जब दुनिया के मीडिया बाजार अब परिपक्व हो चुके हैं और उनकी ग्रोथ सीमित हो रही है, ऐसे वक्त में भारत एक जीवंत, युवा और तेजी से बदलता हुआ केंद्र बनकर उभरा है।
जब दुनिया के मीडिया बाजार अब परिपक्व हो चुके हैं और उनकी ग्रोथ सीमित हो रही है, ऐसे वक्त में भारत एक जीवंत, युवा और तेजी से बदलता हुआ केंद्र बनकर उभरा है। डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, युवा आबादी और सरकार की नीतिगत मदद ने भारत को ग्लोबल मीडिया कंपनियों का पसंदीदा गंतव्य बना दिया है।
अब से सिर्फ 10 दिन में भारत एक ऐसा ऐतिहासिक आयोजन करने जा रहा है, जहां Netflix के को-CEO टेड सारंडोस, Instagram के हेड एडम मोसेरी और YouTube के CEO नील मोहन एक ही मंच पर WAVES समिट के दौरान मौजूद रहेंगे। ये इवेंट भारत की मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की बढ़ती ताकत का प्रतीक बन चुका है, जिसकी गूंज हालिया इंडस्ट्री रिपोर्ट्स में भी सुनाई दे रही है।
यह महज एक विजिट नहीं, बल्कि इस बात की खुली स्वीकारोक्ति है कि भारत अब ग्लोबल मीडिया के भविष्य को आकार देने वाले प्रमुख देशों में शामिल हो गया है।
भारत की मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री ने 2024 में ₹2.5 लाख करोड़ (करीब 29.4 अरब डॉलर) के आंकड़े को छू लिया। FICCI-EY की रिपोर्ट "Shape the Future" के मुताबिक, पिछले साल के मुकाबले यह ₹8,100 करोड़ की वृद्धि है यानी 3.3% की ग्रोथ।
डिजिटल मीडिया ने टेलीविजन को पीछे छोड़ते हुए 32% हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा सेगमेंट बन गया है। PwC की रिपोर्ट के मुताबिक, यह इंडस्ट्री 2028 तक ₹3.65 लाख करोड़ (करीब 44 अरब डॉलर) तक पहुंच जाएगी, यानी 8.3% की सालाना ग्रोथ—जो वैश्विक औसत 4.6% से कहीं अधिक है।
इंटरनेट ऐडवर्टाइजिंग इसका बड़ा इंजन बनकर उभरा है, जो 15.6% की CAGR से बढ़ते हुए 2028 तक ₹85,000 करोड़ (10.2 अरब डॉलर) तक पहुंच सकती है। यह वैश्विक औसत से 1.6 गुना तेज ग्रोथ है।
डिजिटल प्लैटफॉर्म्स पर परफॉर्मेंस-आधारित ऐडवर्टाइजिंग और प्रीमियम डिजिटल OOH मीडिया ने 8.1% की ऐडवर्टाइजिंग ग्रोथ को बढ़ावा दिया है। लाइव इवेंट्स (15%), डिजिटल मीडिया (17%) और OOH मीडिया (10%) सबसे तेजी से बढ़ रहे हैं। वहीं प्रिंट और रेडियो जैसे पारंपरिक माध्यम भी खासकर रिटेल विज्ञापन में अपनी पकड़ बनाए हुए हैं।
FICCI M&E कमेटी के चेयरमैन केविन वाज के अनुसार, “भारत की मीडिया इंडस्ट्री बदलाव के दौर से गुजर रही है, जहां डिजिटल अपनाने और उपभोक्ता की बदलती पसंद बड़ी भूमिका निभा रही है।”
भारत की 91 करोड़ की मिलेनियल और Gen Z आबादी दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल यूजर बेस में शामिल है। 2024 तक भारत में 80 करोड़ ब्रॉडबैंड सब्सक्रिप्शन और 78 करोड़ इंटरनेट यूजर हैं, जो डिजिटल कंटेंट खपत को मजबूत आधार देते हैं।
YouTube भारत में 49.1 करोड़ यूजर के साथ सबसे बड़ा डिजिटल प्लैटफॉर्म बना हुआ है। म्यूजिक, कॉमेडी और एजुकेशन जैसे सेगमेंट में इसकी पकड़ मजबूत है। वहीं Instagram पर Reels और Stories के चलते यूजर्स औसतन हर महीने 20 घंटे से ज्यादा समय बिताते हैं। शॉर्ट वीडियो कंटेंट सोशल मीडिया की दिशा बदल रहा है।
भारत में डिजिटल मीडिया पर खर्च 2024 में $10.1 अरब रहा, जिसमें से $4.59 अरब अकेले VoD यानी वीडियो-ऑन-डिमांड पर खर्च हुआ।
Netflix अब भारत में 1.2–1.5 करोड़ पेड सब्सक्राइबर्स तक पहुंच चुका है। इसके लोकल ओरिजिनल कंटेंट और स्मार्ट डिस्ट्रीब्यूशन स्ट्रैटेजीज ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई है। FY24 में Netflix इंडिया की रेवेन्यू 28.5% बढ़कर ₹2,845.7 करोड़ हुई और मुनाफा 49% बढ़कर ₹52.4 करोड़ पहुंच गया।
भारत अब Netflix के लिए नए पेड यूजर्स के लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा और रेवेन्यू ग्रोथ में तीसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है।
सरकार की ओर से क्रिएटर इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए $1 अरब का फंड लॉन्च किया गया है, जिसका मकसद कंटेंट क्रिएटर्स को सपोर्ट देना और डिजिटल स्किल्स बढ़ाना है। साथ ही मुंबई में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव टेक्नोलॉजीज के लिए ₹400 करोड़ का बजट तय किया गया है।
इंडस्ट्री में विलय और अधिग्रहण का सिलसिला भी तेज हो गया है। Disney और Reliance के बीच $8.5 अरब का मर्जर इस साल की सबसे बड़ी डील्स में शामिल है, जिससे बनने वाली नई कंपनी 100 से ज्यादा टीवी चैनल्स और 5 करोड़ से ज्यादा स्ट्रीमिंग सब्सक्राइबर्स को संभालेगी।
यह मर्जर पारंपरिक टीवी को नई ऊर्जा देने के साथ-साथ डिजिटल कंटेंट इन्वेस्टमेंट को भी रफ्तार देगा।
भारत अब ग्लोबल मीडिया इनोवेशन का न सिर्फ प्रयोगशाला, बल्कि लॉन्चपैड भी बनता जा रहा है। चाहे वो AI से लैस कहानी कहने के नए प्लेटफॉर्म हों या लाइव इवेंट्स—हर दिशा में भारत नए प्रयोगों का केंद्र बन चुका है।
1 से 4 मई के बीच मुंबई में होने जा रही WAVES 2025 समिट इसका बड़ा प्रमाण है। टेड सारंडोस, एडम मोसेरी और नील मोहन जैसे ग्लोबल लीडर्स की मौजूदगी भारत की मीडिया इंडस्ट्री के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
आज जब पूरी दुनिया की नजरें भारत पर हैं, तो यह कहना गलत नहीं होगा कि वैश्विक मीडिया का भविष्य अब यहीं से लिखा जाएगा।
आज हम भारतीय राजनीति, उद्यमी और मीडिया जगत की एक प्रमुख शख्सियत कार्तिकेय शर्मा का 43वां जन्मदिन मना रहे हैं।
आज हम भारतीय राजनीति, उद्यमी और मीडिया जगत की एक प्रमुख शख्सियत कार्तिकेय शर्मा का 43वां जन्मदिन मना रहे हैं। 14 मई 1981 को जन्मे कार्तिकेय शर्मा ने अपने विजन, नेतृत्व क्षमता और देशहित के प्रति प्रतिबद्धता के जरिए कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
ITV मीडिया नेटवर्क की स्थापना कर उन्होंने भारतीय मीडिया के परिदृश्य को नई दिशा दी। उनके नेतृत्व में यह नेटवर्क राष्ट्रीय, अंग्रेजी, हिंदी और सात क्षेत्रीय भाषाओं में न्यूज चैनल्स का बड़ा समूह बन गया, जिसने विविध आवाजों को मंच देने का काम किया। 'न्यूजएक्स', 'द संडे गार्जियन' और 'आज समाज' जैसे संस्थानों का अधिग्रहण कर उन्होंने खुद को एक सफल मीडिया उद्यमी के रूप में स्थापित किया।
2022 में उन्होंने हरियाणा से भाजपा के समर्थन में राज्यसभा सदस्य के तौर पर राजनीतिक सफर शुरू किया। कांग्रेस नेता अजय माकन को कड़े मुकाबले में हराकर उन्होंने राजनीतिक क्षेत्र में अपनी बढ़ती साख को साबित किया। बतौर सांसद उन्होंने इंटरपार्लियामेंटरी यूनियन की रवांडा में हुई 145वीं महासभा समेत कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सक्रिय भागीदारी निभाई, जिससे उनके वैश्विक दृष्टिकोण का भी परिचय मिला।
मीडिया और राजनीति के अलावा, उन्होंने हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में भी अपनी छाप छोड़ी है। पिकैडिली होटल्स (Piccadilly Hotels) और हयात की साझेदारी में उन्होंने दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में लक्जरी होटल्स की सीरीज शुरू की। साथ ही, प्रो स्पोर्टिफाई जैसे उपक्रमों के जरिए खेल और युवा विकास को भी बढ़ावा दिया।
समाज सेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता शिक्षा, स्वास्थ्य और सामुदायिक कल्याण के क्षेत्रों में दिखती है। उन्हें ‘चैम्पियंस ऑफ चेंज अवॉर्ड 2022’ और ‘बिजनेसवर्ल्ड पर्सन ऑफ द ईयर’ जैसे सम्मान भी मिल चुके हैं, जो उनके बहुआयामी प्रभाव को रेखांकित करते हैं।
43वें जन्मदिन पर कार्तिकेय शर्मा न केवल प्रेरणा का स्रोत हैं, बल्कि यह भी दिखाते हैं कि मीडिया, कारोबार और जनसेवा को एक साथ जोड़कर कैसे प्रभावशाली बदलाव लाया जा सकता है।
वह इस कॉमिक बुक कंपनी से करीब छह साल से जुड़ी हुई थीं।
भारतीय कॉमिक पुस्तकों की जानी-मानी श्रृंखला ‘अमर चित्र कथा’ (Amar chitra katha) की सीईओ और प्रेजिडेंट प्रीति व्यास ने कंपनी से विदाई लेने का फैसला किया है। वह इस कॉमिक बुक कंपनी से करीब छह साल से जुड़ी हुई थीं। इस बारे में प्रीति व्यास ने खुद अपनी लिंक्डइन पोस्ट पर जानकारी शेयर की है।
अपनी लिंक्डइन पोस्ट में प्रीति व्यास ने लिखा है, ‘छह शानदार वर्षों के बाद, मैं इस महीने ‘अमर चित्र कथा’ और ‘टिंकल कॉमिक्स स्टूडियो’ से विदा ले रही हूं। इन ब्रैंड्स का नेतृत्व करना, जिन्होंने पीढ़ियों को आकार दिया है, मेरे लिए जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है।’
कंपनी में अपने छह साल के इस सफर को याद करते हुए प्रीति ने कहा कि इस अनुभव ने उन्हें यह सिखाया कि किस तरह विरासत और नवाचार के संतुलन के साथ ट्रांसमीडिया ट्रांसफॉर्मेशन (विभिन्न मीडिया माध्यमों में बदलाव) का नेतृत्व किया जा सकता है। उनका कहना है, ‘महामारी से लेकर कोविड के बाद की ‘फिजिटल’ (फिजिकल+डिजिटल) दुनिया में ब्रैंड को नए रूप में पेश करने तक, हर चुनौती ने मुझे कंटेंट की दुनिया को गहराई से समझने का मौका दिया।’
बता दें कि प्रीति व्यास ने ‘अमर चित्र कथा प्राइवेट लिमिटेड’ में ऐसी टीम का नेतृत्व किया, जो ‘अमर चित्र कथा’ और ‘टिंकल’ जैसे ब्रैंड्स को नई पीढ़ी के पाठकों के लिए दोबारा गढ़ने के मिशन पर काम कर रही थी। यह टीम अनंत पाई की विरासत को जीवित रखने और उनके महत्वपूर्ण कार्य को आगे बढ़ाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही थी। उनकी लीडरशिप में ‘अमर चित्र कथा’ और ‘टिंकल’ जैसे ब्रैंड्स ने खुद को डिजिटल-फर्स्ट पहचान में तब्दील किया और नई ऊर्जा के साथ कंटेंट की दुनिया में कदम रखा।
प्रीति व्यास इससे पहले ‘क्रॉसवर्ड बुकस्टोर्स’ (Crossword Bookstores) , ‘ग्लोबस स्टोर्स’ (Globus Stores) , ‘किड्ज़टाउन इंडिया’ (Kidztown India), ‘फ्यूचर ग्रुप इंडिया’ (Future Group India) और ‘पैंटालून रिटेल इंडिया’ (Pantaloon Retail India) जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों में काम कर चुकी हैं।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आधिकारिक तौर पर टाटा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के बचे हुए मुकाबलों की फिर से शुरुआत की घोषणा कर दी है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने आधिकारिक तौर पर टाटा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 के बचे हुए मुकाबलों की फिर से शुरुआत की घोषणा कर दी है। टूर्नामेंट के शेष 17 मैच अब छह शहरों- दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, लखनऊ और जयपुर में आयोजित किए जाएंगे। IPL का यह सीजन बीते शुक्रवार को भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब यह 17 मई से फिर से शुरू होगा और इसका समापन 3 जून को भव्य फाइनल के साथ होगा।
पंजाब किंग्स और दिल्ली कैपिटल्स के बीच 8 मई को बीच में रोका गया मुकाबला अब 24 मई को जयपुर में खेला जाएगा। इस फैसले से पहले सरकार, सुरक्षा एजेंसियों और सभी जरूरी पक्षों के साथ गहन विचार-विमर्श किया गया।
प्लेयऑफ की तारीखें भी तय कर दी गई हैं- क्वालिफायर 1, 29 मई को; एलिमिनेटर, 30 मई को; क्वालिफायर 2, 1 जून को और फाइनल, 3 जून को होगा। हालांकि इन अहम मुकाबलों के वेन्यू की घोषणा जल्द की जाएगी।
BCCI के मानद सचिव देवजीत सैकिया ने एक बयान में देश की सशस्त्र सेनाओं के प्रति आभार जताया और कहा कि उन्हीं के प्रयासों से क्रिकेट का सुरक्षित माहौल दोबारा बना है। बोर्ड की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया, “BCCI एक बार फिर भारत की सेनाओं की वीरता और संकल्प को सलाम करता है, जिनकी वजह से देश में क्रिकेट की सुरक्षित वापसी संभव हो पाई है।”
BCCI ने यह भी दोहराया कि बोर्ड राष्ट्रीय हित को सर्वोपरि मानता है और खिलाड़ियों व दर्शकों की सुरक्षा के साथ खेल की भावना के संतुलन को बनाए रखना उसकी प्राथमिकता है।
गौरतलब है कि बीते सप्ताह धर्मशाला में चल रहा IPL मुकाबला अचानक रोकना पड़ा था। उसी दौरान धर्मशाला से करीब 100 किलोमीटर दूर पठानकोट में ड्रोन हमले के चलते बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। ऐसे माहौल में IPL का दोबारा शुरू होना क्रिकेट प्रेमियों के लिए राहत की खबर है।
अपनी पोस्ट में चौधरी ने सख्त लहजे में कहा, ‘अगर आप इसे फॉलो कर रहे हैं, तो आप भ्रमित हो रहे हैं। मैं इसकी रिपोर्ट कर रहा हूं। किसी की नकल करना प्रशंसा नहीं, बल्कि धोखाधड़ी है।’
जाने-माने पत्रकार सुधीर चौधरी ने अपने नाम से चल रहे एक फर्जी यूट्यूब चैनल को लेकर सोशल मीडिया के जरिये लोगों को आगाह किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर उन्होंने एक पोस्ट करते हुए बताया कि ‘BNR 24’ नाम का यह यूट्यूब चैनल उनके नाम का दुरुपयोग कर रहा है और अब तक 60,000 से ज्यादा सब्सक्राइबर जुटा चुका है। सुधीर चौधरी ने साफ लिखा, ‘साफ कर दूं: यह चैनल मेरा नहीं है।’ इसके साथ ही उन्होंने अपने फॉलोअर्स से अपील की कि वे इस भ्रम में न पड़ें।
इस फेक यूट्यूब चैनल पर सुधीर चौधरी की फोटो और उनके नाम जैसी ब्रैंडिंग का इस्तेमाल किया गया है, जिससे लोगों के बीच भ्रम फैल रहा है और यह डिजिटल माध्यमों में पहचान चुराने के नियमों का उल्लंघन भी है। अपनी पोस्ट में चौधरी ने सख्त लहजे में कहा, ‘अगर आप इसे फॉलो कर रहे हैं, तो आप भ्रमित हो रहे हैं। मैं इसकी रिपोर्ट कर रहा हूं। किसी की नकल करना प्रशंसा नहीं, बल्कि धोखाधड़ी है।’
इसके साथ ही सुधीर चौधरी ने लोगों से अपील की है कि वे इस फेक यूट्यूब चैनल की रिपोर्ट करें और ऐसे भ्रामक कंटेंट से दूरी बनाए रखें।
Someone has started a fake YouTube channel using my name — and it already has 60K subscribers. Just to be clear: that is NOT me.
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) May 9, 2025
If you’re following it, you’re being misled. Reporting it now.
Impersonation isn’t flattery. It’s fraud.https://t.co/uOLexIIThc pic.twitter.com/ymPZrWoHXr
गौरतलब है कि हाल ही में सुधीर चौधरी ने दूरदर्शन न्यूज में कंसल्टिंग एडिटर के तौर पर नई भूमिका संभाली है। वह अब डीडी न्यूज के प्राइमटाइम प्रोग्रामिंग और संपादकीय दिशा तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
डिजिटल मीडिया सेल्स में उन्होंने एक दशक से भी ज़्यादा समय तक काम किया है और इस दौरान वह कई प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ जुड़े रहे हैं।
डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘द बेटर इंडिया’ (The Better India) ने विशाख वरुण को एसोसिएट डायरेक्टर (ब्रैंड पार्टनरशिप्स) के पद पर नियुक्त किया है।
मीडिया सेल्स और मार्केटिंग के क्षेत्र में करीब 16 वर्षों का अनुभव है। डिजिटल मीडिया सेल्स में उन्होंने एक दशक से भी ज़्यादा समय तक काम किया है और इस दौरान वह कई प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ जुड़े रहे हैं।
‘Times Internet’, ‘ScoopWhoop’, ‘ZEE5’, ‘HT Digital Streams’ और ‘BW Businessworld’ जैसे प्रमुख संस्थानों में अपनी पारी के दौरान उन्होंने लगातार रेवेन्यू बढ़ाने की दिशा में उल्लेखनीय योगदान दिया और मजबूत क्लाइंट रिलेशनशिप्स बनाए।
उन्हें इन्वेंटरी सेल्स, कंटेंट मार्केटिंग और स्पॉन्सरशिप सेल्स जैसे क्षेत्रों में महारत हासिल है। डेटा इनसाइट्स के जरिये कैंपेन को बेहतर बनाना और क्लाइंट की जरूरतों के मुताबिक सॉल्यूशंस तैयार करना उनकी कार्यशैली की प्रमुख पहचान है।
अपनी नई जिम्मेदारी के बारे में विशाख वरुण का कहना है, ‘मैं इस नई भूमिका को निभाने के लिए बेहद उत्साहित हूं। ‘The Better India’ जैसा प्लेटफॉर्म जो दुनिया भर में सकारात्मक और प्रभावशाली खबरों के लिए जाना जाता है, उसके साथ जुड़कर मैं आर्टिकल्स, वीडियो और सोशल मीडिया के जरिये पॉवरफुल स्टोरीटेलिंग के माध्यम से इसके विकास में योगदान देना चाहता हूं।’
रिलायंस और डिज्नी स्टार के विलय के बाद स्टार इंडिया और जी एंटरटेनमेंट के बीच क्रिकेट ब्रॉडकास्टिंग राइट्स को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद में अब एक नया मोड़ आता दिख रहा है।
रिलायंस और डिज्नी स्टार के विलय के बाद स्टार इंडिया और जी एंटरटेनमेंट के बीच क्रिकेट ब्रॉडकास्टिंग राइट्स को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद में अब एक नया मोड़ आता दिख रहा है। अब तक कानूनी लड़ाई की दिशा में आगे बढ़ रहे इस मामले में दोनों पक्ष अब शायद समझौते की ओर भी देख रहे हैं।
वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही के नतीजों के दौरान जी एंटरटेनमेंट ने संकेत दिया कि वह स्टार के साथ चल रही मध्यस्थता प्रक्रिया में अब सभी संभावनाओं के लिए तैयार है, चाहे वो कानूनी हों या गैर-कानूनी, जिसमें कोर्ट से बाहर समझौता भी शामिल हो सकता है।
यह बयान उस विवाद की पृष्ठभूमि में आया है, जो 1.5 अरब डॉलर के ICC मीडिया राइट्स की सब-लाइसेंसिंग डील के टूटने के बाद शुरू हुआ था। जुलाई 2024 में डिज्नी के स्वामित्व वाली स्टार इंडिया ने जी के साथ अपनी समझौता संधि को गैर-अनुपालन का हवाला देते हुए रद्द कर दिया था। इसके बाद अगस्त में स्टार ने जी के खिलाफ मध्यस्थता की प्रक्रिया शुरू करते हुए 940 मिलियन डॉलर के हर्जाने की मांग की थी। आरोप था कि जी दिसंबर 2023 तक 203.56 मिलियन डॉलर की अहम किश्त नहीं चुका सका।
नतीजों के दौरान जी एंटरटेनमेंट के सीईओ पुनीत गोयनका ने कहा, “हम सभी संभावनाओं के लिए खुले हैं, चाहे वो कानूनी हों या गैर-कानूनी… लेकिन फिलहाल इस पर कुछ कहना जल्दबाजी होगी।” कंपनी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी इसी रुख को दोहराते हुए कहा कि जी रणनीतिक रूप से सभी विकल्पों की पड़ताल कर रहा है।
पिछले साल स्टार की मध्यस्थता याचिका और उसके तुरंत बाद सितंबर 2024 में जी की सिंगापुर में इन्वेस्टर मीट को कुछ विश्लेषकों ने इस कानूनी जोखिम के बीच निवेशकों को भरोसा दिलाने की कोशिश के रूप में देखा था। जी लगातार स्टार के आरोपों को खारिज करता रहा है और उसका कहना है कि वह इन दावों का पुरजोर विरोध करता रहेगा।
हालांकि अब रिलायंस और डिज्नी स्टार के विलय के बाद परिदृश्य बदल गया है। रिलायंस की अब पारंपरिक टीवी, ओटीटी और खेल अधिकारों के क्षेत्र में मजबूत पकड़ है। उद्योग के जानकारों का मानना है कि ऐसे में दोनों पक्षों के लिए यह ज्यादा मुफ़ीद हो सकता है कि वे कानूनी लड़ाई को लंबा खींचने की बजाय किसी सुलह की दिशा में बढ़ें।
भले ही अभी तक किसी ठोस समझौते की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन जी की हालिया भाषा से यह संकेत जरूर मिला है कि बातचीत का रास्ता अब पूरी तरह बंद नहीं रहा, भले ही वह रास्ता अभी बहुत संकरा ही क्यों न हो।
इस पद पर रोहित सूरी की नियुक्ति 12 मई से प्रभावी होगी। रोहित सूरी इससे पहले ‘नेटफ्लिक्स इंडिया’ (Netflix India) में हेड ऑफ टैलेंट के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
‘जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड’ (ZEE) ने रोहित सूरी को मुख्य मानव संसाधन अधिकारी (CHRO) नियुक्त करने की घोषणा की है। इस पद पर रोहित सूरी की नियुक्ति 12 मई 2025 से प्रभावी होगी। अपनी इस भूमिका में रोहित कंपनी के मुंबई मुख्यालय में कार्यरत रहेंगे और सीधे चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर (CEO) पुनीत गोयनका को रिपोर्ट करेंगे।
कंपनी के अनुसार, मानव संसाधन के क्षेत्र में अपने विशाल अनुभव का उपयोग करते हुए, रोहित ‘जी’ के ह्यूमन कैपिटल को मजबूत करने और एंप्लॉयीज की कुल क्षमताओं को बढ़ाने की जिम्मेदारी निभाएंगे, जिससे कंपनी को भविष्य के लिए तय किए गए लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी। उनकी भूमिका में नई एचआर नीतियों और रणनीतियों का क्रियान्वयन शामिल होगा, जो कंपनी की मूल्य-आधारित संस्कृति के अनुरूप उच्च प्रदर्शन और सहयोगात्मक कार्य संस्कृति को बढ़ावा देगा।
रोहित सूरी के पास कंज्यूमर इंटरनेट, टेक्नोलॉजी और मीडिया कंपनियों में 25 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उन्होंने दक्षिण एशिया, एशिया-पैसिफिक और यूरोप में लीडरशिप भूमिकाएं निभाई हैं, जहां उन्होंने बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन, नेतृत्व विकास कार्यक्रम, एचआर प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और सांस्कृतिक एकीकरण जैसे क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान दिया है। ‘ZEE’ से पहले वह ‘नेटफ्लिक्स इंडिया’ (Netflix India) में हेड ऑफ टैलेंट के पद पर कार्यरत थे। इसके अलावा, उन्होंने कई प्रतिष्ठित टेक्नोलॉजी और एंटरटेनमेंट कंपनियों में भी काम किया है, जहां उन्होंने डिजिटल इनोवेशन और डेटा-आधारित निर्णय प्रक्रिया को सशक्त बनाने पर विशेष जोर दिया।
रोहित सूरी की नियुक्ति के बारे में ‘ZEE’ के सीईओ पुनीत गोयनका का कहना है, ‘मानव संसाधन, कंपनी की सफलता की आधारशिला रहा है और हम भविष्य के लक्ष्यों की ओर अग्रसर हैं। मैं रोहित का स्वागत करते हुए प्रसन्न हूं, जो इस महत्वपूर्ण समय में हमारी टीम का हिस्सा बन रहे हैं। हमें भरोसा है कि वे हमारे एचआर ऑपरेशंस, पीपल स्ट्रैटेजी और संगठनात्मक संस्कृति को और मजबूत करेंगे। मीडिया और एंटरटेनमेंट क्षेत्र में प्रतिभा विकास और संस्कृति को एकीकृत करने के उनके अनुभव से हम कंपनी में नवाचार और सहयोग की भावना को और बढ़ा सकेंगे।’
वहीं, रोहित सूरी का कहना है, ‘ZEE जैसे प्रतिष्ठित संस्थान से जुड़ना मेरे लिए गर्व की बात है, खासकर ऐसे समय में जब यह कंपनी मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के भविष्य को आकार देने के लिए स्पष्ट और रणनीतिक कदम उठा रही है। यह कंपनी हमेशा से उद्यमशीलता की संस्कृति को बढ़ावा देने और भविष्य के लीडर्स तैयार करने के लिए जानी जाती रही है। मैं इस गति को और आगे बढ़ाने और प्रदर्शन-आधारित कार्य संस्कृति को विकसित करने के लिए उत्साहित हूं, जो कंपनी की दीर्घकालिक रणनीतिक प्रगति में योगदान दे सके।’
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े सैन्य तनाव के मद्देनजर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 को फिलहाल एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया गया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े सैन्य तनाव के मद्देनजर इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 को फिलहाल एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया गया है। बीसीसीआई ने एक मीडिया एडवाइजरी जारी करते हुए बताया कि TATA IPL 2025 के शेष मैच तत्काल प्रभाव से रोक दिए गए हैं। स्थिति की व्यापक समीक्षा के बाद और संबंधित एजेंसियों व हितधारकों से विचार-विमर्श कर आगे के कार्यक्रम व स्थानों की घोषणा की जाएगी।
IPL गवर्निंग काउंसिल ने यह फैसला सभी प्रमुख फ्रेंचाइजीस, ब्रॉडकास्टर्स, स्पॉन्सर्स और प्रशंसकों की ओर से आई चिंताओं के आधार पर किया है। बोर्ड ने अपने बयान में कहा है कि उसे भारत की सशस्त्र सेनाओं की क्षमता और तत्परता पर पूरा विश्वास है, लेकिन सभी हितधारकों की सामूहिक भलाई को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया।
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब BCCI की पहली प्राथमिकता विदेशी खिलाड़ियों को घर भेजने की है, लिहाजा इन विदेशी खिलाड़ियों को उनके देश भेजने के लिए चार्टर्ड फ्लाइट्स की व्यवस्था की जा रही है।
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में 8 मई तक 58 मुकाबले हुए थे, जिसमें पंजाब किंग्स (PBKS) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) का मैच भी शामिल है। भारत-पाकिस्तान तनाव के कारण 8 मई (बुधवार) को धर्मशाला में आयोजित यह मुकाबला बीच में ही रद्द कर दिया गया था।वहीं धर्मशाला के हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (HPCA) स्टेडियम को खाली करा दिया गया। खिलाड़ियों के धर्मशाला से दिल्ली लाने के लिए एक विशेष ट्रेन चलाई गई।
अब जबकि IPL सीजन 58 मैचों तक पहुंच चुका था और सिर्फ 12 लीग मुकाबले बचे थे, यह निलंबन प्रशंसकों और खिलाड़ियों दोनों के लिए एक अनिश्चित मोड़ पर आया है। ये मुकाबले लखनऊ, हैदराबाद, अहमदाबाद, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, मुंबई और जयपुर में होने थे, जबकि प्लेऑफ हैदराबाद और कोलकाता में खेले जाने थे।
इस घटनाक्रम के के दौरान पाकिस्तान की ओर से 8-9 मई की रात भारतीय सीमाओं पर ड्रोन और अन्य हथियारों के जरिए कई हमले किए गए, जिन्हें भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक नाकाम किया। भारतीय सेना ने यह भी बताया कि पाकिस्तान की सेना ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर कई बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया।
इससे पहले भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में स्थित नौ आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की थी। यह जवाबी हमला 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले के बाद हुआ, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी।
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास पाकिस्तानी गोलीबारी के दौरान चैनल के टाइम्स नाउ के रिपोर्टर साहिल सुहैल की कार को नुकसान पहुंचा है।
जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास पाकिस्तानी गोलीबारी के दौरान चैनल के टाइम्स नाउ के रिपोर्टर साहिल सुहैल की कार को नुकसान पहुंचा है। टाइम्स नाउ ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि साहिल एक अज्ञात स्थान से ग्राउंड रिपोर्टिंग कर रहे थे, जब अचानक हुई गोलीबारी और स्नाइपर फायरिंग के चलते उन्हें और वहां मौजूद अन्य नागरिकों को सुरक्षित बंकरों में भागना पड़ा।
रिपोर्ट के मुताबिक, कई घंटों बाद जब वे बाहर निकले, तो देखा कि उनकी गाड़ी की पिछली विंडशील्ड टूट चुकी थी। साहिल सुहैल ने बताया कि पाकिस्तानी ड्रोन जम्मू में मार गिराए जाने के बाद, पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई या हताशा में LoC के पार से गोलीबारी और मोर्टार शेलिंग शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि स्नाइपर की एक गोली बाजार क्षेत्र की एक सड़क पर लगी और वहां से उछलकर उनकी कार को क्षति पहुंची।
साहिल ने कहा, "जब हम बाहर आए तो ज़मीन पर स्नाइपर राउंड पड़े थे और हमारी गाड़ी को नुकसान हो चुका था।" उन्होंने यह भी बताया कि सुबह से अब तक कम से कम तीन स्नाइपर राउंड दागे जा चुके हैं। उनके अनुसार, यह पाकिस्तान की निराशा को दर्शाता है, जो अब आम नागरिकों को निशाना बना रहा है।
#TIMESNOW's @SaahilSuhail's vehicle was damaged after being targeted during Pak shelling.
— TIMES NOW (@TimesNow) May 9, 2025
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LoC के पास बसे गांवों में इस गोलाबारी के चलते लोग बंकरों में शरण लेने को मजबूर हैं।
यह हमला ऐसे समय हुआ है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और गहरा गया है। गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक ड्रोन और मिसाइल हमलों के रूप में दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव देखने को मिला है। भारत ने दावा किया है कि उसने जम्मू और पठानकोट सहित कई सैन्य ठिकानों पर पाकिस्तान द्वारा किए गए हमलों को विफल करो दिया। इससे पहले भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" चलाकर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया था।
पाकिस्तान ने इसके बाद उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई क्षेत्रों, जिनमें अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, भुज, चंडीगढ़, और अन्य स्थान शामिल हैं, में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की। सरकारी प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) के अनुसार, इन हमलों को भारतीय वायु रक्षा प्रणाली और इंटीग्रेटेड काउंटर UAS ग्रिड द्वारा सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया गया।
फिलहाल भारतीय सीमा पर किसी प्रकार की जनहानि या बुनियादी ढांचे को नुकसान की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सभी प्रभावित इलाकों में हाई अलर्ट जारी है।
हाल ही में हुए WAVES समिट के दौरान PTC नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर और प्रेजिडेंट रवींद्र नारायण ने भारत की मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के भविष्य को लेकर बेहद प्रेरणादायक दृष्टिकोण पेश किया।
मुंबई में आयोजित हालिया WAVES समिट के दौरान PTC नेटवर्क के मैनेजिंग डायरेक्टर और प्रेजिडेंट रबिन्द्र नारायण ने भारत की मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के भविष्य को लेकर बेहद प्रेरणादायक दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने इस आयोजन को “एक असली मेला” बताया और कहा कि यह भारत में अब तक का सबसे बड़ा क्रिएटर्स का संगम है। उनके मुताबिक, इस तरह के शिखर सम्मेलनों का आयोजन पहले केवल अमेरिका, एम्स्टर्डम, सिंगापुर और दुबई जैसे देशों में होता था, लेकिन पहली बार भारत में इतने बड़े स्तर पर यह संभव हो पाया है।
नारायण ने बताया कि जिस तरह से ब्रॉडकास्टर्स, स्टूडियोज, ऐक्टर्स, डायरेक्टर्स, म्यूजिशियन्स और डिजिटल क्रिएटर्स इस आयोजन में शामिल हुए, वैसा भारत में पहले कभी देखने को नहीं मिला। सौ से ज्यादा सत्रों के साथ यह समिट नए विचारों और तकनीकी नवाचारों का केंद्र बन गई है। उन्होंने एक स्टार्टअप का उदाहरण दिया जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कुछ ही मिनटों में फिल्मों के प्रोमो तैयार कर रहा है, वो भी मेटाडेटा और थीमेटिक डायरेक्शन के साथ। उनके अनुसार, मीडिया की दुनिया तेजी से बदल रही है और सरकार ने इसे पहचानते हुए ऐसा शिखर सम्मेलन आयोजित कर एक अहम कदम उठाया है।
उन्होंने सरकार की उस महत्वाकांक्षा का समर्थन किया जिसमें 2029 तक भारत को 50 अरब डॉलर की कंटेंट इकोनॉमी में बदलने की बात कही गई है, लेकिन इस दिशा में सफलता के लिए उन्होंने सिर्फ फंडिंग नहीं, बल्कि रचनात्मक स्वतंत्रता और संसाधनों की सहज उपलब्धता को ज्यादा अहम बताया। उनका मानना है कि जब सिस्टम क्रिएटर्स के सामने कोई रुकावट न खड़ी करें, तो परिणाम असाधारण होते हैं।
नारायण ने भारत की वैश्विक स्तर पर हो रही भागीदारी, विशेष रूप से वीएफएक्स, म्यूजिक और पोस्ट-प्रोडक्शन के क्षेत्र में, को रेखांकित करते हुए कहा कि अगर स्थानीय क्रिएटर्स को भी वैश्विक मानकों वाला माहौल और इन्फ्रास्ट्रक्चर दिया जाए, तो भारत वाकई एक ग्लोबल हब बन सकता है।
उन्होंने आने वाले वर्षों में क्षेत्रीय कंटेंट को सबसे बड़ा गेमचेंजर बताया। उनके अनुसार, अब “रीजनल ही नया ग्लोबल” है और हम उस दौर में प्रवेश कर रहे हैं जहां भाषा, क्षेत्र और देश गौण हो जाएंगे, कंटेंट ही प्रमुख भूमिका में रहेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए रियल-टाइम डबिंग और सॉफ्टवेयर जैसे Sora और Runway के जरिए एनीमेशन की दुनिया में हो रहे बदलाव इस ट्रेंड को और तेज कर रहे हैं।
नारायण ने कंटेंट की कमाई के तरीकों में भी बदलाव की बात कही। उनके मुताबिक, पारंपरिक टीवी रेटिंग सिस्टम की जगह अब रियल-टाइम, एड्रेसेबल मेट्रिक्स ले रहे हैं जो डीटीएच, मोबाइल और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर एक साथ लागू होंगे। इससे कंटेंट क्रिएटर्स को सीधे कमाई का मौका मिलेगा और उन्हें बेहतर शर्तों पर सौदे करने का आधार भी मिलेगा।
उन्होंने हाल ही में ट्राई द्वारा दिए गए उन सुझावों का स्वागत किया जिनमें सैटेलाइट अपलिंकिंग को अनिवार्य मानने की शर्त को हटाने और क्लाउड-आधारित प्लेआउट सिस्टम को प्रोत्साहन देने की बात कही गई है। उनका मानना है कि आने वाले समय में क्लाउड-आधारित न्यूजरूम और रिमोट कोलैबोरेशन की मदद से दुनिया भर के विशेषज्ञ एक साथ रीयल-टाइम चर्चाओं में हिस्सा ले सकेंगे।
नारायण ने अपनी बात को एक सशक्त निष्कर्ष के साथ समाप्त करते हुए कहा—“जब तक कंटेंट अच्छा है, वह राज करेगा।” यानी यदि कोई कंटेंट गुणवत्तापूर्ण है, तो वही लोगों का ध्यान खींचेगा और सफल होगा।