नहीं रहीं सीनियर जर्नलिस्ट विभा कौल भट्ट

एक दिन पहले हुई थी हार्ट सर्जरी, मुंबई के लीलावती अस्पताल में ली अंतिम सांस

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Tuesday, 25 November, 2025
Vibha Kual


वरिष्ठ पत्रकार विभा कौल भट्ट का निधन हो गया है। लंबे समय से 'एबीपी न्यूज' (ABP News) से जुड़ी हुईं विभा कौल भट्ट को हाल ही में मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां एक दिन पहले ही उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी। इसके बाद अचानक उनकी हालत बिगड़ गई और मंगलवार को उनका निधन हो गया।

विभा कौल भट्ट पत्रकारिता जगत में लगभग 25 सालों से सक्रिय थीं। उन्होंने विशेष रूप से एंटरटेनमेंट रिपोर्टिंग में अपनी पहचान बनाई थी और 'सास-बहू और साजिश' जैसे लोकप्रिय प्रोग्राम के निर्माण और विश्लेषण में अहम योगदान दिया था।

विभा कौल के निधन की खबर आते ही मीडिया जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। कई वरिष्ठ पत्रकारों, एंकरों और सहयोगियों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके पेशेवर समर्पण, सौम्य व्यवहार और ईमानदार पत्रकारिता को याद किया।

वरिष्ठ पत्रकार और ‘TAK’ चैनल्स के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर विभा कौल को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है, ‘सुबह पता चला , अब तक यकीन नहीं हो रहा. विभा कौल भट्ट को विनम्र श्रद्धांजलि. ABP न्यूज़ के शो सास बहू और साज़िश की कर्ता धर्ता रहीं थीं. कल लीलावती अस्पताल में सर्जरी हुई थी, आज सुबह निधन हुआ।’

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गुवाहाटी में महिला एंकर की ऑफिस में मौत, 5 दिसंबर को होने वाली थी शादी

असम के गुवाहाटी से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। 27 साल की महिला न्यूज एंकर ऋतु मोनी रॉय अपने ऑफिस में मृत मिलीं।

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Tuesday, 25 November, 2025
RituMoniRoy7985

असम के गुवाहाटी से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। 27 साल की महिला न्यूज एंकर ऋतु मोनी रॉय अपने ऑफिस में मृत मिलीं। उनका शव न्यूज रूम के भीतर पंखे से लटका हुआ पाया गया और पुलिस को वहां से एक सुसाइड नोट भी मिला है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक ऋतु मोनी की शादी 5 दिसंबर को होने वाली थी और वह इसकी तैयारियों में लगी थीं। लेकिन परिवार को शक है कि शायद आर्थिक तनाव की वजह से उन्होंने ये कदम उठाया।

यह घटना सोमवार सुबह की बताई जा रही है। ऋतु मोनी गुवाहाटी के क्रिश्चियन बस्ती इलाके में स्थित एक लोकल न्यूज पोर्टल में काम करती थीं। जिन दिनों घर में शादी की खुशी होनी चाहिए थी, उन दिनों अब मातम पसर गया है।

पुलिस ने बताया कि ऑफिस में ही उनका शव मिला और मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच शुरू कर दी है।

शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस का कहना है कि असली वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ होगी।

सुसाइड नोट में ऋतु मोनी ने लिखा है कि उन्होंने ये फैसला सबकी खुशी के लिए लिया और लिखा कि वे उसके बिना अच्छे से रहें और उसे माफ कर दें।

इस घटना के बाद मीडिया इंडस्ट्री में मानसिक तनाव और काम के दबाव को लेकर फिर से चर्चाएं शुरू हो गई हैं। उनके साथियों ने बताया कि ऋतु मोनी बेहद प्रतिभाशाली और मेहनती थीं और अपनी शादी को लेकर बहुत खुश थीं।

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एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान: देवेंद्र फडणवीस से मतभेद नहीं, मीडिया TRP के लिए फैला रही अफवाह

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को अक्कलकोट में कहा कि उनके और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच कोई मतभेद नहीं है।

Last Modified:
Monday, 24 November, 2025
EknathShinde4512

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को अक्कलकोट में कहा कि उनके और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि केवल TRP बढ़ाने के लिए झूठा माहौल बनाया जा रहा है।

शिंदे सोलापुर में नगर परिषद चुनावों के लिए रैलियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ना दोनों पार्टियों के बीच दुश्मनी का संकेत नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया, "यह एक स्थानीय चुनाव है। हम लोकसभा में नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री देखने के लिए साथ थे, विधानसभा में महायुति के लिए। स्थानीय चुनाव में पार्टी के कार्यकर्ता भावनात्मक होते हैं और लड़ना चाहते हैं।"

उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना का दुश्मन BJP नहीं बल्कि MVA (महाविकास आघाडी) है, और भविष्य में भी यही रहेगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे और फडणवीस सार्वजनिक कार्यक्रमों में एक-दूसरे को अनदेखा कर रहे हैं, तो शिंदे ने जवाब दिया, "मीडिया ऐसे सवाल खुद बनाती है और जवाब भी खोजती है। सब कुछ बनाकर ब्रेकिंग न्यूज बना देते हैं। यह सब TRP के लिए होता है। अब उन्हें ऐसा करना बंद करना चाहिए।"

शिंदे ने यह भी कहा कि उनका "रावण" और "अहंकारी" वाला बयान BJP के लिए नहीं, बल्कि शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और उनके साथियों के लिए था। उन्होंने कहा, "हर कोई जानता है कि रावण कौन है और अहंकारी कौन। गरीब किसान के बेटे से मुख्यमंत्री बने; इसे कौन पचा नहीं पा रहा है? घर बैठे लोग जनता की समस्याओं को नहीं समझ सकते। जब मैं मुख्यमंत्री बना, तब शिवसेना (UBT) नेताओं को पेट में दर्द हुआ। वही रावण और अहंकारी हैं।" 

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पत्रकारिता समाज को जागरूक करने और बदलाव लाने का सबसे सशक्त माध्यम: हरिवंश नारायण सिंह

वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने ‘साहित्य आजतक’ में पब्लिक, पॉलिटिक्स और पत्रकारिता की चुनौतियों पर खुलकर रखी अपनी बात

Last Modified:
Sunday, 23 November, 2025
Sahitya AajTak Harivansh Singh

दिल्ली में साहित्य के सितारों का महाकुंभ यानी साहित्य आजतक 2025 जारी है। 21 से 23 नवंबर तक नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न साहित्यिक सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें कला, साहित्य और संगीत के क्षेत्र की शख्सियत समेत तमाम राजनीतिक दिग्गज भी शामिल हो रहे हैं।

कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को ‘साहित्य आजतक’ में वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने भी शिरकत की। इस दौरान पब्लिक, पॉलिक्टिस और पत्रकारिता की चुनौतियां-सत्र में उन्होंने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत से लेकर राजनीतिक सफर को लेकर चर्चा की। इस मौके पर हरिवंश नारायण सिंह का कहना था कि राजनीति समाज को दिशा देने वाली सबसे महत्वपूर्ण कला है, जिसे समझना और उसका अध्ययन करना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि राजनीति का असल उद्देश्य सामाजिक परिवर्तन है, और यदि राजनीति सफल होती है तो शासन-व्यवस्था भी प्रभावी ढंग से काम करती है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हाथरस और लखीमपुर खीरी जैसे मुद्दों पर जनता की राजनीतिक समझ धीरे-धीरे विकसित होती है और पब्लिक एजुकेशन एक सतत प्रक्रिया है।

पत्रकारिता पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हर दौर की चुनौतियां अलग होती हैं, लेकिन पत्रकारिता हमेशा समाज को जागरूक करने का सबसे मजबूत माध्यम रही है। जयप्रकाश आंदोलन से प्रभावित होकर पत्रकारिता में आए हरिवंश ने बताया कि युवा पत्रकार के रूप में उनका लक्ष्य हमेशा रहा कि मीडिया सामाजिक बदलाव में सकारात्मक भूमिका निभाए।

हरिवंश ने कहा कि पॉलिटिक्स और साहित्य दोनों मिलकर समाज को दिशा देते हैं, और आज भी राजनीति से ऊपर साहित्य की भूमिका अधिक व्यापक है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के एक कार्यक्रम का उदाहरण देते हुए कहा कि पॉलिटिक्स एक कला है, जिसको हमने नजरअंदाज किया है। हरिवंश नारायण सिंह का कहना था, ‘मैं मानता हूं कि पॉलिटिक्स समाज को चेंज करने का तरीका है और पत्रकारिता लोगों को इनफॉर्म करके सजग बनाने और जागरूक बनाने का सबसे बड़ा सशक्त माध्यम है।’

कार्यक्रम के बाद हरिवंश नारायण सिंह ने सोशल मीडिया पर भी अपनी भावनाएं साझा कीं।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उन्होंने लिखा है, ‘कल (22 नवंबर) का दिन यादगार रहा. इंडिया टुडे ग्रुप की ओर से आयोजित होनेवाले साहित्य और संस्कृति के सालाना उत्सव 'साहित्य आज तक' में जाने का अवसर मिला. उत्सव के दो आयोजनों में सहभागी बना. पहला आयोजन अंजना ओम कश्यप जी से संवाद का था. दूसरा अवसर, साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करनेवाले ज्ञानी—गुणी जनों के सम्मान का. 'इंडिया टुडे' के साहित्य वार्षिकी के लोकार्पण का भी अवसर मिला. ऐसे विशेष सार्थक आयोजन के लिए इंडिया टुडे ग्रुप को बधाई और हमें आमंत्रित करने के लिए हार्दिक आभार.’

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‘अमर उजाला’ में समाचार संपादक डॉ. संजय सिसोदिया का निधन

करीब छह महीने पहले उनके पैंक्रियाज में कैंसर की पुष्टि हुई थी। पिछले चार दिनों से वह दिल्ली ‘एम्स’ में भर्ती थे, जहां शुक्रवार शाम करीब 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

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Saturday, 22 November, 2025
Sanjay Shishodia

वरिष्ठ पत्रकार और हिंदी दैनिक ‘अमर उजाला’ में समाचार संपादक डॉ. संजय सिसोदिया का निधन हो गया है। वह महज 49 साल के थे औऱ फिलहाल नोएडा में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। 

मिली जानकारी के अनुसार, करीब छह महीने पहले उनके पैंक्रियाज में कैंसर की पुष्टि हुई थी। पिछले चार दिनों से वह दिल्ली स्थित ‘एम्स’ (All India Institute Of Medical Sciences) में भर्ती थे, जहां शुक्रवार शाम करीब 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

परिजनों के अनुसार, डॉ. संजय सिसोदिया की पार्थिव देह शनिवार सुबह करीब छह बजे एम्स से घूकना स्थित निवास पर लाई जाएगी। घूकना स्थित घर से अंतिम यात्रा 11 बजे हिंडन श्मशान घाट के लिए निकलेगी, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

संजय सिसोदिया के निधन पर तमाम पत्रकारों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है। अपने शोक संदेश में उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने और शोक संतप्त परिजनों को यह भीषण दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।  

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‘कश्मीर टाइम्स’ कार्यालय पर 'SIA' का छापा : कारतूस बरामद

जम्मू-कश्मीर की SIA ने ‘कश्मीर टाइम्स’ के कार्यालय पर छापा मारकर कारतूस और अन्य सामग्री बरामद की, जबकि अख़बार प्रबंधन ने इसे स्वतंत्र प्रेस को दबाने की कोशिश बताया।

Last Modified:
Thursday, 20 November, 2025
kashmirtimes

जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्टेट इंवेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने गुरुवार को 'कश्मीर टाइम्स' के जम्मू कार्यालय पर छापेमारी की। एजेंसी ने प्रकाशन के प्रवर्तकों के खिलाफ देशविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप में केस दर्ज किया है। छापे के दौरान SIA ने कार्यालय की विस्तृत तलाशी लेते हुए AK राइफल के कारतूस, पिस्तौल के कुछ राउंड, साथ ही हैंड ग्रेनेड पिन और अन्य संदिग्ध सामग्री जब्त की।

अधिकारियों के अनुसार, बरामद सामान की जांच जारी है और प्रकाशन के प्रबंधकों से पूछताछ की जा सकती है। दूसरी ओर, ‘कश्मीर टाइम्स’ प्रबंधन ने इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की है। संपादक प्रबोध जामवाल और अनुराधा भसीन ने संयुक्त बयान में कहा कि 'हमारे खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और एक स्वतंत्र मीडिया संस्थान को चुप कराने की कोशिश है।'

उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार पर सवाल उठाना देश के खिलाफ होना नहीं है, बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने की प्रक्रिया का हिस्सा है। प्रबंधन ने कहा कि आरोप 'डराने और बदनाम करने की रणनीति' हैं, लेकिन अखबार अपनी आवाज़ को दबने नहीं देगा।

इस बीच, उपमुख्यमंत्री सुरिंदर सिंह चौधरी ने कहा कि कार्रवाई तभी होनी चाहिए जब आरोप साबित हों, न कि दबाव बनाने के उद्देश्य से। उन्होंने कहा कि 'पत्रकारिता को स्वतंत्र माहौल मिलना चाहिए और सच लिखने वालों पर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए।' साथ ही उन्होंने एजेंसियों से समान मानकों पर कार्रवाई करने की बात कही।

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252 करोड़ के ड्रग्स केस में मुंबई पुलिस ने सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ओरी को भेजा समन

मुंबई पुलिस ने 252 करोड़ रुपये के बड़े ड्रग्स केस में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी को पूछताछ के लिए तलब किया है।

Last Modified:
Thursday, 20 November, 2025
Orry5421

मुंबई पुलिस ने 252 करोड़ रुपये के बड़े ड्रग्स केस में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी को पूछताछ के लिए तलब किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें गुरुवार सुबह 10 बजे एंटी-नारकोटिक्स सेल की घाटकोपर यूनिट के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।  

क्यों हो रही है पूछताछ?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को शक है कि आरोपी मोहम्मद सलीम मोहम्मद सुहैल शेख, जो पिछले महीने दुबई से डिपोर्ट होकर आया था, कई हाई-प्रोफाइल पार्टियों का आयोजन करता था। पुलिस का कहना है कि इन पार्टियों में कई फिल्म और फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोग शामिल होते थे। शेख की बयानबाजी में कुछ नाम सामने आए हैं, जिनमें नोरा फतेही, श्रद्धा कपूर, रैपर लोका, अब्बास-मस्तान, ओरी और NCP नेता जीशान सिद्दीकी भी बताए गए हैं।

क्या है पूरा मामला?

यह केस मार्च 2024 का है, जब पुलिस ने महाराष्ट्र के सांगली जिले के एक फार्महाउस पर बनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से 126 किलो से ज्यादा मेफेड्रोन (MD ड्रग) जब्त किया था। इसकी कीमत करीब 252 करोड़ रुपये बताई गई थी।

सोमवार को पुलिस ने इस केस में शेख की कस्टडी हासिल की। वह इस समय एंटी-नारकोटिक्स सेल की पूछताछ में है। शेख ने दावा किया था कि वह देश और विदेश में फिल्मी सितारों, मॉडल्स और गैंगस्टर्स के लिए रेव पार्टियां आयोजित करता था।

कैसे पकड़ा गया शेख?

पुलिस ने बताया कि अगस्त में 995 ग्राम MD जब्त किए जाने के बाद जब जांच आगे बढ़ी तो शेख का नाम सामने आया। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। कुछ सप्ताह पहले वह UAE में पकड़ा गया और फिर मुंबई पुलिस की कोशिशों के बाद भारत भेजा गया। पुलिस के मुताबिक शेख पर पहले से ही चार ड्रग्स केस दर्ज हैं। ओरी से पूछताछ इसी कड़ी का हिस्सा है।

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भारत में स्पोर्ट्स-एंटरटेनमेंट को नई उड़ान देगी AEx Sport व प्रसार भारती की साझेदारी

लंदन स्थित AdiGroupè के स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म AEx Sport ने भारत की प्रसार भारती के साथ मिलकर देश में स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट की दुनिया में बड़ा धमाका करने की तैयारी कर ली है।

Last Modified:
Tuesday, 18 November, 2025
PrasarBharati7845

लंदन स्थित AdiGroupè के स्पोर्ट्स एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म AEx Sport ने भारत की प्रसार भारती के साथ मिलकर देश में स्पोर्ट्स-एंटरटेनमेंट की दुनिया में बड़ा धमाका करने की तैयारी कर ली है। दरअसल, AEx Sport और प्रसार भारती मिलकर एक बिल्कुल नए, हटकर और जबरदस्त भारतीय थीम वाले शो पर काम कर रहे हैं। इसमें भारत की मनोरंजन परंपरा, संस्कृति, कुश्ती की ताकत और देश की बढ़ती राष्ट्रभावना, गर्व, संतुलन और वीरता सबको एक साथ जोड़कर कहानी तैयार की जा रही है।

जानकारों के मुताबिक, यह सिर्फ रीफ्रेश नहीं बल्कि पूरी तरह से री-इन्वेंशन है। कंटेंट टीम से जुड़े एक व्यक्ति ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि यह प्रोजेक्ट भारत-प्रथम विजन के साथ तैयार हो रहा है, जो युवाओं, खासतौर पर भारत के बड़े मिलेनियल और जेन Z दर्शकों को कई सीजन तक अपनी ओर खींचने की क्षमता रखता है। कहा जा रहा है कि इसकी तैयारी के दौरान शहरी, कस्बाई और ग्रामीण इलाकों तक जमीनी स्तर पर बड़ी बातचीत और रिसर्च भी की गई है।

न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, AEx Sport और प्रसार भारती ने इस भारतीय शो के लिए ऑस्ट्रेलिया से आई GLW कंपनी की एक प्रस्तावना पर भी कई महीनों तक विचार किया था। लेकिन मार्केट रिसर्च और स्टेकहोल्डर्स से बात करने के बाद पता चला कि GLW का कॉन्सेप्ट पुराना और पूरी तरह वेस्ट-फर्स्ट सोच पर आधारित है, जो भारत के आज के स्पोर्ट्स-एंटरटेनमेंट माहौल से मेल नहीं खाता। सूत्रों ने PTI को बताया कि दोनों संस्थानों ने GLW के प्रस्ताव को पूरी तरह खारिज कर दिया क्योंकि वह भारत के दर्शकों की जरूरतों और बदलते ट्रेंड से बिल्कुल बाहर था।

अब AEx Sport और प्रसार भारती अपने नए भारतीय शो की पहचान को और मजबूत करने में जुट गए हैं। उनका फोकस ऐसा कंटेंट बनाने पर है जो भारत की असलियत को दिखाए, खिलाड़ियों की मेहनत और जज्बे को उजागर करे और दर्शकों की ऊंची उम्मीदों को रोजाना, पूरे 40 हफ्तों तक पूरा कर सके।

रिपोर्ट के मुताबिक, यह दिशा इस बात को साफ करती है कि दोनों मिलकर एक ऐसा स्पोर्ट्स-एंटरटेनमेंट इकोसिस्टम बनाना चाहते हैं जो पूरी तरह भारतीय, मौलिक, बड़ा और देश के तेजी से बदलते दर्शक वर्ग के अनुरूप हो।

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जितेन्द्र बच्चन 'नेशनल यूथ पार्लियामेंट ऑफ द भारत' के प्रदेश समन्वयक नियुक्त

यह डिजिटल मंच नेतृत्व क्षमता, नागरिक भागीदारी और निर्णय लेने के कौशल को विकसित करता है। साथ ही युवाओं में लोकतांत्रिक सिद्धांतों की गहरी समझ पैदा करता है।

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Tuesday, 18 November, 2025
jitendrabacchan

नेशनल यूथ पार्लियामेंट ऑफ द भारत (डिजिटल) ने जनपद के वरिष्ठ पत्रकार व समाजिक चिंतक जितेन्द्र बच्चन को उत्तर प्रदेश का समन्वयक नियुक्त किया है। ऑनलाइन भेजे मनोनयन पत्र में राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. ललित नारायण आमेटा ने उम्मीद जताई है कि श्री बच्चन स्वतंत्र पत्रकारिता करने के साथ-साथ समाजसेवी भी हैं। निश्चित ही वह शहरी क्षेत्र के युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में इस मंच से जोड़ने का कार्य करेंगे।

उल्लेखनीय है कि नेशनल यूथ पार्लियामेंट ऑफ द भारत (एनवाईपीएस) डिजिटल मंच युवाओं को लोकतांत्रिक मूल्यों,शासन और नीति-निर्माण की प्रक्रियाओं से जोड़ने के लिए एक डिजिटल मंच है। यह प्लेटफार्म युवाओं को विभिन्न विषयों पर बहस करने, अपने विचार व्यक्त करने और नेतृत्व व नागरिक भागीदारी कौशल विकसित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है।

यह एक डिजिटल ब्रिज है जो युवाओं को राष्ट्रीय चर्चाओं में भाग लेने और 'विकसित भारत 2047' के लिए अपने विचार साझा करने में मदद करता है। यह प्रतिभागियों को स्व-शिक्षण के लिए ई-प्रशिक्षण संसाधन, ट्यूटोरियल और प्रशिक्षण वीडियो प्रदान करता है। यह डिजिटल मंच नेतृत्व क्षमता, नागरिक भागीदारी और निर्णय लेने के कौशल को विकसित करता है।

साथ ही युवाओं में लोकतांत्रिक सिद्धांतों की गहरी समझ पैदा करता है। यह युवाओं को संसद की कार्यवाही और कानून निर्माण की प्रक्रिया को समझने में मदद करता है। जितेन्द्र बच्चन ने नेशनल यूथ पार्लियामेंट ऑफ द भारत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ आमेटा के प्रति आभार जातते हुए कहा है कि वह नेशनल यूथ पार्लियामेंट ऑफ द भारत डिजिटल मंच के माध्यम से भारत सरकार एवं राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी जनकाल्याणकारी योजनाओं का धरातल स्तर तक समाज की अंतिम पंक्ति में बैठे गरीब तबके को उनका हक दिलाकर समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का काम करने में कोताही नहीं बरतेंगे।

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पाञ्चजन्य की पहल : भोपाल में 16 नवंबर को होगा ‘सुशासन संवाद 2.0’

पाञ्चजन्य की सुशासन संवाद श्रृंखला के तहत भोपाल में 16 नवंबर को ‘मध्य प्रदेश: सुशासन संवाद 2.0’ आयोजित होगा, जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव मुख्य अतिथि होंगे।

Last Modified:
Saturday, 15 November, 2025
mohanyadav

राष्ट्रवादी साप्ताहिक पत्रिका ‘पाञ्चजन्य’ अपनी सुशासन संवाद श्रृंखला का विस्तार करते हुए 16 नवंबर को भोपाल में ‘मध्य प्रदेश: सुशासन संवाद 2.0’ का आयोजन कर रही है। लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की सुशासन परंपरा से प्रेरित यह विशेष कार्यक्रम कुशाभाऊ ठाकरे हॉल में दोपहर 12:30 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा।

इस आयोजन में राज्य के प्रशासन, स्वास्थ्य, स्वदेशी नवाचार और फैक्ट चेकिंग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर गहन चर्चा होगी। इस संवाद में मुख्यमंत्री मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे।

उनके साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र कार्यवाह हेमंत मुक्तिबोध, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उड़के, माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति विजय मोहन तिवारी, स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसाइटी के निदेशक प्रवीण भट्ट, और डीवीजी टेक्नोलॉजी के एमडी अभिषेक गर्ग भी मंच साझा करेंगे।

कार्यक्रम का संचालन पाञ्चजन्य के संपादक हितेश शंकर व भारत प्रकाशन (दिल्ली) लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अरुण कुमार गोयल करेंगे। यह संवाद श्रृंखला सुशासन व जनभागीदारी की दिशा में महत्वपूर्ण विमर्श प्रस्तुत करने का मंच बन रही है।

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पुलिस अधिकारी के खिलाफ अपमानजनक लेख लिखने के लिए कोर्ट ने संपादक को ठहराया दोषी, सजा तय

न्यायमूर्ति एस. रचैया ने अपने आदेश में कहा कि गुरुराज ने अपने अखबार में ऐसे शब्द और बयान प्रकाशित किए, जिनसे अधिकारी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा।

Last Modified:
Saturday, 15 November, 2025
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कर्नाटक हाई कोर्ट ने हाल ही में एक अखबार के संपादक टी. गुरुराज को दोषी ठहराया है। उन पर आरोप था कि उन्होंने मैसूरु के K.R. पुलिस स्टेशन के सर्किल इंस्पेक्टर एस. एन. सुरेश बाबू के खिलाफ अपमानजनक लेख प्रकाशित किए थे।

न्यायमूर्ति एस. रचैया ने अपने आदेश में कहा कि गुरुराज ने अपने अखबार में ऐसे शब्द और बयान प्रकाशित किए, जिनसे अधिकारी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा। कोर्ट ने कहा, “बिना आधार के किसी व्यक्ति की गरिमा को नीचा दिखाने वाले आरोप लगाना मानहानि के अंतर्गत आता है।”

बता दे कि सर्किल इंस्पेक्टर सुरेश बाबू ने पहले एक मामले में गुरुराज को गिरफ्तार किया और संबंधित कोर्ट में भेजा। आरोप है कि गिरफ्तारी से नाराज गुरुराज ने बदला लेने के लिए अखबार में बाबू के खिलाफ अपमानजनक लेख प्रकाशित किए। इन लेखों में यह दावा किया गया कि बाबू घूस ले रहे थे, सिंगल नंबर लॉटरी की अनुमति दे रहे थे, चामुंडी हिल के पास पार्किंग एजेंटों से अवैध राशि ले रहे थे, और साथ ही क्लब चलाना, जुए और मिलावटी केरोसिन बेचने जैसी गतिविधियों की अनुमति देना शामिल था।

बाबू ने गुरुराज के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, लेकिन ट्रायल कोर्ट ने सबूतों पर विचार करने के बाद गुरुराज को बरी कर दिया। बरी किए जाने के फैसले से असंतुष्ट होकर बाबू ने हाई कोर्ट में अपील दायर की।

हाई कोर्ट ने कहा कि ट्रायल कोर्ट ने सबूतों को ठीक से नहीं देखा और गुरुराज के बेबुनियाद और अपमानजनक आरोपों को नजरअंदाज किया। गुरुराज की ओर से यह दलील दी गई थी कि कुछ बयान सार्वजनिक हित में थे और इसलिए मानहानि नहीं मानी जा सकती। लेकिन हाई कोर्ट ने नोट किया कि प्रकाशित लेखों में ऐसे आरोप थे जो बाबू की प्रतिष्ठा को सीधे नुकसान पहुंचाते थे।

अंततः हाई कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के फैसले को रद्द करते हुए टी. गुरुराज को धारा 500 और 501 के तहत दोषी ठहराया और उन्हें छह महीने की साधारण जेल और जुर्माना की सजा सुनाई। 

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