर को कंपनी के निदेशक मंडल (बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स) और उसकी विभिन्न समितियों की अध्यक्षता और सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
कंपनी के मुताबिक, दोनों निदेशकों ने व्यक्तिगत कारणों से यह निर्णय लिया है और अपने इस्तीफे में यह भी स्पष्ट किया है कि उनके इस कदम के पीछे कोई अन्य विशेष या भौतिक कारण नहीं है।
इस्तीफे के बाद दोनों अब कंपनी की ऑडिट कमेटी, नामांकन एवं पारिश्रमिक समिति, स्टेकहोल्डर्स रिलेशनशिप समिति और जोखिम प्रबंधन समिति में अध्यक्ष या सदस्य नहीं हैं।
वहीं, इसके अतिरिक्त कंपनी के बोर्ड ने इन समितियों का पुनर्गठन SEBI (लिस्टिंग ऑब्लिगेशन एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट) रेग्युलेशंस, 2015 के प्रावधानों के अनुसार किया है।
कंपनी ने हाल ही में अपने बोर्ड में अशोक कुमार जैन और अनुप्रिया गोयल को गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक (Non-Executive Independent Director) के रूप में नियुक्त किया था। अनुप्रिया गोयल कॉरपोरेट और रेग्युलेटरी मामलों में अनुभवी प्रोफेशनल हैं। इन नियुक्तियों का उद्देश्य बोर्ड स्तर पर गवर्नेंस और स्वतंत्रता के उच्च मानक को बनाए रखना है।
कंपनी ने स्पष्ट किया है कि इस बदलाव से उसकी कार्यप्रणाली, व्यवसाय या प्रदर्शन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
नरेंद्र कुमार जैन और राजीव कुमार जैन के इस्तीफे के बाद, ऑडिट कमेटी का पुनर्गठन इस प्रकार किया गया है:
अशोक कुमार जैन – अध्यक्ष (गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक)
अनुप्रिया गोयल – सदस्य (गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक)
नीरज जैन – सदस्य (कार्यकारी निदेशक)
अनुप्रिया गोयल – अध्यक्ष (गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक)
अशोक कुमार जैन – सदस्य (गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक)
सोनल जैन – सदस्य (गैर-कार्यकारी निदेशक)
अशोक कुमार जैन – अध्यक्ष (गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक)
अनुप्रिया गोयल – सदस्य (गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक)
नीरज जैन – सदस्य (कार्यकारी निदेशक)
अनुप्रिया गोयल – अध्यक्ष (गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक)
अशोक कुमार जैन – सदस्य (गैर-कार्यकारी स्वतंत्र निदेशक)
नीरज जैन – सदस्य (कार्यकारी निदेशक)
कंपनी ने कहा है कि ये सभी परिवर्तन 30 सितंबर 2025 से प्रभावी हो गए हैं और इन्हें लागू करने के लिए आवश्यक सभी नियामकीय औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, कंपनी ने उन्हें यहां काफी अच्छे पैकेज पर हायर किया है और वह जल्द यहां जॉइन करेंगे। हालांकि, आधिकारिक तौर पर अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार और जाने-माने एंकर दिनेश गौतम के बारे में खबर है कि वह जल्द ही ‘टीवी9 नेटवर्क’ (TV9 Network) से फिर जुड़ सकते हैं। विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से मिली इस खबर के मुताबिक वह जल्द यहां अपनी नई पारी शुरू करेंगे। हालांकि, आधिकारिक तौर पर अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। समाचार4मीडिया की टीम ने इस संबंध में पुष्टि के लिए टीवी9 नेटवर्क प्रबंधन से मेल पर संपर्क किया, लेकिन खबर लिखे जाने तक वहां से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी थी। विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो कंपनी ने उन्हें यहां काफी अच्छे पैकेज पर हायर किया है।
वहीं, समाचार4मीडिया से बातचीत में दिनेश गौतम ने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार किया है। हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि वह अगले हफ्ते एक बड़े संस्थान के साथ अपनी नई पारी शुरू करेंगे और तब उसके बारे में बताएंगे।
बता दें कि दिनेश गौतम ने ‘टाइम्स नेटवर्क’ (Times Network) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। हाल ही में सहयोगियों ने उन्हें भावुक विदाई दी है। दिनेश गौतम ने करीब ढाई साल पहले ‘टीवी9 नेटवर्क’ को अलविदा कहकर ही ‘टाइम्स नेटवर्क’ के हिंदी न्यूज चैनल ‘टाइम्स नाउ नवभारत‘ (Times Now Navbharat) में बतौर कंसल्टिंग एडिटर जॉइन किया था।
टाइम्स में अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने कई फ्लैगशिप शो एंकर किए। बिग एंड बोल्ड, प्रतिशोध और धर्मसंकट को उनकी एंकरिंग की खास शैली के चलते खूब पसंद किया गया। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनकी जज्बे से भरे तरीके ने सबका ध्यान खींचा।
‘टाइम्स’ से पहले दिनेश गौतम ‘टीवी9’ (TV9) नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल ‘टीवी9 भारतवर्ष‘ (TV9 Bharatvarsh) में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। ‘टीवी9’ में ‘अड़ी’ की उनकी धारदार प्रस्तुति खास तौर पर राजनीतिक और रणनीतिक मामलों में उनकी पकड़ को लोग आज भी याद करते हैं। इससे पहले वह ‘आईटीवी नेटवर्क’ के रीजनल चैनल ‘इंडिया न्यूज’ एमपी/छतीसगढ़ की कमान संभाल रहे थे। वह इस समूह के नेशनल चैनल ‘इंडिया न्यूज’ के रात नौ बजे के प्राइम टाइम शो की एंकरिंग भी करते थे।
‘इंडिया न्यूज‘ से पहले दिनेश गौतम हैदराबाद में ‘ईटीवी भारत‘ से जुड़े हुए थे। वह ‘ईटीवी भारत‘ की लॉन्चिंग टीम का हिस्सा रहे हैं। करीब नौ महीने के कार्यकाल के बाद उन्होंने वहां से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें वहां पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार और झारखंड) का न्यूज एडिटर बनाया गया था, लेकिन वह दिल्ली लौटना चाहते थे।
दिनेश गौतम को टीवी न्यूज इंडस्ट्री में काम करने का दो दशक से ज्यादा का अनुभव है। पूर्व में वह ‘24x7 News’, ‘लाइव इंडिया’, ‘जी न्यूज’ और ‘सहारा न्यूज नेटवर्क’ में भी वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके हैं।
दिनेश ‘Moon Light Theaters’ के साथ बतौर क्रिएटिव हेड भी जुड़े रहे हैं और कई नाटकों का लेखन और निर्देशन भी कर चुके हैं। फिल्म ‘अब दिल्ली दूर नहीं’ और ‘मार्कशीट’ का लेखन कर चुके दिनेश ‘ऑल इंडिया रेडियो’ (AIR) के साथ भी काम कर चुके हैं। इसके अलावा वह IGNFA, IIFM और कई प्रमुख मास कम्युनिकेशन संस्थानों में गेस्ट फैकल्टी भी रह चुके हैं। मध्य प्रदेश के मूल निवासी दिनेश गौतम विज्ञान में परास्नातक हैं और उन्होंने दिल्ली स्थित ’भारतीय जनसंचार संस्था न’ (IIMC) से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है।
समाचार4मीडिया से बातचीत में रोहित सावल ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। 30 सितंबर इस संस्थान में उनका आखिरी कार्यदिवस है।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार रोहित सावल ने ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) से इस्तीफा दे दिया है। वह इस नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज एंड प्रोग्रामिंग) के पद पर कार्यरत थे और आउटपुट हेड की जिम्मेदारी निभा रहे थे। वह यहां रात आठ बजे प्राइम टाइम शो ‘भारत की बात’ (Bharat Ki Baat) होस्ट करते थे। 30 सितंबर इस संस्थान में उनका आखिरी कार्यदिवस है।
समाचार4मीडिया से बातचीत में रोहित सावल ने अपने इस्तीफे की पुष्टि की है। इसके साथ ही अपनी नई पारी के बारे में रोहित सावल का कहना था कि वह कुछ खास प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं और जल्द ही इसके बारे में ऐलान करेंगे। वहीं, विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो रोहित सावल डिजिटल प्लेटफॉर्म लॉन्च करने की तैयारी में हैं।
बता दें कि रोहित सावल को मीडिया में काम करने का करीब 20 साल का अनुभव है। इससे पहले वह 'एबीपी गंगा' (ABP Ganga) के एडिटर थे। एबीपी गंगा के साथ उनकी यह दूसरी पारी थी।
गौरतलब है कि अपनी पहली पारी के दौरान एबीपी गंगा जॉइन करने से पहले रोहित कुछ समय के लिए मेनस्ट्रीम मीडिया से दूर चले गए थे। पर करीब एक साल बाद ही मीडिया में वापसी करते हुए हिमाचल उन्होंने मार्च 2019 में एबीपी न्यूज के यूपी-यूके रीजनल चैनल के साथ नई पारी की शुरुआत की थी।
एबीपी समूह के साथ करीब डेढ़ साल काम करने के बाद रोहित आईटीवी नेटवर्क लौट चले गए थे। आईटीवी के साथ भी उनकी दूसरी पारी थी। इस पारी में उन्होंने इंडिया न्यूज (नेशनल) को बतौर एग्जिक्यूटिव एडिटर जॉइन किया था।
वर्ष 2004 में ईटीवी समूह के साथ अपने पत्रकारिता का करियर शुरू करने वाले रोहित ने 2009 में आईटीवी नेटवर्क जॉइन किया था। ईटीवी के साथ वे हैदराबाद में डेस्क और एंकरिंग दोनों ही जिम्मेदारी संभालते थे। आईटीवी नेटवर्क के नेशनल चैनल इंडिया न्यूज पर भी वे एंकरिंग करते थे। समूह के हरियाणा और यूपी-यूटी चैनल की लॉन्चिंग में उनकी अहम भूमिका रही थी।
समाचार4मीडिया की ओर से रोहित सावल को उनके नए सफर के लिए अग्रिम रूप से ढेरों शुभकामनाएं।
सोढी ने 2021 में Network18 को असिस्टेंट एडिटर के तौर पर जॉइन किया था और बाद में उन्हें नेटवर्क18 JKLH के एडिटोरियल हेड की जिम्मेदारी दी गई थी।
नेटवर्क18 (Network18) ने तेजिंदर सिंह सोढी को नेटवर्क18 ग्रुप में सीनियर एडिटर के पद पर प्रमोट किया है। यह सोढी का लगातार तीसरा प्रमोशन है, जो उस समय आया है जब सिर्फ एक साल पहले उन्हें औपचारिक रूप से डिप्टी एडिटर बनाया गया था।
सोढी ने 2021 में Network18 को असिस्टेंट एडिटर के तौर पर जॉइन किया था और बाद में उन्हें नेटवर्क18 JKLH के एडिटोरियल हेड की जिम्मेदारी दी गई थी। यह रीजनल चैनल 15 अगस्त 2022 को लॉन्च हुआ था, जिसका मकसद जम्मू, कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के दर्शकों तक पहुंच बनाना था। उनकी अगुवाई में इस चैनल ने क्षेत्र में मजबूत मौजूदगी बनाई है और असरदार रिपोर्टिंग के साथ गहरी एडिटोरियल पकड़ दिखाई है।
अपने प्रोफेशनल सफर में सोढी ने भारत के कुछ सबसे सम्मानित मीडिया संस्थानों के साथ काम किया है, जिनमें हिंदुस्तान टाइम्स, द ट्रिब्यून और प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया शामिल हैं। वह रिपब्लिक टीवी और रिपब्लिक भारत के फाउंडिंग एडिटर्स में भी रहे, जहां उन्होंने एडिटोरियल दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाई।
सोढी की शैक्षणिक पृष्ठभूमि भी उनके प्रोफेशनल पोर्टफोलियो जितनी ही विविध रही है। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ कंसास से जर्नलिज़्म में एमएस और यूनिवर्सिटी ऑफ कश्मीर से जर्नलिज़्म में एमए किया है। खास बात यह है कि वह अकेले भारतीय सिविलियन रहे, जिन्होंने यूएस आर्मी कमांड एंड जनरल स्टाफ कॉलेज, फोर्ट लीवेनवर्थ में पढ़ाई की। सालों से वह वॉशिंगटन डी.सी. के नेशनल प्रेस क्लब में भी नियमित स्पीकर रहे हैं।
भारत-पाकिस्तान संबंधों, आतंकवाद और सुरक्षा मामलों के जानकार सोढी एक क्वालिफाइड डिफेंस कॉरेस्पॉन्डेंट भी हैं। उन्होंने 2007 में रक्षा मंत्रालय का डिफेंस कॉरेस्पॉन्डेंट कोर्स पूरा किया था।
सीनियर एडिटर के तौर पर उनकी पदोन्नति, नेटवर्क18 की ओर से पत्रकारिता में सोढी के लगातार योगदान और देश के कुछ सबसे चुनौतीपूर्ण और संवेदनशील बीट्स की कवरेज को लीड करने की उनकी क्षमता को मान्यता देती है।
अनुराग मिश्रा द्वारा वर्ष 2016 में गए किए देश के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश जस्टिस टीएस ठाकुर के इंटरव्यू ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं।
वरिष्ठ पत्रकार अनुराग मिश्रा ने फिर से जी न्यूज को जॉइन किया है और इस बार उन्हें स्पेशल कॉरेस्पोंडेंट की जिम्मेदारी दी गई है।
साल 2003 में ‘स्टार न्यूज’ से अपने करियर की शुरुआत करने वाले अनुराग मिश्र ’सीएनबीसी’, ’आईबीएन7’, ’एनडीटीवी’, ’जी न्यूज’, ’न्यूज18’ और 'राजस्थान पत्रिका' जैसे प्रतिष्ठित मीडिया हाउस में रिपोर्टिंग समेत कई अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। वह ’ईटीवी’ में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हरियाणा के हेड रह चुके हैं।
अनुराग मिश्रा द्वारा वर्ष 2016 में गए किए देश के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश जस्टिस टीएस ठाकुर के इंटरव्यू ने काफी सुर्खियां बटोरी थीं। इस इंटरव्यू में जस्टिस ठाकुर ने कहा था कि केंद्र व राज्य सरकारों की नाकामी की वजह से लोग न्यायालय का रुख करते हैं। अनुराग मिश्र द्वारा लिया गया यह इंटरव्यू देश के तमाम न्यूज चैनल्स और अखबारों समेत कई विदेशी चैनल्स में छाया रहा था।
इसके अलावा इंटरपोल की रिपोर्ट के आधार पर अवैध वेस्ट ई-वेस्ट के जलाए जाने को लेकर उनकी खबर के बाद उत्तर प्रदेश सरकार अलर्ट हुई थी। यही नहीं, अनुराग की खबर पर ‘नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल’ (NGT) ने एक्शन लेते हुए यूपी सरकार पर जुर्माना भी लगाया था।
अनुराग मिश्रा करीब आठ साल से ‘राजस्थान पत्रिका‘ के साथ जुड़े हुए थे। शुरुआती पांच साल उन्होंने नेशनल ब्यूरो में गृह मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय के साथ-साथ छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की खबरों पर अपनी नजर जमाए हुए थे, लेकिन 2022 में उन्हें ‘राजस्थान पत्रिका‘ द्वारा अनुराग को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया।
अनुराग मिश्रा के पत्रकारिता करियर पर एक नजर:
अनुराग मिश्रा ने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत 2002 में 'स्टार न्यूज' से की थी, जहां वह अमरमणि मधुमिता केस और सोनिया गांधी के रोड शो के कवर के लिए चर्चा में आए।
2003-2005: CNBC और फिर CNBC आवाज की लॉन्चिंग टीम के साथ काम किया।
2005-2006: चैनल 7 / IBN7 में राजदीप सरदेसाई की टीम का हिस्सा रहे।
2006-2013: एनडीटीवी में कई प्रमुख कार्यक्रमों जैसे विनोद दुआ लाइव और जायका से जुड़े, साथ ही आउटपुट एडिटर रहे।
2013-2014: जी न्यूज में रहे और 2014 लोकसभा चुनाव में अहम भूमिका निभाई।
2015-2017: न्यूज18 हैदराबाद में आउटपुट हेड और फिर दिल्ली में प्रमुख संवाददाता के रूप में पीएमओ और सुप्रीम कोर्ट कवर किया। इस दौरान उन्होंने तीन सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों का इंटरव्यू किया।
2017-2025: राजस्थान पत्रिका में नेशनल टीम के साथ उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रभारी रहे। इस दौरान उन्होंने इंटरपोल और डिफेंस से जुड़ी एक्सक्लुसिव स्टोरी भी की।
2025 में जी न्यूज के मैनेजिंग एडिटर राहुल सिन्हा ने अनुराग मिश्रा पर दोबारा भरोसा जताया और उन्हें स्पेशल कॉरेस्पोंडेंट की जिम्मेदारी दी सौंपी।