वर्तमान में राघव राज्यसभा सदस्य हैं और गुजरात चुनाव के मद्देनजर ताबड़तोड़ प्रचार कर रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगा दिए हैं। केजरीवाल के अनुसार, उनकी पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा को केंद्र सरकार गिरफ्तार करवा सकती है। वर्तमान में राघव राज्यसभा सदस्य हैं और गुजरात चुनाव के मद्देनजर ताबड़तोड़ प्रचार कर रहे हैं।
सीएम केजरीवाल ने उनकी गिरफ्तारी की आशंका को भी आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव से जोड़ा है। केजरीवाल ने एक ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि पार्टी ने राघव चड्ढा को गुजरात का सह-प्रभारी बनाया है और उन्होंने गुजरात में चुनाव प्रचार के लिए जाना शुरू कर दिया है। अब सुन रहे हैं कि राघव चड्ढा को यह लोग गिरफ्तार करेंगे। किस केस में करेंगे? क्या आरोप होंगे? यह अभी वे लोग बना रहे हैं।
उनके इस ट्वीट पर वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता ने ट्वीट कर निशाना साधा है। उन्होंने अपने ट्विटर पर लिखा, 'कुछ नेताओं को गिरफ्तारी का भय क्यों बना रहता है? रोज सड़क पर रुदन करते हैं- हमें या हमारे प्रिय साथी को पकड़ने वाले हैं। यदि अपराध नहीं किया, रिश्वत-कमीशन से काला धन नहीं कमाया तो कैसे गिरफ्तारी होगी? हुई तो कुछ घंटे में अदालत से मुक्ति और पकड़ने वाले दंडित।
अलोक मेहता के द्वारा किए गए इस ट्वीट को आप यहां देख सकते हैं-
कुछ नेताओं को गिरफ़्तारी का भय क्यों बना रहता है ? रोज़ सड़क पर रुदन करते हैं - हमें या हमारे प्रिय साथी को पकड़ने वाले हैं । यदि अपराध नहीं किया , रिश्वत - कमीशन से काला धन नहीं कमाया तो कैसे गिरफ़्तारी होगी ? हुई तो कुछ घंटे में अदालत से मुक्ति और पकड़ने वाले दंडित ।
— Alok Mehta (@alokmehtaeditor) October 1, 2022
अली खान महमूदाबाद प्राइवेट यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उन्हें ऑपरेशन सिंदूर पर टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया गया है।
अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को सोशल मीडिया पर 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर की गई टिप्पणी के कारण गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, हरियाणा पुलिस ने उन्हें दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार ऋचा अनिरुद्ध ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर लिखा, मध्यप्रदेश के मंत्री की गिरफ़्तारी नहीं हुई। गिरफ़्तारी तो छोड़िए इस्तीफ़ा तक नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी के नेता की गिरफ़्तारी नहीं हुई। लेकिन एक प्रोफेसर गिरफ़्तार हो गए। सारे नियम कायदे सिर्फ आम जनता के लिए हैं शायद। इनको किया है तो उन दोनों को भी गिरफ़्तार किया जाए।
आपको बता दें, अली खान महमूदाबाद प्राइवेट यूनिवर्सिटी में राजनीति विज्ञान विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उन्हें ऑपरेशन सिंदूर पर टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया गया है। प्रोफेसर खान के खिलाफ बीजेपी युवा मोर्चा के सदस्य ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद उन्हें दिल्ली में हिरासत में लिया गया।
म.प्र. के मंत्री की गिरफ़्तारी नहीं हुई..गिरफ़्तारी तो छोड़िए..इस्तीफ़ा तक नहीं हुआ.. उप्र के सपा नेता की गिरफ़्तारी नहीं हुई.. लेकिन एक प्रोफेसर गिरफ़्तार हो गए.. सारे नियम कायदे सिर्फ आम जनता के लिए हैं शायद! इनको किया है तो उन दोनों को भी गिरफ़्तार किया जाए ?
— richa anirudh (@richaanirudh) May 19, 2025
राहुल गांधी ने एक बार फिर विदेश मंत्री एस जयशंकर को घेरते हुए पूछा कि, मैं दोबारा पूछूंगा कि पाकिस्तान को हमले का पता होने की वजह से हमने कितने एयरक्राफ्ट खो दिए?
पहलगाम हमले के बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर पर राजनीति जारी है। इस बीच इस पूरे ऑपेरशन को लेकर राहुल गांधी ने एक बार फिर विदेश मंत्री एस जयशंकर को घेरते हुए पूछा कि, मैं दोबारा पूछूंगा कि पाकिस्तान को हमले का पता होने की वजह से हमने कितने एयरक्राफ्ट खो दिए? यह सिर्फ चूक नहीं थी। यह अपराध था और देश को सच्चाई जानने का हक है।
उनकी इस पोस्ट पर वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने हैरानी जताई है। उन्होंने एक्स हैंडल से एक पोस्ट कर लिखा, यह अविश्वसनीय है कि कांग्रेस अपने विचित्र आरोप को दोहरा रही है कि विदेश मंत्री जयशंकर ने पाकिस्तान को युद्ध की योजनाएँ दे दीं। क्या वे यह भी समझते हैं कि सैन्य ऑपरेशन कैसे काम करते हैं?
इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन युद्धकाल में बुनियादी परिपक्वता और एकता की आवश्यकता होती है। बहुत चौंकाने वाला बयान है। आपको बता दें, इससे पहले भी राहुल गांधी ने कहा था कि हमला करने से पहले पाकिस्तान को बताना एक अपराध है। विदेश मंत्री ने सार्वजनिक तौर पर इसे स्वीकार किया है। इसकी मंजूरी किसने दी? हमने कितने एयरक्राफ्ट खोए?
It is UNBELIEVABLE that congress is doubling down on its bizarre allegation that FM @DrSJaishankar gave away war plans. Do they even understand how military ops work ? This has NOTHING to do with politics, but in wartime basic maturity & unity is called for. Pretty shocking
— barkha dutt (@BDUTT) May 19, 2025
थोड़ा देश के साथ खड़ा होइए और इस तरह की नकारात्मक ,पुराने माओवादियों, नक्सलवादियों की तरह की भाषा बोलकर वातावरण दूषित मत करिए।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स से एक पोस्ट कर लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी को मजबूरन सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विदेश भेजना पड़ रहा है। स्वयंभू विश्वगुरु का गुब्बारा जो सिर्फ गर्म हवा से भरा हुआ था अब पूरी तरह से पंचर हो चुका है।
उनकी इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ पत्रकार अवधेश कुमार ने कहा कि यह नकारात्मक राजनीति है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, जयराम रमेश जी, आप पत्रकार रहे हैं। आपको अच्छी तरह पता है कि सीमा पार आतंकवाद, जम्मू कश्मीर तथा भारत पाकिस्तान संबंधों पर आज तक किसी सरकार ने साहसपूर्वक जो भारत के हित में था और जो सही होता, करने की कोशिश तक नहीं की।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कुछ देशों में देश की एकता प्रदर्शित करने के लिए भेजी जा रही है। जितना पाकिस्तान और चीन इस मामले पर झूठ और भ्रम नहीं फैला पा रहा उतना विपक्ष फैला रहा है। भारत की वैश्विक नीति की कैसे हवा निकल गई? क्या दुनिया के किसी देश ने भारत की कार्रवाई का विरोध किया?
क्या किसी ने कहा कि हम भारत की कार्रवाई के विरुद्ध हैं? क्या भारत को किसी तरह की धमकी दी गई? आज भारत मजबूर नहीं है। आज भारत भविष्य में पाकिस्तान के विरुद्ध कार्रवाई का आधार बनाने के लिए प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है। थोड़ा देश के साथ खड़ा होइए और इस तरह की नकारात्मक ,पुराने माओवादियों, नक्सलवादियों की तरह की भाषा बोलकर वातावरण दूषित मत करिए।
जयराम रमेश जी, आप पत्रकार रहे हैं। आपको अच्छी तरह पता है कि सीमा पार आतंकवाद, जम्मू कश्मीर तथा भारत पाकिस्तान संबंधों पर आज तक किसी सरकार ने साहसपूर्वक जो भारत के हित में था और जो सही होता, करने की कोशिश तक नहीं की। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल कुछ देशों में देश की एकता प्रदर्शित करने… https://t.co/mBS1J5E0P7
— Awadhesh Kumar (@Awadheshkum) May 19, 2025
अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के उन आरोपों को खारिज कर दिया था, जिनमें कहा गया था कि भारतीय मिसाइलों ने अफगानिस्तान को टारगेट किया।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार रात अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी से फोन पर बातचीत की। जयशंकर ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने के लिए मुत्ताकी को शुक्रिया कहा। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने भी सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की और अपनी राय व्यक्त की।
उन्होंने एक्स पर लिखा, अमेरिका अपने ही घोषित आतंकवादी से हाथ मिला सकता है तो भारत को अफगानिस्तान से भला क्यों नहीं मिलना चाहिए। सच यह है कि, भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर मुत्ताकी के बीच बातचीत से पाकिस्तान बेचैन हो उठा है।
भारत अब अफगानिस्तान में कई परियोजनाओं को शुरू करने में मदद कर सकता है। इसमें लालंदर की शहतूत बांध परियोजना भी शामिल है। काबुल नदी पर बनने वाली परियोजना को लेकर दोनों देशों के बीच समझौता फरवरी 2021 में हुआ था, लेकिन काबुल में सत्ता परिवर्तन से यह ठंडे बस्ते में चला गया था।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुए भारतीय राजनयिक टीम के काबुल दौरे ने इस परियोजना को दोबारा शुरू करने की चर्चा को बल दिया है। आपको बता दें, अफगानिस्तान ने पाकिस्तान के उन आरोपों को खारिज कर दिया था, जिनमें कहा गया था कि भारतीय मिसाइलों ने अफगानिस्तान को टारगेट किया। जयशंकर ने इस बात के लिए भी अफगान सरकार का शुक्रिया किया।
अमेरिका अपने ही घोषित आतंकवादी से हाथ मिला सकता है तो भारत को अफगानिस्तान से भला क्यों नहीं मिलना चाहिए। सच यह है कि, भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और अफगानिस्तान के विदेश मंत्री अमीर मुत्ताकी के बीच बातचीत से पाकिस्तान बेचैन हो उठा है। भारत अब अफगानिस्तान में कई परियोजनाओं…
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी ??Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) May 16, 2025
कतर एयरवेज ने बोइंग और जीई एयरोस्पेस के साथ 210 मेड इन अमेरिका 'बोइंग 787 ड्रीमलाइनर' और '777X' विमान की खरीद का समझौता किया। इसकी वैल्यू 96 अरब डॉलर है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और कतर के अमीर शेख तामिन बिन हमद अल-थानी के बीच बुधवार को दोहा में 1.2 ट्रिलियन डॉलर (करीब 100 लाख करोड़ रुपए) की अलग-अलग डील हुई। इस जानकारी के सामने आने के बाद वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने कहा कि वैश्विक राजनीति में किसी भी नैतिक मूल्य को भूल जाइए।
उन्होंने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प विश्व बिजनेस-गुरु' हैं। 2017 में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कतर को 'आतंकवाद का वित्तपोषक' कहा था जिसका बहिष्कार किया जाना चाहिए। अब उन्होंने दोहा के साथ अरबों डॉलर के रक्षा और बोइंग सौदे पर हस्ताक्षर किए हैं और यहां तक कि कतर से 400 मिलियन डॉलर के निजी जेट को 'उपहार' के रूप में स्वीकार करने के लिए भी तैयार दिख रहे हैं।
और यह अमेरिकी राष्ट्रपति हैं जो अब '1000 साल पुराने' कश्मीर विवाद को सुलझाना चाहते हैं? आगे वह डल झील के किनारे एक ट्रम्प टॉवर बनाना चाहेंगे। वैश्विक राजनीति में किसी भी नैतिक मूल्य को भूल जाइए। आपको बता दें, कतर एयरवेज ने बोइंग और जीई एयरोस्पेस के साथ 210 मेड इन अमेरिका 'बोइंग 787 ड्रीमलाइनर' और '777X' विमान की खरीद का समझौता किया। इसकी वैल्यू 96 अरब डॉलर है।
He is the ‘Vishwa Business-Guru’! In 2017, US president Donald Trump called Qatar a ‘financier of terror’ that must be ostracised. Now he has just inked multi billion dollar defence and Boeing deals with Doha and even seems ready to accept a $400 million dollar private jet as a…
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) May 15, 2025
ऐसी देशभक्ति किसी काम की नहीं। ऊपर से गाली देने के बाद विक्टिम कार्ड भी खेलो। सब पब्लिसिटी स्टंट हैं। क्या इनके माता पिता को इनकी हरकतें पता नहीं चलती होंगी?
खुद को सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर कहने वाली शर्मिष्ठा के एक वीडियो को लेकर बवाल मचा हुआ है। दरअसल, शर्मिष्ठा ने एक वीडियो इंस्टाग्राम पर अपलोड किया था। शर्मिष्ठा ने वीडियो में पाकिस्तान के खिलाफ और बॉलीवुड के लिए गुस्सा दिखाया था लेकिन उस वीडियो में उन्होंने बेहद अपमानजनक शब्दों का भी प्रयोग किया।
वीडियो के वायरल होते ही शर्मिष्ठा को धमकियां मिलने लगी। इस बीच वरिष्ठ पत्रकार ऋचा अनिरुद्ध ने भी इस मामले पर अपनी राय दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, नया बेहद ख़तरनाक ट्रेंड। देशभक्ति का वीडियो बनाने के नाम पर गंदी गंदी गालियों भरा वीडियो बनाओ। न आपके देश को न आपके धर्म को।
आपकी घटिया भाषा की ज़रूरत किसी को नहीं है। ऐसी देशभक्ति किसी काम की नहीं। ऊपर से गाली देने के बाद विक्टिम कार्ड भी खेलो। सब पब्लिसिटी स्टंट हैं। क्या इनके माता पिता को इनकी हरकतें पता नहीं चलती होंगी? सरकार को पता होना चाहिए और हमें इन्हें बढ़ावा नहीं देना चाहिए।
हालांकि, शर्मिष्ठा ने धमकियों के बीच बिना शर्त माफी माँगते हुए कहा कि उनका किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने कहा, मैं बिना शर्त माफी माँगती हूँ। मैंने जो कुछ भी लिखा, वह मेरी निजी भावनाएँ थीं और मैंने कभी जानबूझकर किसी को ठेस नहीं पहुँचाना चाहा।
नया बेहद ख़तरनाक ट्रेंड- देशभक्ति का वीडियो बनाने के नाम पर गंदी गंदी गालियों भरा वीडियो बनाओ..न आपके देश को न आपके धर्म को..
— richa anirudh (@richaanirudh) May 15, 2025
आपकी घटिया भाषा की ज़रूरत किसी को नहीं है? गाली भरे वीडियो बनाने वाले content creators पर रोक लगनी चाहिए..ऐसी देशभक्ति किसी काम की नहीं..ऊपर से गाली देने…
बढ़ते विवाद के बीच बीजेपी नेता और मंत्री विजय शाह ने सेना की महिला अधिकारी के खिलाफ अपनी टिप्पणी के लिए एक बार फिर माफी मांगी और कहा कि वह ‘बहन सोफिया’ और सेना का सम्मान करते हैं।
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह के खिलाफ एमपी हाई कोर्ट के आदेश के बाद कल बुधवार रात इंदौर जिले में एफआईआर दर्ज की कर ली गई। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152, 196(1) (बी) और 197 (1)(सी) के तहत FIR दर्ज की गई है।
वहीं वरिष्ठ पत्रकार राणा यशवंत ने भी इस मामले पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने एक्स पर लिखा, कर्नल सोफिया क़ुरैशी देश की नाज़ हैं। उनके साथ समूचा देश खड़ा है। कर्नल सोफ़िया को आतंकियों की बहन कहने वाले मध्यप्रदेश बीजेपी के मंत्री कुँवर विजय शाह को सिर्फ़ माफ़ी से माफ़ नहीं किया जा सकता। इस आदमी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
हाई कोर्ट को एफआईआर के लिए कहने की नौबत ही क्यों आई और बीजेपी ने उनको अब तक बाहर का दरवाज़ा क्यों नहीं दिखाया? आपको बता दें, बढ़ते विवाद के बीच बीजेपी नेता और मंत्री विजय शाह ने सेना की महिला अधिकारी के खिलाफ अपनी टिप्पणी के लिए एक बार फिर माफी मांगी और कहा कि वह ‘बहन सोफिया’ और सेना का सम्मान करते हैं। उन्होंने यह माफी हाईकोर्ट की ओर से कड़ी फटकार लगाने और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश के बाद मांगी है।
कर्नल सोफिया क़ुरैशी देश की नाज़ हैं. उनके साथ समूचा देश खड़ा है. कर्नल सोफ़िया को आतंकियों की बहन कहने वाले मध्यप्रदेश के मंत्री कुँवर विजय शाह को सिर्फ़ माफ़ी से माफ़ नहीं किया जा सकता. इस आदमी पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. हाई कोर्ट को FIR के लिए कहने की नौबत ही क्यों आई? और… pic.twitter.com/xreshXoz76
— Rana Yashwant (@RanaYashwant1) May 14, 2025
उदयपुर मार्बल प्रोसेसर्स कमेटी के अध्यक्ष ने कहा कि सभी सदस्यों ने एकमत होकर ये फैसला किया है कि जब तक तुर्किए पाकिस्तान का समर्थन करेगा, तब तक हम उससे बिसनेस नहीं करेंगे।
पाकिस्तान का खुला समर्थन करने के बाद भारत में बॉयकॉट तुर्किए कैंपेन जोर पकड़ने लगा है और उसके खिलाफ ट्रेड स्ट्राइक कर दी। महाराष्ट्र से लेकर राजस्थान तक के व्यापारियों ने तुर्किए से आने वाली चीजों का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। साथ ही टूरिस्ट भी इस अभियान में शामिल हो गए हैं। इस मामले पर वरिष्ठ पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी का कहना है कि तुर्किए का बहिष्कार शांति काल में भी ज़रूरी है।
उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, तुर्किए के बहिष्कार का अभियान अभी जमकर चल रहा है। जाहिर है, युद्ध के समय पाकिस्तान का साथ देने की वजह से हम भारतीयों की भावना का उबाल है। यह अच्छा है, यह देश के जाग्रत मानस का प्रमाण है, लेकिन यह भावना सिर्फ युद्ध काल तक होने से काम नहीं चलने वाला।
शांति काल में भी हम भारतीयों को विश्व व्यवस्था में भारतीय हित में अपनी भूमिका तय करना ही होगा। भारत सरकार को भारत का अहित करने में लगे देशों को निरंतर ठीक करने की नीति अपनाना होगा। आपको बता दें, राजस्थान के उदयपुर में व्यापारियों ने तुर्किए से आने वाले मार्बल का आयाद भी बंद कर दिया है।
उदयपुर मार्बल प्रोसेसर्स कमेटी के अध्यक्ष कपिल सुराना ने कहा कि सभी सदस्यों ने एकमत होकर ये फैसला किया है कि जब तक तुर्किए पाकिस्तान का समर्थन करता रहेगा, तब तक हम उससे बिसनेस नहीं करेंगे।
#Turkiye #China #azarbaijan के बहिष्कार का अभियान अभी जमकर चल रहा है। जाहिर है, युद्ध के समय पाकिस्तान का साथ देने की वजह से हम भारतीयों की भावना का उबाल है। यह अच्छा है, यह देश के जाग्रत मानस का प्रमाण है, लेकिन यह भावना सिर्फ युद्ध काल तक होने से काम नहीं चलने वाला। शांति काल…
— हर्ष वर्धन त्रिपाठी ??Harsh Vardhan Tripathi (@MediaHarshVT) May 14, 2025
डॉ अनुष्का ने फरीदाबाद की यूनिवर्सिटी से बीडीएस किया है। उनके पति सौरभ ने कानपुर के निजी मेडिकल कॉलेज से बीडीएस किया है। दूसरे मामले में भी एफआईआर दर्ज होगी।
कानपुर के रावतपुर क्षेत्र में एक क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट के बाद मौत का दूसरा मामला सामने आया है। फर्रुखाबाद की महिला का आरोप है कि उनके बेटे ने नवंबर-2024 में केशवपुर के क्लिनिक में हेयर ट्रांसप्लांट कराए और 24 घंटे बाद फर्रुखाबाद में उसकी मौत हो गई।
इस बीच पत्रकार प्रणव सिरोही ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट की और कहा कि जीवन में कभी हेयर ट्रांसप्लांट न कराएं क्योंकि इसमें बेहद जोखिम होता है। उन्होंने एक्स पर लिखा, जीवन में कभी हेयर ट्रांसप्लांट न कराएं। उसमें बहुत जोखिम होते हैं। डॉक्टर इतने अनावश्यक रसायनों से लेकर थोक के भाव में खतरनाक स्टेरॉयड का इस्तेमाल करते हैं, जो इम्यून सिस्टम और शरीर की आंतरिक प्रणाली पर बेहद प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। सूजन का एक कारण स्टेरॉयड्स का अतिरेक उपयोग भी हो सकता है।
आपको बता दें, पुलिस के मुताबिक, डॉ अनुष्का ने फरीदाबाद की यूनिवर्सिटी से बीडीएस किया है। उनके पति सौरभ ने कानपुर के निजी मेडिकल कॉलेज से बीडीएस किया है। दूसरे मामले में भी एफआईआर दर्ज होगी। एसीपी अभिषेक पांडेय ने बताया कि मामले की जांच जारी है। आरोपी डॉक्टर की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
जीवन में कभी हेयर ट्रांसप्लांट न कराएं। उसमें बहुत जोखिम होते हैं। डॉक्टर इतने अनावश्यक रसायनों से लेकर थोक के भाव में खतरनाक स्टेरॉयड का इस्तेमाल करते हैं, जो इम्यून सिस्टम और शरीर की आंतरिक प्रणाली पर बेहद प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं। सूजन का एक कारण स्टेरॉयड्स का अतिरेक उपयोग भी… https://t.co/UM9KkFKcS4
— Pranav Sirohi (@pranavsirohi) May 14, 2025
विजय शाह ने सोमवार को एक आयोजन में कर्नल सोफिया का नाम लिए बगैर पाकिस्तानी आतंकवादियों के बारे में कहा था, हमने उनकी ही बहन भेजकर उनकी ऐसी तैसी करवाई।
मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान के मामले में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को विजय शाह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है।
इस मुद्दे पर वरिष्ठ पत्रकार संकेत उपाध्याय ने भी अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक पोस्ट कर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर लिखा, गालीबाज मंत्री विजय शाह ने एक बार श्री शिवराज चौहान की पत्नी को बुरा भला कहा था। हटा दिया गया, लेकिन बहाल कर दिया गया। आखिर इतनी नरमी क्यों? क्या ऐसा इसलिए है क्योंकि वह एक मजबूत आदिवासी नेता हैं और उन्हें राजनीतिक वोटबैंक की चिंता है? इस देश में कोई भी उनकी भयानक टिप्पणी का समर्थन नहीं करता। कोई वोट बैंक नहीं।
आपको बता दें, विजय शाह ने सोमवार को एक आयोजन में कर्नल सोफिया का नाम लिए बगैर पाकिस्तानी आतंकवादियों के बारे में कहा था, हमने उनकी ही बहन भेजकर उनकी ऐसी तैसी करवाई। मंगलवार को वीडियो वायरल होने के बाद देश भर में उनका विरोध शुरू हो गया।
Abusive Minister Vijay Shah once bad mouthed the wife of Mr Shivraj Chauhan. Was removed, but reinstated. Why so much leniency? Is it because he is a strong tribal leader and political votebank concerns? No one in this country supports his horrible comment. No votebank.
— Sanket Upadhyay (@sanket) May 14, 2025