‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ के अनुसार, महिला पत्रकारों पर इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा है और 76 प्रतिशत को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है।
अफगानिस्तान से देश के अंतरराष्ट्रीय न्यूज चैनल ‘विऑन’ (WION) के रिपोर्टर को मार-पीटकर अगवा करने की खबर सामने आयी है।
हाल ही में कुछ ऐसी तस्वीरें आई हैं जो कि अफगानिस्तान की हकीकत को दिखाती हैं।
अफगानिस्तान में लड़ाई की कवरेज करने के दौरान पिछले साल मारे गए थे भारतीय फोटो पत्रकार व पुलित्जर पुरस्कार विजेता दानिश सिद्दिकी
कोरोनावायरस (कोविड-19) के प्रकोप को देखते हुए लगाए गए तमाम प्रतिबंधों के कारण न्यूजीलैंड ने अपने ही देश की एक गर्भवती पत्रकार को वापस वतन लौटने से रोक दिया है।
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद देश के लगभग 80 फीसदी पत्रकारों ने अपना पेशा बदल लिया है।
महिला टीवी पत्रकारों को अपनी रिपोर्ट पेश करते समय हिजाब पहनना जरूरी होगा।
अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान को काबिज हुए करीब दो महीने हो रहे हैं। इस बीच जो वादे उसने सरकार गठन से पूर्व किए थे, अब वह उसके विपरीत काम कर रहा रहा है।
तालिबान के सत्ता में आने के बाद अफगानिस्तान के हालात अब तेजी से बदल रहे हैं। अफगानिस्तान में तालिबानी लड़ाकों की क्रूरता की सारी हदें पार करती जा रही हैं।
अफगानिस्तान में कब्जे के बाद तालिबान ने यहां अपनी सरकार बना ली है। आरोप है कि पाकिस्तान तालिबानियों का साथ दे रहा है।