पहले ‘#arrestdeepakchaurasia’ टॉप 10 में ट्रेंड कर रहा था, अब ‘#indiawithdeepakchaurasia’ ऊपर आ गया है
पत्रकार का काम होता है झूठ की परतों में छिपे सच को सबके सामने लाना और यदि इसके लिए उसे निशाना बनाया जाए, सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ अभियान चलाया जाए तो क्या कोई पत्रकार ईमानदारी से अपना काम कर पाएगा? दीपक चौरसिया और उनके जैसे पत्रकार आज यही सवाल पूछ रहे हैं। आसाराम बापू को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचाने में अहम किरदार निभाने वाले चौरसिया को आसाराम बापू के समर्थकों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है।
हालांकि, उन पर शाब्दिक हमले पहले भी होते रहे हैं, उनके परिवार को धमकियां भी मिली हैं, लेकिन इस बार सोशल मीडिया पर इस अभियान को जबरदस्त तरीके से चलाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर ‘अरेस्ट दीपक चौरसिया’ ट्रेंड कर रहा है। बापू समर्थक उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। ये बात अलग है कि दीपक पर इसका कोई असर नहीं है। उन्होंने साफ कर दिया है कि यदि आसाराम बापू को जेल भिजवाने के लिए उन्हें जेल भी जाना पड़ा तो वह इसके लिए तैयार हैं।
जोधपुर कोर्ट से उम्रकैद की सजा पा चुके “फर्जी बापू और फर्जी भगवान आसाराम” जैसे लोगों को सजा दिलाने के लिए अगर मुझे जेल भी जाना पड़े तो उसके लिए मैं तैयार हूं....#ArrestDeepakChaurasia
— Deepak Chaurasia (@DChaurasia2312) November 15, 2019
दरअसल, दीपक चौरसिया के खिलाफ कुछ साल पहले आसाराम बापू के एक भक्त ने एफआईआर दर्ज कराई थी। इस मामले की सुनवाई के बाद एकदम से बापू समर्थकों का गुस्सा फूट पड़ा है और उन्होंने सोशल मीडिया पर हमले शुरू कर दिए हैं।
आसाराम समर्थकों द्वारा पूछा जा रहा है कि जब वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया के खिलाफ पास्को कानून के तहत मुकदमा दर्ज है तो फिर उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा?
Deepak Chaurasia is charged with the POCSO Act and there is strong evidence against him, then why does the police not arrest him? #ArrestDeepakChaurasia pic.twitter.com/58vEi3pDsI
— Anisha Jain (@jainanisha1) November 15, 2019
यह मामला उस समय का है जब दीपक ‘इंडिया न्यूज’ में थे। आरोपों के मुताबिक, टीआरपी बढ़ाने के लिए दीपक ने गुरुग्राम निवासी आसाराम के भक्त के निजी विडियो से छेड़छाड़ कर चैनल पर दिखाया। विडियो के माध्यम से परिवार की 10 वर्षीय बच्ची और उसकी ताई के चरित्र को कलंकित करने का प्रयास किया गया। यह भी कहा गया है कि इंडिया न्यूज चैनल पर प्रसारित कार्यक्रम ‘सलाखें’ के प्रदर्शन में तथ्यों को तोड़मरोड़कर प्रस्तुत किया गया। कुछ आपत्तिजनक क्लिपिंग दिखाई गईं, जो कि कानूनन अपराध है। इन आरोपों के बाद दीपक के खिलाफ गुरुग्राम पुलिस ने मामला दर्ज किया, जिसकी सुनवाई के बाद एक बार फिर से चौरसिया की गिरफ्तारी की मांग उठने लगी है।
हालांकि, दीपक चौरसिया के समर्थन में भी आवाज उठ रही है। पहले ‘#arrestdeepakchaurasia’ टॉप 10 में ट्रेंड कर रहा था, अब ‘#indiawithdeepakchaurasia’ ऊपर आ गया है।
Deepak always stand for the truth and right about the real and fact. #IndiaWithDeepakChaurasia @DChaurasia2312
— Abhishek Mishra (@Abhishek_Mshra) November 15, 2019
‘एनडीटीवी इंडिया’ के अखिलेश शर्मा और ‘आजतक’ के रोहित सरदाना सहित कई पत्रकारों ने दीपक के समर्थन में ट्वीट किये हैं। अखिलेश ने लिखा है, ‘वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने कई हाईप्रोफाइल मामलों में पीड़ितों को न्याय दिलाया है। उन्हें अपने काम के लिए निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए’।
Veteran Reporter like @DChaurasia2312 has fought many battles to ensure justice to many victims of high profile criminals. He should not be targeted for his work.#IndiaWithDeepakChaurasia @DChaurasia2312
— Akhilesh Sharma अखिलेश शर्मा (@akhileshsharma1) November 15, 2019
वहीं, रोहित ने ट्वीट किया है, ‘पत्रकार अपना काम करता है, कानून अपना। उसके लिए घर/परिवार को धमकियां देना या सोशल मीडिया पर रोज ट्रेंड चलवा कर गालियां दिलवाना कौन सी न्याय की लड़ाई है’?
पत्रकार अपना काम करता है, क़ानून अपना. उसके लिए घर/परिवार को धमकियाँ देना या सोशल मीडिया पर रोज़ ट्रेंड चलवा कर गालियाँ दिलवाना कौन सी न्याय की लड़ाई है? #IndiawithDeepakChaurasia https://t.co/VIY3AoPMyC
— रोहित सरदाना (@sardanarohit) November 15, 2019
'एबीपी न्यूज' की एंकर रूबिका लियाकत ने दीपक चौरसिया की गिरफ्तारी की मांग करने वालों को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा है कि ऐसे लोगों को इलाज की जरूरत है।
जब आप दोषियों को बचाने के लिये पत्रकार और उनके परिवार को टारगेट करते है तो आप क्रांतिकारी नहीं हैं, आपको इलाज की जरुर की जरुरत है।#indiawithDeepakChaurasia
— Rubika Liyaquat (@RubikaLiyaquat) November 15, 2019
पत्रकारों को टार्गेट करने का ग़ज़ब ट्रेंड निकल चला है। https://t.co/bUKYoAhFSH
वहीं, 'आजतक' की मशहूर एंकर चित्रा त्रिपाठी ने भी फर्जी बाबाओं की गिरफ्तारी में मीडिया के योगदान को बताते हुए दीपक चौरसिया को समर्थन दिया है। उनका भी कहना है कि ईमानदार पत्रकारों को इस तरह निशाना बनाया जाना ठीक नहीं है।
फ़र्ज़ी बाबाओं का चेहरा देश के सामने है, कई जेल के अंदर हैं.उसमें मीडिया का बहुत योगदान है. ईमानदारी से काम करने वाले पत्रकारों को तथाकथित बाबाओं के भक्तों द्वारा निशाना बनाना बेहद शर्मनाक.. #IndiawithDeepakChaurasia
— Chitra Tripathi (@chitraaum) November 15, 2019
'आजतक' के वरिष्ठ पत्रकार संजीव पालीवाल ने भी ऐसे फर्जी बाबाओं का भंडाफोड़ करने वाले पत्रकारों की जरूरत पर बल दिया है।
देश को फर्ज़ी बाबा नहीं इनका भंडाफोड़ करने वाले पत्रकारों की ज़रूरत है। हम सब @DChaurasia2312 के साथ हैं #IndiawithDeepakChaurasia https://t.co/LDIJhjMrJn
— संजीव पालीवाल (@sanjeevpaliwal) November 15, 2019
'टीवी9 भारतवर्ष' की सीनियर एंकर सुमैरा खान का कहना है कि पत्रकारों के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं होना चाहिए। यह कतई स्वीकार्य नहीं है। पत्रकार अपना काम कर रहे हैं और इस तरह उन्हें निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।
This should not be acceptable at all, harassment for doing one's job is the worst nightmare @DChaurasia2312 #indiawithdeepakchaurasia
— sumaira (@sumairakh) November 15, 2019
इधर, सोशल मीडिया पर दीपक चौरसिया के समर्थन में उतरे लोगों का कहना है कि दीपक चौरसिया ने मीडिया में अपना एक अलग मुकाम स्थापित किया है। उनकी धारधार रिपोर्टिंग और सच को खोज निकालने की लालसा की बदौलत कई ऐसे मामलों को अंजाम तक पहुंचाया जा सका है, जो शायद तारीखों के फेर में ही उलझे रहते। लिहाजा, उन्हें ऐसे मामले को लेकर निशाना बनाना पत्रकारिता और पत्रकारों के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। लोगों का यह भी कहना है कि अगर पत्रकारों को सच दिखाने के लिए गालियां और धमकियां मिलेंगी, तो फिर सच कहने का साहस कौन दिखा पाएगा?
निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम किसी और पार्टी से नेताओं को तोड़ नहीं रहे हैं, बल्कि वो खुद आ रहे हैं और हम उनका बीजेपी में स्वागत कर रहे हैं।
'टाइम्स नाउ समिट' 2024 के मंच पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। टाइम्स नेटवर्क की ग्रुप एडिटर और टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर-इन-चीफ नाविका कुमार के साथ बातचीत में निर्मला सीतारमण ने कहा कि हम किसी और पार्टी से नेताओं को तोड़ नहीं रहे हैं, बल्कि वो खुद आ रहे हैं और हम उनका बीजेपी में स्वागत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'मैं लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रही हूं।' साथ ही उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए मेरे पास पैसे नहीं हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष ने मुझसे चुनाव लड़ने के बारे में चर्चा की थी और उन्होंने कहा था कि आप जहां से चुनाव लड़ना चाहती हैं, वहां से लड़ सकती हैं। लेकिन मैंने मना कर दिया और उन्होंने मेरा सम्मान रखा।
कंगना रनौत पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के बयान पर वित्त मंत्री ने कहा कि यह माइंडसेट की समस्या है। मैं जब भी ऐसी चीजें सुनती हूं तो खुद बहुत असहज महसूस करती हूं। आप जब राजनीति में होते हैं, तो लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहे होते हैं। इस बारे में उन्हें सोचना चाहिए। क्योंकि जो लोग आपको फॉलो करते हैं उनपर इसका असर पड़ता है। ऐसे बयान पर बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
आप इस बातचीत का पूरा वीडियो यहां देख सकते हैं।
समिट में एमके आनंद ने आगे कहा कि भारत आज ऐसे मोड़ पर खड़ा है, जहां से वह दुनिया की दशा और दिशा तय करने की स्थिति में है।
टाइम्स नेटवर्क के एमडी एवं सीईओ एमके आनंद ने टाइम्स नाउ समिट-2024 के अपने संबोधन भाषण में कहा कि दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है। ऐसे में मीडिया की भूमिका बहुत अहम हो गई है। समाज के हित में चीजों को कैसे पेश करना है, यह तय करना मीडिया की जिम्मेदारी है।
इसके साथ ही उनका कहना था कि बीते दो दशकों से टाइम्स नाउ लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में अपनी भूमिका जिम्मेदारी पूर्वक निभाता आ रहा है। दर्शकों को सशक्त बनाते हुए अपने प्रति उनके भरोसे को मजबूत बनाया है। समिट में एमके आनंद ने आगे कहा कि भारत आज ऐसे मोड़ पर खड़ा है जहां से वह दुनिया की दशा और दिशा तय करने की स्थिति में है।
अर्थव्यवस्था, कृषि, अंतरिक्ष, रक्षा हर क्षेत्र में भारत तरक्की कर रहा है। भारत की यह यात्रा ऐसी है जिसमें अब कोई ठहराव नहीं है। इसे आगे बढ़ते ही जाना है। भारत की इस तरक्की की राह में टाइम्स नाउ सहभागी रहा है। न्यूज मीडिया के रूप में इसने शानदार काम किया है। बदलते और चुनौतीपूर्ण दौर में दर्शकों का भरोसा कायम रखना एक बड़ी चुनौती है लेकिन इस भरोसे पर टाइम्स नाउ हमेशा खरा उतरा है।
टाइम्स नेटवर्क के एमडी एवं सीईओ एमके आनंद के इस सम्बोधन को आप यहां सुन सकते हैं।
टाइम्स नेटवर्क की ग्रुप एडिटर और टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर-इन-चीफ नाविका कुमार के साथ बातचीत में उन्होंने भारत, एजुकेशन, शिक्षा और डेवलपमेंट समेत कई अहम मुद्दों पर तमाम सवालों के जवाब दिए।
माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर और पूर्व सीईओ बिल गेट्स ने टाइम्स नाउ समिट 2024 में कहा कि भारत में अपार संभावनाएं हैं। जिस तरह भारत ने 8% ग्रोथ की है यदि 8% या 6% ग्रोथ को दशक तक बनाएं रखा जाता है तो यह बड़ी बात होगी। लेकिन ऐसा करने के लिए एजुकेशन, स्किल डेवलपमेंट और हेल्थ केयर पर काफी काम करना होगा।
टाइम्स नेटवर्क की ग्रुप एडिटर और टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर-इन-चीफ नाविका कुमार के साथ बातचीत में उन्होंने भारत, एजुकेशन, शिक्षा और डेवलपमेंट पर कई सवालों के जवाब दिए। बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के फाउंडर बिल गेट्स ने नाविका कुमार के साथ बातचीत में कहा कि भारत में तकनीक बहुत तेजी से बढ़ रही है। चाइना में सर्विस काफी बड़े लेवल पर काम करती हैं। लेकिन भारत में यह अलग तरह से काम करता है।
बिल गेट्स ने कहा कि बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, सरकार की मदद से भारत के कई क्षेत्रों जैसे बिहार और झारखंड में काम कर रहा है। हमने हेल्थ केयर और किसानों को सशक्त बनाने के लिए भी काम किया है और कर भी रहे हैं। इस क्षेत्र में अभी और काम होना बाकी है।
आप इस बातचीत का पूरा वीडियो यहां देख सकते हैं।
दिल्ली में 27 मार्च से होगा दो दिवसीय आयोजन, इस समिट की थीम ‘Anticipating the Unstoppable’ रखी गई है, जिसके तहत भविष्य में आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर प्रकाश डाला जाएगा।
देश के भविष्य को नया आकार देने में अहम भूमिका निभाने वाले तमाम मुद्दों पर चर्चाओं के लिए ‘टाइम्स नाउ’ समिट 2024 का मंच सजने के लिए पूरी तरह तैयार है। दिल्ली में 27 मार्च से इस दो दिवसीय समिट का आयोजन किया जाएगा।
गतिशील सामाजिक-राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य की पृष्ठभूमि में आयोजित होने वाले इस समिट में विभिन्न नेताओं, नीति निर्माताओं, इंडस्ट्री लीडर्स और प्रभावशाली लोगों की भागीदारी रहेगी। वह इन मुद्दों पर अपने विचारों से रूबरू कराएंगे, जो देश की प्रगति व समृद्धि की दिशा में एक रास्ता तय करेंगे।
इस समिट की थीम ‘Anticipating the Unstoppable’ रखी गई है, जिसके तहत भविष्य में आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर प्रकाश डाला जाएगा। इस समिट का उद्देश्य देश के विकास की कहानी को चलाने वाले और इसकी वैश्विक स्थिति को आकार देने वाले कारकों पर समग्र परिप्रेक्ष्य प्रदान करना है।
इस समिट के एजेंडे में टेक्नोलॉजी और डिजिटलीकरण, सतत विकास, स्वास्थ्य देखभाल और समावेशी विकास सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है, जो देश की आकांक्षाओं की बहुमुखी प्रकृति को दर्शाती है।
बातचीत के दौरान जब उनसे कंगना रनौत के पॉलिटिक्स जॉइन करने और चुनाव लड़ने की खबरों पर सवाल किया गया तो मनोज बाजपेयी ने बताया कि उन्हें इस बात से बहुत दुख हुआ।
बॉलीवुड एक्टर मनोज बाजपेयी 'न्यूज24' (News 24) चैनल के स्पेशल संवाद और विश्लेषण कार्यक्रम ‘मंथन’ में पहुंचे। यहां एक्टर ने अपनी प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ के बारे में बात की। न्यूज एंकर मानक गुप्ता के साथ बातचीत करते हुए मनोज बाजपेयी ने बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत के बारे में भी बात की।
उन्होंने कहा, 'मैं मानता हूं कि कंगना रनौत एक बहुत ही सुपरलेटिव एक्ट्रेस हैं। वह कमाल की हैं। मैंने उनकी कई फिल्में देखी हैं। मैंने जब उन्हें पहली बार गैंगस्टर में देखा और फिर लम्हे में उनकी एक्टिंग स्किल देखी तो हैरान रह गया कि कोई इतनी शानदार, इतनी कमाल एक्टिंग कैसे कर सकता है। वह बहुत ही अच्छी अभिनेत्री हैं।'
बातचीत के दौरान जब उनसे कंगना रनौत के पॉलिटिक्स जॉइन करने और चुनाव लड़ने की खबरों पर सवाल किया गया तो मनोज बाजपेयी ने बताया कि उन्हें इस बात से बहुत दुख हुआ।
उन्होंने कहा, 'मैंने कहीं पढ़ा था कि कंगना चुनाव लड़ सकती हैं। वह बहुत ही शानदार अभिनेत्री हैं, इसलिए जब मुझे उनके चुनाव लड़ने की खबरों का पता चला तो मुझे दुख भी हुआ।' मनोज बाजपेयी ने रैपिड फायर सेशन के दौरान बॉलीवुड के पसंदीदा स्टार्स के बारे में बात की।
एक्टर से जब पूछा गया कि वह बॉलीवुड के किस एक्टर को बेस्ट मानते हैं? इसका जवाब देते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा,’वह इंडस्ट्री में नसीरुद्दीन शाह से ज्यादा बेस्ट किसी एक्टर को नहीं मानते हैं। मानक गुप्ता के साथ एक्टर मनोज बाजपेयी की इस बातचीत का पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 'राइजिंग भारत समिट' 2024 में चुनावी बांड पर उठ रहे सवालों का बेबाकी से जवाब दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राइजिंग भारत समिट 2024 में चुनावी बांड पर उठ रहे सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। राहुल गांधी के हफ्ता वसूली वाले बयान पर अमित शाह ने कहा कि उन्होंने फिर 1600 करोड़ का हफ्ता क्यों वसूला? उसका हिसाब देना चाहिए। 1600 करोड़ रुपए उनको भी मिला है। हमें 6000 करोड़ मिला है तो घमंडिया INDI गठबंधन को भी 6000 करोड़ मिला है। एक पैसा कम नहीं मिला है।
शाह ने कहा कि राहुल गांधी सबसे पहले हिसाब दें कि वे कहां से इतना हफ्ता वसूल लाए? हम तो कहते हैं कि भाजपा को मिले चंदे में एक पैसा भी हफ्ता नहीं है, यह शुद्ध रूप से पारदर्शी तरीके से लाया गया चंदा है। राहुल गांधी खुद स्वीकार कर रहे हैं कि चुनावी बांड की व्यवस्था हफ्ता वसूली है तो उनको 6000 करोड़ रुपए का हिसाब देना चाहिए। वे, टीएमसी, एनसीपी कहां से लाई?
अमित शाह ने बताया कि 2014 में भाजपा को जो भी चंदा आता था, उसमें से 81 फीसदी चंदा कैश के माध्यम से आता था। जिसमें किसी का नाम नहीं होता था। 20-20 हजार रुपए करके जमा करते थे। 2018 में ये चंदा 81 फीसदी से 17 फीसदी हुआ। 2023 में कम होकर यह 3 फीसदी पर आ गया। हमारी पार्टी ने इस पर पारदर्शिता अपनाई थी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कोविड वैश्विक महामारी के समय भारत ने दुनिया के कई देशों को कोविड-19 का टीका मुहैया कराया।
'न्यूज18' के लीडरशिप कॉन्क्लेव के चौथे संस्करण 'राइजिंग भारत समिट' 2024 को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी, भारत में जी20 के आयोजन से लेकर भारत के दूसरे देशों के साथ रिश्तों को लेकर बातचीत की।
उन्होंने कहा, 'भारत में जी-20 का आयोजन बड़ी बात है। उससे भी बड़ी बात यह है कि हमने जी-20 को जनभागीदारी बनाया। यूनिवर्सिटी से लेकर आम लोगों तक ने इसमें भाग लिया है और ले रहे हैं।' कोरोना काल में दुनिया के कई देशों को वैक्सीन मुहैया कराने पर प्रतिक्रिया देते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कोविड वैश्विक महामारी के समय भारत ने दुनिया के कई देशों को कोविड-19 का टीका मुहैया कराया।
'राइजिंग भारत समिट' में विदेश मंत्री ने देश में नागरकिता संशोधन अधिनियम-2019 को लागू करने पर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि दुनिया में कई जगह इस तरह से लोगों को नागरिकता दी गई है। अमेरिका से लेकर यूरोप तक में धार्मिक या फिर ऐतिहासिक आधार पर नागरिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि हमने अमेरिका से लेकर यूरोप तक के देशों को इसके बारे में बताया।
कार्यक्रम में एस जयशंकर ने अमेरिका और चीन के साथ संबंधों पर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि एक वक्त था जब देश में नेहरुवियन बबल था। जवाहरलाल नेहरू को अमेरिका पसंद नहीं था तो उसे खारिज किया गया था और चीन को बेहतर माना जाता था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकारी कर्मचारी, कांग्रेस सांसद के घर नोटों के ढेर निकल रहे हैं। चारों तरफ बौखलाहट नजर आती है।
'न्यूज18' के खास कार्यक्रम 'राइजिंग भारत समिट' के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज सरकारी दफ्तर सेवा केंद्र बन गए हैं। वहीं पहले सरकारी दफ्तर पावर सेंटर बन गए थे। सरकार की ज्यादा खरीद ऑनलाइन होती है। लेकिन, पहले 2जी खरीद पर कितना बड़ा घोटाला हुआ था। पहले के समय में भ्रष्टाचार था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकारी कर्मचारी, कांग्रेस सांसद के घर नोटों के ढेर निकल रहे हैं। चारों तरफ बौखलाहट नजर आती है। देश की साख गिरी तो स्वाभिमान भी नहीं रहेगा। 2014 से पहले क्या हाल था? भ्रष्टाचार फैला था। सरकार अपने भ्रष्टाचार को डिफेंड करने में लगी रहती थी। आज सरकार भ्रष्टाचार पर एक्शन ले रही है। भ्रष्टाचारी झूठ बोल-बोल कर बचाव कर रहे हैं।
इसके साथ ही पीएम का यह भी कहना था, 'पांच साल पहले मैं जब आया था और शायद उस समिट की तारीफ या घटना आपके ग्रुप में याद रहना स्वाभिक है। पत्रकार मन ने यह सोचा होगा कि एक इंसान कमिटमेंट के कारण शांत मन से आया था और उसी समय मन को दौड़ा रहा था और दूसरे दिन घटना बड़ी खबर बनी थी।
28 फरवरी को बालकोट की स्ट्राइक की गई थी। नया भारत आतंकी हमलों के जख्म देने वालों को सबक सिखाता है। जो आतंकी हमलों के जख्म देते थे, उनकी क्या हालत है, देश भी देख रहा है दुनिया भी देख रही है।'
उनके नए शो 'बैटलग्राउंड' की शुरुआत एनडीटीवी पर हो गई है। इस हफ्ते उन्होंने महाराष्ट्र की अप्रत्याशित राजनीति को डिकोड किया।
चुनाव आयोग के द्वारा लोकसभा की तारीखों के ऐलान के बाद से ही देश में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई हैं। इसी कड़ी में देश में प्रतिष्ठित हिंदी न्यूज़ चैनल 'एनडीटीवी' (NDTV) ने भी अपनी कमर कस ली है। 'एनडीटीवी' के एडिटर-इन-चीफ संजय पुगलिया ने खुद इस चुनावी महासमर की कमान अपने हाथों में संभाली है। उनके नए शो 'बैटलग्राउंड' की शुरुआत 'एनडीटीवी' पर हो गई है। इस हफ्ते उन्होंने महाराष्ट्र की अप्रत्याशित राजनीति को डिकोड किया।
जैसा कि देश 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए तैयार है ऐसे में संजय पुगलिया के शो को बेहद अहम माना जा रहा है। एनडीटीवी हमेशा से अपनी ग्राउंड रिपोर्टिंग और चुनावी कवरेज के लिए प्रसिद्द रहा है ऐसे में यह माना जा सकता है कि संजय पुगलिया का यह शो एनडीटीवी की चुनावी कवरेज को धार देने का काम करेगा।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चुनाव में NDA के लिए 400 पार सीटों और अकेले BJP के लिए 370 सीटों का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य तक पहुंचने के लिए BJP और उसके सहयोगी दल एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। वहीं, विपक्षी पार्टियों ने BJP को सत्ता की हैट्रिक लगाने से रोकने के लिए INDIA गठबंधन बनाया है। इन दलों ने 2019 में भी BJP को कड़ी टक्कर दी थी। हालांकि, जहां BJP और NDA के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा चेहरा है वहीं, विपक्षी गठबंधन नेतृत्व की कमी से जूझ रहा है। संजय पुगलिया के शो को आप यहां देख सकते हैं।
नितिन गडकरी ने कहा, मोदी जी प्रधानमंत्री बनने ही वाले हैं, यह तय है। दूसरी बात यह है कि हम 400 पार जाने वाले हैं, यह तय है। मैं भी चुनाव जीतने वाला हूं, यह निश्चित है।
न्यूज18 के लीडरशिप कॉन्क्लेव ‘राइजिंग भारत समिट’ के मंच से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खुलकर कहा कि वह चुनाव जीतने के लिए पोस्टर-बैनर से प्रचार नहीं करेंगे। नितिन गडकरी ने कहा कि उनका काम बोलता है। उनके काम की वजह से लोग उन्हें जानते हैं। इसलिए वह मैन टू मैन कैंपेनिंग करेंगे। अप्रैल से शुरू हो रहे लोकसभा चुनाव को लेकर भी उन्होंने अपने मन की बात कही।
उन्होंने दावा किया, 'मोदी जी प्रधानमंत्री बनने ही वाले हैं, यह तय है। दूसरी बात यह है कि हम 400 पार जाने वाले हैं, यह तय है और मैं भी चुनाव जीतने वाला हूं, यह निश्चित है।' इसके अलावा कई मुद्दों पर भी उन्होने बेबाकी से अपनी राय दी। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, 'मैं जातिवाद और सांप्रदायिकता को नहीं मानता। हमारे प्रधानमंत्री ने कहा है कि सबका साथ, सबका विकास और सबका प्रयास। मैं अपने क्षेत्र में जितने लोग हैं, सबको परिवार समझता हूं।'
क्या आप प्रधानमंत्री और अमित शाह के सामने भी बेबाक रहते हैं? इस सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा, 'जब बातचीत होती है तो प्रधानमंत्री सबसे सुनते हैं। सभी आराम से अपनी बात रखते हैं। कोई अड़चन नहीं होती। मैं भी पार्टी का अध्यक्ष रहा हूं, मेरे पास भी सब लोग अपनी बात रखते थे।'
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ इस बातचीत का पूरा वीडियो आप यहां देख सकते हैं।