छत्तीसगढ़ में पत्रकार अब किफायती दर पर घर का सपना पूरा कर सकेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर प्रदेश के पत्रकारों को होम लोन पर अनुदान मिलेगा
छत्तीसगढ़ में पत्रकार अब किफायती दर पर घर का सपना पूरा कर सकेंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर प्रदेश के पत्रकारों को होम लोन पर अनुदान मिलेगा।
मुख्यमंत्री द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में की गई घोषणा पर अब अमल करते हुए जनसंपर्क विभाग द्वारा 'ललित सुरजन संचार प्रतिनिधि आवास ऋण ब्याज अनुदान योजना’ राजपत्र में प्रकाशित कर दी है। योजना के अंतर्गत 30 लाख तक के आवास ऋण के लिए 5 प्रतिशत प्रतिमाह ब्याज अनुदान 5 वर्षों तक दिया जाएगा। यह योजना एक अप्रैल 2023 के बाद से क्रय मकान पर प्रभावशील होगी।
राजपत्र में प्रकाशित अधिसूचना के मुताबिक, योजना का लाभ केवल आवासीय ऋण पर दिया जाएगा और वह भी तब जह क्रय किया जाने वाला मकान छत्तीसगढ़ राज्य के भीतर होगा। ब्याज अनुदान अधिकतम 30 लाख रुपए के आवास ऋण की सीमा तक दिया जाएगा। संचार प्रतिनिधि द्वारा राष्ट्रीयकृत बैंकों, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से अधिसूचित वित्तीय संस्थानों एवं सहकारी बैंकों से लिए गए आवास ऋण पर प्रतिमाह 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान 5 वर्षों तक दिया जाएगा।
योजना का लाभ न्यूनतम 5 वर्ष से छत्तीसगढ़ में निवास कर दैनिक समाचार व टीवी न्यूज चैनल्स में पंजीकृत न्यूज एजेंसियों के सम्पादकीय शाखा में कार्य कर रहे पूर्णकालिक तथा अंशकालिक संचार प्रतिनिधि तथा अधिमान्यता नियमों की अर्हतादायी शर्तों को पूरा करने वाले न्यूज पोर्टल्स के संपादक और स्वतंत्र पत्रकार ले सकेंगे।
संचार प्रतिनिधि स्वयं अथवा पत्नी के साथ संयुक्त नाम से आवास ऋण लें तभी होगी पात्रता-
संचार प्रतिनिधि स्वयं अथवा पत्नी के साथ संयुक्त नाम से आवास ऋण लेंगे, तभी इस योजना की पात्र होंगे। योजना मात्र एक आवास ऋण में ही लागू होगी। किसी संचार प्रतिनिधि द्वारा पूर्व से अपने अथवा पत्नी के स्वामित्व का मकान योजना लागू होने के बाद अवयस्क/वयस्क संतान को अंतरित कर नया आवास लेने की दशा में योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इसके अलावा यदि पहले से कोई आवास ऋण स्वीकृत है, तो नए आवास ऋण प्राप्त करने पर भी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। संचार प्रतिनिधियों द्वारा नियमित ऋण एवं ब्याज अदायगी करने पर ही इस योजना का लाभ मिलेगा। डिफॉल्टर होने की स्थिति में योजना के लाभ की पात्रता स्वयमेव समाप्त हो जायेगी।
पूर्व से स्वीकृत आवास ऋण पटाकर नये आवास ऋण प्राप्त करने पर योजना का लाभ नहीं मिलेगा। संचार प्रतिनिधियों द्वारा नियमित ऋण एवं ब्याज अदायगी करने पर ही इस योजना का लाभ मिलेगा। डिफॉल्टर होने की स्थिति में योजना के लाभ की पात्रता स्वयमेव समाप्त हो जायेगी।
शपथ पत्र भी देना होगा- योजना में पात्रता के लिए स्वयं अथवा पत्नी, आश्रित पुत्र-पुत्री के नाम से कोई अन्य आवासीय भवन नहीं होना चाहिए। इस आशय का शपथ-पत्र देना होगा। शपथ पत्र के साथ संचार प्रतिनिधियों द्वारा रजिस्ट्रीकृत बैंकों अथवा रजिस्ट्रीकृत वित्तीय संस्थाओं से लिए गए ऋण स्वीकृति एवं ऋण वितरण के प्रमाणित अभिलेख जनसम्पर्क संचालनालय में निर्धारित प्रपत्र में आवेदन के साथ प्रस्तुत करने होंगे।
नियमित भुगतान कर बैंक का प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना होगा- संचार प्रतिनिधियों द्वारा लिए गए ऋण पर मासिक किश्त का नियमित भुगतान स्वयं करना होगा, बैंकों को ऋण के मूल एवं ब्याज के नियमित भुगतान करने संबंधी बैंक का प्रमाण-पत्र जनसम्पर्क संचालनालय में प्रस्तुत करने पर प्रतिमाह 5 प्रतिशत ब्याज अनुदान की गणना कर संबंधित पत्रकार के बैंक खातों में राशि दी जाएगी।
योजना राशि की गणना - ब्याज अनुदान की प्रतिपूर्ति त्रैमासिक की जाएगी किसी भी दशा में अनुदान राशि का भुगतान एकजाई नहीं किया जायेगा। आवास ऋण ब्याज अनुदान की गणना इस प्रकार होगी। इसमें वित्तीय वर्ष में बैंक में देय ब्याज को पांच प्रतिशत ब्याज अनुदान से गुणा किया जाएगा। प्राप्त परिणाम को बैंक ब्याज प्रतिशत दर से भाग दिया जाएगा।
आवास ऋण 30 लाख रुपए से अधिक होने की दशा में ब्याज अनुदान की गणना दो चरणों में की जाएगी। प्रथम चरण में अधिकतम 30 लाख रुपए की राशि तक की ब्याज गणना की जाएगी। इसमें योजनान्तर्गत अधिकतम राशि( 30 लाख रुपए) को वित्तीय वर्ष में स्वीकृत ऋण पर देयक ब्याज राशि से गुणा किया जाएगा। प्राप्त परिणाम को स्वीकृत आवास ऋण राशि से भाग दिया जाएगा। द्वितीय चरण में ब्याज अनुदान राशि की गणना की जाएगी। इसमें प्रथम चरण में गणना पश्चात प्राप्त ब्याज राशि को पांच प्रतिशत ब्याज अनुदान के साथ गुणा किया जाएगा। प्राप्त परिणाम को बैंक ब्याज प्रतिशत दर से भाग दिया जाएगा।
योजना हेतु समिति करेगी अनुशंसा - प्रथम बार ब्याज अनुदान स्वीकृति के लिए संचालनालय में वरिष्ठ अधिकारियों की समिति विचार कर अनुशंसा करेगी। समिति में आयुक्त/ संचालक, जनसम्पर्क संचालनालय, अपर संचालक (पत्रकार कल्याण), अपर संचालक (समाचार), उप संचालक / संयुक्त संचालक (वित्त) शामिल होंगे।
योजना हेतु निर्णयात्मक शर्त/अधिकार- ब्याज अनुदान स्वीकृत करने के किसी भी प्रश्न पर तत्समय में प्रचलित अधिमान्यता नियमों में उल्लेखित संचार संस्थान एवं संचार प्रतिनिधि की अर्हतादायी शर्तों पर भी विचार किया जायेगा। ब्याज अनुदान स्वीकृत अथवा अस्वीकृत करने का अधिकार आयुक्त /संचालक, जनसम्पर्क को होगा।
संबंधित कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने अपनी बैठकों में स्कीम ऑफ अरैंजमेंट को अपनी मंजूरी दे दी है। इस विलय के लिए एक अप्रैल की तारीख तय की गई है।
‘नेटवर्क18’ (Network18) और ‘टीवी18’ (TV18) ने बुधवार को एक स्कीम ऑफ अरैंजमेंट का ऐलान किया है। इसके तहत टीवी18 और E18 का विलय नेटवर्क18 के साथ किया जाएगा। बता दें कि मनीकंट्रोल की वेबसाइट और ऐप के संचालन का जिम्मा E18 के पास है। बताया जाता है कि इस विलय का मकसद नेटवर्क18 समूह के टीवी और डिजिटल न्यूज सेगमेंट को जोड़कर एक कंपनी तैयार करना है, ताकि यह देश का सबसे बड़ा मीडिया प्लेटफॉर्म बन सके।
कंपनी के अनुसार, यह विलय नेटवर्क18 को अपने कारोबार को मजबूत करने और आगे बढ़ाने में सक्षम बनाएगा। यह सभी शेयरधारकों को एक सूचीबद्ध इकाई के माध्यम से समूह के मीडिया बिजनेस में भाग लेने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा।
इस विलय के बाद बनने वाली इकाई में टीवी18 का टीवी पोर्टफोलियो (16 भाषाओं में 20 न्यूज चैनल और CNBCTV18.COM), नेटवर्क18 की डिजिटल प्रॉपर्टीज (13 भाषाओं में news18.com का प्लेटफॉर्म और फर्स्टपोस्ट) और मनीकंट्रोल की वेबसाइट और ऐप शामिल है। जियो सिनेमा के पोर्टफोलियो और 40 टीवी चैनल्स के साथ वायकॉम18 सीधे तौर पर नेटवर्क18 की सहायक इकाई (direct subsidiary) होगी। बुक माय शो (BookMyShow) में नेटवर्क18 का निवेश जारी रहेगा।
संबंधित कंपनियों के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने अपनी बैठकों में स्कीम ऑफ अरैंजमेंट को अपनी मंजूरी दे दी है। इस विलय के लिए एक अप्रैल की तारीख तय की गई है। अरेंजमेंट की शर्तों के तहत TV18 के 172 शेयर के बदले नेटवर्क18 के 100 शेयर मिलेंगे। वहीं E18 के एक शेयर के बदले नेटवर्क18 के 19 शेयर मिलेंगे। स्कीम ऑफ अरैंजमेंट के लिए सभी आवश्यक अनुमोदन प्राप्त किए जा रहे हैं।
इस अवधि के दौरान कुल मिलाकर 31,720 करोड़ रुपये के एफडीआई प्रवाह में इस क्षेत्र ने 3.6 प्रतिशत का योगदान दिया।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के सामने आए नवीनतम आंकड़ों की मानें तो प्रिंट मीडिया सहित सूचना-प्रसारण क्षेत्र में वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही के दौरान 6058.67 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) रहा है।
इस अवधि के दौरान कुल मिलाकर 31,720 करोड़ रुपये के एफडीआई प्रवाह में इस क्षेत्र ने 3.6 प्रतिशत का योगदान दिया।
विशेष तौर पर 2023-24 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में, इस क्षेत्र में 1165.18 रुपये का एफडीआई रहा है, जिसमें से, रेडियो ब्रॉडकास्टिंग सेक्टर ने 953.23 रुपये मूल्य का एफडीआई इक्विटी प्रवाह आया है, जो कुल प्रवाह में 1.52 प्रतिशत का योगदान देता है। शेष 211.95 करोड़ रुपये, जो कुल प्रवाह का 0.33 प्रतिशत था, फिल्म और ऐडवर्टाइजिंग सेक्टर से आया।
सितंबर में समाप्त तिमाही में, इस क्षेत्र में एफडीआई प्रवाह 1,165 करोड़ रुपये था, जो जून तिमाही में दर्ज 4,893 करोड़ रुपये था और इस तरह से इसमें कमी देखने को मिलती है। सबसे बड़ा मूवमेंट बोधि ट्री सिस्टम्स द्वारा बीटीएस इन्वेस्टमेंट 1 के माध्यम से किया गया, जिसने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) की सहायक कंपनी, रिलायंस स्टोरेज में निवेश करने के लिए 4,306.32 करोड़ रुपये का योगदान दिया।
इसके बाद, बीटीएस इन्वेस्टमेंट 1 ने वॉयकॉम18 में 953 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिससे कंपनी में अतिरिक्त 2.89 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल हुई।
बता दें कि यह इस कार्यक्रम का तीसरा एडिशन है। पूर्व के दोनों संस्करणों की तरह इसमें प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकारों को शामिल किया जाएगा।
एक्सचेंज4मीडिया (exchange4media) समूह की हिंदी वेबसाइट समाचार4मीडिया (samachar4media.com) पत्रकारिता जगत से जुड़े 40 प्रतिभाशाली युवाओं ‘40 अंडर 40’ (40 Under 40) की लिस्ट एक बार फिर तैयार करने जा रही है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
बता दें कि यह इस कार्यक्रम का तीसरा एडिशन है। इस लिस्ट में मीडिया जगत से जुड़े 40 साल से कम उम्र वाले ऐसे 40 पत्रकारों को शामिल किया जाएगा, जिन्होंने अपने काम के जरिये इंडस्ट्री में खास पहचान बनाई है और शिखर पर पहुंचे हैं। इसमें प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकारों को शामिल किया जाएगा।
इन पत्रकारों का चुनाव एक प्रतिष्ठित जूरी के द्वारा किया जाएगा। जूरी में समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित नाम शामिल होंगे, जो विभिन्न कसौटियों पर एंट्रीज का आकलन करेंगे और विजेताओं का चयन उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य, उनके नेतृत्व कौशल और इंडस्ट्री में उनके योगदान आदि मानदंडों के आधार पर करेंगे।
जूरी की अध्यक्षता ‘हिन्दुस्तान’ के एडिटर-इन-चीफ शशि शेखर करेंगे। जूरी में शामिल होने वाले सदस्यों के नामों की घोषणा जल्द की जाएगी। इस कार्यक्रम के बारे में ज्यादा जानकारी व रजिस्ट्रेशन के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं।
नोट: समाचार4मीडिया पत्रकारिता 40अंडर40 अवॉर्ड के पूर्व विजेता कृपया रजिस्ट्रेशन न करें। उन्हें इस कार्यक्रम में बतौर प्रतिभागी शामिल नहीं किया जाएगा।
एक्सचेंज4मीडिया समूह की हिंदी वेबसाइट समाचार4मीडिया पत्रकारिता जगत से जुड़े 40 प्रतिभाशाली युवाओं ‘40 अंडर 40’ (40 Under 40) की लिस्ट फिर तैयार करने जा रही है। यह इस कार्यक्रम का तीसरा एडिशन है।
एक्सचेंज4मीडिया (exchange4media) समूह की हिंदी वेबसाइट समाचार4मीडिया (samachar4media.com) पत्रकारिता जगत से जुड़े 40 प्रतिभाशाली युवाओं ‘40 अंडर 40’ (40 Under 40) की लिस्ट एक बार फिर तैयार करने जा रही है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
बता दें कि यह इस कार्यक्रम का तीसरा एडिशन है। इस लिस्ट में मीडिया जगत से जुड़े 40 साल से कम उम्र वाले ऐसे 40 पत्रकारों को शामिल किया जाएगा, जिन्होंने अपने काम के जरिये इंडस्ट्री में खास पहचान बनाई है और शिखर पर पहुंचे हैं। इसमें प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकारों को शामिल किया जाएगा।
यह भी पढ़ें: S4M पत्रकारिता 40अंडर40 की फिर मचेगी 'धूम', एक सितंबर को विनर्स लिस्ट से उठेगा पर्दा
इन पत्रकारों का चुनाव एक प्रतिष्ठित जूरी के द्वारा किया जाएगा। जूरी में समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित नाम शामिल होंगे, जो विभिन्न कसौटियों पर एंट्रीज का आकलन करेंगे और विजेताओं का चयन उनके द्वारा किए गए उल्लेखनीय कार्य, उनके नेतृत्व कौशल और इंडस्ट्री में उनके योगदान आदि मानदंडों के आधार पर करेंगे। जूरी चेयर और अन्य सदस्यों के नामों की घोषणा जल्द की जाएगी।
इस कार्यक्रम के बारे में ज्यादा जानकारी व रजिस्ट्रेशन के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं।
नोट: समाचार4मीडिया पत्रकारिता 40अंडर40 अवॉर्ड के पूर्व विजेता कृपया रजिस्ट्रेशन न करें। उन्हें इस कार्यक्रम में बतौर प्रतिभागी शामिल नहीं किया जाएगा।
ZEEL और सोनी के विलय को मंजूरी देने वाले NCLT के फैसले के खिलाफ IDBI ट्रस्टीशिप सर्विसेज लिमिटेड (ITSL) ने NCLAT में अपील दायर की है
जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) और सोनी के विलय को मंजूरी देने वाले नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के फैसले के खिलाफ IDBI ट्रस्टीशिप सर्विसेज लिमिटेड (ITSL) ने नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट ट्रिब्यूनल (NCLAT) में अपील दायर की है। विलय पर IDBI ट्रस्टीशिप सर्विसेज लिमिटेड की आपत्ति को खारिज करने के बाद NCLT ने विलय को हरी झंडी दे दी थी।
अपील 1 दिसंबर को सुनवाई के लिए आयी, लेकिन इसे दूसरी पीठ में ट्रांसफर कर दिया गया, जिसके चलते फिलहाल यह टल गया था।
अपनी अपील में, IDBI ट्रस्टीशिप सर्विसेज लिमिटेड ने दावा किया है कि सुभाष चंद्रा ने 2019 में IDBI ट्रस्टीशिप के पक्ष में डिबेंचर के प्रति पुनर्भुगतान दायित्वों की गारंटी के लिए पर्सनल गारंटी दी थी। हालांकि, ट्रस्टीशिप कंपनी का आरोप है कि चंद्रा पर्सनल गारंटी की अपनी जिम्मेदारियों का पालन करने में विफल रहे हैं, लिहाजा वह लेनदार (क्रेडिटर) हैं। इसके अलावा, ट्रस्टीशिप कंपनी ने चंद्रा से 500 करोड़ रुपये का दावा भी किया है।
वहीं, जी एंटरटेनमेंट ने मर्जर को लेकर IDBI ट्रस्टीशिप की आपत्ति का विरोध करते हुए कहा था कि IDBI ट्रस्टीशिप, जी एंटरटेनमेंट का क्रेडिटर नहीं है और इसलिए उसे विलय पर आपत्ति करने का कोई अधिकार नहीं है। उसका कहना था कि इस मामले का जी एंटरटेनमेंट के साथ कोई कानूनी संबंध नहीं है।
इसके बाद NCLT ने आपत्ति को यह कहते हुए खारिज कर दिया था कि वह अन्य संस्थाओं से अपने कथित बकाए की वसूली सुनिश्चित करने में विफल रही है।
वरिष्ठ पत्रकार और 'जन की बात' के फाउंडर प्रदीप भंडारी ने बताया कि राजस्थान के लिए एग्जिट पोल के नतीजों में अनुमान लगाया गया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 100 से 122 सीटों के बीच सीटें हासिल करेगी।
राजस्थान और तेलंगाना में 'जन की बात' का एग्जिट पोल एक्जैक्ट पोल साबित हुआ है। वरिष्ठ पत्रकार और 'जन की बात' के फाउंडर प्रदीप भंडारी ने बताया कि राजस्थान में बीजेपी सरकार की वापसी और तेलंगाना राज्य में कांग्रेस की जीत की भविष्यवाणी की थी। इस क्षेत्र में, सटीकता महत्वपूर्ण है और जन की बात एक बार फिर सटीकता के साथ चुनावी परिणामों की भविष्यवाणी करने में सफल रही है। राजस्थान और तेलंगाना के नतीजे 'जन की बात' के एग्जिट पोल उसकी विश्लेषणात्मक क्षमता के प्रमाण के रूप में खड़े हैं।
प्रदीप भंडारी के अनुसार, 'राजस्थान के लिए एग्जिट पोल के नतीजों में अनुमान लगाया गया था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 100 से 122 सीटों के बीच सीटें हासिल करेगी। कांग्रेस के लिए अनुमान लगाया गया कि उसे 62 से 85 सीटें मिलेंगी और अन्य को 14 से 15 सीटें मिलेंगी। जैसे ही नतीजे सामने आए, जन की बात की भविष्यवाणी सटीक साबित हुई, बीजेपी को 113 सीटें मिलीं, कांग्रेस को 71 सीटें मिलीं और अन्य ने 13 सीटों पर कब्जा किया।
इसी तरह, तेलंगाना में जन की बात के एग्जिट पोल में कांग्रेस पार्टी की जीत का अनुमान लगाया गया था। केसीआर की पार्टी बीआरएस को 40 से 55 सीटें, कांग्रेस को 48 से 64 सीटें, बीजेपी को 7 से 13 सीटें और अन्य को 4 से 7 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था। वास्तविक नतीजों ने जन की बात की भविष्यवाणियों को प्रतिबिंबित किया, जिसमें बीआरएस को 40 सीटें, कांग्रेस को 65 सीटें और बीजेपी को 9 सीटें और अन्य को 5 सीटें मिलीं।'
प्रदीप भंडारी ने बताया कि दोनों राज्यों में चुनाव परिणामों की भविष्यवाणी करने में जन की बात की सफलता का श्रेय मजबूत नमूनाकरण तकनीकों, अत्याधुनिक विश्लेषण और प्रत्येक क्षेत्र में सामाजिक-राजनीतिक गतिशीलता की गहरी समझ के संयोजन को दिया जा सकता है।
शशि सिन्हा (Shashi Sinha) को ऐडवरटाइजिंग एजेंसीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (AAAI) द्वारा 2023 के लिए 'लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया है
विज्ञापन जगत के दिग्गज और IPC मीडियाब्रैंड्स के सीईओ शशि सिन्हा (Shashi Sinha) को ऐडवरटाइजिंग एजेंसीज एसोसिएशन ऑफ इंडिया (AAAI) द्वारा 2023 के लिए 'लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड' से सम्मानित किया गया है।
अवॉर्ड लेने के बाद आभार व्यक्त करते हुए शशि सिन्हा ने कहा कि 37 साल पहले जब मैंने विज्ञापन जगत में अपनी यात्रा शुरू की थी, तब मुझे कोई अंदाजा नहीं था यहां तक पहुंच पाऊंगा।
वहीं इस दौरान शशि सिन्हा के सफर के साथ जुड़े अलग-अलग क्षेत्र के दिग्गजों ने सिन्हा की इस सफलता पर अपनी राय व्यक्त की है-
राज नायक, फाउंडर व एमडी - हाउस ऑफ चीयर व पूर्व सीओओ- वायकॉम18
शशि के साथ मेरा जुड़ाव लगभग दो दशक पुराना है और मुझे पहली डील याद है, जो हमने तब की थी जब मैं ईएसपीएन और स्टार स्पोर्ट्स के लिए काम कर रहा था। शशि, कल्पना, नितिन करकरे और मैंने CEAT मीटिंग की थी और यह पहली बड़ी डील थी, जो एक मिलियन डॉलर की थी। तभी से, मेरे उनके साथ बहुत अच्छे अनुभव हुए हैं। वह एक बेहतर इंसान और एक अच्छे दोस्त हैं। सबसे बढ़कर उनमें जो गुण हैं, उनकी संगति और व्यक्तिगत रिश्तों को मिलाने का संयोजन, लेकिन इसके परे जब जीत हासिल करनी हो तो वह बेहद ही प्रोफेशनल हो जाते हैं और इसी चीज की मैं सबसे अधिक प्रशंसा करता हूं।
अजीत वर्गीस, हेड, नेटवर्क ऐडवर्टाइजिंग सेल्स - डिज्नी स्टार
जब भी मैं शशि सिन्हा के बारे में सोचता हूं, तो मेरे दिमाग में उनके प्रति सिर्फ सम्मान आता है। मुझे लगता है कि वह जहां भी हों, किसी भी रोल में हों - चाहे वह कॉम्पटीटर हों, इंडस्ट्री लीडर हों या फिर डील मेकर- जब भी आप शशि से मिलते हैं, तो वह न केवल व्यक्तिवाद का सम्मान करते हैं, बल्कि कोलाब्रेशन का भी सम्मान करते हैं, क्योंकि वह यह देखते हैं कि हर किसी के लिए जीत जरूरी है।
राजीव बेओत्रा, वाइस प्रेजिडेंट- एचटी मीडिया
मैं केवल यही कहना चाहता हूं कि मेरा मानना है कि शशि की वजह से कई लोग इस इंडस्ट्री में शामिल हुए और बने रहे। आप इसे एक बेहतर दुनिया बनायी है, आप हम सभी के लिए जो कुछ भी करते हैं उसके लिए धन्यवाद। आप मेरे लिए उन बड़े कारणों में से एक हैं, जिनकी वजह से मैंने मीडिया इंडस्ट्री में अपने कार्यकाल का आनंद उठाया है। आपने जो कुछ भी किया है उसके लिए धन्यवाद।
अमरजीत सिंह बत्रा, एमडी - स्पॉटिफाई इंडिया
मैं शशि को लगभग एक दशक से अधिक समय से जानता हूं। मैंने 2009 में ऐड इंडस्ट्री में अपना सफर शुरू किया था। मुझे लगता है कि वह उन लोगों में से एक हैं जो एक एंगल स्ट्रैटजी और विजन से आते हैं। मैं उनके लिए कहना चाहूंगा कि वह उन लोगों में सबसे अच्छे इंसान हैं, जिनसे मैं मिला हूं। मैं उनका बहुत बड़ा प्रशंसक रहा हूं और मेरी इच्छा है कि हम उनके नक्शेकदम पर चल सकें और इंडस्ट्री की सेवा कर सकें।
जाने-माने न्यूज एंकर्स में शुमार भूपेंद्र चौबे को मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव है। इस दौरान वह ‘एनडीटीवी’, ‘सीएनएन न्यूज18’ और ‘इंडिया अहेड’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों से जुड़े रहे हैं।
देश में पांच राज्यों (मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम) में विधानसभा चुनावों के तहत मतदान की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब तीन दिसंबर को मतगणना शुरू होगी और उसी दिन नतीजे आने शुरू हो जाएंगे। तमाम मीडिया प्रतिष्ठानों और पत्रकारों ने काउंटिंग डे की कवरेज के लिए अपनी कमर कस ली है।
इसी के तहत वरिष्ठ पत्रकार भूपेंद्र चौबे ने विधानसभा चुनावों की मतगणना के दिन की कवरेज के लिए टाइम्स समूह की ऑनलाइन डिवीजन के साथ हाथ मिलाया है। आप उन्हें तीन दिसंबर को टाइम्स ऑफ इंडिया के ऑनलाइन संस्करण पर देख सकते हैं।
बता दें कि देश के जाने-माने न्यूज एंकर्स में शुमार भूपेंद्र चौबे को मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव है। इस दौरान वह ‘एनडीटीवी’, ‘सीएनएन न्यूज18’ और ‘इंडिया अहेड’ जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों से जुड़े रहे हैं। उनकी चुनावी कवरेज कई मीडिया घरानों के लिए बेंचमार्क रही है।
वॉल्ट डिज्नी के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर बॉब आइगर ने कथित तौर पर कहा कि वह 2026 में अपने पद से हट जाएंगे
वॉल्ट डिज्नी के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर बॉब आइगर ने कथित तौर पर कहा कि वह 2026 में अपने पद से हट जाएंगे, जब मीडिया दिग्गज के साथ उनका अनुबंध समाप्त हो जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि डिज्नी की प्रमुख संपत्ति अमेरिकन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी (एबीसी) बिक्री के लिए नहीं है।
आइगर ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की डीलबुक कॉन्फ्रेंस में मीडिया को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर कहा कि शंघाई डिज्नीलैंड को जल्द ही एक थीम पार्क का स्वरूप दिया जाएगा।
‘डिज्नी’ (Disney) ने 2022 में चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर के तौर पर बॉब चापेक (BOB CHAPEK) को हटाकर पूर्व सीईओ बॉब आइगर (BOB IGER) को चॉपेक की जगह वापस लाया गया था। तब उन्हें दो साल के कार्यकाल पर लाया गया था, लेकिन इस साल जुलाई में उनका कार्यकाल दो साल के लिए बढ़ा दिया गया था और इस तरह वह 2026 तक डिज्नी के सीईओ बने हुए हैं, हालांकि उनकी मूल योजना केवल 2024 तक रहने की थी। बॉब आइगर ने साल 2005 में डिज्नी के सीईओ का पद संभाला था और अपनी पहली पारी में वह 15 वर्षों तक इस पद पर बने रहे।
आइगर ने बताया कि डिज्नी बोर्ड उनके जाने के बाद सीईओ की भूमिका निभाने के लिए एक उत्तराधिकारी की तलाश कर रहा है।
2022 में दोबारा एंट्री के बाद से आइगर का उद्देश्य डिज्नी को लागत प्रभावी बनाना था। कंपनी कथित तौर पर लागत में $5 बिलियन से अधिक की बचत करने की राह पर है, जैसा कि कंपनी ने अपने निवेशकों से वादा किया था।
बता दें कि मोहित धामने वर्ष 2016 में ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ की शुरुआत से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं। वर्ष 2021 में नेटवर्क ने उन्हें एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (फाइनेंस) के पद पर प्रमोट किया था।
‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ (Republic Media Network) ने मोहित धामने को नई जिम्मेदारी सौंपते हुए चीफ फाइनेंसियल ऑफिसर (CFO) के पद पर नियुक्त किया है। इस पद पर उनकी नियुक्ति एक दिसंबर 2023 से प्रभावी होगी। इसके साथ ही नेटवर्क ने एस. सुंदरम को डायरेक्टर (स्ट्रैटेजी) के पद पर प्रमोट किया है।
बता दें कि धामने वर्ष 2016 में ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ की शुरुआत से ही इसके साथ जुड़े हुए हैं। पूर्व में वह फाइनेंस हेड और कंपनी सेक्रेटरी के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। वर्ष 2021 में नेटवर्क ने उन्हें एग्जिक्यूटिव वाइस प्रेजिडेंट (फाइनेंस) के पद पर प्रमोट कर दिया था।
इस बारे में धामने का कहना है, ‘मैं रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क में सीएफओ की भूमिका पाकर रोमांचित और सम्मानित महसूस कर रहा हूं। हम वित्तीय प्रबंधन और रणनीतिक दूरदर्शिता के लिए प्रतिबद्ध हैं। मैं नेटवर्क की वित्तीय सफलता और दीर्घकालिक विकास में योगदान देने के लिए बहुत उत्साहित हूं।’
वहीं, ‘रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क’ के चेयरमैन और एडिटर-इन-चीफ अरनब गोस्वामी का कहना है, ‘मैं मोहित और सुंदरम को उनकी नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं देता हूं। विस्तार के दूसरे चरण के तहत हम ब्रॉडकास्ट के साथ-साथ डिजिटल पर भी रिपब्लिक को अगले स्तर पर ले जाने के लिए एक टीम बना रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि एस.सुंदरम के रणनीतिक संचालन का नेतृत्व करने और मोहित के वित्तीय संचालन का नेतृत्व करने के साथ हम उस विजन को पूरा करने के लिए तैयार हैं, जिसके साथ हमने इस नेटवर्क को लॉन्च किया था।’