देश 2024 में आम चुनावों के लिए तैयार हो रहा है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी आराम से शीर्ष स्थान पर बैठी है।
यह शुरुआत भर है और कई क्षेत्रों में इसके दूरगामी प्रभाव नजर आने लगे हैं। तकनीक ने हम सबकी जिंदगी बदल दी है।
नौकरियों की उपलब्धता भी एक समस्या बनी हुई है। हालांकि उम्मीद है कि अगले साल कुछ हालात बदलेंगे और आंधी की धूल बैठते ही परिस्थितियां सुधर जाएंगी।
वर्ष 2023 में सबसे बड़ी चर्चा टीवी के डिजिटल से पिछड़ने के बारे में रही। बड़ा सवाल यह है कि दर्शक क्या उम्मीद कर सकते हैं।
साल 2023 की ‘रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ में भारत की वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स (world Press Freedom Index) में रैंकिंग 180 देशों के बीच 11 स्थान नीचे लुढ़कते हुए 161वें स्थान पर पहुंच गई।
भारत में यात्रा 6200 किलोमीटर लंबी होगी जिसमें राहुल गांधी भारत के कुल मिलाकर 14 राज्यों और 85 जिलों को कवर करेंगे।
प्रसार भारती ने आकाशवाणी के लखनऊ केंद्र के लिए उत्तर प्रदेश के सात जिलों में कॉन्ट्रैक्ट आधार पर पार्ट टाइम कॉरेस्पोंडेंट के लिए आवेदन मांगे हैं।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि रणनीति के तहत इसकी शुरुआत मणिपुर से करने का फैसला हुआ है, जहां भीषण दंगे हुए थे।
उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी नोएडा में मीडिया जगत का आज एक नया अध्याय लिखा गया। नोएडा में प्रेस क्लब ऑफ गौतमबुद्ध नगर द्वारा मीडिया समिट 2023 का आयोजन किया गया।
वर्तमान परिस्थितियों में वर्ष 2023 बेहद हलचल भरा रहा है। वैसे तो मेनस्ट्रीम मीडिया और वैकल्पिक न्यू मीडिया के बीच भेद और विभेद पहले से ही रहा, लेकिन 2023 में एक घटना बेहद महत्वपूर्ण रही।