भारतीय मूल के वरिष्ठ पत्रकार और 'दि ऑस्ट्रेलिया टुडे' (The Australia Today) के मैनेजिंग एडिटर जय भारद्वाज को मेलबर्न प्रेस क्लब का वाइस प्रेजिडेंट नियुक्त किया गया है। यह फैसला ऑस्ट्रेलियाई पत्रकारिता में विविधता और समावेशन की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
जय भारद्वाज इस प्रतिष्ठित पद पर पहुंचने वाले पहले भारतीय मूल के व्यक्ति बन गए हैं। उनका यह सम्मान भारत के मीडिया जगत और दुनिया भर में बसे भारतीय समुदाय के लिए गर्व का क्षण है।
भारतीय न्यूजरूम से ऑस्ट्रेलियाई मीडिया तक का सफर
ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले जय भारद्वाज ने भारत में टेलीविजन पत्रकारिता में एक शानदार करियर बनाया। उन्होंने जी न्यूज, IBN7, न्यूजएक्स और सहारा जैसे बड़े चैनलों के साथ काम किया और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मामलों पर अपनी गहरी समझ और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के लिए पहचान बनाई।
ऑस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद उन्होंने SBS Radio से रेडियो जॉकी और एंकर के रूप में जुड़कर भारतीय और दक्षिण एशियाई समुदायों के बीच अपनी खास पहचान बनाई।
निर्भीक पत्रकारिता से हासिल की अंतरराष्ट्रीय पहचान
जय भारद्वाज तब अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में आए जब उनका भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ किया गया इंटरव्यू कनाडा सरकार ने बैन कर दिया। इस कदम की कड़ी आलोचना भारत के विदेश मंत्रालय और कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों ने की।
इस विवाद ने न सिर्फ कनाडा की सरकार की असहजता को उजागर किया बल्कि जय भारद्वाज की निष्पक्ष, संतुलित और बेखौफ पत्रकारिता की प्रतिष्ठा को और मजबूत किया।
मेलबर्न प्रेस क्लब की नई टीम
मेलबर्न प्रेस क्लब, जो ऑस्ट्रेलिया के सबसे सम्मानित मीडिया संगठनों में से एक है, ने 22 अक्टूबर को अपनी वार्षिक बैठक के बाद नई टीम की घोषणा की।
नई टीम में माइकल बैचलार्ड (प्रेजिडेंट), हेडी मर्फी (वाइस प्रेजिडेंट), वेरोनिका स्कॉट (ट्रेजरर) और जे म्यूलर (सेक्रेटरी) शामिल हैं। इसके अलावा क्लब में पांच नए बोर्ड सदस्य भी जोड़े गए हैं, ताकि वित्त, साझेदारी और इंडस्ट्री एंगेजमेंट पर और मजबूती से काम किया जा सके।
भारतीय पत्रकारिता के लिए मील का पत्थर
जय भारद्वाज की यह नियुक्ति सिर्फ उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह भारतीय पत्रकारों के बढ़ते वैश्विक प्रभाव और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में भारत की मजबूत मीडिया आवाज का प्रतीक है।
उनकी सफलता यह भी दिखाती है कि भारतीय प्रोफेशनल अपनी ईमानदारी, संतुलित रिपोर्टिंग और सांस्कृतिक समझ के दम पर दुनिया भर में सम्मान और भरोसा हासिल कर रहे हैं।