जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ बीजेपी के विरोध प्रदर्शन की कवरेज कर रहे दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार राकेश शर्मा पर कथित रूप से हमला किया गया।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ बीजेपी के विरोध प्रदर्शन की कवरेज कर रहे दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार राकेश शर्मा पर कथित रूप से हमला किया गया। इस घटना के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पत्रकार संगठनों ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें पत्रकार पर खुलेआम हमला होते हुए देखा जा सकता है।
राकेश शर्मा के अनुसार, वह कालिबाड़ी चौक पर बीजेपी विधायकों देविंदर मण्याल, राजीव जसरोटिया और भारत भूषण के नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन की रिपोर्टिंग कर रहे थे। इसी दौरान बीजेपी कार्यकर्ता हिमांशु शर्मा ने पत्रकारों पर "देशविरोधी भाषा बोलने" का आरोप लगाया। दरअसल, पत्रकारों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए थे, जो कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आती है।
राकेश शर्मा ने बताया कि विधायक मण्याल शांतिपूर्वक जवाब दे रहे थे और उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर आतंकियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग करेंगे। लेकिन जब पत्रकारों ने यह सवाल किया कि क्या पहलगाम हमला और कठुआ में घुसपैठ सरकार की विफलता नहीं है, तो वहां मौजूद कुछ बीजेपी पदाधिकारी भड़क उठे।
इस दौरान पत्रकारों ने विरोध जताया और कार्यक्रम का बहिष्कार कर बाहर आ गए। लेकिन तभी हिमांशु शर्मा और उनके साथियों– रविंदर सिंह, अश्वनी शर्मा, मंजीत सिंह, टोनी और प्रवीण चुना ने सार्वजनिक रूप से राकेश शर्मा पर हमला कर दिया।
राकेश शर्मा को मौके पर मौजूद डीएसपी रविंदर सिंह ने भीड़ से बचाया और तुरंत सरकारी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया।
घटना के बाद वरिष्ठ पत्रकारों के एक समूह ने कठुआ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शोभित सक्सेना से मुलाकात कर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की।
इस घटना के विरोध में पत्रकारों ने शाम को कठुआ के शहीदी चौक पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया और ऐलान किया कि जब तक पार्टी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती, वे बीजेपी के किसी भी कार्यक्रम की कवरेज नहीं करेंगे। जम्मू प्रेस क्लब के बाहर भी पत्रकारों ने एकजुटता दिखाते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
इस बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि राकेश शर्मा का 'अपराध' सिर्फ इतना था कि उन्होंने आतंकवाद से जुड़े सुरक्षा सवाल पूछ लिए। पीसीसी के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने बयान में कहा, "अब सवाल पूछना भी अपराध बन गया है। इससे शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता कि एक राष्ट्रीय अखबार का वरिष्ठ पत्रकार भी अब सुरक्षित नहीं है।"
उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से घटना पर माफी मांगने और आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है।
पत्रकारों पर इस तरह के हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर में पत्रकारिता जगत में गहरी चिंता और आक्रोश का माहौल है। सभी की एक ही मांग है– दोषियों को बख्शा न जाए।
मैथिली साहित्य में उनके योगदान, विशेषकर उनकी कविताएं और ‘मुक्ति प्रसंग’ के अनुवाद — उन्हें हमेशा स्मरणीय बनाए रखेंगे।
जाने-माने कवि और ‘जनमत’ के पूर्व संपादक अग्निपुष्प का निधन हो गया है। उन्होंने तीन मई को कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में अंतिम सांस ली।
अग्निपुष्प, दरभंगा के तरौनी गांव (जो बाबा नागार्जुन का भी पैतृक स्थान है) से ताल्लुक रखते थे। वे नक्सलबाड़ी किसान आंदोलन और उस दौर के युवा उभार से प्रेरित होकर सीपीआई(एमएल) से जुड़े। पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने दरभंगा में कार्य किया और फिर पटना स्थानांतरित हो गए, जहां उन्होंने अरविंद कुमार के साथ मिलकर पार्टी के प्रकाशन विभाग को सुदृढ़ करने में अहम भूमिका निभाई।
वे ‘समकालीन जनमत’ के संपादक रहे और 'संवाद' जैसी काव्य-पत्रिका का संपादन भी किया। इसके अलावा मैथिली साहित्य में उनके योगदान, विशेषकर उनकी कविताएं और ‘मुक्ति प्रसंग’ के अनुवाद — उन्हें हमेशा स्मरणीय बनाए रखेंगे।
अग्निपुष्प के निधन पर उनके तमाम परिचितों और शुभचिंतकों ने शोक जताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी है और ईश्वर से शोक संतप्त परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
वरिष्ठ मीडिया प्रोफेशनल सुनील थपलियाल ने ‘अमर उजाला’ समूह के दिवंगत प्रबंध निदेशक अतुल माहेश्वरी की जयंती (तीन मई) पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
वरिष्ठ मीडिया प्रोफेशनल सुनील थपलियाल ने ‘अमर उजाला’ समूह के दिवंगत प्रबंध निदेशक अतुल माहेश्वरी की जयंती (तीन मई) पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए अगस्त 1990 की एक स्मृति का उल्लेख किया, जब मुंबई के ताज होटल में आयोजित तीन दिवसीय वीडियो मार्केटिंग प्रजेंटेशन के दौरान उन्होंने माहेश्वरी जी के साथ समय बिताया था। इस दौरान ली गई एक तस्वीर को उन्होंने ‘जीवन की अविस्मरणीय धरोहर’ बताया।
गौरतलब है कि अतुल माहेश्वरी जी हिंदी पत्रकारिता के उन विरले व्यक्तित्वों में शुमार रहे, जिनका जीवन पूरी तरह पत्रकारिता के उच्च आदर्शों और सामाजिक सरोकारों को समर्पित रहा। वह ‘अमर उजाला’ के संस्थापक मुरारीलाल माहेश्वरी के मार्गदर्शन में मीडिया क्षेत्र में आए और समूह को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। सहज, सौम्य और कर्मठ अतुल जी ने 'अमर उजाला' को केवल एक अखबार नहीं, बल्कि एक जन आंदोलन की शक्ल दी। उनका मानना था कि पत्रकारिता सिर्फ व्यवसाय नहीं, एक मिशन है। उनके योगदान को न केवल पाठकों, बल्कि उनके सहकर्मियों ने भी सदा सराहा। उनका असमय निधन पत्रकारिता जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति साबित हुआ।
दिल्ली की एक अदालत ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी को नोटिस जारी किया है। 8 मई को अगली सुनवाई होगी।
नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान लेते हुए दोनों के खिलाफ नोटिस जारी किया है। स्पेशल जज विशाल गोगने ने कहा कि चार्जशीट पर संज्ञान लेने के समय सोनिया गांधी और राहुल गांधी को अपना पक्ष रखने का अधिकार है।
कोर्ट ने कहा कि आरोपियों को नोटिस आज शाम तक भेज दी जाए। अब इस मामले की अगली सुनवाई 8 मई को होगी। आपको बता दें, हाल में इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आरोपपत्र दाखिल किया था। 2021 में ईडी ने अपनी जांच शुरू की थी।
इस मामले की शिकायत 26 जून 2014 को भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा की गई थी। जिसके बाद एक मजिस्ट्रेट अदालत ने इस मामले पर संज्ञान लिया था। नेशनल हेराल्ड मामला मनी लॉन्ड्रिंग और वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ा केस है। नेशनल हेराल्ड अखबार और उसकी मूल कंपनी एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के इर्द-गिर्द है।
उत्कृष्ट फोटो पत्रकारों को सम्मानित करने के लिए ‘नेशनल फोरम ऑफ फोटो जर्नलिस्ट्स’ की ओर से यह कार्यक्रम 26 अप्रैल को नेपाल में आयोजित किया गया।
नेपाल के फोटो पत्रकारों के सम्मान में हर साल आयोजित होने वाला प्रतिष्ठित ‘नेशनल फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड 2025’ इस बार 26 अप्रैल को राजधानी काठमांडू के पास होटल हिमालय, ललितपुर में आयोजित किया गया। फोटो पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पत्रकारों को नई पहचान देने और सम्मानित करने के लिए ‘नेशनल फोरम ऑफ फोटो जर्नलिस्ट्स’ (NFPJ) की ओर से यह कार्यक्रम 26 अप्रैल (शनिवार) को दोपहर 2 बजे से होटल हिमालय, कुपोंडोल, ललितपुर में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नेपाल के प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष देवराज घिमिरे और विशेष अतिथि के रूप में ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्री दीपक खड्का सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इस समारोह में आठ श्रेणियों में उत्कृष्ट फोटो पत्रकारों को सम्मानित किया गया। NFPJ ने विभिन्न श्रेणियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे और प्रत्येक श्रेणी में पांच नामांकनों में से एक विजेता का चयन किया गया।
मुख्य अतिथि देवराज घिमिरे ने कहा कि फोटो पत्रकारिता लोकतांत्रिक समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो राष्ट्र की सच्ची तस्वीर प्रस्तुत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उन्होंने फोटो पत्रकारों द्वारा भ्रामक संदेशों को खारिज करने और देश की वास्तविकता को उजागर करने के योगदान की सराहना की। घिमिरे ने हाल ही में 29 मार्च को फोटो पत्रकार सुरेश रजक की दुखद मृत्यु का जिक्र करते हुए फोटो पत्रकारिता के जोखिम भरे स्वरूप को रेखांकित किया। उन्होंने भविष्य में इस क्षेत्र की चुनौतियों को संबोधित करने की प्रतिबद्धता भी जताई।
विशेष अतिथि दीपक खड्का ने फोटो पत्रकारों की निष्पक्षता और सच्चाई को उजागर करने के उनके कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि शब्दों को तोड़-मरोड़ किया जा सकता है, लेकिन फोटो पत्रकारिता में गलत सूचनाओं को निष्पक्षता के साथ खारिज करने की शक्ति है। खड्का ने फोटो पत्रकारिता को दृश्य और श्रव्य माध्यम के रूप में व्यक्तिगत जोखिम के साथ सूचना प्रदान करने वाला एक शक्तिशाली माध्यम बताया।
सम्मानित फोटो पत्रकार और उनकी श्रेणियां
नेपाल टेलीकॉम डेली लाइफ फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: दीपेंद्र ढुंगाना (नया पत्रिका)
पंचकन्या ग्रुप वूमेन फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: कविता थापा (गोरखापत्र दैनिक)
सूर्यज्योति लाइफ इंश्योरेंस पॉलिटिकल फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: स्कंद गौतम (द हिमालयन टाइम्स)
डिश होम इंटरनेट स्पोर्ट्स फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: उदिप्त सिंह छेत्री
कृषि विकास बैंक फ्रीलांस फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: राजीव हेंगजु (नेपाली सेना के फोटो पत्रकार)
एडवेंचर आउटडोर टूरिज्म एंड कल्चर फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: मनोज रत्न शाही (गोरखापत्र ऑनलाइन)
राष्ट्रीय वाणिज्य बैंक एंटरटेनमेंट फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: अभिषेक महर्जन (अन्नपूर्णा पोस्ट दैनिक)
ग्लोबल आईएमई बैंक इकॉनमिक फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: चंद्र बहादुर आले (अनलाइनखबर)
प्रांतीय स्तर पर सम्मानित फोटो पत्रकार
गुर्खा फाइनेंस कोशी प्रोविंस फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड: सुजन बज्राचार्य (राष्ट्रीय समाचार समिति, संखुवासभा)
मधेश प्रोविंस अवॉर्ड: राम सर्राफ (यात्रा दैनिक)
बागमती प्रोविंस अवॉर्ड: नवीन पौडेल (राष्ट्रीय समाचार समिति)
गंडकी प्रोविंस अवॉर्ड: प्रेम थापा (परिचय दैनिक)
लुंबिनी प्रोविंस अवॉर्ड: माधव प्रसाद अर्याल (कान्तिपुर दैनिक)
कर्णाली प्रोविंस अवॉर्ड: अमृत कुमार बुढाथोकी (हिमalaya टेलीविजन)
सुदूरपश्चिम प्रोविंस अवॉर्ड: लोकेश साउद
विशेष सम्मान और पुरस्कार
इस अवसर पर वरिष्ठ फोटो पत्रकार देवेंद्र मान सिंह को फोटो पत्रकारिता में उनके आजीवन योगदान के लिए ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया। साथ ही, संगठन के आजीवन सदस्य (स्वर्गीय) चुंगबा शेरपा को मरणोपरांत विशेष सम्मान प्रदान किया गया। इसके अलावा, नेशनल फोटो जर्नलिस्ट्स इमरजेंसी रिलीफ फंड में योगदान देने वाले विभिन्न परोपकारी व्यक्तियों और शुभचिंतकों को प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए।
निर्णायक मंडल
‘पांचवां नेशनल फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड 2025’ के लिए निर्णायक मंडल की अध्यक्षता प्रदीपराज वन्त ने की। इसमें वरिष्ठ फोटो पत्रकार शैलेंद्र खरेल, नेपाल पर्यटन बोर्ड के वरिष्ठ प्रबंधक सूर्य थपलिया, सूर्यज्योति लाइफ इंश्योरेंस के ब्रांडिंग और संचार प्रमुख मेघेंद्र प्रकाश गिरी, प्रज्ञा वास्तुकला और रचनात्मक कला विभाग के प्रमुख सौरगंगा दर्शनधारी, और देश संचार के सह-संपादक मनोज दहाल शामिल थे।
इस कार्यक्रम की खास झलकियां आप यहां देख सकते हैं।
पार्थिप को डिजिटल मीडिया में दो दशकों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने देश के वेडिंग मीडिया परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
‘वेडिंगसूत्र डॉट कॉम’ (WeddingSutra.com) के सह-संस्थापक और सीईओ पार्थिप त्यागराजन (Parthip Thyagarajan) के लिए आज का दिन काफी खास है। दरअसल, आज पार्थिप त्यागराजन का जन्मदिन है। उन्होंने डिजिटल मीडिया और नेतृत्व के क्षेत्र में अभूतपूर्व सफलता और योगदान दिया है।
पार्थिप को डिजिटल मीडिया में दो दशकों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने देश के वेडिंग मीडिया परिदृश्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पार्थिप ने अपने करियर की शुरुआत ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ (The Times Of India) ग्रुप में असिस्टेंट मैनेजर (मार्केटिंग) के रूप में की थी। मार्च 2000 में उन्होंने वेडिंगसूत्र डॉट कॉम की सह-स्थापना की। पिछले 25 वर्षों में, वेडिंगसूत्र भारत की अग्रणी वेडिंग मीडिया कंपनी बन गई है और नए जोड़ों के लिए एक भरोसेमंद और प्रेरणादायक प्लेटफॉर्म के रूप में उभरी है।
पार्थिप के नेतृत्व में वेडिंगसूत्र न केवल शादी के जोड़ों के लिए प्रमुख ऑनलाइन डेस्टिनेशन बन चुका है, बल्कि इसने 'WS Engage' जैसे महत्वपूर्ण प्लेटफार्म्स को भी स्थापित किया है। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो लग्जरी इवेंट्स सेक्टर के बेहतरीन वेंडर्स और अन्य स्टेकहोल्डर्स को आपस में जोड़ता है। पार्थिप का कार्य विभिन्न अंतरराष्ट्रीय पर्यटन बोर्ड्स, होटल चेन, लाइफस्टाइल ब्रैंड्स और वेडिंग ईकोसिस्टम के बीच सहयोग को बढ़ावा देना रहा है, जिससे इनोवेशन और आपसी सहयोग को नई दिशा मिली है।
प्रबंधन विकास संस्थान (MDI), गुरुग्राम और सिडेनहैम कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स के पूर्व छात्र पार्थिप की स्ट्रैटिजक विजन और इंडस्ट्री की गहरी समझ ने वेडिंग और लग्जरी इवेंट्स इंडस्ट्री में नई ऊंचाइयों को छुआ है। उनके योगदान ने कई नए मानक स्थापित किए हैं, जो आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र के विकास में सहायक होंगे।
पार्थिप के जन्मदिन के इस खास मौके पर हम मीडिया और इवेंट्स जगत में उनके दीर्घकालिक योगदान की सराहना करते हैं और उन्हें निरंतर सफलता, विकास और नए मुकाम हासिल करने की शुभकामनाएं देते हैं।
छाती में दर्द और असहजता महसूस होने पर उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया, जहां अब उनकी हालत स्थिर है और ठीक हो रही है।
मीडिया इंडस्ट्री में जाने-माने नाम और ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया’ (SPNI) में एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (सेल्स) संदीप मेहरोत्रा की 22 अप्रैल को काम करते हुए अचानक तबीयत खराब हो गई।
बताया जाता है कि मंगलवार को अचानक काम करते हुए उन्हें छाती में दर्द और असहजता महसूस हुई। तत्काल ही उन्हें कोकिलाबेन अस्पताल ले जाया गया, जहां अब उनकी हालत स्थिर है और ठीक हो रही है।
संदीप मेहरोत्रा को मीडिया और मार्केटिंग के क्षेत्र में तीन दशकों का अनुभव है। उन्होंने सोनी पिक्चर्स में सेल्स इनोवेशन को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई है।
इससे पहले वह ‘बेनेट कोलमैन एंड कंपनी लिमिटेड’ (BCCL) में भी लीडरशिप भूमिकाओं में कार्यरत थे। डिजिटल कंटेंट स्ट्रेटेजी, ब्रैंड मोनेटाइजेशन और बेहतर टीम तैयार करने में उन्हें महारत हासिल है। इंडस्ट्री से जुड़े सहयोगियों और शुभचिंतकों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
हरि जयसिंह का अंतिम संस्कार गुरुग्राम में सेक्टर 17-ए के अतुल कटारिया चौक स्थित श्मशान घाट पर 23 अप्रैल की शाम साढ़े पांच बजे होगा।
जाने-माने पत्रकार और ‘द ट्रिब्यून’ (The Tribune) के पूर्व संपादक (Editor-In-Chief) हरि जयसिंह का निधन हो गया है। वह करीब 85 साल के थे और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। हरि जयसिंह इन दिनों गुरुग्राम में रहते थे, जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली। हरि जयसिंह के परिवार में पत्नी, बेटी और एक बेटा हैं।
हरि जयसिंह का अंतिम संस्कार गुरुग्राम में सेक्टर 17-ए के अतुल कटारिया चौक स्थित श्मशान घाट पर 23 अप्रैल की शाम साढ़े पांच बजे होगा।
बता दें कि हरि जयसिंह ने ‘The Tribune’ अखबार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह करीब नौ वर्षों तक ‘The Tribune’ के संपादक रहे थे। उनका जन्म 29 मार्च 1940 को कराची, पाकिस्तान में हुआ था और उन्होंने अपनी शिक्षा कोलकाता में प्राप्त की।
हरि जयसिंह ने ‘द ट्रिब्यून’ के अलावा ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ (The Indian Express) और ‘नेशनल हेराल्ड’ (National Herald) जैसे प्रमुख समाचार पत्रों में भी वरिष्ठ पदों पर कार्य किया था। अपनी पत्रकारिता के दौरान उन्होंने भारतीय राजनीति और वैश्विक घटनाओं पर गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया। इसके अलावा, उन्होंने ‘Morning Telegraph’ और ‘The Guardian’ (लंदन) जैसे अंतरराष्ट्रीय प्रकाशनों में भी योगदान दिया था।
वह दो किताबें ‘Pitfalls of Indian Democracy- Bapu to Anna’ और ‘India after Indira: The turbulent years, 1984-1989’ भी लिख चुके थे।
हरि जयसिंह के निधन पर तमाम शुभचिंतकों व उनके साथ काम कर चुके लोगों ने अपनी श्रद्धांजलि दी है। पूर्व में हरि जयसिंह के पर्सनल सेक्रेट्री रह चुके पूरन चंद्र जोशी ने कहा है, ‘वह एक बहुत ही मेहनती और ईमानदार संपादक थे। वह एक सच्चे सज्जन, पूर्णत: पेशेवर, ग्रेट लीडर और अद्भुत इंसान थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे। उनके परिवार, मित्रों और सभी संबंधियों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं। ॐ शांति।’
मनमोहन सिंह इन दिनों एक पीआर एजेंसी में काम कर रहे थे। घटना के दौरान मनमोहन सिंह की पत्नी मायके में थीं और घर पर सिर्फ तीन साल का बेटा था।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ से वरिष्ठ पत्रकार मनमोहन सिंह की मौत की खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मनमोहन सिंह ने लखनऊ के इंदिरा नगर स्थित आवास पर मंगलवार को फांसी लगाकर आत्महत्या की है। मनमोहन सिंह इन दिनों एक पीआर एजेंसी में काम कर रहे थे। घटना के दौरान मनमोहन सिंह की पत्नी मायके में थीं और घर पर सिर्फ तीन साल का बेटा था।
सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से मनमोहन सिंह को राम मनोहर लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। फोरेंसिक टीम ने मौके पर छानबीन की है। पुलिस का कहना है कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है। पुलिस के अनुसार, इस मामले में परिजनों की ओर से यदि कोई तहरीर दी जाती है तो मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर भी जांच की जाएगी।
मनमोहन सिंह की मौत पर ‘इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन’ (IIMC) ने एक ट्वीट पर अपना दुख जताया है और उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है। अपने ट्वीट में ‘आईआईएमसी’ ने लिखा है, ‘भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) को हमारे सम्मानित पूर्व छात्र मनमोहन सिंह (ईजे, दिल्ली | सत्र 2009-10) के असामयिक निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ है। यह दुखद समाचार लखनऊ से प्राप्त हुआ। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवार और मित्रों के साथ हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।’
IIMC is deeply saddened to learn about the untimely demise of our esteemed alumnus, Manmohan Singh (EJ, Delhi | Batch of 2009–10), in Lucknow. Our thoughts and prayers are with his family and friends during this difficult time. May his soul rest in peace. pic.twitter.com/mIpUX5Yi3F
— Indian Institute of Mass Communication (@IIMC_India) April 22, 2025
इसी के साथ ‘IIMC Alumni Association’ ने भी मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताते हुए उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी है। अपने ट्वीट में ‘IIMCAA’ ने लिखा है, ‘टीम IIMCAA को हमारे पूर्व छात्र श्री मनमोहन सिंह (ईजे, दिल्ली | 2009-10 बैच) के लखनऊ में असमय निधन की सूचना से गहरा आघात पहुंचा है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिवार व मित्रों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करें।’
Team IIMCAA is shocked to learn of the untimely demise of our alumnus, Mr. Manmohan Singh (EJ, Delhi | 2009-10 Batch), in Lucknow. May the Almighty grant him peace and give strength to his family and friends. pic.twitter.com/THm2QVez1z
— IIMC Alumni Association (@IIMCAA) April 22, 2025
‘नेशनल फोरम ऑफ फोटो जर्नलिस्ट्स’ (NFPJ) की ओर से आयोजित होने जा रहे इस अवॉर्ड समारोह का उद्देश्य फोटो पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पत्रकारों को पहचान और सम्मान देना है।
नेपाल के फोटो पत्रकारों के सम्मान में हर साल आयोजित होने वाला प्रतिष्ठित ‘नेशनल फोटो जर्नलिज्म अवॉर्ड 2025’ इस बार 26 अप्रैल को राजधानी काठमांडू के पास होटल हिमालय, ललितपुर में आयोजित किया जाएगा।
‘नेशनल फोरम ऑफ फोटो जर्नलिस्ट्स’ (NFPJ) की ओर से यह कार्यक्रम 26 अप्रैल (शनिवार) को दोपहर 2 बजे से होटल हिमालय, कुपोंडोल, ललितपुर में शुरू होगा।
इस अवॉर्ड समारोह का उद्देश्य फोटो पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले पत्रकारों को पहचान और सम्मान देना है।
समाचार4मीडिया से बातचीत में नेशनल फोरम ऑफ फोटो जर्नलिस्ट्स के अध्यक्ष प्रदीपराज वन्त का कहना कि फोटो पत्रकारिता समाज के लिए एक आंख की तरह होती है, जो बिना शब्दों के बहुत कुछ कह जाती है।
भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC), नई दिल्ली के मीडिया बिजनेस स्टडीज विभाग की ओर से आयोजित पहले मीडिया वर्व फेस्टिवल में रचनात्मकता, कहानियों और मीडिया की दुनिया का जीवंत संगम देखने को मिला।
भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC), नई दिल्ली के मीडिया बिजनेस स्टडीज विभाग की ओर से आयोजित पहले मीडिया वर्व फेस्टिवल (Media Verve) में रचनात्मकता, कहानियों और मीडिया की दुनिया का जीवंत संगम देखने को मिला। दिनभर चलने वाले इस आयोजन में दिल्ली-एनसीआर के विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से आए लगभग 600 छात्रों ने हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
फेस्टिवल डायरेक्टर और विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. सुरभि दहिया ने कहा, “मीडिया वर्व की कल्पना एक ऐसे मंच के रूप में की गई थी जहां युवा प्रतिभाएं बदलते मीडिया परिदृश्य से जुड़ सकें। आज जिन प्रतिभाओं को देखा और महसूस किया, उससे साफ है कि मीडिया का भविष्य बेहद उज्ज्वल है।”
समापन सत्र का शुभारंभ IIMC की कुलपति डॉ. अनुपमा भटनागर ने किया। इस अवसर पर BW बिज़नेसवर्ल्ड के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ डॉ. अनुराग बत्रा ने मुख्य भाषण दिया। साथ ही, बिग एफएम की जानी-मानी आरजे आकृति ने भी छात्रों से संवाद किया।
फेस्ट की सबसे खास प्रस्तुति रही पैनल चर्चा जिसका विषय था — ‘द बिजनेस ऑफ स्टोरीटेलिंग: भारत से कैसे बनाएं स्केलेबल मीडिया वेंचर्स’। इस चर्चा का संचालन डॉ. सुरभि दहिया ने किया। इसमें शामिल थे: आशिष एस. कुलकर्णी (चेयरमैन, AVGC, FICCI), ए. के. भट्टाचार्य (एडिटोरियल डायरेक्टर, बिजनेस स्टैंडर्ड), ऋचा अनिरुद्ध (एंकर और प्रोड्यूसर, 'जिंदगी विद ऋचा'), बृज पहवा (एडिटोरियल लीड, एक्सचेंज4मीडिया), अभिषेक गुल्याणी (एमडी, Zeno India और कॉर्पोरेट अफेयर्स हेड, Zeno APAC), मिमांसा मलिक (सीनियर टीवी पत्रकार), और डॉ. निमिष रुस्तगी (रजिस्ट्रार और एडिशनल डायरेक्टर जनरल, IIMC)।
छात्रों के लिए आयोजित छह प्रतियोगिताएं — Taair (स्पॉट फिल्म मेकिंग), AdVantage (एड मैड शो), लफ़्ज़ों की महफ़िल (ओपन माइक), संवाद (तात्कालिक भाषण और वाद-विवाद), The Fourth Wall (मीडिया क्विज) और Click-Off (ऑनलाइन फोटोग्राफी) को मीडिया और शिक्षा जगत के विशेषज्ञों ने जज किया। हर श्रेणी के शीर्ष तीन विजेताओं को क्रमश: ₹5000, ₹3000 और ₹2000 के नकद पुरस्कार प्रदान किए गए। फोटोग्राफी प्रविष्टियों को ओपन पवेलियन में प्रदर्शित भी किया गया।
Taair प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली इंद्रप्रस्थ कॉलेज फॉर वुमन की छात्रा मन्नत जोशी ने कहा, “यह अनुभव बेहद सशक्त बनाने वाला था। सोच से लेकर क्रियान्वयन तक, इस फेस्ट ने हमें असल मीडिया दुनिया का एहसास कराया। मेरी टीम ने सीमित समय में जो रचा, उस पर गर्व है।”
फेस्टिवल को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और अडानी ग्रुप का सहयोग प्राप्त था, जो इस बात की ओर इशारा करता है कि उद्योग और शिक्षा जगत के बीच मजबूत होती साझेदारी भविष्य के मीडिया प्रोफेशनल्स को तैयार करने में अहम भूमिका निभा रही है।
मीडिया वर्व 2025 ने जोश, विचार और रचनात्मकता के साथ एक प्रेरणादायक समापन किया और यह भरोसा भी दिया कि आने वाले वर्षों में यह आयोजन और भी बड़ी उड़ान भरेगा।