यदि आपको उस शख्स के बारे में पता चले, जिसने अपने जूनियर्स की जॉब बचाने के लिए अपनी मोटी तनख्वाह वाली जॉब कुर्बान कर दी, तो आपको यह जानकर हैरानी होगी
वैश्विक आर्थिक मंदी की आहट से आर्थिक जगत में अस्थिरता बनी हुई है। इस बीच दुनियाभर की कई बड़ी कंपनियों में छंटनी का दौर चल रहा है, जिसके चलते एम्प्लॉयीज में डर का माहौल है। ऐसे में यदि आपको उस शख्स के बारे में पता चले, जिसने अपने जूनियर्स की जॉब बचाने के लिए अपनी मोटी तनख्वाह वाली जॉब कुर्बान कर दी हो, तो आपको यह जानकर जरूर हैरानी होगी।
दरअसल यह सच है और ऐसा करने वाले भारतीय मूल के जाने-माने अमेरिकी संपादक पीटर भाटिया हैं, जो अमेरिका के प्रमुख प्रकाशन के ‘डेट्रायट फ्री प्रेस’ के संपादक और उपाध्यक्ष हैं और पुलित्जर विजेता भी हैं। बता दें कि ‘डेट्रायट फ्री प्रेस’ का स्वामित्व गैनेट के पास है।
एडिटर ने कंपनी में बड़े स्तर पर होने वाली छंटनी से अपने एम्प्लॉयीज की नौकरी बचाने के लिए जनवरी में पद छोड़ने की घोषणा की है।
69 वर्षीय पीटर भाटिया ने पिछले सप्ताह आयोजित एक स्टाफ मीटिंग में तब यह फैसला लिया, जब कंपनी ने लगातार तीसरे तिमाही घाटे की सूचना दी। गैनेट ने अपने कारोबार में हो रहे घाटे की भरपाई के लिए छंटनी प्रक्रिया शुरू की है। बता दें कि ‘डेट्रायट फ्री प्रेस’ में कुल 110 लोग कार्यरत हैं।
स्टाफ मीटिंग के दौरान एडिटर पीटर भाटिया ने कहा, कंपनी छंटनी की प्रक्रिया से गुजर रही है और मैंने अनिवार्य रूप से अन्य नौकरियों को बचाने के हित में खुद नौकरी छोड़ने का फैसला किया है। मेरे पास अन्य अवसर हैं। भाटिया सितंबर 2017 में ‘द सिनसिनाटी इंक्वायरर’ और ‘सिनसिनाटी डॉट कॉम’ के एडिटर व वाइस प्रेजिडेंट के तौर पर दो साल की सेवा के बाद ‘फ्री प्रेस’ में शामिल हुए थे।
डेट्रायट फ्री प्रेस ने बताया कि भाटिया के संस्थान छोड़ने की अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं है, लेकिन अखबार के एम्प्लॉयीज को खुद ही नौकरी छोड़ने की समय सीमा अगले सप्ताह है। इस बीच वर्षों तक भाटिया के साथ काम करने वाले पत्रकारों ने ट्विटर पर कहा कि वह गुणवत्तापूर्ण पत्रकारिता के लिए खड़े थे और उनका पद छोड़ना डेट्रायट फ्री प्रेस के लिए एक बड़ा नुकसान और दुखद दिन है।
भाटिया ने 1975 में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से इतिहास में बीए किया। 2020 में उन्होंने नेशनल प्रेस फाउंडेशन से बेन ब्रैडली एडिटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड जीता। इस महीने की शुरुआत में गैनेट ने उन्हें अपना 2022 का शीर्ष एम्प्लॉयी नामित किया था। भाटिया के पिता यूपी के लखनऊ के रहने वाले थे।
'न्यूजहब' (Newshub) न्यूजीलैंड की एक न्यूज सर्विस है, जो टेलीविजन चैनल 'थ्री' पर प्रसारित होती है और इसी नाम से उसका ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी है।
न्यूजीलैंड के दो फ्री-टू-एयर टेलीविजन नेटवर्क में से एक ने यह घोषणा की कि 30 जून से उसे अपनी न्यूज सर्विस का संचालन पूरी तरह से बंद करना पड़ेगा। इस कदम से न केवल उसका टेलीविजन न्यूज प्रसारण व वेबसाइट बंद होगी, बल्कि सैकड़ों एम्प्लॉयीज को बाहर का रास्ता देखना पड़ेगा।
अमेरिका स्थित मूल कंपनी 'वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी' के पास ही न्यूजीलैंड के टेलीविजन चैनल 'थ्री' का स्वामित्व अधिकार है। कंपनी ने कहा उसने टेलीविजन चैनल 'थ्री' पर प्रसारित होने वाली न्यूज सर्विस 'न्यूजहब' (Newshub) को बंद करने की योजना बनायी है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि 'न्यूजहब' ने विज्ञापन राजस्व में गिरावट दर्ज की है, जिसके बाद उसने इसके न्यूजरूम को बंद करने योजना बना ली है, क्योंकि उसे लागत में और अधिक कमी करने की जरूरत है।
'न्यूजहब' (Newshub) न्यूजीलैंड की एक न्यूज सर्विस है, जो टेलीविजन चैनल 'थ्री' पर प्रसारित होती है और इसी नाम से उसका ऑनलाइन प्लेटफॉर्म भी है।
वैसे न्यूजीलैंड के कानून के मुताबिक, अंतिम निर्णय की घोषणा से पहले प्रस्तावित पुनर्गठन या इस योजना पर विचार-विमर्श करना जरूरी है, लिहाजा अप्रैल की शुरुआत में अंतिम निर्णय लिए जाने की उम्मीद है।
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घोषणा वार्नर ब्रदर्स डिस्कवरी ने की। बुधवार की सुबह टेलीविजन चैनल 'थ्री' के सभी एम्प्लॉयीज को 11 बजे एक आपातकालीन मीटिंग के लिए बुलाया गया। मीटिंग से पहले अटकलें थीं कि कोई बड़ी घोषणा होगी, जिसका असर चैनल के भविष्य पर पड़ेगा। इस मीटिंग में ऑकलैंड व अन्य जगहों पर काम कर रहे एम्पॉयीज को भी व्यक्तिगत रूप से भाग लेने के लिए कहा गया था। मीटिंग में इस बात की घोषणा की गई कि टीवी पर 'न्यूजहब' की सर्विस को व इसके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को जून के अंत तक बंद कर दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त टेलिविजन 'न्यूजहब' के लगभग 200 एम्प्लॉयीज प्रभावित होंगे, जिनमें प्रड्यूसर, एडिटर, कैमरामैन व अन्य डिपार्टमेंट के लोग शामिल हैं।
फैशन मैगजीन 'वोग' के चीन एडिशन (वोग चीन) की मार्गरेट झांग (Margaret Zhang) ने मैगजीन के एडिटर-इन-चीफ के पद से इस्तीफा दे दिया है
फैशन मैगजीन 'वोग' के चीन एडिशन (वोग चीन) की मार्गरेट झांग (Margaret Zhang) ने मैगजीन के एडिटर-इन-चीफ के पद से इस्तीफा दे दिया है। तीन साल पहले नियुक्त होने पर वह 'वोग' में सबसे कम उम्र की एडिटर बन गईं थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 'कोंडे नास्ट' के साथ झांग का अनुबंध अगले महीने समाप्त हो रहा है और जिसे रेन्यू नहीं किया जाएगा।
झांग सिडनी में एक किशोर फैशन ब्लॉगर के रूप में उभरीं थीं। 20 साल की उम्र में, इंस्टाग्राम पर उनके एक मिलियन से अधिक फॉलोअर्स हो गए थे और वह न्यूयॉर्क में क्रिएटिव डायरेक्टर और ब्रैंड कंसल्टेंट के रूप में काम कर चुकी थीं। इन दिनों इंस्टाग्राम पर उनके दो मिलियन से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। 'वोग' में उनकी नियुक्ति 2021 में हुई थी।
'वोग चीन' में अपने समय के दौरान उन्होंने कई रिपोर्ट्स की, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में पैदा होने के चलते उन्हें सोशल मीडिया पर कई बार निशाना बनाया गया। हालांकि उनके माता-पिता दोनों ही चीन से थे।
झांग का यह फैसला 'कोंडे नास्ट' में बड़े पैमाने पर हो रहे फेरबदल के बीच हुआ है, जिसमें हाल ही में बड़े पैमाने पर छंटनी (जिसके कारण पिछले महीने विरोध भी हुआ था) और 'ब्रिटिश वोग' में एडिटोरिलय कंटेंट के हेड के रूप में एडवर्ड एनिनफुल के स्थान पर चियोमा ननाडी का आना शामिल है। बताया जा रहा है कि ननाडी न्यूयॉर्क में वोग की ग्लोबल एडिटोरियल डायरेक्टर अन्ना विंटोर को रिपोर्ट करेंगी। वहीं, एडवर्ड एनिनफुल अगले महीने समूह से विदाई लेंगे।
जापान की सोनी ग्रुप कॉर्प ने छंटनी की योजना बनायी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी अपने वीडियो-गेम डिवीजन में ग्लोबल स्तर पर 900 एम्प्लॉयीज की छंटनी करने जा रही है
जापान की सोनी ग्रुप कॉर्प ने छंटनी की योजना बनायी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी अपने वीडियो-गेम डिवीजन में ग्लोबल स्तर पर 900 एम्प्लॉयीज की छंटनी करने जा रही है, जो कुल वर्क फोर्स का लगभग 8% है।
रिपोर्ट की मानें तो कई स्टूडियो बंद किए जा रहे हैं, जिसमें प्लेस्टेशन का लंदन स्टूडियो भी शामिल है, जो VR गेम्स पर केंद्रित है।
सोनी इंटरएक्टिव एंटरटेनमेंट के प्रेसिडेंट और सीईओ जिम रेयान ने स्टाफ को एक नोट में लिखा, "यह एक बहुत ही कठिन निर्णय है, जिस पर सावधानीपूर्वक विचार किया गया है और कई महीनों की चर्चा के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि बिजनेस को जारी रखने और कंपनी के विकास के लिए बदलाव किए जाने की जरूरत है।"
रेयान ने कहा, "पिछले कुछ महीनों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए व कंपनी को आने वाली चुनौतियों के लिए तैयार करने के लिए हमने यह कठिन निर्णय लिया है।"
ये सोनी ग्रुप की सबसे सफल कंपनियां हैं, जिनमें स्पाइडर-मैन, द लास्ट ऑफ अस, होराइजन जैसी फिल्में बनीं।
कंपनी ने कहा कि छंटनी का असर गेम मेकर इनसोम्नियाक (स्पाइडर-मैन बनाने वाला स्टूडियो), नॉटी डॉग ('द लास्ट ऑफ अस' फिल्म बनाने वाला स्टूडियो) और गुरिल्ला ('होराइजन' फिल्म बनाने वाला स्टूडियो) पर भी पड़ेगा, जो इसकी तीन सबसे सफल सहायक कंपनियां हैं।
इस साल वीडियो-गेम इंडस्ट्री के 6,000 से अधिक एम्प्लॉयीज ने अपनी नौकरियां खो दी हैं, क्योंकि कोरोना के बाद से गेमिंग कंपनियों की लागत बढ़ गई है और कंपनियों को बढ़ती ब्याज दरों का सामना करना पड़ रहा है।
इस महीने की शुरुआत में खबर आई थी कि सोनी अपने प्लेस्टेशन '5 कंसोल' के रेवेन्यू अनुमानों में कटौती कर रही है। अब उसे मौजूदा वित्त वर्ष में प्लेस्टेशन 5 की बिक्री 2.1 करोड़ यूनिट रहने की उम्मीद है।
पाकिस्तान के मशहूर पत्रकार असद अली तूर को अदालत ने पांच दिन के रिमांड पर फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) के हवाले कर दिया है।
पाकिस्तान के मशहूर पत्रकार असद अली तूर को अदालत ने पांच दिन के रिमांड पर फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) के हवाले कर दिया है। न्यायपालिका के अपमान और उसके खिलाफ ऑनलाइन कैम्पेन चलाने के आरोप में असद को सोमवार को गिरफ्तार किया गया था।
यह कार्रवाई जनवरी में केयरटेकर सरकार द्वारा पांच सदस्यीय संयुक्त जांच दल (जॉइंट इंवेस्टिगेशन कमेटी) के गठन के बाद की गई है, जिसे न्यायपालिका को निशाना बनाने वाले दुर्भावनापूर्ण सोशल मीडिया कैंपेन से जुड़े तथ्यों को उजागर करने का काम सौंपा गया है। इस जांच की उत्पत्ति सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद हुई, जिसने इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) से उसका इलेक्शन सिम्बल 'बैट' नहीं दिया और इलेक्शन कमीशन ऑफ पाकिस्तान के फैसले को सही ठहराया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि PTI ने पार्टी के इंटरनल चुनाव गाइडलाइन्स के मुताबिक नहीं कराए।
बता दें कि PTI को बैट सिम्बल न देने का फैसला इलेक्शन कमीशन ऑफ पाकिस्तान ने किया था। इसके बाद PTI ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया।
असद ने पीटीआई को अपना इलेक्शन सिम्बल बैट न दिए जाने के खिलाफ आवाज उठाई थी। इसके बाद जनवरी में प्रधानमंत्री अनवार-उल-काकड़ की सरकार ने उनके खिलाफ न्यायपालिका के अपमान और उसके खिलाफ कैम्पेन चलाने के आरोप में केस दर्ज कराया था।
8 फरवरी को हुए चुनाव में PTI कैंडिडेट्स बैट सिम्बल पर चुनाव नहीं लड़ सके थे। इसके बाद इन्होंने निर्दलीय के तौर पर चुनाव जीता और सबसे ज्यादा सीटें जीतीं। दूसरे नंबर पर नवाज शरीफ की पार्टी (PML-N) और तीसरे पर आसिफ अली जरदारी की (PPP) रही।
पिछले हफ्ते असद अली तूर को पूछताछ के लिए समन भेजा गया था। इस मामले में फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने भी केस दर्ज किया था। असद से 8 घंटे पूछताछ की गई थी। हैरानी की बात यह है कि अटॉर्नी जनरल ने सुप्रीम कोर्ट को भरोसा दिलाया था कि एफआईए इस मामले में मार्च के पहले हफ्ते तक कोई कार्रवाई नहीं करेगी। इसके बावजूद असद से 8 घंटे पूछताछ की गई।
सोमवार रात, असद की लीगल टीम ने मीडिया को बताया कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। तूर की वकील इमान जैनब मजारी ने कहा- असद एफआईए की सायबर क्राइम यूनिट में गए थे। उन्होंने वहां अफसरों के सामने अपना पक्ष रखा। इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने कुछ घंटे पहले ही जांच एजेंसी को आदेश दिए थे कि किसी जर्नलिस्ट को पूछताछ के नाम पर परेशान न किया जाए। इसके बावजूद असद को परेशान किया गया और उनके साथ वकीलों को भी नहीं जाने दिया गया।
वॉइस मीडिया ग्रुप ने अपने परिचालन में व्यापक बदलाव की योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत कंपनी सैकड़ों एम्प्लॉयीज की छंटनी करेगी
वॉइस मीडिया ग्रुप ने अपने परिचालन में व्यापक बदलाव की योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत कंपनी सैकड़ों एम्प्लॉयीज की छंटनी करेगी और अपनी प्रमुख न्यूज वेबसाइट vice.com पर कंटेंट पब्लिश करना बंद कर देगी। वाइस मीडिया के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (सीईओ) ब्रूस डिक्सन ने यह जानकारी दी है।
उन्होंंने कहा कि कंपनी सैकड़ों एम्प्लॉयीज की छंटनी करेगी और अपनी वेबसाइट पर कंटेंट प्रकाशित करना बंद कर देगी, क्योंकि वह सोशल प्लेटफॉर्म की ओर बदलाव की योजना बना रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी के सीईओ ने एम्प्लॉयीज को इसकी जानकारी दी और कहा कि प्रभावित एम्प्लॉयीज को अगले सप्ताह की शुरुआत में सूचित किया जाएगा।
डिक्सन ने कहा, "इस बदलाव के हिस्से के रूप में हम अब वा vice.com पर कंटेंट प्रकाशित नहीं करेंगे। इसके बजाय हम अपने सोशल चैनलों पर अधिक जोर देंगे, क्योंकि हम अपनी कंटेंट को वहां ले जाने के लिए पार्टनर्स के साथ अपनी चर्चा को तेज कर रहे हैं, जहां इसे सबसे अधिक व्यापक रूप से देखा जाएगा।"
उन्होंने कहा, "अफसोस की बात है कि इसका मतलब यह है कि हम अपने कार्यबल को कम कर देंगे। कई सौ पदों को खत्म कर देंगे।
ज्ञापन में सीईओ ने कहा कि वाइस मीडिया कंपनी के लिए अपने डिजिटल कंटेंट को पहले की तरह डिस्ट्रीब्यूट करना अब महंगा पड़ रहा है।
बता दें कि पिछले साल, वाइस मीडिया ने अपने वैश्विक संगठनों के पुनर्गठन के तहत 100 से अधिक एम्प्लॉयीज को नौकरी से निकाल दिया था, साथ ही अपने वाइस न्यूज टुनाइट प्रसारण को भी बंद कर दिया था।
गौरतलब है कि कंपनी साल 1994 में कंपनी लॉन्च की गई थी। अब कंपनी की संपत्ति में फिल्म और टीवी प्रॉडक्शन, एक इन-हाउस मार्केटिंग एजेंसी और डिजिटल मीडिया और मनोरंजन वेबसाइट 'रिफाइनरी29' और अनबोथर्ड जैसे ब्रैंड शामिल हैं।
अमेरिका में एंटरटेनमेंट सेक्टर की प्रतिष्ठित कंपनी 'वॉल्ट डिज्नी' 'फोर्टनाइट' मेकर 'एपिक गेम्स' में इक्विटी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 1.5 अरब डॉलर का निवेश करेगी
अमेरिका में एंटरटेनमेंट सेक्टर की प्रतिष्ठित कंपनी 'वॉल्ट डिज्नी' (Walt Disney) 'फोर्टनाइट' मेकर 'एपिक गेम्स' (Epic Games) में इक्विटी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए 1.5 अरब डॉलर का निवेश करेगी। यह जानकारी डिज्नी के सीईओ बॉब आइगर ने दी। एपिक गेम्स भी अमेरिका की ही कंपनी है।
इस निवेश के साथ, डिज्नी ने एक नया 'गेम्स एंड एंटरटेनमेंट यूनिवर्स' लॉन्च करने की योजना बनाई है। यह डिज्नी की स्टोरीटेलिंग को एपिक के लोकप्रिय गेम फोर्टनाइट में इंटीग्रेट करेगा।
डिज्नी के सीईओ बॉब आइगर के मुताबिक, यह डील उन्हें युवा दर्शकों को आकर्षित करने में मदद करेगा, जो वीडियो गेम के बड़े कंज्यूमर हैं और इन गेम्स को खेलने के लिए अधिक समय दे रहे हैं। यह कंज्यूमर्स को डिजिटल और फिजिकल दोनों ही तरह से चीजों को खेलने, देखने, क्रिएट करने, खरीदने और जुड़ने की अनुमति देगा।
कंपनी के मुताबिक, यह यूनिवर्स लोगों को डिज्नी द्वारा बनाए गए गेम खेलने, अपने स्वयं के गेम बनाने, एक-दूसरे के साथ बातचीत करने और शॉर्ट वीडियो समेत कंटेंट देखने की इजाजत देगा। इसके अलावा प्लेयर्स अपने पसंद के अनुसार एक दूसरे के साथ किसी कंटेंट को शेयर भी कर सकेंगे।
एपिक गेम्स के फाउंडर व सीईओ टिम स्वीनी ने कहा कि डिज्नी फोर्टनाइट अपनी दुनिया और हमारी दुनिया को साथ लाने की क्षमता पर विश्वास करने वाली पहली कंपनियों में से एक थी। अब दोनों कंपनियां एक बिल्कुल नई चीज पर कोलैबोरेट कर रही हैं। एपिक गेम्स ने 2017 में डिज्नी के एक्सीलेरेटर कार्यक्रम में भाग लिया था और दोनों कंपनियों ने हाल के वर्षों में विभिन्न पहलों पर कोलैबोरेट किया है। इसमें गैलेक्टस के साथ मार्वल नेक्सस वॉर समेत फोर्टनाइट कंटेंट इंटीग्रेशन, सीजन कोलैबोरेशन, इन-गेम एक्टिवेशन और लाइव इवेंट शामिल हैं।
फोर्टनाइट दुनिया के सबसे बड़े ऑनलाइन गेमिंग प्लेटफॉर्म्स में से एक है, जिसके 350 मिलियन से अधिक अकाउंट्स हैं। एपिक गेम्स को 1991 में Potomac Computer Systems के नाम से शुरू किया गया था। 1992 में इसका नाम 'एपिक मेगागेम्स इंक' और 1999 में 'एपिक गेम्स' पड़ा। कंपनी का पहला कमर्शियल वीडियो गेम ZZT था, जो 1991 में लॉन्च किया गया था।
ब्रिटिश दैनिक अखबार ‘डेली मिरर’ (Daily Mirror) की एडिटर एलिसन फिलिप्स (Alison Phillips) ने जनवरी के महीने के अंत में संस्थान से अलविदा कहने का मन बना लिया है।
ब्रिटिश दैनिक अखबार ‘डेली मिरर’ (Daily Mirror) की एडिटर-इन-चीफ एलिसन फिलिप्स (Alison Phillips) ने जनवरी के महीने के अंत में संस्थान से अलविदा कहने का मन बना लिया है। दरअसल, उन्होंने यह फैसला ऐसे समय पर लिया है, जब संस्थान में कॉस्ट कटिंग के चलते बड़े पैमाने पर छंटनी होनी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘डेली मिरर’ की पैरेंट कंपनी रीच पीएलसी (Reach plc.) 53 वर्षीय एलिसन का ये फैसला स्वीकार कर लिया है। वर्ष 2018 से एलिसन इस पद पर बनी हुई हैं।
इस दौरान एलिसन ने कहा कि उन्हें उस टीम का हिस्सा होने पर गर्व है जिसने दिखाया कि महान पत्रकारिता दयालुता के साथ की जा सकती है।
रीच पीएलसी (Reach plc.) की नेशनल मैगजींस व सप्लीमेंट्स के एडिटर-इन-चीफ कैरोलिन वाटरस्टन (Caroline Waterston) फिलहाल एलिसन की जगह लेंगे।
‘डेली मिरर’ की पैरेंट कंपनी ‘रीच पीएलसी’ ‘द मिरर’ और ‘मैनचेस्टर इवनिंग न्यूज’ सहित कुछ अन्य पब्लिकेशन का संचालन करती है।
इसके चीफ एग्जिक्यूटिव जिम मुलेन (Jim Mullen) ने फिलिप्स के "समर्पण" की प्रशंसा की है।
एलिसन ने यह फैसला ऐसे समय पर लिया है, जब रीच पीएलसी (Reach plc.) ने 2024 में 450 फुलटाइम एम्प्लॉयीज या यूं कहें कि कुल वर्कफोर्स के 10% की कटौती करने की योजना बनायी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी का कहना है कि वह अपने प्राइम वीडियो और एमजीएम स्टूडियो बिजनेस में कार्यरत तमाम एंप्लॉयीज को पिंक स्लिप पकड़ाने जा रही है।
जानी-मानी ई-कॉमर्स कंपनी ‘एमेजॉन’ (Amazon) में सैकड़ों एंप्लॉयीज पर फिर छंटनी की तलवार लटक गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी का कहना है कि वह अपने प्राइम वीडियो और एमजीएम स्टूडियो डिवीजन में से तमाम एंप्लॉयीज को नौकरी से निकालने जा रही है।
कंपनी के अनुसार, यह छंटनी दीर्घकालिक सफलता के लिए निवेश को प्राथमिकता देने की जरूरत का हिस्सा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो छंटनी से प्रभावित अमेरिका में स्थित एंप्लॉयीज को आज और अन्य क्षेत्रों के प्रभावित एंप्लॉयीज को इस सप्ताह के अंत तक इस बारे में सूचित कर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि पिछले साल मई में खबर आई थी कि एमेजॉन ने भारत में एमेजॉन वेब सर्विसेज, एचआर और अन्य कार्यों में जुटे कई एंप्लॉयीज को नौकरी से निकाल दिया है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पसंदीदा अखबार की डिप्टी एडिटर एना सारेवा की संदिग्ध परिस्थितियों में अपने घर पर मृत पायी गयीं।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पसंदीदा अखबार की डिप्टी एडिटर एना सारेवा की संदिग्ध परिस्थितियों में अपने घर पर मृत पायी गयीं। 35 साल की एना सारेवा पुतिन समर्थक अखबार 'कोम्सोमोलस्कया प्राव्दा' में काम करती थीं। हैरान करने वाली यह बात है कि एना की मौत से ठीक एक साल पहले अखबार के एडिटर की मौत भी संदिग्ध तरीके से ही हुई थी।
एना के पिता का कहना है कि एना से कुछ दिनों से संपर्क नहीं हो पा रहा था, जिसके चलते वह उनसे मिलने पहुंचे थे। घर पहुंचने के बाद उन्हें एना का शव मिला। उन्होंने बताया कि अपार्टमेंट में तोड़फोड़ के निशान नहीं थे और न ही हिंसक मौत का कोई संकेत मिला। पिछले कुछ दिनों से एना को सांस संबंधी दिक्कत थी और उसे बुखार भी था। अनुमान लगाया जा रहा है कि एना की मौत हृदय गति रुकने की वजह से हुई होगी।
अन्ना 'कोम्सोमोलस्कया प्राव्दा' वेबसाइट पर चलने वाले सभी कंटेंट की प्रभारी थीं। इसे रूस की सबसे बड़ी न्यूज वेबसाइट माना जाता है। अक्टूबर 2023 में इस वेबसाइट पर 83.9 मिलियन लोग आए थे।
बीते साल अखबार के एडिटर-इन-चीफ व महानिदेशक व्लादिमीर सुनगोरकिन (68) जो कि अन्ना के बॉस थे, उनकी भी मौत हृदयाघात से हुई। वह खाबरोवस्क में व्यापारिक दौरे पर थे, जब उन्हें दिल का दौड़ा पड़ा था। हालांकि, बाद में रिपोर्ट में डॉक्टरों ने इसे संदिग्ध मौत बताते हुए खुलासा किया कि उनकी मौत दम घुटने की वजह से हुई थी।
अपने बिजनेस को बढ़ाने और दुनियाभर में दर्शकों को अपने साथ जोड़ने की स्ट्रैटजी के तहत बीबीसी ने आधिकारिक तौर पर अपनी नॉर्थ अमेरिकन वेबसाइट को फिर से लॉन्च कर दिया है
अपने बिजनेस को बढ़ाने और दुनियाभर में दर्शकों को अपने साथ जोड़ने की स्ट्रैटजी के तहत बीबीसी ने आधिकारिक तौर पर अपनी नॉर्थ अमेरिकन वेबसाइट को फिर से लॉन्च कर दिया है। यह वेबसाइट बीबीसी स्टूडियो में ग्लोबल डिस्ट्रीब्यूशन के सीईओ रेबेका ग्लासो के नेतृत्व में लॉन्च किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह पहल अमेरिका और उसके बाहर ब्रॉडकास्टर की उपस्थिति को मजबूत करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है।
पुन: बीबीसी की वेबसाइट लॉन्चिंग ऐसे समय पर हुई है, जब इसे सार्वजनिक फंडिंग के संबंध में यूके रेगुलेटर्स से बढ़ती जांच और दबाव का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं, बता दें कि बीबीसी ने अपने बजट में लगभग £500 मिलियन की कटौती करने का मन बनाया है, जिसे देश के प्रधानमंत्री ने "स्वागतयोग्य" बताया है।
बीबीसी स्टूडियोज इन दिनों बदलाव के दौर से गुजर रहा है। इसके फंड से यूके में बीबीसी स्टूडियोज पब्लिक सर्विस जर्नलिज्म और कंटेंट का समर्थन करता है। बीबीसी स्टूडियो स्क्रिप्टेड शो से लेकर रेडियो कार्यक्रम, डिजिटल फीचर और पॉडकास्ट तक सब कुछ तैयार करता है।
स्टूडियो डिवीजन ने पिछले साल बीबीसी.कॉम का अधिग्रहण किया था, और डेबोरा टर्नस (Deborah Turness) के नेतृत्व में इसके ग्लबोल न्यूज ऑपरेशन को बीबीसी स्टूडियो में विलय कर दिया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीबीसी.कॉम यूआरएल को बरकरार रखते हुए संशोधित वेबसाइट अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए अधिक वैयक्तिकृत अनुभव प्रदान करती है। इसमें नए इंटर्नल कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम, बेहतर नेविगेशन टूल्स और दर्शक जुड़ाव के लिए ऐडवर्टाइजिंग प्लेसमेंट फीचर्स है।
बीबीसी स्टूडियोज ने अगले साल यू.एस. में अपना पहला ब्रैंड कैंपेन शुरू करने की योजना बनाई है और एक यू.एस अनुकूलित पॉडकास्ट "द ग्लोबल स्टोरी" पेश किया है।