प्रसार भारती की रिपोर्ट: D2M सिग्नल से नहीं होता मोबाइल हीट, न 5G में आती है दिक्कत

प्रसार भारती ने Direct-to-Mobile (D2M) तकनीक को लेकर की गई बड़ी टेस्टिंग की रिपोर्ट जारी कर दी है।

Last Modified:
Wednesday, 26 November, 2025
PrasarBharati8745


प्रसार भारती ने Direct-to-Mobile (D2M) तकनीक को लेकर की गई बड़ी टेस्टिंग की रिपोर्ट जारी कर दी है। यह जांच इसलिए की गई थी क्योंकि टेलीकॉम कंपनियों ने चिंता जताई थी कि 470–582 MHz बैंड में चल रहे D2M प्रसारण से 4G/5G नेटवर्क में दिक्कत आ सकती है या मोबाइल फोन ज्यादा गर्म हो सकते हैं।

इससे पहले प्रसार भारती ने IIT कानपुर के साथ मिलकर अगली पीढ़ी के ब्रॉडकास्ट सिस्टम के लिए एक रोडमैप तैयार किया था। इसका पहला ट्रायल बेंगलुरु में हुआ और फिर दिल्ली में हाई-पावर टीवी ट्रांसमीटर और कई लो-पावर साइट्स के साथ हाइब्रिड ट्रायल किया गया। उद्योग जगत के सवालों के बाद प्रसार भारती ने आधिकारिक रूप से लैब टेस्ट कराने का फैसला लिया।

14 नवंबर 2025 को हुए इन टेस्ट में ATSC 3.0 पर आधारित D2M Broadcast Radio Head का इस्तेमाल किया गया। टेस्टिंग दो हिस्सों में की गई- क्या इससे 4G/5G नेटवर्क के रिसीवर पर कोई असर पड़ता है और क्या D2M वीडियो देखने पर मोबाइल फोन ज्यादा गर्म होते हैं।

परिणामों में पाया गया कि उन मोबाइल नेटवर्क बैंड्स (n71, n28, n5) में कोई इंटरफेरेंस नहीं हुआ जिनका आमतौर पर इस्तेमाल होता है। मोबाइल का रिसीवर सेंसिटिविटी बिल्कुल पहले जैसी रही और अपलिंक–डाउनलिंक स्पीड भी 95% से ज्यादा बनी रही। यानी D2M सिग्नल से 4G/5G की क्वालिटी पर कोई असर नहीं पड़ा।

मोबाइल हीटिंग टेस्ट में भी पता चला कि D2M के जरिए वीडियो देखने पर फोन की तापमान सीमा सामान्य ही रहती है, यानी मोबाइल गर्म नहीं होता। यह डेटा 30-30 मिनट के अंतराल पर 3 घंटे तक रिकॉर्ड किया गया था।

इसके अलावा, जिस 40-वॉट D2M रेडियो हेड से सिग्नल भेजा गया, उसके स्प्यूरियस इमीशन (अनचाहे सिग्नल) भी नियमों से काफी कम पाए गए। यानी D2M किसी दूसरे कम्युनिकेशन बैंड में दखल नहीं करता।

प्रसार भारती ने कहा कि सभी रिपोर्टें सार्वजनिक कर दी गई हैं ताकि इस तकनीक पर उद्योग जगत और सरकार खुलकर चर्चा कर सके, क्योंकि देश में बड़े पैमाने पर D2M को अपनाने पर विचार किया जा रहा है।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

‘इमका अवॉर्ड्स’ के लिए आवेदन शुरू, चार जनवरी तक कर सकते हैं अप्लाई

आईआईएमसी एलुमनी एसोसिएशन (IIMCAA) ने दसवें ‘इमका अवॉर्ड्स’ के लिए ऑनलाइन आवेदन लेना शुरू कर दिया है।

Last Modified:
Tuesday, 25 November, 2025
iimcaa898

आईआईएमसी एलुमनी एसोसिएशन (IIMCAA) ने दसवें ‘इमका अवॉर्ड्स’ के लिए ऑनलाइन आवेदन लेना शुरू कर दिया है। इस बार खास बात यह है कि यह अवॉर्ड सिर्फ IIMC के पूर्व छात्रों के लिए नहीं, बल्कि सभी मीडिया प्रोफेशनल्स, यानी Non-IIMCians के लिए भी खुले हैं।

जारी की गई अधिसूचना के मुताबिक, चार जनवरी तक एंट्री भेजी जा सकती हैं। 1 जनवरी से 31 दिसंबर 2025 के दौरान अखबार, टीवी, रेडियो, डिजिटल में रिपोर्टिंग और विज्ञापन या जनसंपर्क के अभियानों के आधार पर कुल 13 कैटेगरी में आवेदन किया जा सकता है।

IIMCAA ने बताया कि इन अवॉर्ड्स का मकसद मीडिया और कम्युनिकेशन के क्षेत्र में बेहतरीन काम करने वाले लोगों को सम्मान देना और उनके बीच बेहतर जुड़ाव बनाना है। इस बार 2026 एडिशन तक पहुंचने पर संगठन ने इसे एक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताया।

कब तक के काम होंगे शामिल?

IIMCAA Awards 2026 में 1 जनवरी 2025 से 31 दिसंबर 2025 के बीच किए गए कामों को शामिल किया जाएगा।

कुल 13 कैटेगरी- 10 में कैश प्राइज

अवॉर्ड्स में कुल 13 कैटेगरी हैं। इनमें से 10 कैटेगरी में कैश प्राइज + ट्रॉफी + सर्टिफिकेट मिलेगा, जबकि बाकी 3 कैटेगरी में ट्रॉफी और सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।

मुख्य कैटेगरी में Journalist of the Year, Agriculture Reporter, PR Person, Ad Person, Producer, Indian Language Reporter आदि शामिल हैं।

इस बार नियमों में दो बड़े बदलाव

IIMCAA ने इस साल दो अहम बदलाव किए हैं—

  1. अब एक की जगह 3 न्यूज/शो/कैम्पेन जमा करने होंगे।

  2. लिखित निबंध की जगह अब वीडियो फॉर्मेट में एस्से अपलोड करना होगा।

शॉर्टलिस्टिंग और रिजल्ट

एंट्रीज की स्क्रीनिंग एक प्रतिष्ठित जूरी पैनल द्वारा की जाएगी। विजेताओं की घोषणा 28 फरवरी 2026 को दिल्ली में होने वाले Connections Meet में की जाएगा।

एंट्रीज

आवेदक केवल IIMCAA वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म भरकर अपना काम जमा कर सकते हैं।

आखिरी तारीख 

अवॉर्ड्स में शामिल होने के लिए एंट्री जमा करने की अंतिम तारीख 4 जनवरी 2026 रखी गई है।

नियम व शर्तों के साथ अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें-

https://iimcaa.org/iimcaa-awards-submission-2026/

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

प्रो. (डॉ.) के जी सुरेश 56वें आईएफएफआई गोवा में सम्मानित

उन्हें यह सम्मान “क्रिएटिव मेकर्स ऑफ टुमारो (सीएमओटी)” के ग्रेट ग्रैंड जूरी का सदस्य रहने के लिए दिया गया।

Last Modified:
Tuesday, 25 November, 2025
Pro. K G Suresh

वरिष्ठ पत्रकार और मीडिया शिक्षाविद् प्रो. (डॉ.) के जी सुरेश को गोवा में चल रहे 56वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में सोमवार को प्रकाश मगदूम, प्रबंध निदेशक, राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम तथा अजय नागभूषण, संयुक्त सचिव (फिल्म्स), सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार, द्वारा सम्मानित किया गया। उन्हें यह सम्मान “क्रिएटिव मेकर्स ऑफ टुमारो (सीएमओटी)” के ग्रेट ग्रैंड जूरी का सदस्य रहने के लिए दिया गया।

सीएमओटी दुनिया में युवा फिल्मकारों के लिए अपनी तरह का इकलौता मंच है। इस मौके पर ‘भारत पर्यावास केंद्र’ (इंडिया हैबिटेट सेंटर) के निदेशक के रूप में कार्यरत प्रो.सुरेश ने कहा कि सीएमओटी युवा फिल्मकारों को अपनी प्रतिभा और क्षमता साबित करने के लिए एक चुनौती और अवसर दोनों प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि चयनित सभी पांच फिल्मों ने सोशल मीडिया पोस्ट को वायरल करने के प्रति युवाओं के जुनून के नकारात्मक परिणामों को उजागर किया है और युवा फिल्मकारों द्वारा इस विषय के संवेदनशील चित्रण पर उन्होंने खुशी जताई।

प्रो. सुरेश इससे पहले राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों तथा इस प्रतिष्ठित महोत्सव के इंडियन पैनोरमा खंड की जूरी में भी रह चुके हैं। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए उन्होंने सिनेमा अध्ययन विभाग की स्थापना की थी। आईआईएमसी के महानिदेशक रहते हुए उन्होंने पुणे के एफटीआईआई के साथ मिलकर सिनेमेटोग्राफी, अभिनय, निर्देशन आदि में संयुक्त कार्यशालाओं का आयोजन किया था। वे पुणे के फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान तथा कोलकाता के सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान की संचालन परिषद के सदस्य भी रह चुके हैं।

वर्तमान में वे रोहतक के दादा लखमी चंद राज्य प्रदर्शन एवं दृश्य कला विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद के सदस्य हैं। इसके अलावा वे कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय फिल्म जूरियों के अध्यक्ष और सदस्य रह चुके हैं, जिनमें 2012 में संयुक्त राष्ट्र सभ्यताओं के गठबंधन एवं अंतरराष्ट्रीय प्रवासन संगठन द्वारा आयोजित ‘प्लुरल प्लस’ अंतरराष्ट्रीय युवा वीडियो महोत्सव की जूरी में शामिल होने वाले पहले भारतीय सदस्य का गौरव भी उन्हें प्राप्त है। उन्होंने सिनेमा और टेलीविजन पर कई शोध पत्र लिखे हैं जो प्रतिष्ठित राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

दिल्ली में होगा ‘ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमी फोरम 2026’, PM मोदी करेंगे संबोधित

13 से 15 अक्टूबर 2026 तक तीन दिवसीय इस आयोजन में दुनिया भर के प्रमुख राष्ट्राध्यक्ष, सरकारी अधिकारी, लीडर्स, वित्त विशेषज्ञ, इनोवेटर्स और विचारक शामिल होंगे।

Last Modified:
Tuesday, 25 November, 2025
BEF

आर्थिक और नीतिगत संवाद के लिए एक प्रमुख वैश्विक मंच ‘ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमी फोरम’ (Bloomberg New Economy Forum) का आठवां एडिशन  13 से 15 अक्टूबर 2026 को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। यह भारत में आयोजित होने वाला पहला फोरम होगा। तीन दिवसीय इस फोरम में दुनिया भर के प्रमुख राष्ट्राध्यक्ष, सरकारी अधिकारी, लीडर्स, वित्त विशेषज्ञ, इनोवेटर्स और विचारक शामिल होंगे। इस फोरम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संबोधित करेंगे।

‘ब्लूमबर्ग एलपी’ और ‘ब्लूमबर्ग फिलान्थ्रॉपिज’ के संस्थापक माइकल आर. ब्लूमबर्ग ने कहा, ‘भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है, इसलिए इसे अगले ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमी फोरम का मेजबान होना बिल्कुल सही है। फोरम के नेटवर्क को बढ़ाते हुए हम प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर दुनिया भर में सरकारों और व्यवसायों के बीच सहयोग को और प्रोत्साहित करने के लिए उत्साहित हैं।’

इसके साथ ही उनका कहना है, ’पिछले दशक में, न्यू इकोनॉमी फोरम वरिष्ठ निर्णयकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक स्थल बन गया है। पिछले पांच वर्षों तक सिंगापुर में सफलतापूर्वक आयोजित फोरम के बाद, जहां दुनिया ने तेजी से परिवर्तन देखा अब 2026 का फोरम भारत में आयोजित किया जाएगा। भारत एक उभरती हुई वैश्विक शक्ति है और वैश्विक व्यापार में इसका महत्वपूर्ण योगदान है।’

’ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमी फोरम’ के एडिटोरियल डायरेक्टर एरिक शैट्ज़कर ने कहा, ’हम न्यू इकोनॉमी फोरम को नई दिल्ली में आयोजित करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं। भारत का वैश्विक मंच पर प्रभाव इसे इस फोरम के लिए आदर्श बनाता है। बदलते व्यापारिक संबंधों और नए वैश्विक केंद्रों के उदय के इस समय में, भारत विकास, नवाचार और सहयोग की अगली दिशा तय करने में प्रमुख भूमिका निभाएगा।’ फोरम का आयोजन स्थल, कार्यक्रम की प्रमुख बातें और पंजीकरण संबंधी विवरण आने वाले महीनों में घोषित किए जाएंगे।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

नहीं रहीं सीनियर जर्नलिस्ट विभा कौल भट्ट

एक दिन पहले हुई थी हार्ट सर्जरी, मुंबई के लीलावती अस्पताल में ली अंतिम सांस

Last Modified:
Tuesday, 25 November, 2025
Vibha Kual

वरिष्ठ पत्रकार विभा कौल भट्ट का निधन हो गया है। लंबे समय से 'एबीपी न्यूज' (ABP News) से जुड़ी हुईं विभा कौल भट्ट को हाल ही में मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां एक दिन पहले ही उनकी हार्ट सर्जरी हुई थी। इसके बाद अचानक उनकी हालत बिगड़ गई और मंगलवार को उनका निधन हो गया।

विभा कौल भट्ट पत्रकारिता जगत में लगभग 25 सालों से सक्रिय थीं। उन्होंने विशेष रूप से एंटरटेनमेंट रिपोर्टिंग में अपनी पहचान बनाई थी और 'सास-बहू और साजिश' जैसे लोकप्रिय प्रोग्राम के निर्माण और विश्लेषण में अहम योगदान दिया था।

विभा कौल के निधन की खबर आते ही मीडिया जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। कई वरिष्ठ पत्रकारों, एंकरों और सहयोगियों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके पेशेवर समर्पण, सौम्य व्यवहार और ईमानदार पत्रकारिता को याद किया।

वरिष्ठ पत्रकार और ‘TAK’ चैनल्स के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर विभा कौल को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है, ‘सुबह पता चला , अब तक यकीन नहीं हो रहा. विभा कौल भट्ट को विनम्र श्रद्धांजलि. ABP न्यूज़ के शो सास बहू और साज़िश की कर्ता धर्ता रहीं थीं. कल लीलावती अस्पताल में सर्जरी हुई थी, आज सुबह निधन हुआ।’

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

गुवाहाटी में महिला एंकर की ऑफिस में मौत, 5 दिसंबर को होने वाली थी शादी

असम के गुवाहाटी से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। 27 साल की महिला न्यूज एंकर ऋतु मोनी रॉय अपने ऑफिस में मृत मिलीं।

Last Modified:
Tuesday, 25 November, 2025
RituMoniRoy7985

असम के गुवाहाटी से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। 27 साल की महिला न्यूज एंकर ऋतु मोनी रॉय अपने ऑफिस में मृत मिलीं। उनका शव न्यूज रूम के भीतर पंखे से लटका हुआ पाया गया और पुलिस को वहां से एक सुसाइड नोट भी मिला है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक ऋतु मोनी की शादी 5 दिसंबर को होने वाली थी और वह इसकी तैयारियों में लगी थीं। लेकिन परिवार को शक है कि शायद आर्थिक तनाव की वजह से उन्होंने ये कदम उठाया।

यह घटना सोमवार सुबह की बताई जा रही है। ऋतु मोनी गुवाहाटी के क्रिश्चियन बस्ती इलाके में स्थित एक लोकल न्यूज पोर्टल में काम करती थीं। जिन दिनों घर में शादी की खुशी होनी चाहिए थी, उन दिनों अब मातम पसर गया है।

पुलिस ने बताया कि ऑफिस में ही उनका शव मिला और मौके से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच शुरू कर दी है।

शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस का कहना है कि असली वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही साफ होगी।

सुसाइड नोट में ऋतु मोनी ने लिखा है कि उन्होंने ये फैसला सबकी खुशी के लिए लिया और लिखा कि वे उसके बिना अच्छे से रहें और उसे माफ कर दें।

इस घटना के बाद मीडिया इंडस्ट्री में मानसिक तनाव और काम के दबाव को लेकर फिर से चर्चाएं शुरू हो गई हैं। उनके साथियों ने बताया कि ऋतु मोनी बेहद प्रतिभाशाली और मेहनती थीं और अपनी शादी को लेकर बहुत खुश थीं।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

एकनाथ शिंदे का बड़ा बयान: देवेंद्र फडणवीस से मतभेद नहीं, मीडिया TRP के लिए फैला रही अफवाह

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को अक्कलकोट में कहा कि उनके और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच कोई मतभेद नहीं है।

Last Modified:
Monday, 24 November, 2025
EknathShinde4512

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रविवार को अक्कलकोट में कहा कि उनके और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने मीडिया पर आरोप लगाया कि केवल TRP बढ़ाने के लिए झूठा माहौल बनाया जा रहा है।

शिंदे सोलापुर में नगर परिषद चुनावों के लिए रैलियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ना दोनों पार्टियों के बीच दुश्मनी का संकेत नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया, "यह एक स्थानीय चुनाव है। हम लोकसभा में नरेंद्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री देखने के लिए साथ थे, विधानसभा में महायुति के लिए। स्थानीय चुनाव में पार्टी के कार्यकर्ता भावनात्मक होते हैं और लड़ना चाहते हैं।"

उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना का दुश्मन BJP नहीं बल्कि MVA (महाविकास आघाडी) है, और भविष्य में भी यही रहेगा। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे और फडणवीस सार्वजनिक कार्यक्रमों में एक-दूसरे को अनदेखा कर रहे हैं, तो शिंदे ने जवाब दिया, "मीडिया ऐसे सवाल खुद बनाती है और जवाब भी खोजती है। सब कुछ बनाकर ब्रेकिंग न्यूज बना देते हैं। यह सब TRP के लिए होता है। अब उन्हें ऐसा करना बंद करना चाहिए।"

शिंदे ने यह भी कहा कि उनका "रावण" और "अहंकारी" वाला बयान BJP के लिए नहीं, बल्कि शिवसेना (UBT) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे और उनके साथियों के लिए था। उन्होंने कहा, "हर कोई जानता है कि रावण कौन है और अहंकारी कौन। गरीब किसान के बेटे से मुख्यमंत्री बने; इसे कौन पचा नहीं पा रहा है? घर बैठे लोग जनता की समस्याओं को नहीं समझ सकते। जब मैं मुख्यमंत्री बना, तब शिवसेना (UBT) नेताओं को पेट में दर्द हुआ। वही रावण और अहंकारी हैं।" 

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

पत्रकारिता समाज को जागरूक करने और बदलाव लाने का सबसे सशक्त माध्यम: हरिवंश नारायण सिंह

वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने ‘साहित्य आजतक’ में पब्लिक, पॉलिटिक्स और पत्रकारिता की चुनौतियों पर खुलकर रखी अपनी बात

Last Modified:
Sunday, 23 November, 2025
Sahitya AajTak Harivansh Singh

दिल्ली में साहित्य के सितारों का महाकुंभ यानी साहित्य आजतक 2025 जारी है। 21 से 23 नवंबर तक नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न साहित्यिक सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें कला, साहित्य और संगीत के क्षेत्र की शख्सियत समेत तमाम राजनीतिक दिग्गज भी शामिल हो रहे हैं।

कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को ‘साहित्य आजतक’ में वरिष्ठ पत्रकार और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने भी शिरकत की। इस दौरान पब्लिक, पॉलिक्टिस और पत्रकारिता की चुनौतियां-सत्र में उन्होंने अपने पत्रकारिता करियर की शुरुआत से लेकर राजनीतिक सफर को लेकर चर्चा की। इस मौके पर हरिवंश नारायण सिंह का कहना था कि राजनीति समाज को दिशा देने वाली सबसे महत्वपूर्ण कला है, जिसे समझना और उसका अध्ययन करना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि राजनीति का असल उद्देश्य सामाजिक परिवर्तन है, और यदि राजनीति सफल होती है तो शासन-व्यवस्था भी प्रभावी ढंग से काम करती है। उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि हाथरस और लखीमपुर खीरी जैसे मुद्दों पर जनता की राजनीतिक समझ धीरे-धीरे विकसित होती है और पब्लिक एजुकेशन एक सतत प्रक्रिया है।

पत्रकारिता पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि हर दौर की चुनौतियां अलग होती हैं, लेकिन पत्रकारिता हमेशा समाज को जागरूक करने का सबसे मजबूत माध्यम रही है। जयप्रकाश आंदोलन से प्रभावित होकर पत्रकारिता में आए हरिवंश ने बताया कि युवा पत्रकार के रूप में उनका लक्ष्य हमेशा रहा कि मीडिया सामाजिक बदलाव में सकारात्मक भूमिका निभाए।

हरिवंश ने कहा कि पॉलिटिक्स और साहित्य दोनों मिलकर समाज को दिशा देते हैं, और आज भी राजनीति से ऊपर साहित्य की भूमिका अधिक व्यापक है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के एक कार्यक्रम का उदाहरण देते हुए कहा कि पॉलिटिक्स एक कला है, जिसको हमने नजरअंदाज किया है। हरिवंश नारायण सिंह का कहना था, ‘मैं मानता हूं कि पॉलिटिक्स समाज को चेंज करने का तरीका है और पत्रकारिता लोगों को इनफॉर्म करके सजग बनाने और जागरूक बनाने का सबसे बड़ा सशक्त माध्यम है।’

कार्यक्रम के बाद हरिवंश नारायण सिंह ने सोशल मीडिया पर भी अपनी भावनाएं साझा कीं।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उन्होंने लिखा है, ‘कल (22 नवंबर) का दिन यादगार रहा. इंडिया टुडे ग्रुप की ओर से आयोजित होनेवाले साहित्य और संस्कृति के सालाना उत्सव 'साहित्य आज तक' में जाने का अवसर मिला. उत्सव के दो आयोजनों में सहभागी बना. पहला आयोजन अंजना ओम कश्यप जी से संवाद का था. दूसरा अवसर, साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करनेवाले ज्ञानी—गुणी जनों के सम्मान का. 'इंडिया टुडे' के साहित्य वार्षिकी के लोकार्पण का भी अवसर मिला. ऐसे विशेष सार्थक आयोजन के लिए इंडिया टुडे ग्रुप को बधाई और हमें आमंत्रित करने के लिए हार्दिक आभार.’

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

‘अमर उजाला’ में समाचार संपादक डॉ. संजय सिसोदिया का निधन

करीब छह महीने पहले उनके पैंक्रियाज में कैंसर की पुष्टि हुई थी। पिछले चार दिनों से वह दिल्ली ‘एम्स’ में भर्ती थे, जहां शुक्रवार शाम करीब 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

Last Modified:
Saturday, 22 November, 2025
Sanjay Shishodia

वरिष्ठ पत्रकार और हिंदी दैनिक ‘अमर उजाला’ में समाचार संपादक डॉ. संजय सिसोदिया का निधन हो गया है। वह महज 49 साल के थे औऱ फिलहाल नोएडा में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। 

मिली जानकारी के अनुसार, करीब छह महीने पहले उनके पैंक्रियाज में कैंसर की पुष्टि हुई थी। पिछले चार दिनों से वह दिल्ली स्थित ‘एम्स’ (All India Institute Of Medical Sciences) में भर्ती थे, जहां शुक्रवार शाम करीब 4 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली।

परिजनों के अनुसार, डॉ. संजय सिसोदिया की पार्थिव देह शनिवार सुबह करीब छह बजे एम्स से घूकना स्थित निवास पर लाई जाएगी। घूकना स्थित घर से अंतिम यात्रा 11 बजे हिंडन श्मशान घाट के लिए निकलेगी, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

संजय सिसोदिया के निधन पर तमाम पत्रकारों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है। अपने शोक संदेश में उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने और शोक संतप्त परिजनों को यह भीषण दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।  

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

‘कश्मीर टाइम्स’ कार्यालय पर 'SIA' का छापा : कारतूस बरामद

जम्मू-कश्मीर की SIA ने ‘कश्मीर टाइम्स’ के कार्यालय पर छापा मारकर कारतूस और अन्य सामग्री बरामद की, जबकि अख़बार प्रबंधन ने इसे स्वतंत्र प्रेस को दबाने की कोशिश बताया।

Last Modified:
Thursday, 20 November, 2025
kashmirtimes

जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्टेट इंवेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) ने गुरुवार को 'कश्मीर टाइम्स' के जम्मू कार्यालय पर छापेमारी की। एजेंसी ने प्रकाशन के प्रवर्तकों के खिलाफ देशविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप में केस दर्ज किया है। छापे के दौरान SIA ने कार्यालय की विस्तृत तलाशी लेते हुए AK राइफल के कारतूस, पिस्तौल के कुछ राउंड, साथ ही हैंड ग्रेनेड पिन और अन्य संदिग्ध सामग्री जब्त की।

अधिकारियों के अनुसार, बरामद सामान की जांच जारी है और प्रकाशन के प्रबंधकों से पूछताछ की जा सकती है। दूसरी ओर, ‘कश्मीर टाइम्स’ प्रबंधन ने इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की है। संपादक प्रबोध जामवाल और अनुराधा भसीन ने संयुक्त बयान में कहा कि 'हमारे खिलाफ लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं और एक स्वतंत्र मीडिया संस्थान को चुप कराने की कोशिश है।'

उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार पर सवाल उठाना देश के खिलाफ होना नहीं है, बल्कि लोकतंत्र को मजबूत करने की प्रक्रिया का हिस्सा है। प्रबंधन ने कहा कि आरोप 'डराने और बदनाम करने की रणनीति' हैं, लेकिन अखबार अपनी आवाज़ को दबने नहीं देगा।

इस बीच, उपमुख्यमंत्री सुरिंदर सिंह चौधरी ने कहा कि कार्रवाई तभी होनी चाहिए जब आरोप साबित हों, न कि दबाव बनाने के उद्देश्य से। उन्होंने कहा कि 'पत्रकारिता को स्वतंत्र माहौल मिलना चाहिए और सच लिखने वालों पर दबाव नहीं डाला जाना चाहिए।' साथ ही उन्होंने एजेंसियों से समान मानकों पर कार्रवाई करने की बात कही।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए

252 करोड़ के ड्रग्स केस में मुंबई पुलिस ने सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ओरी को भेजा समन

मुंबई पुलिस ने 252 करोड़ रुपये के बड़े ड्रग्स केस में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी को पूछताछ के लिए तलब किया है।

Last Modified:
Thursday, 20 November, 2025
Orry5421

मुंबई पुलिस ने 252 करोड़ रुपये के बड़े ड्रग्स केस में सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर ओरहान अवात्रामणि उर्फ ओरी को पूछताछ के लिए तलब किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्हें गुरुवार सुबह 10 बजे एंटी-नारकोटिक्स सेल की घाटकोपर यूनिट के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।  

क्यों हो रही है पूछताछ?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस को शक है कि आरोपी मोहम्मद सलीम मोहम्मद सुहैल शेख, जो पिछले महीने दुबई से डिपोर्ट होकर आया था, कई हाई-प्रोफाइल पार्टियों का आयोजन करता था। पुलिस का कहना है कि इन पार्टियों में कई फिल्म और फैशन इंडस्ट्री से जुड़े लोग शामिल होते थे। शेख की बयानबाजी में कुछ नाम सामने आए हैं, जिनमें नोरा फतेही, श्रद्धा कपूर, रैपर लोका, अब्बास-मस्तान, ओरी और NCP नेता जीशान सिद्दीकी भी बताए गए हैं।

क्या है पूरा मामला?

यह केस मार्च 2024 का है, जब पुलिस ने महाराष्ट्र के सांगली जिले के एक फार्महाउस पर बनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट से 126 किलो से ज्यादा मेफेड्रोन (MD ड्रग) जब्त किया था। इसकी कीमत करीब 252 करोड़ रुपये बताई गई थी।

सोमवार को पुलिस ने इस केस में शेख की कस्टडी हासिल की। वह इस समय एंटी-नारकोटिक्स सेल की पूछताछ में है। शेख ने दावा किया था कि वह देश और विदेश में फिल्मी सितारों, मॉडल्स और गैंगस्टर्स के लिए रेव पार्टियां आयोजित करता था।

कैसे पकड़ा गया शेख?

पुलिस ने बताया कि अगस्त में 995 ग्राम MD जब्त किए जाने के बाद जब जांच आगे बढ़ी तो शेख का नाम सामने आया। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था। कुछ सप्ताह पहले वह UAE में पकड़ा गया और फिर मुंबई पुलिस की कोशिशों के बाद भारत भेजा गया। पुलिस के मुताबिक शेख पर पहले से ही चार ड्रग्स केस दर्ज हैं। ओरी से पूछताछ इसी कड़ी का हिस्सा है।

न्यूजलेटर पाने के लिए यहां सब्सक्राइब कीजिए