साल 2021 अपने सफर के अंतिम पड़ाव पर है। पूरी दुनिया नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रही है, क्योंकि साल 2020 और 2021 ने न सिर्फ लोगों के जहन पर, बल्कि तमाम इंडस्ट्री पर भी गहरा प्रभाव डाला है।
साल 2021 अपने सफर के अंतिम पड़ाव पर है। पूरी दुनिया नए साल का बेसब्री से इंतजार कर रही है, क्योंकि साल 2020 और 2021 ने न सिर्फ लोगों के जहन पर, बल्कि तमाम इंडस्ट्री पर भी गहरा प्रभाव डाला है। साल 2021 की शुरुआत में कोरोना का कहर धीरे-धीरे थमने लगा था, जिसके चलते लोगों को उम्मीद थी कि यह साल बीते साल (2020) के मुकाबले कम तबाही लाएगा, लेकिन हुआ इसका उल्टा। तबाही का मंजर देख लोग सहम गए, हर तरफ ऑक्सीजन की मांग को लेकर चीख-पुकार थी, तो कहीं था अपनों को खोने का गम। देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो रही थी, रोजगार छिन रहा था, लेकिन फिर भी इन सबके बीच कुछ ऐसा हो रहा था जो अर्थव्यवस्था के लिहाज से अच्छा था। दरअसल कुछ ऐसी कंपनियां थीं, जो अपनी स्ट्रैटेजी के चलते न केवल कई कंपनियों के लिए प्रेरणा बनीं, बल्कि कोरोना काल के बीच ऐसी डील भी कीं, जिससे उनके बिजनेस को नए पंख लग सके। वहीं कुछ ऐसी कंपनियां भी रहीं, जो अपना अस्तित्व बचाने के लिए दूसरी कंपनी में मर्ज हो गई, तो वहीं कुछ की डील टूटी भी। आइए एक नजर डालते हैं ऐसी ही मीडिया और सोशल मीडिया कंपनियों के बीच की डील पर-
Twitter- Breaker डील-
महीना था जनवरी, कंपनियों के बीच डील की शुरुआत हो चुकी थी, जब खबर आयी कि माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ‘ट्विटर’ (Twitter) ने पॉडकास्ट ऐप ‘ब्रेकर’ (Breaker) का अधिग्रहण कर लिया है। हालांकि, इस सौदे की वित्तीय शर्तों का खुलासा नहीं किया गया। ब्रेकर की ओर से कहा गया कि इस अधिग्रहण के बाद वह अपने ऐप और वेबसाइट को 15 जनवरी 2021 को बंद कर देगा और उसकी टीम ट्विटर को जॉइन कर लेगी।
ब्रेकर के सीईओ एरिक बर्लिन (Erik Berlin) ने अपने ब्लॉग में लिखा था, ‘हम इस बात को लेकर काफी उत्साहित हैं कि ब्रेकर की टीम ट्विटर को जॉइन कर रही है। हम वास्तव में ऑडियो कम्युनिकेशन को लेकर काफी उत्साहित हैं और ट्विटर दुनिया भर के लोगों के लिए जिस तरह से सार्वजनिक बातचीत की सुविधा प्रदान कर रहा है, उससे हम काफी प्रेरित हैं।’
फेसबुक व न्यूज कॉर्प डील-
लंबी लड़ाई के बाद इस साल मार्च में ऑस्ट्रेलिया में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और मीडिया कंपनी ‘न्यूज कॉर्प’ के बीच सहमति बनी और इसके तहत फेसबुक ने अब खबरों के भुगतान की बात कही। सहमति बनने के करीब तीन हफ्ते पहले ऑस्ट्रेलिया की संसद ने एक कानून पारित किया था, जिसके तहत डिजिटल कंपनियों को खबरें दिखाने के लिए भुगतान करना जरूरी कर दिया गया था।
न्यूयॉर्क स्थित ‘न्यूज कॉर्प’ विशेष तौर पर अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में समाचार देता है। इस मौके पर ‘न्यूज कॉर्प’ का कहना था कि उसने फेसबुक के साथ कई साल का एक समझौता किया है। यह समझौता गूगल के साथ पिछले महीने किए गए समझौते से मिलता-जुलता है।
न्यूज कॉर्प ने एक बयान में बताया था कि ‘स्काई न्यूज ऑस्ट्रेलिया’, न्यूज कॉर्प ऑस्ट्रेलिया की सहायक कंपनी है और उसने भी एक नया समझौता किया है, जो मौजूदा फेसबुक समझौते पर आधारित है। इससे पहले, फेसबुक ने तीन स्वतंत्र समाचार संस्थानों ‘प्राइवेट मीडिया’, ‘स्वाट्ज मीडिया’ और ‘सोलस्टिक मीडिया’ के साथ आशय पत्रों पर हस्ताक्षर किए थे।
म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड - रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क लिमिटेड डील-
अप्रैल में एक डील थी, जो परवान नहीं चढ़ सकी। दरअसल, ‘जागरण प्रकाशन’ (jagran Prakashan) के स्वामित्व वाली कंपनी 'म्यूजिक ब्रॉडकास्ट लिमिटेड', जो ‘रेडियो सिटी’ (Radio City) की मालिक है और इसका संचालन करती है, ने ‘बिग एफएम’ (Big FM) के अधिग्रहण के लिए ‘रिलायंस ब्रॉडकास्ट नेटवर्क लिमिटेड’ (RBNL) के साथ अपने 1050 करोड़ रुपए के अधिग्रहण सौदे को समाप्त कर दिया। उस समय ऐसी खबरें आयीं कि दोनों पक्षों को सूचना-प्रसारण मंत्रालय की ओर से मंजूरी नहीं मिली, जिसके चलते ही यह अधिग्रहण सौदा रद्द किया गया और समझौते की शर्तों के साथ यह समय सीमा समाप्त हो गयी।
News Broadcasters Federation व ARTBI डील-
इस साल जून में न्यूज इंडस्ट्री से जुड़े मुद्दे सुलझाने और न्यूज ब्रॉडकास्टर्स के हितों की रक्षा के लिए गठित ‘न्यूज ब्रॉडकास्टर्स फेडरेशन’ (News Broadcasters Federation) में ‘एसोसिएशन ऑफ रीजनल टीवी ब्रॉडकास्टर्स ऑफ इंडिया’ (ARTBI) का विलय हो गया।
तब फेडरेशन की ओर से एक बयान जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था, ‘एनबीएफ के गवर्निंग बोर्ड की बैठक में इस निर्णय की पुष्टि की गई है, जोकि बहुत ही महत्वपूर्ण निर्णय है। इससे क्षेत्रीय समाचार चैनल्स और उनके डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को नियामकीय जरूरतों (regulatory requirements) को समझने और उनका पालन करने में मदद मिलेगी।’
‘एनबीएफ’ का कहना था कि इस कदम का उद्देश्य बड़े पैमाने पर लोकहित में फेडरेशन को 'अधिक लोकतांत्रिक, विविध और भावनात्मक रूप से एकजुट' कर न्यूज ब्रॉडकास्टिंग इंडस्ट्री को और मजबूत करना है।
iTV Network - The Real Kashmir News डील-
जुलाई में देश के बड़े न्यूज ब्रॉडकास्टर्स में शुमार ‘आईटीवी नेटवर्क’ (iTV Network) से खबर आयी कि इस मीडिया नेटवर्क ने ‘द रियल कश्मीर न्यूज’ (The Real Kashmir News) में बड़ी हिस्सेदारी हासिल की। इसके साथ ही ‘आईटीवी नेटवर्क‘ ने कश्मीर घाटी में अपनी उपस्थिति और भी मजबूत कर ली। इस डील को लेकर तब ‘आईटीवी नेटवर्क’ के फाउंडर कार्तिकेय शर्मा ने कहा था, ‘हमें ‘द रियल कश्मीर न्यूज‘ के साथ इस हिस्सेदारी की घोषणा करते हुए बहुत खुशी है। यह जम्मू-कश्मीर में ‘इंडिया न्यूज‘ की मौजूदगी को विस्तार देने के लिए हमारे रणनीतिक विस्तार का हिस्सा है।’
उन्होंने कहा था कि इस हिस्सेदारी के साथ हम जम्मू-कश्मीर के विभिन्न हिस्सों से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के लिए न्यूज साझा करेंगे। इसके अलावा ‘आईटीवी नेटवर्क’ इंडिया न्यूज जम्मू-कश्मीर लॉन्च करेगा। इसके साथ ही उनका कहना था कि घाटी से सकारात्मक खबरों को बढ़ावा देने और जम्मू-कश्मीर से ग्राउंड रिपोर्टिंग को कवर करने के लिए ‘द रियल कश्मीर न्यूज’ लगातार जुटा हुआ है।
एनडीटीवी-अडानी ग्रुप डील-
सितबंर में मार्केट में यह अफवाह तेजी से फैल रही थी कि अडानी ग्रुप एनडीटीवी का अधिग्रहण कर सकता है, जिसके बाद एनडीटीवी के शेयर की कीमतों में तेजी से उतार-चढ़ाव देखा जाने लगा। इसके बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) ने दखल दिया और एनडीटीवी और अडानी ग्रुप से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा, जिसके जवाब में एनडीटीवी ने इसे अफवाह बताया और इस प्रकार की किसी भी बातचीत से इनकार किया था।
अपने स्पष्टीकरण में कंपनी ने कहा था कि नई दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड के संस्थापक-प्रवर्तक और पत्रकार राधिका व प्रणय रॉय ने एनडीटीवी के स्वामित्व में बदलाव या हिस्सेदारी बेचे जाने के संदर्भ में किसी भी संस्था के साथ बातचीत न तो अभी कर रहे हैं और न की है। दोनों व्यक्तिगत रूप से और अपनी कंपनी आरआरपीआर होल्डिंग्स प्राइवेट लि. के जरिये एनडीटीवी में कुल चुकता शेयर पूंजी का 61.45 फीसदी हिस्सेदारी रखे हुए हैं।
एनडीटीवी ने सूचना में यह भी कहा था कि उसे इस बात की कोई जानकारी नहीं कि शेयर में अचानक से उछाल क्यों आया। उसने कहा, एनडीटीवी आधारहीन अफवाह पर लगाम नहीं लगा सकती और न ही इस प्रकार की आधाहीन अटकलों में शामिल होती है।
वहीं, अडानी ग्रुप ने भी मार्केट में चल रही खबरों और अटकलों का खंडन किया था। अडानी ग्रुप ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को स्पष्ट किया था कि मीडिया हाउस में चल रहीं अधिग्रहण की खबरें 'तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। ग्रुप ने यह भी कहा था कि मीडिया हाउस के शेयर की कीमत में जो भी उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है कि वह पूरी तरह से बाजार संचालित है।
Share Chat - HPF Films डील
इस साल सितंबर में भारतीय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म शेयरचैट (Share Chat) ने वीडियो उत्पादन करने वाली कंपनी ‘एचपीएफ फिल्म्स’ (HPF Films) का अधिग्रहण किया। ‘एचपीएफ फिल्म्स’ को डिजिटल कंटेंट में विशेषज्ञता हासिल है। डील फाइनल होने के बाद, कंपनी ने एक बयान में कहा था कि अधिग्रहण से शेयरचैट और इसके लघु वीडियो प्लेटफॉर्म मौज (Moj) को बेहतर कंटेंट इकोसिस्टम बनाने की दिशा में मदद मिलेगी और ब्रैंड के लिए उसके विज्ञापन समाधानों में वृद्धि होगी। वैसे कंपनी ने इस सौदे की राशि की जानकारी नहीं दी।
कंपनी के मुताबिक, 2018 में शुरू हुई एचपीएफ फिल्म्स ने वेब-सीरीज, डिजिटल ऐड, शॉर्ट फिल्म्स और विभिन्न प्रकार के 20 से अधिक ब्रैंड्स के लिए डॉक्यूमेंट्रीज बनायी। बता दें कि इस अधिग्रहण के बाद ‘एचपीएफ फिल्म्स’ की 15 सदस्यों की टीम शेयरचैट के साथ जुड़ गयी। एचपीएफ फिल्म्स ने 12 भाषाओं में अपने वीडियो का उत्पादन और कंटेंट को विकसित किया।
NDTV-Taboola डील-
दिसंबर की शुरुआत में 'एनडीटीवी' (NDTV) ग्रुप से एक बड़ी खबर निकलकर सामने आयी थी। दरअसल, ग्रुप की डिजिटल शाखा एनडीटीवी कंवर्जेंस (NDTV Convergence) ने दुनिया के सबसे बड़े कंटेंट डिस्कवरी प्लेटफॉर्म 'तबूला' (Taboola) के साथ दस साल के लिए डील की है। माना जा रहा है दोनों के बीच करीब 750 करोड़ की यह डील न सिर्फ डिजिटल कंटेंट, बल्कि पूरे मीडिया में हुईं सबसे बड़ी डील में से एक है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दशक भर की यह डील ट्रैफिक में बढ़ोत्तरी सहित पारस्परिक रूप से निर्धारित अनुमानों पर आधारित है। 10 साल की अवधि के विभिन्न चरणों के लिए निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने पर ‘एनडीटीवी कंवर्जेंस‘ को तबूला की ओर से 750 करोड़ रुपए या 100 मिलियन डॉलर का राजस्व हासिल हो सकता है।
यह डील ‘एनडीटीवी कंवर्जेंस‘ को पर्सनलाइज्ड कंटेंट रिकमेंडेशंस, एडिटोरियल प्लानिंग, मॉनिटाइजेशन और ग्रोथ स्ट्रैटेजी के लिए ‘तबूला‘ के पूरे पोर्टफोलियो तक तत्काल पहुंच उपलब्ध कराती है।
ZEEL-SPNI डील-
दिसंबर में ‘सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’ (SPNI) और ‘जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड‘ (ZEEL) के बोर्ड की ओर से विलय को मंजूरी मिल गयी। दोनों कंपनियों ने इस डील से जुड़े करार पर हस्ताक्षर कर दिए। इसके तहत ‘जी एंटरटेंमेंट' का सोनी पिक्चर्स में विलय किया जाएगा।
इन दोनों कंपनियों की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस करार के तहत दोनों कंपनियां आपस में अपने नेटवर्क के साथ ही डिजिटल एसेट्स, प्रॉडक्शन परिचालन और प्रोग्राम लाइब्रेरी (digital assets, production operations and program libraries) का विलय करेंगी। नई संयुक्त कंपनी को भारत में सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध किया जाएगा। बोर्ड ने कहा कि इस मर्जर से शेयरहोल्डर और हिस्सेदारों के हितों का कोई नुकसान नहीं होगा।
बयान में कहा गया है कि इसके तहत 'सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स' के पास 1.5 बिलियन डॉलर की नकदी होगी जिसमें सोनी पिक्चर्स के वर्तमान प्रवर्तकों और जी के संस्थापक प्रवर्तकों द्वारा किये जाने वाला निवेश भी शामिल है। विलय के बाद बनने वाली कंपनी में नियंत्रक हिस्सेदारी सोनी पिक्चर्स की मूल कंपनी सोनी पिक्चर्स एंटरटेंमेंट इंक की होगी। इस कंपनी की हिस्सेदारी 50.86 प्रतिशत होगी, जबकि ‘जी’ के प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 3.99 प्रतिशत होगी। शेष 45.15 प्रतिशत हिस्सेदारी जी के शेयरधारकों की होगी।
वीजा इंडिया (Visa India) के कंट्री मैनेजर ऋषि छाबड़ा पिच BFSI समिट 2025 में कीनोट स्पीकर के रूप में शामिल होंगे
वीजा इंडिया (Visa India) के कंट्री मैनेजर ऋषि छाबड़ा पिच BFSI समिट 2025 में कीनोट स्पीकर के रूप में शामिल होंगे, जहां वे तेजी से बदलते डिजिटल पेमेंट्स इकोसिस्टम पर चर्चा करेंगे। जैसे-जैसे भारत कैशलेस अर्थव्यवस्था की ओर कदम बढ़ा रहा है, सुरक्षित, सुगम और स्केलेबल समाधानों की भूमिका पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। छाबड़ा इस विषय पर अपने विचार साझा करेंगे- ‘सिक्योरिंग इंडिया’स डिजिटल फ्यूचर: ट्रस्ट, स्पीड एंड स्केल इन पेमेंट्स’। पिच BFSI समिट और अवॉर्ड्स का तीसरा संस्करण 24 सितंबर को मुंबई में आयोजित होगा।
अपने संबोधन में छाबड़ा इस बात पर प्रकाश डालेंगे कि डिजिटल ट्रांजैक्शन्स में भरोसा कायम करना, ग्राहकों के लिए स्पीड सुनिश्चित करना और स्केलेबल सिस्टम तैयार करना, देशभर में डिजिटल पेमेंट्स को अपनाने के लिए बेहद जरूरी है। वे यह भी बताएंगे कि इनोवेशन और सहयोग भारत के वित्तीय परिदृश्य के अगले चरण को कैसे आकार दे रहे हैं। इस सम्मेलन में बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और इंश्योरेंस (BFSI) सेक्टर के प्रमुख मार्केटर्स, इनोवेटर्स और थॉट लीडर्स एक साथ जुटेंगे।
छाबड़ा अपने साथ गहरा अनुभव और दृष्टिकोण लेकर आते हैं कि तकनीक, नीतियां और इंडस्ट्री पार्टनरशिप मिलकर भारत के डिजिटल भविष्य को कैसे सुरक्षित बना सकती हैं। उनका यह संबोधन बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और फिनटेक के लीडर्स के लिए मूल्यवान इनसाइट्स प्रदान करेगा।
ऋषि छाबड़ा पेमेंट्स इकोसिस्टम में 20 से अधिक वर्षों का अनुभव रखते हैं और उन्होंने अमेरिका, भारत और श्रीलंका में काम किया है। वे ग्रोथ स्ट्रैटेजी, बिजनेस डेवलपमेंट, इकोसिस्टम ऑप्टिमाइजेशन और डिजिटल मार्केटिंग इनोवेशन्स में मजबूत पृष्ठभूमि रखते हैं। वीजा के लिए भारत एक महत्वपूर्ण बाजार है और अपने मौजूदा पद पर वे भारत के बिजनेस की जिम्मेदारी संभालते हैं, सीनियर क्लाइंट रिलेशनशिप्स का प्रबंधन करते हैं और मार्केट के लिए कंपनी की पहलों का नेतृत्व करते हैं। वे छोटे व्यवसायों को सशक्त बनाने पर फोकस करते हुए डिजिटल पेमेंट पहलों को भी आगे बढ़ाते हैं।
वीजा इंडिया के कंट्री मैनेजर बनने से पहले, ऋषि वाइस प्रेसिडेंट और हेड ऑफ मर्चेंट सेल्स एंड एक्वायरिंग (MS&A) रहे, जो भारत और दक्षिण एशिया क्षेत्र के लिए जिम्मेदार थे। वीजा से पहले, वे फिसर्व में मैनेजिंग डायरेक्टर और कंट्री हेड, इंडिया और श्रीलंका रहे। इसके अलावा उन्होंने फर्स्ट डेटा कॉर्प, पेपाल जैसी कंपनियों में एग्जीक्यूटिव नेतृत्वकारी भूमिकाएं निभाईं और जेपी मॉर्गन, एबीएन एमरो और जनरल इलेक्ट्रिक के साथ भी कार्य किया।
इस सम्मेलन का एजेंडा विभिन्न स्टैंडअलोन सेशंस, फायरसाइड चैट्स और आकर्षक पैनल डिस्कशंस से भरपूर होगा, जहां विशेषज्ञ BFSI इंडस्ट्री को आकार देने वाले ट्रांसफॉर्मेटिव बदलावों पर अपने विचार साझा करेंगे। सम्मेलन के को-प्रेजेंटिंग पार्टनर YAAP हैं, गोल्ड पार्टनर Frodoh है और Admattic इसका को-पार्टनर है।
‘स्विगी’ (Swiggy) की ओर से प्रस्तुत की गई इस छह-एपिसोड वाली सीरीज में चुने गए कुछ प्रतिभाशाली और बेबाक किशोरों को शामिल किया गया है, जो तमाम अहम मुद्दों पर खुलकर बात करते हैं।
‘इंडिया टुडे’ (India Today) ग्रुप के GenZ ब्रैंड ‘MO’ ने हाल ही में एक नया इंस्टा-फर्स्ट सीरीज ‘Secret Lives of Teenagers’ (SLOT) लॉन्च किया है। इस सीरीज का उद्देशय नई पीढ़ी यानी GenZ को केंद्र में रखकर उनकी ही आवाज को सामने लाने की कोशिश है।
‘स्विगी’ (Swiggy) की ओर से प्रस्तुत की गई इस छह-एपिसोड वाली सीरीज में चुने गए कुछ प्रतिभाशाली और बेबाक किशोरों को शामिल किया गया है, जिनमें से कई दुनिया के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे हैं। ये सभी पहचान और महत्वाकांक्षा से लेकर मानसिक स्वास्थ्य, प्यार और डिजिटल लाइफ जैसे मुद्दों पर खुलकर बात करते हैं।
कंपनी के अनुसार, यह सीरीज़ मजेदार, सच्ची और बेहद व्यक्तिगत है। ‘Secret Lives of Teenagers’ युवाओं की उस दुनिया की झलक दिखाती है, जिसमें वे हाइपर-कनेक्टेड दौर में युवा होने के दौरान मुश्किल सवालों से जूझ रहे हैं।
मार्केटर्स, पैरेंट्स, एजुकेटर्स और ब्रैंड्स के लिए यह सीरीज इस नई पीढ़ी के मूल्यों की झलक पेश करती है। वहीं, किशोरों के लिए यह मंच उनकी सच्ची और बेबाक आवाज को दुनिया तक पहुंचाने का काम करता है।
यह सीरीज MO के तहत बनाई गई है, जो इंडिया टुडे ग्रुप का इंस्टाग्राम-फर्स्ट यूथ ब्रैंड है। यह पॉडकास्ट, रील्स, मीम्स और बिहाइंड-द-सीन्स कॉन्टेंट के जरिये इंटरनेट की भाषा में बात करने के लिए डिजाइन किया गया है। ‘Secret Lives of Teenagers’के जरिये MO ने खुद को भारत की सबसे प्रभावशाली पीढ़ी के लिए एक सांस्कृतिक मंच के रूप में और मजबूत किया है।
इस बारे में ‘इंडिया टुडे’ ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन और एग्जिक्यूटिव एडिटर-इन-चीफ कली पुरी ने कहा, ‘SLOT के जरिये हमने एक ऐसा मंच तैयार किया है जो पूरी तरह रॉ, रियल और GenZ का है। डिजिटल-फर्स्ट ब्रैंड MO और SLOT सीरीज सोशल स्टोरीटेलिंग की मौलिकता को सामने लाती है। यह उन सभी लोगों के लिए एक संसाधन है, जो देश की इस नई पीढ़ी को समझना चाहते हैं।’
हर एपिसोड के अंत में ‘स्विगी मार्केटप्लेस’ के सीईओ रोहित कपूर CMO’s के लिए Gen Z पर अपना विजन शेयर करेंगे। रोहित कपूर के अनुसार, ‘इस नई पीढ़ी ने खाने, शॉपिंग और ऑनलाइन जीने के तरीके पूरी तरह बदल दिए हैं। वे ट्रेंड्स को फॉलो नहीं करते, बल्कि खुद सेट करते हैं। ‘Secret Lives of Teenagers’ ईमानदार, मजेदार और बेबाक नजरिये के साथ उनकी दुनिया की पहली पंक्ति से झलक देता है। जो भी ब्रैंड या पैरेंट्स GenZ को समझना चाहते हैं, उनके लिए यह सीरीज सबसे बेहतर शुरुआत है।’
इस सीरीज को आप यहां क्लिक कर देख सकते हैं।
एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप ने बुधवार, 3 सितंबर को e4m D2C रेवोल्यूशन अवॉर्ड्स का चौथे संस्करण आयोजित किया।
एक्सचेंज4मीडिया ग्रुप ने बुधवार, 3 सितंबर को e4m D2C रेवोल्यूशन अवॉर्ड्स का चौथे संस्करण आयोजित किया। गुरुग्राम में हुए इस शानदार अवॉर्ड समारोह में देश के D2C इकोसिस्टम से जुड़े कुछ सबसे प्रभावशाली लीडर्स, मार्केटर्स और इनोवेटर्स मौजूद रहे। अवॉर्ड नाइट में कुछ प्रमुख विजेताओं में ड्यूरोफ्लेक्स, WOW स्किन साइंस, Aaccho, बिसलेरी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और एमेजॉन ऐड्स शामिल रहे। इसी दौरान, अन्वेषण (Anveshan) की फाउंडर आयुषी खंडेलवाल को ‘बेस्ट D2C गेमचेंजर एंटरप्रेन्योर– फीमेल’ खिताब से सम्मानित किया गया।
e4m D2C रेवोल्यूशन अवॉर्ड्स का उद्देश्य डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर इकोसिस्टम में हो रही असाधारण वृद्धि और रचनात्मकता का जश्न मनाना है। e4m D2C अवॉर्ड्स के विजेताओं को पांच मुख्य श्रेणियों में सम्मानित किया गया, जो D2C जगत की विविधता को दर्शाती हैं। इन श्रेणियों को खासतौर पर इनोवेशन, क्रिएटिविटी, ब्रैंड बिल्डिंग और प्रभावी स्टोरीटेलिंग को उजागर करने के लिए तैयार किया गया है।
इस बार जिन प्रमुख ब्रैंड्स और एजेंसियों ने बड़ी जीत दर्ज की, उनमें बिसलेरी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड, हेल्थकार्ट का HK Vitals, WOW स्किन साइंस, आचो और ड्यूरोफ्लेक्स शामिल हैं। वहीं, जिन एजेंसियों ने सबसे ज्यादा मेडल्स अपने नाम किए उनमें एमेजॉन ऐड्स, Lyxel & Flamingo, The Starter Labs, डेंट्सु X और pROwth शामिल हैं।
मेडल टैली में बिसलेरी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड ने 6 मेडल्स (5 गोल्ड और 1 सिल्वर) जीते। HK Vitals by HealthKart ने 2 गोल्ड मेडल्स, WOW स्किन साइंस ने 3 सिल्वर मेडल्स, आचो ने 1 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल तथा ड्यूरोफ्लेक्स ने 1 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल अपने नाम किए। वहीं एजेंसियों में एमेजॉन ऐड्स ने कुल 18 मेडल्स (6 गोल्ड, 8 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज), Lyxel & Flamingo ने कुल 10 मेडल्स (5 गोल्ड और 5 सिल्वर), The Starter Labs ने 3 मेडल्स (2 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज) और डेंट्सु X ने 1 गोल्ड मेडल जीता।
डिसरप्टिव आइडियाज और बोल्ड कैंपेन को मान्यता देकर यह अवॉर्ड्स D2C स्पेस के भविष्य के लिए एक मजबूत आधार तैयार करते हैं। ब्रेकथ्रू कैंपेन से लेकर उन ब्रैंड्स को सम्मानित करने तक जिन्होंने परफॉर्मेंस और कस्टमर एंगेजमेंट में उत्कृष्टता दिखाई है, यह अवॉर्ड्स भारत भर के D2C इकोसिस्टम में हो रहे शानदार काम को परिभाषित करते हैं।
यहां देखें विजेताओं की पूरी लिस्ट:
यह फैसला आज हुई बोर्ड मीटिंग में लिया गया। स्टॉक एक्सचेंज में दाखिल जानकारी के मुताबिक, कंपनी पूरी तरह से चुकता (fully paid-up) इक्विटी शेयर जारी करेगी, जिनका फेस वैल्यू प्रति शेयर 4 रुपये होगा।
अडाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की सहायक कंपनी ‘एनडीटीवी’ (NDTV) के निदेशक मंडल ने इक्विटी शेयरों के राइट्स इश्यू के माध्यम से 400 करोड़ रुपये तक जुटाने की मंजूरी दे दी है। यह फैसला आज हुई बोर्ड मीटिंग में लिया गया।
स्टॉक एक्सचेंज में दाखिल जानकारी के मुताबिक, कंपनी पूरी तरह से चुकता (fully paid-up) इक्विटी शेयर जारी करेगी, जिनका फेस वैल्यू प्रति शेयर 4 रुपये होगा। ये शेयर मौजूदा शेयरधारकों को दिए जाएंगे, जिनकी पात्रता तय करने के लिए एक रिकॉर्ड डेट अलग से घोषित की जाएगी।
कंपनी ने बताया कि यह राइट्स इश्यू कंपनी अधिनियम, 2013 और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (पूंजी जारी और प्रकटीकरण आवश्यकताएं) विनियम, 2018 के प्रावधानों के अनुरूप किया जाएगा।
गौरतलब है कि कंपनी जब अपने मौजूदा शेयरधारकों को नए शेयर खरीदने का विशेष अधिकार देती है और उनसे पूंजी जुटाती है, तो इसे राइट्स इश्यू कहते हैं।
ICYMI रिपोर्ट में खुलासा—भारत में चाय बनी पहली पसंद, लेकिन दक्षिण भारत में कॉफी का दबदबा बरकरार
भारत में अधिकांश घरों में सुबह की शुरुआत घड़ी के अलार्म से नहीं, बल्कि गरम चाय की प्याली से होती है। दरअसल, ‘ICYMI’ ने राज्य-दर-राज्य चाय और कॉफी की पसंद का नक्शा तैयार किया है। इस रिपोर्ट में नेशनल सैंपल सर्वे का हवाला देते हुए बताया गया है कि भारतीय लोग कॉफी की तुलना में करीब 15 गुना ज्यादा बार चाय पीते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, यही वजह है कि चाय को इस देश का अघोषित रूप से राष्ट्रीय पेय माना जा सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर साल लगभग 1,197 मिलियन किलोग्राम चाय की खपत होती है। यह आंकड़ा भारत को दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चाय उपभोक्ता बनाता है। वहीं कॉफी के मामले में भारत सातवें स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार, ‘ज्यादातर भारतीयों के लिए कॉफी साल में औसतन 20 कप तक होती है, लेकिन दक्षिण भारत में कॉफी के लिए यह आंकड़े नहीं, बल्कि दीवानगी जैसी देखी जाती है।’
चाय प्रेमियों की बात करें तो गुजरात सबसे आगे है, जहां लोग अपनी चाय को ‘कड़क, इलायची और अदरक’ वाली पसंद करते हैं। इसके बाद गोवा आता है, जहां की खासियत है गुलाब वाली चाय। वहीं हरियाणा, महाराष्ट्र और हिमाचल प्रदेश भी अपनी विशिष्ट चाय परंपराओं के लिए जाने जाते हैं।’
कॉफी के मामले में बाजी दक्षिण भारत के हाथ लगती है। रिपोर्ट के अनुसार, ‘अगर उत्तर भारत की ऊर्जा चाय है, तो दक्षिण भारत की ताकत कॉफी।’ तमिलनाडु देश की 36% कॉफी खपत के साथ सबसे आगे है, जहां चिकोरी मिली फ़िल्टर कॉफी को पहचान माना जाता है। कर्नाटक, जिसे ’बीन बेल्ट’ कहा जाता है, न सिर्फ देश की 71% कॉफी बीन्स का उत्पादन करता है, बल्कि 31% खपत में भी हिस्सेदार है। आंध्र प्रदेश की अराकू अरेबिका और केरल की प्लांटेशन कॉफी भी बड़ी हिस्सेदारी रखती हैं।
रिपोर्ट के अंत में कहा गया है, ‘चाहे बात ‘एक गरम चाय की प्याली हो’ की या ‘फिल्टर कॉफी, प्लीज’ की, आंकड़ों में चाय आगे है, लेकिन कॉफी भी कई जगह अपनी अलग छाप छोड़ती है। यानी, दोनों मिलकर भारत की रोजमर्रा की जिंदगी को एक नई ऊर्जा देते हैं।’
लग्जरी इंफ्लुएंसर मार्केटिंग और इवेंट्स कंपनी ‘Ykone India’ ने वरुण बधवार को अपना नया कंट्री डायरेक्टर नियुक्त किया है। वरुण इससे पहले ‘Condé Nast India’ में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे।
लग्जरी इंफ्लुएंसर मार्केटिंग और इवेंट्स कंपनी ‘Ykone India’ ने वरुण बधवार को अपना नया कंट्री डायरेक्टर नियुक्त किया है। इस नियुक्ति के साथ ही कंपनी ने भारत के तेजी से बढ़ते लग्जरी और लाइफस्टाइल सेगमेंट में अपने विस्तार की योजनाओं को और मजबूती देने का संकेत दिया है।
वरुण बधवार इससे पहले ‘कॉनडे नास्ट इंडिया’ (Condé Nast India) से जुड़े थे। वहां उन्होंने Vogue, GQ, Architectural Digest और Condé Nast Traveler जैसे दुनिया के प्रतिष्ठित मीडिया ब्रैंड्स के साथ काम किया। इस दौरान उन्होंने कई बड़े स्तर की पार्टनरशिप और प्रोजेक्ट्स को लीड किया, जिनमें एडिटोरियल क्रिएटिविटी और कमर्शियल इनोवेशन का शानदार मेल देखने को मिला। उनकी पहल से भारतीय मार्केट में लग्जरी ऑडियंस के कंटेंट अनुभव का नया रूप मिला।
आईआईएम कलकत्ता (IIM Calcutta) से ग्रेजुएट बधवार को एक ऐसे मीडिया और मार्केटिंग लीडर के रूप में जाना जाता है, जो स्ट्रैटेजिक सोच को क्रिएटिव विजन के साथ जोड़ते हैं। अपने करियर में उन्होंने कंटेंट-ड्रिवन पार्टनरशिप्स को नया आयाम दिया, कई बड़े कैंपेन को सफल बनाया और ग्लोबल ब्रैंड्स को भारतीय कंज्यूमर्स तक मजबूती से पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
‘Ykone India’ में अब बधवार का फोकस हाई-इम्पैक्ट इंफ्लुएंसर कैंपेन और कस्टमाइज्ड ब्रैंड एक्सपीरियंस के जरिये कंपनी की लग्जरी मार्केटिंग स्ट्रैटेजी को मजबूत करना होगा। यह कदम इस बात को दर्शाता है कि कंपनी भारत में अपनी मौजूदगी को और विस्तार देने के लिए शीर्ष स्तर पर ठोस निवेश कर रही है।
e4m D2C रिवॉल्यूशन समिट एंड अवॉर्ड्स का चौथा संस्करण कल, 3 सितंबर को गुरुग्राम में आयोजित होगा।
e4m D2C रिवॉल्यूशन समिट एंड अवॉर्ड्स का चौथा संस्करण कल, 3 सितंबर को गुरुग्राम में आयोजित होगा। यह कॉन्फ्रेंस एक महत्वपूर्ण मंच है, जहां इंडस्ट्री जगत के लीडर्स, फाउंडर्स और मार्केटर्स एक साथ आएंगे और बदलते हुए D2C क्षेत्र में नवीनतम रुझानों, नवाचारों और चुनौतियों पर चर्चा करेंगे।
कॉन्फ्रेंस में विशिष्ट वक्ता विकास, लचीलापन (agility) और उपभोक्ता की भागीदारी (consumer engagement) पर जोर देंगे। वे इस बारे में अपने अनुभव और विचार साझा करेंगे कि ब्रैंड्स प्रतिस्पर्धी मार्केट में प्रासंगिक बने रहने के लिए किस तरह अपनी रणनीतियां बदल और नया रूप दे रहे हैं।
e4m D2C रिवॉल्यूशन समिट एक सशक्त एजेंडा के साथ आ रहा है, जिसे भारत में D2C क्षेत्र की वृद्धि और भविष्य पर सार्थक बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। इस समिट में D2C क्षेत्र के अग्रणी प्रतिभागी इंटरैक्टिव फायरसाइड चैट्स, कीनोट सेशन और प्रभावशाली पैनल चर्चाओं में भाग लेंगे। प्रतिभागियों को उपभोक्ता व्यवहार, D2C इकोसिस्टम को आकार देने वाले नवीनतम रुझानों और शीर्ष D2C ब्रैंड्स की सफलता के प्रमुख कारणों पर व्यावहारिक जानकारियाँ मिलेंगी।
चर्चा के प्रमुख विषय होंगे – भारत के D2C बूम में ध्यान और मार्केट शेयर हासिल करना, देश के सबसे बड़े D2C विज्ञापन खर्च करने वाले ब्रैंड्स कैसे तेजी और निडरता के साथ ब्रैंड बना रहे हैं, स्पीड-ओब्सेस्ड स्टाइल इकॉनमी में सफल होना, क्विक कॉमर्स: गति, पैमाना और लाभप्रदता, ब्रैंड लव खोए बिना ROI को अधिकतम करना, D2C विज्ञापन का भविष्य, बदलता हुआ भारतीय खरीदार: रुझान, ट्रिगर और निष्कर्ष आदि।
कॉन्फ्रेंस के बाद e4m D2C अवॉर्ड्स के विजेताओं को पांच मुख्य श्रेणियों में उनके उत्कृष्ट कार्य और नवाचार के लिए सम्मानित किया जाएगा। ये अवॉर्ड्स D2C इकोसिस्टम में उत्कृष्टता का उत्सव हैं, जो नवाचारी कैंपेन्स, उत्कृष्ट ब्रैंड प्रदर्शन और मार्केटिंग प्रतिभा को पहचान देते हैं। यह सम्मान न केवल उपलब्धियों का गौरव बढ़ाता है, बल्कि इंडस्ट्री के लिए नए मानक भी स्थापित करता है।
हमारे साथ जुड़े रहें इस आगामी समिट के लिए, जहां इंडस्ट्री जगत के नेता, नवप्रवर्तक और विशेषज्ञ एक साथ आएंगे, विचार साझा करेंगे, उभरते रुझानों का अन्वेषण करेंगे और विकास के नए अवसरों को तलाशेंगे।
‘आकासा एयर’ (Akasa Air) ने नारायण टी वी को अपना चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) नियुक्त किया है। 29 अगस्त 2025 से इस पद पर उनकी नियुक्ति प्रभावी हो गई है।
‘आकासा एयर’ (Akasa Air) ने टीवी नारायण को अपना चीफ मार्केटिंग ऑफिसर (CMO) नियुक्त किया है। 29 अगस्त 2025 से इस पद पर उनकी नियुक्ति प्रभावी हो गई है।
नारायण के पास वित्तीय सेवाओं, डिजिटल प्लेटफॉर्म्स और मार्केटिंग लीडरशिप में दो दशकों से अधिक का अनुभव है। आकासा एयर से जुड़ने से पहले वे आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में चीफ मार्केटिंग ऑफिसर के पद पर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे थे। उन्होंने हाल ही में वहां से इस्तीफा दिया था और वहां उनका आखिरी कार्यदिवस 22 अगस्त 2025 था।
नारायण ने पूर्व में कोटक सिक्योरिटीज, टाइम्सऑफमनी, मोटिलाल ओसवाल सिक्योरिटीज और पेपाल जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में अहम पदों पर काम किया है।
बीएफएसआई (बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा) क्षेत्र के शीर्ष लीडर्स में गिने जाने वाले नारायण को 2024 में BW टॉप मार्केटर्स की सूची में भी शामिल किया गया था, जो मार्केटिंग में उनके प्रभाव और उत्कृष्ट योगदान को दर्शाता है।
पिच BFSI समिट व अवॉर्ड्स का तीसरा संस्करण 24 सितंबर को मुंबई में आयोजित होने जा रहा है।
पिच BFSI समिट व अवॉर्ड्स का तीसरा संस्करण 24 सितंबर को मुंबई में आयोजित होने जा रहा है। यह अनूठा समिट बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (BFSI) सेक्टर की कुछ सबसे प्रभावशाली आवाजों को एक साथ लाएगा। यह समिट मार्केटर्स, इनोवेटर्स और थॉट लीडर्स के लिए एक ऐसा मंच बनेगा, जहां वे इस तेजी से बदलते बाजार परिवेश में इंडस्ट्री के विकास पर अपने विचार और जानकारियां साझा करेंगे। इस समिट का उद्देश्य ऐसे भविष्य की रूपरेखा तय करना है, जहां वित्तीय संस्थान केवल व्यवसाय ही नहीं, बल्कि स्थायी विरासत भी छोड़ें।
BFSI सेक्टर में लगातार हो रहे बदलावों के बीच, यह समिट उन रणनीतियों और नवाचारों पर प्रकाश डालने का प्रयास करेगा, जो विकास को आगे बढ़ा रहे हैं और उपभोक्ताओं के साथ गहरे संबंध बना रहे हैं। इस वर्ष पिच BFSI समिट का थीम है- “बियॉन्ड द ट्रांजैक्शन: बिल्डिंग अ लिगेसी ऑफ वैल्यूज।”
यह विचार इस बात को दर्शाता है कि BFSI ब्रैंड्स समाज में अपनी भूमिका को किस तरह से नए नजरिए से देख रहे हैं। जहां लेन-देन व्यवसाय और विकास को गति देते हैं, वहीं ब्रैंड्स के लिए वास्तविक अंतर लंबी अवधि का भरोसा बनाने और ग्राहकों को सार्थक मूल्य प्रदान करने में है। यह थीम इस विश्वास को रेखांकित करता है कि वित्तीय सफलता केवल मुनाफे या प्रदर्शन के आंकड़ों से नहीं, बल्कि उस ईमानदारी और उद्देश्य की विरासत से भी मापी जाती है, जो कंपनियां पीछे छोड़ती हैं।
समिट में इस बात पर फोकस होगा कि अग्रणी BFSI कंपनियां पारंपरिक परफॉर्मेंस मेट्रिक्स से आगे बढ़कर भरोसा और उद्देश्य-आधारित जुड़ाव कैसे बना रही हैं। चर्चाओं में यह भी उजागर होगा कि ग्राहक अपेक्षाएं कैसे बदल रही हैं, जहां लोग अब ऐसे ब्रैंड्स की तलाश कर रहे हैं जो उनके मूल्यों से मेल खाते हों और जिम्मेदारी दिखाते हों।
कीनोट एड्रेस, फायरसाइड चैट्स और आकर्षक पैनल चर्चाओं के माध्यम से पिच BFSI मार्केटिंग समिट BFSI इकोसिस्टम में विकास, चुनौतियों और आगे की संभावनाओं का एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करेगा।
कॉन्फ्रेंस का को-प्रेजेंटिंग पार्टनर है YAAP, जबकि गोल्ड पार्टनर है Frodoh.
एक्सचेंज4मीडिया, PR एजेंसीज व ब्रैंड्स की शानदार उपलब्धियों का सम्मान करते हुए ‘टॉप 25 एजेंसीज’ और ‘सर्वश्रेष्ठ इन-हाउस कम्युनिकेशन प्रोफेशनल्स वाले 'टॉप 25 ब्रैंड्स’ की सूची जल्द जारी करेगी।
एक्सचेंज4मीडिया (exchange4media) ने PR एजेंसीज और ब्रैंड्स की शानदार उपलब्धियों का सम्मान करते हुए ‘टॉप 25 एजेंसीज’ और ‘सर्वश्रेष्ठ इन-हाउस कम्युनिकेशन प्रोफेशनल्स वाले 'टॉप 25 ब्रैंड्स’ की 2025 की सूची जारी करने की घोषणा की है।
यह वार्षिक मान्यता उन शीर्ष 25 PR एजेंसीज और 25 ब्रैंड्स को सम्मानित करती है, जिन्होंने कम्युनिकेशन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। इन सूचियों का चयन और अंतिम रूप एक्सचेंज4मीडिया की इन-हाउस एडिटोरियल टीम और जूरी द्वारा किया जाएगा।
जूरी एक कड़े मूल्यांकन प्रक्रिया के जरिए टॉप 25 एजेंसीज और ब्रैंड्स का चयन करेगी। इस दौरान ग्रोथ, इनोवेशन, कैंपेन की सफलता, क्लाइंट संतुष्टि, टीम की मजबूती, टर्नओवर, इंडस्ट्री में प्रभाव, असर और अन्य मानकों को ध्यान में रखा जाएगा।
लगातार छठे साल, एक्सचेंज4मीडिया अपने प्रमुख वार्षिक इनिशिएटिव के तहत PR और कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन के क्षेत्र में ब्रैंड्स और एजेंसीज की असाधारण उपलब्धियों को सम्मानित करेगा। टॉप परफॉर्मर्स की अंतिम सूची सितंबर 2024 में एक्सचेंज4मीडिया की वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर जारी की जाएगी।
इस साल के विजेताओं को एक खास ऑन-ग्राउंड अवॉर्ड सेरेमनी में सम्मानित किया जाएगा। समारोह और स्थान के विवरण जल्द साझा किए जाएंगे।
यह सूची इंडस्ट्री में उत्कृष्टता का एक मानक बन चुकी है, जिसे हर साल एजेंसीज और ब्रैंड्स बड़ी उत्सुकता से इंतजार करते हैं। ऐसे में इंडस्ट्री के भविष्य को दिशा देने वाली टॉप 25 एजेंसीज और ब्रैंड्स 2025 की रोमांचक घोषणा के लिए तैयार रहें।