जावेद अहमद सिद्दीकी गिरफ्तार : हर्षवर्धन त्रिपाठी ने कही ये बड़ी बात

वास्तव में यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि अल फलाह यूनिवर्सिटी केवल सेक्शन 2(एफ) के अंतर्गत एक राज्य निजी विश्वविद्यालय के रूप में शामिल है। विश्वविद्यालय ने कभी सेक्शन 12(ब) के लिए आवेदन नहीं किया।

Last Modified:
Wednesday, 19 November, 2025
harshvardhantripathi


अल-फलाह यूनिवर्सिटी के फाउंडर जावेद अहमद सिद्दीकी को 'ED' ने गिरफ्तार कर लिया है। अल-फलाह यूनिवर्सिटी ग्रुप के 19 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी जिसमें 'ED' ने 48 लाख रुपये बरामद किए हैं। जांच में पता चला कि 'NAAC' की फर्जी मान्यता दिखा कर बच्चों से धोखाधड़ी की गई और ट्रस्ट के करोड़ों रुपये में हेराफेरी हुई।

इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और एक बड़ा सवाल पूछा। उन्होंने लिखा, अल-फलाह यूनिवर्सिटीके संस्थापक जावेद अहमद सिद्दीकी को ED ने गिरफ्तार किया है। गंभीर मामले हैं। वैसे तो यह विश्वविद्यालय आतंकी ठिकाना बन गया और किसी को खबर नहीं हुई, यह गंभीर चूक है। अब क्या देर आए, दुरुस्त आए, साबित होगा।

आपको बता दें, विश्वविद्यालय ने यूजीसी एक्ट, 1956 की सेक्शन 12(ब) के तहत मान्यता प्राप्त होने का झूठा दावा फैलाया, जबकि वास्तव में यूजीसी ने स्पष्ट किया है कि अल फलाह यूनिवर्सिटी केवल सेक्शन 2(एफ) के अंतर्गत एक राज्य निजी विश्वविद्यालय के रूप में शामिल है। विश्वविद्यालय ने कभी सेक्शन 12(ब) के लिए आवेदन नहीं किया और न ही वह इस प्रावधान के तहत किसी प्रकार की ग्रांट्स पाने के योग्य है।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

राणा यशवंत की प्रशांत किशोर को खुली सलाह : 'अहंकार छोड़ें'

प्रशांत किशोर को कॉर्पोरेट शैली से बाहर निकलकर संगठन और कार्यकर्ताओं की मजबूत फौज खड़ी करनी चाहिए। पार्टी के अन्य साफ-सुथरे नेताओं को आगे लाना चाहिए।

Last Modified:
Wednesday, 19 November, 2025
ranayashwant

पीके ने बिहार चुनाव में जन सुराज की करारी हार के बाद मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेस की। इस दौरान उनसे राजनीति से संन्यास वाले दावे को लेकर सवाल हुआ। पीके ने इस सवाल पर कहा कि किस पद पर हूं कि इस्तीफा दे दूं। इस बीच प्रशांत किशोर को वरिष्ठ पत्रकार राणा यशवंत ने एक्स पर एक लंबी पोस्ट लिखकर कई अहम सलाहें दी हैं।

उन्होंने साफ कहा कि अगर पीके सचमुच बिहार की राजनीति में मजबूत और स्थायी विकल्प बनना चाहते हैं, तो उन्हें अपने रवैये और कार्यशैली में गहरे बदलाव की आवश्यकता है। राणा यशवंत ने सबसे पहले यह कहा कि पीके को 'मैं जो कह रहा हूं वही अटल सत्य है' वाली मानसिकता से बाहर आना चाहिए।

अहंकार को त्यागकर जमीन से जुड़ना होगा। उन्होंने चुनावों को लेकर पीके के उन बयानों को भी गैर-जिम्मेदाराना बताया, जिनमें वे कहते हैं कि यदि जदयू 25 से अधिक सीटें जीत गई तो वे राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने लिखा कि प्रशांत किशोर को कॉर्पोरेट शैली से बाहर निकलकर संगठन और कार्यकर्ताओं की मजबूत फौज खड़ी करनी चाहिए।

साथ ही केवल अपने चेहरे पर भरोसा करने की बजाय पार्टी के अन्य साफ-सुथरे नेताओं को आगे लाना चाहिए। राणा यशवंत ने यह भी याद दिलाया कि चुनाव प्रबंधन और चुनाव लड़ना, दोनों बिल्कुल अलग चीजें हैं। टिकट बंटवारे में जातिगत सोच अपनाना 'अलग राजनीति' की घोषणा के विपरीत है। इससे भी बाहर निकलने की जरूरत है।

अंत में उन्होंने कहा कि बिहार में पीके की संभावनाएं बहुत हैं, बशर्ते वे अपनी कमजोरियों को स्वीकार कर ईमानदारी से लोगों को जोड़कर एक मजबूत जनआधार खड़ा करें। आपको बता दें, प्रशांत किशोर ने दावा किया कि घर-घर जाकर सिंबल समझाने के लिए जीविका दीदियों और अन्य सरकारी मशीनरी पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए गए। चुनाव के बीच पैसे भेजे गए।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

बिहार में भविष्य भाजपा का है : समीर चौगांवकर

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 20 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं।

Last Modified:
Wednesday, 19 November, 2025
pmmodi

बिहार में एनडीए की प्रचंड जीत के बाद अब नए मंत्रिमंडल गठन की कवायद तेज गई है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बनने वाली नई कैबिनेट में किस पार्टी से कौन-कौन और कितने विधायक मंत्री बनेंगे, इस पर पटना से लेकर दिल्ली तक विचार-विमर्श का दौर जारी है। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार समीर चौगांवकर के अनुसार अब बिहार में बीजेपी को मजबूती से आगे बढ़ना चाहिए।

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट कर लिखा, बिहार में बीजेपी को नए नेताओं को कैबिनेट में शामिल करना चाहिए। ग़ैर यादव वोटर बीजेपी के साथ मजबूती के साथ खड़ा रहा। यह वोटर बीजेपी का आधार है। मोदी के भविष्य का बिहार बनने के लिए ज़रूरी है कि मंत्री चुनने में विचारधारा और सार्वजनिक जीवन में साफ़ छवि वाले लोगों को आगे किया जाए। बिहार में भविष्य भाजपा का है।

नीतीश का सूर्यास्त होने को है और बीजेपी का सूर्योदय हो चुका है। बीजेपी को अब तेजस्वी का डर नहीं है। तेजस्वी का एम-वाय समीकरण टूट गया है। प्रशांत किशोर भविष्य में बीजेपी के लिए बिहार में सबसे बड़ी चुनौती बन सकते है। दूसरे दलों से आने वाले नेताओं और दाग़दार छवि के नेताओं को मंत्री बनाने से बेहतर है बीजेपी अपने मूल कैडर और संघ परिवार से निकले नेताओं को मंत्री पद से नवाजे।

तमाम आरोपों से घिरे दाग़दार नेताओं और बाहुबलियों से बाहर बिहार को देखने की ज़रूरत है। उम्मीद है बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व इस पर विचार करेगा। आपको बता दें, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 20 नवंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

पारिवारिक कलह में उलझा महागठबंधन: संकेत उपाध्याय

गठबंधन ने कुल 202 सीटें हासिल कीं, जो पिछले चुनाव की तुलना में 80 सीटों की बड़ी बढ़त है। वोट शेयर भी बढ़कर 47% पहुंच गय वहीं महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा है।

Last Modified:
Tuesday, 18 November, 2025
sanketupadhyay

बिहार चुनाव में करारी हार के बाद से राज्य के सबसे बड़े सियासी घराने में मची कलह ने सबको हैरान कर दिया है। लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के बयानों और सोशल मीडिया पोस्ट ने पारिवारिक कलह को सबके सामने ला दिया है।

इस बीच वरिष्ठ पत्रकार संकेत उपाध्याय ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि महागठबंधन पूरी तरह से कमजोर हो गया है लेकिन अपनी जिम्मेदारी नहीं समझ रहा हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, विपक्ष में होना सिर्फ़ संख्या बल का नहीं, बल्कि जनमानस के प्रभाव का भी मामला होता है। लेकिन बिहार में पूरी तरह कमजोर हो चुका महागठबंधन आज अपनी राजनीतिक जमीन संभालने के बजाय सोशल मीडिया ट्रोल्स छोड़ने और आपसी पारिवारिक कलह में उलझा हुआ है।

वहीं दूसरी ओर, जन सुराज पहले ही 'विश्व बैंक के फंड के दुरुपयोग' जैसे गंभीर मुद्दों पर बात कर रहा है यानी असली विपक्ष की भूमिका निभाने की कोशिश में जुटा है। आपको बता दें, बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन ने 200 से अधिक सीट जीतकर प्रचंड विजय हासिल की है।

गठबंधन ने कुल 202 सीटें हासिल कीं, जो पिछले चुनाव की तुलना में 80 सीटों की बड़ी बढ़त है। वोट शेयर भी बढ़कर 47% पहुंच गय वहीं महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा है।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

बूथ लेवल ऑफिसर ने की आत्महत्या: राजदीप सरदेसाई ने पूछा ये बड़ा सवाल

पुलिस को मिले नोट में कथित तौर पर काम का दबाव, मानसिक तनाव और अपने सुपरवाइजर की ओर से संभावित निलंबन का उल्लेख किया गया है।

Last Modified:
Tuesday, 18 November, 2025
rajdeepsardesai

जयपुर में मुकेश जांगिड़ (48) नाम के एक बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) ने बिंदायका रेलवे क्रॉसिंग पर ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट बरामद किया है जिसमें उन्होंने कुछ अधिकारियों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है।

इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने लिखा, तीन अलग-अलग राज्यों में अवास्तविक लक्ष्यों और सख्त समयसीमा के दबाव के चलते दो बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली, जबकि एक ने आत्महत्या का प्रयास किया है। क्या भारत निर्वाचन आयोग इस बार भी इसे अनदेखा कर देगा, जैसे हमेशा करता आया है?

यह वो कहानी है जिसे आप तथाकथित प्राइम टाइम न्यूज़ चैनलों पर नहीं देखेंगे, जहाँ सच्ची ख़बरों से ज़्यादा मायने रखती है शोर, बहस और विपक्ष पर निशाना साधना। आपको बता दें, पुलिस को मिले नोट में कथित तौर पर काम का दबाव, मानसिक तनाव और अपने सुपरवाइजर की ओर से संभावित निलंबन का उल्लेख किया गया है। अधिकारियों ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

दिल्ली प्रदूषण पर अजय कुमार की पीड़ा: 'हर सांस घुटन बन चुकी है'

दिल्ली-NCR में लगातार बढ़ते प्रदूषण पर वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार का दर्द छलक उठा। अपनी पोस्ट में उन्होंने एयर क्वालिटी की भयावह स्थिति और उससे होने वाली शारीरिक तकलीफों का जिक्र किया है।

Last Modified:
Friday, 14 November, 2025
ajaykumar

दिल्ली-NCR में प्रदूषण का संकट नई भयावहता की ओर बढ़ रहा है। वरिष्ठ पत्रकार अजय कुमार ने अपनी एक्स पोस्ट में राजधानी की हवा की स्थिति को लेकर गहरी चिंता और व्यक्तिगत पीड़ा व्यक्त की है। उन्होंने लिखा कि दिल्ली प्रदूषण की 'अनंत दास्तान' में एक और दिन जुड़ गया है, और अब लोगों को Severe Category की हवा की जैसे आदत सी हो चली है।

उन्होंने बताया कि घर के अंदर का एयर फिल्टर भी लगातार 300 AQI दिखाता है, और कमरे को पूरी तरह बंद रखने पर भी उसे सामान्य स्तर 50 AQI तक पहुंचने में एक घंटे का समय लगता है। प्रदूषण इतना गंभीर हो चुका है कि, 'अब सिगरेट की ज़रूरत महसूस नहीं होती।'

उन्होंने सीने में जलन, फेफड़ों पर दबाव और लगातार घुटन की अनुभूति का भी उल्लेख किया। अजय कुमार का दर्द इस लाइन में साफ झलकता है -अब सरकारों से कोई शिकायत नहीं है… कोई सुनने वाला ही नहीं। उन्होंने इच्छा जताई कि काश एनसीआर को हमेशा के लिए छोड़ पाना संभव होता, ताकि इस हर पल महसूस होने वाली घुटन से छुटकारा मिल सके।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

आतंकवादी बनने के पीछे अब गरीबी कारण नहीं: अखिलेश शर्मा

डॉक्टरों की आड़ में आतंक का खेल खेलने वाले इन आरोपियों की बम ब्लास्ट की बहुत बड़ी प्लानिंग थी। सिर्फ दिल्ली ही नहीं, अयोध्या, प्रयागराज समेत कई जगहों को निशाना बनाया जाना था।

Last Modified:
Friday, 14 November, 2025
akhileshsharma

दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस की संयुक्त जांच में लाल किले के पास हुए विस्फोट की साजिश के पीछे डॉक्टरों की आड़ में चल रहा आतंक का बड़ा खेल सामने आया है। मुख्य आरोपी डॉ. मुजम्मिल, डॉ. आदिल, उमर और शाहीन ने मिलकर करीब 20 लाख रुपये कैश जुटाए थे, जो उमर को सौंपे गए थे। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की।

उन्होंने लिखा, कहा जाता था कि ग़रीबी और अशिक्षा ग़लत रास्ते पर चलने को मजबूर कर देती है। पर इन पढ़े-लिखे डॉक्टरों की क्या मजबूरी रही होगी? न तो ग़रीब और न ही अशिक्षित। आगे बढ़ने का हर अवसर मिला। इनके आतंकवादी बनने के पीछे नफ़रत और असहिष्णुता है। आपको बता दें, हर जगह ब्लास्ट के लिए पुरानी सेकंड हैंड कारों का इंतजाम किया गया था।

हरियाणा पुलिस सूत्रों ने बताया कि डॉक्टरों की आड़ में आतंक का खेल खेलने वाले इन आरोपियों की बम ब्लास्ट की बहुत बड़ी प्लानिंग थी। सिर्फ दिल्ली ही नहीं, अयोध्या, प्रयागराज समेत कई जगहों को निशाना बनाया जाना था।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही Dawn अखबार की लापरवाही : संपादकीय सतर्कता पर छिड़ी नई बहस

Dawn अख़बार में रिपोर्ट के अंत में गलती से ChatGPT का प्रॉम्प्ट छप गया, जिससे AI के बढ़ते प्रयोग और संपादकीय सतर्कता पर नई बहस छिड़ गई। मिलिंद खांडेकर ने इसे पत्रकारिता के लिए चेतावनी बताया।

Last Modified:
Thursday, 13 November, 2025
aimsuse

पाकिस्तान के प्रतिष्ठित अंग्रेज़ी दैनिक Dawn में एक चौंकाने वाली गलती ने पत्रकारिता जगत और सोशल मीडिया में हलचल मचा दी है। ऑटो सेक्टर पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के अंत में ChatGPT का वह प्रॉम्प्ट ज्यों का त्यों छप गया, जो मूल रूप से AI चैटबॉट से सामग्री तैयार करवाने के दौरान दिया गया था। प्रॉम्प्ट में लिखा था, “अगर आप चाहें, तो मैं फ्रंट-पेज स्टाइल में एक आकर्षक कॉपी भी बना सकता हूँ।

क्या आप अगला यही चाहते हैं?” इस एक पंक्ति ने साफ कर दिया कि पूरी रिपोर्ट कृत्रिम बुद्धिमत्ता की सहायता से तैयार की गई थी और संपादन के दौरान प्रॉम्प्ट हटाने में लापरवाही हुई। इस घटना पर वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद खांडेकर ने एक्स पर टिप्पणी करते हुए लिखा, “ChatGPT अख़बार बनाने लग गया, और गलती से पकड़ा भी गया।

खबर के अंत में AI पूछ रहा है कि क्या फ्रंट पेज की कॉपी भी बना दूँ। यानी पूरी कॉपी AI ने लिखी और एडिटिंग में प्रॉम्प्ट हटाने तक की ज़हमत नहीं उठाई। AI का इस्तेमाल कीजिए, पर दिमाग़ का भी इस्तेमाल कीजिए।”

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

'व्हाइट कॉलर टेररिज्म' से रहना होगा सावधान: दीपक चौरसिया

दिल्ली ब्लास्ट की जांच में सामने आया कि साजिशकर्ताओं का संबंध अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ा था। वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने ‘व्हाइट कॉलर टेररिज़्म’ को सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौती बताया।

Last Modified:
Thursday, 13 November, 2025
deepakchorasiya

चांदनी चौक कार ब्लास्ट की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। ताज़ा जानकारी के अनुसार, इस हमले की साजिश रचने वाले आतंकियों के फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी से सीधे संबंध थे। बताया जा रहा है कि ब्लास्ट में शामिल आतंकी इसी यूनिवर्सिटी में पढ़ते और प्रैक्टिस करते थे।

पुलिस ने इसी मामले में यूनिवर्सिटी के डॉक्टर मुजम्मिल को विस्फोटक सामग्री जमा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इस गंभीर मामले पर वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक अहम टिप्पणी की है। उन्होंने लिखा, 'एक समय था जब आतंकी गरीब, शोषित या पठानी कपड़ों में हथियार लिए दिखते थे। लेकिन अब तस्वीर बदल चुकी है।

अब डॉक्टर, इंजीनियर और उच्च शिक्षित लोग आतंकी नेटवर्क का हिस्सा बन रहे हैं।' उन्होंने इस खतरे को ‘व्हाइट कॉलर टेररिज़्म’ की संज्ञा दी और कहा कि यह सुरक्षा एजेंसियों के लिए तेजी से उभरती हुई सबसे बड़ी चुनौती है।

दीपक चौरसिया के अनुसार, दिल्ली ब्लास्ट जैसे मामले यह संकेत देते हैं कि आतंकवाद अब केवल सीमाओं या जंगलों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि शैक्षणिक संस्थानों और प्रतिष्ठित पेशों तक फैल चुका है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस प्रवृत्ति को समय रहते पहचानना बेहद ज़रूरी है, ताकि सफेदपोश आतंकी जो आम जनता के बीच आसानी से घुल-मिल जाते हैं, को पकड़कर उनके नेटवर्क को ध्वस्त किया जा सके।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

बिहार चुनाव पर राणा यशवंत का बड़ा विश्लेषण: 'नीतीश फैक्टर' मजबूत

वरिष्ठ पत्रकार राणा यशवंत ने पटना से पूर्णिया की यात्रा के दौरान आम लोगों से बातचीत पर आधारित बिहार चुनाव 2025 का ज़मीनी विश्लेषण साझा किया। कई अहम संकेत सामने आए।

Last Modified:
Thursday, 13 November, 2025
ranayashwant

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे आने से एक दिन पहले वरिष्ठ पत्रकार राणा यशवंत ने अपनी मैदानी पड़ताल पर आधारित महत्वपूर्ण विश्लेषण साझा किया है। पूर्णिया से पटना के रास्ते के दौरान आम मतदाताओं के बीच लंबा समय बिताने के बाद उन्होंने बताया कि इस चुनाव में जनता के मन में क्या चल रहा है और किस मुद्दे ने लोगों को सबसे अधिक प्रभावित किया।

उनके अनुसार, NDA को बढ़त दिलाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने निभाई है। उनकी सेहत को लेकर जो अफवाहें सोशल मीडिया में थीं, ज़मीन पर उसका कोई असर नहीं दिखा। महिलाओं में नीतीश सरकार की 10,000 रुपये की सहायता राशि और 1100 रुपये मासिक पेंशन जैसी योजनाओं का गहरा प्रभाव देखने को मिला, जिसने NDA को मजबूत आधार दिया।

राणा यशवंत बताते हैं कि पारंपरिक वोट बैंक से अलग कई जातियों में RJD की सरकार को लेकर भय दिखाई दिया। वहीं दूसरी ओर, बीजेपी के कई विधायकों के प्रति जनता में असंतोष साफ दिखा। लोगों का कहना था कि 'मजबूरी में वोट दिया गया है।' उन्होंने यह भी बताया कि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने कई सीटों पर बीजेपी को नुकसान पहुंचाया।

इसके साथ ही PK के भ्रष्टाचार संबंधी आरोपों की चर्चा गांव-गांव में फैल चुकी थी। जनता में आम राय थी कि 'नीतीश कुमार अच्छे हैं, लेकिन उनके अधिकारी अत्यधिक भ्रष्ट हैं,' जबकि महागठबंधन के कार्यकर्ता लोगों को कई जगह उद्दंड और आक्रामक दिखाई दिए।

सबसे अहम बात यह रही कि मुस्लिम मतदाता एकमुश्त महागठबंधन के पक्ष में दिखे और इस बार समुदाय के वोटों में कोई बिखराव नहीं हुआ। रिज़ल्ट कल आएंगे और राणा यशवंत की ये टिप्पणियाँ चुनावी हवा की दिशा को समझने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

भारत एक्सप्रेस के CMD उपेंद्र राय के बड़े भाई राजेश राय की स्मृति में प्रार्थना सभा

भारत एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क के सीएमडी उपेंद्र राय के दिवंगत बड़े भाई राजेश राय की याद में दिल्ली के लोधी रोड स्थित चिन्मय मिशन में प्रार्थना सभा आयोजित की गई।

Last Modified:
Wednesday, 12 November, 2025
upendrarai

दिल्ली के लोधी रोड स्थित चिन्मय मिशन में सोमवार को भारत एक्सप्रेस न्यूज़ नेटवर्क के सीएमडी उपेंद्र राय के बड़े भाई राजेश राय की स्मृति में भावपूर्ण प्रार्थना सभा का आयोजन हुआ। इस अवसर पर देश के अनेक गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित रहे और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की।

सभा में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, कल्किधाम पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम, प्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास, वरिष्ठ पत्रकार, राजनेता और सामाजिक कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। उपेंद्र राय ने अपने भाई को याद करते हुए भावुक शब्दों में कहा, 'सबको कुछ न कुछ चाहिए होता है, पर मेरे गुड्डू भैया को कभी कुछ नहीं चाहिए था। वे सचमुच मन से साधु थे। दो दिन अस्पताल में रहने के बाद भी उन्हें हमसे विदा लेना पड़ा। वह बेबसी मैं कभी नहीं भूल सकता।'

कवि कुमार विश्वास ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा, 'तृप्त होकर धरती से जाना ही मोक्ष है। भगवान कृष्ण प्रेम में अपनी पूरी उपस्थिति देते हैं ,वही भाव उपेंद्र जी के भीतर भी जागा है।' वहीं आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भगवान बुद्ध के उदाहरण से समझाया कि मृत्यु का अनुभव आत्मा की यात्रा है, जिसे कोई लौटकर साझा नहीं करता। प्रार्थना सभा में केसी त्यागी, मुमताज पटेल, पंकज सिंह और डॉ. शिव कुमार शरीन सहित कई नेता और पत्रकार भी उपस्थित रहे।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए