ऑल इंडिया डिजिटल केबल फेडरेशन और डीटीएच एसोसिएशन ने नए टैरिफ ऑर्डर (NTO) 2.0 के लागू करने को लेकर जो भी दिक्कतें हैं, उसकी सूची (wish list) ट्राई को भेज दी है।
ऑल इंडिया डिजिटल केबल फेडरेशन (AIDCF) और डीटीएच एसोसिएशन ने नए टैरिफ ऑर्डर (NTO) 2.0 के लागू करने को लेकर जो भी दिक्कतें हैं, उसकी सूची (wish list) भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) को भेज दी है। बता दें कि AIDCF मल्टी-सिस्टम ऑपरेटर्स (MSOs) का एक शीर्ष निकाय है, जबकि डीटीएच एसोसिएशन (DTH Association) चार पे डीटीएच ऑपरेटर्स का प्रतिनिधित्व करता है।
ट्राई ने 23 दिसंबर, 2021 को नए टैरिफ ऑर्डर (NTO) 2.0 को लागू करने से संबंधित मुद्दों पर MSOs और डीटीएच सर्विस प्रोवाइडर सहित स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक की थी। बैठक के दौरान, नियामक ने स्टेकहोल्डर्स से एनटीओ 2.0 के संबंध में उनसे संबंधित मुद्दों की सूची भेजने के लिए कहा था।
ट्राई और स्टेकहोल्डर्स ने सहमति व्यक्त की थी कि एनटीओ 2.0 में जो दिक्कतें हैं, उसे दो चरणों में हल किया जा सकता है। वहीं इन दोनों निकायों ने कहा कि एनटीओ 2.0 में कुछ बदलावों के साथ इसे पहले चरण में लागू किया जा सकता है। दूसरे चरण में एक विस्तृत परामर्श प्रक्रिया शामिल है, जो डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स (DPO) से संबंधित सभी प्रमुख मुद्दों का ध्यान रखती है।
18 जनवरी, 2022 के एक पत्र में AIDCF ने कहा कि एनटीओ 2.0 के पहले चरण को 1 जनवरी, 2022 से 1 अप्रैल, 2022 तक लागू किया जाना चाहिए, जिसमें ब्रॉडकास्टर्स को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका वर्तमान बुके उसी कीमत पर दर्शकों को उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि MSO को सब्सक्राइबर्स से विकल्प लेने की जरूरत ही न पड़े और सब्सक्राइबर्स को कोई असुविधा न हो।
दूसरा, फेडरेशन ने मांग की कि बुके पर 15% इन्सेंटिव बिना किसी नई शर्त के बहाल किया जाए। तीसरा, चैनलों की कीमतें 12 रुपए तक सीमित होनी चाहिए और चैनल की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं होनी चाहिए।
AIDCF के अनुसार, एनटीओ 2.0 के दूसरे चरण को 1 अप्रैल, 2022 से 30 जून 2022 तक लागू किया जाना चाहिए, जिसमें ट्राई मौजूदा नियमन में होने वाली दिक्कतों को दूर करने के लिए एक परामर्श पत्र ला रहा है। फेडरेशन ने कई मुद्दों को लेकर सूची तैयार की है और वह चाहता है कि ट्राई परामर्श पत्र में इन मुद्दों पर विचार करे।
AIDCF ने यह भी मांग की कि वह पहले चरण को लागू होने देगा, बशर्ते दूसरे चरण लागू हो सके, इसके लिए ट्राई से लिखित आश्वासन मिले। AIDCF ने कहा कि प्राधिकरण स्वीकार करे कि केबल इंडस्ट्री के लिए पहला और दूसरा चरण बना रहे, इसके लिए इसे साथ-साथ चलना चाहिए। इसके बाद, पहले चरण के लिए हमारी सहमति को हमने पहले ही बता दिया है (जैसा कि ऊपर प्रस्तावित है) और दूसरा चरण लागू होना प्राधिकरण द्वारा लिखित सहमति पर निर्भर करेगा।
फेडरेशन ने पे जॉनर-वाइस चैनलों की एमआरपी पर कैपिंग की मांग की है, साथ ही किसी भी पे चैनल के लिए अधिकतम कीमत 12/- रुपए तय करने की भी मांग की है। इसके अतिरिक्त वह यह भी चाहता है कि डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स (DPO) के लिए सीपीएस दरों को भी सीमित करना चाहिए और वार्षिक आधार पर ही केवल कीमतों में सुधार की अनुमति दी जानी चाहिए।
इसके अलावा, AIDCF ने यह भी मांग की कि ट्राई को सिंगल बुके में सभी पे चैनलों की पैकेजिंग की अनुमति देनी चाहिए, भले ही अला-कार्टे दरें कुछ भी हों। बिना किसी संशोधन के ब्रॉडकास्टर बुके को लाने का अधिदेश हटा दिया जाना चाहिए और डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स को ब्रॉडकास्टर्स के बुके से चैनल चुनने की आजादी होनी चाहिए, जैसाकि एनटीओ से पहले लागू था।
MSO निकाय ने यह भी कहा कि डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स द्वारा तैयार किए बुके में चैनलों का समावेश डीआरपी (DRP) पर आधारित होना चाहिए न कि एमआरपी (MRP) पर। निकाय ने ट्राई से 15% के इन्सेंटिव को डिस्ट्रीब्यूशन फीस के साथ जोड़ने का आग्रह किया, साथ ही इसे डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स को दी जाने वाली एमआरपी का 35% बनाने का भी आग्रह किया।
AIDCF ने ट्राई से यह भी अनुरोध किया कि नेटवर्क कैपिसिटी फीस (NCF) पर लगे कैप को हटा दिया जाए और प्रत्येक वर्ष नेटवर्क कैपिसिटी फीस को इन्फ्लेशन की दर के साथ बढ़ाया जाए। नेटवर्क कैपिसिटी फीस पर लगी कैपिंग को हटाने के साथ-साथ पिछले क्लॉज, जिसमें प्रत्येक 25 अतिरिक्त चैनलों के लिए 20 रुपए लिए जाएंगे, को लागू किया जाए। एनसीएफ पर 60% की छूट मल्टी टीवी कनेक्शन के लिए पे चैनल की कीमतों को लेकर ब्रॉडकास्टर्स पर भी लागू होनी चाहिए।
फेडरेशन ने यह भी कहा कि डीडी फ्री डिश (DD Free Dish) पर पे चैनल उपलब्ध नहीं होने चाहिए। इसके अलावा, ब्रॉडकास्टर्स को ओटीटी सब्सक्राइबर्स को उसी कीमत पर लीनियर चैनलों का ऑफर देना चाहिए, जैसाकि डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स को दिए जा रहे हैं।
इन मुद्दों के अलावा, AIDCF ने यह भी मांग की है कि पायरेसी में शामिल किसी भी डिस्ट्रीब्यूशन प्लेटफॉर्म ऑपरेटर्स को भविष्य में सामग्री प्रदान नहीं की जानी चाहिए।
27 दिसंबर 2021 को एक पत्र में, डीटीएच एसोसिएशन (यह एक सामूहिक निकाय है जिसमें एयरटेल, डिश टीवी {डिश व डी2एच ब्रैंड्स} सन डायरेक्ट और टाटा स्काई के प्रतिनिधि शामिल हैं) ने कहा है कि परामर्श प्रक्रिया को दो चरणों में हल किया जा सकता है। पहले चरण को तत्काल प्रभाव से जनवरी 2022 में लागू किए जाने की जरूरत है।
पहले चरण में एनटीओ 2.0 लागू करने को लेकर, डीटीएच एसोसिएशन ने कहा कि बुके में शामिल करने के लिए अ-ला-कार्टे चैनलों पर प्राइज कैप को वर्तमान में 12 रुपए से बढ़ाकर 19 रुपए किया जाना चाहिए। इसमें कहा गया है कि यह चैनल के चयन को आसान कर देगा और कस्टमर्स द्वारा कई तरह के रिचार्ज से बचने और बिलिंग सिस्टम पर लोड को कम करेगा। डीटीएच ऑपरेटर्स यह भी चाहते हैं कि ट्राई साधारण बुके पर 15% इन्सेंटिव की अनुमति दे।
दूसरे चरण में, डीटीएच एसोसिएशन ने मांग की कि परामर्श प्रक्रिया अप्रैल 2022 तक शुरू की जानी चाहिए, जो तीन महीने के भीतर समाप्त हो जाएगी और 2022 के अंत तक लागू हो जाएगी।
डीटीएच ऑपरेटर भी डीडी फ्री डिश, ओटीटी और डीटीएच पर पे टीवी चैनलों के मूल्य निर्धारण की समानता चाहते हैं।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार मुकेश राजपूत ने कुछ समय पहले ही ‘आईटीवी नेटवर्क’ के साथ अपनी नई पारी शुरू की थी, जहां से उन्होंने इस्तीफा दे दिया है।
देश के प्रतिष्ठित मीडिया नेटवर्क्स में शुमार ‘आईटीवी नेटवर्क’ (iTV Network) से एक बड़ी खबर निकलकर आई है। इस खबर के मुताबिक वरिष्ठ टीवी पत्रकार मुकेश राजपूत ने यहां अपनी पारी को विराम दे दिया है।
बता दें कि मुकेश राजपूत ने कुछ समय पहले ही ‘आईटीवी नेटवर्क’ के साथ अपनी नई पारी शुरू की थी। वह इस नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया न्यूज’ में हरियाणा, पंजाब हिमाचल और जम्मू कश्मीर के मैनेजिंग एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
समाचार4मीडिया से बातचीत में मुकेश राजपूत ने बताया कि वह ‘नेटवर्क18’ (Network18) के साथ एक बार फिर अपनी पारी शुरू करने जा रहे हैं। वह जल्द ही इस नेटवर्क के हिंदी न्यूज चैनल ‘न्यूज18’ (हरियाणा और हिमाचल) के कंसल्टिंग एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी संभालेंगे। बता दें कि मुकेश राजपूत इस नेटवर्क के साथ पहले भी काफी समय तक काम कर चुके हैं।
गौरतलब है कि मुकेश राजपूत इससे पहले हिंदी न्यूज चैनल ‘सूर्या समाचार’ (Surya Samachar) में एडिटर-इन-चीफ के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे, जहां से उन्होंने पिछले दिनों इस्तीफा दे दिया था और ‘आईटीवी नेटवर्क’ के साथ अपनी नई पारी शुरू की थी।
मुकेश राजपूत ‘सूर्या समाचार’ की री-लॉंचिंग से इसके साथ जुड़े हुए थे। इससे पहले वह न्यूज18 हरियाणा में एडिटर और खबरें अभी तक में एडिटर-इन-चीफ के तौर पर अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा चुके हैं।
वर्ष 1995 में ‘दूरदर्शन‘ से मीडिया में अपने करियर की शुरुआत करने वाले मुकेश राजपूत को इस इंडस्ट्री में काम करने का करीब 29 साल का तजुर्बा है। मुकेश राजपूत ने सहारा समय, वॉइस ऑफ इंडिया, P7 News में ब्यूरो चीफ के तौर पर भी अपनी एक अलग पहचान और साख बनाई है।
उन्होंने करीब दो साल पहले अगस्त में ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में बतौर सीनियर एडिटर (पॉलिटिकल अफेयर्स) जॉइन किया था।
वरिष्ठ टीवी पत्रकार अभिषेक उपाध्याय ने ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में अपनी पारी को विराम दे दिया है। उन्होंने करीब दो साल पहले अगस्त में इस चैनल में बतौर सीनियर एडिटर (पॉलिटिकल अफेयर्स) जॉइन किया था।
अभिषेक उपाध्याय ने इस्तीफा क्यों दिया और उनका अगला कदम क्या होगा, फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है। बता दें कि इससे पहले अभिषेक उपाध्याय हिंदी न्यूज चैनल ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 BHARATVARSH) में एग्जिक्यूटिव एडिटर के पद पर करीब तीन साल से अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
‘टीवी9 भारतवर्ष’ में अपनी पारी संभालने से पूर्व अभिषेक उपाध्याय ‘इंडिया टीवी’ में एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) के पद पर कार्यरत थे। वैसे ‘टीवी9’ में ये उनकी दूसरी पारी थी। ‘टीवी9’ में अपनी पहली पारी में वह वर्ष 2010 में मुंबई ब्यूरो चीफ रहे थे। प्रतिष्ठित रामनाथ गोयनका अवॉर्ड से सम्मानित अभिषेक ने ‘इंडिया टीवी’ में कई बड़ी खबरें भी ब्रेक की थीं, जिनमें आजम खान से जुड़ा वक्फ घोटाला भी शामिल है।
अभिषेक ‘दैनिक भास्कर’ ग्रुप के साथ (2011-2012) भी काम कर चुके हैं। यहां वह एडिटर (स्पेशल प्रोजेक्ट्स) के पद पर कार्यरत थे। अभिषेक ‘आईबीएन7’ (IBN7) में भी पांच सालों तक काम कर चुके हैं। वह 2005 से 2010 तक यहां रहे और सीनियर स्पेशल कॉरेस्पोंडेंट की भूमिका निभाई।
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले अभिषेक ने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट से की थी। पढ़ाई पूरी करने के बाद वे 2003 में हिंदी दैनिक ‘अमर उजाला’ (Amar Ujala) से बतौर ट्रेनी रिपोर्टर व सब एडिटर के तौर पर जुड़े थे। अभिषेक एक थिएटर आर्टिस्ट व कवि भी हैं। वे राष्ट्रीय स्तर के नाटकों में हिस्सा ले चुके हैं। वे नोबेल प्राइज विनर नाटक 'वेटिंग फ़ॉर गोडो' का भी हिस्सा रह चुके हैं। उनकी कविताओं को भी खूब सराहा जाता रहा है। इसके अलावा वह ‘यूपी टू यूक्रेन’ और 'राधिक विद्रोह कर दो' नाम से दो किताबें भी लिख चुके हैं।
अभी तो जो एंप्लॉयीज संत प्रसाद राय को रिपोर्ट कर रहे थे, वह अब रजनीश आहूजा को रिपोर्ट करेंगे।
देश के प्रमुख मीडिया नेटवर्क ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आई है। इस खबर के मुताबिक ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज एंड प्रॉडक्शन) के पद पर कार्यरत वरिष्ठ पत्रकार संत प्रसाद राय ने इस्तीफा दे दिया है।
वहीं, संत प्रसाद राय के इस्तीफे के बाद नेटवर्क ने वरिष्ठ टीवी पत्रकार रजनीश आहूजा का ‘कद’ बढ़ाते हुए उन्हें एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज एंड प्रॉडक्शन) की जिम्मेदारी सौंपी है। संस्थान द्वारा जारी इंटररनल लेटर के अनुसार, अभी तक संस्थान में जो एंप्लॉयीज संत प्रसाद राय को रिपोर्ट कर रहे थे, वह अब रजनीश आहूजा को रिपोर्ट करेंगे। वहीं, रजनीश आहूजा की रिपोर्टिंग राजीव खांडेकर को होगी।
बता दें कि रजनीश आहूजा फिलहाल यहां एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (स्पेशल प्रोजक्ट्स) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। उन्होंने इसी साल मार्च में यहां जॉइन किया था। ‘एबीपी नेटवर्क’ के साथ उनकी यह दूसरी पारी है।
आपको बता दें कि रजनीश आहूजा इससे पहले करीब ढाई साल से ‘जी मीडिया कॉरपोरेशन लिमिटेड’ (ZMCL) में कार्यरत थे। यहां वह ‘जी न्यूज’ (Zee News) के एडिटर के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे, जहां से इस्तीफा देकर उन्होंने ‘एबीपी नेटवर्क’ जॉइन किया था।
रजनीश आहूजा करीब 32 साल से मीडिया में कार्यरत हैं और तमाम प्रमुख मीडिया संस्थानों में सीनियर लीडरशिप की भूमिका निभा चुके हैं। ‘जी मीडिया’ से पहले वह ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) में बतौर सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज एंड प्रॉडक्शन) अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
रजनीश आहूजा एबीपी (पूर्व में स्टार न्यूज) के साथ करीब 17 साल से जुड़े हुए थे। एबीपी से पहले रजनीश आहूजा 'आजतक' चैनल का हिस्सा हुआ करते थे। वह वहां इनपुट टीम में अहम जिम्मेदारी निभाते थे। देश की प्रतिष्ठित न्यूज एजेंसी 'एएनआई' (ANI) को एक मुकाम तक पहुंचाने में भी रजनीश आहूजा की अहम भूमिका रही है।
पूर्व में वह ‘डीडी न्यूज’ (DD News) में भी अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। उन्होंने दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स से पत्रकारिता की डिग्री ली है। रजनीश आहूजा को ‘एक्सचेंज4मीडिया न्यूज ब्रॉडकास्टिंग अवॉर्ड्स’ (enba) समेत तमाम अवॉर्ड्स मिल चुके हैं।
रजनीश आहूजा ने इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल और रिसर्च सेंटर ‘इनसीड’ (Inseed) से ‘INSEAD Leadership Programme for Senior Executives’ (ILPSE) भी किया है। ‘इनसीड’ के यूरोप, एशिया और मध्य पूर्व में कैंपस हैं और इज़राइल में अनुसंधान केंद्र है। यह स्कूल पूर्णकालिक एमबीए प्रोग्राम और मैनेजमेंट में पीएचडी प्रोग्राम समेत कई शिक्षण प्रोग्राम कराता है।
वह ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज एंड प्रॉडक्शन) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।। उन्होंने करीब दो साल पहले 'एबीपी नेटवर्क' जॉइन किया था।
वरिष्ठ पत्रकार संत प्रसाद राय ने ‘एबीपी नेटवर्क’ (ABP Network) से इस्तीफा दे दिया है। वह ‘एबीपी न्यूज’ (ABP News) में सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज एंड प्रॉडक्शन) के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।। उन्होंने करीब दो साल पहले 'एबीपी नेटवर्क' जॉइन किया था।
इस बारे में संस्थान द्वारा जारी पत्र के अनुसार, संत प्रसाद राय के इस्तीफे के बाद वरिष्ठ पत्रकार रजनीश आहूजा को यहां एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (न्यूज एंड प्रॉडक्शन) की जिम्मेदारी सौंपी गई है। अभी तक संस्थान में जो एंप्लॉयीज संत प्रसाद राय को रिपोर्ट कर रहे थे, वह अब रजनीश आहूजा को रिपोर्ट करेंगे। वहीं, रजनीश आहूजा इस नई व्यवस्था में राजीव खांडेकर को रिपोर्ट करेंगे।
आपको बता दें कि संत प्रसाद राय इससे पहले टीवी9 (TV9 Network) में कार्यरत थे। यहां वह इस समूह के हिंदी न्यूज चैनल 'टीवी9 भारतवर्ष' (TV9 Bharatvarsh) में मैनेजिंग एडिटर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
इससे पहले संत प्रसाद राय 'इंडिया टीवी' में कार्यरत थे। उन्होंने मई 2018 में ‘इंडिया टीवी’ में कार्यभार संभाला था। ‘इंडिया टीवी’ के साथ उनकी यह दूसरी पारी थी। इससे पहले वह जून 2015 से जुलाई 2017 तक भी यहां सीनियर एग्जिक्यूटिव एडिटर रह चुके हैं। ‘इंडिया टीवी’ के साथ अपनी दूसरी पारी शुरू करने से पहले वे जुलाई 2017 से अप्रैल 2018 तक ‘जी मीडिया’ में बतौर एडिटर (आउटपुट) अपनी जिम्मेदारी निभा चुके हैं। जी न्यूज के साथ भी ये उनकी दूसरी पारी थी।
मूलरूप से बिहार के बक्सर निवासी संत प्रसाद को मीडिया के क्षेत्र में काम करने का ढाई दशक से अधिक का अनुभव है। संत प्रसाद ने पत्रकारिता के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत ‘ऑल इंडिया रेडियो’ से की थी। इसके बाद वे रामोजी फिल्म सिटी, हैदराबाद से जुड़ गए और ‘ईटीवी यूपी’ में प्रड्यूसर/न्यूज एंकर के रूप में अपनी सेवाएं दीं। यहां से बाय बोलकर संत प्रसाद ने ‘सहारा समय’ का दामन थाम लिया। करीब डेढ़ साल तक ‘सहारा समय’ से जुड़े रहने के बाद संत प्रसाद वर्ष 2004 में ‘जी न्यूज’ के साथ जुड़ गए और करीब नौ साल तक अपनी जिम्मेदारी निभाई। ‘जी न्यूज’ में बतौर डिप्टी एग्जिक्यूटिव प्रड्यूसर वह यहां प्राइम टाइम बुलेटिन और प्रोग्राम्स की जिम्मेदारी भी संभालते थे। वह ‘न्यूज24’ में आउटपुट हेड के रूप में भी काम कर चुके हैं। संत प्रसाद ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है।
डीडी नेशनल अपनी 65वीं वर्षगांठ के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का प्रसारण करेगा।
डीडी नेशनल अपनी 65वीं वर्षगांठ के अवसर पर विशेष कार्यक्रम का प्रसारण करेगा। 15 सितंबर 1959 को स्थापित हुए इस चैनल ने दशकों से राष्ट्र की आवाज के रूप में एकता, संस्कृति और शिक्षा को बढ़ावा देने वाले अनेक कार्यक्रम पेश किए हैं। इस महत्वपूर्ण अवसर को मनाने के लिए, सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने घोषणा की है कि डीडी नेशनल एक विशेष कार्यक्रम 'दिल से दूरदर्शन, DD@65' प्रसारित करेगा, जो रविवार सुबह 10 बजे दिखाया जाएगा।
दूरदर्शन ने अपनी शुरुआत दिल्ली में प्रायोगिक प्रसारण से की थी और अब यह दुनिया के सबसे बड़े प्रसारण संगठनों में से एक बन गया है। अपनी स्थापना के बाद से, डीडी नेशनल ने तकनीकी क्षेत्र में बड़े बदलाव देखे हैं, लेकिन सार्वजनिक सेवा प्रसारण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को हमेशा बनाए रखा है।
'टाइम्स नाउ नवभारत चैनल' पर एक लाइव टीवी डिबेट के दौरान वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व राजनेता आशुतोष और लेखक आनंद रंगनाथन के बीच तीखी बहस हो गई।
'टाइम्स नाउ नवभारत चैनल' पर एक लाइव टीवी डिबेट के दौरान वरिष्ठ पत्रकार और पूर्व राजनेता आशुतोष और लेखक आनंद रंगनाथन के बीच तीखी बहस हो गई। वरिष्ठ पत्रकार आशुतोष ने लेखक आनंद रंगनाथन पर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया है। यह घटना तब हुई जब दोनों 'टाइम्स नाउ नवभारत चैनल' पर 'सवाल पब्लिक का' डिबेट कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत पर चर्चा कर रहे थे।
डिबेट के दौरान, बहस का मुद्दा केजरीवाल की जमानत से हटकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गणेश उत्सव के अवसर पर भारत के मुख्य न्यायाधीश धनंजय चंद्रचूड़ के घर पूजा करने जाने पर आ गया। इस पर आनंद रंगनाथन ने आशुतोष की उस टिप्पणी पर सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि एक पत्रकार के तौर पर वह जहां चाहें, जाने के लिए स्वतंत्र हैं। आनंद ने जवाब दिया कि अगर पत्रकार के तौर पर आशुतोष स्वतंत्र हैं, तो यह नियम अन्य लोगों, यहां तक कि चीफ जस्टिस पर भी लागू होता है।
हालांकि, बहस के दौरान आशुतोष को आनंद रंगनाथन के व्यक्तिगत टिप्पणी और लहजे पर आपत्ति हुई, जिससे बहस और अधिक गर्म हो गई। बात इतनी बढ़ गई कि आशुतोष स्टूडियो में ही आनंद रंगनाथन की ओर बढ़ गए। इस पर कार्यक्रम को होस्ट कर रहीं जानी-मानी सीनियर एंकर नाविका कुमार को बीच बचाव करना पड़ा और उन्होंने स्थिति को संभाला।
इस दौरान आनंद रंगनाथन ने आशुतोष से कहा, "चिल्लाना बंद करो, मैं तुम्हारा पिता नहीं हूं।" इसके जवाब में आशुतोष ने भी कड़े शब्दों में आनंद को प्रतिक्रिया दी। दोनों के बीच की यह तीखी नोकझोंक सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गई है।
यहां देखें वीडियो:
यह शो ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर आधारित होगा। इस शो का प्रसारण प्रत्येक शनिवार की शाम पांच बजे से किया जाएगा। वहीं, रविवार की सुबह 11 बजे और शाम को साढ़े पांच बजे इसका पुन: प्रसारण होगा।
हिंदी न्यूज चैनल ‘इंडिया डेली लाइव’ (India Daily Live) पर जल्द ही एक नया शो ‘ऑटो इंडिया’ (Auto India) लॉन्च होने जा रहा है।
जैसा कि इसके नाम से ही स्पष्ट है कि यह शो ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर आधारित होगा। किरण सिंह इस शो को होस्ट करेंगी, वहीं वसीम खान ऑटो एक्सपर्ट के तौर पर बहुमूल्य विचार साझा करेंगे। शो का प्रोमो लॉन्च कर दिया गया है।
चैनल के आउटपुट हेड कुंदन कुमार ने बताया कि 14 सितंबर से शुरू होनो वाले इस शो का प्रसारण प्रत्येक शनिवार की शाम पांच बजे से किया जाएगा। वहीं, रविवार की सुबह 11 बजे और शाम को साढ़े पांच बजे इसका पुन: प्रसारण होगा। विकास मणि तिवारी इस शो को प्रड्यूस करेंगे।
इस शो के प्रोमो को आप यहां देख सकते हैं।
ऑटो इंडिया
— India Daily Live (@IndiaDLive) September 13, 2024
शनिवार शाम 5:00PM,
रविवार 11:00 AM & 5:30 PM,
सिर्फ इंडिया डेली पर #AutoIndia #AutoMobiles #cars #Autodaily #IndiaDaily @anchorkirann pic.twitter.com/cmdVwaKK1p
बता दें कि अमित ओझा इस चैनल की लॉन्चिंग के समय से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं। फिलहाल वह यहां आउटपुट एडिटर के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
हिंदी न्यूज चैनल ‘भारत24’ (Bharat 24) ने अमित ओझा को एग्जिक्यूटिव एडिटर के पद पर प्रमोट किया है। अमित ओझा फिलहाल यहां आउटपुट ए़डिटर के पद पर अपनी भूमिका निभा रहे थे।
अमित ओझा के प्रमोशन से न्यूजरूम में खुशी का माहौल है। बता दें कि अमित ओझा इस चैनल की लॉन्चिंग के समय से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं।
इससे पहले अमित ओझा करीब तीन साल तक ‘जी मीडिया’ में अपनी भूमिका निभा चुके हैं। यहां अपनी पारी के दौरान अमित ओझा ने ‘जी न्यूज’ (Zee News) के खास शो ‘ताल ठोक के’ और ‘देशहित’ जैसे तमाम प्रमुख शो प्रड्यूस किए।
अमित ओझा इससे पहले ‘न्यूज नेशन’ (News Nation) और ‘आजतक’ (AajTak) में भी रह चुके हैं। झारखंड में जमशेदपुर के रहने वाले अमित ओझा कलम के जादूगर माने जाते हैं।
जी एंटरटेनमेंट को NCLT से अपनी मर्जर योजना वापस लेने और 10 अगस्त, 2023 के स्वीकृत आदेश को वापस लेने की मंजूरी मिल गई है
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) से अपनी मर्जर योजना वापस लेने और 10 अगस्त, 2023 के स्वीकृत आदेश को वापस लेने की मंजूरी मिल गई है। कंपनी ने इस बारे में स्टॉक एक्सचेज को अपनी नियामक फाइलिंग में जानकारी दी है।
Zee ने NCLT में एक आवेदन दायर कर सोनी ग्रुप कॉरपोरेशन (Sony Group Corporation) की कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट (Culver Max Entertainment) और बांग्ला एंटरटेनमेंट (Bangla Entertainment) के साथ मर्जर को मंजूरी देने वाले आदेश को वापस लेने का अनुरोध किया था।
10 अगस्त, 2023 को NCLT के मूल आदेश में ZEEL, बांग्ला एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (BEPL) और कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट (CME) के बीच मर्जर को मंजूरी दी गई थी। हालांकि, Zee ने 29 अगस्त, 2024 को NCLT में एक नई फाइलिंग करते हुए इस आदेश को वापस लेने की मांग की, जो विलय प्रक्रिया में संभावित बाधाओं का संकेत देता है।
इसके अलावा, 30 अगस्त, 2024 को Zee ने मर्जर कॉर्पोरेशन एग्रीमेंट से जुड़े मध्यस्थता कार्यवाही में अपने दावे या प्रतिदावे दर्ज कराने के अधिकार भी वापस ले लिए। CME और BEPL दोनों ने मध्यस्थता कार्यवाही में दावे या प्रतिदावे दायर करने के अपने अधिकारों को भी वापस ले लिया है, जिससे विलय की प्रगति और जटिल हो गई है।
इन वापसी के कारण, मर्जर योजना अब अपने मूल स्वरूप में लागू नहीं हो सकती है।
27 अगस्त को, ZEEL, कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड और इसकी समूह कंपनी बांग्ला एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड (BEPL) ने एक व्यापक गैर-नकद समझौता किया, जिसमें मर्जर कॉर्पोरेशन एग्रीमेंट और कम्पोजिट स्कीम ऑफ एग्रीमेंट से संबंधित सभी विवादों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाया गया। इस समझौते के तहत, कंपनियों ने सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर और अन्य कानूनी फोरम में चल रही सभी कार्यवाही से अपने-अपने दावों को वापस लेने पर सहमति जताई।
टीवी एंकर साक्षी मिश्रा ने अपनी नई पारी की घोषणा कर दी है। उन्होंने प्रतिष्ठित हिंदी न्यूज चैनल 'टाइम्स नाउ नवभारत' जॉइन किया है
टीवी एंकर साक्षी मिश्रा ने अपनी नई पारी की घोषणा कर दी है। उन्होंने प्रतिष्ठित हिंदी न्यूज चैनल 'टाइम्स नाउ नवभारत' में बतौर कॉरेस्पोंडेट जॉइन किया है। वह यहां एंकर की भूमिका में 'फिट इंडिया' शो करती नजर आएंगी, जोकि सुबह सात बजे से नौ बजे तक टेलिकास्ट होता है।
बता दें कि साक्षी मिश्रा ने हाल ही में हिंदी न्यूज चैनल ‘भारत24’ (Bharat24) को अलविदा कहा था। वह करीब पौने दो साल से यहां पर बतौर न्यूज एंकर अपनी जिम्मेदारी संभाल रही थीं। यहां वह सुबह नौ बजे का शो ‘जागो भारत’ की होस्ट थीं, जिसमें दर्शकों के लिए योग और न्यूज का डबल डोज शामिल होता है।
बता दें कि ‘भारत24’ से पहले साक्षी मिश्रा करीब एक साल तक हिंदी न्यूज चैनल ‘टीवी9 भारतवर्ष’ (TV9 Bharatvarsh) में अपनी पारी निभा चुकी हैं। यहां वह पैकेजिंग के साथ-साथ ‘TV9’ नेटवर्क के लिए एंकरिंग और रिपोर्टिंग की जिम्मेदारी भी संभाल रही थीं। कोरोना गाइडलाइंस पर उनकी ग्राउंड रिपोर्टिंग की काफी सराहना हुई थी।
‘TV9’ के डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए भी उन्होंने शो होस्ट किए थे। इससे पहले साक्षी ‘एनडीटीवी’ (NDTV) और ‘सीएनएन’ (CNN) के लिए भी काम कर चुकी हैं। साक्षी ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज्म में BA ऑनर्स किया है और अपना पॉडकास्ट भी चलाती हैं।